यहाँ माँ बाप ही सिखाते है अपनी बेटी को जिस्म बेचना करवाते है धंधा
यहाँ माँ बाप ही सिखाते है अपनी बेटी को जिस्म बेचना करवाते है धंधा वेश्यावृत्ति (Prostitution)
यहाँ माँ बाप ही सिखाते है अपनी बेटी को जिस्म बेचना करवाते है धंधा वेश्यावृत्ति (Prostitution)
यहाँ माँ बाप ही सिखाते है अपनी बेटी को जिस्म बेचना करवाते है धंधा वेश्यावृत्ति (Prostitution) : आप सुन कर हैरान रह जायेंगे ऐसे माँ बाप के बारे में जो अपनी बेटी को जिस्म बेचने के लिए तैयार करते है । क्या आप सोच सकते हैं कि कोई दुल्हन दाम देकर इसलिये खरीदेगा ताकि उससे वेश्यावृत्ति (Prostitution) कराया जा सके। और ये जिस्म बेचने का धंधा कही दूर दराज के गाँव में नहीं बल्कि देश की राजधानी दिल्ली में हो रहा है । यंहा माँ – बाप ही अपनी लडकियो को सेक्स से धंधे में धकेल रहे है |
यहीं दिल्ली की कुछ महिलाओं को बचपन से ही घर चलाने के लिए जिस्म बेचना (सेक्स का धंधा) सिखाया जाता है । दाम देकर दुल्हनें खरीदी जाती हैं और उन्हें वेश्यावृत्ति (Prostitution) के दलदल में झोंका जाता है वैसे तो हमारा देश आजाद है, स्त्री और पुरुष दोनों को बराबरी का दर्जा भी मिला हुआ है लेकिन इसी देश की राजधानी में एक बस्ती में रहने वाली लड़किया और महिलाएं आज तक गुलाम हैं. वो न अधिकार जानती हैं, और न ही इन्हें उपलब्धियां, और न ही स्वतंत्रता की परिभाषा पता है . इनके पैदा होते ही इनके भविष्य का फैसला सुना दिया जाता है. और सिखाया जाता है कि घर चलाने के लिए सिर्फ एक चीज ही आनी चाहिए वो है जिस्म बेचना ।
महिलाये और लड़कियां वेश्यावृत्ति (Prostitution) से चलती है रोजी रोटी, पुरुष करते हैं आराम
ये सच है दिल्ली के नजफगढ़ की प्रेमनगर बस्ती में रहने वाले परना समुदाय के लोगों की। इनकी रोजीरोटी कई पीढ़ियों से वेश्यावृत्ति के धंधे से ही चलती आ रही है. और यहां पुरुष आराम करते हैं, महिलाएं काम. कितना अजीब लगता है ये सोचना भी कि माता-पिता खुद अपने घर की लड़कियों को इस धंधे में झोंक देते हैं. ये अजीब भले ही लगे लेकिन सच है, और ऐसा सच जिसके बारे में सुन कर भी घृणा होती है। यहां लड़कियों को पढ़ाया नहीं जाता क्योंकि वेश्यावृत्ति के लिए उसकी जरूरत नहीं. उनके ख्वाब बचपन में ही रौंद दिए जाते हैं. अगर कुछ सिखाया जाता है तो वो है वैश्यावृति, और महज 12 से 13 साल की लड़कियों का सौदा करने वाले खुद उनके माता-पिता होते हैं।
राजधानी दिल्ली में जी.बी रोड, नई दिल्ली यानी गारस्टिन बास्टिन रोड सबसे बड़ा रेड लाइट एरिया है जंहा बड़े आराम से वेश्यावृत्ति (Prostitution) का धंधा चल रहा है। सन् 1965 में इसका नाम बदल कर स्वामी श्रद्धानंद मार्ग कर दिया गया। मुगलकाल में इस क्षेत्र में कुल पांच रेडलाइट एरिया यानी कोठे हुआ करते थे। अंग्रेजों के समय इन पांचों क्षेत्रों को एक साथ कर दिया गया और उसी समय इसका नाम जीबी रोड पड़ा। यहां देहव्यापार अर्थात वेश्यावृत्ति (Prostitution) का सबसे बड़ा कारोबार होता है। नेपाल और बांग्लादेश से बड़ी संख्या में लड़कियों की तस्करी करके यहां कोठों पर सेक्स के लिये लाया जाता है। वर्तमान में एक ही कमरे में कई केबिन बनें हैं, जहां एक साथ कई ग्राहकों को सेक्स सेवा दी जाती है। यहां समय-समय पर दिल्ली पुलिस छापा मारती रहती है।
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