पुरानी गर्लफ्रेंड को चोदा अहमदाबाद में

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आप को तो मालूम ही होगा, कि जब लंड पर खुजली बहुत बढ़ जाती है और चूत और गांड मारने की ठरक बहुत ज्यादा हावी हो जाती है. तो किसी को सही और गलत का ध्यान नहीं रहता है और उसको जहाँ चूत और गांड मिलने कि संभावना नज़र आती है. वो वहीं पहुच जाता है. मेरे साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ. जब मैं अपने लंड की खुजली मिटाने के चक्कर में अपनी पुरानी गर्लफ्रेंड के पास पहुच गया और उसके घर में उसकी जबरदस्त चुदाई की. अब मैं आपको फालतू बातों से बोर नहीं करूँगा और सीधे स्टोरी पर आता हु.

बात ये हुई, कि जब से मैं जवान हुआ और मुझे पोर्न फिल्म देखने का शौक लगा और सेक्सी कॉलेज कहानिया पढ़ने का. मेरा लंड शांत ही नहीं होता था. रोज़ हर लड़की को, भाभी को, आंटी को देख कर लगता था, कि बस उसे पकड़ कर चोद दू. कोई रास्ता ही नज़र नहीं आ रहा था. जब दूर – दूर तक कहीं कोई नहीं समझ में आया, तो मैंने फेसबुक पर किसी को ढूंढने के बारे में सोचा. मैंने अपनी फ्रेंडलिस्ट चेक की और उसमे मुझे पायल (नाम चेंज) मिली. दोस्तों, मैं आपको बता दू, पायल कॉलेज में मेरी गर्लफ्रेंड थी. गर्लफ्रेंड से प्लीज कंफ्यूज ना हो. हम कभी मिले नहीं थे. सिर्फ फ़ोन पर बातें होती थी. हमने फ़ोन सेक्स भी खूब किया था. एक – दुसरे की नंगी फोटो भी देखी थी. पायल मुझसे एक साल बड़ी थी. उसका फिगर ३४-३०-३४ है और वो अहमदाबाद में रहती है. कॉलेज के बाद, मेरा उसके साथ कांटेक्ट ना के बराबर ही था. लेकिन, आज मेरे लंड को उसकी याद आने लगी थी. मैंने उसके इनबॉक्स में हेलो लिख कर मेसेज कर दिया. करीब ५ घंटे बाद, उसका रिप्लाई आया – “क्या बात है? तुम्हे मैं याद हु?

मैंने उसको फिर से रिप्लाई किया – हाँ जानेमन. अब तेरे यम्मी बूब्स और बड़ी गांड की याद आ गयी, तो मैं क्या करू? इस पर वो बोली – अच्छा, तो तुम्हारा खड़ा हो गया है. इसलिए मुझे याद किया है ना? मैंने कहा – नहीं, खड़ा तो ये दिन में १०० बार होता है. लेकिन, आज ये तुझे याद कर रहा है. वो बोली – तो हिला कर शांत कर लो? मैं बोला – हिला – हिला कर हाथो कि लकीरे चली गयी, अब तो इसे तेरी चूत ही शांत कर सकती है. वो बोली – तब तो कुछ करना पड़ेगा इसका. मैंने कहा – हाँ, जल्दी कुछ करो, वरना ये तुमसे नाराज़ हो जायेगा. फिर बाद में, मुझे मत बोलना. वो बोली – अच्छा बाबा, ठीक है. पहले ये बताओ.. तुम कैसे हो? फिर थोड़ी देर हमने नार्मल बातें की और अपने नंबर एक्सचेंज किये. फिर मैंने रात को उसको फ़ोन किया और उसकी चूत और मेरे लंड को थोड़ी शांति मिली. लेकिन, मुझे तो चूत और गांड चाहिए थी. जिस में मैं अपना लौड़ा डाल सकू. दो दिन हमने फ़ोन सेक्स किया. फिर मैंने बोला – अब तो मुझे चूत चाहिए. कुछ भी करके. फिर उसने बताया, कि उसके मम्मी पापा एक रिश्तेदार की शादी में जा रहे है. सिर्फ मेरा छोटा भाई होगा. तुम रात को मेरी सोसाइटी के गेट तक आ जाना. फिर जब मैं कहू, तब चुपके से कोई देखने नहीं.. मैं अपने घर का डोर खुला रखूंगी. तुम डायरेक्ट मेरे रूम में आ जाना.

मैं बोला – ओके मेरी जान. मैं फिर बरोडा से शाम को ५ बजे निकल गया, अहमदाबाद के लिए. ज्यादा ट्रैफिक होने कि वजह से शाम को ७:३० बजे पंहुचा और उस जगह चला गया, जहाँ का एड्रेस उसने बताया था. फिर मैंने एक जगह पर डिनर किया और सब खत्म होते – होते ९ बज गये. मैंने उसे कॉल किया. वो अपने कमरे में ही थी. वो बोली – अभी ९:३० बजे, उसका भाई हाल में सो जाएगा. तब मैं अपने रूम का डोर खोल दूंगी. तुम आ जाना. मैं बोला – ठीक है. ९:३० भी बज गये. उसका कोई रेस्पोंस नहीं आया. मैंने उसको फिर से कॉल किया. वो बोली – उसका भाई पीसी पर गेम खेल रहा है और सोने का नाम ही नहीं ले रहा है. लेकिन तुम एक काम करो. चुपके से, ध्यान रखना कोई देखे ना.. घर तक आ जाओ. मैंने उसके घर तक पहुच गया. वहां पेड़ बहुत थे और काफी अँधेरा था. कोई बाहर भी दिखाई नहीं दे रहा था. उसके घर में २ डोर थे. एक हॉल में जाता था और दूसरा पायल के रूम में. हॉल के अन्दर से एक और पीछे साइड में रूम था, जहाँ पायल का भाई गेम खेल रहा था. तो मैं चुपके से उसके घर पर चला गया, जहाँ डोर ओपन था. उसने अपने रूम में अँधेरा करके रखा था, ताकि कोई मुझे देख ना ले. मुझे कुछ दिखाई नहीं दे रहा था.

वो बोली – तुम चुपचाप रहना, मैं आती हु. फिर वो अपने भाई को बोल रही थी. कब सोने वाला है? उसका भाई बोला – थोड़ी देर में. वो बोली – मैं अपने रूम में सोने जा रही हु. टू जल्दी सो जाना और गुड नाईट करके आ गयी. आते ही, उसने सारे डोर बंद कर दिए. लाइट तो थी नहीं, मुझे कुछ दिखाई भी नहीं दे रहा था. इतने में, डायरेक्ट मेरे लिप्स पर उसके लिप्स आ गये. मैंने उसको अपनी बाहों में जकड लिया और उसको लिप किस शुरू कर दिया. वो पागलो की तरह मेरे लिप्स को चूस रही थी और मुझे छोड़ने का नाम ही नहीं ले रही थी. मैं टीशर्ट के ऊपर से ही उसके बूब्स को मसल रहा था. वो जोश में आ गयी थी और मुझे हर जगह किस करने लगी. मैंने भी उसके ऊपर हावी हो गया और वाइल्ड किसेज करने लगा. मैंने उसे थोड़ा ऊपर उठाया और उसकी गांड पकड़ कर दबाने लगा. हमारी किसिंग तो चालू थी. एक दुसरे की जीभ को बड़े प्यार से चूस रहे थे. फिर उसने मेरी टीशर्ट निकल दी और मेरी बेल्ट खोलने लगी. मैंने उसको चूमने में मशगुल था. उसने मेरी पेंट खोल दी और वो नीचे गिर गयी. अब मैं सिर्फ अंडरवियर में था. तो मैंने उसे बेड पर धक्का दे दिया और वो गिरी और साथ में मैं भी उसके ऊपर गिर गया. उसके बूब्स बहुत बड़े लग रहे थे. मुझे जम्पिंग जैसा फील हुआ. मैंने भी उसकी टीशर्ट निकाल दी और उसने पिंक कलर कि ब्रा पहनी थी. मैं उसकी ब्रा में मुह डाल कर चाटने लगा, उसके आधे निकले हुए बूब्स को. वो मेरे हेयर में हाथ घुमाते हुए, मेरे सिर को दबाने लगी.

मैंने उसके बूब्स पर बाईट करना चालू कर दिया और वो कहराने लगी. मैंने उसकी केप्री निकाल दी और वो अब ब्रा और पेंटी में थी. हम एक – दुसरे को बहुत रोमांस करने लगे. वो फुल जोश में मओंइंग कर रही थी और बोल रही थी – अहहहह्हा अहहहः किंजल आआअ तुम्म्म्मम्म म्मम्मम कितने टाइम से तुम्हारा वेट कर रही थी…म्मम्मम्म म्मम्मम और काटो मेरे बूब्स को ….ऊऊऊ म्मम्मम्मम्म ऊऊऊऊईईईईइमा. अब मैंने उसकी ब्रा ऊपर कर दी और निप्पल को चाटने लगा, जोर से दबा – दबा कर. वो पूरी कहरा कर उछलने लगी और साथ ही साथ मैंने उसकी पेंटी में हाथ डाल दिया और उसकी चूत को सहलाने लगा. वो आलरेडी भीग चुकी थी. उसने मुझे बूब्स पर इतने जोर से दबा दिया, कि उसके सॉफ्ट बूब्स पुरे दब गये. अब अँधेरे में भी थोड़ा – थोड़ा दिखाई देने लगा था. अब मैंने उसकी पेंटी निकाल कर नीचे फेंक दी और उसने भी मेरा अंडरवियर निकाल दिया. अब उसने मेरा लंड पकड़ लिया और इतने प्यार से सहलाने लगी, कि मुझसे तो रहा ही नहीं गया. मैंने उसकी ब्रा निकालने की कोशिश की. लेकिन मुझसे नहीं खुली. तो उसने अपने हाथो से पीछे का हुक खोल दिया और मैंने उसकी ब्रा निकाल दी.

अब उसने मुझे लिटाया और मेरे ऊपर आके किसिंग करने लगी. मैं उसकी गांड दबाने लगा और चाटे मारने लगा. धीरे – धीरे वो मेरी नेक पर, चिक पर सब जगह चाट रही थी. मैं उसकी गांड और पीठ सहला रहा था. वो मेरी चेस्ट पर किसिंग करते हुए, नीचे जा रही थी. मैं उसको घुमाने लगा. अब वो मेरे लंड पर आ गयी और मेरे लंड को अपने मुह में भर लिया और मैंने उसके बालो में अपने हाथो को घुसा लिया और उसके सिर को जोर – जोर से अपने लंड पर दबाने लगा. वो मस्ती में मेरे लंड को मलते हुए, मेरे लंड को चूस रही थी. क्या बताऊ यार… क्या मस्त फीलिंग थी.. मैंने उसको उल्टा घुमाया और अब उसकी गांड को दबाना शुरू कर दिया और उसकी चूत में दो उंगलिया डाल दी. मैंने उसे फिन्गेरिंग करने लगा और वो मेरा लंड चूसने और चाटने लगी. उसने चाट – चाट कर मेरे लंड को पूरा थूक में भिगो दिया. इधर वो फिन्गेरिंग करने की वजह से वो झड़ गयी और अब मैंने उसे लिटाया और उसके ऊपर चढ़ गया. उसने मेरा लंड पकड़ा और मेरे लंड को सही जगह पर रख कर बोली – डाल दो, अब अन्दर. मैंने धक्का मार दिया. मेरे लंड की टोपी अन्दर चली गयी आआआआआआआआआअ… वो जोर से आह्हहह्हा हहहहः ईईईईइ करके चिल्लाने लगी. मैंने उसका मुह अपने हाथ से दबा दिया. फिर मैं उसे किसींग करने लगा. किसिंग करते – करते, मैंने धीरे – धीरे अपना लंड अन्दर डाल रहा था और उसे पता ही नहीं चला, कि कब मेरा पूरा लंड अन्दर चले गया.

अब थोड़ी देर ऐसे ही रहने के बाद, वो धक्के लेने लगी. मैं भी उसे चोदने लगा. वो अपने लिप्स को दांतों में दबा रही थी और मुझे ऊपर खीचने लगी. मैं उसे फास्ट… फ़ास्ट चोदने लगा और उसकी चूत को पेलने लगा. वो एक दम धीमी आवाज़ में बोलने लगी.. अहहहहः अऊऊऊ ईईईईईईस्सस्सस माय किंजल…. चोदना मत छोड़ो.. डाल दो अपने माल को अन्दर… ऊऊओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्.. फाड़ डालो मेरी चूत को. ये मुझे बहुत परेशान करती है. तुम्हे बहुत याद करती है.. अहहहहः अहहहहह्हा अहहहा ऊऊऊऊईईईईइमा और फास्ट और फास्ट … चोदोऊऊऊऊऊ .. मैं – हाँ मेरी जानन्न्न्नन्न आज तो मैं इसका भोस्ड़ा बना ही डालूँगा… तू फिकर मत कर.. और जोर से और भी जोर से मैं अपने लंड को उसकी चूत में पेलने लगा. अँधेरे की वजह से टाइम का तो पता नहीं चला, लेकिन काफी टाइम हो गया था हमारी चुदाई को. हम दोनों पसीने से लथपथ हो चुके थे. वो तीसरी बार झड़ने वाली थी और उसने अपनी टांगो से मुझे बाँध लिया. उसने मुझे अपने से चिपका लिया और मुझे किस करने लगी और मोअनिंग भी… आहाहहहः स्सस्सस्सीईईईई अहहहहहः अहहहः ह्म्म्मम्म्म्म चोदो मुझे .. और जोर से चोदोऊऊऊओह्हह्हह्हह्हह फास्ट और फास्ट. मैं फुल स्पीड में चोदने लगा और जैसे ही उसने अपना पानी छोड़ा, मेरे लंड ने उसके पानी कि गरमी में अपना लावा छोड़ दिया. कुछ देर तक, हम ऐसे ही लंड अन्दर डाले पड़े रहे.

वो बहुत खुश लग रही थी. अब वो उठी और फिर से मेरे लंड को चूसने लगी. मैंने बोला – थोड़ा आराम करने दो. वो बोली – बरसो बाद मिला है. आज थोड़ा आराम करने दूंगी, तो सब निकल जाएगा. फिर वो १० – १५ मिनट तक मेरे लंड को चाटती रही और चूसती रही. मैं उसके बूब्स सहलाता रहा. उसकी इन हरकतों से मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया और मेरे कहने से पहले वो डौगी बन गयी. उसने पता था, कि मैं उसकी गांड मारने की कोशिश करूँगा. क्योंकि जब हम फ़ोन सेक्स करते थे, तो मैं उसकी गांड मारने की खवाइश जता चूका था. फिर मैंने उसकी जमकर गांड मारी और अपने माल से उसकी गांड को भिगो दिया. उसके बाद, रात को और एक बार और सुबह ५ बजे एक बार. मतलब टोटल ४ बार उसकी चुदाई की. फिर सुबह ६ बजे, मैं उसके भाई के उठने से पहले से उसके घर से निकल गया और वापस घर आ गया.