दोस्तों मुझे ब्लू फिल्म देखने का बहुत शौक था मगर अब मैं ब्लू फिल्में देख देखकर बहुत ही ज्यादा पक चूका था और अब मेरा दिल किसी लड़की या भाभी के साथ चोदा चादी करने का करने लगा था. इस दौरान मेरा दिल हमारे पड़ोस में रहने वाली एक बहुत ही ज्यादा कामुक लड़की पर आ गया. दोस्तों आज की इस कामुकता से भरी असली अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरी में आप पड़ेंगे की कैसे मैंने पड़ोसी अंकल आंटी की इकलौती बेटी को गर्लफ्रेंड बनाकर चोदा और बिना कंडोम लगाये चुदाई करके उस कुंवारी लड़की की सील पैक वर्जिन चूत फाड़ दी इस दौरान उसकी फटी हुई चूत में से बहुत सारा खून भी निकला था और उसे बहुत ही ज्यादा दर्द भी हुआ था…
पड़ोस में रहने वाली किरायेदार लड़की को अपनी गर्लफ्रेंड बनाकर उसके साथ अवैध शारीरिक संबंध बनाने की यह सच्ची घटना तब की है जब मैं कॉलेज में पढाई कर रहा था और हमारे पड़ोस में नए नए किरायेदार रहने आये थे. उनके घर में तीन लोग थे माँ, पापा, और उनकी एक 18 साल की इकलौती कुंवारी बेटी. जब उसे पहली बार मैंने देखा तो देखता ही रह गया. वो कुंवारी लड़की बहुत ही ज्यादा मस्त माल थी वो साली कुंवारी लड़की बिलकुल अपनी कामुक माँ पर गयी थी. फिगर 32-28-34, क्या मस्त चूतड़ थे उस बहन की लौड़ी के! जब भी वो घर के बाहर आती थी तो मैं केवल हमारे पड़ोसी अंकल आंटी की इकलौती कुंवारी बेटी के मोटे मोटे स्तन ही गन्दी नजरों से घुर घुर कर देखता रहता था.
पड़ोसी की इकलौती बेटी को गर्लफ्रेंड बनाकर चोदा और सील पैक वर्जिन चूत फाड़ दी
मैं सेक्स करने के लिए हमारे पड़ोसी अंकल आंटी की इकलौती कुंवारी बेटी को पटाना चाहता था और उसके जवान और सेक्सी जिस्म के मजे लूटना चाहता था. उस पड़ोसन लड़की के पापा तो ऑफिस के लिए सुबह जल्दी निकल जाते और शाम तक आते थे मगर उस वर्जिन लड़की की साली बहन की लौड़ी माँ उसे कभी भी अकेली नहीं छोड़ती थी. मैं रात दिन उस पड़ोसन लड़की पर नजर रखता था और फिर एक दिन क़िस्मत ने मेरा साथ दिया और उसकी माँ को किसी काम से अपनी इकलौती कुंवारी बेटी को अकेली छोड़ कर घर से बाहर जाना पड़ा. उस दिन मैंने उस जवान और सेक्सी लड़की से अपने प्यार का इज़हार किया और उसे मेरी गर्लफ्रेंड बनने की बात कही.
पड़ोसी अंकल आंटी की इकलौती बेटी ने मुझसे कहा की वो भी मुझसे प्यार करती है और उसने मेरी गर्लफ्रेंड बनने के लिए हाँ कह दी और फिर हम दोनों ने अपने अपने मोबाइल नंबर एक्सचेंज कर लिए. तब से फोन पर हमारी देर देर रात तक प्यार भरी बातें होने लगी थी. मुझे अपना सपना सच होते हुए दिखा. बस अब मैं उससे अकेले मिलकर उसे चोदना चाहता था. मगर मौका नहीं मिल रहा था. कहते हैं ना कि सब्र का फल मीठा होता है, वही हुआ मेरे साथ हुआ! उसके मम्मी पापा को किसी काम से शहर से बाहर जाना पड़ा 8-10 दिन के लिए. मैंने उसे मिलने के लिए कहा तो उसने अपने घर मिलने के लिए बुलाया.
मैं जब उस वर्जिन लड़की के घर गया तो उसने अपने जवान और सेक्सी जिस्म पर लाल रंग की सेक्सी नाइटी पहनी हुई थी. उसमें वो बहुत ही ज्यादा कामुक लग रही थी. उसे देखते ही मेरा लंड चोदा चादी करने के लिए खड़ा होने लग गया. मैं हमारे पड़ोसी अंकल आंटी की इकलौती कुंवारी बेटी के पास गया. हम बॉयफ्रेंड और गर्लफ्रेंड दोनों ने थोड़ी देर तो बात की फिर में उसके एकदम पास गया, उसके होंठों को चूमने लग गया. थोड़ी देर बाद पड़ोसी अंकल आंटी की इकलौती बेटी भी मेरा साथ देने लग गई. फिर मैं धीरे से किस करते हुए उस जवान और सेक्सी लड़की के बड़े बड़े स्तनों को जोर जोर से दबाने लग गया. वो आ-ह-ह-हुह करने लग गई शायद आज पहली बार कोई उसके स्तनों से खेल रहा था इस लिए उसे दर्द हो रहा था .
फिर मैंने उसकी नाइटी के अंदर हाथ डालकर उसके निप्पल को पकड़कर मसलने लगा. फिर मैंने उसकी नाईटी उतार दी. जैसे ही मैंने उस वर्जिन लड़की की लाल रंग की सेक्सी नाईटी उतारी, उसने काले रंग की ब्रा-पेंटी पहन रखी थी, उसमें वो एकदम हॉट और सेक्सी लग रही थी. मैंने देर न करते हुए मेरी गर्लफ्रेंड की ब्रा खोलकर उसको लेटा दिया और उसके बूब्स को दबाने और निप्पल को एक-एक करके चूसने लग गया. मैं अपने साथ चोकलेट लेकर गया था जो पिंघल चुकी थी. मैंने चोकलेट को उसके निप्पलों पर लगाया और निप्पल को एक-एक करके चाटने लग गया. वो पूरी तरह से पागल होकर हुह… आह… हआ…आहह करने लग गई. फिर मैंने सेक्स करने के लिए अपने सारे कपड़े उतार दिए, केवल अंडरवियर में रह गया और वो पेंटी में! मुझे अंडरवियर में देखकर उसने अपनी आँखें बंद कर ली.
फिर मैंने हमारे पड़ोसी अंकल आंटी की इकलौती कुंवारी बेटी के लाल लाल रस से भरे होंठों को चूसते हुए उसके पूरे बदन को चाटते हुए उसकी पेंटी तक पहुँचा, फिर मैंने चुदाई करने के लिए पड़ोसी अंकल आंटी की इकलौती बेटी की पेंटी उतार दी. एकदम गीली और चिकनी चूत देखकर मैं और मेरा लंड दोनों पागल हो गये. मैं उसकी टाइट चूत को चाटने लग गया. दोस्तो, क्या बताऊँ कितना बढ़िया स्वाद था! फिर मैंने चोकलेट को मेरी गर्लफ्रेंड की सील पैक वर्जिन चूत पर लगाकर उसकी चूत को किसी कुत्ते की तरह खूब देर तक चाटा और अपनी जीभ से चोदा! इस बीच वो एक बार मेरे मुँह में ही झड़ गई और मैं मेरी गर्लफ्रेंड की चूत का सारा पानी पी गया.
फिर मैंने हमारे पड़ोसी अंकल आंटी की इकलौती कुंवारी बेटी को मेरी अंडरवियर उतारकर उसे मेरा खड़ा लंड चूसने के लिए बोला. मगर उसने मेरा लंड अपने मुँह में लेकर चूसने से साफ साफ मना कर दिया तो मैंने उसे ब्लोजॉब करने के लिए ज्यादा जोर भी नहीं दिया. उसके बाद मैंने उसकी गीली वर्जिन चूत पर थूक लगाकर अपना खड़ा लंड रखा और अंदर डालने की कोशिश की तो मेरा लंड फिसलकर बाहर आ गया. उस वर्जिन लड़की की चूत बहुत ही ज्यादा टाइट थी और उसकी सील भी बिलकुल पैक थी इस वजह से मेरा लौड़ा उसकी बुर के अंदर जा ही नहीं रहा था. मैंने थोड़ा और जोर लगाकर अपना लंड उसकी सील पैक वर्जिन बुर के अंदर डाला तो लंड थोडा ही अंदर गया होगा, उसे दर्द हुआ मगर वो चिल्लाई नहीं.
मैंने एक जोरदार शॉट और मारा और उस वर्जिन लड़की को इतना दर्द हुआ कि उसने अपने नाख़ून मेरी पीठ पर गड़ा दिए और धीरे से कहा- बहुत दर्द हो रहा है डार्लिंग थोड़ा प्यार से डालो अपना मुसल मेरी चूत सील पैक है आज पहली बार कोई मेरे साथ गन्दा काम कर रहा है. फिर मैंने दूसरा जोरदार धक्का मारा और मेरा लंड उसकी वर्जिन चूत की सील तोड़ते हुए उसकी बच्चेदानी तक पहुच गया. मगर उस कुंवारी लड़की की हिम्मत थी कि वो अपनी वर्जिन चूत की सील तुडवाने के दौरान बिलकुल भी चिल्लाई नहीं, और अपनी पहली चुदाई का पूरा दर्द सहन कर लिया. चुदवाने में उस वर्जिन लड़की को बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था तो फिर थोड़ी देर हम ऐसे ही पड़े रहे, फिर मैंने धीरे धीरे अपनी कमर चलाना शुरू कर दी.
पड़ोसी अंकल आंटी की इकलौती बेटी चुदवाते चुदवाते आह… आह… ह…हुहह… करने लगी थी जिसे सुनकर मेरा जोश और भी ज्यादा बढ़ता जा रहा था. आज उसके जीवन का पहला सेक्स था इस लिए उसे चुदाई करवाने में बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था मगर उसे आनंद भी आ रहा था. थोड़ी देर बाद उस कुंवारी लड़की की फटी हुई चूत का दर्द कम हुआ तब जाकर मैंने फिर से मेरे लंड को उसकी फटी हुई चूत में आगे पीछे करना शुरू कर दिया. थोड़ी देर बाद वो भी अपने चूतड़ हिलाकर चुदने में मेरा साथ देने लगी. करीब आधा घंटा मैंने उसे खूब मजे से चोदा और वो रोते रोते चुदवाती रही.
पडोसी की इकलौती बेटी की करीब एक घंटे की खतरनाक चुदाई के बाद अब मैं झड़ने वाला था और मैंने अपने लंड पर कंडोम भी नहीं पहना हुआ था तो मैंने मेरी पड़ोसन लड़की से पूछा की बता साली माल किधर टपकाना है. तो उसने कहा- अंदर मत झड़ना मैं अभी माँ नहीं बनना चाहती हूँ. मैंने सारा माल उस कुंवारी लड़की के पेट पर निकाल दिया. जैसे ही मेरे लंड से वीर्य निकला मुझे बहुत ज्यादा कमजोरी महसूस हुई तो मैं कुछ देर नंगा ही उसके बगल में लेट गया. करीब आधे घंटे के बाद हमारी चोदा चादी का दूसरा राऊँड करीब एक घंटा चला और हम बॉयफ्रेंड और गर्लफ्रेंड दोनों ने बिना कंडोम के ही करीब करीब कामसूत्र की हर सेक्स पोजीशन में चुदाई के मजे लिए. उस दिन मैंने पड़ोसी अंकल आंटी की इकलौती बेटी को अलग अलग सेक्स पोजीशन में खूब जमकर चोदा जिस वजह से उस कुंवारी लड़की की फटी हुई चूत में बहुत ज्यादा सुजन आ चुकी थी.
आज पहली बार पडोसी की इकलौती बेटी की वर्जिन चूत को किसी ने चोदा था. उस दिन करीब चार घंटे तक हमारा चुदाई का कार्यक्रम पुरे जोर शोर से चला. अगले 7-8 दिन तक हम बॉयफ्रेंड और गर्लफ्रेंड दोनों ने मिलकर खूब जमकर चोदा चादी करी और वो भी बिना कंडोम के. करीब तिन तिन में ही मैंने उस वर्जिन लड़की की सील पैक चूत फाड़ कर सुजा डाली थी तो फिर उसने चूत चुदवाने से मना कर दिया और बोली की तुमने पहले ही मेरी वर्जिन चूत को फाड़कर भोसड़ा बना दिया है अब जो करना है पीछे मेरी गांड में करो खैर वो वाली वर्जिन गांड फाड़ने वाली हिंदी सेक्स स्टोरी कल इसी वेबसाइट पर प्रकाशित करूँगा उसे देखना ना भूलें. दोस्तों उम्मीद करता हूँ की आप सभी को मेरी ये कामुकता से भरी असली अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरी “पड़ोसी की इकलौती बेटी को गर्लफ्रेंड बनाकर चोदा और सील पैक वर्जिन चूत फाड़ दी” बहुत पसंद आई होगी…