दोस्तों मैंने कभी सपनों में भी ये नहीं सोचा था की मेरी माँ मेरे पापा के अलावा और किसी मर्द के साथ अवैध सेक्स सम्बन्ध बनायगी अपनी हवस शांत करने के लिए. दोस्तों मैंने मेरी माँ को अपने पापा के दूर के भाई के साथ सेक्स करते हुए देखा है और आज की इस कामुकता से भरी गन्दी अन्तर्वासना हिंदी सेक्स कहानी में आप पड़ेंगे की कैसे पापा के लंड से असंतुष्ट मेरी छिनाल माँ की सील पैक वर्जिन गांड और टाइट चूत ने दूर के ताऊ जी का लंबा मोटा लंड कबूल किया और किसी रंडी की तरह बड़े मजे से अपनी सील पैक वर्जिन गांड और टाइट चूत की चुदाई करवाई…
मेरी माँ एक बहुत ही ज्यादा कामुक महिला है, मेरी माँ सेक्स के दौरान मेरे पापा के लंड से संतुष्ट नहीं हो पति थी और हर बार चुदवाने के बावजूद भी प्यासी ही रह जाया करती थी. एक दिन घर पर सिर्फ़ हम माँ बेटे दोनो अकेले ही थे. फिर मेरे दूर के ताऊ जी शाम को मेरे घर पर आए. मेरी माँ उन्हें देखकर ऐसे खुश हो रही थी मनो उनका कोई बिछड़ा हुआ आशिक घर लौट आया हो. फिर माँ ने रात में खाना बनाया, तो मैंने ताऊ को खाना खिलाया. फिर इसके बाद में माँ के साथ खाना खाने के लिए बैठा. फिर खाना खाने के बाद मेरी छिनाल माँ घर का काम ख़त्म करने के बाद नहाने चली गयी.
मेरी छिनाल माँ की टाइट गांड और चूत ने ताऊ जी का लंड कबूल किया अन्तर्वासना हिंदी सेक्स कहानी
जैसे ही मेरी माँ बाथरूम में नहाने के लिए गयी ठीक उसी समय लाईट चली गयी. फिर माँ नहाने के बाद सिर्फ़ पेंटी और ब्रा पहनकर बाथरूम से बाहर निकली और मेरी छिनाल माँ एक छोटे से डिब्बे में सरसों का नारियल का तेल लेकर बरामदे में लगी हुई पलंग पर लेट गयी और अपने ऊपर एक चादर डाल लिया. फिर मैंने देखा कि माँ डिब्बे से नारियल का तेल निकालकर अपने बदन पर लगा रही थी. फिर माँ ने मुझसे बाहर का दरवाजा बंद करने को कहा, तो जब में दरवाजा बंद करके चाभी रखने के लिए उस रूम में गया, तो वहाँ ताऊ सोए हुए थे.
फिर मैंने देखा कि ताऊ भी अपने लंबे और मोटे लंड को बाहर निकालकर अपने दोनों हाथों से सहला रहे थे और मुझे देखते ही ढक लिया और फिर मुझसे पूछा कि क्या कर रहे हो? तो में बोला कि में बाथरूम जा रहा हूँ और फिर मैंने बाथरूम में जाकर दरवाजे को थोड़ा सा ज़ोर से बंद किया. फिर ताऊ उठकर माँ के करीब आए और फिर उन्होंने माँ की चादर को हटाया और अपने एक हाथ में माँ के एक हाथ को पकड़कर उठाया और दूसरे हाथ में नारियल का तेल का डिब्बा लेकर अपने रूम में लेकर चले गये. फिर रूम में जाने के बाद उन्होंने डिब्बे को रखने के बाद पापा के लंड से असंतुष्ट मेरी छिनाल माँ की ब्रा और पेंटी को खोलकर उन्हें बिलकुल नंगी कर दिया.
उन्होंने जाकर दरवाजा बंद किया और इसके बाद उन्होंने अपना तौलिया भी उतार दिया, तो माँ की नजर उनके लंड पर चली गयी. अब माँ उनके लंड को और मेरे दूर के ताऊ जी मेरी छिनाल माँ की चूत को देख रहे थे. फिर मेरे दूर के ताऊ जी मेरी छिनाल माँ के पास आ गये और पास आकर ताऊ जी ने माँ की दोनों जांघो के बीच में अपने लंबे और मोटे लंड को घुसा दिया, तो मेरी नंगी माँ ने अपनी दोनों आँखें बंद कर ली. अब ताऊ जी ने माँ को अपनी बाँहों में भरकर उठा लिया था और उनको लेकर पलंग पर चढ़ गये और पलंग पर चढ़कर उन्होंने माँ को पलंग पर लेटा दिया और माँ की दोनों जाँघो पर अपनी मोटी गांड टेक कर बैठ गये.
फिर ताऊ जी ने मेरी छिनाल माँ की टाइट चूत को अपने दोनों हाथों से फैलाया. अब माँ अवैध सेक्स सम्बन्ध बनाने में थोड़ा सा विरोध कर रही थी, लेकिन उनके विरोध में उनकी हाँ साफ दिख रही थी. फिर ताऊ जी ने अपने लंबे और मोटे लंड पर थोड़ा नारियल का तेल लगाया और कुछ नारियल का तेल माँ की चूत पर भी लगाया और इसके बाद ताऊ जी ने माँ की टाइट चूत पर अपना लंड सटाकर हल्का सा अपनी कमर को धक्का लगाया, तो माँ के मुँह से आहह की आवाज निकल गयी. अब में समझ गया था कि माँ की चूत में ताऊ का लंड चला गया है.
फिर ताऊ जी ने अपनी कमर को झटका देना शुरू किया और अब ताऊ जब-जब ज़ोर से झटका लगाते थे, तो पापा के लंड से असंतुष्ट मेरी छिनाल माँ के मुँह से एक जोर की आह…. की आवाज सुनाई पड़ती. फिर कुछ देर की चुदाई के बाद जब ताऊ जी ने माँ के बड़े बड़े स्तनों को जोर जोर से मसलना शुरू किया, तो उनका जोश और बढ़ गया. अब एक तरफ मेरे दूर के ताऊ जी मेरी छिनाल माँ की टाइट चूत में ज़ोर-जोर से झटके लगाने लगे थे, तो दूसरी तरफ माँ की चूचीयों को मसलने लगे थे. फिर जब माँ की चूत में ताऊ का खड़ा लंड आधे से ज़्यादा चला गया, तो माँ के मुँह से आआआहह नहीं, आआईसस्स्स्सस्स, ससईइ, आअहह की आवाजे आने लगी. अब ताऊ जी ने माँ के होंठो को चूसना शुरू कर दिया था.
फिर लभगग आधे घंटे तक मेरी माँ की चुदाई करने के बाद ताऊ जी ने अपना वीर्य माँ की टाइट चूत में ही गिरा दिया. कुछ देर के बाद ताऊ जी ने मेरी माँ की बुर में से अपना लंबा मोटा लंड बाहर निकाल लिया और माँ 5-10 मिनट तक चुपचाप नंगी ही लेटी रही और थोड़ी देर के बाद उठकर जाना चाहा. फिर ताऊ जी ने उनको रोक लिया और माँ से कहा कि कहाँ जा रही हो? यहीं सो जाओ और माँ को अपने पास लेटा दिया. फिर माँ भी उनके साथ ही सो गयी और फिर में भी सोने चला गया. फिर सुबह जब मेरी नींद खुली तो में फिर से उसी जगह पर गया, जहाँ से मैंने रात में माँ की खतरनाक चुदाई को देखा था. फिर जब में वहाँ पर गया तो मैंने देखा कि माँ और ताऊ एक दूसरे से चिपककर सोए हुए थे.
फिर अचानक से मेरे ताऊ जी की गहरी नींद खुली तो उन्होंने मेरी कामुकता से भरी माँ की सेक्सी कमर पर से अपना हाथ हटाया. अब माँ भी जाग गयी थी. फिर ताऊ जी ने माँ के गाल पर एक चूमा लिया और माँ को दूसरी तरफ़ घूमने के लिए बोला, तो माँ ने उनकी तरफ अपनी पीठ कर दी. फिर ताऊ उठकर बैठ गये और फिर उन्होंने डिब्बे में से नारियल का तेल निकालकर माँ की गांड पर लगा दिया. अब माँ अपनी गर्दन पीछे करके सब देख रही थी. फिर ताऊ जी ने थोड़ा सा नारियल का तेल निकालकर अपने लंबे और मोटे लंड पर लगाया और थोड़ा नारियल का तेल लगाने के बाद लेट गये और माँ की गांड पर अपना लंड रखा और अपनी कमर को पकड़कर एक जोरदार झटका मारा.
फिर माँ के मुँह से आह…. उमह… आह… आह… की नशीली आवाज़ निकलते ही में समझ गया कि माँ कि सील पैक वर्जिन गांड में ताऊ का लंड चला गया है. आज पहली बार मेरी माँ की कोई गांड मार रहा था आज से पहले तो कभी मेरे पापा ने भी मेरी माँ की गांड नहीं मारी थी इस लिए मेरी माँ की गांड आत तक बिलकुल वर्जिन थी. ताऊ जी ने अपनी कमर को हिलाना शुरू किया और कुछ ही देर में अपना पूरा लंड माँ की गांड में घुसा दिया. फिर मेरे दूर के ताऊ जी मेरी छिनाल माँ की गांड को लगभग 10 मिनट तक मारने के बाद जब धीरे-धीरे शांत पड़ गये, तो में समझ गया कि माँ की गांड में ताऊ का वीर्य गिर गया है.
फिर थोड़ी देर के बाद ताऊ जी ने अपने लंबे और मोटे लंड को बाहर निकाल लिया और सिगरेट पीने के बाद उठकर अपनी लुंगी पहनकर बाहर टॉयलेट करने चले गये और फिर टॉयलेट करके जब वो वापस रूम में गये, तो माँ उसी तरह लेटी हुई थी. फिर ताऊ जी ने दरवाजा बंद करने के बाद अपनी लुंगी को खोलकर अलग कर दिया और पलंग पर जाने के बाद पापा के लंड से असंतुष्ट मेरी छिनाल माँ को सीधा करके माँ की जाँघ पर बैठ गये और माँ के दोनों पैरो को थोड़ा सा फैला दिया, क्योंकि मेरी नंगी माँ ने अपने दोनों पैरो को पूरा चिपका रखा था. ताऊ जी ने माँ की टाइट चूत को देखा और डिब्बे में से थोड़ा नारियल का तेल लेकर मेरी नंगी माँ की टाइट चूत पर लगाया.
तेल लगाने के बाद अपने लंबे और मोटे लंड पर भी थोड़ा नारियल का तेल लगाया और नारियल का तेल लगाते समय माँ से पूछा कि टॉयलेट नहीं करोगी? तो माँ ने अपनी गर्दन हिलाकर कहा कि नहीं. फिर मेरे दूर के ताऊ जी ने जैसे ही अपने लंबे और मोटे लंड को माँ की चूत के होठों से सटाया तो माँ ने चुदवाने के लिए अपने दोनों हाथों से अपनी चूत को फैला लिया. अब मेरे दूर के ताऊ जी ने अपने लंबे और मोटे लंड के अगले भाग को माँ की चूत में डाल दिया था और माँ के बड़े बड़े स्तनों को पकड़कर एक जोरदार झटके के साथ अपने लंबे और मोटे लंड को पूरा अंदर घुसा दिया. फिर माँ के मुँह से दर्द भरी चीखें निकलने लगी आह…. आह… उई माँ… आह…. आह… मेरी माँ चुदते चुदते बोली थोड़ा धीरे-धीरे चुदाई करो, आआअहह कर रही थी.
अब ताऊ पर उनकी इस बात का कोई असर नहीं हो रहा था और अब वो हर 4-5 छोटे-छोटे झटके देने के बाद एक ज़ोर का झटका दे रहे थे. फिर जब उनका लंड आधे से ज़्यादा अंदर चला गया, तो माँ ने ताऊ से कहा कि अब और अंदर नहीं डालना वरना मेरी चूत फट जाएगी. फिर ताऊ जी ने कहा कि अभी तो मेरा आधा लंड बाहर ही है साली रंडी. मेरी माँ को ये तो समझ आ गया था कि आज उनकी टाइट चूत फटकर भोसड़ा बनने वाली है. अब मेरे दूर के ताऊ जी मेरी छिनाल माँ की हर कोशिश को नाकाम करते हुए अपने लंबे और मोटे लंड को माँ की चूत के अंदर ले जा रहे थे. मेरी कामुकता से भरी माँ ने जब देखा कि अब बर्दाश्त से बाहर हो रहा है तो उन्होंने ताऊ से कहा कि में आपसे बहुत छोटी हूँ आअहह प्लीज, आअहह नहीं, उईईईईई आअहह.
अब ताऊ जी ने लगातार कई जोरदार झटके मारकर अपने पूरे लंड को मेरी नंगी माँ की टाइट चूत में घुसा दिया था और चुदाई करते करते मेरी रंडी माँ के बड़े बड़े स्तनों को मसल रहे थे. चुदते चुदते अब मेरी माँ को भी आनंद आने लगा था और शायद मेरी माँ को भी इसी पल का इंतजार था. फिर ताऊ जी ने अपने लंबे और मोटे लंड से करीब 35 मिनट तक मेरी नंगी माँ की लगातार चुदाई करी और अंत में उनकी बुर के अंदर ही झड़ गए. चुदाई ख़त्म करने के बाद पापा के लंड से असंतुष्ट मेरी छिनाल माँ मेरे दूर के ताऊ जी के लंड से संतुष्ट हो चुकी थी. सेक्स करने की वजह से अब माँ और ताऊ काफी ज्यादा थक गए थे तो वो नंगे ही चिपक कर चुपचाप लेटे रहे.
फिर पांच मिनट के बाद ताऊ जी ने अपने लंबे और मोटे लंड को मेरी नंगी माँ की टाइट चूत से बाहर निकाल दिया और माँ के बगल में लेट गये. फिर थोड़ी देर के बाद मेरी माँ नंगी ही उठकर बाथरूम में अपना वीर्य से संदा जिस्म साफ करने चली गयी और मेरे दूर के ताऊ जी भी उनके पीछे पीछे बाथरूम में चले गए. बाथरूम में भी मेरी माँ को एक बार और घोड़ी बनाकर चोदा मेरे दूर के ताऊ जी ने और एक बार फिर अपने लंबे और मोटे लंड से वीर्य मेरी मेरी कामुकता से भरी माँ की टाइट चूत के अंदर खाली करा.