दोस्तों आज की इस अन्तर्वासना गे सेक्स स्टोरी में आप देखेंगे की कैसे घोड़ी बनाकर मेरे पतले दुबले भाई की गांड को दबा कर चोदा Gym वाले समलैंगिक पहलवान अंकल ने अपने लम्बे मोटे लंड से उसके मुँह की चुदाई करने के बाद. चलिए अब सीधे चलते हैं मेरे भाई की इंडियन हिंदी गे सेक्स स्टोरी पर यदि आपको मेरी यह गे सेक्स स्टोरी पसंद आये तो इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करना अपने दोस्तों और परिवार के सदस्यों के साथ…
मेरा नाम करिश्मा है और मैं एक कुंवारी लड़की हूँ. हम दो भाई बहन हैं और मेरा भाई मुझसे बड़ा है. मेरा बड़ा भाई 24 साल का था और मैं 20 साल की सुन्दर और सेक्सी माल लड़की हूँ. मेरा कोई बॉयफ्रेंड नहीं है यदि आप में से कोई मेरे साथ सेक्स करना चाहता है तो मेरा बॉयफ्रेंड बन सकता है और मेरी वर्जिन चूत की चुडिया करके मजे ले सकता है. मेरा बड़ा भाही दिखने में बहुत ही ज्यादा दुबला पतला था वो कुछ भी खा ले मगर उसका वजन बढ़ता ही नहीं था. मेरे बड़े भाई की पर्सनालिटी किसी छोटे बच्चे जैसी थी इस लिए उसके सभी दोस्त उसका बहुत ही ज्यादा मजाक बनाते थे और मुझे ये बिलकुल पसंद नहीं था की कोई मेरे बड़े भाई का मजाक बनाये.
घोड़ी बनाकर पतले दुबले भाई की गांड को चोदा समलैंगिक पहलवान अंकल ने अन्तर्वासना गे सेक्स स्टोरी
आखिर हर बहन चाहती है की उसका भाई समझदार और ताकतवर हो जो उसकी रक्षा कर सके मैं भी अपने भाई का अच्छा ही चाहती थी इसलिए मैंने उसे Gym ज्वाइन करने के लिए बोला. हमारे पड़ोस में ही एक अंकल रहते थे जो अच्छे खासे पहलवान जैसे थे उनका खुद का एक बहुत ही बड़ा Gym था. तो मैंने मेरे पतले दुबले भाई को उनके gym में जाने को कहा. मेरे पतले दुबले बड़े भाई ने मेरी बात मानी और अंकल का Gym ज्वाइन कर लिया. वो हर दिन थके हारे घर वापस आते.
मेरे पतले दुबले भाई का पूरा का पूरा शरीर पसीने में बहुत ही ज्यादा भीगा हुआ होता और उनके मुँह की हालत कुछ ठीक नहीं होती थी. मैंने मेरे बड़े भाई से पूछा की क्या हुआ भाई अंकल ज्यादा मेहनत करवा रहे है क्या तुझसे? भाई बोला की अरे नहीं वो बस Gym में AC नहीं है इसलिए थोड़ा ज्यादा थकान और पसीना आ जाता है. देखते ही देखते 5 महीने निकल गए पर भाई की न तो बॉडी बनी न तो वजन बड़ा. मैं परेशां होने लगी ऊपर से घर वाले भी भाई को बोलने लगे की तू फालतू के gym में पैसे दे रहा है.
मैंने एक दिन सोचा की क्यों न मैं देख कर अउ की भाई आखिर करता क्या है gym में. तो मैं सुबह सुबह gym चली गई. अंदर Gym में सुबह सुबह कुछ लड़के और लड़किया कसरत कर रहे थे. मैंने आगे पीछे हर जगह देखा पर मेरा बड़ा भाई वहाँ पर कसरत नहीं कर रहा था. तब मैंने अंदर एक लड़के से Gym वाले अंकल के बारे में पूछा तो लड़के ने बताया की अंकल इस वक्त ऊपर छत पर होते है. मैं धीरे धीरे ऊपर गई और देखा छत पर एक कमरा बना हुआ था. मैंने सोचा की एक बार कमरा भी देख लेती हूँ. मैं आगे बड़ी तो देखा मेरा भाई अंकल का लंड अपने मुँह में लेकर चूस रहा है यह नजारा देखते ही मरे पैरों तले जमीन खिसक गयी .
कमरे का दरवाजा हकला सा खुला था जहा से मैं अंदर उन दोनों की गन्दी गन्दी हरकतें देखने लगी. मुझे नंगे अंकल की नंगी गांड दिख रही थी जिसे वो धीरे धीरे आगे पीछे कर मेरे पतले दुबले भाई का मुँह चोदने में लगे थे. जिस कमरे में मेरा भाई लंड चूस रहा था वो कमरा स्टोर रूम था जहा gym का टुटा फूटा सामान भरा हुआ था. उस धूल से भरे कमरे में मेरे भाई की जबरदस्त चुदाई हो रही थी. मुझे नहीं पता था की मेरा बड़ा भाई गे है. उन दोनों का गे सेक्स देखते देखते अब मेरी चूत भी गीली होने लगी थी.
मुझे वहा खड़े अपनी भाई को ऐसा करते देख शर्म आने लगी. मुझे लगा था की मेरा भाई भी दूसरे मर्दों की तरह आंटियों और भाभियो का बलात्कार करने के हसीन सपने देखता होगा मगर ऐसा नहीं था मैं गलत थी मेरा भाई तो एक गे था जिसे महिलाओं में नहीं बल्कि मर्दों में रुचि थी. समलैंगिक पहलवान अंकल ने गे सेक्स करने से पहले अपने लम्बे मोटे लंड से मेरे भाई के मुँह को चोदा और फिर उसके होठों को चूमने लगे. मेरा मन तो अंदर जाकर अंकल के दो चाटे लगाने का कर रहा था पर अपने भाई की ख़ुशी को देख कर मैं रुक गई आखिर एक भाई की ख़ुशी में ही एक बहन की भी खुशी होती है.
गे सेक्स के दौरान मेरा पतला दुबला भाई पूरी लगन से समलैंगिक पहलवान अंकल के लम्बे मोटे लंड को अपने मुँह के अंदर लेकर पुरे जोश के साथ चूस रहे थे. समलैंगिक पहलवान अंकल का मर्दाना ताकतवर शरीर देख मेरा दिल भी उनके लंड से अपनी सील पैक वर्जिन चूत की सील खुलवाने का करने लगा और मैं बाहर खड़ी खड़ी अपने मोटे मोटे स्तनों को दबा दबा कर अंदर उन दोनों को गे सेक्स करते हुए देखती रही. अपनी अन्तर्वासना शांत करने के लिए समलैंगिक पहलवान अंकल मेरे पतले दुबले भाई को दबोच कर कभी उसके होठो को चूमते तो कभी उसके शरीर को जगह जगह से काठ रहे थे.
मैंने कभी किसी मर्द को गे सेक्स करते नहीं देखा था आज पहली बार दो मर्दों को समलैंगिक सेक्स करते देख रही थी. दो मर्दो को आपस में ऐसा गंदा काम करता देख मेरा दुनिया पर से विश्वास उठ गया और मेरी चुत गीली हो गई. मैंने यहाँ वहा देखा और अपने पजामे में हाथ डाल कर चुत को सहलाने लगी. आकर का मोटा लंड खड़ा था और वो उसे हिला हिला कर मेरे भाई को चूमे जा रहे थे. ऊपर से भाई भी कुछ कम नहीं था वो पहलवान अंकल की कभी बड़ी और सख्त छाती को चूमते तो कभी उनके लंड को.
दोनों ही एक दूसरे के साथ ऐसे अवैध सेक्स संबंध बना रहे थे जैसे उनकी शादी हो गई हो. कुछ देर बाद समलैंगिक पहलवान अंकल ने गे सेक्स करने के लिए मेरे पतले दुबले भाई का पजामा उतारा और उसके पतले लंड को मुँह में लेकर चूसने लगे. मेरा बड़ा भाई अंकल को लंड चुसवाते हुए तेज और सेक्सी आवाजे करने लगा. अंकल अपना मुँह हिला हिला कर भाई का लंड अपने मुँह में ले रहे थी और कुछ देर में ही भाई माँ लंड झड़ने लगा और अंकल का मुँह गंदे पानी से भर गया.
समलैंगिक पहलवान अंकल ने सारा का सारा माल पी लिया और अब वो वापस खड़े हुए और मेरे को चूमने लगे. मैं कड़ी कामुक होती रही और अपनी गीली चुत को हल्के हाथ से सहलाती रही. मुँह की चुदाई के बाद समलैंगिक पहलवान अंकल ने मेरे पतले दुबले भाई को झुका कर घोड़ी बना दिया. मेरे भाई को घोड़ी बनाने के बाद आनकर उसकी गांड पर थूक लगाकर अपनी ऊँगली उनकी गांड के छेद में अंदर बाहर करके मेरे नंगे भाई की गांड लंड लेने के लिए तैयार करने लगे.
समलैंगिक पहलवान अंकल ने भाई की गांड अपनी ऊँगली से चोदी और उसके बाद गांड चोदने के लिए वो अपने लम्बे मोटे लंड को मेरे पतले दुबले भाई की गांड के छेद के अंदर पूरा दम लगाकर घुसाने लगे. भाई चुपचाप झुक कर खड़ा रहा और अपनी गांड खोल कर अंकल का खड़ा लंड लेने लगा. अंकल ने धीरे से लंड अंदर डाला और उसकी गांड में चुदाई करने लगा. वो अपनी पहलवान सी गांड हिला हिला कर मेरे कमजोर भाई को किसी घस्ती रंडी की तरह चोदने लगा.
घोड़ी बना हुआ मेरा नंगा भाई चुप चाप खड़े खड़े गहरी सासे लेता रहा. उन्हें गांड मरवाते देख ऐसा लग रहा था जैसे उन्हें अपनी गांड की चुदाई करवाने में बहुत ही ज्यादा दर्द हो रहा हो. वो किसी तरह खड़े लंड को अपनी गांड में सहन करते रहे. अंकल – अहह अहह अहह उफ़ !! अहह अगली बार तेल लगाकर तेरी गांड की चोदा चादी करूँगा ऐसे सूखे में चुदाई करने पर तो बहुत ही ज्यादा दर्द होता है !! मेरा पतला दुबला भाई बोला की हाँ अंकल अगली बार तेल लगाकर ही मेरी गांड मारना नहीं तो मैं आपको मेरी गांड नहीं चोदने दूंगा.
नंगे अंकल ने मेरे पतले दुबले बड़े भाई की गांड को दबा कर चोदा और उनकी गांड को लाल कर दिया. अंकल ने मेरे भाई की कमर को अपने बड़े बड़े हाथो से जकड़ राखी थी. अंकल का मर्दाना शरीर देख मैं उनका लंड लेने का दिल करने लगा. अंकल ने भाई की गांड चोदते हुए भाई की गर्दन पकड़ी और आगे जाकर उसके होठो को चूमने लगे. तभी मेरी भाई की नजर मुझे पर पड़ गई. मुझे देखते ही मेरा नंगा भाई जोर जोर से चिलाने लगा पर अंकल को पूरा जोश चढ़ा था और वो लगातार चुदाई करे जा रहे थे या यूँ बोलूं की वो अपनी अन्तर्वासना शांत करने के लिए मेरे भाई का बलात्कार कर रहे थे.
चोदा चादी करने के लिए गे अंकल ने मेरे नंगे बड़े भाई की सेक्सी गांड कस कर जकड़ रखी थी और मेरे पतले दुबले भाई के अंदर इतनी ताकत भी नहीं थी की वो पहलवान अंकल को हटा सके और अपना बलात्कार होने से बचा सके. मैं वही खड़ी रही और अपने घोड़ी बने हुए नंगे भाई को बेशर्मो की तरह ऐसी हालत में गांड चुदवाते हुए देखती रही. तभी समलैंगिक पहलवान अंकल ने गे सेक्स के आखिर में एक जोर दार धक्का लगाया और अपना माल भाई की गांड में छोड़ दिया. उसके बाद भाई चुप हो गए और जैसे ही अंकल ने भाई की गांड से लंड निकाला भाई बेजान होकर जमीं पर गीर पड़े अब उन दोनों की ही अन्तर्वासना शांत हो चुकी थी. फिर मैं वहा से चली गई और अपने गे भाई से कभी आंखे नहीं मिलाई.