रोजाना मुठ मारने वाले इस विडियो को जरुर देंखें – हिंदी हस्तमैथुन विडियो : सेक्स करना सभी महिलाओ और पुरुषो को बहुत पसंद होता है और जिन महिलाओ के पास अपनी चूत की चुदाई करवाने के लिये लंड नहीं होता है या जिन मर्दों व लडको के पास चुदाई करने के लिये चुत नहीं होती है वो अपने शरिरू की सेक्सुअल जरुरत पूरी करने के लिये हस्तमैथुन करके अर्थात मुठ मारकर पूरी करते है. मुठ मारने या हस्तमैथुन करने को इंग्लिश में Masturbation बोला जाता है और ये प्राय हर उम्र की महिला और पुरुष करते है.
मुठ मरने के बाद महिलाओ की चुत से और पुरुषो के लंड से एक चिपचिपा पदार्थ निकलता है जिसे वीर्य या काम रस बोलते है इसे सामन्य शब्दों में पानी निकलना भी बोलते है. महिलो और पुरुषो को मुठ मारते मारते जैसे ही चरम सुख (चुत चोदने का सुख या चुत चुदवाने का सुख) की प्राप्ति होती है अपने आप उनके यौन अंग से माल (वीर्य) बाहर निकल आता है और वो कुछ वक्त के लिये निढाल हो जाते है. मूठ मारने के बाद कुछ लोग सोचते है आज तो हस्तमैथुन कर लिया आज के बाद कभी नहीं करेंगे लेकिन ऐसा कुछ नहीं होता उन्हें जब भी सेक्स चढ़ता है वो फिर से मुठ मारने को बेबस हो जाते है.
अक्सर हस्तमैथुन करने अर्थात मुठ मरने वाले पुरुषो और महिलाओ व लड़कियों की इसकी लत लग जाती है वो जब तक मूठ नहीं मारते उनके मन को सुकून नहीं आता है. कुछ लोग कसम खाते है की आज आखरी बार हस्तमैथुन करूंगा उसके बाद कभी मुठ नहीं मरूँगा पर जब वो उत्तेजिन होते है तो अपने आप को रोक नहीं पते है और अपने चाहने वालो के नाम की मुठ मार कर बाथरूम में अपना वीर्य बेकार बहा आते है.
बड़े बड़े डॉक्टर और वैज्ञानिक मुठ मारने या हस्तमैथुन करने के बारे में बात करते हैं और बताते हैं की यह एक एकान्त यौन क्रिया है जिसे आमतौर पर महिलाओ और पुरुषो द्वारा यौन सुख प्राप्त करने के लिए उपयोग किया जाता है इस क्रिया में लड़के अपने लंड की खाल आगे पीछे करके उसे तब तक हिलाते है जब तक उनके लंड से वीर्य अर्थात पानी नहीं निकल जाता. ठीक इसी प्रकार लड़कियां और महिलाए अपनी चुत में ऊँगली करके या लंड जैसी दिखने वाली वास्तु जैसे फल या सभी को अपनी चुत के अंदर बाहर करके अपनी चुत को खुद चोदती है और वो ये क्रिया उस वक्त तक करती है जब तक उनकी चुत पानी ना छोड़ दे।
मुठ मारने या हस्तमैथुन करने की यह क्रिया सभी समाजों में आम है और हर समाज,धर्म, हर उम्र के पुरुष और महिलाए इसका आनंद लेते है। आम होने के बावजूद, इसे सांस्कृतिक रूप से फटकार दिया जाता है और लगभग सभी धर्म हस्तमैथुन पर प्रतिबंध लगाते हैं और इसे अनैतिकता का कार्य मानते हैं। हस्तमैथुन के लिए निषेध कई सांस्कृतिक मान्यताओं, कुछ मिथकों की ओर जाता है, जो व्यक्ति के यौन व्यवहार को प्रभावित करते हैं।
ऐसा माना जाता है की जो लोग मुठ मारने या हस्तमैथुन करने है उनमें अपराध भावनाएँ होती हैं, जो सांस्कृतिक विश्वास प्रणाली में उनके विश्वास के स्तर पर निर्भर करता है। हस्तमैथुन आमतौर पर लड़कियों के बीच अस्वीकार्य है, हालांकि लड़कों के लिए, इसे परिपक्व यौन जीवन की तैयारी के रूप में माना जाता है। एक रणनीति के रूप में हस्तमैथुन यौन स्वास्थ्य में सुधार, संबंधपरक अंतरंगता को बढ़ावा देने और अवांछित गर्भावस्था, एसटीआई और एचआईवी संचरण को कम करने में मदद करता है।
रोजाना मुठ मारने वाले इस विडियो को जरुर देंखें – हिंदी हस्तमैथुन विडियो
Many Doctors talk about Masturbation is a solitary sexual activity generally used to achieve sexual pleasure. It is common in all societies. Regardless of being common, it is reprimanded culturally and almost all religions prohibit masturbation and consider it an act of immorality. The prohibition for masturbation leads to a lot of cultural beliefs, certain myths, which influence the sexual behavior of the person.
People who indulge in the act of masturbation have related guilt feelings, depending on their level of faith in the cultural belief system. Masturbation is generally unacceptable among girls, though for boys, it is considered as a preparation for mature sex life. Masturbation as a strategy helps to improve sexual health, promote relational intimacy, and decrease unwanted pregnancy, STIs, and HIV transmission.