शालिनी भाभी की गुलाबी चूत

मेरा नाम सिरिश है. मै मूलतः जोधपुर से हु. मै मुंबई में रहा करता था.
मैं मुंबई में अपना बिज़नेस करता था. बिज़नेस में मेरा एक पार्टनर था जिसका
नाम राकेश था. वो एक शादीशुदा व्यक्ति था. उसकी बीबी काफी सुंदर और सेक्सी
थी और उसका नाम शालिनी था. मै काफी रंगीन मिजाज का था. रोज रात को नई चूत
मारता था और मुझे गुलाबी चूत चोदने की फेंटसी थी. हम दोनों पार्टनर एक ही
घर में रहते थे. मै जयपुर गया हुआ था. तभी बिसनेस में कोई अर्जेंट काम आ
गया था, और मै वहां था नही इसलिए मेरे पार्टनर राकेश को साईट पर जाना पड़ा.
उसी दिन शाम को मैं मुंबई पहुँच गया.

जब मैं घर पंहुचा तो देखा की वो जा चूका था और उसकी बीबी अकेली थी. जब
मै पंहुचा तो रात के 9 बज चुके थे. फिर मैंने खाना खाया और जाकर अपने रूम
में लेट गया. शालिनी भी अपने रूम में चली गयी. मुझे दिन भर की थकान के कारण
लेटते ही नींद आ गयी. उस दिन मौसम बेहद ख़राब था और बादल जोर जोर से गरज
रहे थे और थोड़ी थोड़ी ठण्ड भी महसूस हो रही थी. लगभग आधी रात को मुझे लगा
की मेरे बेड पर कोई और भी सो रहा है. वो एक लड़की जैसी महसूस हो रही थी. जब
मैंने लाइट जलाकर देखा तो पता चला की वो तो शालिनी है. उसने नाईटी पहन रखी
थी. वो बहुत ही हॉट लग रही थी.

मैंने उससे पूछा कि वो यहा  क्या कर रही है. शालिनी इस पर बोली की उसे
अकेले में डर लग रहा था इसलिए वो यहाँ आकर लेट गयी. इस पर मैंने कहा की
कहीं राकेश आ गया तो. इस पर शालिनी बोली की वो अभी नही आयेंगे, 2 दिन बाद
आयेंगे और बोली कि आज क्या तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड नही आयेगी क्या? मैंने
कहा की नहीं, आज कोई नहीं आएगा. शालिनी इस पर हँसते हुए बोली की शुक्र है,
आज रात तो शांति से सोयेंगे. इस पर मैंने कहा की क्यों आप रोज रात सोते नही
हो क्या? शालिनी इस पर बोली की कहाँ से सोंये, पूरी रात तो तुम्हारे कमरे
से आवाजे आती रहती है. मैंने बात बदलते हुए कहा की चलो ये सब छोड़ो और ये
बताओ की आप मुझे चाचा बनने की खुशखबरी कब सुना रही हो. शालिनी का तो ये बात
सुनते ही चहरे का रंग ही बदल गया. वो उदास हो गयी और उसकी आँखों में नमी आ
गयी. वो मुझसे लिपट के रोने लगी. मैंने उससे जब पूछा की क्या हुआ? तो इस
पर शालिनी बोली की मेरे पति से कुछ होता ही नही है वो मुझे कैसे माँ
बनाएँगे. वो थोड़ी ही देर में पानी छोड़ देता है. तब तक तो मै  पूरी तरह
गरम भी नही हो पाती हु. इस पर मैंने कहा की शालिनी आप टेंशन क्यों लेते हो,
मैं हूँ ना!

फिर मैंने शालिनी के आँखों से आंसू  पोंछे और हम दोनों एक दुसरे को किस
करने लगे. हम एक दुसरे को पागलो की तरह किस कर रहे थे. फिर मैंने शालिनी की
नाईटी उतार दी. उसने नाईटी के अंदर कुछ नही पहन रखा था. अब वो बिलकुल नंगी
थी मेरे सामने. क्या बॉडी थी उसकी मोटे मोटे बूब्स , पतली कमर , मोटी गांड
और क्या गुलाबी चूत थी यार थोड़ी सी ऊपर उठी हुई. फिर मैंने उसके बूब्स
पकड़ लिए और जोर से दबाने और चूसने लगा. जब मैंने उसके कपडे हटा के उसकी
मस्त चिकनी गुलाबी चूत देखा तो मुझे लगा की आज मेरागुलाबी चूत मारने का
सपना पूरा होगा.

फिर मैंने अपना एक हाथ उसकी गुलाबी चूत पर रख दिया और उसे सहलाने लगा.
वो उतेजक आवाजे निकाल रही थी क्योंकि वो भी अब पूरी तरह गरम हो चुकी थी.
फिर मैंने अपनी एक उगली उसकी गुलाबी चूत  मै  डाल  दी और उगली बार बार
अन्दर बाहर करने लगा तो इस पर वो बोली की अब क्या ऐसे ही करते रहोगे क्या?
फिर मैंने अपने भी पुरे कपडे उतार लिए.

मेरा लंड देखकर वो बहुत खुश हो गयी और बोली की  इतना लम्बा लंड . ये तो
मेरी चूत को फाड़ देगा. मैंने पूछा की क्यों राकेश का इतना लम्बा नही है
क्या तो इस पर वो बोली की उनका तो छोटा सा है और बोली अब मुझे और मत तडपाओ
और डाल दो अपना लंड मेरी चिकनी गुलाबी चूत में, जो होगा देखा जायेगा. इसी
के साथ मैंने अपना लंड उसकी चूत में डाल  दिया. डालते ही उसकी चीख  निकल
गयी. मैंने पूछा की बाहर निकालू क्या अगर तुम्हे जादा दर्द हो रहा है तो,
पर उसने मना कर दिया और बोली थोड़ा धीरे धीरे अन्दर बाहर  करो इसे. मै  उसे
धीरे धीरे चोदने  लगा और थोड़ी देर बाद वो भी मेरा साथ देने लगी और गांड
उठाकर पूरा लंड अंदर तक लेने लगी. फिर मैंने भी अपनी स्पीड बढ़ा दी और जोर
जोर से उसकी गुलाबी चूत को चोदने लगा.

उसकी उतेजक आवाजो से पूरा कमरा गूंज रहा था . आह्ह्ह्ह  ऊऊऊऊ
आह्ह्हह्ह्ह्ह  की आवाजे पुरे रूम में गूंज रही थी. और थोड़ी देर बाद उसकी
बॉडी अठने लगी और मुझे उसने कस के पकड़ लिया. अब वो झड़ने वाली थी और मेरा
भी अभी छुटने वाला था तो मैंने उससे कहा की अब मेरा निकलने वाला है. तो वो
बोली की उसे मेरी गीली गुलाबी चूत में टपका दो.

फिर मैंने अपना वीर्य उसकी चूत  मै छोड़ दिया. फिर हम बेड पर लेट गये और
और एक दुसरे को किस करने लग गये. अब शालिनी बहुत ही खुश लग रही थी. फिर
शालिनी बोली आज पता चला की तुम्हारे कमरे से इतनी आवाजे क्यों आती थी. सब
जादू तुम्हारे इस लंड का था. उस रात को हमने तीन बार और सेक्स  किया और
दुसरे दिन सन्डे था इसलिए मैं ऑफिस भी नही गया और  दिन भर उसकी गुलाबी चूत
की चुदाई की.