अवैध सेक्स संबंध बनाने के दौरान मेरी सेक्सी गांड मारने के लिए मौसी का लड़का गिड़गिड़ाने लगा कामुकता से भरी अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरी फ्री में ऑनलाइन पढ़ें और ज्यादा से ज्यादा शेयर भी करें : दोस्तों मैं एक आनाथ लड़की हूँ और अपनी मौसी के साथ उनके घर में रहती हूँ. में अपने मौसेरे भाई के साथ कई बार अवैध सेक्स संबंध बना चुकी हूँ. हम भाई बहनों के अवैध सेक्स संबंध की जो हिंदी सेक्स स्टोरी मैं आप लोगों को सुनाने जा रही हूँयह बात उस समय की है जब मेरी मौसी का लड़का धर्मेन्द्र और में पार्क में नंगे होकर सेक्स कर रहे थे और तभी पार्क का गार्ड मेरे भाई को पीछे से थपथपाया और बोला- भाई, ये क्या हो रहा है…?
मेरी मौसी का लड़का बहुत ज्यादा डर गया और हकलाते हुए बोला- वो भाईई वो… वो… फिर पार्क के गार्ड ने अपने मोबाइल फोने की फ्लैश लाइट चालू करी तो उसने हम भाई बहन को आपत्ति जनक हालत में देख लिया. फिर वो हँसते हुए बोला अच्छा पार्क में आउटडोर चुदाई के मजे ले रहे हो बड़ी मस्त कॉल गर्ल लेकर आये हो भाई आज तो तुम मुझे भी सेक्स करना है इस रंडी लड़की के साथ बताओ कितने पैसे लेती है ये रंडी एक शॉट के??? मेरे मौसी के लड़के की तो डर के मारे गांड फटी पड़ी थी उसे डर था की हम भाई बहन आपत्ति जनक हालत में पदके गए हैं कहीं वो पार्क का गार्ड पुलिस को ना बुला ले.
मेरी गांड मारने के लिए मौसी का लड़का गिड़गिड़ाने लगा अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरी
फिर मेरा भाई झट खड़ा हो गया और उसने अपने सभी कपड़े पहन लिए और मुझ कुंवारी लड़की को पार्क में नंगी ही छोड़ कर वहां से भाग गया. अब पार्क के अंदर मैं नंगी पड़ी थी और मेरे साथ उस पार्क का गार्ड था. तो फिर मैंने ही उस पार्क का गार्ड को जवाब देते हुए बोला की रजा तू तो फ्री में ही बजा लेना मेरा बाजा मगर आज मेरे पास समय नहीं है फिर मैंने उस गार्ड को अपने सीने से लगाया और एक चुम्मी देते हुए बोली की आज के लिए इतना ही मेरी अभी किसी दुसरे मर्द से बुकिंग हैं कल इसी समय मिलना यदि मेरी चूत मरना चाहते हो तो और फ़िलहाल मैं पार्क में मेरी ब्रा और पेंटी तेरे लिए छोड़ कर जा रही हूँ आज उन्हें सूंघ कर और चाट चाट कर मुठ मार लेना.
फिर जैसे ही मैं अपने कपड़े पहन कर पार्क से जाने लगी तो पार्क का गार्ड बोला- मैडम जी, एक बार और गले मिल लो। मैं जैसे ही मिलने गयी, उस हरामी ने मेरे बूब्स पर किस किया. मुझे उस गार्ड की ये बात अच्छी लगी, मैंने अपने बूब्स उसके मुँह में रख दीये और बोली ये लो पी लो मेरा दूध और फिर उसको अपने दोनों थनो से दूध पिलाने के बाद मैं पार्क से बाहर चली आयी. पार्क के बाहर आते ही मैंने देखा की मेरी मौसी का लड़का अभी तक घर नहीं गया था बल्कि बो पार्क के बाहर मेरा इंतजार कर रहा था शायद हमारी चुदाई अधूरी रह गयी थी इस लिए वो अभी मेरे साथ और सेक्स करना चाहता था.
मेरे उस गार्ड के चंगुल से चुटकर पार्क से बाहर आते ही मेरा भाई मुझसे मेरे हाल चाल लेने लगा की आप ठीक तो हो दीदी उस सेल गार्ड ने आपके साथ कुछ गलत काम तो नहीं करा ?मैं बोली की मैं बिल्कुल ठीक हूँ भाई और वो गार्ड तो बहुत अच्छा था उसने मेरे साथ कुछ भी गलत नहीं करा. फिर हम भाई बहन दोनों एक साथ पार्क से मौसी के घर के लिए निकल पड़े. मेरी मौसी का लड़का बोला की- काश आप मेरी पत्नी होती तो मैं बीना किसी डर के आपके साथ अपने घर के अंदर ही सेक्स करता.
मैं मेरे मौसेरे बोली से गाली बकते हुए बोली की साले हवस के पुजारी भाई होकर भी पति वाला काम तो कर ही लिया हैं तूने. फिर वो बोलने लगा की मैंने क्या कर दिया ऐसा जो आप मुझे गाली दे रही हो??? फिर मैं उससे बोली की अबे साले हरामी तू अपनी बहन के साथ अवैध सेक्स संबंध बनाकर बहनचोद तो बन चूका है अभी भी तेरी हवस शांत नहीं हुई जल्दी घर चल बैडरूम में सेक्स करेंगे आज वैसे भी घर में कोई नहीं है सभी चार दिन के लिए शादी में गए हुए हैं…
फिर उस पूरी रात हमने खूब जमकर सेक्स करा. रात भर चुद चुद कर बिल्कुल थक गई थी और बिस्तर पर लेट गयी. बहनचोद धर्मेन्द्र भाई भी मेरे पास लेट गया और मुझे किस करने लगा, मेरे बूब्स चूसने लगा, वो मेरे बदन के साथ खेल रहा था. और मैं पता नहीं कब नींद की आगोश में चली गयी. जब मेरी नींद खुली तो देखा कि मेरी मौसी का नंगा बेटा मेरे पास बिल्कुल नंगा सोया हुआ है और लन्ड भी बिल्कुल ढीला सोया था. मैं उठकर जैसे ही बैठी तो वीर्य मेरी चूची से नीचे टपक रहा था.
फिर मैंने आईने के सामने जाकर देखा तो मेरी चुचियाँ एकदम लाल थी और लव बाईट भी थी. मैं समझ गयी कि मेरी मौसी के बेटे ने हस्तमैथुन करके मेरे बूब्स पर अपने वीर्य की पिचकारी चलाई है. मेरे उठते ही मेरे मौसेरे भाई की भी नींद खुल गयी और फिर मेरी मौसी के बेटे ने उठते ही मुझे अपनी ओर बिस्तर पर खींच लिया और बोला- मेरी चुदक्कड़मर बहन, आज रात रुक जाओ ना? मैं बोली- अच्छा, आज रात ही क्यों, तेरे नाजायज़ बच्चे की माँ बनने तक रुक जाती हूँ. और हम दोनों भाई बहन हँसने लगे.
बहनचोद धर्मेन्द्र भाई हँसते हुए बोला- काश, तू मेरी बीवी होती. मैं बोली- चल उठ और बाज़ार जाकर मेरे लिए कपड़े लेकर आ, तब तक मैं स्नान कर लेती हूँ. तो मेरी मौसी का लड़का बोला की- मेरी चुदक्कड़मर बहन, मैं भी आपके साथ नहाऊंगा! मैं बोली- पागल मत बन, जल्दी जा, मुझे देर हो रही है. लेकिन बहनचोद धर्मेन्द्र भाई किसी छोटे बच्चे की तरह जिद करने लगा और गिड़गिड़ाने लगा. फिर मैं बोली- ठीक है, जल्दी उठ! और मैं नहाने के लिए बाथरूम में जाने लगी. वो वहीं लेटा मेरी लचकती गांड देख रहा था. वो अचानक उठा और मुझे पीछे से दबोच लिया, उसका लन्ड मेरी गांड में चुभने लगा था.
वो बोला- मेरी चुदक्कड़मर बहन, आपकी गांड बहुत सेक्सी है. वो हवस का पुजारी गिड़गिड़ाने लगा की मेरी प्यारी बहन बस एक बार गांड मारने दो ना? वो मेरी गांड मारने के लिए बहुत ही ज्यादा बुरी तरह से गिड़गिड़ाने लगा उसे मेरी गांड मारने की ऐसी तलब लगी थी जैसे एक शराबी को शराब की तलब लगती है. मैं बोली- पागल हो गया है क्या ऐसे क्यों गिड़गिड़ाने लगा है पागल मैं बहन हूँ तेरी कोई बाजारू रंडी नहीं… जब से मिला है मुझे अपनी रंडी बनाकर चोदे ही जा रहा है. मैंने थोड़ा गुस्सा दिखाया और बाथरूम में चली गयी.
वो भी पीछे-पीछे आ गया और फिर से गिड़गिड़ाने लगा – गुस्सा मत हो मेरी चुदक्कड़मर बहन बस एक बार तेरी गांड में भी लंड पेल लेने दे! वो फिर आगे बढ़ा और मेरे होंठों को जीभ से चाटने लगा. मेरे नंगे शरीर मे झनझनाहट सी फैलने गयी. वो मेरे गाल, गर्दन, चूची सिर्फ चाटे जा रहा था जोकि मेरे लिए बिल्कुल नया और अलग अनुभव था. आज तक मैंने बाथरूम में ऐसे नहीं करवाया था. – बहनचोद भाई ने मेरे पूरे शरीर पर वीर्य की बारिश करी मेरे भाई ने मेरी चूत गांड को खूब चोदा फिर वो अचानक ऐसी जगह पहुँच गया जिसकी मैं कभी कल्पना भी नहीं की थी…
वो हवस का पुजारी मेरे दोनों हाथों को ऊपर करके मेरी आर्मपिट चाटने लगा. मेरे मन में एक अजीब सी गुदगुदी सी हुई कि ‘ये क्या कर रहा है’ और मेरी आँखें बंद हो गयी और सब कुछ भूलकर बस मैं आंनद लेने लगी. इससे पहले मैं कुछ समझ पाती, वो मेरी चूत में उंगली करने लगा और ये पानी तो आग में पेट्रोल छिड़कने का काम कर रही थी. मैं अब बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी और मेरे मुँह से अपने आप सिसकारियां निकलने लगी- ओह्हह हहहह… आहह… मैं अपना आपा खो चुकी थी और वो पूरे जोश से कभी मेरी चूची चाटता तो कभी गाल… तो कभी तो कभी होंठ, तो कभी गर्दन, तो कभी मेरी गांड और बीच-बीच में अपनी दाँत चुभो कर और पागल कर देता.
मैं तो बस आँखों को बंद कर एक अजीब सी दुनिया में खोई थी. तभी उसने अचानक मेरी चूत में अपनी जीभ लगा दी और चूत चाटने लगा. मेरी आँख अचानक से खुली और मैं मदहोशी से बोली की भाई… अब बस कर! बस मेरी इस कुंवारी चूत को फाड़ दे. यह बात सुनते ही जैसे बहनचोद धर्मेन्द्र भाई पागल हो गया और मेरी चूत को अपने मुँह में भर लिया और अपने जीभ से मेरी खतरनाक चुदाई करने लगा. मैं भी उसका पूरा साथ दे रही थी. करीब 5 मिनट बाद मैं उसके मुँह में झर गयी लेकिन वो अभी भी अपने जीभ से चोद रहा था. फिर मैंने जैसे तैसे उसको अलग किया और बोली- हो गया… बस कर… बहुत नहा ली! अब चल! और मैं बाथरूम से निकल गयी.
वो मेरे पीछे आया और बोला- मेरी चुदक्कड़मर बहन, ये गलत है. आपका काम तो हो गया लेकिन मेरा लन्ड तो अभी भी खड़ा है. तो मैं बोली- तो मैं क्या करूँ? मुझे देर हो रही है. प्लीज मेरी चुदक्कड़मर बहन, एक बार गांड मारने दो में अप की गांड का दीवाना हु फिर वो गिड़गिड़ाने लगा- प्लीज मेरी चुदक्कड़मर बहन, एक बार गांड मारने दो में अप की गांड का दीवाना हु. मैंने सोचा कि ये साला हरामी मेरी गांड मारे बिना मानेगा नहीं और घर पहुचने में देर भी हो रही थी, इससे अपनी सेक्सी गांड मरवा ही लेती हूँ तो मैंने गांड मरवाने के लिए हाँ भर दी.
मेरी हाँ सुनते ही उसने मुझे गोद में उठाया और मेरी गांड मारने के लिए मुझे पलंग पर पटक दिया और मुझे कुतिया बनने के लिए बोला. जैसे ही मैं अपनी गांड मरवाने के लिए मेरे भाई के आगे कुतिया बनी उसने तुरंत ही मेरी सेक्सी गांड पर क्रीम लगाकर अपने खड़े लंड को मेरी सील पैक वर्जिन गांड के छेद पर टिकाया और इतना जोरदार झटका मारा कि मैं दर्द के कारण लेट गयी और जोर-जोर से चिल्लाने लगी- साले… बहनचोद निकाल लन्ड… मेरी गांड को फाड़ दिया. लेकिन उसने नहीं सुना और लन्ड धीरे-धीरे आगे पीछे करने लगा. करीब 5 मिनट बाद उसने फिर एक जोर का झटका मारा और उसका लंड पूरा अंदर चला गया.
लंड गांड के छेद के अंदर घुसते ही मेरे तो जैसे प्राण निकल गये और दर्द के मारे मैं कुंवारी रांड बहुत ही ज्यादा जोर जोर से चिल्लाने लगी. गांड मरवाते मरवाते मैं उसे गन्दी गन्दी गाली देने लगी- साले, मादरचोद, बहनचोद मेरी गांड से लन्ड निकाल! और छटपटाने लगी और गिड़गिड़ाने लगी की अब मुझे छोड़ दे साले हवस के पुजारी. फिर मेरी मौसी के बेटे ने मेरे मुँह को अपने हाथ से बंद किया और मुझे बोला- शांत हो जा मेरी रानी. और फिर धीरे धीरे वो लन्ड आगे पीछे करने लगा. मुझे ऐसे लग रहा था कि जैसे मेरी गांड में कोई मोटा सरिया डाल कर मेरी गांड की गहराई नाप रहा हो. मेरी तो आंखों से आंसू आने लगे लेकिन बहनचोद धर्मेन्द्र भाई लन्ड आगे पीछे कर रहा था.
करीब 5 मिनट बाद मेरा दर्द कम हुआ और थोड़ा थोड़ा मजा आने लगा मुझे! फिर मैं भी धीरे-धीरे गांड उचकाने लगी. यह देखकर मेरी मौसी के बेटे ने अपनी रफ्तार बढ़ा दी और अपने हाथों से मेरा भाई मेरी चूचियों को मसल रहा था. फिर उसने मेरी चूत के नीचे तकिया लगाया और स्पीड और बढ़ा दी और खचाखच अपनी बहन की गांड चोदने लगा. मैं भी तेजी से सेक्सी गांड उछाल उछाल कर लन्ड ले रही थी और सिसकारियां लेने लगी. करीब 15 मिनट बाद उसने मेरी सेक्सी गांड में अपने लंड से निकले वीर्य की तेज पिचकारी मारी और मेरे ऊपर निढाल हो पड़ गया. उसका वीर्य बहुत समय तक मेरी सेक्सी गांड से रिस रिस कर निकलता रहा.
फिर मेरी मौसी का नंगा बेटा मेरे गले लगकर बोला- थैंक यू मेरी चुदक्कड़मर बहन! आज आपने अपने भैया को सैंया बनने का मौका दिया. फिर उसने मेरी नंगी गांड पर एक पप्पी करी. फिर उसने मुझे नंगा देख कर मुठ मारा और हस्तमैथुन करने के बाद मेरे नंगे शरीर पर वीर्य की बारिश करी. सेक्स करने के बाद कुछ देर में ऐसे ही नंगी पडी रही और भाई के वीर्य से खेलती रही और उसके वीर्य को अपने बूब्स पर और पेट पर मसलती रही फिर मैं अपने रंडी बाज भाई से बोली- हो गया सेक्स अब तो घर चलें बहनचोद की और चोदना चाहता है अपनी रंडी बहन को? तो मेरी मौसी का लड़का बोला की- घर नंगी जाओगी मेरी जान? मैं खिलखिला कर हंस पड़ी, बोली- मेरा बस चले तो मैं कभी कपड़े पहनूँ ही नहीं और ऐसे ही अपने भाई का लंड अपनी गांड और चुत में डलवाती रहू और भाई की रंडी बनकर चुदती रहूँ …