दोस्तों आज की यह कामुकता से भरी अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरी दूसरी हिंदी सेक्स स्टोरी से बिलकुल आलग है क्योकि आज की इस हिंदी सेक्स कहानी में मैं खुलासा करुँगी की कैसे सौतेली माँ की चूत फाड़ने पुलिस अधिकारी हमारे घर आया और उसने मेरी माँ की खूब जमकर चुदाई करी. मेरी माँ कॉल गर्ल बनकर घर में कोठा चलाती है और मुझसे व दूसरी मजबूर बेसहारा महिलाओं से भी जिस्मफरोशी करवाती है.
मेरी माँ की चूत फाड़ने के लिए आये दिन हमारे घर पर नए नए ग्राहक आते हैं. मुझे मेरी विधवा माँ जिस्मफरोशी के दलदल में धकेल चुकी है और अब वो मेरी सौतेली बहन से भी जिस्मफरोशी करवाना चाहती है. मेरी सौतेली बहन अभी अपनी स्कूल की पढ़ाई पूरी कर रही है. मुझे तो मेरी माँ ने कॉल गर्ल बना दिया है अब स्कूल की पढाई पूरी करने के बाद मेरी सौतेली बहन को भी मेरी रंडी माँ कॉल गर्ल बनाकर जिस्मफरोशी के गलत धंधे में लगायेगी और फिर मेरी सौतेली माँ के ग्राहक मेरी बहन की चूत फाड़ने भी हमारे घर आया करेंगे…
मेरी सौतेली माँ की चूत फाड़ने पुलिस अधिकारी हमारे घर आया जिस्मफरोशी की हिंदी सेक्स स्टोरी
दोस्तो हमारे घर में हम कुल तीन सदस्य हैं मैं, मेरी सौतेली माँ और एक छोटी सौतेली बहन. मेरी सौतेली माँ का नाम अंजलि है और वो एक विधवा औरत है. जब मैं छोटी बच्ची थी तो मेरी सगी माँ का स्वर्गवास हो गया था. उसके बाद मेरे पापा ने अंजलि से दूसरी शादी कर ली थी. पापा की दूसरी शादी हमारे परिवार वालों को रास नहीं आई और परिवार ने पापा से बोलचाल बंद कर दी. अब हमारी अंजलि विधवा माँ ही हमारे लिये परिवार के जैसी थी.
मगर मेरी फूटी किस्मत में माँ और बाप का सुख एक साथ नहीं लिखा था. शादी के सालभर के बाद पापा का एक बहुत ही ज्यादा खतरनाक एक्सीडेंट हो गया और वो भी मेरी स्वर्गीय माँ के पास स्वर्ग सिधार गए. परिवार वाले उनकी मौत पर भी हमें सांत्वना देने तक नहीं आये. उसका एक कारण ये भी था कि मेरी विधवा माँ ने परिवार वालों के खिलाफ मेरे पापा के कान भर दिये थे और उन्हें अपने ही परिवार से काट दिया था.
मेरे पापा ने सौतेली माँ के बहकावे में आकर अपने परिवार से रिश्ता बिल्कुल ही खत्म कर दिया था. अब हम दो बहनें और मेरी सौतेली मां, यही परिवार था हमारा. उसके बाद विधवा माँ हमें दूसरे शहर में ले आई. यहां पर आने के बाद हमने किराये पर मकान ले लिया. फिर घर का खर्चा चलाने के लिए वो नौकरी खोजने लगी. जल्दी ही उसको एक फैक्ट्री में काम मिल गया. मेरी माँ ने हम दोनों सौतेली बहनों का सरकारी स्कूल में दाखिला करा दिया. स्कूल की फीस भी कम जाती थी और सरकारी स्कूल के खर्चे भी बहुत कम थे. हम दोनों सौतेली बहनों ने भी अपने मन मार लिये और सोचा कि विधवा माँ इतनी फीस लायेगी कहां से.
फिर जैसे तैसे हमारे गरीबी में दिन कटने लगे. विधवा माँ को नौकरी करते हुए एक साल बीत गया. मेरी माँ की जॉब से घर खर्च पूरा नहीं हो पाता था. फिर माँ ने जॉब छोड़कर घर घर जाकर खाना बनाने का काम शुरू किया और हमारे घर की किस्मत बदल गई. उस वक्त तो मुझे समझ नहीं आया लेकिन वो दिन मुझे अच्छी तरह याद है जब तीन महीने के अंदर ही घर का काम करते हुए विधवा माँ ने एक टच स्क्रीन वाला फोन ले लिया था. उसने जल्दी ही हमारा स्कूल भी बदलवा दिया और हम दोनों बहनों का दाखिला सरकारी स्कूल से प्राइवेट स्कूल में करवा दिया. फिर आस पास के लोग धीरे धीरे मेरी सौतेली माँ के बारे में गलत गलत बातें करने लगे थे.
मेरी सौतेली माँ के बारे में कुछ कुछ बातें चलने लगीं थी की वो रंडी वैश्या है लेकिन हम दोनों बहनों ने कभी इस बात पर ध्यान नहीं दिया की मेरी माँ अपनी जरुरत पूरी करने के लिए क्या क्या करती है. मगर कुछ दिन के बाद फिर मकान मालिक एक दिन हमारे पास आया और मकान को खाली करने के लिए कहने लगा. उसके सामने विधवा माँ कुछ नहीं बोली. फिर वो एक बार उसके पास गयी और न जाने क्या बात की उसने कि उसके बाद मकान मालिक चुप हो गया. अब वो कभी भी हमारे घर आ जाता था. विधवा माँ भी हर टाइम फोन पर लगी रहती थी. न जाने किससे बातें करती रहती थी.
फिर ऐसे ही देखते देखते वक्त बीत गया. 2 साल के बाद हमने वो मकान छोड़ दिया और दूसरे भाड़े के मकान में भाड़े पर रहने के लिए आ गये. हम दोनों सौतेली बहनें तेजी से जवान होने लगीं और जल्दी ही 5-6 साल और गुजर गये. अब दोनों बहनें जवान हो चुकी थीं और अब दिखने में भी बहुत सुन्दर और सेक्सी माल बन चुकी थीं. मेरा स्कूल खत्म हो गया था तो मैंने घर संभालना शुरू कर दिया था. अब हमारे पास काफी रुपया पैसा आ गया था और हमने अपना खुद का मकान ले लिया. दो कमरों का मकान था जो शहर से काफी दूर था. उस मकान में जब से हम गये उसी दिन उसमें कोई न कोई मर्द आता जाता रहता था. उन मर्दों के साथ अंदर जाकर विधवा माँ घंटे घंटे भर के बाद बाहर आती थी.
अब मेरे मन में कई सवाल थे और मेरी माँ के थरित्र पर शक भी. मैं पूछने लगी तो विधवा माँ ने कह दिया कि नयी जॉब के लोग हैं. मीटिंग के लिए आते हैं. फिर मेरा एक नामी प्राइवेट कॉलेज में दाखिला हो गया. एक दिन ऐसे ही मेरी कॉलेज का हाफ डे हो गया और मैं कॉलेज से जल्दी घर आ गयी. मैं अपने रूम में आकर लेट गयी. एक चाबी मेरे पास और एक मेरी सौतेली बहन के पास होती थी. एक चाबी को विधवा माँ रखती थी. मेरे आने के कुछ देर के बाद मेरी बहन भी आ गयी. वो अपने कमरे में सो गयी. उस वक्त तक मैं जाग रही थी. उसके आधे घंटे के बाद मेरी माँ भी आ गयी.
मगर उसके साथ एक मर्द की आवाज भी सुनाई दे रही थी. मैंने उठकर देखा तो कोई पुलिस अधिकारी था और वो मेरी सौतेली माँ की चूत फाड़ने के लिए हमारे घर आया था. विधवा माँ उसको पानी वैगरह पूछने के बाद अपने रूम में लेकर चली गयी. अब मुझसे रहा न गया. मैं चुपके से निकली और विधवा माँ के रूम के पास कान लगाकर खड़ी हो गयी. अंदर का नजारा देखकर मेरी सांसें तेज हो गयीं. विधवा माँ ने जीन्स और टॉप पहना हुआ था. सफेद टॉप में सौतेली माँ के रसीले स्तन बहुत ही ज्यादा मोटे मोटे दिखाई दे रहे थे. वो पुलिसवाला सौतेली माँ के मोटे मोटे स्तनों को खूब कस कर दबा रहा था. साथ ही वो सौतेली माँ के साथ चुम्मा चाटी भी कर रहा था.
मेरी सौतेली माँ की चूत फाड़ने के लिए पुलिस अधिकारी हमारे घर आया क्योकि हमारे घर में कोठा जो चलता है :- जब मैंने नीचे देखा तो मेरी सौतेली माँ का हाथ उस आदमी की पैंट पर था और वो उसके लंड को हाथ से सहला रही थी. दोनों एक दूसरे को किस किये जा रहे थे. फिर उसने होंठों को छोड़ा और सौतेली माँ के बूब्स में मुंह से चाटने लगा. अब वो सौतेली माँ की गांड दबा रहा था. विधवा माँ अब सिसकारियां लेने लगी थी- आह्ह … आह्ह … करके वो मस्त होकर अपनी चूचियां दबवाने का मजा ले रही थी. फिर उसने सौतेली माँ का टॉप ऊपर किया और ब्रा दिखने लगी. वो ब्रा पर टूट पड़ा और जोर से सौतेली माँ की चूची ब्रा के ऊपर से ही दबाने लगा. विधवा माँ कसमसाने लगी. फिर उसने टॉप को उतरवा दिया और सौतेली माँ केवल ब्रा में आ गयी. अब वो जोर जोर से चूचियों को ब्रा के ऊपर से दबाने लगा.
मेरी कामुकता से भरी सौतेली माँ के स्तन बहुत ही ज्यादा बड़े बड़े थे. वो अधिकारी उनको जैसे निचोड़ लेना चाह रहा था. उधर सौतेली माँ ने उसकी पैंट की चेन खोलकर उसके अंदर हाथ दे दिया था. मेरी कामुकता से भरी सौतेली माँ उस पुलिस अधिकारी के लंड को अंदर ही अंदर पकड़ कर सहला रही थी. फिर उसने ब्रा को खोल लिया और सौतेली माँ की चूची नंगी हो गयीं. अब वो चूचियों को मुंह में लेकर बारी बारी से पीने लगा. मेरी कामुकता से भरी सौतेली माँ अब चुदने के लिए और भी ज्यादा गर्म होने लगी. उसके बाद वो पुलिस अधिकारी काफी देर तक मेरी नंगी माँ के बड़े बड़े स्तनों को अपने मुंह में लेकर किसी छोटे बच्चे की तरह पीता रहा और फिर उसने मेरी माँ की चूत चोदकर फाड़ने के लिए उन्हें नंगी करने की सोची.
फिर उस पुलिस वाले ने सेक्स करने के लिए मेरी कामुकता से भरी माँ की जीन्स खोलना शुरू कर दी. सौतेली माँ की मोटी गांड में उनकी जीन्स बहुत टाइट फंसी हुई थी. मेरी सौतेली माँ की चूत चोदकर फाड़ने के लिए बहुत मुश्किल से उस पुलिस अधिकारी ने वो जीन्स खींचकर निकाली. अब मेरी कामुक माँ केवल सेक्सी पैंटी में आधी नंगी थी. पैंटी में आते ही पुलिस अधिकारी को बहुत खतरनाक सेक्स चढ़ गया और वो मेरी सौतेली माँ की चूत को उनकी सेक्सी पैंटी के उप्पर से सहलाने लगा. सौतेली माँ अब जोर से उससे लिपट गयी. वो पुलिस अधिकारी जोर जोर से चूत को सहलाते हुए दूसरे हाथ से सौतेली माँ की पीठ को भी सहलाने लगा. सौतेली माँ अपनी गांड को आगे करते हुए उसके हाथ पर चूत को रगड़वा रही थी.
फिर उसने सौतेली माँ को वहीं डबल बेड पर गिरा लिया और उसकी टांगों से पैंटी खींच ली. सौतेली माँ अब पूरी नंगी होकर अपनी चूत खोले डबल बेड पर लेटी थी. अब उस पुलिस अधिकारी ने अपनी शर्ट उतारी और फिर पैंट भी खोल दी. अब वो पुलिस अधिकारी अंडरवियर और बनियान में मेरी माँ के सामने था. उसके बाद उस पुलिस अधिकारी ने सौतेली माँ की टांगों को चौड़ी किया और डबल बेड पर नीचे घुटनों के बल बैठकर सौतेली माँ की चूत को चाटने लगा. सौतेली माँ जोर जोर से बहुत ही ज्यादा मादक और नशीली सिसकियाँ लेने लगी- उई माँ… आह्ह … आह्ह … ऊईई … ओह्ह … और … और करो … अंदर तक … आह्ह … आईई … ऊह्ह … करते रहो … आह्ह…
इस तरह से काफी देर तक उस पुलिस अधिकारी ने सौतेली माँ की चूत चाटी. यहां तक देखने के बाद अब मेरी चूत पूरी चिपचिपी हो गयी थी. इससे पहले मैंने कभी ऐसा नजारा नहीं देखा था. फिर उस पुलिस अधिकारी ने सौतेली माँ को वापस बैठा दिया और खुद डबल बेड के किनारे खड़ा हो गया. उसका लंड उसके कच्छे में पूरा तना हुआ था. उसने सौतेली माँ के सिर को पकड़ा और अपने अंडरवियर पर दबा दिया. सौतेली माँ उस पुलिस अधिकारी के लंड को अंडरवियर के ऊपर से ही दांतों में पकड़ने लगी. वो जोर जोर से सौतेली माँ की चूचियों को भींचने लगा. जितना जोर वो सौतेली माँ की चूचियों पर लगाता उतना ही जोर फिर उसके लंड पर सौतेली माँ के दांत लगा देते थे.
कुछ देर तक अंडरवियर के उप्पर से ही लंड चटवाने के बाद उस पुलिस अधिकारी ने अपनी चड्डी निकाल दि और मेरी माँ के सामने बिलकुल नंगा हो गया. फिर उस पुलिस अधिकारी ने ब्लोजॉब करवाने के लिए अपना खड़ा लंड मेरी सौतेली माँ के मुंह में पेल दिया और मेरी सौतेली माँ के मुंह की चुदाई करने लगा. सौतेली माँ उसको तेजी से चूसने लगी. वो ऐसे लंड चूस रही थी जैसे उसने कभी लंड देखा ही न हो. अब वो आदमी सिसकारियां ले लेकर सौतेली माँ के मुंह को चोदने लगा. कई मिनट तक उसने लंड चुसवाया. उसके बाद वो दोनों ही डबल बेड पर लेट गये और 69 की सेक्स पोजीशन में हो गये. लंड चुसाई का मजा सौतेली माँ भी पूरा ले रही थी. उधर वो भी सौतेली माँ की चूत में जीभ दे रहा था. दोनों एक दूसरे को जैसे खा रहे थे.
फिर एकदम से वो आदमी रुकने लगा. उसका वीर्य सौतेली माँ के मुंह में निकल चुका था. सौतेली माँ उठी और बोली- इतनी क्या जल्दी थी? अब जल्दी से इसको दोबारा खड़ा करने का इंतजाम करो, मेरी चूत में आग लगी हुई है. वो बोला- साली रंडी सब्र रख, तेरी चूत फाड़ने ही आया हूं मैं. एक बार ये जब खड़ा होगा तो भागती फिरेगी. सौतेली माँ उसकी बात सुनकर मुस्करायी और बोली- साहब, इस लंड को हिलाकर जल्दी खड़ा करो. आदमी बोला- साली, इतनी जल्दी है तो चूस ले और कर ले खड़ा. फिर सौतेली माँ दोबारा से उसके लंड को चूसने लगी. वो दस मिनट तक लगातार लंड को मुंह में लेकर लेटी रही और चूसती रही. फिर जब लंड सौतेली माँ के मुंह से बाहर निकला तो वो पूरा तना हुआ था.
अब उस पुलिस वाले ने मेरी कामुकता से भरी नंगी माँ को नीचे पटक लिया और उसकी टांगें फैलवाकर खुद उसकी टांगों के बीच में आ गया. वो मेरी सौतेली माँ की टाइट चूत फाड़ने के लिए उनकी टाइट चूत के मुंह पर अपना लंबा मोटा लंड लगाने लगा. मैं पीछे की ओर थी तो मुझे पता नहीं चल रहा था कि वो लंड को लगा रहा है या डाल रहा है. सौतेली माँ के चेहरे के भाव देखकर लग रहा था कि वो लंड को चूत पर घिस रहा था. मेरी नंगी माँ पुलिस अधिकारी से बोली की अब चोद भी लो साहब मेरी टाइट चूत को अपने खड़े लंड से मैं अब और इंतजार नहीं कर सकती हूं. जल्दी से चोद लो दुसरे ग्राहक भी आने वाले है मेरी टाइट चूत को चोद चोदकर फाड़ने के लिए.
वो पुलिस अधिकारी घुस्से में चिल्लाते हुए मेरी माँ से बोला- साली रंडी, अगर ज्यादा बोली तो तुझे घर में कोठा चलाने के जुर्म में जेल के अंदर करवा दूंगा इस लिए तेरे लिए यही अच्छा होगा की तू साली रंडी चुपचाप चूत खोलकर लेटी रह और मैं जो कर रहा हूँ मुझे करने दे. उसके बाद मेरी नंगी माँ शांत हो गयी. अब वो सौतेली माँ के ऊपर लेट गया और उसको चूमने लगा. दोनों फिर से किस करने लगे. फिर उसने नीचे ही नीचे सौतेली माँ की चूत में लंड डाल दिया और चोदना शुरू कर दिया. फिर सौतेली माँ भी उससे लिपट गयीं. वो पुलिस अधिकारी मेरी रंडी माँ की चुदाई करने लगा और सौतेली माँ आह्ह … आह्ह … की आवाजें करने लगी. मैं अपनी चूत को लोअर के ऊपर से मसले जा रही थी.
अब उनकी खतरनाक चुदाई की फच… फच… की आवाज मुझे रूम के दरवाजे तक सुनाई दे रही थी. मैं फिर वहां से उठी और बहन के कमरे की ओर गयी. मैंने मेरी छोटी बहन के रूम में झांक कर देखा तो वो गहरी नींद में सो रही थी. उसके बाद मैं फिर से वापस आकर दरवाजे के छेद से झांकने लगी. अब मेरी नंगी माँ ऊपर आकर उसके लंड पर बैठ चुकी थी और वो सौतेली माँ की गांड को पकड़ कर उसे अपने लम्बे मोटे लंड पर ऊपर नीछे उछाल रहा था. सौतेली माँ अपनी चूचियों को अपने ही हाथ से मसलते हुए सिसकार रही थी और उसके लंड को चूत में लेते हुए आह्ह आह्ह … की आवाजें कर रही थी. इतना जोश देखकर मेरा भी मन करने लगा कि कोई मेरी सील पैक वर्जिन चूत में ऐसा लंड डाल दे और मेरी माँ की चूत की तरह मेरी चूत फाड़ने के बाद मेरी गांड की भी चुदाई करे घोड़ी बनाकर.
काफी देर तक मेरी सौतेली माँ उसके लंड से चुदी और फिर उसने सौतेली माँ को डॉगी सेक्स पोजीशन में चोदने के लिए घोड़ी बना लिया. उसकी चूत अब पीछे की ओर हो गयी और पुलिस वाले ने पीछे से अपना लंड उसकी चूत पर लगा दिया. अब मुझे उस पुलिस अधिकारी के कुल्हे ही दिख रहे थे. वो मेरी नंगी माँ के ऊपर चढ़ गया और कुत्ते की तरह उस रंडी को पुरे जोश के साथ चोदने लगा. वो पुलिस अधिकारी मेरी नंगी माँ की बड़े बड़ी चूचियों को इतनी कसकर भींच रहा था कि सौतेली माँ दर्द के मारे चिल्ला पड़ती थी. सौतेली माँ की चुदाई घोड़ी की पोजीशन में करते हुए वो बीच बीच में उसकी गांड पर थप्पड़ भी मार रहा था. चट चट … थप्पड़ों की आवाज मुझे भी और ज्यादा उत्तेजित कर रही थी.
मेरी सील पैक वर्जिन चूत के कामरस ने मेरी पैंटी को बिल्कुल गीला कर दिया था. उनकी ये चुदाई लगभग एक घंटे तक चली होगी. उसके बाद उसने पूरी स्पीड में चुदाई शुरू कर दी और चोद चोदकर टाइट चूत फाड़ने के बाद उसकी चूत में ही पानी छोड़ दिया. फिर वो दोनों शांत होकर लेट गये. अपनी माँ को अवैध सेक्स सम्बन्ध बनाते हुए देखने के बाद फिर मैं वहां से आ गयी. मगर दरवाजा अभी भी नहीं खुला. मैंने दस मिनट इंतजार किया लेकिन कोई बाहर नहीं आया. मैं फिर से रूम के पास गयी तो अंदर से बहुत जोर जोर की सिसकारें के आवाजें आ रही थीं. मैंने अंदर झांका तो पाया मेरी नंगी माँ घोड़ी बनी हुई है और मेरी सौतेली माँ की गांड में लंड घुसा हुआ था और वो पुलिस वाला उसके बाल पकड़ कर उसकी गांड चोदने में लगा हुआ था.
अपनी सौतेली माँ की शानदार गांड चुदाई देखकर मैं हैरान हो गयी. मेरी सौतेली माँ पूरी रंडी थी. वो हर छेद में लंड ले सकती थी. फिर काफी देर गांड चोदने के बाद वो एक बार फिर से झड़ गया. उसने अपना माल शायद गांड में निकाल दिया. अब वो दोनों थक कर लेट गये. फिर वो उठा और अपनी वर्दी पहनने लगा. मां नंगी थी और बोली- साहब, वो जो केस बना है उसको काट दो. आप जब कहोगे मैं चूत देती रहूंगी. वो बोला- साली, तुझ जैसे बहुत रंडी आती हैं मेरे पास. मगर जो आनंद तेरी टाइट चूत फाड़ने में आता है वो आनंद और किसी रंडी को चोदने में नहीं आता. मेरे कुछ बड़े नेता दोस्त हैं, तू पहले उन्हें भी तेरी चूत चोदकर फाड़ने दे उसके बाद तेरा केस नहीं बनाऊंगा.
मेरी रंडी माँ मां बोली- ठीक है, मैं किसी के भी साथ अवैध सेक्स सम्बन्ध बनाने के लिये तैयार हूं आपका जिससे भी दिल करे मुझे उससे चुदवा लो. उसके बाद मेरी नंगी माँ ने भी अपने कपड़े पहन लिये. मेरी माँ के साथ अवैध सेक्स सम्बन्ध बनाने के बाद अब वो पुलिस अधिकारी वापस जाने की तैयारी में था. फिर मैं वहां से आ गयी. उस दिन के बाद से हमारे घर में कई नामी नेता और बड़े बड़े सरकारी अधिकारी मेरी माँ की टाइट चूत फाड़ने के लिए आने लगे. देखते देखते विधवा माँ अब हाई क्लास कॉल गर्ल बन गयी है. उस बदचलन रंडी का रहन सहन और चाल चलन सब बदल गये. अब मेरी रंडी माँ के बड़े बड़े नेताओं और सरकारी अधिकारियों के साथ अवैध सेक्स सम्बन्ध हैं. उसके बाद मेरी रंडी माँ ने एक एनजीओ शुरू किया.
उस एनजीओ की आड़ में वो पार्लर चलाने लगी. वहां पर मजबूर औरतें और लड़कियां मदद के लिए आतीं तो विधवा माँ उनको जिस्मफरोशी के गंदे धंधे में लगा देती है. हमारे घर में ही कोठा चलता है जहाँ पर उन मजबूर और बेसहारा महिलाओं को धंधा करने के लिए पैसे के बदले जगह दे रखी है मेरी माँ ने. हमारे घर पर बने कोठे मैं रोज सैकड़ों मर्द रंडियों की चूत फाड़ने के लिए आते हैं. इस तरह से अब विधवा माँ का जिस्मफरोशी करने का नेटवर्क बहुत बड़ा हो चुका है. मेरी रंडी माँ के नीचे बहुत सारी मजबूर और बेसहारा महिलाएं कॉल गर्ल का काम करती हैं. विधवा माँ भी एक बहुत बड़ी रंडी है. उसने अपनी जिन्दगी में अपनी चुदाई की मेहनत से यह मुकाम हासिल किया है.
मेरी बदचलन रंडी माँ ने मुझे भी इस चुदाई के धंधे में माहिर बना दिया है और अब तो मेरी माँ से ज्यादा ग्राहक मेरी चूत फाड़ने के लिए हमारे कोठे पर आते हैं. वो मुझे अपने क्लाइंट्स के साथ भी सुलाती है और उनके ग्राहक भी अब मेरी टाइट चूत फाड़ने लगे हैं. मेरी सौतेलीबहन अभी अपनी स्कूल की पढ़ाई पूरी कर रही है. मुझे तो मेरी माँ ने कॉल गर्ल बना दिया है अब स्कूल की पढाई पूरी करने के बाद मेरी बहन को भी मेरी रंडी माँ कॉल गर्ल बनाकर गलत धंधे में लगायेगी और फिर मेरी सौतेली माँ के ग्राहक मेरी बहन की चूत फाड़ने भी हमारे घर आया करेंगे. दोस्तों हमारा घर कोठे के नाम से बहुत मशहुर हो चूका है. दोस्तों उम्मीद करती हूँ की आप सभी को हम रंडियों के जिस्मफरोशी का धंधा चलने की हिंदी सेक्स स्टोरी “मेरी सौतेली माँ की चूत फाड़ने पुलिस अधिकारी हमारे घर आया” बहुत ही ज्यादा पसंद आयी होगी…