ठंड के मौसम में सलवार खोलकर चूत चाटने के बाद सगी मौसी की कुंवारी बेटी को खूब बुरी तरह रगड़कर चोदा पागलों की तरह भाई बहन की चुदाई की गन्दी गन्दी हिंदी सेक्स कहानियाँ : दोस्तों, मेरा नाम हनी सिंह है और मेरा जन्म वैसे तो पंजाब का है लेकिन अब मैं इंग्लेंड में रहता हूँ. दोस्तों मेरी यह कहानी जिसको में आज आप सभी को सुनाने जा रहा हूँ करीब सात साल पहले की है जब में भारत में था तब यह मेरे साथ घटित हुई. दोस्तों मेरी मौसी की एक लड़की है उसका नाम किरनदीप कौर है और उस कामुकता से भरी कुंवारी लड़की की उमर मुझसे करीब दो साल छोटी है.
दोस्तों मुझे लड़कियों और शादी शुदा भाभीयों की चूत चाटने का बड़ा शौक है और मैं आये दिन चूत चाटने का जुगाड़ा करता रहता था और अपना ये चूत चाटने का शौक पूरा करने के लिए मैं मेरे गाँव की शादी शुदा और भाभीयों और सेक्स की प्यासी आंटियों को तलाशता रहता था. जब मैंने पहली बार चूत चाटने के बाद मौसी की बेटी को रगड़कर पागलों की तरह चोदा था उस बक्त वो 20 साल की थी. वो कुंवारी रांड दिखने में बहुत खूबसूरत थी उसके देखते ही हर मर्द उसके प्यार में पागल हो जाता था और उन मर्दों में एक मैं भी शामिल था.
सलवार खोलकर चूत चाटने के बाद मौसी की बेटी को रगड़कर चोदा हिंदी सेक्स कहानियाँ
एक दिन मेरी सगी मौसी की सेक्सी माल बेटी हमारे घर पर एक सप्ताह के लिए रहने के लिए आ गई और उस समय वो अपनी छुट्टियाँ बिताने हमारे घर पर आई थी. तो एक दिन हम सभी लोग एक साथ बैठकर टीवी देख रहे थे तब मेरा ध्यान अचानक से उसके बूब्स पर चला गया जो उस समय बहुत सुडोल, उभरे हुए आकर्षक दिख रहे थे, लेकिन फिर एक नजर देखकर मैंने अपनी नजर को वापस टीवी पर लगा दिया और में वो फिल्म देखने लगा, लेकिन दोस्तों जब से वो हमारे घर पर आई थी में बार बार अपनी बहाने के के मोटे मोटे बूब्स और सेक्सी गांड को गन्दी नजरों से घूरता रहा था.
दो तीन बार मेरी मौसी की लड़की ने भी मुझे ऐसा करते हुए देख लिया था और उस रात को टीवी देखते समय भी ठीक ऐसा ही हुआ मेरी नजर दोबारा उस कामुकता से भरी कुंवारी लड़की की तरफ चली गई और ऐसे ही मेरी मौसेरी बहन किरनदीप को देखने लगा और उसके सामने ही अपने लंड को रगड़ रगड़कर कर पुचकारने लगा वो पहले तो मुझसे थोड़ा शरमाई लेकिन बाद में तो वो मेरी तरफ देखकर थोड़ा सा मुस्कुरा गई और उसकी इस हरकत की वजह से मेरी हिम्मत ज्यादा बढ़ गई और अब में भी उसे बिल्कुल निडर होकर देख रहा था और मुझे ऐसा करने में बहुत मज़ा आ रहा था.
मेरे मन में ना जाने क्या क्या गंदे गंदे वीचार चल रहे थे? एक भाई होने के बावजूद मेरी सोच अब उस सेक्सी माल बहन के लिए बिल्कुल बदल सी गई थी. फिर रात को करीब 9 बजे मेरी मम्मी ने मेरी मौसेरी बहन किरनदीप को बोला कि ज्यादा ठंड है तो तुम भी हमारे साथ इस रज़ाई में बैठकर टीवी देख लो क्या तुम्हे सर्दी नहीं लगती? तो वो बिना कुछ बोले मेरे पैरों की तरफ उस रज़ाई में बैठ गई और मेरी मौसी की लड़की ने रजाई को अपने पैरों के थोड़ा ऊपर तक ले लिया था जिसकी वजह से अब उसके नरम नरम पैर मेरे पैरों से छू रहे थे जिसकी वजह से उन ठंड के दिनों में भी मेरे शरीर में बहुत ज्यादा गर्मी आ गयी और अब मैं तो अब बिल्कुल पागलों के जैसा हो रहा था.
अब मेरे दिमाग में गंदे गंदे विचार आने लगे थे अपनी मौसी की लड़की के बारे में जिस वजह से मेरा लंड धीरे धीरे लंबा होने लगा और कुछ देर के बाद मैंने अपने पैर पर खुजली के बहाने से अपना एक हाथ उसके पैरों पर छू दिया, तो वो मेरी तरफ देखकर स्माइल देने लगी, जिसकी वजह से में मन ही मन खुश होने लगा था और में समझ गया कि यह अब मुझसे ज़रूर अपनी चुदाई करवाएगी और उसके बाद में रुक नहीं सका और में लेटने का नाटक करते हुए उस रज़ाई में घुस गया जिससे मेरा हाथ बड़ी आसानी से उसके पास जा सके. फिर मेरी मौसी की लड़की ने अपने पैरों को आधा खड़ा कर लिया और मैंने अपने दोनों पैर उसके पैरों के नीचे से आगे कर दिए, जिसकी वजह से अब मेरा हाथ उसके पैरों के पास जा सकता था.
अब मैंने रज़ाई ठीक करने के बहाने उस कामुकता से भरी कुंवारी लड़की की गोरी गरम जांघ को छूकर मज़े लिए और वो एक बार फिर से मेरी तरफ मुस्कराई. फिर तभी मैंने उसका हाथ पकड़ लिया और मेरी मौसी की लड़की ने भी मेरा हाथ पकड़ लिया था जिसकी वजह से में अब आउट ऑफ कंट्रोल हो रहा था इसलिए मैंने थोड़ी देर उसका हाथ पकड़ने के बाद अपना खड़ा लंड तीन चार बार रगड़कर उसके हाथ में पकड़ा दिया. अब वो चुपचाप मेरा लंड अपने हाथ में पकड़कर धीरे धीरे उस कामुकता से भरी कुंवारी लड़की की मुठ मारने लगी. उस साली कुंवारी रांड ने मेरा लंड रगड़ रगड़कर कर लाल कर दिया था.
उसके हाथ का स्पर्श पाकर में जोश में आ गया और अब मेरा दिल अपनी सगी मौसी की बेटी को खूब बुरी तरह रगड़कर चोदा चादी करने का करने लगा. फिर मैंने भी अपने हाथ को धीरे से आगे बढ़ाकर उसकी सलवार के ऊपर से उस सेक्सी माल की टाइट चूत को हलके हाथों से रगड़कर महसूस करने लगा और तब मैंने महसूस किया कि उस कामुकता से भरी कुंवारी लड़की की चूत एकदम गीली हो चुकी थी. अब मेरा दिल उसकी गीली चूत चाटने का करने लगा. रात के करीब 12 बजे घर के सभी सदस्य सोने के लिए अपने कमरे में चले गए लेकिन हम दोनों भाई बहन तब भी वहीं पर लेटे रहे और हम दोनों भाई बहन रात को आने वाली फिल्म देखने के बहाने टीवी देखते रहे.
फिर मम्मी ने मौसी की बेटी किरनदीप को बोला कि जब तुम्हे सोना हो तो तुम तुम्हारे बड़े भाई हनी सिंह के साथ ही सो जाना. उनके इतना कहकर चले जाने के बाद मैंने उससे बोला कि मौसी की बेटी किरनदीप तू उठकर दरवाजा अच्छी तरह से बंद कर दे. फिर मेरी मौसी की लड़की ने मेरे कहने पर तुरंत उठकर दरवाजा बंद करके लाइट को भी बंद कर दिया और अब हमारे रूम में हम दोनों भाई बहन ही थे और हल्की हल्की टीवी की रौशनी भी थी और फिर वो मेरे पैरों के पास बैठने लगी. तभी मैंने उससे कहा कि तुम अब मेरे साथ में लेट जाओ और मेरी बात को सुनकर वो थोड़ा सा हंसकर तुरंत मेरे पास में आकर लेट गई.
अब मैंने ज्यादा देर ना करते हुए तुरंत मेरी मौसेरी बहन किरनदीप को अपनी बाहों में लेकर में उसके गुलाबी होंठो को किस करने लगा और वो भी मेरा पूरा साथ देते हुए मुझे अपनी बाहों में कस रही थी. फिर कुछ देर बाद एक हाथ से में उसके बूब्स को मसल रहा था जिसकी वजह से वो अब गरम होकर जोश में आकर सिसकियाँ लेने और अब में मेरी मौसेरी बहन किरनदीप को किस कर रहा था हम दोनों भाई बहन को बहुत मज़ा आ रहा था. तभी मेरी मौसी की लड़की ने अपने आप मेरे कुछ कहे बिना ही वो मेरा लंड अपने एक हाथ में पकड़कर हिलाने लगी.
सलवार खोलकर चूत चाटने के बाद मौसी की बेटी को रगड़कर चोदा : करीब दस मिनट के बाद मैंने सेक्स करने के लिए उस कामुकता से भरी कुंवारी लड़की की सलवार और कुर्ती को भी उतार दिया. फिर मेरी मौसी की लड़की ने मेरा पजामा और टीशर्ट को भी उतार दिया उसके बाद मैंने मेरी मौसेरी बहन किरनदीप के साथ चुम्मा चाटी करना शुरू कर दि और अपने एक हाथ से मैंने उस कामुकता से भरी कुंवारी लड़की की पेंटी को उतार दिया में उसकी गरम चूत पर अपना हाथ फेरने लगा. अब वो भी मेरा अंडरवियर नीचे खींच रही थी इसलिए मैंने अपनी अंडरवियर को उतार दिया उसके बाद हम दोनों भाई बहन ने एक दूसरे को अपनी बाहों में लेकर हम दोबारा से पागलों की तरह चुम्मा चाटी करने लगे.
फिर मैं हवस का पुजारी पागलों की तरह उस कुंवारी लड़की के मोटे मोटे बूब्स को जोर जोर से रगड़ने और मसलने लगा. मैंने उसके खरबूजे जैसे मोटे मोटे बूब्स रगड़ रगड़कर लाल कर डाले थे और अब उसके बूब्स में खून उतर आया था. कुछ देर बाद मैंने महसूस किया कि उस कामुकता से भरी कुंवारी लड़की की साँसे अब तेज होने लगी थी और वो अब वो चोदा चादी करने के लिए बिलकुल तैयार थी. फिर में उसके निप्पल को अपने मुँह में लेकर सक करने लगा जिसकी वजह से वो कसमसाने लगी और उसके बाद में उसके नरम मुलायम पेट पर किस करने लगा.
कुछ देर बाद वो मेरे सर को पकड़कर अपनी प्यासी कामुक चूत की तरफ धकेलने रही थी और में समझ गया था कि वो अब मुझसे अपनी चूत को चटवाना चाहती है और इसलिए में धीरे धीरे अपना मुँह उस कामुकता से भरी कुंवारी लड़की की चूत के पास ले जाकर में उस कामुकता से भरी कुंवारी लड़की की चूत को चूमने लगा, लेकिन वो तो बिल्कुल बेसब्री होकर मेरा सर पकड़कर अपनी टाइट चूत में घुसेड़ रही थी और अब उसकी सिसकियों की आवाज़ें भी आने लगी थी वो सीईईईई आह्ह्ह्हह उफ्फ्फ्फ़ करने लगी और अपने होंठो पर जीभ घुमा रही थी.
फिर मैंने अपनी एक उंगली को उस कामुकता से भरी कुंवारी लड़की की चूत में डालकर में उस कामुकता से भरी कुंवारी लड़की की चूत के दाने को सहलाने लगा जिसकी वजह से वो बिल्कुल मदहोश होकर अपनी आखें बंद करके अपने कूल्हों को ऊपर कर रही थी. फिर मैंने अपनी दो उँगलियों को चूत में डालकर हिलाने लगा और उसके दाने को सहलाने लगा. करीब पांच मिनट तक लिक करने और ऊँगली से उस कामुकता से भरी कुंवारी लड़की की चूत को चोदने से वो एकदम से उछल पड़ी.
उसके बाद में वो अचानक से ठंडी होने लगी और में उस नंगी लड़की की हालत को देखकर तुरंत समझ गया कि उस नंगी लड़की की टाइट चूत ने अब पानी छोड़ दिया है. वो अब झड़कर बिल्कुल निढाल होकर पड़ी रही तो में मेरी मौसेरी बहन किरनदीप को होंठो पर किस करने लगा और थोड़ी देर के बाद वो भी मुझे किस करने लगी और मेरा साथ दोबारा देने लगी और अब वो मेरा मोटा लंड पकड़कर धीरे धीरे ऊपर नीचे करने लगी. करीब तीन चार मिनट के बाद वो मेरे लंड के टोपे पर अपनी जीभ रगड़ रगड़कर उसे चाटने लगी. मुझे उसके ऐसा करने से बहुत मज़ा आ रहा था और में उसके सर पर अपना हाथ घुमाकर सहला रहा था.
फिर जब थोड़ी देर के बाद मेरा लंड किसी लोहे के सरिये की तरह तनकर खड़ा हो गया. मैंने चुदाई करने के लिए मेरी मौसेरी बहन किरनदीप को उसके दोनों पैरों को ऊपर करने के लिए कहा तो मेरी मौसी की लड़की ने मुझसे बोला कि ठीक है में अभी करती हूँ, लेकिन भाई आप बहुत धीरे से डालना आपका लंड बहुत मोटा और लंबा है मुझे बहुत दर्द होगा. अब मैंने उससे पूछा कि क्या इससे पहले भी कभी तुमने अपनी चूत को चुदवाया है? वो बोली कि हाँ भैया में इससे पहले भी अपने एक बॉयफ्रेंड से अपनी चूत की चुदाई करवा चुकी हूँ, लेकिन अब मुझे सेक्स किए हुए बहुत समय हो चुका है और मेरी चूत अब किसी मर्द के लम्बे मोटे लंड के लिए बहुत ही ज्यादा तरस रही है भाई प्लीज अब ज्यादा देर मत लगाओ और चोद दो मुझे और मुझे वो मज़े दे दो जिसके लिए मैंने अब तक इंतजार किया.
मेरा बॉयफ्रेंड तो मुझे आधे रास्ते में ही धोखा देकर चला गया. अब भैया आपसे मुझे आपके लंबे मोटे लंड से वो शारीरिक सुख चाहिए प्लीज थोड़ा जल्दी से मेरी इस चूत की चोदा चादी करके प्यास को बुझा दो. मैंने मेरी मौसेरी बहन किरनदीप को बोला कि ठीक है तुम्हे चोदा चादी करने के दौरान बहुत तेज दर्द तो होगा मगर वो दर्द कुछ देर की चुदाई के बाद बहुत ज्यादा आनंद में बदल जायगा और तुम्हे चोदा चादी करने में आनंद आने लगेगा. अब में उसके पैरों के बीच में आकर उसके दोनों पैरों को ऊपर उसके बूब्स तक करके अपना लंबा और मोटा लंड उस कामुकता से भरी कुंवारी लड़की की चूत के ऊपर रख दिया तभी.
मेरी नंगी बहन मेरी तरफ प्यार से देखकर बहुत मुस्करा रही थी उस कामुकता से भरी कुंवारी लड़की की खुशी देखकर मैं समझ गया की आज तो मेरे लंबे मोटे लंड से अपनी कुंवारी चूत रगड़कर चुदवाने के लिए तैयार है ये साली कुंवारी रांड. अब मैंने उसके कंधो को पकड़कर धीरे धीरे दबाव डालते हुए अपना लंड उसकी चूत में डालना शुरू कर दिया. अभी मेरे लंड का उस कामुकता से भरी कुंवारी लड़की की चूत में टोपा ही गया था कि वो मुझसे कहने लगी उफफ्फ्फ्फ़ आईईईईई माँ मर गई प्लीज़ मुझे बहुत दर्द हो रहा है ऊईईईइ माँ में मर जाउंगी आप इसके ऊपर कुछ लगा लो, सूखा लंड अंदर जाने में दर्द हो रहा है प्लीज बाहर निकाल लो इसको.
फिर मैंने वैसे ही रुककर अपने लंड को उस कामुकता से भरी कुंवारी लड़की की चूत से बाहर निकाल लिया और अपने मुँह से थूक लेकर लंड पर रगड़कर उसे थोड़ा चिकना करा. लंड पर थूक रगड़कर उसे चिकना करने के बाद मैंने अपने लंड को चूत के मुँह पर दोबारा लगाया और में मेरी मौसेरी बहन किरनदीप को बोला कि तुम तुम्हारे दोनों हाथों से अपने कूल्हों को खोल लो. अब जैसा मैंने उससे बोला था मेरी मौसी की लड़की ने वैसा ही करा और मैंने अपना लंड उस कामुकता से भरी कुंवारी लड़की की चूत के मुँह पर रख दिया और करीब तिन चार बात चूत के होठों पर रगड़कर एक जोरदार धक्का दे दिया.
चूत पर जोरदार धक्का लगाने की वजह से मेरा आधा लंड उस कामुक नंगी लड़की की टाइट चूत के अंदर फिसलकर जा चुका था और तब मैंने रुककर उससे पूछा कि क्यों अब तो तुम्हे दर्द नहीं हो रहा है ना? तब वो कहने लगी कि नहीं उसके बाद में मैंने अपने लंड से उस कामुकता से भरी कुंवारी लड़की की चूत में धीरे धीरे झटके लगाने शुरू कर दिए और थोड़ी देर के बाद उस नंगी लड़की की सेक्सी चूत भी अब जोश में आकर गीली हो गई थी जिसकी वजह से मेरा पूरा लंड उस कामुकता से भरी कुंवारी लड़की की चूत में अंदर तक बिना किसी रुकावट के जाने लगा था
चुदते चुदते वो कुंवारी रांड भी अब बहुत खुश होकर अपने कूल्हों को ऊपर उठाकर मुझे अपनी चुदाई करवा रही थी और मैंने उससे बोला था कि तुम अपने मुँह से कोई भी आवाज नहीं निकालना, इसलिए वो अपने होंठो पर अपनी जीभ को घुमा घुमाकर मेरे साथ अपनी चुदाई के मज़े ले रही थी और मैं भी पागलों की तरह उसके साथ चोदा चादी कर रहा था. सेक्स करने के करीब 15 मिनट के बाद मेरी मौसी की लड़की ने मुझे ज़ोर से अपनी बाहों में पकड़कर कस लिया और में तुरंत समझ गया कि उस कामुकता से भरी कुंवारी लड़की की चूत ने दोबारा पानी छोड़ दिया है, लेकिन में अभी भी धक्के लगा रहा था क्योंकि मेरी अन्तर्वासना अभी तक शांत नहीं हुई थी.
चुदाई के दौरान मेरा लंड हर एक धक्के से उस कामुकता से भरी कुंवारी लड़की की चूत के पूरे अंदर तक जा रहा था. में तो उस मज़े में पागल हो रहा था और अपनी बहन के नंगे जिस्म से अपनी अन्तर्वासना शांत करने में लगा हुआ था. पूरे 45 मिनट तक पागलों की तरह मेरी मौसेरी बहन किरनदीप को लगातार धक्के देकर चोदने के बाद मेरे लंड का पानी निकल गया, जिसको मैंने मेरी मौसी की नंगी बेटी किरनदीप की चूत में अंदर तक जाने दिया था ताकि उस कामुकता से भरी कुंवारी लड़की की भी अन्तर्वासना शांत हो सके.
दोस्तों मौसी की नंगी बेटी किरनदीप उस चुदाई के दौरान करीब चार बार अपनी चूत का पानी छोड़ चुकी थी. फिर में उसके ऊपर ही पड़ा रहा तो मौसी की बेटी किरनदीप ने मुझसे कहा कि भाई मैंने अपनी चूत की चुदाई तो पहले भी बहुत सारे मर्दों के लंड से करवाई है, लेकिन जितना मज़ा आज मुझे आपने चुदाई का दिया शायद वो मुझे दोबारा जिंदगी में भी ना मिले आज तो आपने मुझे अपनी रंडी बनाकर पागलों की तरह खूब रगड़ रगड़कर चोदा है.
वो शरमाते हुए मुझसे बोली की एक भाई होने के बावजूद आपने मेरी हवस शांत करी और आपने मुझे सेक्स का वो पूरा मज़ा दिया जिसके लिए मैंने आपसे अपनी चूत को चुदवाया है और आप बहुत अच्छी चुदाई करते हो भैया. फिर दोस्तों मौसी की कुंवारी बेटी किरनदीप हमारे घर पर पूरे दो सप्ताह तक रही और हम दोनों भाई बहन हर रात को टीवी देखने के बहाने एक साथ सोते और घरवालों के सो जाने के बाद अवैध सेक्स संबंध बनाते. तो दोस्तों उम्मीद करता हूँ की आप सभी को मेरी हिंदी सेक्स स्टोरी “सलवार खोलकर चूत चाटने के बाद मौसी की बेटी को रगड़कर चोदा हिंदी सेक्स कहानियाँ” बहुत पसंद आई होगी और आप इस हिंदी सेक्स स्टोरी को पढ़ने के बाद अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करोगे…