होली की रात नर्स के साथ

हैल्लो दोस्तों.. मेरा नाम साहिल है और मेरी उम्र 26 साल है.. में
दिल्ली का रहने वाला हूँ। दोस्तों आप की ही तरह में भी सेक्स स्टोरीज़ का
बहुत बड़ा चाहने वाला हूँ और मैंने इस साईट पर बहुत सी सेक्सी कहानियाँ पढ़ी
है.. मुझे इस साईट पर सेक्सी कहानियाँ पढ़ना बहुत अच्छा लगता है।

दोस्तों यह बात में जो आप सभी को बताने जा रहा हूँ वो एकदम सच्ची है और
यह तब की है.. जब मेरे भाई की तबीयत खराब हो गई और उन्हें करीब ही एक छोटे
से प्राईवेट हॉस्पिटल में भर्ती करना पड़ा और मुझे उनके पास रात को रुकना
पड़ा और जिस दिन वो हॉस्पिटल में भर्ती हुए उसके अगले दिन होली थी। तो मैंने
वहाँ पर देखा कि हॉस्पिटल स्टाफ होली खेल रहा था और होली की शाम को वहाँ
पर सिर्फ़ जूनियर स्टाफ था.. उस टाइम वो लोग आपस में ही होली खेल रहे थे।

फिर कुछ लोग एक स्टाफ रूम में गये और बहुत भांग पी उन में से कुछ नर्स
भी थी और एक नर्स पर मेरी पहले से ही नज़र थी। वो थी तो साँवली सी.. लेकिन
क्या सेक्सी लग रही थी वो पूरी भीगे हुई थी.. उसकी उम्र होगी कोई 24-25
साल। फिर सभी लोग धीरे धीरे अपने अपने घर पर चले गये और उस रात उसकी ही
ड्यूटी थी और रात होली के कारण सभी मरीज छुट्टी लेकर चले गये थे बस उस
फ्लोर पर हम ही थे।

तो रात को 11 बजे तक मेरे बड़े भाई भी सो चुके थे और में अकेले बैठे बैठे
बोर हो रहा था। फिर में रूम के गेट के पास पड़ी एक टेबल पर बैठकर अपने
मोबाईल में ब्लू फिल्म देखने लगा और मुझे पता ही नहीं चला कि कब वो नर्स
रूम में आ गई और मेरे पीछे खड़ी हो कर ब्लू फिल्म देखने लगी और जब मेरी
नज़र अचानक उस पर पड़ी तो मैंने जल्दी से अपना मोबाईल बंद किया और फिर उसने
मुस्कुरा कर मेरी तरफ देखा और वो मुझसे बोली कि मरीज को जगा दो मुझे कुछ
दवाईयाँ देनी है।

तो मैंने कहा कि भैया अभी ही सोए हैं.. उन्हें थोड़ी देर सोने दो और दवा
बाद में दे देना। तो उसने कहा कि ठीक है में नर्स रूम में अकेली हूँ.. जब
भी आपके बड़े भाई जाग जाए तो आप मुझे बता देना। फिर मैंने कहा कि ठीक है में
आपको आकर बता दूंगा और वो वहाँ से चली गई और फिर थोड़ी देर के बाद मुझे
ख्याल आया कि उसने यह क्यों कहा? में नर्स रूम में अकेली हूँ।

फिर में थोड़ी ही देर बाद ही उसके पास गया तो उसने मुझसे पूछा कि कहिए
क्या चाहिए? फिर मैंने कहा कि कुछ नहीं बस में थोड़ा बोर हो रहा था तो में
यहाँ पर चला आया.. अगर आपको कोई ऐतराज़ ना हो तो में यहीं पर बैठ जाऊँ। तो
थोड़ी ही देर बाद वो बोली कि कोई बात नहीं आओ बैठ जाओ। फिर में लगातार उसे
देखे जा रहा था.. वो साँवली सेक्सी सी.. उसका फिगर होगा कोई 34-28-36। मेरी
नज़र उसकी चूचियों पर थी जो पानी और तरह तरह के रंग से पूरी तरह भीगने के
कारण साफ साफ दिख रहे थे और फिर उसने मुझे अपनी चूचियों को घूरते हुए देख
लिया.. तो मैंने जल्दी से अपनी नज़रे उसकी चूचियों से हटाई।

तो वो कहने लगी कि इतना घूर घूर क्या देख रहे हो? मैंने कहा कि आप हो ही
बहुत खूबसूरत। मेरी क्या हर किसी की भी नजरें आपको इसी तरह घूरना चाहेगी।
फिर वो हंसने लगी और मैंने उसका व्यहवार देखा तो मेरा होसला और बड़ गया और
मैंने उससे उसका नाम पूछ लिया.. तो उसने अपना नाम निशा बताया और मैंने कहा
कि आपका बॉयफ्रेंड तो बहुत लकी होगा।

तो उसने कहा कि मेरा कोई बॉयफ्रेंड नहीं है। फिर मैंने धीरे धीरे उससे
बातें शुरू कर दी.. आप कहाँ पर रहती हो, अपनी फेमिली में कौन कौन है, और
बहुत कुछ पूछने के बाद ऐसे ही बातें चलती रही। तो उसने मुझसे पूछा कि क्या
आपने होली नहीं खेली? फिर मैंने कहा कि में होली नहीं खेलता.. लेकिन मुझे
यह त्यौहार बहुत अच्छा लगता है.. बहुत मस्ती, बहुत रंग और भांग भी। तो उसने
मेरी तरफ बड़ी हैरानी से देखा और बोली कि क्या आप को पता है कि मैंने भी
भांग पी है?

तो मैंने कहा कि हाँ मैंने आप सभी को भांग पीते हुए देख लिया था। तो
उसने पूछा कि क्या आप भी भांग पियोगे? तो मैंने कहा कि में आपका सब कुछ
पीना चाहता हूँ और वो मेरी डबल मीनिंग बातें समझ रही थी और वो जल्दी से
भांग लेकर आई और उसने मेरे साथ शेयर की.. लेकिन उसने पहले भी बहुत भांग पी
रखी थी तो उसे भांग का नशा होने लगा। फिर वो बोली कि जब में रूम में आई थी
तो तुम क्या कर रहे थे? तो मैंने कहा कि तुम्हे देखकर बहुत मूड खराब हो गया
था तो में अपने मोबाईल पर ब्लू फिल्म देख रहा था।

फिर उसने पूछा कि मुझे देखकर का क्या मतलब? तो मैंने कहा कि मुझे
तुम्हारे जैसी साँवली सेक्सी लड़कियां बहुत अच्छी लगती है और फिर उसने भी
कहा कि मुझे भी लड़कों के साथ सेक्स करने की बड़ी इच्छा है और मैंने कभी
सेक्स नहीं किया.. सिर्फ़ ब्लू फिल्म में ही देखा है।

तो उसकी बातें सुनकर मुझसे और रहा नहीं गया और मैंने जल्दी से उसके
बूब्स पर हाथ रख दिया और सहलाते हुए कहा कि आज तुम्हारी सारी इच्छा पूरी हो
सकती हैं और फिर उसने अपनी दोनों आँखें बंद कर ली.. मैंने उसकी कमीज़
उतारी। उसने काले कलर की ब्रा पहनी हुई थी और में ब्रा के ऊपर से ही उसके
बूब्स सहलाता रहा और उसने पेंट के ऊपर से मेरे लंड पर हाथ रखा और सहलाने
लगी.. मेरा लंड पेंट में ही खड़ा हो गया। फिर उसने मेरी पेंट खोली तो मेरा 7
इंच का हथियार बाहर आ गया। जिसे देखकर उसकी आँखें खुली की खुली रह गई और
वो बहुत खुश हुई और नीचे बैठकर मेरे लंड को देखने लगी।

उसने मेरा लंड मुहं में लेकर चूसना शुरू कर दिया.. मुझसे अब रहा नहीं
गया और मैंने भी उसकी ब्रा उतारी और उसकी चूचियों को दबाने लगा.. क्या
चुचियाँ थी उसकी? साँवली चूचियों पर भूरी निप्पल। फिर उसने मुझसे कहा कि
क्या तुम मेरी उस जगह का टेस्ट नहीं करोंगे? तो मुझे थोड़ी घिन्न आ रही थी
फिर जब मैंने सोचा कि अगर मैंने इसकी चूत को चाटने से मना किया तो आज का
मौका ना चला ना जाए.. तो मैंने उसे पूरा नंगा किया और लेटने को कहा और हम
टेबल पर 69 पोजिशन में आ गए। दोस्तों ये कहानी आप कामुकता डॉट कॉम पर पड़
रहे हैं।

वो बहुत नशे में थी और मेरा लंड बहुत ज़ोर ज़ोर से चूस रही थी और में भी
उसकी चूत को हल्के हल्के से चाट रहा था। फिर मुझे भी चूत चाटने में बहुत
मज़ा आने लगा और मैंने भी उसकी चूत बहुत देर तक चाटी और चूसी। फिर थोड़ी ही
देर बाद में झड़ गया और वो मज़े से मेरा सारा वीर्य पी गई। में अब रुक गया..
तो वो बोली कि क्या थक गये हो? फिर मुझे और जोश आ गया और मैंने उसकी चूत को
फिर से चूसना शुरू कर दिया और अपनी जीभ उसकी चूत में डालने लगा। वो तो
बहुत मस्त हो गई और मछली की तरह तड़पने लगी और सेक्सी आवाजे निकालने लगी आ
ओह आह्ह्ह और मेरा सर अपनी चूत में घुसाने लगी।

वो भी झड़ गयी और मुझे उसका पानी पीना पड़ा और वो फिर भी मेरा लंड चूसती
ही रही.. करीब 5 मिनट लंड चूसने के बाद मेरा लंड फिर से दोबारा खड़ा हो और
फिर उसने कहा कि अब तो इसे अंदर डालो ना। तो मैंने जल्दी से उसे सीधा लेटा
दिया और अपना लंड उसकी चूत के मुहं पर लगाया और रगड़ने लगा। वो भांग के नशे
में तो पहले ही थी.. अब सेक्स के नशे में पागल हो गई और बोली कि और ना
तरसाओ जल्दी से डाल दो इसे अंदर। फिर उसे इस तरह लंड के लिए तड़पता हुआ
देखकर मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और फिर उसने अपने हाथ से मेरा लंड पकड़ा और
अंदर करने लगी और लंड मोटा होने के कारण उससे अंदर नहीं गया.. तो उसने
मुझसे कहा कि प्लीज़ अंदर कर दो.. मुझे और ना तड़पाओ।

मैंने हल्का सा एक धक्का मारा और उसने अपनी दोनों आँखें बंद करके हल्की
सी आह भरी.. मुझे उसके चेहरे पर वो तड़प, वो सेक्स की भूख बहुत अच्छी लग
रही थी.. मैंने और एक हल्का सा धक्का मारा तो उसकी चूत गीली होने के कारण
मेरा लंड हल्के हल्के दो तीन धक्को में अंदर चला गया.. मैंने उसकी गांड पर
एक हाथ ज़ोर से मारा। उसने आँखें खोली और सिसकियाँ लेने लगी। फिर में हल्के
हल्के धक्के मारने के साथ साथ उसके भूरे निप्पल को चूसने लगा और वो कहने
लगी कि चोदो मुझे और ज़ोर से चोदो। में हल्के हल्के धक्के मारता रहा.. वो
बोली कि क्या गांड में दम नहीं है? चोदना और ज़ोर से। तो मुझे भी अब जोश आ
गया और मैंने अपनी स्पीड बड़ा दी बहुत जोर जोर से धक्के मारने लगा और वो भी
मस्त आहें भरने लगी आअह ऊऊऊउफफ आआअहह और अपनी गांड उठा उठाकर चुदाई का मज़ा
लेने लगी और करीब 10 मिनट में ही उसे करंट सा लगा और वो मुझसे लिपट गई और
फिर ढीली पड़ गई और उसका सारा पानी निकल गया।

में अभी भी नहीं झड़ा था और मैंने अपना काम जारी रखा और बहुत देर तक उसे
ठोकता रहा। धक्के पर धक्के मारता रहा और 5 मिनट बाद ही में भी झड़ गया और
उसके ऊपर ही लेट गया और थोड़ी देर बाद उसके ऊपर से हट गया। फिर उसने मेरा
लंड चूसना शुरू कर दिया और मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया और उस रात ऐसा ही
चला। मैंने सुबह 4 बजे तक उसकी 3 बार चुदाई की और होली की रात दीवाली मनाई।
फिर अगली रात भी उसकी ही ड्यूटी थी और वो मेरे भाई के सोने के बाद करीब 12
बजे मेरे पास आई और हमारे रूम के टॉयलेट में मैंने उसे जमकर चोदा।