पति ने रंडी बनाया एक सच्ची कहानी – मेरी टाँगे फैला दी..और अपना मूह मेरी चूत में घुसा दिया

Randi bhabhi

मेरे प्यारे दोस्त मैं मेरा नाम सपना है. मैं बचपन से ही थोड़ी नॉटी रही हूँ, मैं पहली बार अपने हिन्दी की टीचर से चूड़ी थी जब मैं 18 साल की थी.वो कहानी बाद में.ज ओ मैं कहानी आप सब को बताने जेया रही हूँ वो मेरे शादी के बाद की है

मैं पहले अपने बारे में बताती हूँ. मैं बहात खुले ख़यालात की लड़की हूँ.छोटे कपड़े पहेन्ने में कोई शर्म नही आती.मेरी फिगर 38द-28-38.बहात सारे लड़के मेरी मोटी गांड और बड़े बूब्स के दीवाने थे.मैं 29 साल की थी जब मेरी शादी हुई.अरेंज्ड मॅरेज थी और लड़का (रवि ) कपेटॉवन् ,सौत्फरीका में रहता था.मुझे उसके बारे में कुछ भी नही पता था.शादी क दिन मैने उसको देखा तो मैं बहात खुश हो गयी..बहात हॅंडसम था.और उसके बड़े बड़े मसल्स देख कर,सारी के अंदर मेरी पेंटी गीली हो रहो थी.शादी के अगले ही दिन हम कपेटॉवन् चले गये.हम बहात रात को घर पहंचे इसलिए जाते ही सो गये.

हुमारा घर बहात बड़ा था.रवि एक बहात बड़ा बिज़्नेसमॅन था.उसका 1 स्कूल और एक मॅगज़ीन का बिज़्नेस था.मैं सुबे थोड़ी देर से उठी.रवि तबतक नीचे ड्रॉयिंग रूम में जेया चुके थे.रवि ने अबतक मुझे छुआ भी नही था.इसलिए मैने सोचा मैं उसको थोड़ा सर्प्राइज़ दूँगी.तो मैने अपने कपड़े उतारे और एक ब्लू ब्रा पेंटी पहें ली और उसके उपर एक काले रंग की शर्ट जो बिल्कुल मेरे गांड पे ख़तम होती थी

मैं अपनी मोटी गांड मटका मटका कर नीचे गयी ओए देखा 2 एकद्ूम काले आफ्रिकन मर्द बैठे हैं.एक ने अपना नाम जॉन बताया और दूसरे ने स्टेवेमैन यूयेसेस छोटी शर्ट में जिससे मेरी आधी पेंटी और आधी गांड नज़र आ रही थी उसमे खड़ी थी.उन दोनो ने कहा की वो रवि के फ्रेंड्स थे और उससे मिलना चाहते थे.मैने कहा की वो घर पे नही था.मैं शरम के मारे मारी जेया रही थी..रवि मुझे कही नही दिखे.मुझे लगा वो बाहर गये हैं.

मैं काले मर्द के लंड का मज़ा नही गवाना चहित थी..एक आफ्रिकन आदमी ने मुझे बैठने को कहा और थोड़ा साइड हो गया..तो मैं उन दोनो काले मर्द के बीच बैठ गयी.बैठते हुए मेरी छोटी शर्ट मेरे पेट तक चढ़ गयी और मेरी पूरी ब्लू पेंटी उन्हे नज़र आ रही थी..मैने अपने हाथ से उसे छुपाने की कोशिश की लेकिन मैं शादी के 2 दिन बाद 2 काले मर्द के बीच आधी नंगी बैठी थी

अचानक से एक काला मर्द उठा और उसने अपनी पंत गिरा दी.उसने कोई उनड़ेवएअर नही पहना था.मैं उसका लंड देख कर पागल हो गई..उसका काल सा लंड मेरे हाथ के बराबर था.उससे देखकर दूसरा भी नंगा हो गया..दोनो काले मर्द मेरे सामने अपना बड़ा लंड पकड़ के खड़े थे. मैने अपनी शर्ट उतार दी और सिर्फ़ ब्रा पेंटी में अपने घुटनो पे जाके दोनो काले लंड का मज़ा लेने लगी.मैने एक को 10 मीं तक चूसा और दूसरे को हाथ से सहला रही थी.और फिर दूसरे को चूसा.मैने फिर खड़े होकर अपनी पेंटी और ब्रा उतारी.और मेरी गीली चूटौऊर बड़े बूब्स सब के सामने आ गये.

मैं अपनी नंगी बदन लेकर दोनो काले मर्दो से लिपट गयी .तब एक लड़का सोफे पे बैठ गया और मेरी तरफ इशारा किया.मैं साँझ गयी और जैसे ही मैं अपनी पीठ उसके तरफ करके उसके लंड पे बैठने गयी उसने अपना 10 इंच का लंड मेरी गांड में घुसा दिया और मेरी चीख निकल गयी..और दूसरा मर्द आयेज से मेरी चूत में अपना लंड घुसा दिया.मुझे बहात दर्द हुआ लेकिन मैं उन दोनो लंड के मज़े में खो गयी थी.थोड़ी देर के बाद जॉन ने एक कॅमरा टाइमर मोड में सेट कर दिया और सामने के टेबल पे रख दिया.हुमारी चुदाई की फोटो खीची जेया रही थी.ये देख कर मैं और भी एग्ज़ाइटेड हो गयी और कॅमरा की तरफ एक नॉटी स्माइल देकर और भी ज़ोर से लंड के उपर कूदने लगी

फिर जॉन और स्टीव ने मुझे ज़मीन पर डॉगी स्टाइल में बिताया और जॉन ने पीछे से मेरी चूत में लंड घुसाया और स्टीव ने मूह में घुसाया.मुझे बिल्कुल एक रंडी जैसे फीलिंग आ रही थी..धीरे धीरे मुझे बड़े लंड की आदत हो गयी और मैं मज़े उन दोनो का लंड कभी गांड में कभी मूह में कभी चूत में ले रही थी.शादी के दो दिन बाद मैं अपने पति से छुपा कर दो मर्दो से चुड रही थी

आख़िरकार वो दोनो ने अपने लंड मेरे अंदर से निकाला.मुझे सोफा पे बिताया और मेरे चेहरे में मूठ मार दिया.मैं सोफा पे अपनी तंग फैला कर उनका माल चख रही थी.मैने उनका माल चखा और खड़ी हो गयी….जॉन और स्टीव ने अपनी पंत पहनी और जॉन ने मेरी गांड दबोच कर मेरे लिप्स पे एक लंबा किस दिया और फिर स्टीवन ने पुर हाथ से मेरी चूत दबा दी.मैं ऑलमोस्ट उछाल गयी.स्टीव ने मुझे पानी गोदी में उठाया और लंबा सा किस दिया और फिर दोनो चले गये ,.

मैं आँख बंद कर के अपनी टाँगे फड़के सोफा पे सो गयी..तभी मुझे मेरी चूत में कुछ फील हुआ.जैसे ही मेरी आँखें खुली मैने देखा रवि का मोटा लंड मेरी चूत के अंदर था..उसने कहा “क्यू रंडी अपने पति से नही चुदेगि?”और ज़ोर ज़ोर से मेरी चूत मारने लगा..मैने एक नॉटी सा स्माइल दिया और कहा “मैं टुमरे लिए ही तो रंडी बनी हूँ”.और उसे अपने बाहों मे लेकर मैं भी अपने कमर से उसकी लंड के तरफ झटके देने लगी.मैं बस दुआ कर रही थी की उसने मुझे जॉन और स्टीव से चूड़ते हुए नही देखा.रवि का लंड भी काफ़ी मोटा था.वो पूरा दिन हम घर में ही नंगे रहे.और पुर दिन में रवि ने 4 बार मेरी चूत मारी.हम रात को नंगे ही सो गये

अगले दिन सुबे उठते ही मैने रवि की तरफ देखा .वो नंगा बहात सेक्सी लग रहा था.मैं उसकी तरफ गयी उसका सोया हुआ सॉफ्ट लंड अपने हाथ में लिया और कहा ” तुम्हारा लंड बहात देर तक सोता है” और मैने उसके लंड को अपने मूह ले लिया.5 सेकेंड के अंदर उसका पूरी टेरेह से खड़ा हो गया .उसने मुझे बेड पे लेता दिया और मेरी टाँगे फैला दी..और अपना मूह मेरी चूत में घुसा दिया..मुझे इतना मज़ा आ रहा था .मैं थोड़ा थोड़ा हिल रही थी.

और फिर उसने अपना लंड घुसाया..मुझे छोड़ते हुए मेरी तरफ झुका और मुझे चूमने लगा..एक घंटे की चुदाई के बाद उसने एक टाइट अंडरवेर पहना..और मैने एक ट्रॅन्स्परेंट टॉप बिना ब्रा के और एक रेड तोंग पेंटी .तभी एक घंटी बजती है और मैं रवि की तरफ देखती हूँ की वो जाके देखे कौन आया है..रवि ने बोला मैं जौन.मैने उससे कहा” ऐसे जौन?.टॉप से मेरी पुवर नंगी बूब्स दिख रहे हैं और पेंटी भी दिख रही है.”

रवि ने मुझे देख कर स्माइल किया और ज़ोर से मेरी गांड पे एक थप्पड़ मारी.मैं समझ गयी और मैं स्माइल कर के जाने लगी और अपना टॉप थोड़ा और उपर उठाया ताकि मेरी पेंटी आचे से दिखे और मैने पीछे रवि को देखकर उसे आँख मारी..मैने डोर खोला और सामने एक वाइट आदमी खड़ा था..उसने एक डब्बा मुझे दिया और मुझे एक पेपर साइन करने को कहा.साइन करते हुए मैने देखा कैसी बड़ी आँखों से वो मेरी बूब्स और पेंटी को देख रहा था.उसके पंत से उसका लंड खड़ा हुआ पता चल रहा था.वो पेपर साइन कर के मैने उसे दे दिया और एक हंत अपने पेंटी के अंदर डाली और दूसरे हाथ से डोर बंद कर दिया..पीछे से रवि बोला”तू तो एकदम रंडी निकली”