गर्भवती बकरी के साथ ग्रुप सेक्स करा और मार डाला 8 मजहबी समुदाय के लोगों ने : भारत जैसे संस्कारी देश में कोई जयादा चीज हो रही है तो वो है रेप. भारत में आज कल जबरदस्ती सेक्स और दुष्कर्म आम घटना बन चुकी है जो इंडिया का नाम बदनाम होने की वजह बन रही है. यहाँ कभी किसी गर्भवती महिला के साथ बलात्कार कर लिया जाता है तो कभी दूध मुहि 7-8 साल की बच्ची की इज्जत लुट ली जाती है.
हम आज कल आए दिन टीवी में देखते है या अख़बार में खबरे पड़ते है की भारत में फला जगह बच्ची के साथ बलात्कार की घटना हुई या फला जगह एक बुड्डी औरत का कई लोगो ने मिल कर ग्रुप में बलात्कार (गैंग रेप) करा पर आज जो घटना हम आप को बताने जा रहे है वो गैंग जबरदस्ती सेक्स और दुष्कर्म की इन घटनाओ से बिलकुल अलग है क्यों की इस घटना में 8 मजहबी समुदाय के लोगो के द्वाराअपवित्रीकरण तो करा गया है पर वोअपवित्रीकरण किसी बच्ची का या किसी गर्भवती महिला का नहीं बल्कि एक मासूम गर्भवती बकरी का करा है.
मेवात में गर्भवती बकरी का ग्रुप मेंअपवित्रीकरण (गैंगरेप) करने के बाद हत्या कर डाली : भारत में एक गाँव है जिसका नाम है मरोड़ा ( हरियाणा के मेवात जिले के मरोड़ा गाँव ) वंहा से जानवर(बकरी) के बलात्कार (जबरदस्ती सेक्स) की एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है जो वाकई इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना है, जहाँ पर 8 मजहबी समुदाय के लोगो ने एक मासूम गर्भवती बकरी को अपने मजे के लिये अपनी हवस और दरिंदगी का शिकार बना डाला और अपनी हवस पूरी हो जाने के बाद उस मासूम जानवर की हत्या कर डाली. हवस की आग बुझाने के लिए इन 8 मजहबी दरिंदो ने एक प्रेग्नेंट बकरी के साथ अप्राकृतिक यौन संबंध बनाये.
गर्भवती बकरी का ग्रुप मेंअपवित्रीकरण करा और मार डाला 8 मजहबी समुदाय के लोगों ने
8 मजहबीयों ने किया बकरी से गैंगरेप मानवता को तार तार करने वाली घटना : हारून, जाफ़र इत्यादि ने अपने साथियों के साथ मिलकर एक मासूम गर्भवती बकरी का ग्रुप मेंअपवित्रीकरण करा और उसके बाद उसकी हत्या कर दी. कुल 8 मजहबी थे जिन्होंने बकरी से गैंग जबरदस्ती सेक्स किया, सभी ने बारी बारी से बकरी के साथ जबरदस्ती सेक्स किया और इतनी बेरहमी दिखाई की बकरी तड़प तड़प कर मर गयी बकरी गर्भवती थी, उसके मरने से उसके पेट में पल रहे उसके सारे बच्चे भी मर गए. यह अप्राकृतिक यौनाचार ( अप्राकृतिक सेक्स ) का मामला हरियाणा के मेवात जिले के मरोड़ा गाँव का है.
जानवरों के साथ बलात्कार करने की घटनाएँ इस से पहले भी कई बार सामने आती रही है : ये जिला मजहबी समुदाय बहुल है और इस से पहले भी इस इलाके से जानवरों के साथ जबरदस्ती सेक्स की घटनाएं सामने आती रही है बकरी मालिक की शिकायत पर नगीना थाने में केस दर्ज हुआ है और पुलिस ने 8 में से 2 दरिंदो को गिरफ्तार भी कर लिया है, बाकि की तलाश जारी है मामले में मुख्य साजिशकर्ता हारून और जाफ़र बता रहे है, इन्होने ही बकरी को देखा और अपने 6 अन्य साथियों को बुला लिया, फिर बकरी को ये उठाकर एक सुनसान जज्जर मकान में ले गए जहाँ बारी बारी से सभी 8 ने बकरी का गैंग जबरदस्ती सेक्स किया और उसे मार डाला. (गर्भवती बकरी का जबरदस्ती सेक्स कर मार डाला, मेवात में 8 मजहबीयों ने किया गैंगरेप, हारून, जाफ़र ने साथियों के साथ मिलकर किया गैंगरेप )
भारत जैसे संस्कारी देश में स्त्रियों पर अत्याचार और बलात्कार : भारत में वैसे तो महिलाओं को देवी का दर्जा दिया गया है लेकिन वहीं देश में उन्हीं देवी समान महिलाओं के साथ बलात्कार जैसी घिनौनी घटनाएं हो रही हैं। महाभारत में पांडवों की जीत हुई और लाखों सैनिक मारे गए। इस समय पांडव सैनिकों ने किसी भी कौरव सेना की विधवा स्त्री को हाथ नहीं लगाया वो था हमारा संस्कारी देश भारत।
सिकंदर के भारत पर आक्रमण करने पर लाखों सैनिक मारे गए लेकिन यूनानियों की सेनाओं ने किसी भी भारतीय महिला पर बुरी नज़र नहीं डाली वो था हमारा संस्कारी देश भारत । सन् 711 ईस्वी में भारत जैसे संस्कारी देश में बलात्कार की शुरुवात हुई जब मुहम्मद बिन कासिम ने सिंध के राजा दाहिर को हराने के बाद उसकी दोनों बेटियों को यौन दासियों (Sex Slave) के रूप में खलीफा को तोहफा भेज दिया।
सन् 711 ईस्वी में शायद भारत की पवित्र स्त्रियों का पहली बार बलात्कार जैसे दुष्कर्म से सामना हुआ था जिसमें हारे हुए राजा की बेटियों और साधारण भारतीय स्त्रियों का जीती हुई आक्रांता सेना द्वारा बुरी तरह से बलात्कार और अपहरण किया गया था। इसके बाद 1001 में गजनवी ने सोमनाथ मंदिर को तोड़ने के बाद उसकी सेना ने हज़ारों औरतों का बलात्कार किया। बस यहीं से शुरु हुआ भारत में बलात्कार का प्रचलन। महिलाओं पर अत्याचार और बलात्कार का इतना घिनौना स्वरूप तो 17वीं शताब्दी के प्रारंभ से लेकर 1947 तक अंग्रेजों की ईस्ट इंडिया कंपनी के शासनकाल में भी नहीं दिखा। अंग्रेजों ने भी भारत को बहुत लूटा लेकिन कभी उनकी गिनती बलात्कारियों में नहीं हुई।