दोस्तों मेरा नाम नीरू है और मेरी उम्र 18 वर्ष है और फिलहाल कॉलेज में दाखिला लिया है. आज मैं आपको एक ऐसी हिंदी सेक्स स्टोरी सुनाने जा रही हूँ जिसकी आपने कभी कल्पना भी नहीं करी होगी. दोस्तों मेरी माँ के उनके ही भाई के साथ अवैध सेक्स सम्बन्ध थे और वो दोनों खूब सेक्स करा करते थे. फिर एक दिन मेरी विधवा मम्मी की चूत और गांड को चोदने के बाद मेरे मामा ने बाथरूम में मेरी भी चुदाई कर डाली और चोदकर मेरी सील पैक वर्जिन चूत की सील तोड़ी दी. मेरी माँ के भाई ने मुझे हवा में कलाबाजियां खिला खिला कर चोदा था उन्हें मेरी टाइट चूत को चोदने में बड़ा आनंद आ रहा था. चलिए अब पूरी हिंदी सेक्स स्टोरी निचे विस्तार से सुनती हूँ.
मेरे पापा की मौत के बाद मेरी विधवा माँ की सेक्स करने की हवस बढ़ती ही जा रही थी शुरू शुरू में तो उन्होंने सेक्स टॉय से अपनी कामुकता शांत करने की नाकाम कोशिश करी मगर फिर बाद में मेरी विधवा मम्मी मेरे मामा जी से सेट हो गयी और फिर वो भाई बहन दोनों मिलकर अवैध सेक्स संबंध बनाने लगे. जब भी मेरे मामा जी हमारे घर आते थे तो वो मेरी विधवा मम्मी की चूत चोदने के बाद उनकी गांड भी मारते थे. धीरे धीरे मैं जवान हो रही थी और अब 20 साल की हो चुकी थी. वक्त के साथ मेरे जिस्म में अब बहुत बदलाव आ गया था. मेरा कद भी अब काफी लम्बा हो गया था. मैं अब 5 फुट 4 इंच लम्बी हो गयी थी. इसके अलावा मेरे बदन में अब काफी बदलाव हो चुका था. मेरी छाती अब काफी चौड़ी हो चुकी थी और मम्मे फूलकर बड़े बड़े गुब्बारे जैसे दिखने लगे थे.
विधवा मम्मी को चोदने के बाद मामा ने मेरी वर्जिन चूत की सील तोड़ी बाथरूम में चुदाई करके हिंदी सेक्स स्टोरी
पूरी तरह से जवान होने के बाद अब मेरे रसीले स्तनों का साइज अब 38” का हो गया था. मेरी कमर 30 और चुतड 34 इंच के हो गये थे. मेरे मोहल्ले के लड़के अब मुझे घूर घूर दे देखने लगे थे. मैं जींस टॉप और टी शर्ट पहनती थी. टी शर्ट में मेरे बड़े बड़े बूब्स बहुत रसीले लगते थे जिसे देखकर सभी लड़को के लंड खड़े हो जाते थे. वो सब हवस से भरे मर्द मेरी सील पैक वर्जिन चूत को चोदने और मेरी गांड मारने के ख्वाब देखा करते थे मगर इतनी कम उम्र में चुदवाकर मैं मेरा कोमार्य भंग नहीं करवाना कहती थी. सभी लड़के मुझसे मेरा मोबाइल नंबर और व्हाट्सअप नम्बर मांगते थे मगर मैं किसी को भी नहीं देती थी. क्यूंकि मैं उन लकड़ों से काफी डरती थी की कहीं उन्होंने मेरा बलात्कार कर दिया तो मैं किसी को मुँह दिखाने काबिल नहीं रहूंगी.
एक दिन मेरे मादरचोद मामा जी हमारे घर पर आये थे मेरी माँ की चुदाई करने के लिए . फिर काफी देर तक उन्होंने मेरी विधवा मम्मी के अस्त उनके बैडरूम में अवैध सेक्स संबंध बनाये थे. जब मेरी माँ और मामा जी की चुदाई ख़त्म हो गयी तो फिर उसके बाद मैं मेरे मामा जी के लिए खाना ले गयी और जैसे ही मैंने खाने की थाली रखी मेरे टॉप से मेरे बड़े बड़े 38” के शानदार बूब्स मेरे मामा जी को दिख गए और उसी वक्त मेरे ठरकी मामा जी की नियत मुझ पर खराब हो गयी थी. वो अब मुझे कसके चोदना चाहते थे. उसकी आँखें सब कह रही थी. “आओ ललिता बेटी, मैंने तुम्हारा हाल चाल तो पूछा ही नहीं!!” मामा जी बोले और मेरा हाथ पकड़कर उन्होंने मुझे अपनी गोद में बिठा लिया. जैसे ही मैं उनकी गोद. मुझे ये सब कुछ ठीक नही लग रहा था.
अब मैं कोई छोटी बच्ची नही थी. अब मैं 20 साल की जवान चुदने लायक माल हो गयी थी. फिर मामा जी तरह तरह की उलटी सीधी बाते करने लगे और मुझे गोद में बिठाकर मेरी कमर में हाथ डाल दिया. फिर उन्होंने मुझे मेरे गाल पर चुम्मा ले लिया. मुझे ये सब बहुत अजीब लग रहा था. धीरे धीरे उनके हाथ मेरे स्तनों पर चले गये और मेरे सगे मामा जी तेज तेज मेरे मम्मे दबाने लगा. फिर बहाने से मैं वहां से भाग आई. “यार कंचन!! कल मेरे मामा जी मुझे हर जगह हाथ लगा रहे थे. वो बार बार मेरे गाल पर चुम्मा ले रहे थे!!” मैंने अपनी ख़ास दोस्तों कंचन और रुदाली से कहा “ललिता!! फिर तो इसका मतलब है की तेरे मामा जी का दिल तुझ पर आ गया है. वो तुझे कसके चोदना चाहते है!!” कंचन और रुदाली एक साथ बोली.
उसी शाम को मैंने एक बंद कमरे में अपनी मम्मी और मामा जी की आवाज सुनी. मेरे कमीने मामा जी मेरी माँ से बोल रहे थे की बहन! मुझे मेरी भांजी की भी सील पैक चूत को चोदकर उसकी सील तोड़नी है और गांड भी मारनी है!!” मेरी माँ अपने भाई से बोली की “नही भाई !! ये गलत है. ऐसा तो बिलकुल पाप और अधर्म होगा. नही नही तुम ऐसा कोई काम नही करोगे. जब मैं तुम्हारे पास हूँ तो तुम मुझे कसके चोद लो, पर प्लीस मेरी जवान और कुवारी लड़की को बक्श दो. उससे कुछ मत करना!!!” मेरी विधवा मम्मी और मामा जी ने दबी हुई आवाज में बात कर रही थी जैसे विनती कर रही थी. फिर मेरे मामा जी मेरी विधवा माँ को उनके द्वारा हम पर करे गए अहसान गिनाने लगे की “बहन!! मत भूलो की इस मकान को बनाने में मैंने पूरे 10 लाख रूपए दिए थे, अगर मैं तुम्हारी मदद नही करता तो तुम्हारा ये घर नही बन पाता इसलिए मेरा भी कुछ हक तो बनता है तुम्हारी बेटी ललिता पर.
फिर वो मेरी बिधवा माँ से बोले की बहन मैं तुम्हारी कुंवारी बेटी की सील पैक वर्जिन चूत की खूब जमकर चुदाई करूँगा और उसे पूरी की पूरी फाड़ के रख दूंगा!!” मामा जी ने तानाशाही आवाज में मेरी विधवा माँ को अपना फैसला सुनाया. रात में मेरी विधवा मम्मी ने मुझसे कंचन के घर कुछ दिन रहने को बोल दिया. किसी तरह मैंने डर में रात गुजारी. सुबह के 4 बजे मेरी आँख खुली. मैंने देखा की मामा जी अभी सो रहे थे. मैं बिना आवाज करे चुपचाप से बाथरूम में नहाने चली गयी. कुछ ही देर में मैं कंचन के घर जाने वाली थी. ये सब काम मुझे अपने कंश मामा जी से छुपकर करना था. मैंने बाथरूम में कुण्डी नही मारी थी. मैंने नहा रही थी. तभी अचानक से मेरे कपटी मामा जी पेशाब करने उठे और शोवर की आवाज सुनकर वो मेरे बाथरूम में घुस आये. मैं नहाने में मस्त थी और बालों को शम्पू कर रही थी.
बाथरूम में मैं पूरी तरह से नंगी थी और मेरे कामुकता से भरे जिस्म पर एक कपड़ा भी नहीं था. स्नान करने के लिए मैंने अपनी पेंटी उतार दी थी. क्यूंकि चूत में भी मैं शैम्पू लगा रही थी जिससे चूत के सारे बैकटीरिया मर जाएं और मुझ कुंवारी लड़की की टाइट चूत अच्छे से साफ़ हो जाए. “भई वाह!! मेरी बहन ने जीजा से चुदवा चुदवाकर क्या मस्त माल भांजी पैदा की है!! मेरा तो मूड ही बन गया!!” पीछे से आवाज आई. मैंने पलटी तो देखा की मामा जी मेरे बाथरूम में घुस जाए थे. ट्यूबलाईट की तेज रौशनी में मैं पूरी तरह से नंगी थी. मेरा खूबसूरत जिस्म चांदी की तरह चमक रहा था, मामा जी बाथरूम में अंदर घुस आये और हँसने लगे. फिर मेरे ठरकी मामा जी ने बाथरूम की कुण्डी अंदर से बंद कर दी और अपने सारे कपड़े निकाल कर मेरे सामने बिलकुल नंगे हो गए.
“नही मामा जी नही!!” मैं चिल्लाई पर मामा जी ने मुझे अपनी गोद में उठा लिया. अब वो भी नंगे थे और मैं भी नंगी थी. शावर का पानी हम दोनों पर भिगाने लगा. मामा जी ने मुझे गोद में उठा लिया और मेरे गाल पर चुम्मा लेने लगे. अब तक शोवर का पानी हम दोनों को भीगा चुका था. आज सुबह के 4 बजे ही मैं चुदने वाली थी. मामा जी फिर मेरे भीगे और पानी में नहाए बड़े बड़े स्तनों को मुंह में लगाकर पीने लगे. दोस्तों मेरे मामा जी 6 फिट के गबरू जवान आदमी थी इसलिए उन्होंने एक मिनट में मुझे अपनी गोद में उठा लिया था. हम दोनों शोवर के नीचे खड़े थे और भीग रहे थे. “नही मामा जी!! प्लीस!! मुझे छोड़ दो!!” मैंने बार बार कह रही थी. पर जब मामा जी बड़ी देर तक मेरे दोनों बूब्स को पीते ही रहे तो मैं चुप हो गयी थी. क्यूंकि मुझे भी बहुत अच्छा लग रहा था.
मामा जी ने मेरी 38” के बड़े बड़े मम्मो को जी भरकर चूसा. मेरे मम्मो के निपल्स के चारो ओर बड़े बड़े काले काले घेरे थे जो बहुत सेक्सी लग रहे थे. मामा जी तो बस उन काले काले घेरे को चूसे जा रहे थे. उनकी हालत बता रही थी की उसको बेहद मजा मिल रहा है. फिर मेरे मामा जी ने मुझे हवा में कलाबाजियां खिला दी और बिलकुल उल्टा कर दिया. मेरा सिर नीचे था और दोनों पैर उपर. अब मेरी चुद्दी [चूत] ठीक उनके सामने थी. मेरे मुंह के सामने अब मामा जी का बड़ा सा 8” का लौड़ा था. मामा जी ने जल्दी से मेरे मुंह में लौड़ा घुसेड़ दिया और मुझसे चुसाने लगे. खुद मुझ कुंवारी लड़की की टाइट चूत चाटने लगे. मैंने तो बिलकुल पागल हुई जा रही थी. मैं “……मम्मी…मम्मी…..सी सी सी सी.. हा हहा …..ऊऊऊ ….ऊँ. .ऊँ…ऊँ…उई माँ आह… आह….” की आवाज निकाल रही थी.
फिर मैंने भी जल्दी जल्दी मामा जी का लंड चूसना शुरू कर दिया था. मैंने हवा में मामा जी के हाथो में जकड़ी हुई थी. उलटा हवा में लटकी हुई थी. मेरी मस्त जवान चुद्दी को वो जल्दी जल्दी चाटे जा रहे थे. शावर का पानी सीधा मुझ कुंवारी लड़की की टाइट चूत पर गिर रहा था. मुझे बहुत सेक्सी महसूस हो रहा था. लग रहा था की पानी ही मुझ कुंवारी लड़की की टाइट चूत मार रहा है. फिर मेरे ठरकी मामा जी ने और तेज शावर खोल दिया और जल्दी जल्दी मुझ कुंवारी लड़की की टाइट चूत को चाटने लगे. उधर मैं हवा में उलटी लटकी हुई थी और मेरे नंगे मामा जी के लौड़े को अपने मुंह में लेकर जल्दी जल्दी चूस रही थी. काफी देर तक हम मामा और भांजी का कामसूत्र की 69 पोजीशन वाला सेक्स चला.
जब हम मामा भांजी बाथरूम में नंगे होकर कामसूत्र की 69 सेक्स पोजीशन में सेक्स कर रहे थे उस दौरान मेरी विधवा मम्मी अपने बैडरूम में थी और वो गहरी नींद में सो रही थी. उनको हमारी रासलीला के बारे में कुछ नही मालुम था. 15 मिनट तक मामा जी मुझे उलटा लटकाए रहे. फिर उन्होंने सीधा किया और मुझे बाथरूम के फर्श पर लिटा दिया. मामा जी भी मेरे उपर लेट गये और मेरे मम्मे मुंह में लेकर चूसने लगे. मैं बार बार “आआआअह्हह्हह…..ईईईईईईई….ओह्ह्ह्हह्ह….अई. .अई..अई…..अई..मम्मी….” की आवाज निकाल रही थी. क्यूंकि मुझे बहुत जादा सेक्स उत्तेजना हो रही थी. शावर के ठीक नीचे ही हम दोनों कामलीला कर रहे थे. अब मैं खुलकर मामा जी के साथ प्यार कर रही थी.
मेरे मादरचोद मेरी खूबसूरत, रसीली, बड़ी बड़ी गोल गोल चूचियों को चूस रहे थे. मुझे भी बहुत आनंद मिल रहा था. तब तक मुझ कुंवारी लड़की की टाइट चूत से सफ़ेद रंग का माल निकलने लगा. पर मामा जी नही देख पाए. वो बड़ी देर तक मेरे मम्मो को हाथ से जोर जोर से दबाते रहे और मजा लेते रहे. फिर उन्होंने मुझ कुंवारी लड़की की टाइट चूत से सफ़ेद रंग का माल निकलते हुए देखा तो वो जल्दी जल्दी मेरी बुर चाटने लगे. सफ़ेद माल को वो पूरी तरह चाट गये. शायद वो उनको टेस्टी लग रहा था. “भांजी!! ले मेरे लंड को मुंह में डालकर चूस!!” मामा जी ने घुस्से में अपनी आवाज को बुलंद करके बोला.
मैंने मेरे नंगे मामा जी के लंबे मोटे लंड को मुंह में ले लिया और ब्लोजॉब करने लगी. दोस्तों इतना बड़ा लंड मैंने कभी नही देखा था. बाप रे!! कितना मोटा लंड था मेरे मामा जी का. इसी खूबसूरत गधे जैसे लंड से मामा जी मामी और मेरी विधवा मम्मी की चूत मारते थे. बड़ी मुश्किल से लंड मेरे हाथ में समा पाया. फिर मैं जल्दी जल्दी हाथ में लेकर फेटने लगी. हम लोग बाथरूम में पानी में भीग भीग कर मस्ती कर रहे थे. उधर घर में सब लोग सो रहे थे. कुछ देर बाद मैं मामा जी का मोटा लंड मुंह में लेकर चूसने लगी. अब मामा जी को ब्लोजॉब देने में मुझे भी बहुत मजा आने लगा था इस लिए मैं जल्दी जल्दी लंड को गोल गोल फेट रही थी और मुंह में लेकर चूस रही थी. “ओहोहोहो…..भांजी!! तूने तो आज मेरा दिल खुश कर दिया!!” मेरे मादरचोद मामा जी अपने हाथों को पीछे से मेरे पुट्ठे पर ले गये और सहलाने लगे.
मामा जी के हाथ मेरे जवान और सेक्सी जिस्म के हर हिस्से को छू और सहला रहे थे. मैं जल्दी जल्दी उनके लंड को मुंह में लेकर चूस रही थी. मेरा सिर बार बार नीचे और उपर हो रहा था. मुझे बहुत मजा आ रहा था. सेक्स, वासना और चुदाई का जादू अब मुझ पर पूरी तरह से चल चुका था. मुझे साँस भी नही आ रही थी क्यूंकि मैंने गले की गहराई तक मामा जी का लंड चूस रही थी. मामा जी तो मेरे लंड चूसन से बहुत खुश थे. “जीरो मेरी भांजी!!” मामा जी बार बार कह रहे थे. मुझ कुंवारी लड़की की टाइट चूत पर उनका हाथ इधर उधर नाच रहा था. वो मुझ कुंवारी लड़की की टाइट चूत को जल्दी जल्दी सहला रहे थे. फिर मुझे और जादा सेक्स का नशा चढ़ गया था. मै और जल्दी जल्दी मामा जी का लौड़ा चूसने लगी. मामा जी के लंड से माल बाहर आने लगा. मैंने मामा जी की गोलियों को मुंह में भर लिया और चूसने लगी.
मामा जी को बहुत मजा आया इसमें. फिर उन्होंने मुझे शावर के नीचे सीधा लिटा दिया और मुझ कुंवारी लड़की की टाइट चूत में अपना मुंह डाल दिया और जल्दी जल्दी चाटने लगे. मैं “ओहह्ह्ह…ओह्ह्ह्ह आआआअह्हह्हह…अई..अई. .अई… उ उ उ उ उ…मामा जी आराम से… आराम से!!” चिल्लाने लगी क्यूंकि मामा जी बहुत जल्दी जल्दी मेरी चुद्दी चाट और पी रहे थे. मुझ कुंवारी लड़की की टाइट चूत में अब आग लग रही थी. मैं बहुत जोश में आ गयी थी. मैं अब चुदने को पूरी तरह से तैयार थी. मुझ कुंवारी लड़की की टाइट चूत का रोम रोम जाग चुका था. मुझे बहुत उत्तेजना महसूस हो रही थी. मामा जी तो बड़ी जल्दी जल्दी मुझ कुंवारी लड़की की टाइट चूत पी रहे थे. जो सफ़ेद माल मेरी चुद्दी ने निकलता था मामा जी सब चाट जाते थे. फिर वो जल्दी जल्दी अपना लंड फेटने लगे. मेरा दिल धक धक करने लगा.
मामा जी ने लंड मुझ कुंवारी लड़की की टाइट चूत के छेद पर रख दिया और जोर का धक्का मारा. मेरी वर्जिन चूत की सील टूट गयी. लंड अंदर घुस गया. “ओह्ह मम्मी….ओह्ह मम्मी…आह आह उ उ उ उ उ……अअअअअ आआआआ….” मैं तेज आवाज में चिल्लाई. मामा जी ने मेरे हाथों को कसके पकड़ लिया और जल्दी जल्दी मुझे चोदने लगे. मुझे काफी दर्द हो रहा था. हम दोनों पानी में भीग कर सेक्स और चुदाई का मजा ले रहे थे. हम दोनों सेक्स कर रहे थे. मेरे सगे मामा जी जल्दी जल्दी मुझे ठोकने और चोदने लगे. मैं चुदने लगी. कुछ देर बाद मेरा दर्द गायब हो गया था. अब मामा जी जल्दी जल्दी मुझ कुंवारी लड़की की टाइट चूत मारने लगे. मैंने मामा जी को सीने से लगा लिया. “…..आआआआअह्हह्हह…चोदो चोदो…. आज मेरी इस सील पैक वर्जिन चूत को चोदकर फाड़ डालो मामा जी” मैंने किसी हवस की पुजारन की तरह कह दिया.
उसके बाद तो मामा जी और जोश में आ गये और गपा गप मेरी चुदाई करने लगे. उनका लंबा मोटा लंड तो जैसे मेरी कुंवारी चूत में ड्रिल से छेद कर रहा था. वो तेज और गहरे धक्के मेरी चुद्दी में मार रहे थे. मैंने भी अपनी दोनों टांगो को पूरी तरह से खोल दिया था. अब मामा जी और तेज तेज शॉट मुझ कुंवारी लड़की की टाइट चूत में मार रहे थे. मैं मेरी विधवा माँ के भाई से किसी रंडी की तरह से चुद रही थी और चुदवाते चुदवाते सेक्स करने की उत्तेजना की वजह से मेरी आँखें उलट गयी थी. मुझे बड़ा मीठा मीठा सा लग रहा था. बड़ी अजीब फीलिंग थी वो.
मेरी चुदाई करने के दौरान मेरे हवस के पुजारी मामा जल्दी जल्दी अपनी कमर को चला रहे थे और मुझे चोद रहे थे. इसी दौरान मैंने मामा जी की पीठ में अपने नाख़ून गड़ा दिए तो उनके खून निकलने लगा. पर उस समय मामा जी को कुछ पता नही चला. क्यूंकि वो मेरी भरी हुई चूत मारने में व्यस्त थे. मैं किसी रंडी की तरह उनके चेहरे और गालों पर चुम्मी ले रही थी. मेरी विधवा माँ के भाई का लंड काफी ज्यादा लम्बा और मोटा था. इतना ज्यादा मोटा और लंबा लंड मैंने आज तक नही खाया था. मामा जी जल्दी जल्दी मुझे चोद रहे थे जिस वजह से मेरी चूत में जख्म हो चुके थे और काफी खून भी निकल रहा था. सेक्स करते करते मैं नंगी भंगी भी मेरे नंगे मामा की के होठ चूसने लगे और अपनी फटी हुई चूत का दर्द कम करने का प्रयास करने लगी.
मेरी चुद्दी से पट पट चट चट की आवाज आने लगी. लगा की कोई ताली बजा रहा है. “हूँ..हूँ…हूँ..” की हुंकार से साथ मामा जी मुझे जल्दी जल्दी पेलने लगे. मुझे अजीब सा नशा छा गया था. मैं उनको जल्दी जल्दी चेहरे पर चुम्बन लेने लगी और पीठ में नाख़ून गड़ाने लगी. मेरे नंगे मामा जी ने मेरी खून से संदी टाइट चूत को करीब 30 मिनट तक और नॉन स्टॉप चोदा फिर वो मेरी चूत के अंदर ही झड़ गए और उनका वीर्य मेरी खून में संदी बुर में लबा लब घर गया. फिर मुझे किस करने लगे. जब वो मुझ कुंवारी लड़की की टाइट चूत की सवारी करके उतरे तो उनकी पीठ में सब तरफ खून ही नजर आ रहा था. मेरे नाख़ून के निशान सब तरफ दिख रहे थे जैसे किसी जंगली बिल्ली ने उनको नोचा हो. अब जब भी मामा जी घर आते है मुझ कुंवारी लड़की की टाइट चूत और गांड की खूब जपकर चुदाई करते हैं.