दोस्तों, मेरा नाम राजन है और आज की इस नयी गंदी अन्तर्वासना हिंदी सेक्स कहानी में आप पढेंगे की कैसे मैंने मेरे मेरी कामुक मम्मी की चुदाई करने से पहले उनके नाम की मुठ मारी अपनी कामुकता शांत करने के लिए फिर मेरे पापा की अनुपस्थित में उनके साथ अवैधान सेक्स संबंध बनाये. अब में आप सभी का ज़्यादा समय बर्बाद करे बिना सीधा हम माँ और बेटे की मुठ मारकर चुदाई करने की इस नयी गंदी अन्तर्वासना हिंदी सेक्स कहानी पर आता हूँ और उस घटना को पूरे विस्तार से सुनाता हूँ. जब पहली बार मैंने मेरी माँ के साथ अवैध सेक्स संबंध बनाये थे उस वक्त मैं सिर्फ 21 साल का था.
मैं मेरे माँ बाप की एक इकलोती औलाद हूँ इस लिए मुझे किसी चीज की कोई कमी नहीं थी हर चीज बिना मांगे ही समय से पहले मिल जायेगा करती थी. अब मेरी कामुक मम्मी के बारे में आप सभी को बताता हूँ. मेरी मम्मी का नाम रानी है और उनकी उम्र अभी 50 साल है, मेरी मम्मी के फिगर का साईज़ 38-40-42 है और उनका बदन एकदम गदराया हुआ है यदि कोई मर्द उन्हें एक बार देख ले तो उनके नाम की मुठ तो जरुर मारे. दोस्तों यदि आप ने कभी किसी महिला को के नाम की मुठ मारी है तो आप को पता होगा की मुठ मरने में कितना आनंद आता है जब चूत मरने के लिए नहीं मिलती है तो…
कामुक मम्मी की चुदाई करने से पहले उनके नाम की मुठ मारी अन्तर्वासना हिंदी सेक्स कहानी
जब भी मेरी कामुक माँ किसी काम से घर से बाहर जाती है तो वो ज़्यादातर सलवार सूट पहनती है अपने गदराये हुए जिस्म पर मगर घर में रहकर वो ज़्यादातर गाउन ही पहनती है. दोस्तों उन दिनों मेरे पापा जी को अपने ऑफिस के काम की वजह से करीब एक सप्ताह के लिए कहीं बाहर जाना था. फिर मेरी माँ ने मुझसे कहा कि बेटा तेरे पापा बाहर जा रहे है तो तू भी अब ज्यादातर समय घर में ही रहना, नहीं तो में पूरा दिन घर पर अकेली रहती हूँ. फिर मैंने उनसे कहा कि हाँ ठीक है मम्मी जब तक पापा लौटकर वापस घर नहीं आ जाते मैं आपके साथ ही रहूँगा और जैसे पापा आपका ख्याल रखते हैं वैसे ही आज से मैं आपका ख्याल रखूँगा. मेरी इस बात पर माँ मुझे देखकर हंसने लगी…
दोस्तों क्योंकि में अपना ज़्यादातर समय अपने दोस्तों के साथ घूमने फिरने में इधर उधर ही गुजार देता था, इसलिए उन्होंने मुझसे ऐसा कहा था और फिर उसके अगले ही दिन पापा जी सुबह जल्दी ही अपने काम से बाहर चले गये. जब में सोकर उठा तो मैंने अपनी मम्मी से पूछा कि पापा कहाँ है तो वो मुझसे कहने लगी कि वो तो चले गये और फिर में मेरी कामुक मम्मी की यह बात सुनकर सीधा बाथरूम में नहाने चला गया और फिर नहाकर बाहर आकर में नाश्ता करने लगा. फिर मम्मी मुझसे कहने लगी कि बेटा अब जब तक तेरे पापा नहीं आएँगे तू मेरे ही साथ रहेगा.
मेरी कामुक मम्मी के मुंह से ये बात सुनकर मेरे मन में एक अजीब सी हलचल मच गई क्योंकि मेरी मम्मी दिखने में बहुत ही ज्यादा कामुक है और मेरा दिल उनकी चुदाई करने का करा करता था और अब घर में कुछ दिनों तक हम माँ बेटे के अलावा कोई नहीं था और यही सही मौका था उनकी चुदाई करने का. वैसे दोस्तों मैंने कई बार उन्हें नंगी होकर बाथरूम में नहाते हुए भी देखा था और कई बार उनके नाम की मुठ भी मारी थी. अब मैंने मन ही मन बहुत खुश होकर मेरी कामुक मम्मी से कहा कि हाँ ठीक है मम्मी और में उठकर अपने रूम में चला गया और फिर में अपने लेपटॉप पर ब्लू फिल्म देखकर मुठ मारने लगा.
मुठ मारते मारते मेरे मन में एक विचार आया कि क्यों ना में आज अपनी मम्मी को नंगा देखूं और यह बात सोचकर में अपने रूम से बाहर आ गया तो मैंने देखा कि मम्मी वहां पर नहीं थी तो में मम्मी के रूम के पास चला गया और मैंने वहां पर भी देखा, लेकिन मम्मी वहां पर भी नहीं थी. फिर मैंने सभी जगह पर उनको ढूंढा तो देखा कि मम्मी उस समय बाथरूम में थी. अब मैंने मन ही मन सोचा कि आज मेरे पास बहुत अच्छा मौका है अपनी कामुक मम्मी की चुदाई करने का. फिर मैंने बाथरूम की खिड़की से अंदर की तरफ झांककर देखा तो मेरी मम्मी उस समय अपनी चूत के बालों को साफ कर रही थी.
अपनी कामुक मम्मी को बाथरूम में बिलकुल नंगी होकर अपने घने काले झांट के बाल साफ़ करते देख मेरा लंड अब तनकर खड़ा हो गया. फिर अपने लंड की तड़प को शांत करने के लिए मैं मेरी नंगी माँ को झांट के बाल साफ करते देख मुठ मारने लगा. करीब आधे घंटे की कड़ी मेहनत के बाद मेरी माँ ने अपनी चूत पर उगे सभी घने बाल साफ कर लिए थे और जब तक मुठ मारते मारते मेरे लंड ने भी वीर्य की पिचकारी चला दी थी. झांट के बाल साफ़ करने के बाद मेरी कामुक मम्मी की चूत बिलकुल चिकनी लग रही थी और अब मुझे वो सब देखकर मेरी नंगी मम्मी की चिकनी चूत को चाटने का मन कर रहा था और अब मम्मी नहाने लगी थी.
फिर में वहां से तुरंत हटकर अपने रूम में चला गया और उस दिन मैंने मम्मी के नाम की तीन बार मुठ मारी. मैंने अपने आपको शांत किया और रात को में बहुत ज्यादा थककर ना जाने कब सो गया. फिर अगले दिन में उठा और नहा धोकर मैंने नाश्ता किया और फिर में बाहर घूमने चला गया. उसके बाद जब में दोपहर को वापस आया तो मैंने देखा कि मम्मी उस समय घर का काम कर रही थी और में सीधा अपने कमरे में चला गया. मैंने सोचा कि में जाकर सो जाता हूँ, लेकिन मेरी मम्मी की भोसड़ी का वो सीन जो मैंने उनको नहाते हुए कल देखा था, तो अब वो मेरी आँखो के सामने से जा ही नहीं रहा था.
फिर मैंने सोचा कि क्यों ना आज एक बार फिर से मम्मी की भोसड़ी के दर्शन किए जाए. फिर में अपने कमरे से बाहर आ गया और मैंने देखा कि मम्मी वहां पर नहीं थी, तो मैंने सोचा कि वो शायद बाथरूम में होगी. मैंने उनको वहां पर देखा, लेकिन वो तो वहां पर भी नहीं थी. फिर में चुपचाप दबे पैर मम्मी के रूम के पास चला गया और फिर मैंने हल्का सा दरवाजा खोलकर अंदर की तरफ देखा तो वो सब देखकर मेरे तो एकदम होश ही उड़ गये थे. उस समय मेरी मम्मी ने एक गुलाबी कलर की गाउन पहनी हुई थी.
उस गुलाबी गाउन को उन्होंने अपने बूब्स तक ऊपर किया हुआ था और वो अपने एक हाथ से अपने बूब्स को दबा रही थी और एक हाथ से अपनी उस तड़पती हुई चूत में अपनी एक मोटी वाली ऊँगली को अंदर डालकर लगातार आगे पीछे करते हुए हस्तमैथुन कर रही थी और मम्मी ने उस वक़्त काली पेंटी पहनी हुई थी, जो थोड़ा नीचे की तरफ सरकी हुई थी और उन्होंने अपनी दोनों आँखे बंद की हुई थी, वो उस समय पूरे जोश में थी. दोस्तों वो सेक्सी नजारा देखकर अब मेरा लंड तुरंत ही तनकर खड़ा हो गया और वो हल्के हल्के झटके देने लगा था और में अपने लंड को ट्राउज़र के ऊपर से ही सहलाने लगा.
फिर कुछ देर बाद मैंने थोड़ी हिम्मत की और में अब दरवाजे से अंदर आकर खड़ा हो गया और मैंने बोला कि मम्मी क्या हुआ है आपको? तो मम्मी ने मेरी आवाज को सुनकर जल्दी से अपनी आखें खोली और उन्होंने अपने कपड़े ठीक करके वो मुझसे बोली कि बेटा तू कब आया? फिर मैंने उनसे कहा कि मम्मी में बस अभी आया तो मम्मी ने मुझसे पूछा कि क्यों तू तो अपने रूम में सोने गया था ना? मुझे लगा कि तू सो गया है. फिर मैंने कहा कि नहीं मम्मी मुझे अब बहुत भूख लगी है, इसलिए मैंने सोचा कि में आपसे खाने के लिए कुछ बोल दूँ, इसलिए में आपके पास चला आया.
फिर मम्मी ने मुझसे कहा कि तू चल बैठ जा, में तेरे लिए अभी खाना लाती हूँ, लेकिन उस समय मेरा लंड एकदम टाईट हो रहा था और माँ की नज़र भी मेरे लंड पर ही थी, जो मेरे ट्राउज़र में टेंट बन रहा था. फिर मैंने खाना खाया और में दोबारा अपने रूम में जाकर मम्मी के उसी सीन को याद करके मुठ मारने लगा था. फिर रात हुई में और मम्मी खाना खाकर टी.वी. देख रहे थे. तभी मम्मी ने मुझसे कहा कि बेटा क्या में तुझसे एक बात पूछ सकती हूँ? मैंने कहा कि हाँ मम्मी पूछो? तो मम्मी ने मुझसे कहा कि क्या तेरी कोई गर्लफ्रेंड है? तो में उनके मुहं से यह बात सुनकर थोड़ा सा डर सा गया और डरते डरते मैंने उनको अपना जवाब दे दिया नहीं मम्मी.
अब मम्मी मुझसे कहने लगी कि अरे तू मुझसे इतना डर क्यों रहा है, मुझे तू अपनी एक दोस्त समझकर यह सभी बातें कर सकता है. फिर मैंने मेरी कामुक मम्मी की यह बात सुनकर थोड़ा सा शांत होकर उनसे कहा कि मम्मी मेरी कुछ समय पहले एक गर्लफ्रेंड थी, लेकिन अब नहीं है. फिर मम्मी ने पूछा कि अब क्यों नहीं है बेटा? तो मैंने मेरी कामुक मम्मी को बताया कि उस साली रंडी को मेरे अलावा कोई और पैसे वाला लड़का मिल गया, इसलिए हमारा प्यार भरा रिश्ता वहीं पर खत्म हो गया. अब मम्मी ने मुझसे पूछा कि क्यों तुझे कोई और लड़की क्यों नहीं मिली? फिर मैंने उनसे कहा कि नहीं मम्मी मैंने खुद ऐसा नहीं चाहा.
तभी मम्मी ने मुझसे कहा कि अच्छा चल अब यह बता कि तूने उसके साथ कुछ किया था या नहीं? तो मैंने मेरी कामुक मम्मी की बात को सुनकर उनसे पूछा कि क्या मतलब है आपका मम्मी? फिर मेरी कामुक मम्मी ने मुझसे कहा कि मतलब यह है कि तूने कभी उसे किस या स्मूच वगेरा किया या नहीं या कभी उसकी चुदाई करी है बेटा? दोस्तों अब में उनकी बात को सुनकर एकदम चुप बैठ गया और कुछ सोचने लगा. तभी मम्मी ने मुझसे कहा कि तू इतना शरमा क्यों रहा है बताना ना कभी अपनी गर्लफ्रेंड की चुदाई करी है या नहीं?
तब मैंने उनसे कहा कि हाँ मम्मी किया था तो वो थोड़ा सा मेरी तरफ मुस्कुराकर कहने लगी कि वाह बहुत अच्छा और तूने उसको बस किस ही किया था या कुछ और भी? फिर मैंने पूछा कि कुछ और क्या मतलब मम्मी? अब मेरी मम्मी मुझसे बिल्कुल खुलकर साफ साफ कहने लगी कि मेरे सामने तू ज्यादा नादान मत बन, मेरा मतलब है कि तूने उसके साथ सेक्स किया या नहीं? दोस्तों उनके मुहं से यह बात सुनकर मेरे तो पूरे होश ही उड़ गये और मुझे अपने कानों पर उनके कहे शब्दों पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं हो रहा था कि वो मुझसे यह क्या बात पूछ रही है?
मैंने कभी कल्पना भी नहीं करी थी की मेरी माँ मुझसे ये सब बातें इतना खुलकर करेगी. माँ की बातों से अब मेरा लंड तो सीधा खड़ा होकर मेरे ट्राउज़र में ही टेंट बनाने लगा था और अब मेरा मुठ मारने का बहुत दिल कर रहा था. मेरी कामवासना से भरी सेक्सी मम्मी मेरे लौड़े को खड़ा होते देखकर शैतानी हंसी हंसने लगी थी और अब वो मुझसे कहने लगी कि तू मुझे अब एकदम सच सच बता. फिर मैंने भी खुलकर उनसे कह दिया कि हाँ मैंने उसकी कई बार चुदाई करी है और मेरे जवाब को सुनकर वो मुझसे कहने लगी कि चलो मेरा बेटा एक अनुभवी है. अब मम्मी ने मुझसे पूछा कि बेटा आखरी बार तूने अपनी गर्लफ्रेंड की चुदाई कब करी थी…?
तो मैंने धीरे से कहा कि तीन महीने पहले तो वो मुझसे पूछने लगी कि क्यों तेरा अब मन नहीं करता सेक्स करने का? तो मैंने कहा कि हाँ कभी कभी मेरा मन करता तो है. अब मम्मी ने मुझसे पूछा कि फिर उस समय तू क्या करता है? तो मैंने कह दिया कि कुछ नहीं. फिर मम्मी ने मुझसे कहा कि क्यों? अब मैंने उनसे कहा कि मेरे पास कोई है नहीं तो में क्या करूं? फिर मम्मी ने मुझसे पूछा कि तू अपनी संतुष्टि कैसे करता है? मैंने तुरंत कहा कि अपने हाथ से वो मुझसे कहने लगी कि ठीक है, लेकिन ऐसा अपने हाथ से ज़्यादा मत किया कर, नहीं तो तेरा वो खराब हो जाएगा और वो टी.वी. देखने लगी.
फिर मेरे मन में एक बहुत अच्छा विचार आ गया कि क्यों ना में भी मम्मी से ऐसी ही बातें पूछ लूँ, क्या पता बातों ही बातों में मम्मी भी मेरे लंड से अपनी मोटी सेक्सी गांड मरवाने या चूत की चुदाई करवाने के लिए तैयार हो जाए. फिर मैंने थोड़ी हिम्मत करके मम्मी से कहा कि क्या में आपसे एक बात पूछ सकता हूँ? मम्मी ने कहा कि हाँ पूछो ना बेटा. मैंने उनसे कहा कि मम्मी आज मैंने कुछ देर पहले आपके कमरे में आकर देखा था कि आप कुछ कर रही थी तो आप ऐसा क्यों कर रही थी? मम्मी ने मुझसे वो बात सुनकर पहले मेरी तरफ मुसकुराते हुए मुझसे कहा कि बेटे जैसे तू मुठ मारकर अपने हाथ से संतुष्टि प्राप्त करता है, ठीक वैसे ही में भी उस समय हस्तमैथुन करके अपनी खुद की संतुष्टि प्राप्त कर रही थी बेटा.
फिर मैंने उनसे कहा कि मेरी तो कोई गर्लफ्रेंड नहीं है इस लिए मज़बूरी में मुझे मुठ मारनी पड़ती है मगर आपके पास तो पापा जी हैं ना अपनी चुदाई करवाने के लिए फिर आपको हस्तमैथुन करने की क्या जरुरत है मम्मी? मम्मी ने मुझसे कहा कि तेरे पापा को तो अपने काम से कभी फ़ुर्सत ही नहीं है और वो अगर मेरे साथ कभी गलती से भी सेक्स करते है तो वो दो मिनट से ज्यादा मेरी चुदाई नहीं कर पाते हैं क्योकि अब उम्र के साथ साथ उनकी मर्दानगी कम होती जा रही है. दोस्तों तब मुझे मेरी कामुक मम्मी की बातें सुनकर ऐसा लगा कि अब मेरे पास बहुत अच्छा मौका है उनकी चुदाई करने का इसलिए मैंने उनसे कहा कि क्या मम्मी कभी आपका मन नहीं करता किसी और के साथ अवैध सेक्स संबंध बनाने का?
तभी उन्होंने मुझसे कहा कि हाँ करता है ना तेरे साथ सब कुछ करने का और उन्होंने मुझसे इतना कहकर अब मेरे खड़े हुए लंड पर अपना हाथ रख दिया और उसे कपड़ों के ऊपर से ही सहलाने लगी. फिर मैंने उनसे कहा कि लेकिन मम्मी आप मेरी माँ हो और में आपका बेटा माँ बेटे के बीच शारीरिक संबंध तो अवैध है? तभी मम्मी मुझसे कहने लगी कि बेटा क्या तू अपनी माँ की सेक्स करने की इस ज्वलंत इच्छा को पूरी नहीं करेगा? क्या तू चाहता है कि में घर के बाहर जाकर गैर मर्द से रंडी बनकर अपनी इस प्यासी चूत की चुदाई करवाया करूँ और तू घर में मुठ मार मारकर अपनी जवानी खराब करे ???
तो मैंने उनकी पूरी बात को सुनकर मन ही मन सोचा कि मेरे पास यही मौका है और फिर मैंने उनसे कहा कि हाँ ठीक है मम्मी में आपको जरुर खुश करूँगा, लेकिन अगर पापा को इस बात का पता चल गया तो? तभी मम्मी ने मुझसे कहा कि उन्हें क्या किसी को भी इस बात का पता नहीं चलेगा, तू मुझ पर भरोसा रख और अब हम तेरे पापा की गैर मौजूदगी में जमकर बहुत मज़े लिया करेंगे. फिर मैंने भी मम्मी के बूब्स पर हाथ फेरने शुरू कर दिए और मम्मी तुरंत उठकर मेरी गोद में बैठ गई और मम्मी ने उस समय लाल कलर की गाउन पहनी हुई थी.
उन्होंने तुरंत उसको उतार दिया और अब सिर्फ़ मम्मी नीले कलर की ब्रा और नीले रंग की पेंटी में थी और मम्मी मेरी गोद में बैठकर मेरे होंठो को एकदम एक भूखी शेरनी की तरह चूस रही थी और एक हाथ से मेरे लंड को सहला रही थी. फिर मम्मी ने मेरी टी-शर्ट को उतार दिया और मेरी छाती पर किस करने लगी और मेरे निप्पल पर जीभ लगाने लगी. फिर मैंने मेरी कामुक मम्मी की ब्रा को उतार दिया और मम्मी के बड़े बड़े स्तनों को अपने दोनों हाथों से दबाने लगा और बारी बारी से उन्हें अपने मुंह में लेकर चूसने लगा जिससे मम्मी के मुहं से आअहह आईहह ऊऊहहहह की आवाज़ निकलने लगी.
फिर मेरी कामुक मम्मी सोफे से नीचे जमीन पर बैठ गई और उन्होंने मेरा ट्राउज़र नीचे करके मेरे लंड को मेरे अंडरवियर के ऊपर से अपने दांतो की मदद से भूखी शेरनी की तरह काटने लगी और फिर वो जल्दी से मेरे लंड को बाहर निकालकर चूसने लगी, जिससे मेरे मुहं से आअहह उुउऊहह मम्मी हाँ आआहह की सिसकियाँ निकलने लगी थी और अब मुझे ऐसा लग रहा था कि जैसे में स्वर्ग में आ गया हूँ और मम्मी मेरे खड़े लंड को कम से कम दस मिनट तक लगातार अपने मुँह में लेकर किसी रंडी की तरह चूसती रही.
फिर मैंने अहहहह हाँ उफ्फ्फ्फ़ और ज़ोर से चूसो मम्मी वाह मज़ा आ गया की आवाज़ के साथ मैंने मम्मी के मुहं में अपना वीर्य निकाल दिया और जिसे मम्मी पी गयी. फिर मेरी मम्मी ने मेरे लंड को दो मिनट और चूसा, जिससे कि मेरा लंड खड़ा रहे और फिर मैंने मम्मी को सोफे पर लेटा दिया और में पेंटी के ऊपर से मम्मी की भोसड़ी को चाटने लगा और फिर मम्मी अपनी दोनों आँखे बंद करके सोफे पर पड़ी रही और आहह उूुुउऊँ माँ आहहह मर गई बेटा बहुत मज़ा आ रहा है, वाह बहुत मज़ा आ रहा है की आवाज़ करने लगी, आईईई बेटा चाट आज अपनी माँ की इस प्यासी चूत को और इसकी खुजली को मिटा दे…
कामुक मम्मी की चुदाई करने से पहले उनके नाम की मुठ मारी अन्तर्वासना हिंदी सेक्स कहानी :- अब मैंने चुदाई करने के लिए मेरी कामुक मम्मी की पेंटी को उतार दिया और मम्मी की भोसड़ी में दो उंगली डालकर मम्मी की भोसड़ी में अंदर बाहर करने लगा और अपनी उँगलियों से ही माँ की चूत की चुदाई करते हुए उनकी चूत को किसी कुत्ते की तरह चाटने लगा था, जिसकी वजह से मम्मी के मुहं से निकलती हुई सिसकियाँ अब और भी तेज़ हो गई, मम्मी आहहह उूुुउउउउ उऊईईईईइ में मर गई मेरी जान हाँ और चाट अपनी माँ की भोसड़ी आज मिटा दे इसकी सारी प्यास, बहुत अच्छा लग रहा है की आवाज़ करने लगी.
फिर बस दस मिनट तक चाटने के बाद मम्मी का पानी झड़ गया, जिसको मैंने अपनी जीभ से चाटकर साफ कर दिया. फिर मैंने मम्मी को अपना लंड चूसने के लिए कहा और कुछ देर चूसने के बाद धीरे से मम्मी के पैर उठाकर में मम्मी की गरम भोसड़ी पर अपना लंड रगड़ने लगा और धीरे धीरे म्म्मी की भोसड़ी में लंड डालने लगा, लेकिन तब मैंने महसूस किया कि मम्मी की भोसड़ी बहुत टाईट थी, जिसकी वजह से लंड ठीक तरह से अंदर जा ही नहीं रहा था. फिर मैंने पहले धीरे से संतुलन बनाकर लंड को भोसड़ी में डाला और उसके बाद में धीरे धीरे धक्के मारने लगा और मम्मी आहहहह उऊहहउूउउ उउफ्फ की आवाज़ कर रही थी.
अब मैंने अपने धक्को की स्पीड को थोड़ा तेज़ कर दिया और मम्मी के दोनों पैरों को उठाकर में तेज़ तेज़ धक्को के साथ मम्मी को चोदने लगा और मम्मी के बूब्स हिलते वक़्त एकदम जैली की तरह हिल रहे थे, तो में उन्हें हाथ से दबा रहा था और बीच बीच में चूस भी रहा था और मम्मी आआहहहह उफ्फ्फ्फ़ माँ मर गई की आवाज़ करके मस्ती में चुदाई के मज़े ले रही थी. फिर मैंने मेरी कामुक मम्मी का एक पैर सीधा किया और एक पैर को कंधे पर रख लिया और मैंने एक बार फिर से चुदाई करनी शुरू करी और हाँ मैंने मम्मी को कम से कम आधे घंटे तक लगातार बिना रुके अपनी रंडी बनाकर खूब मजे से चोदा.
उसके बाद मैंने अपना लंड मम्मी की भोसड़ी से बाहर निकालकर उनके मुंह में डाला और अब मम्मी मेरे लंड को लोलीपोप की तरह चूसने लगी और मैंने अपना वीर्य उनके मुहं में डाल दिया. दोस्तों मैंने कुछ देर आराम किया, लेकिन उन्होंने मेरे लंड को लगातार चूसा, जिसकी वजह से लंड बहुत जल्दी तनकर दोबारा खड़ा हो गया. अब मैंने मम्मी को डॉगी स्टाईल में बैठा दिया और में खुद उनके पीछे आ गया. फिर मैंने कुछ देर तक मेरी कामुक मम्मी की भोसड़ी चाटी और फिर धीरे से लंड को अंदर डालकर मैंने अब दोबारा उनको धक्के मारने शुरू कर दिए
चुदाई करवाते करवाते मेरी नंगी मम्मी उूउऊइई माँ मर गयी, उउऊइई माँ मर गयी कि आवाज़ करने लगी और आहहहह आईईइ वाह मेरे लाल तेरा लंड तो तेरे बाप से भी बहुत मस्त है, तेरे बाप की चुदाई तो कुछ भी नहीं है अच्छे लंड वाला तो मेरा बेटा है, हाँ चोद बेटा आज अपनी माँ को बहुत जमकर चोद आज तू मेरी भोसड़ी को सुजा दे मेरे बेटे, आज मुझे अपनी रंडी समझकर चोद और इतना चोद कि में मर जाऊं. अब में भी जोश में आकर ज़ोर ज़ोर से धक्के मारने लगा.
करीब एक घंटे की शानदार चुदाई करने के बाद अब मैं झड़ने वाला था तो मैंने उनसे कहा कि मम्मी में अब झड़ने वाला हूँ जल्दी से बताओ वीर्य किधर निकालना है??? तो उन्होंने बोला की तेरा दिल करे उधर निकाल ले बेटा… फिर मैंने जल्दी से अपना लंड मेरी नंगी माँ की चिकनी चूत से बाहर निकालकर मम्मी के मुहं में डालकर अपना माल एक बार फिर से मैंने मम्मी के मुहं में डाल दिया. सेक्स खत्म करने के बाद हम माँ बेटे दोनों मम्मी के बेडरूम में चले गये और जाकर हमने बेड पर कुछ देर आराम किया. करीब एक घंटे के बाद मेरी मम्मी की कामवासना एक बार फिर जाग उठी. फिर मेरी माँ ने कुछ देर तक मेरी मुठ मारी और मेरा लंड चूसकर दोबारा से खड़ा कर दिया…
इस बार वो अपनी चुदाई करवाने के लिए मेरे ऊपर चढ़कर बैठ गई और लंड को अपनी भोसड़ी में सेट किया और पूरा अंदर पहुंच जाने के बाद वो अब धीरे धीरे ऊपर नीचे होने लगी और मेरे लंड की सवारी करने लगी. मैंने उसकी कमर को पकड़ा और में भी नीचे से धक्के देने की कोशिश करने लगा. दोस्तों इस बार मैंने मम्मी को कम से कम बिना झड़े करीब 45 मिनट तक चोदा. चुदाई के मजे लेने के बाद हम माँ बेटे दोनों बहुत ज्यादा थककर वहीं पर नंगे ही लेट गए.
मैंने देखा कि मेरी कामुक मम्मी की भोसड़ी से बहुत सारा सफेद सफेद सा चिपचिपा पानी निकल रहा था और वो सरकता हुआ मेरी नंगी कामुक मम्मी की मोटी मोटी जांघो से होते हुए उनकी गांड की तरफ जा रहा था. दोस्तों वैसे उस रात . दोस्तों उस दिन के बाद से कभी भी मुझे माँ के नाम की मुठ मारने की जरुरत नहीं पड़ी. हम माँ बेटे दोनों बॉयफ्रेंड गर्लफ्रेंड की तरह रहते हैं और जब भी सेक्स करने का मौका मिलता है तो हम अवैध सेक्स संबंध बनाते हैं. दोस्तों अब मुझे मुठ मारने की कोई जरुरत नहीं पड़ती क्यूंकि जब भी मेरा सेक्स करने का दिल करता है मैं मेरी कामुक मम्मी की चुदाई कर लेता हूँ.
अब मेरी माँ को भी हस्तमैथुन करने की जरुरत नहीं पड़ती क्योकि जब भी उनका चुदाई करवाने का दिल करता है वो मुझसे अपनी प्यासी चूत की चुदाई करवा लेती है. हम माँ बेटे के बिच अवैध सेक्स संबंध है ये बात सिर्फ एक राज है… दोस्तों उम्मीद करता हूँ की हम माँ बेटे के अवैध सेक्स संबंध की ये अन्तर्वासना हिंदी सेक्स कहानी “कामुक मम्मी की चुदाई करने से पहले उनके नाम की मुठ मारी” आप सभी लो बहुत पसंद आई होगी और आप इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर भी करेंगे…