शादी शुदा मौसेरी बहन ने पहली चुदाई के लिए अपनी कुंवारी ननद की वर्जिन चूत का जुगाड़ करवाया कामुकता से भरी असली अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरी फ्री में ऑनलाइन पढ़ें और पढ़ने के बाद ज्यादा से जायदा शेयर भी करें :- मेरा नाम अजय है और मैं फिलहाल कॉलेज में पढाई कर रहा हूँ. दोस्तों आज जो गन्दी हिंदी सेक्स स्टोरी मैं आप लोगों के साथ शेयर करने जा रहा हूँ वो मेरी और मेरी शादी शुदा मौसेरी बहन की कुंवारी ननद के बीच पहली बार बने अवैध सेक्स संबंध की है मैं उम्मीद करता हूँ की आप सभी को मेरी ये कामुकता से भरी असली अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरी बहुत पसंद आयगी…
चलिए जानते है की कैसे मैंने पहली चूत चुदाई करी थी अपनी बहन की ननद की :- मेरे परिवार में हम कुल चार सदस्य हैं मेरे पापा और मम्मी और उनके हम दो बेटे. जब मेरे पापा मम्मी ने पहली बार चुदाई करी थी तब मेरे बड़े भाई का जन्म हुआ था और फिर जब उन्होंने दूसरी बार चुदाई करी तब मेरा जन्म हुआ. मेरी मौसी का घर मेरे घर के बिलकुल पास में ही है. मौसी जी के घर में केवल मौसा जी और मौसी जी ही रहते हैं उनकी इकलौती बेटी डिम्पल थी मगर डिम्पल की शादी को पांच साल हो चुके हैं तो वो अपने ससुराल में रहती हैं और अपने पति के साथ खूब सेक्स करती है. मैं मेरी शादी शुदा मौसेरी बहन को दीदी कहता हूं और हम दोनों के दुसरे से काफी खुले हुए हैं और हर प्रकार की बातें भी शेयर कर लेते हैं. मेरी मौसी की बेटी डिम्पल होली पर गाँव आई थी. उसके साथ उसकी ननद भी आई थी.
बहन ने पहली चुदाई के लिए अपनी ननद की चूत का जुगाड़ करवाया अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरी
उसका नाम मधुमाला था और वो वर्जिन लड़की दिखने में बहुत सुन्दर थी. उसकी चूचियां उभरी हुई थी और गांड भी बहुत मोटी मोटी थी. मैं अक्सर मौसी के घर जाता रहता था और खास कर होली दीवाली पर ढोकदेने तो जरुर जाता था. होली के दूसरे दिन सुबह नौ बजे जब मैं मेरी मौसी के घर गया तो मुझे देखकर मेरी मौसी ने मुझे बैठने के लिए कुर्सी दी और मैं उसपर अपनी मोटी गांड टिका कर बैठ गया. मेरे पास में दीदी थी और वो मेरी शादी शुदा मौसेरी बहन के बगल में बैठी थी. थोड़ी देर टीवी देखने के बाद मैंने अंगड़ाई लेते हुए हाथ ऊपर उठाए और अंगड़ाई लेते हुए हाथ खींचे.
मेरा एक हाथ मेरी शादी शुदा मौसेरी बहन के पीछे से मधुमाला की पतली सी कमर को लगा. उसने मेरी तरफ देखा तो मैंने उसको सॉरी बोला वो थोड़ी मुस्कुराई और शरमा गयी. मुझे अजीब सा लगा. थोड़ी देर के बाद में वापस अपने घर आ गया. शाम को मैं गली में अपने दोस्तों के साथ बैठा था. तो मधुमाला मेरी शादी शुदा मौसेरी बहन के साथ बाजार जा रही थी. मैंने उसकी तरफ देख कर एक स्माइल दी. उसने देखा और वो चली गई. अगले दिन मैं मौसी के घर गया, दीदी बैठी हुई थी तो मैं दीदी से बातें करने लगा. थोड़ी देर बाद मधुमाला आई. मैंने उसकी तरफ देखा तो वो थोड़ा मुस्कुराई और मेरी शादी शुदा मौसेरी बहन के पास बैठ कर बातें करने लगी. बातें करते हुए वो थोड़ा मेरी तरफ देख रही थी.
मैंने उस सुन्दर और सेक्सी माल लड़की से पूछा तुम क्या करती हो? तो उसने बताया कि उसने बारहवीं की परीक्षा दी है. तभी मेरी शादी शुदा मौसेरी बहन ने बोला- तू क्या कर रहा है भाई अब? तो मैंने उससे कहा- कुछ खास नहीं. एग्जाम आने वाले हैं, उसकी तैयारी में लगा हूं. फिर बातों बातों में दीदी ने मुझसे पूछा- कोई गर्लफ्रेंड बनी या नहीं भाई अभी तक तेरी ? तो मैंने बोला- मुझे कहाँ कोई लड़की देखती है. मेरी मौसी की बेटी बोली की तुझमें क्या कमी है? तो मैं बोला- आजकल की लड़कियों को हैंडसम लड़के अच्छे लगते हैं. मैं कहाँ हैंडसम हूं. मेरी शादी शुदा मौसेरी बहन की ननद मधुमाला भी हमारी बातें सुन रही थी और शरमा रही थी.
मैंने उस जवान और सेक्सी लड़की की तरफ देखा तो वो फिर से मुस्कुराई पर मेरी हिम्मत नहीं हुई कि उसको पूछ लूं कि तुम्हारा कोई बॉयफ्रेंड है या नहीं. थोड़ी देर बाद मैं अपने घर पर आ गया. रात को मैं उसके बारे में ही सोच रहा था कि कैसे उसको पटाऊँ. अगले दिन जब मैं मेरी मौसी के घर गया तो दीदी खाना बना रही थी. मैं सीधा किचन में गया. मौसी मुझे नहीं दिखी तो मैंने पूछा दीदी से- मौसी कहीं बाहर गई हैं क्या? तो मेरी शादी शुदा मौसेरी बहन ने बताया- मौसी हमारे किसी दूर के रिश्तेदार के यहां गई हैं और वे तीन दिन में लौट आएंगी.
मेरी मौसी की बेटी से जब मैंने उनकी ननद मधुमाला के बारे में पूछा तो उसने कहा की भाई वो तो अपने घर चली गई. तो मेरा चेहरा उतर गया. ऐसे देख कर मेरी बहन ने मुझसे बोला- क्या हुआ भाई? तेरा चेहरा क्यों उतर गया? तो मैंने दीदी को बोल दिया- मुझे मधुमाला अच्छी लगती है. पर मुझे कहाँ पता था कि मधुमाला नहाने गई हुई थी. तभी वो बाथरूम में नहा कर वापस आई तो मैंने उसको देखा और मेरी नजर उसकी नजर से मिली. मैं वर्जिन लड़का तो उसको देखता ही रह गया. उस कुंवारी लड़की ने पिंक कलर का गाऊन पहना था. क्या कमाल लग रही थी मेरी शादी शुदा मौसेरी बहन की ननद…
सेक्सी गाऊन के ऊपर से उसकी तनी हुई चूचियां दिख रही थी. मेरा तो मन कर रहा था कि अभी उसको पकड़कर किस करूं … उसकी चूचियों को प्यार से सहलाऊँ … मुंह में लेकर चूसता जाऊँ. तभी दीदी जोर से हंसी. अब मुझे अजीब सा लगा और मधुमाला दूसरे कमरे में जाने लगी. तो मैं पीछे से उसके हिलते हुए चूतड़ देख रहा था. मेरी तो हालत खराब हो रही थी. तभी मेरी शादी शुदा मौसेरी बहन ने ‘मेरी नजर कहाँ है’ देख ली. और मुझे हाथ से हल्का सा धक्का देते हुए बोली- क्या हुआ? कहाँ खो गया है? मैं कुछ नहीं बोला और वापस अपने घर आकर बाथरूम में मुठ मारने के लिए चला गया.
मैंने वो सेक्सी सीन याद करके मुठ मारनी शुरू करी . मैं तो सपनों की दुनिया में खो गया. बाथरूम में बैठे बैठे ही मैं मधुमाला के सपने देख रहा था. ऐसे कब मेरा पानी निकल गया … पता ही नहीं चला. अब मैं बाथरूम से बाहर आया और दोस्तों के साथ खेलने में लग गया. थोड़ी देर बाद मेरी शादी शुदा मौसेरी बहन ने मुझे आवाज दी तो मैं मेरी शादी शुदा मौसेरी बहन के पास चला गया. मैं दीदी से नजरें नहीं मिला रहा था. मेरी शादी शुदा मौसेरी बहन ने कहा की मेरी ननद ने कल जो कपड़े खरीदे थे, वे बदलवाने है बाजार जाकर क्योकि वो कपडे उसको टाइट आये हैं. क्या तुम मेरी ननद के साथ बाजार चले जाओगे? मेरे तो मन में लड्डू फूट रहे थे. मैंने बोला की हाँ… हाँ क्यों नहीं…
फिर मेरी मौसेरी बहन से कहा- मैं बाइक लेके आता हूं. हमारे घर से बाजार थोड़ा दूर है. मैं अपने घर पर आया और फ्रेश होने चला गया. फ्रेश होकर दूसरे कपड़े पहने परफ्यूम लगाया और अपनी बाइक लेके मेरी शादी शुदा मौसेरी बहन के घर के सामने रुक गया. मैंने हॉर्न बजाया. थोड़ी देर बाद दीदी की ननद मधुमाला बाहर आई. उसने टाइट जीन्स पहनी थी. मैंने उसको बाइक पर पीछे बैठने और मुझे अच्छी तरह से पकड़ने के लिए कहा. वो मुझे बड़ी मजबूती से पकड़ कर बैठ गई. मेरी शादी शुदा मौसेरी बहन के सामने वो मुझसे थोड़ा दूर होकर बैठी थी. रास्ते में स्पीड ब्रेकर आया तो मैंने ब्रेक लगा दी. वो आगे की तरफ झुक गई और उसकी चूचियां मेरी पीठ से टकराई.
मेरे तो शरीर में करंट सा लगा. मेरी पैन्ट में हलचल होने लगी. पर वो पीछे नहीं हुई; वो वैसे ही बैठ गई. मेरी हालत खराब हो रही थी. मजा भी आ रहा था. फिर हम उस दुकान पे पहुंचे जहाँ हमें कपड़े बदलने थे. मैं उसके साथ अंदर जाने वाला ही था कि तभी मुझे दीदी का कॉल आया. फोन पे बात करने मैं एक साइड चला गया और वो अंदर चली गई. मेरी शादी शुदा मौसेरी बहन ने मुझसे बोला- मैंने मधुमाला को बता दिया कि तुम उससे प्यार करते हो. तो मैंने पूछा- उसने क्या कहा? मेरी मौसी की बेटी बोली की अगर वो खुद मुझे बोलेगा तो मैं मना नहीं करूंगी. मैं फोन पर बात ही कर रहा था, तभी वो बाहर आ गई.
मैंने फोन कट किया और मधुमाला की तरफ आ गया. उससे मैंने पूछा- बदल लिए कपड़े? तो उसने हाँ कहा. मैंने उससे पूछा- और कुछ लेना है? तो उसने नहीं कहा. मैंने उससे पूछा- गन्ने का रस पीने चलें? तो मेरी बहन की ननद मधुमाला ने हाँ में जवाब दिया और फिर हम दोनों गन्ने का रस पिने के लिए जूस की दूकान पर गए. मैंने मेरी शादी शुदा मौसेरी बहन की ननद को बोला- तुम बैठो, मैं अभी आया. और मैं बाहर आया. बाहर से एक गुलाब का फूल लिया और गाड़ी में रख दिया और अंदर चला गया. फिर जूस की दुकान पर हम दोनों ने गन्ने का रस पिया और बाहर आ गए.
जूस की दुकान से बाहर आते ही मैंने उस कुंवारी लड़की से अपने प्यार का इजहार करा और उसको मेरी गर्लफ्रेंड बनने के लिए प्रपोज किया और उसको गुलाब का फूल दिया. उसने फूल लिया मुझे हाँ कहा. मैंने उसे तभी गले लगा लिया. उसने कहा- हमें सब देख रहे हैं. हम नॉर्मल हुए. उसने कहा- घर चलते हैं. रास्ते में वो मुझसे चिपक कर बैठी थी. और फिर हम घर आ गए. मैं अपने घर ना जाके उसके साथ ही मेरी शादी शुदा मौसेरी बहन के घर चला गया. मेरी शादी शुदा मौसेरी बहन ने मुझसे पूछा- क्या हुआ? गर्लफ्रेंड बन्ने के लिए प्रपोज किया कि नहीं…? मैंने बोला की हाँ किया … पर कुछ खास रिप्लाय नहीं मिला ! मेरी मौसी की बेटी बोली की तू घर जा और बाद में आ. मैं अपने घर आ गया.
बहन ने पहली चुदाई के लिए अपनी ननद की चूत का जुगाड़ करवाया अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरी :- करीब एक घंटे बाद मेरी शादी शुदा मौसेरी बहन ने मुझे बुलाया और मुहसे बोली कि वो बाहर जा रही है और मधुमाला घर पर अकेली ही है. मेरी शादी शुदा मौसेरी बहन ने मेरी तरफ देख कर आंख मार दी. फिर दीदी बाहर चली गई. अब घर में हम दोनों थे और आज अपने जीवन की पहली चुदाई करने का सबसे अच्छा मौका था. मैं अंदर गया तो मधुमाला ने गाऊन पहना हुआ था. मधुमाला बोली- तुम बैठो में कॉफी बनती हूं. मैंने कहा- अभी तो … उसने कहा कि उसका कॉफी पीने का मन कर रहा है. थोड़ी देर बाद वो कॉफी बना कर मेरे पास आकर बैठ गई. मैंने उसे एक नजर देखा और हम दोनों कॉफी पीने लगे. हम दोनों के दिल और दिमाग में एक अजीब सी कशिश चल रही थी.
इस बीच कॉफी खत्म हो गई और वो कप उठाकर रसोई में चली गई. मैं बस उसे देख रहा था. कुछ देर बाद वो वापस आ गई. मैंने उसकी तरफ देखा और अपने मन की बात को आंखों से कहने की कोशिश करने लगा. वो बोली- मैं तुमको किस करना चाहती हूँ … खड़े हो जाओ. मैं उठ कर खड़ा हो गया और हम दोनों किस करने के लिए आगे बढ़े. वो मेरे साथ लगभग चिपक गई. मैं उसके चुम्बन का इन्तजार कर रहा था. तभी मैंने अपने होंठ आगे बढ़ा दिए और उसने मेरे होंठों पर अपने होंठ रख दिए. हम दोनों में से किसी को भी किस करना नहीं आता था. जैसे तैसे हम एक दूसरे के होंठों को ही चूम रहे थे.
आज हम दोनों की ही पहली चुदाई थी इस लिए हमें सेक्स कैसे करना है इस बारे में ज्यादा ज्ञान तो था नहीं इस वजह से हमारे दांत एक दूसरे से लग रहे थे. इस बीच उसकी सांसें तेज चलने लगीं. अब मैंने अपना एक हाथ उसकी कमर पर रख दिया और उसकी पीठ को सहलाने लगा. वो भी गर्म हो चुकी थी. इधर मेरा वर्जिन लंड तनकर पैंट के बाहर आने को कर रहा था. मैं दूसरा हाथ उस वर्जिन लड़की की चूची पर रख कर सहलाने लगा और थोड़ा दबाने लगा. वो कुछ नहीं बोली तो मैं ज्यादा जोर से उसके बूब्स दबाने लगा. मैंने दूसरा हाथ भी अब उसकी चूची पर रख लिया और दबाने लगा.
जब मैंने दबाव बढ़ाया तो वो सिसकारी लेने लगी. अब मैंने उसके गाल, नाक, कान, गर्दन को चूमना चालू किया. वो वर्जिन लड़कीआहें भर रही थी. अपने जीवन की पहली चुदाई करने के लिए मैंने अपने हाथों से मेरी शादी शुदा मौसेरी बहन की ननद का गाऊन उतारना चालू किया. तो उसने मेरे कान में कहा- पलंग पर चलते हैं. मैंने उसे गोद में उठा लिया और पलंग पर बैठा दिया. पलंग पर आते ही मैंने चुदाई करने के लिए उसका गाऊन उतार दिया. अब वह सिर्फ ब्रा और पैंटी में थी. उसकी सफ़ेद ब्रा और पैंटी देख मैं तो पागल हो गया और अपनी मौसेरी बहन की ननद को चोदने के लिए बहुत ज्यादा बैचेन हो उठा. फिर उसने शरमा कर अपना मुंह ढक लिया. अब मैंने भी मेरे जीवन की पहली चुदाई के मजे लेने के लिए अपने कपड़े खोले. मैं सिर्फ अंडरपैंट में था.
मैंने उसके हाथ पकड़कर खोले और उसे किस करने लगा. वो भी मेरा साथ दे रही थी. हम पलंग पर लेट कर एक दूसरे को चूम रहे थे. मेरा एक हाथ उसकी पीठ और गांड को पैंटी के ऊपर से घूम रहा था; और दूसरा हाथ उसके चूचियों की दबा रहा था. थोड़ी देर चूमने के बाद मैं उसकी एक चूची को मुंह में लेकर चूसने लगा. पहली बार मुझे किसी लड़की के बूब्स को अपने मुँह में लेकर चूसने का मौका मिला था. अब मैंने मधुमाला की गांड पर से उसकी पैंटी को नीचे सरकाया और उस की वर्जिन चूत पर हाथ रख दिया. मैं अपने हाथ से मधुमाला की चूत को सहलाने लगा ताकि पहली चुदाई के लिए वो अच्छे से गरम हो जाये.
उस वर्जिन लड़की की सील पैक टाइट चूत पर हाथ फिराते हुए बहुत मजा मिल रहा था. उसकी चूत को मैं तेज तेज मसलने लगा और वो कसमसाने लगी. फिर मैंने उस कुंवारी लड़की की सील पैक वर्जिन चूत में उंगली करनी शुरू की. मधुमाला सिसकारियाँ भरने लगी. फिर मैं उसकी सील पैक वर्जिन चूत को किसी कुत्ते की तरह चाटने लगा वो आहा .. उम्म्ह… अहाह… याह…. कर रही थी. उसकी चूत की खुशबू मुझे पहली चुदाई के लिए बहुत ही ज्यादा उत्तेजित कर रही थी. अब उसको रहा नहीं जा रहा था तो उसने कहा- अब डाल भी दो अपना ये खड़ा लंड मेरी इस सील पैक वर्जिन चूत के अंदर और मुझे पहली बाल चुदाई करवाने का आनंद दे दो. तो मैंने अपना लंड निकाल कर उस पर थोड़ी थूक लगाई और उस कुंवारी लड़की की सील पैक वर्जिन चूत के मुंह के पास लगा के ऊपर नीचे किया.
आज मेरी मौसेरी बहन की ननद की भी पहली चुदाई थी इस लिए उस कुंवारी लड़की को भी थोड़ा दर्द हुआ. उस वर्जिन लड़की की चूत एकदम टाइट थी और उसकी सील पैक चूत से पानी भी निकल रहा था. उससे मेरा टोपा और चिकना हुआ. अब मैंने लंड अंदर डालने की कोशिश की पर वो फिसल गया. फिर मैंने तकिया उसकी गांड के नीचे लगाकर फिर लंड को चूत पर सेट किया और एक धक्का लगाया. सिर्फ टोपा ही अंदर गया और उसकी चीख निकली- आअह … आआह… बस्स… बस्शह .. प्लीज़… रुक जाओ. मेरी शादी शुदा मौसेरी बहन की नंगी ननद पहली चुदाई के दर्द से छटपटाई तो मैं उसको पकड़ कर किस करने लगा.
मैं उस नंगी कुंवारी लड़की की दोनों चूचियों को बारी-बारी से अपने मुँह में लेकर चूसने और मसलने लगा. मैंने अपने लंड को वहीं पर रोक कर पहले मधुमाला के दोनों चूचे कस कर दबाये और उसकी कुंवारी चूत के दर्द में राहत आने तक इंतजार करने लगा. कुछ देर के बाद जब मेरी शादी शुदा मौसेरी बहन की नंगी ननद को राहत महसूस हुई तो मैंने एक बार दुबारा से उस नंगी लड़की की टाइट चूत की खतरनाक चुदाई करना प्रारंभ करा और फिर मैंने दूसरा झटका दिया अब मेरा लंड उसकी वर्जिन चूत की सील तोड़ते हुए पूरा का पूरा अंदर उसकी बच्चेदानी तक चला गया.
दोस्तों आज हम दोनों की ही पहली चुदाई थी और इस दौरान उस कुंवारी लड़की की मोटी मोटी आंखों से आंसू की धार बहने लगी. मैं थोड़ा रुका और फिर चुदाई करने के लिए अपना खड़ा लंड उसकी फटी हुई चूत के अंदर बाहर करने लगा. अब मेरी शादी शुदा मौसेरी बहन की नंगी ननद को भी पहली चुदाई का मजा आने लगा. चुदाई के दौरान वो कुंवारी लड़की मस्ती से पागल हुई जा रही थीं और सिसकारियाँ लेती जा रही थीं- आ.. आह.. आइ ओह माँ.. आहा.. उम्म… अह… हाय… याह… अहह…. आ… और मजे से अपनी कमर उठा कर मेरा चुदाई के इस गंदे खेल में मेरा पूरा पूरा साथ दे रही थी.
मैं उसे चुमते हुए हुए जोर जोर से धक्के मार रहा था. मुझसे रहा नहीं गया मैंने रफ्तार और बढ़ाई, वह भी तड़प रही थी. मैंने कहा- मैं झड़ने वाला हूं. तो मेरी मौसेरी बहन की ननद भी बोली की हाँह मैं भी झड़ने वाली हूँ ! तुम जल्दी जल्दी चुदाई करो … जल्दी … आह आअह ह! फच्च फच्च की आवाज गूंज रही थी. अब मैं झड़ने वाला था तो फिर मैंने एक बड़ी सी सांस ली और अपना सारा माल उस कुंवारी लड़की की टाइट चूत में डाल दिया. उसकी चूत मैंने अपने वीर्य से भर दी थी और इस प्रकार आज हम दोनों के जीवन की पहली चुदाई सफल हो चुकी थी.
सेक्स ख़त्म होने के बाद भी वह किसी कुतिया की तरह जोर जोर से हाँफ रही थी. मैं भी इतना थक गया था कि उसी के ऊपर गिर गया और पांच मिनट तक हम दोनों नंगे ऐसे ही चिपक कर पड़े रहे. फिर जब थोड़ी सांस आई तो मैंने उससे पूछा- मजा आया? वह बोली- बहुत! अब हमने कपड़े पहने. दीदी भी आने वाली थी तो हम बाहर आ गए. थोड़ी देर बाद दीदी भी आ गई और मैं अपने घर आ गया. उसके बाद हमें कभी दुबारा से अवैध सेक्स संबंध बनाने का मौका ही नहीं मिला मगर उस वर्जिन लड़की के साथ मेरे जीवन की पहली चुदाई का अनुभव बहुत यादगार रहेगा…