विदेश जाने से पहले दारू पिलाकर कुंवारी साली की सील पैक चूत फाड़ दी जीजा ने मिनी स्कर्ट उतार कर बुर में बच्चेदानी तक लौड़ा डालकर चुदाई करी नशे में नंगी साली चुदवाते चुदवाते दर्द के मारे जोर जोर से रोने लगी अन्तर्वासना नयी हिंदी XXX सेक्स स्टोरी फ्री में ऑनलाइन पढ़ें : दोस्तों मैं मुंबई का रहने वाला एक शादी शुदा मर्द हूँ. मैं एक बहुत बड़ी कम्पनी मैं नौकरी करता हूँ. दोस्तों मैंने मेरी पत्नी की बहन अर्थात मेरी साली के साथ अवैध सेक्स संबंध बनाये थे दारू के नशे में और ये उस कुंवारी लड़की के जीवन का पहला सेक्स था. उस कुंवारी लड़की की सील पैक वर्जिन चूत की सील मैंने ही तोड़ी थी. मैंने अपनी अन्तर्वासना शांत करने के चक्कर में दारू पिलाकर कुंवारी साली की वर्जिन चूत फाड़ दी थी.
अपनी पत्नी की कुंवारी बहन के साथ अवैध सेक्स संबंध बनाने की यह अन्तर्वासना से भरी घटना आज से करीब एक साल पहले की है जब मुझे कम्पनी के प्रोजेक्ट के काम से एक साल के लिए विदेश (जर्मनी) जाना था. मैं और मेरी धर्मपत्नी अपनी पैकिंग में लगे हुए थे और उसी दौरान मेरी साली सुरभि हमारी मदद के लिए आई हुई थी. सुरभि अभी कॉलेज में है और वो सिर्फ 22 साल की है और उसकी हाईट 5’4” इंच है. उसका फिगर करीब 32-28-34 होगा और वो मुझसे हमेशा से ही बहुत खुलकर बातें करती थी. मैंने अपने ऑफिस से एक सप्ताह की छुट्टी ली हुई थी.. क्योंकि मुझे पैकिंग के अलावा और भी दुसरे काम करने थे…
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वैसे मैं अपने काम में ज्यादा व्यस्त रहता था और वो टीवी देखने में, या मोबाइल फोने पर हमेशा व्यस्त रहती थी. वो हमेशा मेरे पीछे पड़ी रहती थी कि उसे एक बार हार्ड ड्रिंक टेस्ट करना है. वो अपनी बहन को इस बात का पता नहीं लगने देना चाहती थी.. क्योंकि उसे डर था कि कहीं उसकी बहन उसकी यह बात उसके मम्मी, पापा को ना बता दे. इसके बाद एक दिन मैं हम जीजा और साली दोनों के लिए दारू की बोतल लाया.. जब मेरी धर्मपत्नी ऑफिस के लिए गई हुई थी. मैंने सुरभि को कभी भी गलत नज़र से नहीं देखा और हमेशा उसे बच्चे की तरह समझाया करता था. इसके बाद मैंने उसका और मेरा पेग बनाया और उसके साथ दारू पीने के लिए बैठ गया. तभी थोड़ी देर बाद सुरभि बोली कि उसे एक और पेग पीना है.
तो मैं उठा और उसके लिए एक और पेग बनाकर लाया और उसके बाद हम जीजा और साली दोनों ने खूब जमकर नशा करा. उसकी आँखो से लग रहा था कि उसे दारू का नशा चढ़ रहा है. इसके बाद हम लोग आपस मैं इधर उधर की बातें कर रहे थे. मैंने सुरभि से उसके पुरुष मित्र (Boyfriend) के बारे मैं पूछा और वो मेरी शादी से पहले के अफेयर्स के बारे में पूछने लगी और बातों ही बातों में पता नहीं कैसे वो मेरे सेक्सुअल रिलेशन्स पर आ गई. इसके बाद सुरभि ने बोला कि उस जवान और सेक्सी माल लड़की ने तो बस सेक्स वाली फिल्म ही देखी है और हिंदी सेक्स स्टोरी पढ़ने का बहुत शौक है उसे. उसको और उसके पुरुष मित्र (Boyfriend) को कभी कोई अच्छा मौका नहीं मिला सेक्स करने का.
इसके बाद पता नहीं क्यों दारू के नशे में मेरे अंदर अन्तर्वासना जागने लगी तो मैं मेरी पत्नी की बहन सुरभि से और विस्तार में पूछने लगा कि वो और उसका पुरुष मित्र (Boyfriend) क्या क्या करते थे? अभी तक मेरे मन में सुरभि के लिए कोई भी गलत ख्याल नहीं आया था.. लेकिन अंदर ही अंदर अजीब सा महसूस हो रहा था शायद अब मेरी अन्तर्वासना जागृत होने लगी थी. सुरभि को बहुत अच्छी ख़ासी चढ़ चुकी थी और वो मुझे सब कुछ ज्यादा ही विस्तार में बता रही थी. तो इतने में उस जवान और सेक्सी माल लड़की ने मुझसे कहा कि अब मैं अपनी कुछ बातें उसे बताऊँ.. लेकिन अब मेरा मूड बातें करने का नहीं.. कुछ छेड़खानी करने का हो रहा था. तो मैंने मेरी जवान और सेक्सी साली सुरभि से पूछा कि उसे क्या अभी रोमांटिक महसूस हो रहा है?
तो उस जवान और सेक्सी माल लड़की ने हाँ कह दिया और इसके बाद मैंने बोला कि क्यों ना कुछ टाईम के लिए हम जीजा और साली दोनों ही मस्ती कर ले? इस बात पर हम जीजा और साली दोनों ही हँसने लगे. मैंने हँसते हँसते मेरी पत्नी की बहन सुरभि से उसकी ब्रा का साईज पूछा और उस बात पर वो शरमा गई. तो मैंने उससे कहा कि नहीं बताएगी तो जीजा जी अपने हाथों से नाप भी सकते है.. तो वो हंसकर बोली की यह मैं कभी नहीं कर सकता. तो उसके यह बोलते ही मैंने झट से उसके बूब्स पर हाथ रख दिया और उसे हल्का सा दबा दिया और हँसने लगा. इसके बाद सुरभि बहुत चकित हो गई… लेकिन उस जवान और सेक्सी माल लड़की ने मुझे कुछ नहीं बोला और मुस्कुराने लगी.
तो मुझे लगा की शायद यही अच्छा मौका है और इसके बाद मैंने सुरभि से कहा कि बाकी का साईज भी तुम खुद ही बता दो नहीं तो वो भी मुझे नापना पड़ेगा. इसके बाद वो इस बात पर स्माईल करने लगी और मैंने अपना हाथ उसके कूल्हों पर रख दिया. सुरभि ने एक टॉप पहना हुआ था और नीचे मिनी स्कर्ट. इतने में मेरी वर्जिन साली आधी घर वाली सुरभि ने मुझे ज़ोर से धक्का दे दिया और मस्ती में हँसने लगी. मुझे भी थोड़ा जोश आया और मैंने उसे अपने ऊपर खींच लिया और उसे कसकर हग कर लिया.. लेकिन सुरभि अभी भी हंस रही थी और यह देख मैंने अपने होंठ उसके होंठ पर रख दिए और इसके बाद से उसको कसकर किस कर लिया.. तभी मेरी कुंवारी साली सुरभि की हँसी एकदम से रुक गई और वो ज़ोर ज़ोर से साँसे लेने लगी और हम थोड़ी देर इसी पोज़िशन में रहे और उसके बाद मैंने सुरभि के नशीले लाल लाल होंठो पर धीरे धीरे किस करना शुरू किया…
इसके बाद मेरी वर्जिन साली सुरभि भी बहुत अच्छे से मेरा साथ दे रही थी. इसके बाद मैंने धीरे से अपना एक हाथ उसकी जांघ पर रखा और उसको सहलाने लगा. मेरी कुंवारी साली सुरभि की गोरी गोरी जांघे बहुत ही ज्यदा मुलायम और सेक्सी थी. उस जवान और सेक्सी माल लड़की ने ढीली सी मिनी स्कर्ट पहन रखी थी जिसके कारण मुझे आराम से पूरा मस्ती भरा अहसास मिल रहा था और मैं उसकी जांघो पर ऊपर से नीचे तक अपना हाथ घुमा रहा था और लगातार किस की स्पीड भी बढ़ती जा रही थी. तो इतने में, मैंने अपना दूसरा हाथ सुरभि के टॉप में डाल दिया और उसकी पीठ को सहलाने लगा तभी मैं बहुत चकित हुआ क्योंकि उस जवान और सेक्सी माल लड़की ने ब्रा नहीं पहनी थी.
यह बात जानकर मुझे और जोश आ गया और अब मेरा लंड पूरा कड़क हो चुका था और अब मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा था क्योंकि मेरी अन्तर्वासना बहुत ही ज्यादा बढ़ चुकी थी. तो मैंने सुरभि का हाथ अपने लंड पर रख दिया और उससे लंड को सहलाने को बोला.. लेकिन वो एकदम से शरमा गई और मुझसे और कसकर चिपक गई.. लेकिन उसका हाथ मेरे लंड से नहीं हटा. इसके बाद मैंने उसके टॉप को धीरे से थोड़ा ऊपर किया और उसके बूब्स देखे.. सच बोलूं वो अंदर से बहुत सुंदर और गोरे थे.. एकदम सही गोलाई के बूब्स और साथ में हल्के गुलाबी निप्पल. इसके बाद मैंने अपनी टी-शर्ट भी ऊपर कर दी..
इसके बाद मैं और सुरभि कसकर चिपक गए और जैसे ही उसके नंगे बूब्स मेरी नंगी छाती पर चिपके वैसे ही मुझे एक बहुत ही अच्छा अहसास हुआ. तभी मैंने सुरभि के होंठ अपने होंठ में भर लिए और उनको कसकर चूसने लगा. हम बहुत कामुक होते जा रहे थे.. मैंने उसका टॉप उतारकर फेंक दिया और अपनी टी-शर्ट भी उतार दी. अपने होंठ उसके बूब्स पर ले गया और उनको अच्छे से सक करने लगा और एक हाथ मेरी कुंवारी साली सुरभि की जांघ से कूल्हों के साईड मैं डाल दिया. सुरभि के कुल्हे बहुत ही मुलायम थे. मैं अपने दोनों हाथ से उसको अच्छे से मसाज और सहला रहा था. तो सुरभि मेरे लंड को कसकर पकड़े हुई थी..
वो शायद मस्ती में सब कुछ भूल गई और बस ऊहह आआहहह कर रही थी. मैंने सुरभि को मिनी स्कर्ट उतारने को बोला.. तो उस जवान और सेक्सी माल लड़की ने मना कर दिया और बोल कि आज के लिए बस इतना बहुत है.. लेकिन मैं कहाँ रुकने वाला था. मैं अपना एक हाथ कूल्हों से सीधा उसकी कुंवारी बुर पर ले गया जो पूरी तहर गरम थी और मैंने अपनी एक ऊँगली उस पर जैसे ही रखी सुरभि के मुहं से आआहह निकल पड़ी और उस जवान और सेक्सी माल लड़की ने बोला कि प्लीज अपना हाथ कुंवारी बुर से हटा लो.. क्योंकि उस जवान और सेक्सी माल लड़की ने कभी अपनी कुंवारी बुर अपने पुरुष मित्र (Boyfriend) को भी नहीं छूने दी.
तभी यह सुनकर मेरा जोश और बढ़ा और मैंने मेरी कुंवारी साली सुरभि की मिनी स्कर्ट पीछे से सरकानी शुरू की और इसके बाद उस जवान और सेक्सी माल लड़की ने एकदम से अपनी मिनी स्कर्ट पकड़ ली और नहीं बोलने लगी और मैंने धीरे से एक ऊँगली उस जवान और सेक्सी लड़की की कुंवारी बुर में डालनी शुरू करी और अपने अंगूठे से उसकी कुंवारी बुर के दाने को सहलाने लगा. मेरी पत्नी की बहन सुरभि अपने हाथ मिनी स्कर्ट से हटाकर सीधे मुझसे चिपक गई और बोलने लगी कि जीजा जी मैं आपसे बहुत प्यार करती हूँ आप वाकई में बहुत कमाल के हो. मैंने कहा कि हाँ ऐसा ही हूँ और मैंने उसकी मिनी स्कर्ट को खींचकर फेक दिया और अपनी भी पेंट को उतार दिया.
मेरी पत्नी की बहन सुरभि अभी तक मेरा खड़ा लंड चड्डी के अंदर हाथ डालकर पकड़ें हुई थी और और अपनी अन्तर्वासना शांत करने के लिए उसे सहला भी रही थी. अब मेरा लंड धीरे धीरे विकराल रूप ले चूका था फिर जैसे ही उस जवान और सेक्सी माल लड़की ने मेरे लम्बे और मोटे लंड को देखा तो वो थोड़ा डर और सहम गई और बोली कि जीजा जी यह मेरी कुंवारी बुर के अंदर नहीं जाएगा यदि आप इसे जबरदस्ती मेरी फर्जिन चूत में डालने की कोशिश करोगे तो मेरी चूत फट सकती है और मुझे बहुत दर्द होगा इस लिए प्लीज आप ट्राई भी मत करना…
तो मैंने सुरभि से बोला कि तुम इसकी टेंशन मत लो अभी बस मजे करो और मैंने सुरभि को वहीं धक्का दे दिया और उसके पैर फैला दिए.. क्या नज़ारा था उसकी मक्खन जैसी गोरी गोरी जांघे और उसके बीच की गहराइ मैं गुलाबी कुंवारी बुर एकदम कामुक और साफ दिख रही थी. इसके बाद मैंने अपने दोनों हाथ सुरभि के बूब्स पर रखे और उसकी जांघो को किस करना शुरू किया और धीरे धीरे उसकी कुंवारी बुर के पास पहुंच गया. इसके बाद मैं उसकी कुंवारी बुर के चारो और किस करने लगा और सुरभि छटपटाने लगी और इसके बाद मैंने अपने पूरे होंठ उसकी कुंवारी बुर के होंठ पर रख दिए और अपनी जीभ उसकी कुंवारी बुर पर और मैं उसकी कुंवारी बुर चाटने लगा.
अपनी कुंवारी साली की सील पैक वर्जिन चूत चाटने के बाद मैं अपनी एक ऊँगली उस कुंवारी लड़की की वर्जिन बुर के छेद में डालनी शुरू की और साथ ही मैं अपनी जीभ से उसकी चूत चाट भी रहा था. मेरी नंगी साली सुरभि तेज़ तेज़ साँसे ले रही थी और चिल्ला रही थी. उसके बाद मैंने अपनी ऊँगली को बाहर निकाला और उसकी कुंवारी बुर का सारा रस अपने लंड पर लगा दिया. इसके बाद अपने लंड का टोपा उसकी कुंवारी बुर पर रख दिया और एक हल्का सा धक्का दिया और सुरभि ने मुझे कसकर पकड़ लिया और वो बोली कि जीजा जी प्लीज थोड़ा आराम से और इसके बाद मैंने भी इस बात का ध्यान रखा और इसके बाद धीरे से दूसरा धक्का दिया.
सुरभि ज़ोर से चिल्ला उठी और मुझे उसकी कुंवारी बुर में खून दिखने लगा शायद मेरी कुंवारी साली सुरभि की सील पैक वर्जिन चूत अब फट चुकी थी और शायद उसकी वर्जिन चूत की सील टूट चुकी थी. इसके बाद मैंने तीसरे जोरदार धक्के मैं मेरा लौड़ा उसकी कुंवारी बुर में अंदर उसकी बच्चेदानी तक डाल दिया तो वो चोदा चादी करने के दौरान दर्द के कारण बहुत ज़ोर से चिल्ला पड़ी और मुझे लंड अपनी फटी हुई चूत से बाहर निकालने के लिए बोलने लगी. मगर मैं कहाँ रुकने वाला था अपनी अन्तर्वासना शांत करे बगेर मैं नॉनस्टॉप उसे चोदे जा रहा था और वो ठीक से सांस भी नहीं ले पा रही थी.
इसके बाद मैंने मेरी कुंवारी साली सुरभि की फटी हुई चूत में मेरे लम्बे और मोटे लौड़े के धक्के देना बंद किया और उसके लाल लाल होंठ अपने मुँह में लेकर चूसने लगा. दोस्तों मेरी कुंवारी साली मेरी कुंवारी साली सुरभि की सील पैक वर्जिन चूत फट चुकी थी और उसे बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था जिस वजह से वहाँ बहुत ही ज्यादा रो रही थी इसके बाद मैंने उसको समझाया कि चिंता की कोई बात नहीं है पहली बार चोदा चादी करने में थोड़ा दर्द होता है और हर वर्जिन लड़की की चूत की सील टूटती है. करीब दस मिनट के बाद वो कुछ सामान्य हुई और इसके बाद मैंने मेरा लौड़ा उसकी फटी हुई बुर में आगे पीछे करना शुरू किया और एक बार इसके बाद अपनी अन्तर्वासना शांत करने का प्रयत्न करने लगा.
कुछ देर में सुरभि को भी मज़ा आने लगा और वो मेरा पूरा साथ देने लगी.. लेकिन थोड़ा थोड़ा उसको दर्द भी हो रहा था. मैंने भी अपना आधा ही लंड अंदर डाला था जिससे उसको ज्यादा दर्द ना हो. इसके बाद हम जीजा और साली दोनों एक घंटे तक नंगे होकर सेक्स करते रहे. अब मैं झड़ने वाला था तो मैंने मेरी नंगी साली से पूछा की वीर्य किधर डालना है तो वो बोली जीजा जी आपने पहले ही मेरी चूत फाड़ डाली है प्लीज मेरी फटी हुई चूत के अंदर अपना माल मत गिरना और इसके बाद मैंने झड़ने के टाईम मेरा लौड़ा कुंवारी बुर से बाहर निकाल लिया और सारा वीर्य उसके बूब्स पर गिरा दिया. मेरे विदेश (जर्मनी) आने से पहले सुरभि 4 दिन और हमारे साथ रही और उन चार दिनों में, मैंने और सुरभि ने कई बार अलग अलग कामसूत्र की सेक्स पोजीशन में सेक्स का मजा लिया और अपनी अन्तर्वासना शांत करी…