मेरे अपनी सगी चाची के साथ अवैध सेक्स संबंध है. हम दोनों एक दुसरे के साथ सेक्स करने के लिए सहमत थे फिर जैसे ही मेरी कामुक चाची के ब्लाउज के सभी हुक खुले उनके फुटबॉल जैसे बड़े बड़े स्तन बाहर उछल पड़े. फिर ब्लाउज खुलते ही मैं मेरी नंगी चाची के फुटबॉल जैसे बड़े बड़े स्तनों पर टूट पड़ा दूध निचोड़ने के लिए और उनके बूब्स का दूध किसी छोटे बच्चे की तरह पीने लगा. कामुकता से भरी चाची के मस्त क्लीवेज वाले बूब्स का एक दम तजा दूध पीने के बाद अब मुझे मेरे शरीर के अंदर काफी ज्यादा जोश और ताकत महसूस हो रही थी. मैंने इस ताकत और जोश का उपयोग मेरी कामुकता से भरी चाची की चुदाई करने में करा. मैं चुदाई करते करते मेरी नंगी चाची की कामुक सिसकारियों से और ज्यादा उत्तेजित हो गया पूरी हिंदी सेक्स स्टोरी निचे विस्तार से पढ़ें…
दोस्तों मेरा नाम शुशील पाठक है और मेरी उम्र 21 वर्ष है. मेरी स्कूल और कॉलेज दोनों की पढाई पूरी हो चुकी है और अब मैं सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहा हूँ. एक बार मेरा कंप्यूटर ऑपरेटर की परीक्षा का सेंटर कानपुर में आया था. मेरी चाचा और चाची का घर भी कानपुर में ही था तो मेरे पापा के कहने पर मैं ट्रेन से चाचा के घर के लिए निकल पड़ा और अगली सुबह कानपुर पहुच गया. फिर रेलवे स्टेशन से मैंने एक ई रिक्शा पकड़ा और सीधे अपने चाचा चाची के घर पर पहुँच गया. जब मैं मेरे चाचा चाची के घर पर पहुंचा और मैंने बेल बजाई तो मेरी सुन्दर सी दिखने वाली कामुक चाची ने दरवाजा खोला. आज तो मैं चाची को देखकर दंग रह गया था. मेरी चाची के अभी एक साल पहले ही बच्चा हुआ था मगर उन्हें देखकर ऐसा बिलकुल नहीं लगता था की वो एक बच्चे की माँ हैं.
ब्लाउज खुलते ही मैं नंगी चाची के स्तनों पर टूट पड़ा दूध निचोड़ने के लिए हिंदी सेक्स स्टोरी
मेरी सेक्सी चाची ने अपने फुटबॉल जैसे बड़े बड़े बूब्स पर बिलकुल छोटा सा ब्लाउज पहना हुआ था जिसमें से मेरी सेक्सी चाची के क्लीवेज बिलकुल साफ साफ दिखाई दे रहे थे. चमकीली साड़ी और होंठों पर लाल लिपस्टिक लगा रखी थी. वो कामुक महिला तो देखने में एकदम किसी नयी नवेली दुल्हन जैसी लग रही थी. उस कामुक महिला के गोरे जिस्म पर वो चमकीली साड़ी और भी ज्यादा सज रही थी. मैं तो मेरी चाची को देखता का देख्हता रह गया. उन्हें देखते ही मेरे मन में उनका बलात्कार करने का ख्याल आने लगा मगर सिश्ते में वो मेरे चाचा की पत्नी थी इस लिए मैं मजबूरी में अपना मन मार कर रह गया. मेरी कड़क माल चाची मेरा हाथ पकड़ कर मुझे अंदर ले गयी. मेरी सेक्सी माल चाची मुझे देखकर काफी खुश नजर आ रही थी.
फिर मेरी कामुक चाची ने मुझे बैठक कक्ष में बैठाया और वो रसोई से मेरे लिए ठंडा पानी लेकर आई. उसके बाद वो चाय लेने के लिए चली गयी. कुछ देर में चाची चाय बनाकर ले आयी. मेरे साथ ही बैठकर उसने चाय पी. चाची के ब्लाउज का गला काफी खुला हुआ था. साड़ी का पल्लू थोड़ा नीचे था. मेरी सेक्सी चाची के बड़े बड़े बूब्स साफ दिखाई दे रहे थे. चाची कप उठाते हुए बोली- तुम नहा लो. तब तक मैं खाना बना देती हूं. मैंने मेरी सेक्सी माल चाची से बोला की ठीक है, मगर चाचा कहां गये हैं और कब तक आएंगे? चाची बोली की तेरे चाचा जी तो किसी जरुरी काम से शहर से बाहर गए हुए हैं और वो एक सप्ताह के बाद ही आयेंगे. फिर मैं नहाने के लिए चला गया. जब मैं नहाने लगा तो मैंने देखा कि मेरा टॉवल बाहर रह गया है.
मैं पूरा गीला था और मेरे पास बदन पर लपेटने के लिए कोई कपड़ा भी नहीं था. मैंने सोचा कि चाची को ही आवाज लगा देता हूं. मैंने आवाज लगाई- चाची, एक बार मेरा तौलिया दे दो. मैं बाहर भूल गया हूं. दो मिनट बाद चाची तौलिया लेकर आ गयी. दरवाजा खुला हुआ था. मेरा पूरा बदन भीगा हुआ था. मुझ हवस के पुजारी का लौड़ा भी मेरे कच्छे में साफ झलक रहा था क्योंकि भीगने के कारण अंडरवियर का कपड़ा लंड से चिपक गया था. चाची बाथरूम के दरवाजे पर खड़ी हो गयी. मैं सामने वाली दीवार के पास था. मैंने जैसे ही आगे की ओर झुककर हाथ बढ़ाया तो पीछे से मेरा पैर फिसल गया और मैं धड़ाम से नीचे गिर गया. चाची- अरे … अरे … संभाल … ओफ्फ … गिर गया ना … ला मुझे हाथ दे. नीचे झुककर चाची ने हाथ बढ़ाया और मुझे उठाने लगी.
उठते हुए मैंने मेरी सेक्सी माल चाची का कोमल हाथ पकड़ा और दूसरे हाथ से दीवार को पकड़ कर सहारा लिया. इस बीच खड़े होते हुए चाची का हाथ मेरे लंड से टच हो गया. चाची ने एकदम से मेरे लंड से हाथ हटा लिया. मगर दोनों को ही इस बात का अहसास था कि उनका हाथ मेरे लंड से टच हो गया है. न जाने क्यों मुझ हवस के पुजारी का लौड़ा तनाव में आने लगा और न चाहते हुए भी खड़ा हो गया. चाची वहीं पर थी जिस वक्त मेरा लौड़ा खड़ा हुआ. मेरी चाची के खूबसूरत से मुखड़े पर थोड़ी परेशानी थी और वो मेरे बदन को छूकर देखने लगी कि कहीं चोट न लग गयी हो. मेरी सेक्सी चाची के हाथ मेरे बदन को छू रहे थे और मुझ हवस के पुजारी का लौड़ा हर छुअन के साथ और ज्यादा टाइट हो रहा था. देखते ही देखते पूरा लौड़ा कच्छे में अकड़ कर खड़ा हो गया.
मेरे अंडरवियर में मुझ हवस के पुजारी का लौड़ा पूरा तंबू बना चुका था. जब चाची आगे की ओर आयी तो उनकी नजर मेरे अंडरवियर के तंबू पर गयी. मुझे बहुत शर्म आ रही थी लेकिन मेरी उत्तेजना और मेरे लंड पर मेरा कोई कंट्रोल नहीं था. मैंने चाची की ओर बहाने से देखा तो वो नीचे ही नीचे मुस्करा रही थी. फिर मेरी चाची सामान बोली की देख कितना बड़ा हो गया है लेकिन तुझसे संभाला भी नहीं जाता. चाची की ओर मैंने हैरानी से देखा. मैंने सोचा कि चाची मेरे लंड के तनाव को लेकर टिप्पणी कर रही है. फिर वो दोबारा से बोली- तुझे ही बोल रही हूं हरामी. तू कितना बड़ा हो गया है लेकिन तुझसे खुद को भी संभाला नहीं जाता है. गिर गया बाथरूम में। मैंने मेरी सेक्सी माल चाची से बोला की चाची … वो पैर फिसल गया था.
मेरी चाची सामान बोली की ठीक है, जल्दी से नहाकर बाहर आ जा मगर दोबारा से मत गिर जाना जब तक मैं मेरे बच्चे को दूध पिला देती हूँ वो बेचारा काफी देर से भूखा है. मेरी शैतान चाची अब हर बार डबल मीनिंग बात कर रही थी. मुझे भी शक होने लगा कि कहीं चाची भी चुदाई का इंतजार तो नहीं कर रही? ये सोचकर मेरे लंड में और झटके लगने लगे. फिर मैंने दरवाजा बंद करके हस्तमैथुन करा और तब जाकर मेरा नाग शांत हुआ और उसका फन नीचे गिर गया. नहाने और हस्तमैथुन करने के बाद मैं बाथरूम से बाहर आ गया और कपड़े पहन लिये. मैं कपड़े पहन कर तैयार हुआ तब तक चाची ने खाना भी लगा दिया था और फिर हम चाची और भतीजे दोनों ने साथ में बैठकर खाना खा रहे थे. खाना खाते खाते चाची की साड़ी का पल्लू नीचे गिर गया और मुझे मेरी सेक्सी चाची के बड़े बड़े स्तन ब्लाउज की कैद में दिखने लगे.
शायद इस बार चाची ने पल्लू जानबूझकर गिराया था मुहे उत्तेजित करने के लिए क्योंकि वो बार बार मुस्करा रही थी मुझे देखकर. मेरी नजर चाची के बड़े बड़े स्तनों को निहार रही थी. मेरी सेक्सी चाची के बड़े बड़े स्तनों के बिच की घाटी बहुत गहरी लग रही थी ब्लाउज के उप्पर से. मेरा लौड़ा फिर से तनाव में आने लगा. हर निवाले के साथ चाची पूरी नीचे झुक जाती थी और अपने बड़े बड़े स्तनों की क्लीवेज मुझे अच्छे से अंदर तक दिखा रही थी. मैं भी मेरी कामुकता से भरी चाची के बड़े बड़े स्तनों की क्लीवेज देखने का कोई मौका नहीं छोड़ रहा था. दोस्तों यदि आपको नहीं पता की क्लीवेज किसे कहते हैं तो मैं आपको थोड़ा विस्तार से बता देता हूँ की महिलाओं के स्तनों के उभारों के कारण जो रेखाओं जैसी आकृति होती हैं उन्हें क्लीवेज कहा जाता है. उधर चाची की गन्दी नजर भी नीचे मेरे खड़े लंड पर जा रही थी.
फिर जैसे तैसे हम दोनों ने खाना खत्म किया और फिर चाची नहाने के लिए बाथरूम में चली गयी और मैं हस्तमैथुन करने के लिए लेटरिंग में चला गया. थोड़ी देर में वो नहाकर आ गयी. वो अपने बैडरूम में जाकर तैयार होने लगी. मैं बाहर बैठा हुआ टीवी देख रहा था. तभी उनकी आवाज आई- इधर आ शुशील. मेरे कमरे में आना ज़रा! मैं उठकर चाची के रूम में गया तो वो साड़ी पहन रही थी और उनको कंधे पर साड़ी के ऊपर पिन लगानी थी. चाची मोटी थी तो सही जगह पर पिन नहीं लगा पा रही थी. मेरी चाची सामान बोली की मेरे पास आ और ये पिन मेरी साड़ी पर लगा दे. फिर मैं मेरी सेक्सी चाची के पास गया और उनकी साड़ी पर पिन लगाने लगा. मुझ हवस के पुजारी का लौड़ा चाची की बड़ी सी गांड के बिल्कुल पास था जब मैं उनके पीछे खड़ा होकर उनकी साड़ी में पिन लगा रहा था.
मेरी सेक्सी चाची के चूतड़ इतने मोटे थे कि गांड का उभार मेरे लंड तक पहुंच रहा था. चाची की बड़ी सी गांड बार बार मेरे लंड पर टच हो रही थी. मुझ हवस के पुजारी का लौड़ा खड़ा होने लगा क्योंकि घर में चाची और उनके गोदी के बच्चे के अलावा सिर्फ मैं ही था. ऐेसे में चाची का बलात्कार करके अपनी हवस शांत करने के ख्याल आना स्वाभाविक था. मैं चाची की इज्जत लुटने के खयाली पलाव बना रहा था की तभी मेरे हाथ से पिन छूटकर नीचे गिर फर्श पर गयी. वो चाची के पैरों में गिरी और चाची उसको उठाने के लिए जैसे ही नीचे झुकी तो मेरी बड़े बूब्स वाली चाची की बड़ी सी गांड मेरे लंड पर बिल्कुल ही सट गयी. मेरे लंड में जोर का झटका लगा और चाची को भी ये बात महसूस हुई. पिन ढूंढने के बहाने से वो झुकी हुई ही अपनी गांड को मेरे लंड पर दबाने लगी. मैं भी हवशी हो गया था और अब शर्म खत्म होने लगी थी और हवस हावी हो रही थी.
मैंने हिम्मत करके चाची की बड़ी सी गांड को पकड़ लिया और चाची ने भी मेरे हाथों पर हाथ रखकर मुझे अपनी गांड की ओर खींच लिया जैसे कि वो चुदने जा रही हो. अब तो मुझे चाची का इशारा मिल गया था और मैंने उनकी गांड को थाम लिया और अपनी लोअर में से ही उसकी गांड पर लंड को रगड़ने लगा. उसकी स्स्स … करके एक सिसकारी निकल गयी. फिर जैसे ही वो ऊपर उठी हमने एक दूसरे की आंखों में देखा तो दोनों ही सेक्स के मूड में आ चुके थे. चाची ने मेरे लंड पर हाथ रख दिया और मैंने उसकी गांड पर हाथों को दबा दिया. हमारे होंठ मिल गये और हम वहीं खड़े खड़े किस करने लगे. चाची मेरा साथ देने लगी. मैं हवस से भरा भतीजा मेरी कामुक चाची के होंठों का रस जोर जोर खींचने लगा.
फिर मैं उसको पलंग पर गिराकर उसके ऊपर लेट गया. मैंने चाची के बड़े बड़े फुटबाल जैसे बोबे थाम लिये मगर एक हाथ में एक बोबा आ ही नहीं रहा था. एक बोबे पर दोनों हाथों को लगाना पड़ गया. मैं दोनों हाथों से उसकी चूची भींचने लगा और उसके होंठों को चूमता रहा. वो भी मेरी पीठ को सहलाने लगी और चुम्बन में मेरा साथ देती रही. अब मैंने उसकी चूचियों को छोड़ा और उसकी चूत की ओर हाथ ले गया. चूंकि चाची ने साड़ी पहनी थी इसलिए चूत को हाथ सही से नहीं महसूस कर पा रहा था. तो मैंने उनकी साड़ी को खोलना शुरू कर दिया. उसने फिर खुद ही साड़ी खोल फेंकी और अब ब्लाउज के हुक खोलने लगी.
ब्लाउज खुलते ही मैं नंगी चाची के स्तनों पर टूट पड़ा दूध निचोड़ने के लिए हिंदी सेक्स स्टोरी : जैसे ही मेरी कामुकता से भरी चाची के छोटे से ब्लाउज के सभी हुक खुले मेरी सेक्सी चाची के फुटबॉल जैसे बड़े बड़े स्तन बाहर उछल पड़े. मैं बोल पड़ा ओह माय गॉड फुटबॉल जैसे बड़े बड़े बूब्स चाची ये तो बहुत रसीले दिख रहे हैं इन्हें देखकर तो दिल कर रहा है की इनसे तो अभी के अभी दूध निचोड़ने लग जाऊं ? फिर शरमाते हुए मुझे मेरी नंगी चाची बोली की यदि तेरा मन मेरे इन मस्त क्लीवेज बाले स्तनों से दूध निचोड़ने का कर रहा है तो निचोड़ दाल आज सारा का सारा दूध और भर ले अपना पेट? फिर मैंने मेरी नंगी चाची से आज्ञा ली की यदि चाची आप की आज्ञा हो तो मैं आपके इन मस्त क्लीवेज वाले स्तनों से दूध निचोड़ने लग जाऊं?
मेरी नंगी चाची बोली की तो फिर आ ना और निचोड़ ले मेरे इन मस्त क्लीवेज वाले स्तनों से सारा का सारा दूध और जल्दी से मेरा दूध पीकर अपना पेट भर ले. कहते ही मैं हवस से भरा भतीजा मेरी कामुक चाची के मस्त क्लीवेज वाले स्तनों से दूध निचोड़ने के लिए मेरी सेक्सी चाची के बूब्स पर टूट पड़ा और मेरी सेक्सी चाची के एक एक स्तन को बारी बारी से चूसा. मैं मेरी सेक्सी चाची के फुटबॉल जैसे बड़े बड़े बूब्स का दूध किसी छोटे बच्चे की तरह पीने लगा. कामुक चाची के मुंह से सिसकारियां निकलने लगीं. अपने दूध से भरे स्तनों से मुझे दूध पिलाने के बाद उसने अपने सारे कपड़े उतार दिये और फिर मुझे भी नंगा कर दिया.
मैं मेरी बड़े बूब्स वाली कामुकता से भरी चाची की पैंटी के ऊपर से उसकी चूत को रगड़ने लगा. उनकी चूत गीली हो गयी थी. फिर उसने मुझे पलंग पर पटका और मेरे लंड को मुंह में लेकर चूसने लगी और मुझे ब्लोजॉब देने लगी मैं तो जैसे जन्नत में पहुंच गया. मेरी चाची किसी रंडी की तरह बहुत मस्त तरीके से मेरा लौड़ा चूस रही थी. काफी देर तक मेरी नंगी चाची मेरा लंबा मोटा लंड चूसती रही और फिर करीब पंद्रह मिनट के बाद मेरे लंड ने मेरी सेक्सी चाची के मुँह में वीर्य की पिचकारी चला दी और वो मेरा सारा का सारा वीर्य पी गयी. अब बरी थी चाची की चूत को चोदने की.
कामुकता से भरी चाची के मस्त क्लीवेज वाले बूब्स का दूध पीने के बाद अब मुझे मेरे शरीर के अंदर काफी ज्यादा जोश और ताकत महसूस हो रही थी और अब मैं इस ताकत का सही उपयोग चाची की चुदाई करने में करने वाला था. फिर मैंने भी उसकी पैंटी को उतार दिया और उसकी नंगी चूत को हाथ से रगड़ दिया. मेरी चाची की चूत बहुत बड़ी थी. उसके बाद मैंने मेरी बड़े बूब्स वाली नंगी चाची की टांगों को खोला और उसकी पाव रोटी जैसी चूत पर अपने खड़े लंड का सुपारा घिसने लगा. चुदने के लिए गर्म हो चुकी मेरी चाची सिसकारते हुए अपने बड़े बड़े बूब्स को जोर जोर से दबाने लगी और बोली- आह्ह … शुशील … घुसा दे अब … आह्ह … चोद दे ना अब जल्दी से क्या धीरे धीरे कर रहा है! मैंने मेरी सेक्सी माल चाची से बोला की ठीक है चाची.
फिर मैंने मेरी बड़े बूब्स वाली नंगी चाची की चूत में एक जोरदार झटके के साथ अपना पूरा लंड पेल दिया. एक ही झटके में लौड़ा उस शादी शुदा रंडी की चूत में उतर गया और उसके चेहरे पर संतुष्टि के भाव आ गए. उन्हें देख्कर मुहे ऐसा लगा जैसे उस शादी शुदा रांड की प्यासी चूत लंड के इंतजार में सदियों से तड़प रही थी और आज मैंने उनकी तड़प शांत कर दी हो. अब मैं पुरे जोश के साथ मेरी नंगी चाची की बहुत मस्त चुदाई करने लगा. अब चुदते चुदते उस नंगी रंडी के मुंह से बहुत ही ज्यादा मादक आवाजें निकलने लगी थी आह्ह … अनु … आह्ह … ओह्ह … तू पहले क्यों नहीं आया … आह्ह … बहुत दिनों से लंड नहीं लिया था. आह्ह … चोदे मेरे बच्चे … आह्ह … और चोद.
मैं चुदाई करते करते मेरी नंगी चाची की कामुक सिसकारियों से और ज्यादा उत्तेजित हो गया और तेजी से उसकी चूत में लंड पेलने लगा. मेरी नंगी चाची चुदते चुदते चुदाई के नशे में बहुत ही ज्यादा चूर हो चुकी थी. मैं भी मेरी बड़े बूब्स वाली नंगी चाची की चूत में तेजी से लंड को पेलता जा रहा था. दस मिनट चोदने के बाद अब मेरा छूटने को हो गया. मैं बोला की चाची मेरा वीर्य निकलने वाला है जल्दी से बताओ क्या करना है? आपकी बुर के अंदर छोड़ दूं क्या? चाची बोली की हाँ… हाँ… अंदर ही छोड़ दे मैं तो तेरे वीर्य की गर्मी अपनी चूत में महसूस करना चाहती हूं और तेरे से चुदकर तेरे बच्चे की मां बनना चाहती हूं ताकि मेरे बच्चे के साथ खेलने वाला कोई आ जाये.
चाची की सेक्सी बातें सुनकर मैंने चुदाई करते करते और तेजी से धक्के लगाने शुरू कर दिये और दो मिनट बाद मेरे लंड का माल चाची की चूत में गिरने लगा. मैं पूरा वीर्य खाली करके मेरी सेक्सी चाची के ऊपर ही लेट गया और ऐसे ही सो गया. जब मेरी आंख खुली तो चाची उठ चुकी थी और तैयार हो रही थी. मैं उठा और नंगा ही चाची के पीछे जाकर चिपक गया. मैंने मेरी बड़े बूब्स वाली नंगी चाची की बड़ी सी गांड में लंड सटा दिया और उसको घुमाकर उसके होंठों को पीने लगा. मैंने होंठ चूसते हुए चाची की लिपस्टिक भी चाट डाली. उसके बाद मेरी कामुक चाची मुझे नहलाने ले गयी. जब वो नहलाते हुए मेरे लंड को साफ करने लगी तो मुझ हवस के पुजारी का लौड़ा फिर से सेक्स करने के लिए खड़ा हो गया.
अपनी हवस शांत करने के लिए मैं वहीं बाथरूम में ही मेरी चाची की साड़ी उप्पर उठा ली और उस कामुकता से भरी शादी शुदा महिला को घोड़ी बनाकर चोदा. मेरी सेक्सी माल चाची भी घोड़ी बनकर मस्त होकर चुदी और मैं एक बार फिर से चाची की चूत में ही झड़ा. इस तरह से मैं तीन दिन तक मेरी कामुकता से भरी चाची के घर में मेरी सेक्सी चाची के साथ रहा और इन तीन दिनों में मैंने चाची की चुदाई करीब करीब हर सेक्स पोजीशन में करी वैसे मुझे सबसे ज्यादा आनंद चाची के फुटबॉल जैसे बड़े बड़े स्तनों से दूध निचोड़ने में आया. मैंने तिन दिनों तक लगातार मेरी सेक्सी चाची के स्तनों कसे दूध चूसा और अपनी भूख मिटाई.
दोस्तो, जब मैं वापस अपने घर के लिए लौट रहा था तो चाची रोने लगी थी और मैं भी बहुत उदास सा हो गया था क्योंकि अब मुझे उनकी चुदाई करने की गन्दी लत जो लग चुकी थी. मगर मेरा उनसे दूर रहने के कारण अब मेरी सेक्सी चाची के साथ सेक्स कर पाना संभव नहीं था. वो दुखी मन से मुझे रेलवे स्टेशन तक छोड़ने भी आई थी. मैंने उनसे वादा करा की मैं जल्द फिर से आपको खुश करने के लिए आऊंगा आप बस मेरा इंतजार करना. फिर हमारी रोज फोन पर गन्दी गन्दी बातें होने लगी और अब हम हर रोज फोन कॉल पर ही फोन सेक्स करते है एक दुसरे की चुदास शांत करने के लिए. दोस्तों उम्मीद करता हूँ की आप सभी को मेरी और मेरी चाची के अवैध सेक्स संबंध बनाने की ये हिंदी सेक्स स्टोरी “ब्लाउज खुलते ही मैं नंगी चाची के स्तनों पर टूट पड़ा दूध निचोड़ने के लिए” बहुत पसंद आयी होगी…