दोस्तों आज की इस कामुकता से भरी अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरी में मैं आपको बताऊंगा की कैसे मैंने एक नामर्द आदमी की कामुकता से भरी पत्नी की चुदाई करी थी उसी के घर में और कैसे औलाद का सुख देने के लिए अवैध सेक्स संबंध बनाने के दौरान मैंने मेरा पूरा वीर्य उस नंगी सविता भाभी की टाइट चूत में निकाला था. कामुक भाभी की टाइट चूत की चुदाई करने के बाद मैंने उनकी बाथरूम में घोड़ी बनाकर गांड भी मारी थी. अवैध सेक्स संबंध बनाने के कुछ दिन बाद मेरे मोबाइल फोने पर भाभी का कॉल आया और उन्होंने मुझे बताया की वो मेरे बच्चे की माँ बनने वाली है और बहुत जल्दी उन्हें औलाद का सुख प्राप्त होने वाला है …
हैल्लो दोस्तों, मैंने अब तक बहुत सारी सेक्सी कहानियाँ पढ़ी है और मज़े भी बहुत किए है. दोस्तों एक बार हुआ यूँ कि में अपने किसी मिलने वाले की एक शादी में गया हुआ था, वहाँ पर मुझे एक लड़की दिखी, जो दिखने बहुत सुंदर थी और उसने पीले कलर का पटियाला सलवार सूट पहना हुआ था और वो उन कपड़ो में बहुत हॉट, सेक्सी लग रही थी, मेरा लंड तो उसे देखते ही तुरंत खड़ा हो गया और पेंट के बाहर आने को बेताब हो गया, लेकिन वहाँ पर उस समय बहुत सारे लोग थे तो मुझे कुछ शर्म भी आ रही थी और मैंने जैसे तैसे अपने आप को कंट्रोल किया, लेकिन फिर भी मेरे दिमाग में बस उस लड़की को चोदने का भूत सवार था.
औलाद का सुख देने के लिए अवैध सेक्स संबंध बनाने के दौरान पूरा वीर्य भाभी की चूत में निकाला अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरी
मैं अब मन ही मन बहुत सोचने लगा कि ऐसा क्या किया जाए, जिससे मुझे इस कामुकता से भरी शादी शुदा महिला के साथ अवैध सेक्स संबंध बनाने का मौका मिल जाए? फिर में उस लड़की पर ध्यान देने लगा और अपनी पूरी नज़र रखने लगा था. तभी मैंने देखा कि वो शादीशुदा थी और उसका पति उससे कुछ बात कर रहा था और अब मैंने मन ही मन विचार करके उसके पति से दोस्ती करने की बात मन में ठान ली और अब में उस मौक़े की तलाश में लग गया. तभी कुछ देर बाद मैंने देखा कि उसका पति अब हमारे एक जानने वाले से बात करने लगा था.
फिर में भी सही मौका देखकर तुरंत वहाँ पर पहुंच गया और अब में भी उनके साथ गप शप करने लगा था और हम सभी के बीच बहुत हंसी मजाक हुआ और हम सभी बहुत हंस हंसकर बातें कर रहे थे और तब बातों ही बातों में उसने मुझे बताया कि उसकी शादी को दो साल हो गये है और अभी तक उन्हें औलाद का सुख प्राप्त नहीं हुआ है और उन्होंने शादी के बाद से ही औलाद का सुख प्राप्त करने के लिए बहुत बार अलग अलग सेक्स पोजीशन में चुदाई करी है, लेकिन हमेशा नाकाम रहे, वो इस बात को लेकर बहुत दुखी थे, क्योंकि वो जब यह बात हमे बता रहे थे तब वो मुझे बहुत उदास से नजर आने लगे थे.
दोस्तों फिर हमने उन्हें बहुत समझाया की भगवन बहुत जल्दी आपको औलाद का सुख देगा यह सब उस ऊपर वाले के हाथ में है, हम तो बस मेहनत कर सकते है. दोस्तों मेरी अच्छी किस्मत से वो मेरे घर से क़रीब दो किलोमीटर दूर ही रहते थे और अब हमारे बीच बहुत ज्यादा बातचीत होने लगी थी और बिलकुल घर का सा रिश्ता जुड़ चूका था हमारा. फिर हमने एक दूसरे का मोबाईल नंबर ले लिया और हमारी बहुत पक्की दोस्ती हो गई. उसके बाद कुछ देर रुकने के बाद में अपने घर पर आ गया और फिर में आकर उस लड़की को सोच सोचकर उसके नाम की मुठ मारने लगा था, मेरे दिमाग से उसका चेहरा निकलने को तैयार ही नहीं था और सच पूछो तो मुझे ऐसा करने में बहुत मज़ा आ रहा था.
उस कामुकता से भरी शादी शुदमहिला के नाम की मुठ मारने के बावजूद भी मुझे सुकून नहीं मिल पा रहा था एक अलग सी बैचेनी हो रही थी जो उस कड़क माल भाभी के साथ सेक्स करने ही शांत होने वाली थी. कुछ दिन बाद मैंने उसके नामर्द पति रोहन भाई के मोबाइल फोन पर कॉल करा और उसने मुझे तुरंत पहचान लिया. उसके बाद थोड़ी देर इधर उधर की बातें करने के बाद मैंने उससे उसके कामुकता से भरी पत्नी के स्वास्थ्य के बारे में भी पूछा तो उसने मुझे बताया कि उनकी तबीयत खराब है और वो इस समय घर पर ही आराम कर रही है. दोस्तों मैंने मन ही मन सोचा कि यह बहुत अच्छा मौक़ा है और इस वजह से मुझे उनके घर के अंदर जाने का मौका तो मिल ही जाएगा और यदि किस्मत में साथ दिया तो बहुत जल्दी मुझे सविता भाभी के साथ अवैध सेक्स संबंध बनाने का भी मौका मिल ही जायगा.
अब मैंने उनसे बोला कि आप अपने घर का पता मुझे बताए तो उन्होंने मुझसे बोला कि आपको तकलीफ़ करने की कोई ज़रूरत नहीं है भाई साहब? तो मैंने कहा कि की इसमें तकलीफ़ की कोई बात नहीं है. फिर उन्होंने मुझे अपने घर का पता दे दिया. शाम होते ही में तैयार होकर उनके घर पहुंच गया. जब मैंने डोरबेल बजायी तो नामर्द रोहन भाई ने घर का दरवाजा खोला और वो मुझे देखकर बहुत खुश हुए. फिर उन्होंने मुझे ड्राइंग रूम में बैठाया और फिर वो मेरे लिए पानी लेन के लिए रसोई में चले गये. में अब ड्राइंग रूम में बैठा हुआ इधर उधर भाभी को ही ढूंड रहा था क्योंकि मेरा असली शिकार तो सविता भाभी ही थी.
तभी इतने में नामर्द रोहन भाई ने अपनी कामुकता से भरी पत्नी को आवाज़ लगाई और बोला कि सविता भाभी यहाँ आओ देखो सुशिल भाई साहब आपकी तबीयत के बारे में पूछने के लिए आये हैं. फिर कुछ देर बाद वो उठकर बाहर आई तो मैंने देखा कि उस कामुकत शादी शुदा महिला ने अपने कामुकता से भरे जिस्म पर सिल्वर कलर का जालीदार गाउन पहना हुआ था, वो शादी शुदा महिला उसमें बहुत ही ज्यादा सेक्सी लग रही थी? में आप सभी को अपने किसी भी शब्दों में बता नहीं सकता कि वो उस समय कैसी दिख रही थी. कामुकता से भरी सविता भाभी के सेक्सी जिस्म के देखते ही मेरा लंड तुरंत तनकर खड़ा हो गया उनके साथ अवैध सेक्स संबंध बनाने के लिए. दोस्तों जैसे तैसे मैंने मेरे लंबे मोटे लंड को कंट्रोल किया.
फिर मैंने उनसे उनकी तबीयत के बारे में पूछा और तब उन्होंने मुझे बताया कि अब में थोड़ी ठीक हूँ. फिर वो मेरे लिए नाश्ता लेने चली गयी. फिर रोहन भाई ने मुझे बताया कि उनकी कंपनी गुड़गावं में है और में हर दिन सुबह अपनी कंपनी में जाता हूँ और रात को 10 बजे तक वापस आ पाता हूँ इसलिए तुम्हारी भाभी को घर पर अकेले रहने में बहुत समस्या होती है और तो और घर का सामान लेन के लिए भी घर से बहुत दूर जाना पड़ता है और यहाँ पर उनका कोई रिश्तेदार भी नहीं है, जो मेरे चले जाने के बाद उनकी किसी भी छोटे बड़े कामों में उनका हाथ बंटा दे.
तभी मैंने उनकी बात खत्म होने से पहले ही जल्दी से कहा कि कोई बात नहीं वो काम मुझे बता दिया करो, में भाभी जी को सभी जरूरी सामान लेकर दे जाया करूँगा और वैसे भी मेरे पास अपनी खुद की बाईक तो है ही बस आप बता दिया करो, में पांच मिनट में पहुंचा दिया करूँगा. फिर उसने पहले तो मुझसे मना किया कहा कि नहीं यार मेरी वजह से तुम परेशान ना हो, लेकिन मेरे बार बार कहने पर वो राज़ी हो गये और एक बार फिर से मैंने उसकी तबियत के लिए पूछा तो उन्होंने बताया कि हाँ अब में ठीक हूँ. फिर रोहन भाई ने मुझे खाने को कहा, लेकिन मैंने साफ मना कर दिया.
मैंने उससे कहा कि अभी में थोड़ा जल्दी में हूँ, मुझे और किसी काम से भी जाना है और में फिर कभी आ जाऊंगा और में इतना कहकर अपने घर पर वापस आ गया, लेकिन में अब बहुत खुश था कि मेरा सविता भाभी के घर आना जाना शुरू हो गया था. अब मुझसे ज्यादा सब्र भी नहीं हो रहा था और में हमेशा रात दिन सुबह शाम बस उनके बारे में सोचने लगा और उनके साथ अवैध सेक्स संबंध बनाने के गंदे गंदे सपने देखने लगा था. करीब 10-15 दिन ही गुज़रे होंगे कि एक दिन मेरे मोबाइल फोने पर किसी अंजान नंबर से कॉल आया. फिर मैंने बात करना शुरू किया और दूसरी तरफ से मुझे किसी औरत की बहुत मीठी आवाज़ सुनाई दी कौन सुशिल भाई साहब? तो मैंने कहा कि हाँ में बोल रहा हूँ, लेकिन आप कौन हो? तब उन्होंने मुझ हवस के पुजारी से बोला कि में सविता भाभी बोल रही हूँ.
फिर में बस इतना सा शब्द सुनते ही तुरंत मेरा मुरझाया हुआ चेहरा खिल उठा. फिर मैंने उनसे पूछा कि सब ठीक तो है ना भाभी जी, बताए आज आपने मुझे कैसे याद किया? तब उन्होंने कहा कि सब कुछ ठीक ठाक है, लेकिन अभी अचानक से एक छोटी सी समस्या आ गई है. फिर मैंने पूछा कि हाँ आप मुझे बेझिझक बता सकती है, मेरे पास आपकी हर एक समस्या का हल है और तब उसने मुझे बताया कि शायद उसके घर पर तार की थोड़ी दिक्कत है, इसलिए पूरे घर की लाईट चली गयी है और रोहन भाई भी रात तक घर पर आएँगे और तब तक सभी लाईट वालोँ की दुकान भी बंद हो जाएगी, प्लीज आप आकर किसी लाईट वाले को बोल दो तो वो हमारे घर की लाईट सही कर देगा.
फिर मैंने कहाँ कि ठीक है, में अभी कुछ मिनट में आता हूँ और यह बात कहकर में जल्दी से तैयार हुआ और फिर उनके घर पर पहुंच गया. मैंने पहुंचकर देखा कि वो उस समय घर पर अकेली थी और मैंने उनसे कहा कि पहले में खुद देख लेता हूँ, अगर मुझसे नहीं हुआ तो में किसी लाईट वाले को बुलाकर ले आऊंगा. फिर मैंने बोर्ड में देखा तो उसमें सप्लाई नहीं थी और जब मैंने थोड़ा आगे बढ़कर दूसरे बोर्ड में देखा तो वहां पर भी वही समस्या थी. अब में मीटर के पास वाले बोर्ड पर पहुंच गया, जहाँ पर जाकर मैंने देखा कि किसी कारण से एम.सी.बी. नीचे हो गयी थी. मैंने तुरंत उसे ऊपर किया तो लाईट आ गयी और सविता भाभी खुश हो गयी.
फिर उन्होंने मुझ हवस के पुजारी से बोला कि चलो आपने मेरे पैसे बचा दिए और ये कहकर उन्होंने मुझे अब बैठने के लिए कहा और में तुरंत बैठ गया. इतनी देर में उसके पास रोहन भाई का फ़ोन आ गया और उसने सविता भाभी से पूछा कि क्या काम हो गया? सविता भाभी ने उसे बताया कि हाँ मैंने सुशिल भाई साहब को फोन करके बता दिया था तो उसने वो ठीक कर दिया है. अब रोहन भाई ने सविता भाभी से कहा कि तुम आज सुशिल भाई साहब को खाना खिलाकर ही उसके घर पर जाने देना, उसे ऐसे ही नहीं जाने देना और सविता भाभी ने भी कहा कि हाँ ठीक है.
फिर कुछ देर बाद उनकी बात खत्म हो गई और तब सविता भाभी ने मुझ हवस के पुजारी से बोला कि आज आप खाना खाकर ही जाना, उन्होंने मुझसे आपको खाना खिलाकर ही जाने के लिए कहा. फिर में भी उसकी वो बात तुरंत मान गया और अब वो जल्दी जल्दी खाना बनाने के लिए किचन में चली गई और में अकेला बैठकर टी.वी. देखने लगा. बहुत देर बाद मैंने आवाज़ देकर पूछा कि सविता भाभी बाथरूम कहाँ है? तब उन्होंने मुझे बताया कि अंदर बेडरूम के पास है और में उठकर चला गया. मैंने बाथरूम में पेशाब वगेरा किया और बाहर आने लगा, लेकिन तभी मेरी नज़र वहाँ पर लटके हुए सविता भाभी के कपड़ो पर पड़ी, वहां पर उसके जालीदार सलवार क़मीज़ लटक रहे थे, जिनको देखकर में अब बिल्कुल पागल हो गया था.
मैंने तुरंत उस सलवार को उठाकर अपनी नाक पर लगा लिया उस सलवार में से बड़ी ही नशीली खुशबू आ रही थी. फिर मैंने देखा कि वहाँ पर सविता भाभी की मुलायम सिल्की ब्रा भी लटकी हुई थी. मैंने उसे भी उठा लिया और सूंघने लगा. कुछ ही देर में मेरा लंड अब तनकर खड़ा हो चुका था और उस दर्द से फटा जा रहा था. फिर मैंने जल्दी से अपनी पेंट को उतारकर उसकी सलवार पर मुठ ही मारने लगा, जहाँ पर चूत की जगह होती है, में अब उस जगह को अपने लंड पर रखकर धीरे धीरे मसलने लगा और कुछ देर बाद मेरा वीर्य निकल गया. मुझे इस बात का बिल्कुल भी पता ही नहीं चला और में बिल्कुल मदहोश हो चुका था, मुझे कुछ भी पता नहीं था.
दोस्तों अब मुझे बहुत देर हो गई थी. इतने में सविता भाभी ने मुझे बाहर से आवाज़ दी और में उसकी आवाज को सुनकर अचानक से बहुत घबरा गया और इससे पहले कि में कुछ भी समझ पाता, मैंने पीछे की तरफ पलटकर देखा तो बाथरूम का दरवाज़ा खुला हुआ था और सविता भाभी वहाँ पर ठीक मेरे सामने खड़ी हुई वो मुझे घूर घूरकर देख रही थी. दोस्तों मैं जल्दबाजी मैं बाथरूम का दरवाज़ा बंद करना ही भूल गया था. अब तो मेरे जिस्म में जैसे जान ही नहीं थी और में बहुत घबरा गया था और में जल्दी से कामुकता से भरी सविता भाभी की सलवार और ब्रा को अपनी जगह पर लटकाकर तुरंत बाहर आ गया.
मैं बहुत बुरी तरह से घबरा गया था इस लिए जल्दी से अपने घर के लिए आने लगा. तभी पीछे से मुझे सविता भाभी ने आवाज लगायी की सुशिल भाई साहब तुम कहाँ जा रहे हो? खाना तो खाकर जाओ. अब मैंने जब इतना सुना तो तब जाकर मेरी कुछ जान में जान आई, में कुछ सेकिंड रुककर सोचने लगा कि जाऊँ या नहीं? फिर सविता भाभी ने मुझे एक बार फिर से आवाज़ दी और में लौटकर वापस अंदर चला गया. सविता भाभी मेरे लिए खाना लेकर आ गई, लेकिन अब मुझे उससे बहुत डर लग रहा था, में मन ही मन सोचने लगा था कि अब क्या होगा? में बिल्कुल चुपचाप बैठा हुआ था.
तभी सविता भाभी ने मुझ हवस के पुजारी से बोला कि खाना तो खा लो, तुम डरो नहीं और उसके कहने पर मैंने अपना सर नीचे करके चुपचाप खाना खाया और अब चुपचाप बैठ गया. तभी सविता भाभी ने मुझ हवस के पुजारी से बोला कि तुम इतना घबराए हुए क्यों हो? अब मैंने झट से उसको सॉरी कहा तो सविता भाभी मेरी वो बात सुनकर हंसी और वो मुझसे पूछने लगी कि तुम मुझसे माफ़ी किस बात की मांग रहे हो? तो उससे मैंने कहा कि अभी कुछ देर पहले तुमने मुझे उस हालत में देख लिया था. तभी उसने मुझ हवस के पुजारी से बोला कि कोई बात नहीं, तुम उस बात की बिल्कुल भी चिंता मत करो, यह बात यहीं पर रहेगी, लेकिन मेरी तुमसे एक शर्त है और में दोबारा घबरा गया.
तब सविता भाभी ने मुझसे पूछा कि तुम मुझे सच सच यह बात बताओ कि तुम मेरे साथ अवैध सेक्स संबंध बनाना चाहते हो या नहीं? मैंने साफ मना कर दिया की नहीं आप आप शादी शुदा महिला और और आप का हँसता खेलता परिवार है मैं क्यों भला आप के साथ अवैध सेक्स संबंध बनाना कहूँगा और फिर सविता भाभी ने मुझ हवस के पुजारी से बोला कि नहीं तो तुम मेरी सलवार और ब्रा को क्यों चाट रहे थे? दोस्तों में उसके मुहं से यह बात सुनकर शरमा गया और फिर मैंने कहा कि हाँ में तुम्हें चाहता हूँ और उस दिन से जब से मैंने तुम्हें शादी में पहली बार देखा था, जब तुम पीले रंग की उस ड्रेस में थी और तुम बहुत ही कड़क माल लग रही थी, में उस दिन से तुम्हारे साथ अवैध सेक्स संबंध बनाना चाहता था.
दोस्तों अब अचानक से मेरी पूरी बात को सुनकर सविता भाभी ज़ोर ज़ोर से हंसने लगी और फिर उसने मुझे भी अपने जीवन की वो पूरी कहानी सुनाई और उसने मुझ हवस के पुजारी से बोला कि वह अपने नामर्द पति के साथ बहुत खुश है लेकिन खूब चुदाई करवाने के बावजूद भी आज तक उन्हें औलाद नहीं हुई है. ये बात बताते हुए वो कड़क माल महिला अब थोड़ा उदास सी हो गई. दोस्तों उनके पति को नपुंसकता थी इस लिए अब मैं तुरंत समझ गया कि सविता भाभी अब मुझसे क्या कहना चाहती है? मैंने उस जवान और सेक्सी माल महिला से पूछा कि यदि आप पति पत्नी को नपुंसकता के कारण औलाद का सुख प्राप्त नहीं हो पा रहा है तो क्या आपने किसी अच्छे डॉक्टर को दिखाया क्या पता इलाज करवाने के बाद आप माँ बन सको?
तब सविता भाभी ने मुझे अपना दुखड़ा सुनाया कि हाँ डॉक्टर को दिखाया था और डॉक्टर ने बताया की मेरे पति नामर्द हैं और उनके वीर्य में शुक्राणु की मात्र बहुत ही ज्यादा कम है इस वजह से वो मुझे औलाद का सुख देने के लायक नहीं हैं और उनकी इस नपुंसकता का कोई इलाज भी नहीं है. फिर मैंने उनसे पूछा कि यदि आप के पति की नपुंसकता का कोई इलाज संभव नहीं है तो फिर अब आप औलाद का सुख प्राप्त करने के लिए क्या करोगी? तो कड़क माल सविता भाभी ने कहा हाँ कुछ तो करना होगा क्या इस काम में तुम मेरी मदद करोगे मैं तुम्हारा ये अहसान जिन्दगी भर याद रखूंगी?
दोस्तों माँ बनने की आग में जल रही सविता भाभी के मुहं से यह बात सुनकर मैं बहुत खुश हो गया और होता भी क्यों नहीं जिस शादी शुदा महिला के साथ मैंने अवैध सेक्स संबंध बनाने के हसीन सपने देख रहा था आज वो कामुकता से भरी शादी शुदा महिला माँ बनने की मजबूरी के चलते अपना जवान और सेक्सी जिस्म मुझे सौंपने को जो तैयार थी. मैंने तुरंत हाँ कर दी और तभी वो मुझसे कहने लगी कि सुशिल भाई साहब मेरे पति नामर्द हैं और वो मुझे कितना भी चोद ले और मेरी चूत में अपना वीर्य भर दें मगर वो मुझे औलाद का सुख देने के लायक नहीं हैं यह बात हम दोनों के बीच में ही रहनी चाहिए, किसी को भी इसके बारे में पता चला तो मेरी ज़िंदगी बर्बाद हो जाएगी. अब मैंने सविता भाभी को अपनी तरफ से पूरा भरोसा दिला दिया की उनके पति की नपुंसकता वाली बात मैं कभी किसी तीसरे व्यक्ति को नहीं बताऊंगा.
मैंने उससे कहा कि यह बात कभी भी किसी को पता नहीं चलेगी और फिर सविता भाभी अपने बेडरूम में चली गयी और कुछ देर बाद उसने आवाज़ दी. फिर सुशिल भाई साहब ने कहा कि हाँ तो कड़क माल सविता भाभी ने चुदवाने के लिए मुझे अपने बेडरूम में बुला लिया, में तभी उसे देखकर एकदम से चौंक गया था, क्योंकि सविता भाभी पीले रंग की ड्रेस वही जो मैंने शादी में पहली बार उसे पहने हुए देखा था, वो सजीधजी मेकप करके बेड पर बैठी हुई थी और में उसको देखकर बिल्कुल पागल हुआ जा रहा था, में अंदर गया और बेड पर बैठ गया. उसने बहुत ही अच्छा पाउडर लगाया हुआ था.
मैं अब चुदाई करके भाभी की चूत के अंदर अपना वीर्य भरने के लिए पागल हुआ जा रहा था, उसके बूब्स बहुत बड़े बड़े थे और उस ड्रेस से साफ साफ नज़र आ रहे थे. मैंने हिम्मत करके सविता भाभी को अपने पास खींच लिया, वो मेरे ऊपर ही गिर गयी और उसके बालों की खुशबू में आपको क्या बताऊँ? मैंने सविता भाभी को अब गले से लगा लिया और उसके माथे पर किस करने लगा और अब सविता भाभी भी धीरे धीरे गरम हो रही तो उसने भी मेरे गाल पर किस करना शुरू किया. मैंने उस कामुकता से भरी शादी शुदा महिला के नशीले होंठों पर पप्पी करना शुरू किया और अब में उसकी जीभ को अपने मुहं में लेकर चूसने लगा ठीक वैसे ही जैसे ब्लू फिल्मों में पोर्न फिल्म एक्टर एक्ट्रेस करते हैं.
जवान और सेक्सी सविता भाभी के साथ अवैध सेक्स संबंध बनाने के लिए मैंने जल्दी से अपने कपड़े उतार दिए और सेक्स करने के लिए बिल्कुल नंगा हो गया. जैसे ही सविता भाभी की नजरें मेरे लंबे मोटे लंड पर गयी तो वो मेरे खड़े लंड को देखकर बहुत खुश हो गई. मैंने अब सविता भाभी के बूब्स को ज़ोर ज़ोर से दबाना निचोड़ना शुरू किया, वो बहुत गरम हो चुकी थी और बहुत ज़ोर से सिसकियाँ ले रही थी. मैंने जल्दी से सविता भाभी की सलवार के ऊपर से ही लंड को अब रगड़ना शुरू कर दिया था और मैंने महसूस किया कि अब तक उस कामुकता से भरी शादी शुदा महिला की टाइट चूत बहुत गरम हो चुकी थी, वो बिल्कुल पागल हो रही थी और उसने मेरे सर को पकड़कर अपनी रूमाली पर ज़ोर से झटका दे दिया और अब लंड को चूत से लगा लिया.
फिर मुझसे अब बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं हो रहा था और मैंने जल्दी से सविता भाभी के कपड़े उतार दिए और उन्हें चोदने के लिए आधी नंगी कर दिया. अब वो कामुकता से भरी शादी शुदा महिला सिर्फ जालीदार ब्रा में मेरे सामने नंगी खड़ी थी. सविता भाभी के स्तन काफी ज्यादा मोटे मोटे थे और उनके स्तनों को देखकर मुझसे बिलकुल भी सब्र नहीं हुआ और मैं उनके बड़े बड़े स्तनों पर टूट पड़ा और मैंने ब्रा के ऊपर से ही उनके मोटे मोटे बूब्स को चूसना शुरू कर दिया और उसकी सिसकियों की आवाज उस पूरे कमरे में गूँज रही थी. फिर मैंने ब्लोजॉब करवाने के लिए तुरंत अपना लंबा मोटा लंड सविता भाभी के मुहं के सामने कर दिया और उसने जल्दी से लंड को पूरा अपने मुहं में ले लिया और मुझे ब्लोजॉब देना शुरू कर दिया.
जैसे छोटे बच्चे लॉलीपप चूसते है वो शादी शुदा कड़क माल ठीक वैसे ही मेरे लंड को अपने मुंह में लेकर चूस रही थी. कुछ देर के ब्लोजॉब के बाद मेरे लौड़े से चिपचिपा वीर्य निकलने लगा था जो मैंने उस कामुकता से भरी शादी शुदा महिला के मुहं के अंदर ही भर दिया. ब्लोजॉब करते करते सविता भाभी ने मेरे लंड से निकले वीर्य को पी लिया. ब्लोजॉब करवाने के बाद अब में बिल्कुल निढाल सा हो गया था मेरा वीर्य जो निकल चूका था. फिर मैंने सविता भाभी से कहा कि अब तुम मुझे कुछ देर आराम करने दो तो सविता भाभी तुरंत उठकर खड़ी हो गई और वो ऐसे ही पूरी नंगी ही मेरे लिए चाय बनाने किचन में चली गई. वो कामुकता से भरी शादी शुदा महिला कुछ देर बाद मेरे लिए चाय लेकर आ गई.
अब तक मेरा लंबा मोटा लंड उस कामुक महिला के साथ अवैध सेक्स संबंध बनाने के लिए पूरी तरह से तैयार हो चुका था. मैंने चाय पी और फिर सविता भाभी को नीचे लेटाकर मैंने उसकी टाइट चूत के अंदर अपनी जीभ को डाल दिया और चूत को चाटने व चूसने लगा. जब मैं उस कामुकता से भरी शादी शुदा महिला की चूत को अपनी जीभ से चोद रहा था उस दौरान वो चुदवाने के लिए बहुत ही ज्यादा चुदासी सी हो चुकी थी. तभी कुछ देर बाद अचानक से उस कामुकता से भरी शादी शुदा महिला की टाइट चूत से कुछ सफेद सफेद पानी निकलने लगा था जिसकी वजह से चूत पूरी गीली हो चुकी थी.
फिर चुदाई करने का सही मौका देखकर में जल्दी से उठा और मैंने अपना लंड नंगी सविता भाभी की टाइट चूत के होठों पर रखकर एक ज़ोर से धक्का लगाया और अपना पूरा का पूरा लंड अंदर चूत में पेल दिया और उनकी चुदाई करने लगा. दोस्तों उस कामुक शादी शुदा महिला को बहुत मज़ा आ रहा था मेरे साथ अवैध सेक्स संबंध बनाने में. मैं नंगी सविता भाभी को जोर जोर से धक्के देकर पुरे जोश के साथ चोद रहा था अखिअर उन्हें चोदकर माँ बनाने की अब पूरी की पूरी मेरी ही जिम्मेदारी थी. फिर मैंने कुछ देर तक भाभी को चोदने के बाद अपने लंबे मोटे लंड को उनकी टाइट चूत से बाहर निकाल लिया क्योकि अब मैं सेक्स पोजीशन को बदलना चाहता था. फिर मैंने सविता भाभी को मेरे लंड की सवारी करने के लिए मेरे लंड के ऊपर बैठने के लिए कहा.
सविता भाभी उठकर तुरंत मेरे ऊपर आकर बैठ गई. मैंने अपना लंड चूत के मुहं पर पकड़े रखा और वो धीरे धीरे उस पर बैठती हुई लंड को अंदर लेने लगी. अब वो लंड पर ज़ोर ज़ोर से लगातार उछल उछलकर अपनी चुदाई वो खुद करने लगी थी. दोस्तों उसको लंड पर उछलते हुए देखकर मुझे ऐसा लगने लगा था, जैसे कि उसे इस काम में बहुत अनुभव है और शायद वो अपने पति के साथ हर एक तरीके से अपनी चुदाई करवा चुकी है. फिर में भी नीचे से उसे धक्के देता रहा और लगातार कुछ देर धक्के देने के बाद ही मेरा वीर्य निकलने लगा था. मैंने औलाद का सुख देने के लिए अवैध सेक्स संबंध बनाने के दौरान मैंने पूरा वीर्य नंगी भाभी की टाइट चूत में निकाला.
माँ बनने की लालसा में चुदवाने के बाद भी वो बेचारी शादी शुदा महिला नंगी ही मेरे ऊपर बैठी रही. अवैध सेक्स संबंध बनाने में हम दोनों को भी बड़ा आनंद आया मगर अब हम दोनों बहुत ज्यादा थक चुके थे. फिर मैंने घड़ी में समय देखा तो उस समय शाम के 7 बज चुके थे. में कुछ देर बाद उठकर बाथरूम में फ्रेश होने चला गया. मेरे पीछे पीछे सविता भाभी भी बाथरूम में नंगी ही आ गई और अब हम दोनों मिलकर बहुत देर तक एक साथ नहाते रहे और इस दौरान मैंने सविता भाभी के साथ एक बार और अवैध सेक्स संबंध बनाये और इस बार भी मैंने औलाद का सुख देने के लिए मेरा पूरा का पूरा वीर्य नंगी भाभी की टाइट चूत के अंदर ही निकाला ताकि वो जल्द से जल्द मेरे बच्चे की माँ बन जाए और उन्हें भी औलाद का सुख प्राप्त हो सके.
हम दोनों ने नहाते समय गांड चुदाई के भी मज़े लिए थे और मैंने उन्हें घोड़ी बनाकर करीब एक घंटे तक चोदा था. बाथरूम में अवैध सेक्स संबंध बनाने के बाद हम दोनों शावर के निचे नंगे ही साथ नहाये. नहाने के बाद हम दोनों ने अपने अपने कपड़े पहने और मैं अपने घर के लिए निकल गया. दोस्तों करीब पंद्रह दिन बाद मेरे मोबाइल फोने पर भाभी का कॉल आया और उन्होंने मुझे बताया की वो मेरे बच्चे की माँ बनने वाली है और बहुत जल्दी उन्हें औलाद का सुख प्राप्त होने वाला है. दोस्तों मैंने उनके साथ अवैध सेक्स संबंध जरुर बनाये थे मगर इस वजह से उन्हें औलाद का सुख मिलने वाला था और ये मेरे लिए बड़े ख़ुशी की बात थी की मैं किसी अबला नारी के कुछ काम तो आया. दोस्तों उम्मीद करता हूँ की आप सभी को मेरी अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरी “मैंने औलाद का सुख देने के लिए अवैध सेक्स संबंध बनाने के दौरान पूरा वीर्य सविता भाभी की चूत में निकाला” बहुत पसंद आयी होगी और आप इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करेंगे…