नौकरी के लिए सलवार सूट खोलकर रसीली चूत पिलाई बॉस को होटल के रूम में और फिर उनसे चुदवाकर मुझ मजबूर लड़की को नौकरी मिल गयी और उनकी कामवासना भी शांत हो गयी मेरे साथ सेक्स करके कामुकता से भरी अन्तर्वासना हिंदी सेक्स कहानी :- दोस्तों मेरा नाम मधुबाला है और मैं आज आपके साथ मेरे जीवन की एक सच्ची घटना शेयर करने जा रही हूँ उम्मीद करती हूँ की इस हिंदी सेक्स स्टोरी को पढ़ने में आपको बहुत आनंद आयगा और आप इस सेक्स कहानी को ज्यादा से ज्यादा शेयर भी करेंगे.
नौकरी पाने के लिए अपना सलवार सूट खोलकर बॉस के साथ अवैध सेक्स संबंध बनाने की ये घटना अभी पिछले साल की ही है. मेरी पढाई पूरी हो चुकी थी मगर मुझे मजबूर लड़की को कोई अच्छी नौकरी नही मिली रही थी. मैं पढ़ी लिखी लड़की दिल्ली में अपने परिवार के साथ रहती थी. मेरे पापा और मम्मी की उम्र ज्यादा थी और बुढ़ापे की उम्र होने के कारण वो दोनों बहुत ज्यादा बीमार रहते थे और इस वजह से वो कुछ काम नही कर पाते थे और घर में पैसों की तंगी रहने लगी थी.
नौकरी के लिए सलवार सूट खोलकर रसीली चूत पिलाई बॉस को अन्तर्वासना हिंदी सेक्स कहानी
सभी भाई बहनों में मैं सबसे बड़ी थी जिसके चलते घर का खर्च चलाने की सारी जिम्मेदारी मेरे कंधों पर आ पड़ी थी और अब करो या मरो जैसी कंडीशन हो गयी थी मुझ बेचारी लड़की की. मेरे २ छोटे भाई थे और परिवार में सिर्फ मैं ही एक बड़ी लड़की थी जो कुछ काम करके पैसे कम सकती थी घर का खर्च चलाने के लिए इसलिए मुझे किसी भी तरह पैसे कमाने थे और अपने घर का खर्च चलाना था. मैं रोज अखबार पढ़ती थी और नौकरी ढूढती रहती थी. कुछ दिन बाद अखबार में सेल्स गर्ल और दूसरी नौकरी का विज्ञापन आया.
वो विज्ञापन किसी शॉपिंग सेंटर का था. मैंने तुरंत उस नौकरी के लिए अप्लाई कर दिया. कुछ दिन बाद मुझे इंटरव्यू के लिए बुलाया गया. मैंने सेल्स गर्ल की पोस्ट के लिए अप्लाई किया था. इंटरव्यू के लिए कुल 40 लड़कियाँ वहां आई थी. इंटरव्यू सुबह जल्दी ही शुरू हो गया था और सभी बॉस के केबिन के बाहर बैठकर अपनी बाजी का इंतजार कर रहे थे. कुछ देर बाद मेरा नम्बर आ गया. ये मेरा पायला इंटरव्यू था इस लिए मुझे बहुत ज्यादा डर लग रहा था मगर इस नौकरी को पाने के लिए मैं किसी भी हद तक जाने को तैयार थी क्योंकि मेरे घर की आर्थिक अवस्था बहुत ज्यादा खराब हो चुकी थी.
फिर हिम्मत करके मैं बॉस के केबिन में गयी और उन्हें गुड मोर्निंग बोला. बॉस ने मुझे एक प्यारी सी स्माइल दी और गुड मोर्निंग का जवाब देते हुए उनके सामने लगी कुर्सी पर बैठने के लिए कहा. वो मुझे बार बार सिर ने लेकर नीचे पैरों तक गन्दी नजर से घुर घुर कर देख रहे थे. मैं बहुत सेक्सी और चिकना माल थी. शायद तभी वो मुझे नीचे से उपर तक ताड़ रहा हो. उसने मुझसे कई तरह के सवाल पूछे. मैंने उनके सभी सवालों के बड़े अच्छे से जवाब दिया. बॉस ने पूछा ने मुजशे पुचा की “मधुबाला जी, बाकी सब ठीक है, पर क्या आपके पास रिटेल मार्केटिंग में कोई डिग्री, डिप्लोमा है??”
मेरे पास रिटेल में कोई डिग्री या डिप्लोमा नही था. मेरा दिल जोर जोर से धड़कने लगा. क्यूंकि मुझे इस नौकरी की बहुत जादा जरूरत थी. मुझे अपने घर का किराया भी ५००० रूपए महीना भरना था. इसलिए मैं बहुत टेंशन में आ गयी थी. “सर, मेरे पास रिटेल में कोई डिग्री नही है, पर अगर आप मुझे नौकरी देंगे तो मैं अच्छा काम करके दिखाउंगी!” मैंने कहा बॉस कुछ देर के लिए खामोश हो गया था. वो पता नही क्या सोच रहा था. मूझे उसकी गन्दी नीयत पर थोड़ा शक सा होने लगा था. शायद वो मुझे नौकरी देने के बदले मेरे साथ अवैध सेक्स संबंध बनाकर अपनी कामवासना शांत करना चाहता था.
फिर वो साला हवस का पुजारी मुझसे बोला की “मधुबाला जी, मैं आपको नौकरी दे सकता हूँ मगर उसके लिए आपको मेरा एक काम करना पड़ेगा… मैं उस हरामी की गन्दी नियत पहले ही भाप चुकी थी फिर भी मैंने अपनी तस्सली के लिए उनसे पूछ लिया की सर आप बताइए ना मुझे क्या करना होगा इस नौकरी के लिए??? वो बोले की आप आज रात 8 बजे होटल हनी पैलेस में आ जाइये मैं आपके साथ एक रात गुजारना चाहता हूँ और जब मैं आपकी जवानी का रस पूरी तरह पी लूँगा तब मैं आपको जोइनिंग लेटर दे दूंगा. चुदवाने वाली बात सुनकर तो मेरे दोनों कान गर्म हो गए और जी सर बोलकर मैं बॉस के केबिन से बाहर निकल आई.
आज नौकरी पाने की मजबूरी के चलते आज मैंने अपनी इज्जत दाव पर लगा दी थी मगर मुझे इस बात का कोई पछतावा नहीं था क्योंकि मैं जो कुछ करी रही थी वो अपने निजी आनंद या स्वार्थ के लिए नहीं बल्कि अपने माता पिता और छोटे भाई बहनों के लिए कर रही थी. रात को करीब 8 बजे मैं बॉस को खुश करने के लिए होटल पहुच गयी. मैंने रिसेप्शन पर बॉस का कमरा नम्बर पूछा. फिर वहां पहुच गयी. मैंने होटल के रूम का दरवाजा नौक किया तो अंदर से बॉस की आवाज आई की दरवाजा खुला हुआ है अंदर आ जाओ…
फिर जैसे ही मैं अंदर रूम में गयी तो उन्होंने मुझे अंदर से रूम का लॉक लगाने के लिए बोला फिर जैसे ही मैंने रूम का लॉक लगाया वो मुझसे बोले की “ओह्ह्ह मधुबाला, प्लीस कम कम डार्लिंग मेरे करीब आ जाओ शरमाओ मत!!… मैं अच्छी तरह जानता था तुम मेरे साथ सेक्स करने के लिए जरुर आओगी. तुम्हारे जैसी खूबसूरत और होनहार लड़की ऐसा बढ़िया मौका गँवा ही नही सकती” वो खुश होकर बोला “जी सर, अपने सही कहा. आज आप मुझे जी भरकर चोद लीजिये, खूब मजे ले लीजिये मुझे नंगा करके पर वो एपोइंटमेंट लेटर मुझे दे दीजिये” मैंने कहा मैंने काले रंग का बहुत मस्त सलवार सूट पहन रखा था.
मेरे सेक्सी जिस्म को देखकर उनकी अन्तर्वासना भड़कने लगी और फिर वो धीरे धीरे मुझे छूने लगे और मेरे साथ चुम्मा चाटी करने लगे. मैंने अपनी हाई हील्स उतार दी और बॉस की अन्तर्वासना शांत करने के लिए उनके पास बिस्तर में चली गयी. वहां होटल के रूम में ए. सी. चल रहा था इसलिए मुझे बहुत ही ज्यदा ठंडा लग रही थी. फिर बॉस ने मेरे जवान और सेक्सी जिस्म पर से सलवार सूट खोलकर अलग कर दिए फिर उन्होंने मेरी ब्रा और पेंटी खोलकर मुझे पूरी तरह से नंगा कर दिया. मुझे नंगी करने के बाद जब बॉस ने अपने कपड़े उतारे तो मैं उनके लंबे और मोटे लंड को देखकर बहुत ज्यादा डर गयी हे भगवन इतना बड़ा और मोटा… बाप रे, कितना बड़ा लौड़ा था उनका.
आज पहली बार मैं किसी मर्द के सामने नंगी बैठी थी जिस बझ से मुझे बहुत ज्यादा शर्म आ रही थी. फिर बॉस ने अपनी कामवासना मिटाने के लिए मुझे अपनी बाहों में भर लिया और मेरे नंगे शरीर को किसी जंगली जानवर की तरह नौचने लगे. कुछ देर में मैं भी गर्म हो गयी थी और अब मैं भी उनके लम्बे मोटे लंड से चुदना चाहती थी. बॉस मुझे अपनी माल की तरह किस करने लगे. मैं नंगी थी और बड़ी चिकनी मक्खन मलाई मैं लग रही थी. धीरे धीरे बॉस मेरी कमर, टांग और पेट को प्यार से चूमने लगे और हाथ से छूने लगे.
मुझसे नंगे बॉस बोले “ओह्ह्ह …..मधुबाला, मैंने एक से एक हसीन लड़कियों को अपनी रंडी बनाकर चोदा है…..पर तुम सबसे अलग हो” मैंने बॉस से कहा की हाँ चोद लीजिये सर मुझे अपनी रंडी समझकर बस मेरी नौकरी पक्की कर देना क्यों की मैं बहुत ज्यादा मजबूर हूँ मेरे घर में कमाने वाला कोई भी नहीं है. उसके बाद उन्होंने मुझ नंगी कुंवारी लड़की को अपनी गोद में बिठा लिया और मेरे गाल पर पप्पी करने लगे. आज नौकरी के लिए सलवार सूट खोलकर मैं उसने चुदने वाली और अपनी इज्जत उनसे लुटवाने जा रही थी मुझे इस बात का जितना दुःख था उससे जायदा खुशी इस बात की थी की अब मुझे नौकरी मिल जायगी और मेरे घर की आर्थिक दशा सुधर जायगी. बॉस मेरे मांसल कंधे को बड़े सेक्सी अंदाज में काटने लगे.
धीरे धीरे मेरी रसीली चूत का तापमान बढ़ता जा रहा था, बॉस की इस तरह की गर्म गर्म हरकतों से. वो मेरी नंगी पीठ को दोनों हाथों से सहला रहे थे. मुझ मजबूर लड़की की रसीली चूत गीली और जादा गीली होती जा रही थी. आज तक किसी मर्द ने मुझे नही चोदा था. आजतक किसी मर्द ने मुझे नंगा बाहों में नही भरा था. फिर बॉस ने मुझे झटके से अपनी ओर खीचा फिर मेरे ताजे ताजे गुलाब की तरह मेरे रसीले ओंठो का बॉस रसपान करने लगे. मैं भी बिना कोई शर्म किये बॉस के होठ पी रहे थे. उसके बाद उन्होंने मुझे आलिशान बेड पर लिटा दिया और मेरे मस्त मस्त ३६” के दूध पीने लगा.
उफ्फ्फफ्फ्फ़….कितना मजा आया मुझे आज अपने स्तनों को पीलाने में. आज पहली बार कोई मर्द मेरे दोनों दूध से भरे बूब्स चूस रहा था. मैं अपने आपको बॉस के हवाले कर दिया था. क्यूंकि किसी भी तरह मैं इस स्टोर वाली नौकरी को पाना चाहती थी. मेरे बॉस मजे से मेरी एक एक चुची पीने लगे. इसमें अगर बॉस को मजा मिला, तो मुझे भी खूब मजा मिला दोस्तों. मैंने अपने सेक्सी और थरकी बॉस की कमर और उसके चुतड को सहलाने लगी. बॉस को बीच बीच में जब मस्ती सूझ जाती तो वो मेरे आम को जोर जोर से दबा देते जैसे मैंने कोई रंडी या कोई घर का माल हूँ की कोई भी आये और मेरे टमाटर दबा दबाकर मुझे चोद ले जाए.
पर मैंने बॉस को कुछ नहीं कहा. मैं डर रही थी की अगर वो नाराज हो गए तो सायद मुझे नौकरी ना मिले. बॉस ने मेरी दोनों कड़ी कड़ी निपल्स मजे लेकर चूस चूस कर पी ली. मैं बहुत कामुतेजित हो गयी और जल्द से जल्द मैं चुदना चाहती थी. मुझ मजबूर लड़की की रसीली चूत गीली होकर बहने लगी थी. मुझे जल्दी से चमड़े का इंजेक्शन [यानी लंड] चाहिए था. बॉस ने मेरी दोनों टाँगे खोल दी और मेरी सेक्सी नाभि को चाटने लगे. वो शरारत करने लगे और मेरी गहरी सेक्सी नाभि में जीभ डाल रहे थे. फिर वो मेरा पेडू चाटने लगे. मेरे पुरे जिस्म में करेंट सा दौड़ने लगा. चुदने से पहले ही बॉस ने मुझे चाट चाटकर बहुत जादा गर्म कर दिया था.
अब तो मैं किसी कॉलगर्ल की तरह जल्दी से बस का लंड खाना चाहती थी. फिर बॉस मेरे पेडू को चाटते चाटते मेरी रसीली चूत, मेरे योनी प्रदेश में पहुच गयी. मेरी मुनिया रानी, मुझ मजबूर लड़की की रसीली चूत कबसे बॉस का इन्तजार कर रही थी, पर बॉस मुझे बार बार तडपा रहे थे. आखिर बड़ा वेट करने के बाद बॉस ने अपनी जीभ मुझ मजबूर लड़की की रसीली चूत पर लगा दी और मेरा अमृत रस वो पीने लगे. वो बड़ी अच्छी तरह से मेरे चूत का रस पी रहे थे. मुझ कुंवारी लड़की की टाइट चूत में कई परतें थी, पर बॉस की प्यार के खेल के माहिर खिलाड़ी थे. वो मुझ मजबूर लड़की की रसीली चूत की एक एक परत को मस्ती से चाट रहे थे और पी रहे थे.
मुझ मजबूर लड़की की रसीली चूत के दाने, चूत की फांक, चूत के दोनों होठों को बॉस अच्छी तरह से पी रही थी. मैं खुद ४० मिनट से जादा सिर्फ बॉस को अपनी रसीली चूत पिलाई. उसके बाद उन्होंने मेरे भोसड़े में एक बड़ा डिलडो सेक्स टॉय घुसा दिया और अंदर बाहर करने लगा. दोस्तों मैं बता नही सकती हूँ मुझे कितना मजा मिल रहा था. वो डिलडो सेक्स टॉय बहुत मोटा और लम्बा था. फिर बॉस ने अपने लैपटॉप के बैग से एक कांटे वाला वाईब्रेटर सेक्स टॉय निकाल कर शुरू करा और मेरी कुंवारी बुर के अंदर उसे घुसा दीया. फिर जैसे ही बॉस ने वो कांटे वाला वाईब्रेटर सेक्स टॉय मुझ कुंवारी लड़की की टाइट चूत में लगाया वो घूं घूं करने लगा.
मुझ मजबूर लड़की की रसीली चूत बिलकुल हरकत में आ गयी और उसमे खलबली मचने लगी. घूं घूं करता हुआ वो कांटे वाला वाईब्रेटर सेक्स टॉय मुझ मजबूर लड़की की रसीली चूत को बहुत मजा दे रहा था. नंगे बॉस ने करीब आधे घंटे से भी जादा समय तक मुझ कुंवारी लड़की की टाइट चूत में कांटे वाला वाईब्रेटर सेक्स टॉय लगा लगाकर मेरा पानी निकाला. आज जीवन में पहली बार मैंने सेक्स टॉय देखा था और ये सेक्स खिलौना वास्तव में मेरी कुंवारी चूत को बहुत ही ज्यादा आनंद दे रहा था. उसके बाद बॉस ने अपना ९” लम्बा लंड मुझ कुंवारी लड़की की टाइट चूत में डाल दिया और मुझे चोदने लगे. वो मेरे उपर पूरी तरह से हावी हो गए थे.
उन्होंने मेरे दोनों कंधे पकड़ लिये थे और मुझे जोर जोर से कमर हिला हिलाकर चोद रहे थे. वो चुदाई के खेल में महारथी मालुम पड़ रहे थे. मैं पूरी तरह से नग्न थी और बिना कपड़ों के थी. और मैं पूरी तरह से नंगी थी. बॉस मुझे हचाहच चोद रहे थे, मैं पूरी तरह से उनके कब्जे में थी. एक बार तो मेरा मन हुआ की किसी बहाने से मैं वहां से अपनी इज्जत बचाकर भाग जाऊ मगर यदि मैं ऐसा करती तो मुझे नौकरी नही मिलती इसलिए पैसों की मजबूरी के चलते मैंने उनकी रंडी बनकर उनके खड़े लंड से अपनी कुंवारी चूत चुदवाना ही ठीक समझा. “आह्ह…आआआ….ईईई…ऊऊऊ ….ऊँ..ऊँ…ऊँ…” करके मैं जोर जोर से सिसकारी लेने लगी और कराहने लगी.
अचानक बॉस की चुदाई करने की रफ्तार बढ़ गयी. वो मेरे उपर झुक गए और मेरे रसीले ओंठ पीने लगे. फिर मुझे गमागम ठोकने लगे. “आ आ ऊऊऊ ….बॉस…जोर से चोदिये!!….ये बच्चो की तरह हल्के हल्के धक्के क्यों मार रहे है??? क्या आपने बचपन में अपनी माँ के स्तनों का दूध नही पिया है जो किसी नामर्द की तरह हल्के हल्के बेदम धक्के मार रहे हो!!” मैंने कामवासना में बॉस को ललकार दिया. उसके बाद तो बॉस अपनी पूरी ताकत से मुझ पर आक्रमण करने लगे. उन्होंने मुझे चोदने में अपना सारा टैलेंट और सारी शक्ति झोंक दी.
ठप… ठप… ठप… का शोर करते हुए मैं जल्दी जल्दी बॉस के लंबे और मोटे लंड से चुदने लगी. फिर करीब एक घंटे की खतरनाक चुदाई के बाद उन्होंने मेरी रसीली योनी में अपना वीर्य भर दिया. उसके बाद हम दोनों जोर जोर से हांफने लगे. चुदाई खत्म करने के बाद बॉस मेरे नंगे जिस्म को एक तौलिया से पोछने लगे. थोड़ी देर बाद हम दोनों के अंदर एक बार फिर अन्तर्वासना जागृत हो उठी और हम दोनों फिर से अवैध सेक्स संबंध बनाने लगे. उस रात होटल हनी पैलेस में बॉस ने मुझे चार बार खूब रगड़कर चोदा फिर मुझे जोइनिंग लेटर मिल गया. दूसरे दिन से मैंने नौकरी ज्वाइन कर ली…