आज आप इस कामुकता से भरी अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरी में पढेंगे की कैसे अपनी हवस शांत करने के लिए एक छोटे भाई ने करवा चौथ पर जोर जबरदस्ती चोदा अपनी सुहागन बहन को तेल लगाकर साड़ी ब्लाउज खोलने के बाद और बहनचोद बना : दोस्तों मेरी सुहागन बहन दिखने में बहुत सुन्दर और सेक्सी थी मगर फिर भी उन्हें उनके पति ने किसी दूसरी रंडी लड़की के चक्कर में छोड़ दिया था. 24 साल की कामुकता से भरी लड़की होते हुए मेरे जीजा जी ने मेरी बहन को किसी दूसरी लड़की के चक्कर में छोड़ दिया था और तभी से मेरी सुहागन बहन अपने ससुराल से वापस हमारे घर पर आ कर रहने लगी थी.
इतना सब कुछ हो जाने के बाद भी मेरी बहन का प्यार अपने धोखेबाज पति के प्रति बिलकुल भी कम नहीं हुआ था. मेरी सुहागन बहन ने वाले दिन अपने धोखेबाज पति की लम्बी उम्र के लिए करवा चौथ का व्रत भी रखा था. दोस्तों आज उसका दूसरा करवा चौथ था, वो सिर्फ यादों में ही अपने धोखेबाज पति को महसूस कर पा रही थी. आज करवा चौथ के दिन मेरी जवान और सेक्सी बहन बहुत ही ज्यादा उदास लग रही थी और होती भी क्यों नहीं आज करवा चौथ के त्यौहार पर उस सुहागन लड़की का पति जो उसके साथ नहीं था. करवा चौथ का व्रत खोलने के लिए शाम को चांद निकलने के बाद सभी सुहागन महिलाएं अपने अपने पति का चेहरा देखकर व पानी पीकर अपना व्रत खोल रहीं थी.
करवा चौथ पर जोर जबरदस्ती चोदा सुहागन बहन को तेल लगाकर अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरी
फिर मेरी बड़ी बहन मुझसे बोली भाई चलो छत पर चाँद निकल गया होगा तू मेरी मदद कर दे ये थाली और सारा सामान ले चल, मैं भी मेरी शादी शुदा बहन की मदद के लिए उनके साथ उनका सभी सामान लेकर उप्पर छत पर चला गया. उस दिन मेरी बहन पूरा सोलह श्रृंगार करके तैयार हुई थी और बहुत सुन्दर दिख रही थी यदि मेरी बहन के धिखेबज पति उन्हें आज इस सोलह श्रृंगार में देख लेते तो श्याद वो उन्हें आज दुबारा से अपना लेते. दोस्तों क्या बताऊँ मेरी शादी शुदा सुहागन बहन सोलह श्रृंगार में इतनी कामुक लग रही थी की मन कर रहा था की फिर मेरी बहन चाँद को देखकर अपने धोखेबाज पति की लम्बी उम्र के लिए पूजा करने लगी.
मेरी सोलह श्रृंगार करके तैयार बहन चाँद को देख कर हाथ में एक मेरे जीजू का फोटो था वो उसकी को देखने जा रही थी तभी मैंने जोर जबरजस्ती उनके हाथ से मोबाइल फोने झपट लिया और बोला आज के बाद इस धोखेबाज आदमी को याद करने की कोई जरूरत नहीं है आज से ये आपके लिए मर चूका है. अगर लंबी उम्र मांगनी है तो मेरी मांग लो दीदी. मेरी बात सुनकर सोलह श्रृंगार से सजी धजी मेरी बड़ी बहन एक दम से अवाक् रह गई और फिर हँसते हुए उसने मुझे देखकर अपनी पूजा पूरी करी फिर एक पति की तरह मैंने मेरी सुहागन बहन को पानी पिलाया और रसगुल्ला खिलाया.
हम भाई बहन दोनों निचे आ गए. जब हम निचे आये तो माँ बाबूजी बोले की बेटा आज हम दोनों जागरण में जा रहे हैं और रात को देरी से घर लौटेंगे. तुम दोनों भाई बहन कुण्डी लगाकर सो जाना और फिर वो जागरण में चले गए. हम दोनों भाई बहन ने खाना खाया, और मैंने अपनी बहन को बाहों में भर लिया और अपनी सुहागन बहन के साथ जोर जबरदस्ती करने की कोशिश करने लगा. वो कहने लगी भाई आज तुझे ये हो क्या गया है आज तू मेरे साथ जोर जबरदस्ती क्यों कर रहा है. तो मैंने कहा दीदी अपने उस धोखेबाज पति का इंतजार करने से अच्छा है आप मुझे अपना पति मान लो मैं आपसे बहुत प्यार करता हूँ मैं आपसे वादा करता हूँ की यदि आपो मुझे अपने पति का स्थान दे दोगी तो मैं आपको बहुत खुश रखूँगा जीवन में कभी किसी चीज की कमी महसूस नहीं होने दूंगा.
कुछ देर तक तो मेरी बहन ने मेरी जोर जबरजस्ती का यह कहकर मेरा विरोध करा की नहीं ये नहीं हो सकता तुम मेरे छोटे भाई हो और मैं तुम्हारी बड़ी बहन हूँ मैं इस पवित्र रिश्ते को बदनाम नहीं कर सकती और यदि घर में किसी को हम भाई बहन के अवैध सेक्स संबंध के बारे में पता चल गया तो हम दोनों की ही बहुत बदनामी होगी. दोस्तों मैंने मेरी बहन की एक नहीं सुनी और उसके साथ जोर जबरदस्ती करता रहा. करीब दस मिनट तक जोर जबरदस्ती करने के बाद मेरी बहन ने मेरे प्यार के आगे हार मान ली और वो मुझसे लिपट गई और रोने लगी. मैंने चोद चादी करने के लिए तुरंत ही अपनी सोलह श्रृंगार करी हुई सुहागन बहन को गोद में उठाया और अंदर बैडरूम ले गया.
दोस्तों अब मुझे मेरी बहन के साथ अवैध सेक्स संबंध बनाने के लिए किसी प्रकार की जोर जबरजस्ती करने की जरुरत नहीं थी क्योंकि वो पहले ही मेरे आगे आत्मसमर्पण कर चुकी थी. अंदर बैडरूम में पलंग पर सुलाते हुए मैंने मेरी कामुक बहन के मोटे मोटे स्तनों के उप्पर अपने हाथ को रख दिया. मेरी शादी शुदा सुहागन बहन मुझसे ऐसे शरमा रही थी की मानो मैं उसका दूल्हा हूँ और आज हमारी सुहागरात हो. मैंने तुरंत ही चोदा चादी करने के लिए मेरी सोलह श्रृंगार करी हुई सुहागन बहन की साड़ी उतार दी और उनके ब्लाउज का हुक खोलते हुए बोला की आज हमारी पहली सुहागरात है और आज के दिन मैं आपकी इतनी शानदार चुदाई करूँगा की आप अपने उस धोखेबाज पति को हमेश हमेशा के लिए भूल जाओगी.
ब्लाउज खोले थी वो उठकर बैठ गई और पीछे हाथ करके अपनी ब्रा के हुक खोलने लगी. ब्रा खुलते ही मेरी आँखों के सामने मेरी बहन के मोटे मोटे बूब्स झूलने लगे. मैं बिना देर किया ही उनके मोटइ मोटे बूब्स पर किसी छोटे बच्चे की तरह टूट पड़ा और उन्हें मुँह में लेकर पिने लगा और वो मुझे अपने स्तन पिलाते हुए उमह… आह.. आह…. करने लगी. सुहागन बहन के स्थ चोदा चादी करने के लिए अब मेरा बिलकुल कड़क हो चूका था, बहन बोली दिखा तो दे मुझे मेरा प्यार, मैंने उनके हाथ में अपना लैंड दे दिया. बोली कहा रखा था इतना दिन से. मुझे कब से इसकी जरूरत थी. और वो फिर अपने मुह में मेरा लैंड ले ली.
मैं उनके गले के अंदर तक लैंड को पेल रहा था. इस विच उनका निप्पल और बूब्स बड़ा और टाइट हो गया था, मैंने कहा ये क्या बहन तुम्हारा निप्पल तो एकदम खड़ा हो गया है. तो वो बोली ये खड़ा क्या तुम मेरी टाइट बुर पे हाथ लगा कर तो देखो. मैंने उनकी टाइट चूत पर अपना हाथ रखा ओह दोस्तों क्या गर्मी थी टाइट बुर की. मैंने कहा अब मेरे बर्दास्त के बाहर है दीदी और मैं तुरंत लंड को मेरी नंगी बहन की टाइट बुर के होंठों पर सेट किया और चोदा चादी करने के लिए एक जोरदार धक्का दिया. पूरा लंड उसके टाइट बुर में समा गया. उसके बाद चोदा चादी का असल खेल शुरू हुआ मेरी नंगी बहन अपनी सेक्सी गांड उठा उठा कर धक्के दे रही थी और मैं ऊपर से आगे पीछे हो रहा था.
चुदाई के दौरान पुरे घर में आह आह और छप छाप की आवाज आ रही थी टाइट बुर और तेल लगे लंड के बिच बिच में वो आह आह आह आह आह आह उफ़ उफ़ उफ़ उफ़ करती और मैं जोर जोर से लंड पेले जा रहा था. मैंने पुरे जोश के साथ मेरी नंगी बहन की टाइट चूचियां को मसलते हुए मेरा खड़ा लंड उस सुहागन की टाइट बुर में दे रहा था. करीब आधे घंटे तक मेरी नंगी बहन की टाइट बुर की चोदा चादी करने के बाद मैंने तेल लगाकर अपनी शादीशुदा बहन की गांड में अपने खड़े लंड को डालने लगा पर मेरी बहन को बहूत तेज दर्द हो रहा था.
मैंने तुरंत सरसों का तेल मेरे खड़े लंड पर लगाया और मेरी नंगी बहन की गांड के छेद पर भी थोड़ा तेल लगाया और जोर से धक्का दिया मेरा पूरा लंड चूत के अंदर चला गया फिर मैं उसकी चुदाई करने लगा. मैं मेरी नंगी बहन के कूल्हों पर जोर जोर से थापड़ मारता और जोर से उसकी टाइट बुर के अंदर अपने कड़क लंड को घुसा देता, मेरी बहन की चूचियां निचे लटक रही थी क्यों की मैं उसके कुतिया बनाकर गांड में लंड दे रहा था. करीब मैंने एक घंटे तक मेरी बहन की गांड मारी फिर उसकी गांड के अंदर हेइ झड गया. चुदाई ख़त्म करके हम भाई बहन दोनों नंगे ही एक साथ बाथरूम में चले गए और फिर साथ में स्नान करा और नंगे ही वापस आकर पलंग पर चिपक कर लेट गए.
दोस्तों मैं आज का करवा चौथ अपने पूरे जीवन में कभी नहीं भूल सकता हूँ क्योंकि आज मुझे मेरी बहन के साथ चोदा चादी करने का लाइसेंस जो मिला था. मेरी बहन ने भी अब मुझे अपना पति मान लिया था और जीवन भर मेरी पत्नी बनकर रहने की कसम भी खाई थी. दोस्तों उम्मदी करता हूँ की आपो सभी को मेरी ये अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरी “करवा चौथ पर जोर जबरदस्ती चोदा कामुक सुहागन बहन को तेल लगाकर” बहुत पसंद आई होगी और आप इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर भी करेंगे…