हस्तमैथुन (मैस्टरबेशन) करें पर हद से ज्यादा नहीं

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सेक्सुअल एक्सप्रेशन
हेल्थ रिपोर्ट की स्डटी करें तो पता चलता है कि मैस्टरबेशन सेक्सुअली टेंशन को कम करने का सबसे अच्छा और हेल्दी तरीका है। हेल्थ प्रफेशनल्स के मुताबिक अपने प्राइवेट पार्ट को टच करना बेहद नैचरल है। Click Here >> कंडोम पहनकर चुदाई करने में नहीं आता मज़ा, तो जरा ये कीजिए
आनंद
पुरुषों के मुकाबले महिलाओं का चरम आनंद ज्यादा कॉम्पलेक्स होता है। पुरुषों को सामान्यतः स्पर्म निकलते वक्त आनंद आता है। अधूरी उत्तेजना और गलत सेक्स टेक्नीक महिलाओं के ऑर्गेजम को कम करता है।

मैस्टरबेशन बहुत ज्यादा
औसत देखा जाए तो हफ्ते में तीन बार ठीक है।

नैचरल है
मैस्टरबेशन पूरी तरह से नैचरल प्रक्रिया है। इससे प्रजनन क्षमता पर किसी भी तरह का बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है। यहां तक कि जानवरों में बिल्ली, कुत्ते और बंदर भी मैस्टरबेशन करते हैं।

टेंशन खत्म
मैस्टरबेशन के दौरान धड़कन बढ़ जाती है। ब्लड का फ्लो भी बढ़ता है और मसल में सख्ती आती है। इन सारी शारीरिक प्रक्रियाओं के कारण तनाव से मुक्ति मिलती है। जैसे कि आप सेक्स के बाद राहत और तनाव से मुक्त महसूस करते हैं।

मैस्टरबेशन पूरी तरह से सेफ
अपनी कामुकता को काबू में रखने के लिए मैस्टरबेशन पूरी तरह से सेफ प्रक्रिया है।

सेक्सुअली डिसफंक्शन पर काबू
यदि पुरुष या महिला सेक्सुअली डिसफंक्शन से पीड़ित हैं तो मैस्टरबेशन से कई चीजें समझ सकते हैं। यदि पुरुषों में सेक्स के दौरान वक्त से पहल स्पर्म गिरने की समस्या है तो मैस्टरबेशन को लर्निंट टूल की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं। आप इसमें सीख सकते हैं कि खुद पर कंट्रोल कैसे किया जाता है। Click Here >> कंडोम पहनकर चुदाई करने में नहीं आता मज़ा, तो जरा ये कीजिए

मैस्टरबेशन से रात में अच्छी नींद
जब ऑक्सिटॉक्सिन और एंडोर्फिन हॉर्मोन्स रिलीज हो जाते हैं, तब आप फील गुड जोन में होते हैं। मैस्टरबेशन के दौरान इन हॉर्मोन्स के निकल जाने के बाद आप बेफिक्र होकर बिना किसी बेचैनी के सोते हैं। अच्छी नींद अच्छी सेहत के लिए बेहद जरूरी है। बहुत ही थकाऊ दिन के बाद रात में अच्छी नींद के लिए हस्तमैथुन बेहद सुखदायी तरकीब है।