न्यू ईयर पर जींस खोलकर टाइट चूत में बियर डालकर चुदाई करी चाचा ने शराब के नशे में कामुकता से भरी 18+ अन्तर्वासना हिंदी XXX सेक्स स्टोरी फ्री में ऑनलाइन पढ़ें : मेरा नाम दीपिका है और मैं एक 18 साल की कुंवारी लड़की हूँ किन्तु वर्जिन नहीं हूँ. मैं दिखने में बहुत ज्यादा खूबसूरत और सेक्सी लड़की हूँ. मुझे नए नए मर्दों के साथ सेक्स करना बहुत पसंद है मैं आज तक करीब करीब हर आकर और प्रकार के लंड अपनी कुंवारी बुर में ले चुकी हूँ. मेरे कई बोयफ्रेंड है जो कई बार मेरी कुंवारी चूत की कई कई बार तेल लगाकर चुदाई कर चुके हैं. मैं जादातर जींस टॉप पहनती हूँ जिसमे मेरी मोटी सी गांड और चुतड साफ़ साफ़ दिख जाते है.
मेरा फिगर 36 30 34 का है. स्तन बड़े और गांड काफी मोटी है जिस वजह से मेरी जवानी लड़को को साफ साफ़ दिख जाती है. कितने लड़के मुझे चोदने को परेशान रहते है, पर मेरा भी स्टैण्डर्ड काफी हाई है. मैं सिर्फ हैंडसम और स्मार्ट किस्म के लड़कों के लंड से अपनी चूत चुदवाना पसंद करती हूँ. अब तो मैं चुदवाने में पूरी तरह से माहिर हो गयी हूँ. दोस्तों आब ज्यादा मुँह चोदी नहीं करते हुए सीधी अपनी हिंदी न्यू ईयर सेक्स स्टोरी पर आती हूँ. दोस्तों ये घटना आज से करीब दो दिन पहली ही घटी है. न्यू ईयर आने वाला था 31 दिसम्बर की शाम से ही सब लोग रात के 12 बजने का बड़ी बेसब्री से इंतजार कर रहे थे.
टाइट चूत में बियर डालकर चुदाई करी चाचा ने न्यू ईयर पर अन्तर्वासना हिंदी XXX सेक्स स्टोरी
हमारे घर में मेरे अलावा मेरी मम्मी, पापा, दादा दादी और मेरे चाचा जी रहते हैं. मेरे चाचा का नाम प्रेमचंद है और वो अभी सरकारी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं. दोस्तों मेरे पापा के भाई प्रेमचंद मुझपर गन्दी नजर रखते हैं और वो आज से ही नहीं बल्कि कई सालों से मेरी कुंवारी चूत की चुदाई करने और मेरी गांड मारने के जुगाड़ में थे मगर कभी उन्हें मेरे साथ सेक्स करने का सही मौका हाथ नहीं लगा नहीं तो अभी तक ना जाने कितनी बार मेरा बलात्कार कर दिया होता. अभी मेरे पापा के भाई की उम्र 23 साल है और हम चाचा और भतीजी दोनों हमउम्र ही है.
प्रेमचंद चाचा मुझे पढ़ाने के बहाने कई बार मेरा यौन शोषण भी कर चुके थे मगर मैंने कभी किसी को कुछ नहीं बताया क्यों की मुझे भी इन सब में बड़ा आनंद आता था. वो देखने में बड़े स्मार्ट थे इसलिए मुझे भी अच्छे लगते थे. इस तरह से कई साल से हम चाचा और भतीजी दोनों का रोमांस घर के अंदर ही चल रहा था. 31 दिसम्बर की रात को घर के सारे लोग रात के 12 बजने का इंतजार कर रहे थे. मेरे पापा बहुत बड़े शराबी हैं वो इतनी पी लेते हैं की उन्हें शराब पिने के बाद कुछ भी होश नहीं रहता है. न्यू ईयर की पार्टी के लिए मेरे पापा ने अपने छोटे भाई प्रेमचंद को मार्किट भेजकर कई शराब की बोतल मंगवा ली थी.
मेरी मम्मी अक्सर न्यू ईयर पार्टी और दुसरे त्योहोरों पर बियर पीती है, इसलिए पापा ने मेरी माँ और मेरे चाचा के लिए बियर भी मंगा दी थी. हमारी कालोनी में जवान लड़के न्यू ईयर का जश्न मना रहे थे और तेज आवाज में DJ चलाकर नाच गाना कर रहे थे. न्यू ईयर बनाने के लिए सब तरफ बड़ा रंगीन माहौल था चारों तरफ संगीत गूंज रहा था. फिर रात के 12 बजते ही आकाश में रंग बिरंगी आतिशबाजी होने लगी. कालोनी में कई अंकल लोग अपने अपने घरो की छत पर खड़े होकर पटाखे चलाने लगे और एक दुसरे को न्यू ईयर की बधाई देने लगे. फिर मेरे पापा मुझसे बोले की “अरे बेटी!! दीपिका!! अपने चाचा से बोल दे की शराब की बोतले ले आये. अरे शराब पीकर न्यू ईयर बनाने का वक़्त हो गया !!”
मैंने प्रेमचंद चाचा को बुलाया. वो सारी की सारी शराब की बोतलें खोलकर सबके लिए ग्लास में निकालने लगे. फिर दादा जी, पापा और प्रेमचंद चाचा सभी शराब पीने लगे. फिर डांस होने लगा. सभी लोगो ने डांस किया और रात के 3 बज गये. मैंने मम्मी के साथ बैठकर बियर पी ली. मुझे काफी चढ़ गयी. सब लोग टल्ली होकर इधर उधर लुढ़क गये. सिर्फ मैं और प्रेमचंद चाचा होश में थे. वो धीरे से मेरे पास आये और उनके कमरे में जाने के लिए कहने लगे. मैं समझ गयी की आज वो जरुर कोई शरारत करेंगे. मैं बियर के नशे में झूमते हुए चाचा के कमरे में पहुच गयी. अंदर जाते ही उन्होंने मुझे पकड़ लिया और इधर उधर किस करने लगे. “ये सब क्या चाचा जी??” मैंने कहा. नशे से मेरी आवाज लड़खड़ा रही थी.
“भतीजी!! क्या तू अपने न्यू इयर को स्पेशल बनाना चाहती है??” प्रेमचंद चाचा बोले “यस!!!” मैंने नशे में झूमकर कहा “आज तेरे संग चुदाई हो जाए!!” चाचा मेरे कान में आकर कहने लगे “जरुर क्यों नही!! आज मेरी बड़े अच्छे से चुदाई करना चाचा!! मेरी गांड भी मारना चाचा” मैं बोली. मैं नशे में थी और मुझे होश नही था की आज मैं मेरे पापा के भाई को मेरी गांड और चूत चोदने के लिए ऑफर कर रही हूँ. फिर चाचा ने फिर से शराब की बोतल निकाली और 1 1 शॉट्स हम चाचा और भतीजी दोनों ने फिर से लगा दिया. अब मुझे सब कुछ उल्टा पुल्टा दिख रहा था. मुझे एक एक चीज 5 5 दिख रही थी. धीरे धीरे चाचा ने मेरे साथ चुम्मा चाटी शुरू कर दी. मुझे अपने बिस्तर पर लिटा दिया और अंदर से रूम का दरवाजा अच्छे से बंद कर दिया.
उसके बाद चाचा ने एक एक करके अपने सारे कपड़े निकाल दिए. मेरी जींस प्रेमचंद चाचा ने खोली. बहुत टाइट जींस थी इसलिए उनको खींचकर निकालनी पड़ी. फिर मेरे टॉप को उन्होंने उतार दिया. दोस्तों अब रात के 4 बजे थे और काफी ठंड हो रही थी. आज न्यू ईयर वाले दिन मैं मेरे अपने सगे चाचा के लम्बे और मोटे लौड़े से चुदने वाली थी मगर मुझे इस बात का बिलकुल भी अहसास नहीं था की वो आज मेरी टाइट चूत में बियर डालकर चुदाई मेरी करेंगे. उन्होंने ही मेरी ब्रा और पेंटी अपने हाथ से उतारी. जैसे ही मैं नंगी हुई मैं किसी पंखनुची मुर्गी की तरह दिख रही थी. चाचा ने अपना अंडरवियर उतार दिया. उसके बाद मुझ पर ऐसे टूट पड़े जैसे कोई भेड़िया खरगोश का शिकार करता है.
मैं कुंवारी लड़की पूरी तरह से नंगी थी मेरे पापा के छोटे भाई के सामने. न्यू ईयर के स्वागत करने के लिए मैंने हाथो और पैरो पर मेहँदी लगाई हुई थी. मैंने कल सुबह ही अपनी चूत को झांटो को अच्छे से शेव कर लिया था इसलिए अब मेरी चूत पूरी तरह से साफ सुथरी थी और चमक रही थी. प्रेमचंद चाचा ने मुझे घूरकर कहा की “उफ्फ्फ्फ़ मेरी जवान और सेक्सी भतीजी!! तेरे रसीले हुस्न का तो जवाब नही”… उसके बाद मेरे पर लेट गये और मेरे नंगे शरीर को जगह जगह चूमने और चाटने लगे. मैंने भी चाचा को बाहों में जकड़ लिया और मैं भी उनके साथ चुम्मा चाटी करने लगी.
कुछ सेकंड बाद मुंह पर मुंह रखकर मेरे होठ का रस चूसने लगे मैं भी नशे में प्रेमचंद चाचा को किस करने लगी. फिर मेरे पापा के छोटे भाई मेरे स्तन को हाथ से दबाने लगे. मुझे बहुत मजा आ रहा था. मेरे बूब्स दबाते दबाते मेरे चाचा मुझसे पूछने लगे की बता “भतीजी!! मजा आ रहा है की नही”…??? मैं कहने लगी की हाँ चाचा जी बहुत मजा आ रहा है भगवान के लिए और जोर से दबाओ ना मेरे बूब्स को. मेरी इजाजत मिलने के बाद चाचा और रोमांचित हो गये और दोनों मोटे मोटे स्तन को जोर जोर से दबा दबाकर उनमें से दूध निकालने की नाकाम कोशिक करने लगे.
मैं “ओह्ह माँ….ओह्ह माँ…उ उ उ उ उ……अअअअअ आआआआ….”” कहने लगी. मेरी चूचियाँ को कई मर्दों ने अभी तक दबाया था इसलिए वो आकार में काफी मोटी मोटी हो चुकी थी. मेरे मोटे मोटे स्तनों की निपल्स काली काली थी और चारो ओर काले काले गोले मेरे स्तन की सुन्दरता को और बढ़ा रहे थे. प्रेमचंद चाचा को मेरे स्तन काफी पसंद आये. कुछ देर पास से आकर देखते रहे, फिर मुंह में लेकर चूसने लगे. जब मेरी निपल्स को मुंह में लेकर चूसने लगे तो मैं आप लोगो को बता नही सकती हूँ की मुझे कितना मजा आया. आज मैं चाचा के साथ पहली बार सेक्स कर रही थी. मेरे बॉयफ्रेंडस ने कई बार मुझे चोदा तो था पर मेरे स्तन नही पिये था. पर आज चाचा ने तो बड़ा मजा दे दिया.
मेरे पापा के छोटे भाई मेरे मोटे मोटे संतरे को कस कसके हाथ से दबाये जा रहे थे और मुंह में लेकर चूस रहे थे. मैं तो बस “ओहह्ह्ह…ओह्ह्ह्ह…अह्हह्हह…अई..अई. .अई… उ उ उ उ उ…” की सिसकियाँ ही ले पा रही थी. चाचा की ऐसी ताबड़तोड़ चुसाई से मेरा रोम रोम प्रफुल्लित होने लगा और दिल कर रहा था की बस रातभर चुदाती रहूँ. मैंने भी प्रेमचंद चाचा के नंगे बदन को बाहों में भर लिया और प्यार करने लगी. वो मेरे कबूतर चूसने में बिसी थे और मैं उनके पूरे चेहरे को हाथ लगाकर प्यार कर रही हूँ. “ओह्ह चाचा जी!! आज तो आपने मेरी टाइट चूत से पानी निकलवा दिया” मैं कहने लगी “भतीजी!! मुझे अगर पता होता की तू इतनी जोर की माल है तो तुझे पहले ही चोद लेता” प्रेमचंद चाचा बोले…
उसके बाद मेरी दूसरी चूची भी इसी तरह मुंह में लेकर बड़ी देर तक चूसते रहे. फिर मेरे पेट कर कितनी बार उन्होंने पप्पी ली. फिर मेरी नाभि में जीभ घुसाकर चूसने लगे. दोस्तों मेरी नाभि काफी सेक्सी थी और चूत जितनी गहरी थी. कई मिनट तक मेरी नाभि से खेलते रहे. पर चूत से छेड़छाड़ करने लगे. “आज न्यू ईयर है चाचा जी!! मेरी टाइट चूत पीजिये!! चाट लीजिये इसको अच्छे से!!” मैं बोली चाचा ने बियर की एक कैन खोली और मेरी चूत पर बियर डालने लगे. फिर चूत के नीचे मुंह लगाकर चूत के रस से भीगी बियर पीने लगे.
मैं कुंवारी लड़की बीएस “आआआअह्हह्हह…..ईईईईईईई….ओह्ह्ह्….अई. .अई..अई…..अई..मम्मी….” करने लगी. चाचा ने चूत को जीभ से चाटना शुरू किया जिसमे मुझे नये तरफ का मजा मिल रहा था. बियर की वजह से चूत में हल्की जलन हो रही थी. इस तरह चाचा ने बड़ा मस्त काम किया. उसके बाद अपना लिंग हाथ से जल्दी जल्दी मुठ देने लगे. दोस्तों आपको मैंने अपने चाचा का लिंग के बारे में तो बताया ही नही. उनका लिंग काफी मोटा है और 10” लम्बा है. बिलकुल मर्दाना लिंग है जो किसी भी लड़की की चूत की सील एक बार में तोड़ दे. प्रेमचंद चाचा जल्दी जल्दी लिंग फेटने लगे और फिर मेरी चूत के अंदर डालने लगे.
फिर उन्होंने मेरी चूत मारने के लिए एक तगड़ा झटका मारा और अपना कड़क लंड मेरी टाइट चूत में उतार दिया. मेरा मुंह दर्द से खुल गया था. वो मेरे ओंठो पर किस करने लगे. फिर से चूसने लगे. मुझे फिर से राहत मिलने लगी. कुछ देर में प्रेमचंद चाचा ने फिर से चूत में धक्का दे दिया और इस बार अपना 10” लम्बा लौड़ा पूरा ही मेरी टाइट चूत को चीरते हुए अंदर बच्चेदानी तक डाल दिया. उसके बाद मुझे जल्दी जल्दी चोदने लगे. मैंने अपने दोनों हाथो से उनको पकड़ रखा था और उनको प्यार कर रही हूँ.
वो जल्दी जल्दी अपना पिछवाड़ा उठा उठाकर मुझे घपाघप चोदने लगे मेरे पापा के छोटे भाई मेरी टाइट चूत में बार बार बियर डालकर चुदाई कर रहे थे जिस कारण मेरी चूत अंदर से बहुत ज्यादा जल रही थी मगर पापा के भाई से चुदवाने में बहुत ज्यादा आनंद आ रहा था. कुछ देर बाद प्रेमचंद चाचा और कस कसके मेरी टाइट चूत में धक्के देने लगे और फिर तो मुझे जन्नत ही दिखा दी. चुदाई करवाते करवाते मैं जोर जोर से चिल्लाने लगी और कहने लगी ओह चाचा जी आह… आह… उई माँ… ….ऊँ. .ऊँ…ऊँ… मार ही डाला आपने तो आज न्यू ईयर पर मुझे!! चाचा जी मेरी टाइट चूत में अपना लंड अंदर बाहर करते करते मुझसे पूछने लगे की बता भतीजी!! मेरा न्यू ईअर का गिफ्ट तुझे कैसा लगा बेटी…??”
मैंने कहा “ बहुत ही ज्यादा मस्त लगा चाचा जी!!” वो मुझसे पूछने लगे की बता बेटी टाइट चूत में बियर डालकर चुदाई करवाने में आनंद आ रहा है की नहीं. मैंने बोला की हाँ बहुत मजे आ रहे हैं… उसके बाद वो फिर से मेरी टाइट चूत की तरफ ललचाई नजरों से देखने लगे और अपनी उंगलियो से जल्दी जल्दी मेरी कुंवारी चूत का गेम बजाने लगे. मेरी चूत के दाने को अपने हाथ से जल्दी जल्दी हिला रहे थे जिससे मुझे बहुत अधिक यौन कामोतेज्जना मिल रही थी. कुछ देर बाद चाचा जी झड़ने वाले थे. फिर उन्होंने लिंग मेरी चूत की गुफा से निकाला और मेरे चूत पर मुठ देने लगे. मैं अपने स्तन अपने हाथो से कस कसके दबाए जा रही थी.
फिर चाचा के लिंग ने माल की बारिश मेरी चूत पर कर दी. मेरी सांवली सलोनी टाइट चूत उनकी सफ़ेद क्रीम से भीग गयी थी. प्रेमचंद चाचा मेरे साइड में आकर लेट गये. मेरे 36” के दूधो से फिर से खेलने लगे. मैंने रुमाल से अपनी टाइट चूत को पोंछ कर साफ़ किया. अब मेरा नशा भी काफी उतर गया था. चाचा ने मेरा हाथ पकड़ा और लिंग पर जाकर रख दिया. अब मैं फिर से उनका लौड़ा फेटने लगी. हम चाचा और भतीजी दोनों की अच्छी जोड़ी जम गयी थी. “चाचा जी!! आपने तो मुझे सबसे अच्छा हैपी न्यू ईअर गिफ्ट दिया है” मैंने कहने लगी वो फिर हँसने लगे. प्रेमचंद चाचा बोले “भतीजी!! अगर तुम चाहो तो हर रोज तुमको इस तरह का गिफ्ट मिल सकता है”.
मैं चहक कर बोली “क्या सच में…??” वो बोले “हाँ बेटी!!” उसके बाद मैंने उनसे बोला की मुझे रोज ही ऐसा खूबसूरत चुदाई वाला गिफ्ट दे दिया करो आप. अब फिर से चाचा के अंदर चुदास भरने लगी थी. मैं उनके लिंग को अपने हाथ में लेकर हिलाने लगी और उनकी मुठ मारने लगी. प्रेमचंद चाचा को मेरे कोमल कोमल हाथों से हस्तमैथुन करवाना बड़ा अच्छा लग रहा था. फिर मैं ब्लोजॉब करने के लिए झुक गयी और लिंग को मुंह में लेकर चूसने लगी. चाचा जी ….ऊँ—ऊँ… ऊँकरने लगे. उनको भी काफी अच्छा लग रहा था. वो बड़े मजे लेकर चुसवा रहे थे. मैंने उनकी गोलियों को दबाना शुरू किया और लिंग को कुल्फी की तरह चाट रही थी.
मैं अब काफी उत्तेजित महसूस कर रही थी “करो भतीजी !! और अच्छे से चूसो मेरी कुल्फी को!!” प्रेमचंद चाचा बोले मैं और मेहनत से चूसने लगी. अपने मुंह में अंदर तक लेकर चूस रही थी. सर हिला हिलाकर चूस रही थी. फिर मेरे चाचा के लंड के निचे लटकी गोलियों को अपने मुंह में लेकर चूसने लगी जिससे चाचा को जादा से जादा आनंद मिल सके. नंगे प्रेमचंद चाचा बोले “चलो भतीजी!! बहुत चूस लिए मेरे अंड अब जल्दी से गांड चुदवाने के लिए घोड़ी बन जाओ” मैं बहुत उतावला हो रहा हूँ तुम्हारी गांड मारने के लिए.
फिर मैंने गांड चुदवाने के लिए बिलकुल मना कर दियातो चाचा बोले की चल बेटी घोड़ी तो बन गांड नहीं मरूँगा तेरी बस पीछे से तेरी चूत में ही लंड पेलूँगा. फिर मैं जल्दी से सेक्स करने के लिए घोड़ी बन गयी. अब चाचा ने मेरे बड़े बड़े चूतड़ और गांड पर हाथ लगाना शुरू किया तो बड़ा अच्छा लग रहा था. मैं “ उई माँ आह.. उई माँ…… आह.. मम्मी…मम्मी…..सी सी.. हा हा हा …..ऊऊऊ..” करने लगी. फिर नंगे प्रेमचंद चाचा मेरी चूत को जल्दी जल्दी जीभ निकालकर किसी जंगली कुत्ते की तरह चाटने लगे. मुझे बड़ा मीठा अहसास हो रहा था. दोस्तों, जिस तरह से कोई चोदू कुत्ता किसी कुतिया की चूत को जीभ लगा लगाकर चाटता है उसी तरह से चाचा मेरे साथ कर रहे थे.
एक बार फिर से मैं आनन्द विभोर हो रही थी. चाचा जी अपनी खुदरी जीभ को मेरी मलाई मक्खन जैसी चूत पर घुमा घुमाकर मुझे तृप्त कर रहे थे. उन्होंने 15 मिनट से अधिक वक्त तक टाइट चूत चटाई का काम किया. फिर से मेरी टाइट चूत में बियर डालकर पीछे से चुदाई करने के लिए अपना लम्बा मोटा लंड पीछे से मेरी चूत में घुसा दिया और चुदाई शुरू कर दी. मैं अपने दोनों हाथो और घुटनों को मोड़कर घोड़ी बनी हुई थी. प्रेमचंद चाचा धक्के पर धक्के लगा रहे थे. मेरी चूत में उनका 10” लौड़ा बड़ी अच्छे से फिट हो रहा था. मेरे नंगे चाचा जोर जोर से मेरी चूत में गोल कर रहे थे जैसे फ़ुटबाल का खेल खेल रहे हो.
एक बार फिर से मैं चुदते चुदते “हूँउउउ हूँउउउ हूँउउउ ….ऊँ—ऊँ…ऊँ सी सी सी… हा हा.. ओ हो हो….” की आवाजे निकालने पर मजबूर हो गयी थी. “भतीजी!! तुम तो कच्ची कली हो!! ऊँ—ऊँ…ऊँ सी सी सी” चाचा कह रहे थे मैंने बोला की “आज मेरी इस कुंवारी टाइट चूत को चोद चोदकर फाड़ डालो चाचा जी!! आज मुझे इतना चोदो आप” उसके बाद उन्होंने मेरा 40 मिनट तक गेम बजाया और फिर से चूत में झड़ गये. ये वाला 2018 का हैपी न्यू ईअर मेरा अभी तक का सबसे अच्छा न्यू ईअर था. दोस्तों मेरे चाचा ने मुझे बताया की वो मेरी माँ की गांड भी मार चुके हैं खैर वो वाली हिंदी सेक्स स्टोरी कल इसी इंडियन देसी पोर्न वेबसाइट पर प्रकाशित करुँगी…