लिंग का खड़ा ना होना, लिंग में जोश या तनाव पैदा ना होना
लिंग का खड़ा ना होना, लिंग में जोश या तनाव पैदा ना होना
लिंग का खड़ा ना होना, लिंग में जोश या तनाव पैदा ना होना : पुरुष यौन अंग (लिंग या Penis) का ढीलापन – इरेक्शन प्रॉब्लम (खड़ा ना होना/तनाव पैदा न होना या कम तनाव होना) के कारण इरेक्शन या लिंग का खडा होना पुरुषों में मुख्य रूप से Sex की इच्छा (जिसे Lust, Libido, या कामेच्छा भी कहते हैं) पर निर्भर करता है.
सामान्यत सेक्स की इच्छा होने पर पुरुष हॉर्मोन Testosterone के प्रभाव से लिंग के खाली कोषों में खून भर जाता है और ये लम्बा और कड़ा हो जाता है. सेक्स के लिए ऐसा होना आवश्यक है क्योंकि स्त्री की योनी (Vagina) में प्रवेश करने के लिए लिंग का कड़ा होना ज़रूरी है. लिंग में ये तनाव पूरे सेक्स के दौरान बना रहना भी आवश्यक है अन्यथा बीच में ही लिंग ढीला होने पर योनी से बहार निकल आता है.
इरेक्शन (पुरुष लिंग का खड़ा न होना) प्रॉब्लम के कुछ सामान्य कारण
- धूम्रपान (Smoking), ड्रग्स, तंबाकू, गुटखा, शराब या अन्य नशे का लम्बे समय तक सेवन लिंग की खून की नसों को सिकोड़ देते हैं जिससे लिंग में खून का बहाव और भरना बहुत कम हो जाता है. इससे लिंग में पूरा तनाव (इरेक्शन) नहीं आ पाता
- 40 साल की उम्र के बाद (खास तौर से शहरों के) मर्दों में लिंग में स्वाभाविक रूप से ढीलापन और तनाव कम हो जाता है ये आयु जनित सामान्य प्रभाव है. जैसे जैसे उम्र आगे बढती है ये समस्या बढती जाती है
- शारीरिक /मानसिक थकान व काम की अधिकता से भी काम इच्छा कम हो जाती है और इरेक्शन कम या नहीं होता
- मानसिक तनाव (Tension) भी सभी उम्र के लोगों में इरेक्शन ना होने का बड़ा कारण है
- सेक्स पार्टनर का मोटा या कुरूप होना (या अगर आप उसे ना पसंद करते हों) भी इरेक्शन प्रॉब्लम का एक बड़ा कारण है
- आसपास के वातावरण व माहोल का भी सेक्स इच्छा और इरेक्शन पर फर्क पड़ता है – अधिक भीड़ (अधिक बच्चे/ पारिवारिक सदस्य), छोटी तंग जगह, ज्यादा गर्मी या ठण्ड, शारीरिक या वातावरण की बदबू आदि कारण इरेक्शन कम कर सकते हैं
- अत्यधिक सेक्स करना भी इरेक्शन कम होने का कारण हो सकता है. याद रखें सेक्स करना और सेक्स का आनंद लेना दो अलग अलग अनुभव हैं. बहुत ज्यादा सेक्स करने से उसमे से आनंद निकल जाता है. इसे आप खुद महसूस कर सकते हैं – अगर आप कई दिन बाद (5 दिन से ऊपर) अपने पार्टनर से मिले हैं तो मिलन का आनंद ही अलग होता है. ये मानव का स्वाभाव है के वो किसी भी चीज़ या काम की अधिकता से ऊब जाता है. यही बात सेक्स पर भी लागू होती है – बहुत ज्यादा सेक्स करने से इसका क्रेज कम हो जाता है. इसके अलावा ज़्यादातर पुरुष सेक्स को औरत पर चढ़ाई करना/उसे कण्ट्रोल करना या उसे जीतना मानते हैं. वो अपना आनंद भूलकर सिर्फ औरत को Dominate या खुश करने के लिए सेक्स करते हैं. ऐसे सेक्स से आनंद नहीं मिलता बल्कि frustration ही होता है.
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- ज्यादा धार्मिक माहोल, धार्मिक प्रवृत्ति और विचार भी सेक्स इच्छा और इरेक्शन को कम करते हैं
- किसी भी प्रकार का डर, दुःख व ग्रह क्लेश भी इरेक्शन व सेक्स इच्छा को (अस्थायी रूप से) ख़तम कर देता है.
- मानसिक बीमारियाँ जैसे अवसाद (Depression), उन्माद (Mania या पागलपन) आदि सेक्स से विरक्त कर देतीं हैं और इरेक्शन नहीं होता
- कुछ शारीरिक बीमारियाँ भी इरेक्शन प्रॉब्लम का कारण हैं जैसे – डायबिटीज (शुगर), पुरुष सेक्स हॉर्मोन (टेस्टोस्टेरोन) की कमी, कैंसर, लिंग या आसपास के अंगों में चोट, लकवा, बुखार या और कोई लम्बे समय तक रही बीमारी, खून की कमी, किडनी फेल होना आदि
- कुछ दवाइयां भी लम्बे समय तक सेवन करने से इरेक्शन में प्रॉब्लम (Erectile Dysfunction) करती हैं – जैसे High Blood Pressure की कुछ दवाइयां (बीटा ब्लोकर Atenolol, Ciplar आदि और अल्फा ब्लोकर्स जैसे Prazocin आदि), गंजेपन की दवाई Finasteride (Tab. Finpecia), Estrogen व अन्य एंटी एण्ड्रोजन (Cyproterone) दवाइयां, कैंसर की दवाइयां आदि.
Erectile Dysfunction (ED) के उपरोक्त कारण अगर आप के साथ हैं तो पहले इनका इलाज कर इन्हें दूर करें. क्यूँकि इरेक्शन प्रॉब्लम (या अन्य किसी भी बीमारी के) पूर्ण संतोषजनक इलाज के लिए दवाई के साथ-साथ उसके कारणों का दूर होना ज़रूरी है.