शीघ्रपतन क्या है और इसके क्या कारण हैं? – एक्सपर्ट डॉक्टर की सलाह
शीघ्रपतन (Premature Ejaculation) क्या है और इसके क्या कारण हैं? – एक्सपर्ट डॉक्टर की सलाह
शीघ्रपतन (Premature Ejaculation) क्या है और इसके क्या कारण हैं? – एक्सपर्ट डॉक्टर की सलाह :
शीघ्रपतन या Premature Ejaculation पुरुषों में सेक्स सम्बंधित एक आम समस्या (Sexual disorder) है. सामान्यत: ज़्यादातर पुरुषों में सम्भोग या सेक्सुअल Intercourse के दौरान लिंग के योनी में प्रवेश कराने (Penetration/Insertion) और स्खलन (वीर्य निकलना Ejaculation या Orgasm) के बीच का समय औसतन 4-10 मिनट होता है. यद्यपि यह सब में अलग अलग होता है और ज्यादा भी हो सकता है. परिभाषा के अनुसार किसी पुरुष को शीघ्रपतन तब माना जाता है अगर सम्भोग का समय 1 मिनट या उससे कम है अर्थात अगर बहुत कम कामोत्तेजित (minimal stimulation) होने पर भी, योनी में लिंग डालने से पहले या डालते समय या डालने के 1 मिनट के अन्दर स्खलन हो जाता है और ऐसा बार बार होता है.
English Definition – Premature Ejaculation is defined as a persistent or recurrent onset of orgasm and ejaculation with minimal sexual stimulation before, on or shortly after penetration and before person wishes it.
व्यापकता (Prevalence)
विभिन्न रिसर्च स्टडीज में पाया गया है के 4 से 40% पुरुषों में कभी न कभी ये समस्या होती है. सेक्स जीवन की शुरुआत में शीघ्रपतन आम बात है और ऐसा सेक्स के सही तरीके की जानकारी ना होना, अपने पार्टनर से झिझक या शर्म, performance anxiety (सेक्स में अच्छा प्रदर्शन करने की टेंशन), अत्यधिक कामोत्तेजना होना आदि कारणों से होता है. कुछ पुरुषों में तो मात्र स्त्री स्पर्श और उसके विचार से ही स्खलन हो जाता है. इस अवस्था में ज़्यादातर पुरुषों में ये समस्या अस्थायी होती है. समय के साथ जैसे जैसे पुरुष अपने पार्टनर के साथ confortable होते हैं, झिझक और टेंशन कम होती है, वे स्खलन पर काफी हद तक कन्ट्रोल करना सीख जाते हैं. परन्तु अगर समय के साथ लगातार ये समस्या बनी रहती है तो इसका इलाज आवश्यक है.
यहाँ ये भी बता दें कि सुनी सुनाई बातों और ब्लू फिल्म देखने के कारण कुछ पुरुष 5-10 मिनट सेक्स समय होते हुए भी ये गलत धारणा बना लेते हैं कि उन्हें शीघ्रपतन की समस्या है. ऐसे पुरुष नीम हकीमों के चक्कर में पड़ कर अपना धन और स्वास्थ्य बर्बाद कर लेते हैं.
शीघ्रपतन के कारण
शीघ्रपतन सेक्सुअली एक्टिव पुरुषों की आम समस्या है (नोट – समस्या है गंभीर रोग नहीं). ये ऐसी बिमारी नहीं जिससे व्यक्ति को कोई शारीरिक कष्ट होता है. ऐसे पुरुषों में इरेक्शन (लिंग का खड़ा होना) भी सामान्य होता है और इस से उनकी प्रजनन क्षमता पर भी अधिकतर कोई फर्क नहीं पड़ता. परन्तु इस से प्रभावित पुरुष में निराशा, कुंठा, हीनभावना, ग्लानि, मानसिक असंतुष्टि, अवसाद आदि मानसिक विकार हो सकते हैं. जल्दी स्खलन होने से पुरुष की सेक्स में रूचि धीरे धीरे बहुत कम हो जाती है. इसके अलावा ऐसे पुरुषों की सेक्सुअल पार्टनर भी असंतुष्टि की शिकार रहती हैं और ये रिश्ता टूटने का कारण बन सकता है. हालांकि ये नपुंसकता नहीं है लेकिन आम धारणा के अनुसार स्त्री को संतुष्ट ना कर पाना भी एक प्रकार की नपुंसकता ही मानी जाती है.
नीचे शीघ्रपतन के कुछ सामान्य कारण दिए गए हैं –
1. कुछ कोमल प्रकृति पुरुषों में त्वचा अत्यधिक संवेदनशील होती है. ऐसे पुरुषों में शरीर के उत्तेजक अंगों (erogenous regions) खासकर लिंग की त्वचा के संवेदनशील होने से ज़रा से स्पर्श और उत्तेजना से स्खलन हो जाता है. आयुर्वेद के अनुसार स्त्री-स्पर्श सर्वोत्तम कामोत्तेजक और वाजीकरण है (sensual touch of a woman is the best aphrodisiac). इसी कारण ये Erectile Dysfunction का एक अच्छा इलाज भी है. परन्तु कुछ पुरुषों में त्वचा की संवेदनशीलता अधिक होने के कारण स्त्री-स्पर्श एक समस्या बन जाती है.
2. प्रथम बार सेक्स करते समय या अधिक दिनों बाद सेक्स करते समय भी शीघ्रपतन हो जाता है परन्तु जब तक ये बार बार ना हो इसे शीघ्रपतन नहीं कहा जा सकता.
3. अधिक फोरप्ले (सम्भोग से पहले आलिंगन, मुख मैथुन आदि) भी कुछ पुरुषों में शीघ्रपतन का कारण होता है
4. कुछ शारीरिक बीमारियाँ, दुर्घटना और चोट भी शीघ्रपतन की समस्या पैदा कर देती हैं परन्तु ये अस्थायी होता है और शारीरिक कारण ठीक होने पर शीघ्रपतन भी ठीक हो जाता है
5. कुछ मानसिक रोग और समस्याएँ जैसे अवसाद, तनाव (stress), नशे की लत (drug addiction), drug withdrawal, पार्टनर से रिश्ते में प्रॉब्लम आदि भी शीघ्रपतन के कारण हैं
6. अनुवांशिक या जेनेटिक कारण – ऐसा पाया गया है कि शीघ्रपतन पिता और अन्य नजदीकी Blood-relatives से भी पुरुषों में अनुवांशिकता से आता है
7. अधिकतर शीघ्रपतन के केसेस में इसका कोई कारण पता नहीं चलता अर्थात यह अज्ञात कारणों से होता है. कुछ शोधकर्ता तो शीघ्रपतन को कोई रोग मानते भी नहीं हैं अपितु इसे physiological variation (क्रियात्मक विभिन्नता) कहते हैं. अर्थात ये मानव प्रजाति के कुछ पुरुषों में सामान्य सेक्स समय का ही थोडा कम होना है.
शीघ्रपतन का इलाज अन्यत्र इस ब्लॉग पर ही आप को मिल जायेगा और पोस्ट के लम्बा होने के डर से यहाँ नहीं दिया गया है. इसमें दवाइयों से ज्यादा रोल मनोचिकित्सा का है जिसमे counselling और psychological assurance मुख्य है.