मेरे पति का लंड बहुत ही छोटा और पतला था फिर सेक्सी नाइटी उतार कर बहुत बेरहमी से चुदाई करी जालिम देवर ने मेरी टाइट बुर की अपने लम्बे मोटे लंड से कामुकता से भरी नयी अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरी :- मेरा नाम वर्षा पारीख है और मैं एक शादी शुदा महिला हूँ. मैं दिखने में बहुत ही ज्यादा सुन्दर और सेक्सी माल हूँ मुझे इस बात का पूरा पूरा यकीन है की जो भी मर्द मुझे देखता होगा वो मेरे नाम की मुठ जरुर मारता होगा. मेरी शादी हुए 5 साल हो गये है, लेकिन पता नहीं क्यों मेरी सुहागरात वाले दिन से ही मुझे मेरे पति के साथ चुदाई करने में बिलकुल भी मज़ा नहीं आता है.
मेरे नामर्द पति का लंड बहुत ही छोटा और पतला था और उन्हें चुदाई करने के बारे में अधिक जानकारी भी नहीं है और ना ही उन्हें कामसूत्र की अलग अलग सेक्स पोजीशन के बारे में कुछ पता है. अब जब मेरी सहेलियाँ कहती कि आज उनके पति ने उनकी बहुत बेरहमी से चुदाई करी और बहुत ज्यादा थका दिया है तो में बहुत उदास हो जाती थी क्योंकि मेरे पति आज तक मेरी चुदाई करके मुझे चरम सुख नहीं दे पाए थे. मेरे नामर्द पति का एक छोटा भाई है जिसका नाम दुर्गेश है.
सेक्सी नाइटी उतार कर बहुत बेरहमी से चुदाई करी जालिम देवर ने अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरी
अब पता नहीं क्यों मुझ शादी शुदा अभागन लड़की को लगने लगा था कि मेरा जालिम देवर दुर्गेश मेरी बहुत बेरहमी से चुदाई कर सकता है और मेरी चुदने की प्यास बुझा सकता है? तो मैंने उसे पटाने का प्लान बना डाला. अब में आपको बोर ना करते हुए सीधी अपनी स्टोरी पर आती हूँ. दुर्गेश की उम्र 25 साल है और उसका बदन बहुत मस्त है, वो रोज एक्ससाईज करता है. अब जब भी वो छत पर एक्ससाईज़ करने जाता तो में कोई ना कोई बहाना बनाकर छत पर चली जाती और उसके बदन को निहार लेती.
फिर एक दिन जब में बाहर से घर आई तो मैंने अपनी चाबी से दरवाजा खोला और अंदर आ गई और सीधे मेरे कमरे में चली गई तो दुर्गेश उस टाईम सो रहा था. फिर थोड़ी देर के बाद वो उठा और उसे मालूम नहीं था कि में घर में हूँ, तो कुछ आवाज़ होने से में अपने कमरे से बाहर आई और दुर्गेश के कमरे की तरफ गई तो मेरी धड़कन रुक गई. अब दुर्गेश के बाथरूम का दरवाजा खुला था और वो पेशाब कर रहा था. अब मेरे पति के भाई का लम्बा मोटा लंड देखते ही मेरे मन में उससे अपनी टाइट चूत चुदवाने की भूख और बढ़ गई थी और अब में दुर्गेश को पटाने के तरीके ढूँढने लगी थी.
अब मैं अपने देवर को लुभाने के लिए घर में सेक्सी नाइटी पहनने लगी थी और दुर्गेश को अपने मोटे मोटे बूब्स दिखाने की कोशिश करती थी ताकि वो मेरे जवान और सेक्सी हुस्न को देखकर गरम हो जाये और उसका दिल भी मेरे साथ अवैध सेक्स संबंध बनाने का करने लगे और वो मेरी सेक्सी नाइटी उतार कर बहुत बेरहमी से चुदाई . फिर कुछ दिन के बाद मेरे पति को किसी काम से दिल्ली जाना पड़ गया, तो मैंने सोचा कि दुर्गेश को पटाने का और मज़े लेने का यही सही मौका है, अब घर में सिर्फ़ में और दुर्गेश ही थे.
फिर एक दिन मैंने दुर्गेश से कहा कि चलो शॉपिंग मॉल में शॉपिंग करने चले तो मैंने दुर्गेश से कहा कि मुझे ब्रा और पेंटी लेनी है, चलो देख लेते है. हम अंडरगार्मेंट्स की स्टॉल पर गये तो वहाँ मैंने मेरे पति के छोटे भाई दुर्गेश के सामने कुछ सेक्सी ब्रा और पेंटी खरीदी ताकि उसके अंदर मेरे प्रति सेक्सी भाव उत्पन हो सके और वो अंतर्वस्त्र लेकर वापस घर आ गये. अब मैंने डिनर के टाईम अपने खुबसूरत कामुक जिस्म पर सेक्सी नाइटी पहन रखी थी, अब मेरे बूब्स कुछ-कुछ दिख रहे थे.
अब मेरा देवर दुर्गेश मेरे बदन को देख रहा था, तो मुझे लगा कि अब मौका आ गया है कि फाइनल कोशिश कर ली जाए. अगले दिन जब में नहाने गई तो मैंने जानबूझ कर अपने अंडरगारमेंट्स और टावल बाहर ही रख दिए. फिर थोड़ी देर के बाद मैंने दुर्गेश को बुलाया और कहा कि मेरे अंडर गारमेंट्स पकड़ा दे तो उसने मुझे ब्रा और पेंटी लाकर दे दी. अब उसके चेहरे पर हल्की सी मुस्कान देखकर में समझ गई थी कि दुर्गेश अब तैयार हो जाएगा.
अब मैंने रात को अपने कमरे का दरवाजा खुला छोड़ दिया था और सो रही थी तो मैंने कुछ आहट महसूस की तो में समझ गई कि दुर्गेश है और वो मुझे देखना चाहता है. फिर में सोने का बहाना बनाकर बेड पर लेती रही. अब दुर्गेश दरवाज़े पर से मुझे देख रहा था और फिर थोड़ी देर के बाद वो चला गया.
अगले दिन डिनर करने के बाद मैंने दुर्गेश से पूछा कि क्या बात है कल तुम्हें नींद नहीं आई क्या? तो उसने कहा कि नहीं भाभी अच्छी नींद आई. फिर मैंने कहा कि तो फिर तुम मेरे कमरे के बाहर क्या कर रहे थे? तो दुर्गेश शरमा गया. फिर मैंने कहा कि क्यों शरमा रहे हो? तुम्हें क्या चाहिए? तो वो कुछ नहीं बोला.
मैंने उसे एक किस किया तो उसकी अन्तर्वासना भड़क उठी और वो बोल पड़ा कि भाभी प्लीज मुझे आपको बहुत ही ज्यादा बेरहमी से चोदना है आप मेरा विश्वास करो आपके नपुनसंक पति से ज्यादा मजा आयगा मेरे साथ सेक्स करने में आपको. फिर मैंने मेरे देवर से बोला कि पागल लड़के में तो इतने दिनों से इसी दिन का इंतजार कर रही हूँ की कब तुम मेरी बहुत बेरहमी से चुदाई करोगे अपने लम्बे और मोटे लंड से, चल अब देर मत कर जल्दी से मेरी बहुत बेरहमी से चुदाई कर डाल. तो उसने मुझे अपनी बाहों में भर लिया और पागलों की तरह मेरी गर्दन और होठों पर चुम्मा चाटी करने लगा. अब मेरी चुदाई की प्यासी चूत भी बहुत ज्यादा गीली हो गई थी.
फिर मेरे जालिम देवर ने मेरे साथ अवैध सेक्स संबंध बनाने के लिए मेरी सेक्सी नाइटी उतार दी और अब में ब्रा और पेंटी में मेरे प्यारे देवर के सामने आधी नंगी उसके लम्बे मोटे लंड से चुदवाने के लिए बिलकुल तैयार खड़ी थी. अब में तड़प रही थी कि कब दुर्गेश मुझको बहुत ज्यादा बेरहमी से चोदेगा? फिर उसने बहुत बेरहमी से चुदाई करने के लिए मुझे बिलकुल नंगी कर दिया और खुद भी मेरे साथ अवैध सेक्स संबंध बनाने के लिए बिलकुल नंगा हो गया. अब उसका लंड देखकर में बहुत खुश हो रही थी. फिर मैंने उसके लंड को अपने हाथ में लिया, तो उसका लंड मेरे पति के लंड से डबल बड़ा और मोटा था.
अब मेरा जालिम देवर दुर्गेश मेरी टाइट चूत को बेरहमी से चाट रहा था और अब मेरे लंड का पानी निकल रहा था और दुर्गेश उसे पी रहा था और बोला कि भाभी आपका नमकीन पानी बड़ा टेस्टी है. फिर वो मेरे बूब्स को चूसने लगा तो मैंने कहा कि दुर्गेश प्लीज अब रहा नहीं जा रहा है, प्लीज अपने लंड को मेरो चूत में डालो और चोद डालो मुझे. फिर उसने मेरी चूत में अपने बड़े से लंड को डाला और हल्का सा धक्का दिया तो मुझे हल्का सा दर्द हुआ और जैसे ही उसका पूरा लंड मेरी चूत में घुस गया मुझे बहुत जोर का दर्द हुआ और मेरे पेशाब के साथ साथ मेरे मुँह से जो की चीख निकल गई.
अब मेरा जालिम देवर दुर्गेश ज़ोर-ज़ोर से धक्क्के लगते हुए मुझे बहुत ही ज्यादा बेरहमी से चोदने लगा था. अब तो चुदवाते चुदवाते मैं शादी शुदा रांड सातवें आसमान पर थी. अब दुर्गेश मुझे मस्त होकर बहुत ही ज्यादा बेरहमी से चोद रहा था, अब मेरे मुँह से आवाज़े निकल रही थी ऊऊहह में मर गई रे दुर्गेश, अपनी भाभी का क्या कर डाला रे? ज़ोर से चोद, आज तेरी इस भाभी को जिंदगी का सारा मज़ा दे दे, अब इस दौरान में 3 बार झड़ गई थी.
मैंने कहा कि देवर जी अब मेरी इस टाइट चूत और गांड में अपने इस पिचकारी रूपी लंड से वीर्य भर दो और मुझे अपने बच्चे की माँ बना दो ताकि दुनिया को ये पता नहीं चल सके की आपका बड़ा भाई नामर्द है. चुदते चुदते में मौन कर रही थी आह… उईमाँ… आह… आह… ओह ज़ोर से दुर्गेश भैया जोर से, आआआआहहहहह. करीब एक घंटे की बहुत खतरनाक चुदाई के बाद मेरे जालिम देवर दुर्गेश ने अपने पिचकारी रूपी लंड से गरमा गर्म वीर्य की धारा मेरी टाइट चूत के अंदर ही छोड़ दी.
फिर तो हम भाभी देवरे के अवैध सेक्स संबंध बनाने का ये सिलसिला कई दिनों तक चलता और फिर मैं गर्भवती हो गयी. नौ महीने बाद मैंने एक हाष्ट पुष्ट बच्चे को जन्म दिया जो कि मेरे देवर की दें है. अब मेरे देवर की शादी हो चुकी है मगर वो मौका पाकर मेरे साथ आज भी अवैध सेक्स संबंध बनाता है और मेरी अन्तर्वासना शांत करता है…