मामी की गांड का उद्घाटन

हैल्लो दोस्तों.. में सन्नी एक बार फिर से आप सभी के सामने हाजिर हूँ,
एक और सेक्सी सच्ची कहानी लेकर। तो में अब अपनी स्टोरी पर आता हूँ..

ये 2013 की गर्मियों की छुट्टियों की घटना है.. जब में चेन्नई गया हुआ
था अपने मामा के घर पर और वहाँ पर मैंने मेरी मामी को पटाकर बहुत चोदा और
उनकी कई बार गांड भी मारी। अब में आपको मेरी मामी के बारे में थोड़ा बता
दूँ.. मेरी मामी की उम्र 35 है और उनका 10 साल का एक बेटा भी है और उसका
नाम आरव है। मेरी मामी और मामा में ज़्यादा बनती नहीं.. क्योंकि मामा बहुत
गुस्से वाले हैं और वो छोटी छोटी बातों पर ही मामी पर गुस्सा हो जाते हैं।
मेरी मामी का फिगर 36-32-37 है। उनकी हाईट 5.5 इंच है और वो बहुत ही मस्त
और बहुत ही सेक्सी हैं और वो बहुत ही गोरी हैं। वो ज्यादातर साड़ी पहनती हैं
और वो साड़ी में बहुत सुंदर लगती है।

अब में सीधा अपनी घटना पर आता हूँ। में उस वक़्त 18 साल का था और मेरी
हाईट 5’8 इंच है.. अच्छी बॉडी है और मेरा लंड 6.5 इंच का है। मुझे हमेशा से
मेरी मामी को चोदने का मन था.. लेकिन मैंने कभी कोशिश नहीं की उन्हें
चोदने की। वो मई का महीना था मामा रोज़ की तरह फेक्ट्री गये हुए थे और घर
पर केवल में और मामी ही थे। मामी को में बहुत अच्छा लगता था और मामी मुझसे
बहुत सारी बातें करती। तो उस दिन भी मामी किचन से साफ सफाई करने के बाद ऊपर
वाले कमरे में आई.. जहाँ पर में आराम कर रहा था। फिर मामी आईं और मुझे
हिलाकर पूछा।

मामी : बाबू सो रहे हो क्या?

में : नहीं मामी बोलो ना क्या बात है?

मामी : चल मेरे रूम में आजा वहाँ पर में मेरी अलमारी भी जमा लूँगी और हम बातें भी कर लेंगे।

फिर हम मामी के रूम में चले गये और फिर मामी और में ऐसे ही इधर उधर की
बातें करने लगे और मामी अपनी अलमारी जमाने लगी। मामी मुझसे बहुत फ्रेंक थी
और मुझसे कोई भी बात करने में शरमाती नहीं थी।

मामी : और बताओ सन्नी कितनी गर्लफ्रेंड है तुम्हारी?

में : एक भी नहीं मामी।

मामी : अरे बाबू.. मुझसे क्यों शरमा रहे हो में थोड़े ही दीदी को बताउंगी तुम्हारी गर्लफ्रेंड के बारे में।

में : अरे मामी आपसे क्या शरमाना.. सच में मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है और अगर होती तो आपको तो जरुर बता ही देता।

मामी : अरे बाबा बंगलोर की लड़कियों को क्या हो गया है। मेरे इतने सोने
भांजे की कोई गर्लफ्रेंड नहीं है.. अगर तू मेरी उम्र का होता तो देखता तेरे
साथ क्या क्या होता। मामी मेरे साथ ऐसे अडल्ट जोक्स हमेशा करती ही रहती
है।

फिर में नॉटी स्माईल पास करते हुए बोला कि क्या होता मामी ऐसे ही बता
दो? और मामी हंसने लगी और फिर अपना कम करने लगी। बातें करते करते मामी समान
जमा रही थी और उनकी गांड मेरी तरफ थी। में उनकी गांड को देखे जा रहा था।
हम ऐसे ही कुछ देर बात करते रहे और फिर मैंने मामी से कहा कि मुझे प्यास
लगी है और में पानी पीने किचन में चला गया.. जब में पानी पीकर किचन से वापस
मामी के रूम में घुस रहा था.. तभी मामी बाहर आ रही थी तो में और मामी टकरा
गये। तो मामी के बूब्स मेरे चेस्ट पर ज़ोर से टकराए और एकदम से मामी
फिसली.. लेकिन इससे पहले की मामी गिरती मेरा हाथ सीधा मामी की कमर पर गया
और मैंने उन्हें संभाल लिया।

में : मामी आप ठीक तो हो ना?

मामी : हाँ बच गयी।

फिर मामी थोड़ा संभली और पीछे मुडकर जाने लगी तो उनका हाथ मेरे लंड पर लगा जो कि तनकर खड़ा था।

मामी : सन्नी बाबू.. तुम बड़े हो गये हो और इतना कहकर उन्होंने एक नॉटी स्माईल दी।

में : में तो कब से ही बड़ा हो गया हूँ मामीज़ी अपने तो आज नोटीस किया
और हम दोनों एक दूसरे को देखे जा रहे थे और पता नहीं मुझे क्या हुआ कि
मैंने अपने हाथ मामी के बूब्स पर रख दिए और उन्हें दबाने लगा। मामी एकदम
दंग होकर मुझे देखती हुई बोली।

मामी : अरे यह क्या कर रहा है? तुझे ज़्यादा शैतानी सूझ रही है.. छोड़ मुझे।

फिर मामी यह कह कर पलटी और वहाँ से जाने लगी.. लेकिन में अब मानने वाला
नहीं था और मैंने मामी के बूब्स पीछे से पकड़ लिए और उन्हें जोर जोर से
दबाने लगा।

मामी : बस बाबू.. अब यह सब बहुत बदतमीज़ी लग रही है और में तेरी मामी हूँ। तुम मेरे साथ यह सब नहीं कर सकते हो।

में : मामी आप मुझे पसंद नहीं करते क्या? और वैसे भी अभी अपने ही तो कहा
था कि में अगर आपकी उम्र का होता तो मेरे साथ बहुत कुछ होता.. तो अब बताओ
मेरे साथ क्या क्या होता? फिर मामी मेरी तरफ पलटी और बोली कि नहीं बाबू यह
सब ग़लत है.. समझा कर तू चाहता है कि में तुझसे बात वगेराह ना करूँ तो बोल
दे.. में नीचे चली जाउंगी। फिर यह बोलकर मामी पलटने लगी कि हमारी चैन आपस
में उलझ गयी और में खींचने की वजह से फिसल गया और में और मामी बेड पर गिर
गये। में उस वक़्त मामी के ऊपर था। फिर हम दोनों एक दूसरे को देखे जा रहे
थे और मामी मुझे अपने ऊपर से हटाने की कोशिश कर रही थी.. लेकिन बहुत ही
कमज़ोर कोशिश थी। कुछ ही पल में पता नहीं क्या हुआ और हमारे होंठ मिल गये।
अब हम एक दूसरे को किस कर रहे थे।

फिर करीब 5 मिनट तक किस करने के बाद जब हमारा किस टूटा और हमने एक दूसरे
को देखा तो मामी एकदम से हड़बड़ा गयी और मुझे अपने ऊपर से हटाने लगी.. लेकिन
खून लगने के बाद शेर शिकार कहाँ छोड़ने वाला था और मैंने मामी के हाथ कसकर
पकड़े और उनके गले पर किस करने लगा।

मामी : बाबू मत करो यह सब ग़लत है। उनकी आवाज़ से लग रहा था कि वो बस बोल रहीं हैं.. लेकिन चाहती नहीं हैं कि में उन्हें छोडू।

में : मामी कुछ ग़लत नहीं है.. में आपको पसंद हूँ और आप मुझे.. तो हम साथ में सेक्स कर लेंगे तो क्या ग़लत है?

मामी : तुम पागल हो गये हो क्या? सेक्स और वो भी तुम्हारे साथ.. तुम मेरी ननंद के बेटे हो।

में : मामी ननंद का बेटा हूँ आपका तो नहीं.. मामी आज कल तो विदेशों में माँ बेटे भी सेक्स करते हैं।

मामी : तुम बस छोड़ो मुझे में कुछ नहीं जानती और ना जानना चाहती हूँ।
तुम बस हटो मेरे ऊपर से मैंने मामी का स्वभाव बदला हुआ देखकर मामी को बेड
पर और ज़ोर से दबाया और उन्हें किस करने की कोशिश की। मामी अपना चहरा इधर
उधर करने लगी.. लेकिन में नहीं माना और आखिर में मैंने उनके होठों पर अपने
होंठ रख ही दिए और में अब मामी को बहुत अच्छे से किस कर रहा था। किस क्या
कर रहा था में तो मामी के होंठ चूस रहा था। एक दो मिनट की किस के बाद मामी
का भी स्वभाव अब बदल गया था और वो भी मेरा साथ दे रही थी। फिर मैंने किस
करना बंद किया और मैंने मामी की तरफ देखा तो मामी शरमा गयी और अपना मुहं
हाथों से छुपा लिया। तो मैंने उनके ब्लाउज के ऊपर से उनके बूब्स दबाए और
फिर में खड़ा हुआ और मैंने मामी की साड़ी हटा दी और अपने भी कपड़े खोल दिए।

मामी अब अपने पेटिकोट और ब्लाउज में मेरे सामने थी और में केवल अंडरवियर
में था.. में फिर से उनके ऊपर चढ़ा। तो इस बार मामी ने मुझे गले लगा लिया
और हमने फिर एक लिप किस किया और इसके बाद मैंने मामी के ब्लाउज का हुक खोला
और उसे उतार दिया मामी ने अंदर सफेद ब्रा पहनी हुई थी। फिर मैंने ब्रा के
ऊपर से उनके बूब्स थोड़ी देर दबाए और मामी सिसकियाँ भरने लगी.. आह उफ्फ्फ
माँ बस अब और नहीं प्लीज। तो मैंने जल्दी ही उनकी ब्रा भी खोल दी.. वाह
उनके बूब्स इतने ज़्यादा गोरे थे और उस पर उनकी हल्की भूरी निप्पल मानो
कयामत आ गयी हो और कसम से में तो अपने आपको रोक ही नहीं पाया और बच्चो की
तरह उनकी निप्पल चूसने लगा.. में उनका सीधा बूब्स चूस रहा था तो उल्टा दबा
रहा था और मामी को भी बहुत मज़ा आ रहा था। वो भी अपने दोनों होंठ दाँतों
में दबाए सिसकियाँ भर रही थी। तो 10-15 मिनट यूँ ही बूब्स चूसकर और दबाकर
में नीचे उनके पेटीकोट की तरफ गया और उसे उतार दिया।

मामी अब केवल काली कलर की पेंटी में थी और में पेंटी के ऊपर से ही मामी
की चूत पर हाथ घुमाने लगा और मामी आँख बंद करके सब मज़े कर रही थी। फिर
मैंने मामी की पेंटी उतारी और फिर मेरे सामने मामी की बालों से भरी गोरी
चूत थी। तो में मामी की चूत को हाथ से सहलाने लगा और फिर मैंने अपनी एक
उंगली चूत के अंदर डाल दी.. तो मामी एकदम से अहह सीईईईई सिसकियाँ लेने लगी।
तो में थोड़ी देर यूँ ही धीरे धीरे उंगली अंदर बाहर करता रहा और फिर मामी
की चूत थोड़ी गीली होने के बाद मैंने अपनी उंगली बाहर निकाली और मामी की
चूत का पानी जो मेरी उंगली पर लगा हुआ था.. में उसे टेस्ट करने लगा।

मामी : बाबू अब जल्दी करो अपना लंड मेरी चूत में डालो.. मुझसे अब और
नहीं रहा जाता.. प्लीज जल्दी से फाड़ दो मेरी चूत बहुत गरमी है इसमें.. ठंडा
कर दो इसे।

फिर में मामी के मुहं से ऐसी भाषा सुनकर बहुत हैरान हो गया और उन्हें आँखे फाड़ कर देखने लगा।

मामी : ऐसे क्या देख रहे हो तुम? जिस में उंगली कर रहे हो में क्या उसका
नाम नहीं ले सकती? तुम्हे काम करने में तो शरम नहीं आती और नाम सुनकर बड़ा
शरमा रहे हो?

फिर मैंने मेरी अंडरवियर उतारी और मेरा 6 इंच का लंड आज़ाद हो गया.. में
मामी पर चढ़ गया और उनकी चूत पर अपना लंड रखकर रगड़ने लगा। तो मामी ने
मेरा लंड पकड़ा और अपनी चूत पर दबाने लगी। तो मैंने एक झटका दिया और मेरा
थोड़ा सा लंड अंदर गया तो मामी और स्माईल करने लगी। मैंने फिर एक ज़ोरदार
झटका दिया और मेरा पूरा लंड मामी की चूत के अंदर। फिर मामी ने मुझे पकड़ा
और मेरे होंठ पर एक बड़ा किस किया। किस के बाद मैंने जोर जोर से धक्के
लगाने शुरू किए और कमरे से आवाजें आने लगी अहह अह्ह्ह उफ्फ्फ फच फच। में
कभी मामी के बूब्स दबाता तो कभी किस करता मामी भी कभी मेरे गाल पर किस करती
तो कभी होंठ पर।

में धीरे धीरे अपनी रफ़्तार बड़ाता गया.. मामी अब मेरी पीठ पर अपना एक
हाथ घुमा रही थी और एक से मेरी गांड दबा रही थी मामी की इस हरकत से मेरा
जोश बढ़ता जा रहा था और में मेरी स्पीड और तेज़ कर रहा था आह आह आहह पूरा
कमरा हमारे शरीर के टकराने की आवाज़ से गूँज रहा था ठप ठप। फिर 5 मिनट मामी
को यूँ ही चोदने के बाद में रुक गया और मैंने मामी के होंठ पर किस किया।
फिर मैंने मामी को पलटने को कहा तो मामी पलटी और डॉगी स्टाईल में सेक्स के
लिए तैयार हो गयी। मामी की गांड देखकर तो में पागल ही हो गया और उनके
कूल्हे दबाने लगा और चाटने लगा.. धीरे धीरे में उनकी गांड की तरफ बढ़ा और
उनकी गांड के छेद को चाटने लगा और मामी सिकियाँ भर रही थी।

मामी : यह क्या कर रहे हो सन्नी?

में : मामी आपकी गांड तो बहुत मस्त है।

मामी : छी छी क्या कोई गांड चाटता है भला?

में : मामी ऐसी गांड हो तो कोई भी चाटेगा और में अब आपकी गांड भी मारूँगा।

मामी : नहीं मैंने ऐसा पहले कभी नहीं किया.. बहुत दर्द होगा इसमे।

में : अरे मामी कुछ नहीं होगा और वैसे भी मुझे आपकी चूत में ज्यादा मज़ा नहीं आ रहा.. मुझे कुछ टाईट चाहिए।

मामी मना कर रही थी.. लेकिन मैंने उनकी तरफ ज्यादा ध्यान ना देते हुए
अपना लंड मामी की गांड पर रखा और जोर से धक्का देने लगा.. लेकिन मामी की
गांड बहुत टाईट थी.. जिसकी वजह से मेरा लंड अंदर नहीं जा रहा था। फिर में
एक हाथ मामी के पेट पर ले गया और एक हाथ से गांड को सपोर्ट किया और जोरदार
धक्का मारा मेरा आधा लंड मामी की गांड में घुस गया और मामी की चीख निकल
गयी.. आईईई अह्ह्ह बाबू निकालो इसे। प्लीज़.. अपना लंड बाहर निकालो बहुत
दर्द हो रहा है और मामी मुझे अपने सीधे हाथ से धक्का देने लगी.. लेकिन उनका
ज़ोर ना चला और मैंने उनका हाथ पकड़ा और एक और ज़ोर का झटका मारा और फिर
मेरा पूरा लंड मामी की गांड में घुस गया। तो मामी चीख पड़ी आई माँ.. मामी
ने कसकर बेडशीट पकड़ ली और अपनी आँख बंद कर ली.. मामी की आँख में से पानी
निकल गया।

फिर में थोड़ी देर वैसे ही रहा जैसे ही मामी थोड़ी नॉर्मल हुई तो मैंने
धीरे धीरे धक्के लगाने शुरू कर दिए और मामी अहह आई आई आई माँ करने लगी।
मैंने फिर पीछे से मामी के बूब्स पकड़ लिए और उन्हें दबाने लगा। कभी कभी
मामी की गांड भी दबाता.. अब करीब 2-3 मिनट धीरे धीरे मामी को चोदने के बाद
मैंने मेरी रफ़्तार तेज़ कर दी। में अब बहुत तेज़ तेज़ मामी की गांड मार
रहा था और उनकी गांड बहुत टाईट थी इसलिए मजा भी ज्यादा आ रहा था.. लेकिन
इतनी तो किसी वर्जिन की चूत भी नहीं होती। मैंने करीब 10 मिनट मामी की गांड
मारी और उनके बूब्स दबाए.. पूरा कमरा मामी की चीखों से भर गया था.. आआहूं
ठप ठप ठप। फिर मामी भी दर्द वगेरह भूलकर मज़े ले रही थी और 10 मिनट तक मामी
की गांड मारने के बाद में झड़ गया और मैंने एक ज़ोरदार धक्का दिया और मामी
के ऊपर ही गिर गया और मैंने कुछ देर तक अपना लंड ऐसे ही मामी की गांड में
रखा जब तक मेरा सारा वीर्य उनकी गांड में झड़ नहीं गया।

फिर में मामी के ऊपर से उठा और साईड में लेट गया। हमने थोड़ी होंठ पर एक
दूसरे को किस की और साथ ही नहाने चले गये। बाथरूम में बाथटब में भी हमने
थोड़ी बहुत मस्ती की और फिर में सो गया और मामी अपने काम में लग गयी। फिर
आरव के कोचिंग से आने का टाईम भी होने वाला था ना।

तो दोस्तों यह थी मेरे जीवन की असली घटना जहाँ पर मैंने मेरी मामी की गांड मारी और उन्हें पटाकर बहुत चोदा।