मेरी बेटी समीना ने मुझे दो मर्दों से चुदवाते हुए देख लिया – मैं बड़ी चुदक्कड़ हूँ, बेटी
मेरी बेटी समीना ने मुझे दो मर्दों से चुदवाते हुए देख लिया – मैं बड़ी चुदक्कड़ हूँ, बेटी
एक दिन मेरी बेटी समीना ने मुझे दो मर्दों से चुदवाते हुए देख लिया ? मुझे नहीं पता था कि वह कॉलेज से इतनी जल्दी आ जायेगी ? मैंने तो प्लान इस तरह
बनाया था कि समीना के आने के पहले ही ये दोनों मुझे चोद कर चले जायें ? हर रोज़ मैं ऐसा ही करती हूँ . दिन में मैं उस समय चुदवाती हूँ जिस समय मेरी बेटी कॉलेज में होती है और रात में मैं उस समय चुदवाती हूँ जब समीना सो जाती है . मुझे दिन रात चुदवाने की आदत है . बिना चुदवाये न मैं रह सकती हूँ और न मेरा भोषडा ? जमाल और वज़ीर दोनों मेरे मियां के दोस्त है . मेरा मियां तो दुबई में है और ये दोनों यहाँ है . ये जब भी आते है तो दोनों साथ ही आते है . मुझे चोदने ही आते है और मैं भी इतनी छिनार हो गयी हूँ कि इनसे चुदवाती जरुर हूँ . बिना मुझे चोदे हुए मैं इन्हे जाने नहीं देती ? अभी जमाल का लण्ड मेरा भोषडा चोद रहा है और वज़ीर का लण्ड मैं मुंह में डाल कर चूस रही हूँ .
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मैंने पूंछा :- समीना, तुमने पहले कभी किसी का लण्ड पकड़ा है ?
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हां अम्मी पकड़ा है ? कॉलेज के दो लड़कों का पकड़ा है और मामू जान का लण्ड पकड़ा है ?
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मामू जान का लण्ड कैसे पकड़ लिया तूने समीना ?
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तुम तो जानती हो अम्मी कि मामू जान मुझसे बहुत हंसी मजाक करता है . पिछली बार जब वह आया था तो काफी गन्दी गन्दी बातें करने लगा . मुझसे बोला मुझे अपनी झांटें दिखाओ , अपनी बुर दिखाओ, मेरे गाल चूमने लगा और मेरी गांड पर हाथ फेरने लगा . मुझे भी थोडा थोडा अच्छा लगने लगा . उस दिन जब तुम बाज़ार गयीं थी तो वह कमरे में मेरे आगे अपने सारे कपडे उतार कर एकदम नंगा खड़ा हो गया और खड़ा हो गया उसका लण्ड ? उसने मेरा हाथ पकड़ा और अपने लण्ड पर रख दिया . मैं भी मस्ती में आ गयी और मैंने लण्ड पकड़ लिया . उसे हिलाने लगी . वह बोला समीना यह क्या है ? मैंने कहा मैं नहीं जानती इसका नाम ? वह बोला तुम जानती हो बताओ न प्लीज इसे क्या कहते है ? मैंने कहा नहीं मामू जान मैं नहीं जानती ? वो बोला तुम जिस तरह से इसे सहला रही हो उससे पता चलता है कि तुम इसे कई बार पकड़ चुकी हो ? बताओ न ये क्या है . तब मैं खुल कर बोली हां मामू जान ये लण्ड है ? इतने सुनते ही उसका लण्ड और सख्त हो गया . वह बोला कई बार इसका नाम लेकर सुनाओ मुझे ? मैंने कहा लण्ड, लण्ड, लण्ड और लण्ड ? फिर उसने मुझसे मुठ्ठ मरवाया और सफ़ेद सफ़ेद गीला गीला सब मेरे हाथ में गिरा दिया उसने अम्मी ?
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उसका लण्ड कैसा लगा तुम्हे ?
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बहुत अच्छा लगा अम्मी ? बड़ा मोटा था मेरी एक मुठ्ठी में नहीं आया वो . मैं दोनों हाथ से उसे सहला रही थी . उसका आगे वाला बड़ा चिकना और खूबसूरत था अम्मी ?
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उसे लण्ड का सुपाड़ा कहते है समीना ? उसका सुपाड़ा अंडाकार है न समीना ? मुझे भी उसका लौड़ा पसंद है बेटी ? मैं भी उससे चुदवाती हूँ . जब भी आता तो मुझे चोद कर ही वापस जाता है . उस दिन भी रात में उसने मुझे चोदा था . अच्छा बताओ कि लण्ड पीती हो कि नहीं ?
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मुझे लण्ड पीना नहीं मालूम अम्मी ? हां लण्ड चाटना और चूसना जानती हूँ .
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कभी किसी का लण्ड घुसाया है अपनी चूत में तूने ?
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नहीं, कभी नहीं . मैं डरती हूँ, अम्मी . मामू ने चाहा था घुसाना लेकिन मैंने मना कर दिया .
मैं बोली :- हाय अल्ला, तू उसका लण्ड चोद चुकी है ? इसका मतलब है तेरी चूत बड़ी मजबूत और गहरी है बेटी ?
एक घंटे के बाद दोनों लण्ड बहन चोद फिर टन टना उठे ? जमाल का लण्ड मैं चूसने लगी और वज़ीर का लण्ड समीना . समीना अपनी चूत फैलाये हुए लेटी थी . मैंने मौका देखा तो जमाल का लण्ड उसकी चूत के मुंह पर रख दिया . मैं बोली जमाल भोषड़ी के अब चोदो मेरी बिटिया कि बुर ? जमाल ने जैसे ही एक धक्का दिया तो लण्ड गपाक से अंदर घुस गया . समीना बोली बस मादर चोद इतना ही बड़ा है तेरा लौड़ा ? और हो तो और पेल दो . अपने पेल्हड़ भी घुसेड़ दो बहन चोद ?
मैं बोली :- हाय समीना तू तो बुर चोदी बड़ी चुदक्कड़ निकली यार ? तेरी चूत तो मेरे भोषडा की तरह गपा गप्प लण्ड खाती चली जा रही है .
वह बोली :- है तो तेरे भोषडा ही जैसी मेरी चूत अम्मी ? इसे भी लण्ड खाने कि आदत हो गयी है माँ ?
मैं बोली :- कब से लण्ड खा रही है तेरी बुर ?
वह बोली :- एक साल पहले मैंने तुझे चुदवाते हुए देख लिया था अम्मी ? उसी दिन मेरी चूत में आग लग गयी थी . उसके बाद तो मैं हर रात तेरी चुदाई देखने लगी . एक दिन मैंने भी ठान लिया कि मैं भी चुदवाऊँगी ? मैंने अपने कॉलेज के एक लड़के को पकड़ा और उसे एक होटल में ले गयी . उसे नंगा किया और उसका लण्ड पकड़ कर प्यार करने लगी . मैं जब लण्ड चूसने लगी तो वह थोड़ी देर में मेरे मुंह में ही झड़ गया बहन चोद . खैर दूसरी बार मैंने उसे फिर खड़ा किया और फिर चुदवाया ? मज़ा आया मुझे . उसके बाद दूसरा लड़का, तीसरा लड़का और फिर चौथा लड़का ? उस दिन के बाद मैंने पीछे मुड़ कर नहीं देखा . मैंने देखा कि हर लड़के का लण्ड अलग अलग है ? तो मेरी इच्छा सभी लड़कों के लण्ड पकड़ने की होने लगी . अब तक मैं १४/१५ लड़कों के लण्ड पकड़ चुकी हूँ . सबसे चुदवा चुकी हूँ, माँ ? और आज भी चुदवाती हूँ . दिन में तुम घर में चुदवाती हो और मैं बाहर चुदवाती हूँ ? धीरे धीरे मेरी आदत पड़ गयी . रात में मैं तेरी चुदाई देखती और दिन में उसी तरह चुदवाती ? इस तरह मेरी चूत तेरे भोषडा के नक्शो कदम पर चलने लगी . अब मुझे कोई डर नहीं अम्मी चाहे किसी भी तरह का लण्ड हो, मेरी चूत उसे ठोकवा लेगी ? चाहो तो बड़े बड़े लण्ड मेरी बुर में ठोंक कर देख लो अम्मी ?
ऐसा कह कर समीना जमाल के लण्ड पर बैठ कर उसका लण्ड चोदने लगी .
दोस्तों, मैं आसिया हूँ समीना की अम्मी ? उम्र मेरी ४४ साल की है पर मेरी चूत अभी ३० साल वाली है . इसलिए लोग अभी भी मुझे चोदने के लिए लाईन लगा कर खड़े रहते है . जब चोदने वाले लोग ज्यादा होते है तो मैं उन्हें तारीख दे देती हूँ . वे अपनी अपनी तारिख पर आते है और मुझे चोद कर चले जाते है . इस चुदाने के चक्कर में मैं भूल ही गयी कि मेरी बेटी कब जवान हो गयी और कब वह भी चुदाने लायक हो गयी ? उस दिन जब उसने मुझे चुदवाते हुए देख लिया तो अच्छा ही हुआ ? एक दो मेरे राज़ का पर्दाफास हो गया और दूसरे हम दोनों माँ बेटी नजदीक आ गयी, दोस्त बन गयी और एक साथ मिलकर चुदवाने लगी . मिलकर जवानी का मज़ा उठाने लगी . वह अपनी माँ चुदवाने लगी और मैं अपनी बेटी चुदवाने लगी .
एक दिन हम दोनों शाम को व्हिस्की पी रही ठगी . इतने में किसी ने डोर बेल बजाई . मैंने दरवाजा खोला . सामने दो लड़के खड़े थे . एक बोला हम लोग समीना से मिलने आये है . मैंने कहा क्यों क्या बात है ? वह बोला बात मुझे मालूम नहीं है पर उसने हम दोनों को बुलाया है . मैं नज़ीम हूँ और ये मेरा दोस्त अज़ीम है . इतने में समीना भी आ गयी . वह बोली हाय नज़ीम कहो कैसे हो ? ये कौन है ? वह बोला यह मेरा दोस्त अज़ीम है . तुमने कहा था न किसी अपने दोस्त को लेते आना . इसलिए मैं ले आया अब बताओ कि काम क्या है ?
समीना बोला :- मुझे अपनी माँ चुदवानी है तुम दोनों को ? बोलो चोदोगे न ? तुम्हे कोई ऐतराज़ तो नहीं है ?
नज़ीम बोला :- ऐतराज़ क्यों होगा यार ? तुम जिसको कहोगी मैं उसी को चोद दूंगा ? पर कहाँ है तेरी माँ ?
समीना मेरी तरफ इशारा करके बोली :- यही है मेरी माँ ? इसी को चोदना है ? इसी का भोषडा चोदना है तुम्हे और मेरे सामने चोदना है ? मैं देखती हूँ तुम दोनों के लण्ड में कितनी ताकत है बहन चोद ?
नज़ीम बोली :- वाओ, यार बड़ी जवान है तेरी माँ ? बिलकुल तेरी बड़ी बहन लगती है ?
समीना बोली :- तो क्या अभी से तेरा लण्ड कुलाचें भरने लगा है ?
नज़ीम बोला :- हाय यार, मुझे तो लड़कियों कि माँ चोदने में खूब मज़ा आता है . मेरे कॉलेज कि बहत सारी लड़कियां मुझसे अपनी माँ चुदवाती है .
बस पहले तो हम सबने व्हिस्की पी और फिर मैंने ही उन दोनों को नंगा किया . तब तक समीना नंगी हो गयी . उसने मुझे भी नंगी धड़ंग कर दिया . हम चारों लोग हो गए एकदम बेशरम ? मैंने दोनों लण्ड पकड़ लिया और बारी बारी से चूसने लगी . समीना उन दोनों से बारी बारी से अपनी चूत चटवाने लगी . लण्ड पाकर इधर मेरी चूत कि आग भड़क उठी उधर समीना की चूत की आग ? समीना ने मेरे भोषडा में हाथ लगाया और उसे फैला दिया . उधर नज़ीम का लण्ड पकड़ कर उसने मेरे भोषडा में ठेल दिया . मैं चुदवाने लगी .
समीना बोली :- वाह ? क्या मस्त चुद रहा है मेरी माँ का भोषडा ?
नज़ीम बोला :- हां समीना मुझे भी मज़ा आ रहा है तेरी माँ का भोषडा चोदने में ?
समीना बोली :- ठीक है भोषड़ी के आज तू मेरी माँ चोद ले ? किसी दिन मैं तेरी माँ चोदूंगी ?
थोड़ी देर में समीना ने अज़ीम का लण्ड पेल दिया मेरी चूत में . मैं उससे भी चुदवाने लगी . समीना बोली अम्मी तुम्हे अज़ीम का लण्ड कैसा लगा ? मैंने आज पहली बार इसका लौड़ा देख रही हूँ . मैंने कहा यार इसका लौड़ा नज़ीम के लौड़े से ज्यादा मोटा है . ये बहन चोद मेरे भोषडा को पूरी टक्कर दे रहा है . वह बोली अभी क्या अम्मी अभी तो तेरी गांड भी मारी जायेगी बुर चोदी ? तेरी चूंची भी चोदी जाएँगी अम्मी ? ये मादर चोद बड़े हरामी लोग है . इन्हे माँ चोदने में बड़ा एक्सपर्ट माना जाता है . मैं बोली तू चिंता न कर बेटी आज मैं चोदूंगी इन दोनों की माँ . बस मुझे बड़ा जोश आ गया . मैं दोनों लण्ड बारी बारी से चोदने लगी . देखते ही देखते दोनों बहन चोद झड़ने लगे . अम्मी बोली देखा समीना ? उगलने लगे साले दोनों लण्ड अपनी अपनी गर्मी ? गांड फट गयी दोनों लण्ड की ? फिर हम दोनों ने बड़े प्रेम से दोनों लण्ड चाटे .
दो दिन बाद मैं समीना को अपने साथ एक क्लब में ले गयी . क्लब के हाल में घुसते ही समीना ने देखा कि १४/१५ मर्द बिलकुल नंगे नंगे अपना अपना लौड़ा खड़ा किये हुए शराब पी रहे है . करीब करीब हर मर्द के बगल में एक एक औरत एकदम नंगी बैठी हुई शराब पी रही है . कोई लण्ड हिला रही है, कोई चाट रही है कोई चूस रही है . कोई चूम रही है कोई लण्ड पी रही है . किसी का भी लौड़ा बहन चोद ८” से कम का नहीं है . सब तरह के लण्ड नज़र आ रहे है समीना को . वह पहली बार इतने सारे लण्ड एक साथ देख रही थी
इतने में मैं बोली :- सुनो सुनो मादर चोदों और मादर चोदियों, भोषड़ी वालों और भोषड़ी वालियों तुम सब लोग जानते हो कि मैं कितनी बड़ी चुड़क्कड़ औरत हूँ ? जितने बड़े बड़े लण्ड तुम सबको नज़र आ रहे है वे सब बहन चोद मेरे भोषडा में घुस चुके है . एक बार नहीं कई बार घुस चुके है . मैं जब भी आती हूँ तो तुम सब लोगों से चुदवा कर ही जाती हूँ . आज मेरे साथ मेरी बेटी समीना भी चुदवाने आई है . आज तुम लोग मेरे सामने मेरी बेटी की चोदो बुर और मारो इसकी गांड ? मेरी बेटी लण्ड पीने में एक्सपर्ट है . तुम लोग पहले मेरी बेटी से अपने अपने लण्ड का मुठ्ठ मरवाओ ? झड़ता हुआ लण्ड पिलाओ इस भोषड़ी वाली को ? उसके बाद चोदो इसकी बुर ? मेरे सामने चोदो मेरी बेटी की बुर और मेरी बेटी के सामने चोदो मेरा भोषडा ? फिर मैंने समीना से कहा बेटी तुम्हे जिस लौड़े से चुदवाना हो चुदवा लो ? यहाँ सब कुछ फ्री है . यहाँ मादर चोद सब लोग बुर चोदने ही आये है . बस फिर क्या समीना अपने कपडे उतार कर एक के बाद एक लण्ड पीने लगी .
उस दिन उसे मालूम हुआ कि उसकी माँ भोषड़ी वाली कितनी बड़ी चुदक्कड़ है और मुझे मालूम हुआ कि मेरी बेटी माँ कि लौड़ी कितनी बड़ी चुदक्कड़ है .