अश्लील किताबें पढ़ने वाले पड़ोसी लड़के को ब्लैकमेल करके उसके लम्बे मोटे लंड से अपनी वर्जिन चूत की सील खुलवाई कामुकता से भरी असली अश्लील अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरी : हेल्लो दोस्तों मेरा नाम सुहानी शर्मा हैं और मेरी यह अश्लील अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरी उस समय की है जब मैं स्कूल में पढ़ती थी. मैं बहुत भोली भाली बच्ची थी मुझे चुदाई के बारे में कुछ भी पता नहीं था. मेरे पड़ोस में एक अजय नाम का लड़का रहता था और वह कॉलेज में पढ़ता था. मैं अक्सर उनके घर आया जाया करती थी हम आपस में बहुत घुले मिले थे क्योंकि बचपन से ही साथ में खेला करते थे.
एक दिन जब वह अपने बाथरूम में नहा रहा था तो मैं उसके बैडरूम में चली गयी और उसके पलंग पर रखी किताब के पन्ने पलटने लगी. पलंग पर उसका कॉलेज बैग भी रखा हुआ था जब मैंने उसके बैग के अंदर देता तो मुझे कुछ समझ नहीं आया. उस पड़ोसी लड़के ने अपनी किताबों के बीच में बहुत सारी अश्लील किताबें छिपा रखी थी जिसमें केवल नग्न तस्वीरें थीं. अश्लील किताबें में बहुत सारी नंगी नंगी फोटो छपी हुई थी और सेक्स स्टोरी भी लिकी हुई थी. उन नंगी नंगी अश्लील तस्वीरों में साफ साफ दिख दे रहा था कि मर्द और महिला नंगे होकर क्या क्या करते हैं मगर मुझे अभी भी कुछ समझ नहीं आ रहा था की आखिर ये चुदाई है क्या बला.
वर्जिन चूत की सील खुलवाई अश्लील पड़ोसी को ब्लैकमेल करके अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरी
दोस्तों अब मेरा भी दिल किसी मर्द के साथ वो सब गन्दी गन्दी हरकतें करने का करने लगा जो उन सभी अश्लील किताबों में दिखाई गयी थी फिर मैंने सोचा की क्यों ना पड़ोसी लड़के को ही मेर साथ ये सब करने के लिए ब्लैकमेल करा जाये. मैं वर्जिन लड़की अपनी चूत और बूब्स मसलते मसलते बहुत गौर से उन नंगी नंगी अश्लील तस्वीरों को देख ही रही थी कि भैया नहा-धोकर बाथरूम से बाहर आ गए. जब पड़ोसी लड़के ने मुझे वहां उसकी अश्लील किताबें पढ़ते देखा तो उसकी हालत खराब हो गई.
उस पड़ोसी लड़के ने मेरे हाथ से वो अश्लील किताबें ले ली और कहा- सुहानी , क्या कर रही हो इधर मेरे बैडरूम में? मैंने उसे यह कहकर ब्लैकमेल करा की मैंने तुम्हारी सभी अश्लील किताबें देख ली है मैं आंटी से पूछना चाहता हूं कि क्या ऐसी अश्लील किताबें कॉलेज में पढ़ने को मिलती हैं? मेरे मुँह से इतना सुनकर उसकी गांड फट गयी. उसने धीरे से कहा सुहानी यार मेरी माँ को कुछ मत बता देना इन सब अश्लील किताबों के बारे में नहीं तो मेरी बहुत बुरी तरह पिटाई होगी. जब मैंने मेरे पड़ोसी लड़के से पूछा की तेरी पिटाई क्यों होगी तो उन्होंने कहा- तुम अभी नहीं समझोगी क्योंकि अभी तुम छोटी बच्ची हो.
मैंने उनसे पूछा की यह बताओ कि तुम्हें ये अश्लील किताबें में क्या मजा आता है??? तो फिर वो पड़ोसी लड़का बोला की इन किताबों में जो नंगी नंगी फोटो में दिखाया गया है उसे सेक्स बोलते हैं सेक्स बोले तो चुदाई और इन सभी से बच्चे पैदा होते हैं तुम्हारी माँ को भी तुम्हारे पापा ने ऐसे ही नंगी करका चोदा होगा जब जाकर तुम्हारा जन्म हुआ है और सेक्स करने में बड़ा आनंद आता है. फिर मैंने उनसे बोला की यदि चुदाई करवाने में बहुत आनंद आता है तो मुझे भी आपके साथ सेक्स करना है.
फिर वो बोले की तुम अभी बहुत छोटे हो इस लिए तुम मेरे साथ सेक्स नहीं कर सकती हो. मैंने उन्हें ब्लैकमेल करा की यदि आज तुमने मेरी चुदाई नहीं करी तो मैं तुम्हारा राज सभी को बता दूंगी… उन्होंने कहा तुम मुझे ब्लैकमेल करके अच्छा नहीं कर रही हो यदि मैं तुम्हारी चुदाई करूँगा तो तुम्हारी वर्जिन चूत की सील टूट जायगी और तुम्हारे बहुत दर्द होगा सोच लो. मैंने कहा हाँ मुझे तुमसे चुदवाकर अपनी वर्जिन चूत की सील खुलवानी है जल्दी से मेरी चुदाई करो. पड़ोसी लड़के ने अपने बैडरूम का दरवाजा अंदर से बंद कर दिया और अपना तौलिया हटा दिया. उसका लंड पूरा खड़ा हो गया था.
मैंने भी तुरंत अपने सभी कपड़े उतार कर चुदवाने के लिए नंगी हो गयी. पड़ोसी लड़के का लंड मेरे लिए काफी ज्यादा लम्बा और मोटा था मगर मैंने हिम्मत नहीं हारी. मैं मेरे जीवन का पहला सेक्स करने के लिए पहल करी और पलंग पर दोनों टांगे उप्पर उठा कर लेट गयी. फिर मैंने पूरी ताकत से अजय के लंड को अपनी वर्जिन चूत के छेद में घुसाने की कोशिश करी लेकिन पड़ोसी लड़के अजय का लंड काफी ज्यादा लम्बा और मोटा था जिस वजह से उसका खड़ा लंड मेरी वर्जिन चूत के टाइट छेद के अंदर नहीं घुस पा रहा था.
फिर पड़ोसी लड़के ने कहा देख सुहानी मैंने तुमसे पहले ही कहा था कि तुम अभी छोटे बच्ची हो और तुम्हारी चूत का छेद बहुत ज्यादा टाइट है मेरा यह लम्बा और मोटा लंड तुम्हारी इस वर्जिन चूत के अन्दर नहीं घुस पाएगा. लेकिन मुझे आज कुछ भी करके यह जानना था की आखीर ये चुदाई है क्या बाला और इसमें क्या आनंद आता है तो फिर मैंने एक तरकीब सोची और पड़ोसी लड़के से कहा की आप निचे लेट जाइए फिर वह निचे लेट गया. मैंने देखा कि उसके लंड से पानी निकल रहा था, जो एकदम चिकना भी था. मैं उसके लंड को हल्के हलके अपनी सील पैक वर्जिन चूत पर रगड़ने लगी. मेरे नंगे पड़ोसी लड़के के खड़े लंड को मेरी गरम बहुत अच्छी लगी और उसके लंड ने चिपचिपे चिकने पानी से मेरी पूरी चूत गीली और फिसलन कर डाली.
दोस्तों अब मेरी चूत बहुत ज्यादा चिकनी हो चुकी थी और लंड खाने के लिए पूरी तरह से तैयार थी तो मैं लंड की सवारी करने के लिए अब धीरे धीरे उनके खड़े लंड पर अपनी चूत टेक कर बैठने लगी. जैसे जैसे उनका लंड मेरी सील पैक वर्जिन चूत की सील तोड़ते हुए अंदर जा रहा था वैसे वैसे दर्द बढता ही जा रहा था. जब अंत में मेरी दर्द सहन करने की सीमा समाप्त हो गयी तो मैंने चीखने के लिए अपना मुँह खोल दिया लेकिन आवाज नहीं निकल सकी. केवल ‘ उई माँ… मैं मर गयी …’ की हल्की सी आवाज सुनाई दे रही थी और मेरी आंखों में अंधेरा छा गया और मैं बेहोश होकर उनके उप्पर गिर पड़ी मगर अभी भी उनका लंड मेरी फटी हुई चूत के अंदर ही था.
मुझे बेहोश होती देख पड़ोसी लड़का बहुत ज्यादा घबरा गया और झकझोर कर मुझे बेहोशी से जगाने लगा. जब मैं होश में आयी तो मैं हल्का सा मुस्कुरा दि और फिर धीरे धीरे उनके लंड की सवारी करने लगी. अपनी टाइट चूत की लम्बे और मोटे लंड से चुदाई करवाते करवाते मेरे पूरे नंगे शरीर से पसीना निकल रहा था. पड़ोसी लड़का का लंड काफी ज्यादा लम्बा था इस वजह से आधा लंड ही मेरी चूत में घुस पा रहा था और अब मेरी चूत से निकलने वाला खून भी बिलकुल सूख चुका था.
चुदते चुदते मैंने अपने दोनों पैर हवा में उठा लिए और मेरा पूरा वजन अजय के लंड पर था जो आधा मेरी चूत में घुसा हुआ था लेकिन एक इंच भी अंदर नहीं गया क्योंकि अब मेरी चूत में जगह ही नहीं बची थी. फिर पड़ोसी लड़के ने मुझे बगल में लिटा दिया और धीरे-धीरे जोर लगाने लगे. लेकिन लंड आगे-पीछे नहीं जा पा रहा था बस एक ही जगह पर अटका हुआ था. फिर भी उसके खड़े लंड से पानी छूट गया और मेरी फटी हुई चूत के हुए छेद को काफी आराम मिला. उसके बाद मैंने अपनी फटी हुई चूत देखी वो फैली हुई थी और अंदर का गुलाबी रंग बहुत अच्छा लग रहा था.
पड़ोसी लड़के के साथ सेक्स करने के बाद मेरी चाल भी बिगड़ गई और मैं पैर फैलाकर चलने लगी मेरी चूत जो फट चुकी थी और बहुत ज्यादा दर्द भी हो रहा था. मेरी चाल देखकर पड़ोसी लड़का मंद-मंद मुस्कुराता रहा था और मुझसे बोल रहा था की मैंने तो तुझे पहले ही समझाया था की अभी तू चुदाई के लिए बहुत छोटी है. दोस्तों मैंने कैसे तैसे हिम्मत करके अपने कपड़े पहने और घर पर आकर आराम करा शाम तक मेरी फटी हुई चूत का दर्द ठीक हो चूका था. दोस्तों यदि आप सभी को मेरी कामुकता से भरी असली अश्लील अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरी “वर्जिन चूत की सील खुलवाई पड़ोसी को ब्लैकमेल करके” पसंद आई हो तो इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करना…