संभोग अर्थात सहवास (Sex) का मतलब महिलाओं के लिए यह है : संभोग अर्थात सहवास जिसका मतलब अंग्रेजी में सेक्स (Sex) होता हैं सम्भोग को योनि मैथुन, काम क्रीड़ा, रति क्रीड़ा और चुदाई भी कहते हैं. इस क्रिया के दौरान पुरुष का लंड (लौड़ा/लिंग) किसी महिला की चूत (योनि) में प्रवेश करता है और अंदर बहार होता है इस से मर्द और और महिला दोनों को बहुत ज्यदा आनंद की प्राप्ति होती है और फिर कुछ देर तक सेक्स करने के बाद पुरुष के लिंग से सफेद रंग का एक चिप छिपा पदार्थ महिला की चूत में निकलता है जिसे वीर्य कहते है और इसी से महिला के पेट में बच्चा होता है। इस संभोग अर्थात सहवास क्रिया को करने में नर और मादा दोनों को सुख की प्राप्ति होती है और सेक्स क्रिया करने का उद्देश्य आनंद करने के साथ साथ बच्चे पैदा करना भी होता है.
सृष्टि में आदि काल से संभोग अर्थात सहवास या चुदाई का मुख्य काम वंश को आगे चलाना व बच्चे पैदा करना है। जहाँ कई जानवर व पक्षी सिर्फ अपने बच्चे पैदा करने के लिए उपयुक्त मौसम में ही सम्भोग करते हैं वहीं इंसानों में संभोग अर्थात सहवास इस वजह के बिना भी हो सकता है। सम्भोग (Sex) इंसानों में शारीरिक सुख प्राप्ति या प्यार या प्रेम दिखाने का भी एक रूप है। संभोग, सहवास के रूप में, मानव प्रजातियों के लिए प्रजनन का प्राकृतिक तरीका है। मनुष्यों ने सेक्स करने के लिए नैतिक दिशानिर्देश बनाए हैं, जो धार्मिक और सरकारी कानूनों के अनुसार भिन्न होते हैं। कुछ सरकारों और धर्मों में “उपयुक्त” और “अनुचित” यौन व्यवहार के सख्त कानून या नियम बनाए गए हैं।
शादी शुदा महिलाओं और कुंवारी लड़कियों के लिए बेहतर सेक्स संबंधों की परिभाषा पुरुषों की अपेक्षा कुछ अलग होती है
पुरुषों की तरह ही महिलाओं के पास भी सेक्स करने के कई कारण होते हैं। लेकिन, महिलाओं के लिए बेहतर सेक्स संबंधों की परिभाषा पुरुषों की अपेक्षा कुछ अलग होती है। मनोवैज्ञानिक सिंडी मेस्टन और डेविड बुस ने अपनी पुस्तक “Why Women Have Sex” में इस बात का बहुत विस्तार से जिक्र किया गया है। मनोवैज्ञानिकों के मुताबिक महिलाएं और लकड़ियाँ सिर्फ प्यार में ही चुदाई नहीं करवातीं, बल्कि इसके पीछे 237 अलग-अलग वजहें होती हैं। अगर आप यह मानते हैं कि महिलाएं और लकड़ियाँ संभोग अर्थात सहवास (Sex) के मामले में ज्यादा खुलापन नहीं रखतीं तो आप बहुत गलत हो सकते हैं।
संभोग अर्थात सहवास को लेकर करीब एक हजार महिलाओं पर किए गए शोध के मुताबिक महिलाएं सेक्स सिर्फ प्यार के लिए नहीं, बल्कि पुरुष को खुश रखकर उसका बेहतर साथ पाने के लिए, आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए, घर में अपना हक जमाने के लिए और सिर दर्द जैसी समस्या से निदान के लिए भी सेक्स करना पसंद करती हैं।
यही नहीं मनोवैज्ञानिकों ने अपनी किताब में कहा है कि महिलाएं कई बार अच्छे खासे फिट और चार्मिंग पुरुषों को छोड़कर सिर से गंजे और तोंद वाले लोगों को भी अपना हमसफर चुन लेती हैं। इसकी वजह उनकी कमाई, घर को सहारा देने की क्षमता और विश्वास होता है। शोध के मुताबिक महिलाएं अपने साथी का चुनाव डार्विन की थ्योरी ‘सर्वाइवल इज दि फिटेस्ट’ के आधार पर करती हैं। यह चौंकाने वाला हो सकता है, लेकिन अध्ययन के मुताबिक महिलाओं के पैमाने भी अलग-अलग होते हैं, जो काफी लाभदायक भी है।
मनोवैज्ञानिकों ने संभोग अर्थात सहवास को लेकर महिलाओं की विविधतापूर्ण सोच का हवाला देते हुए लिखा है कि यदि सभी महिलाएं लंबे कद के पुरुषों को ही पसंद करने लगेंगी तो फिर छोटे कद वाले लोगों के लिए तो जगह ही नहीं बचेगी। महिलाओं के लिए प्यार की बात की जाए तो वह सुरक्षा के साथ ही बच्चों को प्यार देने वाले और आत्मविश्वासी लोगों को पसंद करती हैं। महिलाएं सेक्स का इस्तेमाल प्यार जताने, प्यार पाने औप उसे बनाए रखने के लिए भी करती हैं।
महिलाओं और लड़कियों में यौन सुख के लिए उनकी चूत के अंदर का भाग (क्लिटोरिस) सबसे अहम हिस्सा होता है, लेकिन ज़रूरी नहीं कि चुदाई करवाते वक्त हमेशा इससे लड़कियों और महिलाओं को आनंद ही मिले.अपवित्रीकरण अर्थात रेप जैसे मामलों में भी यौन संबंध ही बनाए जाते हैं लंड लड़किओं और महिलाओं की चूत के अंदर जाता है और क्लिटोरिस पर घर्षण करता है , क्लिटोरिस के ज़रिए उत्तेजना पैदा करने की कोशिश होती है, लेकिन इस तरह के यौन संबंध में लड़कियों और महिलाओं को बहुत ज्यदा दर्द होता है. हमारा दिमाग हमें संदेश भेज देता है कि इस यौन संबंध में दर्द है आनंद नहीं.
महिलाएं सेक्स से पहले और संभोग के दौरान पुरुष से क्या चाहतीं हैं?
एक पल की तारीफ, एक पल की खुशी एक पल की सराहना ना जाने कितने घोड़ों का बल प्रदान करती है अंतरंग (पति पत्नी) रिश्तों में।कल्पना से परे की बात है किन्तु बिल्कुल सत्य और अनुभूत सिद्ध है। हर पुरुष को चाहिये की वो महिला के साथ सेक्स करने से पहले उसके जिस्म की तारीफ करे उसकी खूबसूरती को बढ़ा चढ़ा कर बयां करे क्यों की ऐसा करने से महिला पुरुषो के प्रति ज्यादा आकर्षित होतीं हैं. अपने सम्पूर्ण दिवस की कच्ची पक्की बातें भी पत्नियां अपने पति से एकांत में अर्थात बिस्तर में ही साझा करती हैं तब वह चाहती हैं कि उनका पति उन्हें तवज्जो दें, उनको अपने द्वारा व्यक्त उद्गारों कीसराहना पाने की कामना भी रहती है जो स्वाभाविक ही है।
चुदवाते वक्त सबसे पहले एक महिला या लड़की अपने साथी से चाहती हैं कि उनका साथी उनके साथ सद्भावना रखें।उनका साथी उनकी भावनाओं को अहमियत दें। उनका साथी सेक्स करने के दौरान कभी भी उनके साथ जानवरों जैसा व्यवहार ना करें। लडकियाँ और महिलाएं चाहती हैं कि चुदाई करते वक्त उनका साथी शारीरिक सुख लेते वक़्त इतना असंयमित व्यवहार कभी न करें कि परम/चरम सुख की अनुभूति देने वाला कार्य उस महिला के लिए शारीरिक यातना में परिवर्तित हो जाय।
संभोग (सेक्स) करनाअपवित्रीकरण की श्रेणी में कब आता है
किसी मनुष्य के साथ बिना उसकी इच्छा या बिना उसे बताए उसके साथ संभोग (सेक्स) करना बलात्कार की श्रेणी में आता है जिसे यौन उत्पीड़न भी कहा जाता है। यह कई देशों में गंभीर अपराध माना जाता है। आंकड़ों के अनुसार इस अपराध से पीड़ित लोगों में 90% से ज्यादा प्रतिशत शादी शुदा महिलाओं और कुंवारी लड़कियों का है। इन आंकड़ों के अनुसार 99% ब्लात्कारी पुरुष होते हैं और 5% मामलों में पीड़ित लड़की या महिला का ब्लात्कारी से जान-पहचान नहीं होता है।
ज़्यादातर देशों में सेक्स करने के लिए सहमति हेतु निम्नतम उम्र निर्धारित किया गया है, जो आमतौर पर अलग अलग देशों में 16 से 18 के बीच होता है। यदि कोई निर्धारित उम्र से कम व्यक्ति से साथ उसके सहमति लेकर भी सेक्स करता है, तो भी उसे कानूनी अपराध ही माना जाता है। कुछ देशों में ऐसे व्यक्ति के साथ संभोग करना, जिसकी मानसिक स्थिति ऐसी नहीं है कि वो सहमति दे सके, उसे भी जबरदस्ती सेक्स अर्थात बलात्कार माना जाता है, चाहे उम्र कितनी भी हो। दोस्तों उम्मीद करते हैं की आप सभी को हमारी पोस्ट ” संभोग अर्थात सहवास (Sex) का मतलब महिलाओं के लिए यह है ” बहुत पसंद आई होगी इस अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करें..