गर्भवती बनाने में सहायक संभोग (Sex) की मुद्रायें
गर्भवती बनाने में सहायक संभोग (Sex) की मुद्रायें
गर्भवती बनाने में सहायक संभोग (Sex) की मुद्रायें
गर्भवती बनाने में सहायक संभोग (Sex) की मुद्रायें : वर्तमान समय में तो सहवास की कोई निर्धारित उम्र ही नहीं है क्योंकि आज के समय में तो नादान उम्र के बच्चे भी सहवास करने के लिए उत्सुक रहते है. फिर भी इन बातों को छोड़ दे तो सहवास करने की सही उम्र वह होती है जब कोई लड़का या लड़की बालिग हो. उन्हें यह मान्यता मेडिकल तौर पर होनी चाहिए. बालिग अवस्था में ही शरीर में ऐसे परिवर्तन होने लगते है जो हमें अपने विपरीत लिंग की तरफ खींचते है.
पहली बार लव-मेकिंग करने वाली लड़कियों के लिए खास बातें आपका सहवास बहुत ही रोमांचक हो सकता है यदि आप प्रायोगिक तौर पर अपने साथी के साथ विभिन्न मुद्राओं को आजमायें। ऐसी कुछ मुद्रायें हैं जो आपके गर्भवती होने की सम्भावनायें बढ़ा देती हैं और इन्हें जानने के लिये पढ़ना जारी रखें! 3 Lovemaking Positions That Can Help You Get Pregnant!
गर्भवती बनाने में सहायक संभोग (Sex) की मुद्रायें Pose 1 –
स्पूनिंग आप में कई, शायद “स्पूनिंग ” शब्द से वाकिफ हों, जिसके अन्तर्गत पुरूष स्त्री के पीछे, आपस में शरीर छूने के साथ एक ही दिशा में मुख करके लेटता है। गर्भावस्था के दौरान सेक्स की सच्चाई इस प्रकार, सहवास की मुद्रा “स्पूनिंग ” एक प्यार भरी क्रिया है जिसमें पुरुष इस मुद्रा में लेटे हुये अपना लिंग महिला की योनि में प्रवेश कराता है। इस मुद्रा से शुक्राणु योनि के अन्दर गहराई तक पहुँचते हैं जिससे कि शुक्राणुओं के बाहर गिरने की सम्भावना कम हो जाती है और गर्भवती होने की सम्भावना बढ़ जाती है।
गर्भवती बनाने में सहायक संभोग (Sex) की मुद्रायें Pose 2 –
रियर एन्ट्री आमतौर पर “डॉगी स्टाइल” मुद्रा के रूप मे भी जानी जाती है, रियर एन्ट्री भी एक ऐसी मुद्रा है जिससे कि महिला में गर्भधारण की सम्भावनायें बढ़ जाती है। रियर एन्ट्री मुद्रा में, महिला मुख नीचे की ओर कर के हाथ पैर पर घुटने के बल झुक जाती है, जबकि पुरुष भी घुटने पर उसके पीछे हो जाता है और फिर अपना लिंग महिला की योनि में पीछे से प्रवेश कराता है। इस मुद्रा से योनि के अन्दर गहराई तक पहुँच बनती है और महिला का सर्विक्स ज्यादा खुल जाता है जिससे कि शुक्राणु डिम्ब तक जल्दी पहुँच पाते हैं।
गर्भवती बनाने में सहायक संभोग (Sex) की मुद्रायें Pose 3 –
ग्लोइंग ट्राएंगल ग्लोइंग ट्राएंगल एक और सहवास की मुद्रा है जिससे कि गहराई तक पहुँच बनती है, इसप्रकार शुक्राणु डिम्ब तक सुरक्षित पहुँच जाते हैं। यह मुद्रा सामान्य मिशनरी मुद्रा के समान ही है जिसमें पुरूष महिला के ऊपर होता है, हलाँकि पुरूष हाथ और घुटनों के बल होता है, जिसमें उसके पैर बाहर निकले होते हैं और महिला अपनी कमर को तकिये की मदद से ऊपर रखती है जिससे कि गहराई तक प्रवेश किया जा सके।