दोस्तों आज की इस कामुकता से भरी अन्तर्वासना हिंदी सेक्स कहानी में मैं आपको बताऊंगा की कैसे मैंने कड़कड़ाती ठंड में एक शादीशुदा महिला के साथ अवैध सेक्स संबंध बनाये थे और रेलवे स्टेशन के वेटिंग रूम में बने बाथरूम के अंदर उसकी वर्जिन गांड मारी थी. मैंने मोबाइल फोन पर ब्लू फिल्म देखने के बाद जबलपुर रेलवे स्टेशन के वेटिंग रूम में बने बाथरूम में एक कामुक शादीशुदा महिला की चुदाई करी थी फर्श पे लेटाकर. मेरा पूरा का पुरा लंड उस कामुक शादी शुदा महिला की टाइट चूत मे समा गया था. उस कामवासना से भरी महिला के कहने पर मैंने उस शादीशुदा महिला की गांड भी मारी थी अपने लंबे मोटे लंड से रेलवे स्टेशन के वेटिंग रूम में घोड़ी बनाकर…
वो दिसम्बर की सर्द रात थी और मै जबलपुर रेलवे स्टेशन पर खडा अपनी ट्रेन का इन्तजार कर रहा था. रात के 12 बज चुके थे मगर मेरी ट्रेन अभी तक नहीं आई थी. वैसे ट्रेन रात के 11 बजे रेलवे स्टेशन के प्लेटफोर्म नंबर 3 पर आने वाली थी लेकिन ट्रेन बहुत ज्यादा लेट हो चुकी थी. कुछ समय पश्चात मै जबलपुर रेलवे स्टेशन पर लगे लाउड स्पीकर पर अनाउन्समेन्ट हुआ कि ट्रेन लेट है और रात के 3 बजे आयगी. गांड फाड़ ठंड के कारण मेरी हालत खराब हो रही थी तो मैं वेटीग रूम मे चला गया थोड़ी देर आराम करने के लिए. दोस्तों मुझे ब्लू फिल्म देखकर मुठ मारने की बहुत गन्दी लत लगी हुई है जब तक रात को सोने से पहले मैं मुठ नहीं मार लेता मुझे नींद ही नहीं आती.
घोड़ी बनाकर शादीशुदा महिला की गांड मारी रेलवे स्टेशन के वेटिंग रूम में अन्तर्वासना हिंदी सेक्स कहानी
मैंने जैसे ही ब्लू फिल्म देखकर मुठ मारने के लिए मैंने मेरा मोबाइल फोने निकाला तो देखा मेरा मोबाइल फोने डिस्चार्ज होने को था तो मैंने सबसे पहले अपने मोबाइल फोने को चार्जिंग पर लगाया और खाली सीट पर अपनी गांड टेक कर बैठ गया. सर्दी का समय था जिस वजह से वेटीग रूम बिलकुल खाली पड़ा था और वहाँ ज्यादा चहलपहल नहीं थी. आज ठंड कुछ ज्यादा ही थी इस लिए सर्दी से बचने के लिए मैंने मेरे बैग से कंबल निकाल कर ओढ लिया. मैंने मेरा मोबाइल फोने चेक किया तो देखा मेरा मोबाइल फोने पूरा चार्ज हो चूका है फिर मैंने सोचा की चलो थोड़ी देर कोई पोर्न वेबसाइट खोलकर ब्लू फिल्म ही देख लेता हूँ और कम्बल के अंदर मुठ भी मार लूँगा और मन बहला लूँगा.
मैं जबलपुर रेलवे स्टेशन के वेटिंग रूम में अपने मोबाइल फोने पर ब्लू फिल्म देख रहा था और कम्बल के अंदर हस्तमैथुन कर रहा था की तभी एक कपल वेटिंग रूम मे दाखल हुआ. आदमी दुबला पतला शायद बिमार था और उसकी बीबी उम्र लगभग 40 भरे बदन की महिला थी. वो शादी शुदा महिला बड़ी की कामुक थी उसे देखते ही मेरा दिल उसके साथ अवैध सेक्स संबंध बनाने का करने लगा मगर उसके साथ उसका पति था इस लिए ऐसा कर पाना संभव नहीं था. वह कामुक शादी शुदा महिला और उसका पति मेरी बाजु वाली सीट पर बैठ गये. वो भारतीय नारी लाल साड़ी में थी और उसने अपने मोटे मोटे स्तनों पर नेकलाइन ब्लाउज पहना हुआ था. उस कामुक महिला के पति की तबियत वाकई मे ठीक नही थी तो उस कामुक महिला ने अपने पति को चादर बिछाकर लिटा दिया और उप्पर से कंबल भी डाल दिया.
कुछ समय बाद सामने बैठे यात्रीयों की ट्रेन आ गयी और वो लोग चले गये. अब जबलपुर रेलवे स्टेशन के वेटिंग रूम में हम तीन यात्री ही थे. मैंने करीब एक घंटे से मेरे मोबाइल फोने पर ब्लू फिल्म देख रहा था इस लिए अब मेरा मोबाइल फोने फिर से डिस्चार्ज होने को था अत: सबसे पहले उसे चार्जिंग पर लगाया और टाइमपास करने के लिये मैं उस कामुक शादी शुदा महिला इ बातचीत करने लगा. महिला का नाम कोमल था और उनके पति का नाम सुशांत था. उस कामुक शादी शुदा महिला का पति वास्तव में बिमार था और वे दोनो इसी ट्रेन से दिल्ली जा रहे थे. मैने घडी देखी रात के 1.10 बज चुके थे. जैसे जैसे रात गहरी होती जा रही थी वैसे वैसे ठंड काफी बढ़ती जा रही थी.
कामुक शादीशुदा महिला कोमल ठंड से ठिठुर रही थी वैसे उसने अपने नशीले जिस्म पर शाल लपेट रखी थी लेकिन शायद वो पर्याप्त नही थी उसके नशीले जिस्म को गर्म रखने के लिए. मैने उनको मेरे कंबल मे आ जाने के लिए बोला किन्तु संकोच वश उसने मना कर दिया और अपने बैग से एक पतली सी चादर निकाल ली. लेकिन इस कडकडाती ठंड में पतली सी चादर से क्या होना था. उसने मेरी ओर देखा और मैने बगैर कोई बात किये शाल का एक छोर उस कामुक शादी शुदा महिला के नशीले जिस्म पर डाल दिया. अब उस कामुक शादी शुदा महिया को कडकडाती ठंड में कुछ राहत महसुस हुई. हम दोनों अलग अलग चेयर पर अपनी अपनी गांड टेक कर बैठे थे तो कंबल भी ठीक से कवर नही कर पा रहे थे इसलिये मैने उनको दूसरी बेंच पर मेरे साथ चलने को कहा और वो भी मान गई.
अब हम दोनों एक ही कंबल के अंदर एक ही बेंच पर बैठे बातचीत कर रहे थे. इस दौरान मेरी कोहनी कई बार उसके बड़े बड़े स्तनों को लगी लेकिन वो कुछ नही बोली लेकिन उसके शरीर की उष्मा और खुशबु मुझे कामवासना से भरे जा रही थी. कंबल ठीक करने के बहाने मैने कई बार उस कामुक शादी शुदा महिला के बड़े बड़े स्तनों को अपने हाथों से स्पर्श करा लेकिन शायद उस कामुक शादी शुदा महिला को मेरी इन सभी हरकतों से मजा आ रहा था इस लिए वो मुझे कुछ कोई रोक टोक नहीं कर रही थी और चुपचाप मेरी उन सभी गन्दी हरकतों का मजा ले रही थी. समय धीरे धीरे आगे बढ रहा था और समय के साथ साथ कडकडाती ठंड भी बढती जा रही थी. अब करीब 1.45 बज चुके थे लेकिन अभी भी सवा घंटा बाकि था.
दोस्तों मेरा दिल तो उस शादीशुदा महिला का बलात्कार करने का कर रहा था मगर यह सार्वजनिक जगह थी कोई भी कभी भी आ सकता था इसलिये मैने उसका बलात्कार करने का ख्याल अपाने दिमाग से निकल दिया और चुपचाप बैठने का निश्चय किया. लेकिन वो शादीशुदा महिला अब मेरे साथ अवैध सेक्स संबंध बनाने के लिए बहुत ही ज्यादा गर्म हो चुकि थी इसलिए वो खुद मेरे बिलकुल करीब आकर चिपक गई. मैने भी एक हाथ उस कामुक महिला की पतली सी कमर पर लपेट दिया और बाई ओर के स्तन को अपने हाथ से मसल दिया उसने धीरे से मेरी ओर देखा और मैने उस कामुक शादीशुदा महिला की आखों मे कामवासना पढ ली.
उस शादीशुदा महिला का बीमार पति तो पहले ही कम्बल में घुस कर गहरी नींद में सो रहा था फिर थोड़ी देर बाद वो भी मेरी जांघ पर सर रखकर लेट गई और फिर मैंने दायें बायें देखकर वेटिग रूम का जायजा लिया लोग भी चले गये अब हम दोनों ही थे और उस कामुकता से भरी महिला के बीमार पति दुनिया से बेखबर होकर गहरी नींद में सो रहे थे .मौका देख मैने उसकी आँखों मे देखा और एक हाथ सीथे उसके ब्लाउज के अंदर डाल दिया लेकिन ब्लाउज काफी टाइट था हाथ पुरा अंदर नही जा रहा था उसने मेरी समस्या को देखते हुए ब्लाउज के उपर के कुछ हुक खोल दिये. अब मेरा हाथ अंदर पुरी गहराई तक जा कर उसके दूध से भरे बड़े बड़े स्तनों को मसल रहा था. मेरा लंड तन कर खडा हो गया था.
मै उस शादीशुदा महिला के बड़े बड़े स्तनों से दूध चुसना चाहता था. उसकी चुत को मसलना चाहता था. उसकी गरमा गरम चूत को चाटना चाहता था उसको चोदना चाहता था. वो भी अब गरम हो चुकि थी लेकिन जगह सही नही थी मैने उसका बर्थ नंबर लिया हम सब एक ही कोच मे थे लेकिन हमारी बर्थे बहुत दूर दूर थी. वैसे भी एसी कोच मे कुछ कर पाना संभव नही होता. मैने महसूस किया कि अगर मुझे इस कामुक शादीशुदा महिला की चुदाई करनी है तो मेरे पास यही एक घंटा बचा है. मैने उस कामुक शादीशुदा महिला से मेरे साथ सेक्स करने के बारे में बात करी तो वो शरमाते हुए चुदने के लिए तैयार हो गयी.
वो शादीशुदा महिला मुझसे बोली की उसके पति ने आज तक उसे घोड़ी बनाकर उसकी गांड नहीं मारी है इस लिए उसको डॉगी सेक्स स्टाइल में अपनी सील पैक वर्जिन गांड भी मरवानी है मैंने उससे उसकी गांड मारने का वादा करा और बोला की हाँ हाँ क्यों नहीं पहले मैं तुम्हारी चूत की चुदाई करूँगा और फिर चुदाई करने के बाद घोड़ी बनाकर डॉगी सेक्स स्टाइल में तुम्हारी गांड भी मरूँगा. अवैध सेक्स संबंध बनाने के लिए मेरे दिमाग में टायलेट का विचार आया तो फिर मैं लेट्रिंग देखने गया की वहाँ पर साफ सफाई है या नहीं. जब मैंने लेट्रिंग चेक करी तो देखा की वो तो बहुत ही ज्यादा गन्दी हो रखी थी जगह जगह टट्टी पड़ी थी.
फिर मैने बाथरूम चेक किया. बाथरूम गिला जरूर था लेकिन साफ था इधर सेक्स संबंध बनाये जा सकते थे. मैने सोचा की उस कामुक शादीशुदा महिला की चुदाई करने के लिए यह जगह ठीक रहेगी. वापस आकर मैने धीरे से उसके कान मे यह बात कह दीं. उसने मेरे साथ अवैध सेक्स संबंध बनाने की हाँ भर दी. सबसे पहले मै उस बाथरूम मे घुसा उसके कुछ समय बाद वो भी अंदर आ गई. उसके आते ही मैने उसको बाहों मे ले लिया और उसके होठों को चुमने लगा. उसने अपनी जीभ मेरे मुह मे डालकार गोल गोल घुमाने लगी. वो मुझे इन सब बातों की अभयस्त लगी. धीरे धीरे मेरे हाथ उसके ब्लाउज के अंदर घुसने लगे.
उस कामवासना से भरी शादीशुदा महिला ने चुदवाने के लिए तुरंत अपना ब्लाउज और ब्रा निकाल दि और उप्पर से बिलकुल नंगी हो गयी. ब्लाउज और ब्रा खुलते ही मै तो पागलो कि भांति उसके मोटे मोटे स्तनों पर झपट पडा. उसके दूध से भरे मोटे मोटे स्तनों को खूब जोर जोर से दबाया. . कभी बायां. . कभी दायां. . . फिर उनको मुह मे लेकर चुसने लगा. . काटने लगा. . कोमल मेरा पुरा साथ दे रही थी. . बार बार मोअन कर रही थी. उसने धीरे से हाथ बढाकर मेरा लन्ड अपने हाथ मे ले लिया. . बडे हक से मानो कह रही हो ये अब मेरी प्रापर्टी है. अब सेक्स करने के लिए मैं भी अपने सभी कपडे खोलकर बिलकुल नंगा हो गया.
उस नंगी शादीशुदा महिला ने बडे ध्यान से मेरा खड़ा लंड देखा और एक हल्की सी मुस्कुरा दी. फिर उस नंगी महिला ने मेरा लंड अपने मुह मे ले लिया और किसी रांड की तरह बडे चाव से उसे चुसने लगी और मुझे ब्लोजॉब देने लगी. फिर धीरे से कान मे फुसफुसाकर बोली “अपने पास ज्यादा समय नहीं है इसको जल्दी से मेरी चूत मे डाल दों” मैने घडी देखी अभी आधा घंटा और बाकि था. . मैने चुदाई करने के लिए उस कामुक शादी शुदा महिला को निचे फर्श पर लिटा दिया और उस कामवासना से भरी शादीशुदा भारतीय नारी की टाइट चूत को अपनी जीभ से चाटने और चोदने लगा. अब तो वो जोर जोर से उछलने लगी और मादक सिसकियाँ लेने लगी.
अब मैने भी ज्यादा देर न करने की सोची और मेरे खड़े लंड का टोपा उस कामुक शादी शुदा महिला की टाइट चूत पे रखकर एक जोरदार झटका मारा तो मेरा पूरा का पुरा लंड उस कामुक शादी शुदा महिला की टाइट चूत मे समा गया. अब मै लगातार धक्के लगा रहा था और वो फुसफुसाकर बोल रही थी और जोर से चुदाई करो आह… आह.. उमह… आह… आह…और जोर से. . दस मिनट तक शानदार चुदाई करने के बाद वो बोली की मैं तो झड चुकी हूँ अब तुम डॉगी सेक्स स्टाइल में मेरी गांड मार लो. मैने भी उसको डॉगी सेक्स स्टाइल में लेकर उसकी गांड के छेद में अपना खड़ा लंड पेल दिया और उसकी गांड मारने लगा.
पंदरह बीस मिनट की गांड चुदाई के बाद मैने भी अपना वीर्य उसकी गांड के छेद के अंदर छोड दिया. आज पहली बार किसी मर्द ने उसकी गांड मारी थी इस लिए अब वो मेरे साथ सेक्स करके बहुत ही ज्यादा संतुष्ट नजर आ रही थी. सेक्स करने के बाद हम दोनों ने जल्दी से अपने कपडे पहने और बहार आ गये. ट्रेन के आने का एनाउन्समेन्ट हो चुका था. हमने अपना अपना सामान उठाया और ट्रेन में चड़ने के लिए प्लेटफार्म पर आ गए. उस दिन के बाद वो कामुक शादीशुदा महिला मुझे दुबारा नहीं मिली मगर आज भी मुझे उसकी बहुत याद आती है क्योकि पहली बार मैंने उसकी गांड जो मारी थी. दोस्तों उम्मीद करता हूँ की आप सभी को मेरी ये अन्तर्वासना हिंदी सेक्स कहानी “घोड़ी बनाकर शादीशुदा महिला की गांड मारी रेलवे स्टेशन के वेटिंग रूम में” बहुत पसंद आई होगी…