तेरे नंदोई का लंड चोदूँगी बहू – बहू तू भी देख ले कैसे चोदा जा रहा है तेरी सास जी का भोसड़ा
तेरे नंदोई का लंड चोदूँगी बहू – बहू तू भी देख ले कैसे चोदा जा रहा है तेरी सास जी का भोसड़ा
उस दिन मेरी सास बहुत खुश थी क्योंकि मेरी नन्द आई हुई थी और साथ में नंदोई भी। वो दोनों अभी शॉपिंग के लिए एक मॉल गए हुए हैं। मेरी सास बैठी हुई मुझे बातें करने लगीं। मैं एक बात बता दूँ दोस्तों की मेरी सास अभी जवान हैं, मस्त हैं और खूबसूरत हैं। उसे लण्ड का बहुत बड़ा चस्का लगा हुआ है। हर दिन किसी न किसी का लण्ड ढूँढा करती है। कोई लड़का हो, कोई मर्द हो, अधेड़ उम्र का आदमी हो या फिर कोई बुड्ढा ही क्यों न हो। उसे तो लण्ड से मतलब।>>> Real teens sucking and fucking for cash nude fucking hd images बस एक ही बात देखती है वो की वह एडल्ट हो और उसका लण्ड खड़ा होता हो। वह तो किसी को भी बुला कर उससे पहले मीठी मीठी बातें करती है और फिर मौका पाते ही लपक कर लौड़ा पकड़ लेती है। यही हाल उसकी बेटी यानी मेरी नन्द का भी है। वह भी लण्ड पकड़ने में कभी चूकती नहीं। अब मैं अपनी बात क्या करूँ ? जब इन दोनों के बीच में मुझे रहना है तो मैं भी लण्ड की शौक़ीन हो गयी हूँ। अब तो मेरा भी लण्ड के बिना किसी काम ने मन ही नहीं लगता। मेरे दिल और दिमाग में बस लण्ड ही घूमा करता है
अब देखो मेरी सास क्या बोल रहीं हैं
- कल वाला लण्ड तुम्हे कैसा लगा, बहू ?
- बढ़िया तो था सासू जी। बड़ा मस्त और मोटा था लण्ड। मुझे तो मज़ा आया।
- हां मज़ा तो मुझे भी आया। मगर जो लण्ड तेरी नन्द की बुर ले रहा था वो ज्यादा अच्छा लगा मुझे।
- अरे सासू जी उसने फिर मेरी भी बुर ली थी । वो लण्ड हां थोड़ा बेहतर था।
- तेरी नन्द भी बुर चोदी बड़ी लण्ड की शौक़ीन है।
- अरे सासू जी बेटी तो आपकी ही है न ? जैसे तुम लण्ड की दीवानी हो वैसे वह भी लण्ड की दीवानी है।
- अरे वो तो १९ साल की उम्र से ही अपनी माँ चुदाने लगी थी।
- तुमने ही तो उससे जवानी का मज़ा लेने के लिए कहा था। लड़कों के लण्ड पकड़ने के लिए कहा था। वही वह करने लगी। तुम चाहती थी की मेरी बेटी को लूटना आना चाहिए। उसे लण्ड का पूरा मज़ा मिलना चाहिए। वही हो रहा है आजकल। आपको तो और खुश होना चाहिए , सासू जी।
- अरी बहू खुश तो मैं हूँ। जबसे वहअपनी माँ चुदवा रही है तबसे मुझे भी बड़े बड़े मस्ताने लण्ड मिल रहे हैं बहू। एक से एक मोटे ताज़े लण्ड। मैं उसे बढ़िया बढ़िया लण्ड दे रही हूँ।
- अब जवानी में तो करीब करीब हर लड़की अपनी माँ चुदाने लगती है।
- अच्छा बहू यह बताओ तूने अपने नंदोई का लण्ड पकड़ा कभी ?
- नहीं सासू जी अभी तक तो नहीं पकड़ा ?
- अच्छा सुनो बहू मैं तुम्हे एक बात कह रही हूँ। मैं जानना चाहती हूँ की तेरे नंदोई का लण्ड कैसा है, कितना बड़ा है कितना मोटा है और चोदने में कैसा है ?
- अब यह सब तो मुझे नहीं मालूम सासू जी। मैं जब उसका लौड़ा पकडूंगी तभी बता पाऊंगी।
- देखो बहू मैं उसका लण्ड पीना चाहती हूँ। मैं उसका लण्ड पीने के लिए बड़ी बेकरार हो रही हूँ। मेरी चूत में आफत मची हुई है।
- अरे सासू जी वो तो तेरी बेटी का पति है। तुझे तो लण्ड पीने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए।
- नहीं नहीं मैं उससे नहीं कहूँगी। तुम्हे मालूम है बहू की वह मेरे मुंह से लण्ड निकाल कर अपने मुंह में डाल लेती है। मेरी बुर से लण्ड निकाल कर अपनी बुर में घुसेड़ लेती है। अगर उसने अपने मियां का लण्ड मेरे मुंह से निकाल लिया तो ?
- अरे सासू जी कैसी बातें कर रही हो ? आजकल भला कोई बीवी अपने मियां का लण्ड पीना चाहती है ? बिलकुल नहीं। हर बीवी बहन चोद पराये मरद का लण्ड पीना चाहती है और पीती है। वह अपने मियां का लण्ड तेरे मुंह से कभी नहीं निकालेगी। वह तो खुद किसी और का लण्ड पीने के चक्कर में होगी।
- अरे हां बहू यह बात तुमने सही बताई। मेरे दिमाग में ही नहीं आई यह बात। सुना है मेरा दामाद भी दूसरों की बीवियां चोदता है ? क्या यह सही है बहू ?
- हां बिलकुल सही है सासू जी। मुझे मेरी नन्द ने सब साफ़ साफ़ बताया है। यह बात बिलकुल सही है। वे दोनों “वाइफ स्वैपिंग” और “हसबैंड स्वैपिंग” करते हैं।
- तब तो मैं अच्छी तरह से तेरे नंदोई का लण्ड पी सकती हूँ। पर फिर तू किसका लण्ड पीयेगी बहू ?
- मैं तेरे नंदोई का लण्ड पियूंगी सासू जी। वह आज ही शाम को आ रहा है। मुझे बुआ जी ने फोन पर बता दिया है।
- हाय दईया उसका लण्ड तो बहुत बड़ा है बहू। मज़ा आ जायेगा तुझे उसका लण्ड पीकर। मेरे सामने ही पीना उसका लण्ड। और मेरे सामने ही चुदवाना।
- तुम भी मेरे नंदोई से मेरे सामने चुदवाना सासू जी
दोस्तों, मैं इस कहानी के पात्रों के नाम बता देती हूँ।
- मेरा नाम है मोहिनी गांगुली मैं २४ साल की हूँ। खूबसूरत हूँ, हॉट हूँ और सेक्सी हूँ। इस घर की बहू हूँ। मेरा साइज ३६ २८ ३८ है मेरी शादी अभी एक साल पहले हुई है। मेरा हसबैंड सिंगापुर में काम करता है।
- मेरी सास मिसेज कामिनी गांगुली हैं। वह ४५ साल एक मद मस्त बड़ी बड़ी चूचियों वाली महिला है। उसे चोदा चोदी का जबरदस्त शौक है।
- मेरी नन्द का नाम है पूजा घोष वह मुझसे एक साल बड़ी है। शादीशुदा है। उसका साइज ३६ २८ ३७
- उसका पति विक्रम २६ साल का नौजवान है। गोरा चिट्टा हैंडसम है। लण्ड साइज 8″ x 5 1/2 ” है।
- फूफा का नाम अमिय है। वह ४७ साल का है। उसका लण्ड साइज 8″ x 5″ है।
मेरी सासू जी ड्रिंक्स का इंतज़ाम करने लगी और साथ में नास्ते का भी। मेरी सास शराब पीती हैं उसकी बेटी यानी मेरी नन्द भी शराब पीती है। असली बात यह हैं कि जोऔरत कई मर्दों से चुदवाती है वह शराब जरूर पीती है। इसलिए मैं भी शराब पीती हूँ। इससे चुदाई में बिंदास होने का पूरा मौका मिल जाता है। शर्म, लज्जा, झिझक सब खत्म हो जाती है। उस समय केवल लण्ड दिखाई पड़ता है लण्ड बाकी कुछ भी नहीं। कुछ देर बाद मेरी नन्दआ गयी। नंदोई भी आकर बैठ गया। पूजा मुझे अंदर ले गयी और बोली भाभी एक बात बताती हूँ तुंम्हें। मेरे पति की नियत तुम पर ख़राब हो गयी है। वह आज ही रात को तेरी बुर लेना चाहता है। मैंने कहा हाय दईया मेरी तो अभी झाँटें हैं यार। क्या मुझे अभी साफ़ करनी पड़ेगीं ? वह बोली मुझे दिखाओ कितनी कितनी हैं ? मैंने उसे दिखा दीं तो वह बोली ठीक है भाभी। छोटी छोटी झांट वाली चूत मेरे पति को पसंद है। एक बात और बताऊँ भाभी। उसकी नज़र तो मेरी माँ की चूत पर भी है। मैं तो कहती हूँ की वह मेरी माँ भी चोद ले तो अच्छा है। गांड मारना हो तो गांड भी मार ले उसकी। मैं उससे नहीं कहूँगी भाभी लेकिन तुम मेरी माँ का भोसड़ा चुदवा देना ताकि उसकी तमन्ना पूरी हो जाये। मैं कहा तुम चिंता न करो पूजा मैं तेरी माँ चुदवा दूँगी। पर तुम क्या करोगी ? वह बोली मैं अपनी सहेली के घर गयी थी लेकिन वह नहीं मिली। उसका पति मिला। मैंने उसे डिनर पर बुला लिया है। वह यहीं रात भर मुझे चोदेगा। मैं यह सुनकर बहुत खुश हो गयी।
उसके बाद मैं चुप चाप अपनी सास के पास चली गयी और उसे पूरा किस्सा बता दिया। मैंने कहा जानती हो सासू जी आज मेरा नंदोई मुझे भी चोदेगा और तुम्हे भी चोदेगा। वह बोली हाय मोहनी बहू यह बता कर तूने मेरी चूत की आग भड़का दी है। पर वो पूजा माँ की लौड़ी कुछ कहेगी तो नहीं ? मैंने कहा कैसी बातें कर रही हैं आप सासू जी ? वह तो कहती हैं की मेरी माँ कोई भी चोदे तो मुझे ख़ुशी होगी। मैं तो खुद ही अपनी माँ चुदवाती हूँ। सास का चेहरा और खिल गया। वह बोली हां मेरी बेटी बड़ी अच्छी है बहू। और तुम तो सबसे अच्छी हो। आज मैं भी तेरी बुर चोदूँगी। आज मैं तेरी चूत की आग बुझाऊँगी। इस तरह हम तीनो की ख़ुशी का ठिकाना न था। शाम हुई तो लोग आने लगे। मेरा फूफा अमिय भी आ गया। उधर नन्द की सहेली का पति आकाश भी आ गया। तीन लण्ड का इंतज़ाम हो गया। नंदोई विक्रम, फूफा अमिय और उसका पति आकाश। इधर मैं, मेरी नन्द पूजा और मेरी सास कामिनी।
मैंने ब्रा पहनी थी ब्लाउज़ नहीं। मेरी बड़ी बड़ी चूचियाँ बाहर झांक रही थी। ऊपर से साड़ी पहनी थी। मेरी सास भी एक ब्रा पहन कर बैठी थी। नीचे पेटीकोट पहने और ऊपर से चुन्नीओढ़े थीं। मेरी नन्द तो लो वेस्ट की जीन्स पहने थी। जिसकी अगर दो बटन खोल दूँ तो उसकी झाँटें दिखने लगेगीं। ऊपर से टॉप वह भी बिना ब्रा का। उसकी चूचियाँ साफ़ साफ़ दिख रही थी और उसी पर फुफिया ससुर की निगाहें जमीं थीं। वह मेरी भी चूचियाँ ताक रहा था। मेरी निगाह विक्रम और अमिय के लण्ड पर थी। मैं जल्दी से जल्दी उन्हें खोल कर देखना चाहती थी। सास तो बस अपने दामाद के लण्ड पर दांत लगाए बैठी थीं। पूजा बुर चोदी आकाश का लण्ड पकड़ने का इंतज़ार कर रही थी।
शराब शुरू हो गयी। एक एक पैग खत्म भी हो गया। नशा चढ़ने लगा। मस्ती बढ़ने लगी। मैं अपना पल्लू बार बार गिर कर अपनी चूचियाँ दिखाने लगी, मेरी नन्द भी अपनी चूचियाँ हिला हिला कर दिखाने लगी। सास का तो कहना ही क्या। वह तो अपनी टांगें और अपनी मस्त चूचियाँ उठा उठा कर विक्रम और आकाश को दिखाने लगी। उसकी नियत आकाश पर भी ख़राब हो गयी थी।
सास बोली :- अरी बहू, अपने नंदोई का ख्याल रखो। थोड़ी और शराब दो उसे। और हां बेटी पूजा तुम आकाश का ख्याल रखो। उसे नास्ता दो थोड़ी शराब दो। देखो कोई कमी न रहने पाये।
पूजा बोली :- अरे हां भाभी तुम विक्रम पर ध्यान दो मैं आकाश को देखती हूँ।
सास बोली :- बहू तुम मेरे नंदोई अमिय को थोड़ी और शराब दो। मस्त कर दो उसे, मोहिनी। इतने में पूजा ने आकाश के लण्ड पर हाथ मार कर कहा क्या इसे भी पिलाओगे शराब ?
सास बोली :- अरे हां बहू, थोड़ी शराब अपने नंदोई के लण्ड को भी पिला दो।
मैंने कहा :- नहीं सासू जी। तुम मेरे नंदोई के लण्ड को पिलाओ शराब मैं तेरे नंदोई के लण्ड को पिलाती हूँ शराब। तब तक पूजा ने अपने टॉप की बटन खोल दी। उसकी नंगी चूचियाँ दिखने लगी और वह बड़ी बेशर्मी से आकाश का लौड़ा खोल कर बाहर निकालने लगी। उसे देख कर मैं भी फूफा का लौड़ा टटोलने लगी और सासू जी विक्रम का लण्ड। देखते ही देखते तीनो लण्ड बाहर आ गये और तीनो की चूचियाँ भी नंगी नंगी बाहर छलक पड़ीं। माहौल थोड़ा गरम हुआ तो सासू जी बोली अरी मोहिनी बहू तू अपनी बुर चोदी चूचियाँ पहले ठीक से संभाल। देखो कैसे तन कर खड़ी हो गईं हैं. और तू पूजा बेटी कब तक अपनी जींस पहने रहेगी। उतार फेंक भोसड़ी वाली को और आ जा मैदान में ? तब तक अमिय ने सासू के पेटीकोट का नाड़ा खोलते हुए कहा कामिनी भाभी तुम भी तो अपनी चूत के दर्शन कराओ। सासू बोली माँ का लौड़ा तू तो मेरी चूत कई बार देख चुका है। अब मेरी बहू की चूत छू कर देख। तब तक मेरी भी चूत दिखने लगी थी। सासू जी ने माहौल को और गरम कर दिया यह कह कर की पूजा तेरी माँ का भोसड़ा तूने अभी तक अपनी चूत आकाश को नहीं दिखाई। बिचारा जाने कब से तेरी चूत देखने के लिए तरस रहा है।
एक तरफ शराब का नशा चढ़ा था और दूसरी तरफ लण्ड और चूत का नशा। इसलिए जिसके मन जो आता था वह वही कहे चला जा रहा था । सब अपने अपने मन की बात मुंह से निकाल रहे थे । मैंने कहा अरे सासू जी लो पकड़ लो न मेरे नंदोई का लण्ड और पी लो जी भर के । तुम तो बहुत दिनों से इसका लण्ड पीने के लिए बेताब हो रही थीं। वह बोली भोसड़ी की बहू तू भी तो मेरे नंदोई का लण्ड पीने के लिए बेताब हो रही थी । अब पी कर दिखा उसका लण्ड। ? इतने में अमिय बोला अरे कामिनी भाभी अपनी बिटिया की बुर दिखा न मुझे ? मैंने पहले कभी नहीं देखा ? कुछ देर तक यही सब चलता रहा और इसी बीच हम सब लोग एकदम नंगे हो गए। सबके लण्ड बाहर आ गए और सबकी चूत चूंची और गांड बाहर।
मैं तो अपने फुफिया ससुर का लण्ड मस्ती से चाटने लगी। उसके पेलहड़ भी चूमने और चाटने लगी। मेरे बगल में मेरी नन्द पूजा आकाश का लौड़ा चूसने में जुट गयी और मेरी सास तो मेरे नंदोई के लण्ड में खो गईं। मेरा नंदोई माने सास का दामाद ? वह तो अपने दामाद का लण्ड पाकर मस्त हो गयी। उस इस बात का गर्व हो गया की मेरे बेटी के पति का लण्ड लम्बा चौड़ा है मोटा तगड़ा है और सख्त है। पर उसे यह नहीं मालूम की इस लण्ड का मज़ा दूसरों की बीवियां उठा रही है। उसकी बेटी को इस लौड़े का पूरा मज़ा नहीं मिल रहा है। हां वह भोसड़ी की अपने पति के लण्ड के सहारे पराये मर्दों के लण्ड का मज़ा खूब लूट रही है। जिसकी बीवियां इसका लण्ड लेती है उनके मर्दों से पूजा अपनी बुर चुदवाती है।
थोड़ी देर में मेरे फुफिया ससुर में पेल दिया लण्ड मेरी चूत में और मैं बिंदास चुदवाने लगी। मेरे बगल में मेरी नन्द पूजा भी अपनी बुर फैलाकर आकाश से चुदवाने लगी। मेरी सास तो बिलकुल मेरे सामने ही चुदाने लगी उसने अपने दामाद का लौड़ा पकड़ा, उसे अपने भोसड़ा पर टिकाया और बोली बेटा अब घुसा दे पूरा लण्ड मेरे भोसड़ा में। बहुत दिनों के बाद इतना मस्त लौड़ा मिला है मुझे। वह ऐसा कह कर दनादन्न चुदवाने लगी। कमरा पूरा चुदाई की आवाजों से गूंज उठा। इस तरह की ग्रुप चुदाई / सामूहिक चुदाई का आनंद बहुत कम लोग उठा पातें हैं। पर जिनको इसका चस्का लग जाता है उन्हें अकेले चोदा चोदी में बिलकुल मज़ा नहीं आता। किसी की बुर चुदती हुई देख कर अपनी बुर चुदवाने का मज़ा कुछ और ही है। किसी और को किसी की बुर चोदते हुए देख कर किसी और की बुर चोदने का मज़ा भी और है। आज मेरी चूत को वाकई बड़ा अच्छा लग रहा है। मैं सोंचने लगी की अभी तो एक ही लौड़ा घुस कर चोद रहा है, अभी आकाश का लौड़ा मुझे चोदेगा। मेरे नंदोई का लौड़ा भी मुझे चोदेगा तब तो और मज़ा आएगा।
मैं यही सोंच कर मजे से चुदवाये जा रही थी। सासू जी अब पीछे से चुदवाने लगीं। मैं तो अमिय के ऊपर चढ़ कर चुदवाने लगी और पूजा भी आकाश के लण्ड पर बैठ कर चुदवाने लगी। हम सब पर वासना बुरी तरह सवार थी। हमें दुनिया की कोई खबर न थी। हमें आपस की नाते रिस्ते भी याद नहीं रहे। याद अगर था तो बस लण्ड और चूत। चोदा और चोदी।
सासू जी बोली :- देख पूजा मैं कैसे तेरी माँ का भोसड़ा चोद रही हूँ। मोहिनी बहू तू भी देख ले कैसे चोदा जा रहा है तेरी सास जी का भोसड़ा ? थोड़ी देर में फिर बोली अरी देख न पूजा मैं कैसे चोद रही हूँ तेरे पति का लण्ड ? इतना मस्ताना लण्ड चोदने को बहुत दिनों के बाद मिला है।
पूजा बोली :- हाय दईया तू भी देख ले मैं कैसे चोद रही हूँ तेरी बिटिया की बुर मम्मी। आकाश का लौड़ा चोद रही हूँ मैं। और हां भाभी तू भी देख ले कैसे चोदी जा रही है तेरी नन्द की चूत ? फिर न कहना की मैंने अपनी नन्द की चुदती हुई चूत नहीं देखी ?
मैंने कहा :- हाय दईया मेरी नन्द रानी, तू देख ले मैं कैसे चोद रही हूँ तेरे फूफा का लण्ड ? अभी तो मैं तेरे मियां का लण्ड चोदूँगी और चोदूँगी आकाश का भी लौड़ा ? अब मेरी चूत किसी की बात सुनने वाली नहीं है। अब तो एक के एक लौड़ा चोदेगी मेरी बुर।
हम सब इसी तरह की गन्दी गन्दी और सेक्सी बातें करती हुई चुदवा रही थीं। दूसरी पारी में मैंने आकाश से चुदवाया और अपने नंदोई से भी। मेरी सासू जी ने भी आकाश से चुदवाया और अमिय से भी। मेरी नन्द पूजा ने तो पहले अमिय का लौड़ा पेला अपनी चूत में और खूब मस्ती से चुदवाया।
दूसरे दिन पूजा बोली अरे मोहिनी भाभी आज मुझे एक सेक्स पार्टी का निमंत्रण मिला है। जिसमे लोग अपनी अपनी बीवियां अदल बदल कर चोदेगें। मैं चाहती हूँ की तुम भी मेरे साथ चलो। मैंने कहा अरे यार मेरा पति तो यहाँ है नहीं तो मैं कैसे जा सकती हूँ ? वह बोली ये आकाश है न तेरा पति ? मैंने कहा अरी बुर चोदी पूजा तू क्यों मुझसे मजाक कर रही है। वह बोली अरे भाभी यह तेरा नकली पति है। बस सेक्स पार्टी के लिए तेरा पति है। इसे अपना पति बनाकर वहां चलो और गैर मर्दों से धकाधक चुदवाओ। वहां कौन भोसड़ी वाला पूंछता है की तेरा पति असली है नकली ?
उसकी बात सुनकर मेरी चूत में भयंकर आग लग गयी। मुझे लगा की मैं अभी यहीं गैर मर्दों से चुदवाने लगूं। मैंने कहा ठीक है पूजा मैं चलने को तैयार हूँ।
फिर उस पार्टी में मैंने रात भर कई मर्दों से खूब मस्ती से चुदवाया और एक से एक मोटे ताज़े लण्ड चोदा।