शराबी ओला कैब ड्राइवर का लंड मावे वाली देसी कुल्फी की तरह चाटने और चूसने के बाद अपनी प्यासी चुत में लिया और सेक्स करा Hindi XXX Outdoor Sex Story Free : सभी दोस्तों का मेरी इस गन्दी हिंदी सेक्स कहानी में बहुत बहुत स्वागत हैं. दोस्तों मेरा नाम वंशिका चौधरी है। मैं गुड़गांव में एक बहुत बड़ी प्राइवेट कम्पनी में नौकरी करती हूं। मेरी नौकरी की शिफ्ट अलग अलग समय की होती है। कई बार मुझे रात की शिफ्ट में भी काम करना पड़ता है. रात में जब भी मेरी शिफ्ट लगती है तो मैं कैब बुक करके ही घर आती हूं क्यों की इतनी रात में और कोई दूसरा साधन नहीं मिलता।
दोस्तों जवानी में एक जवान लड़की के लिए अपनी चुदाई की भूख को कंट्रोल करना बड़ा मुश्किल होता हैं. वैसे मैं चाहूँ तो मेरी भी शादी हो सकती हैं क्यों की मेरे लिए शादी के कई रिश्ते आ चुके हैं लेकिन अभी मैं अपने करियर में और ऊंचाई तक पहुंचना चाहती हूं इसलिए शादी करने से मना कर देती हूं। साथ ही मुझे एक हैंडसम लड़के की तलाश है जो बहुत ही ज्यादा पैसे वाला हो और जिसका लंड भी काफी लम्बा मोटा और तगड़ा हो। लेकिन मेरी ये तलाश अभी तक पूरी नहीं हो पाई थी और मुझे चुत में ऊँगली करके काम चलाना पड़ रहा था।
शराबी ओला कैब ड्राइवर का लंड कुल्फी की तरह चाटने चूसने के बाद चुत में लिया XXX Story
क्योंकि मेरे पहले ब्यॉयफ्रेंड का लंड तो काफी मोटा था लेकिन वो साला कुत्ता देखने में कुछ ज्यादा खास नहीं था वो तो मेरी चुत को लंड खाने की खुजली मच रही थी तो जो मिला सेट कर लिया। इसलिए मैंने अपने दोस्तों को भी उस साले कुत्ते के मूत के बारे में कुछ भी नहीं बताया था कि मैं किसी मर्द के लंड के नीचे से अपनी गांड मरवाकर और चुत चुदवाकर निकल चुकी हूं। यहाँ भी देखें>> गरम और तंग बुर में आहिस्ता आहिस्ता लण्ड घुसवाया Nonveg Sex Stories क्योंकि अच्छा हैंडसम ब्यॉयफ्रेंड हो तो उस कुत्ते के मूत के साथ बाहर मस्ती करने का मज़ा ही अलग होता है।
जब भी मेरी चुत में खुजली होती थी मैं उसको फोन करके दो-चार मीठी बातें करके मेरी चुदाई करने के लिए बुला लेती थी या उस कुत्ते के मूत के कमरे पर चुदवाने के लिए चली जाती थी। लेकिन जल्दी ही मेरा मन उस साले कुत्ते के मूत के लंड से भर गया था इसलिए मैंने उस कुत्ते के मूत के साथ ब्रेकअप कर लिया था। ब्रेकअप के बाद चुदवाने के नहीं मिल रहा था जिस कारण से मेरी चुत काफी दिनों से लंड की प्यासी ही थी।
मन तो करता था कि उसको बुलाकर चुत की प्यास को बुझा लूं लेकिन सोचा कि एक बार बुला लिया तो कई दिन उस साले चोदू से पीछा छुड़ाना मुश्किल हो जाएगा, इसलिए मैं अपनी प्यासी चुत को अपनी उंगलियों से तो कभी डिलडो सेक्स खिलौने से ही शांत कर लेती थी। मुझे एक पैसे वाले और दिखने में सलंग लड़का चाहिये था लेकिन अभी तक मुझे ऐसा कोई दमदार लंड नहीं मिला था जिसको मैं हमेशा के लिए अपना बनाने के बारे में सोच सकूं।
रिश्तेदारों के दिमाग में क्या भूसा भरा होता है मुझे ये आज तक समझ नहीं आया। वो बहनचोद आए दिन मेरे लिए कोई न कोई रिश्ता लेकर आ जाते थे और मेरा जवाब सुनकर फिर अपना सा मुंह लेकर वापस चले जाते थे। मैं रोज़ की इस चिक-चिक बाज़ी से परेशान होकर घरवालों को कई बार समझा चुकी थी कि अभी मुझे शादी की कोई जल्दी नहीं है। पहले मुझे अपने करियर पर फोकस करना है। लेकिन घरवालों को भी जैसे मेरे साथ मत्था मारने में मज़ा आता था।
खैर, ये तो रोज़ की ही कहानी थी लेकिन इसके साथ ही मेरी लंड खाने की प्यासी चुत भी मुझे बहुत ही ज्यादा परेशान करती रहती थी। यहाँ भी देखें>> सोनाक्षी सिन्हा को चोदा इंडियन हिंदी XXX देसी संभोग स्टोरी कुछ दिन पहले की ही बात है कि मेरी रात की शिफ्ट लग गई और ऑफिस का समय शाम के 7 बजे से रात के 3 बजे तक का हो गया। पहले दिन जब मैं घर जाने लगी तो कैब ड्राइवर को देखकर मेरी चुत ने अपना मुंह खोलकर एक आह… दे दी।
वैसे तो कैब वाले मुझे पसंद नहीं आते थे लेकिन उस बंदे में कुछ अलग ही बात थी। देखने में हट्टा-कट्टा और तगड़ा था और वो शराबी मर्द शराब के नशे में भी था लेकिन मैं लड़की जात होने की वजह से थोडा शरमा रही थी और अपनी तरफ से सेक्स करने की पहल नहीं करना चाहती थी पर मैं उसकी तरफ आकर्षित हो रही हूं और मेरे अंदर चुदास भारती ही जा रही थी। इसलिए मैं चुपचाप पीछे वाली सीट पर बैठकर फोन में लगी रहती थी। एक दिन की बात है जब मैं घर जा रही थी तब उस कैब वाले के मोबाइल फोन पर किसी की फोने आती है।
उस साले शराबी ओला कैब ड्राइवर ने जब बात करना शुरु किया तो पता चला कि कोई गांव का बंदा है और गुड़गांव में अपने चार और दोस्तों के साथ एक ही कमरे में रहते है। मैंने सोचा कि शरीर से तो ये काफी रसीला है ही और हो सकता है कि इस साले शराबी का लंड भी काफी दमदार हो यह सोचकर मेरी चुत और ज्यादा चुदासी हो उठी। इसलिए ना चाहते हुए भी मैंने उससे धीरे-धीरे बात-चीत करनी शुरु कर दी। उस साले शराबी ओला कैब ड्राइवर का नाम राहुल भैया था।
वो शराबी मर्द पंजाब के ही एक जिले से यहां पर कैब ड्राइविंग की जॉब के लिए आया था और गुड़गांव में अपने दो दोस्तों के साथ रूम पर रहता था। मैंने सोचा कि अगर रूम पर गई तो तीनों को खुश करना पड़ेगा और अगर कोई हरामी निकला तो क्या पता मेरी वीडियो बनाकर किसी साइट पर डाल दे। अब मैंने उसको अपनी मीठी-मीठी बातों के जाल में फंसाने का काम शुरु कर दिया। उस कुत्ते के मूत के साथ कई बार रात को आइस क्रीम खाने चली जाती तो कभी चाय पीने।
धीरे-धीरे मैंने नोटिस किया कि वो शराबी मर्द भी मेरे मोटे मोटे चुचों को तिरछी नजरों से देख रहा था इसलिए उस साले शराबी की कमजोरी मेरे हाथ लग गई थी। एक दिन की बात है जब मैंने जान बूझकर बहुत छोटा टॉप पहना जिसमें से लगभग मेरे आधे दूध बाहर ही झांक रहे थे। उस दिन मैंने मेरे कैब ड्राइवर राहुल भैया को कहा की भैया चलो, आज मावे वाली कुल्फी खाने चलते हैं मेरा बड़ा मन कर रहा हैं और गर्मी भी बहुत हैं… कैब ड्राइवर मुझसे बोला की ठीक है वंशिका मैडम.
हम सड़क से गुजर रहे थे रास्ते में एक कुल्फी वाले को देखा तो गाड़ी साइड में लगाकर राहुल भैया मावे वाली कुल्फी लेने चला गया। मैं उतर कर अगली सीट पर आकर बैठ गई और अपने केंधे पर डाला हुआ स्टॉल भी उतारकर पीछे की सीट पर फेंक दिया। और सीट को पीछे झुकाते हुए आराम से लेट गई। पांच मिनट बाद जब राहुल भैया ने गाड़ी का दरवाजा खोलकर अंदर झांका तो उसकी नज़र सीधी मेरे टॉप से बाहर निकलने के उतावले हो रहे मोटे मोटे चुचों पर जाकर रुक गई।
मैंने हँसते हुए उस शराबी मर्द से पूछा- “ भैया बाहर ही खड़े होकर चाटोगे क्या..?” उसने पूछा “क्या चाटने की बात कर रही हो मैडम जी” उस साले शराबी के सवाल में सेक्स साफ झलक रहा था। मैंने उससे बोला “भैया मावे वाली कुल्फी, और क्या..” वो शराबी मर्द हल्के से मुस्कुराते हुए अंदर आकर बैठा और एक मावे वाली कुल्फी मेरे हाथ में थमा दी।
मैं मावे वाली कुल्फी को जीभ निकालकर ठीक वैसे ही चाटने लगी जैसे मैं मेरे एक्स बॉयफ्रेंड का लंड चूसा और चाटा करती थी। कुल्फी चूसते चूसते मेरी ये हरकत वो शराबी मर्द अपनी तिरछी नजरों से देख रहा था। मैंने भी जान बूझकर मावे वाली कुल्फी को अपने मोटे मोटे चुचों पर गिरा लिया, और बोली ओह..शिट..राहुल भैया, देखो ना मेरी सारी कुल्फी मेरे कपड़ों पर गिर गई”… कैब ड्राइवर बोला की मैं अभी साफ कर देता हूं..
मैडम आप चिंता मत करो.. कहकर उस शराबी ओला कैब ड्राइवर ने रुमाल निकाला और मेरे मोटे मोटे चुचों पर से मावे वाली कुल्फी को पोंछने लगा, कुल्फी पोंछते पोंछते उस कुत्ते के मूत के हाथ धीरे-धीरे मेरे मोटे मोटे चुचों को बड़े प्यारे से दबाने और सहलाने लगे और मैं भी उस कुत्ते के मूत के हाथों की पकड़ के मज़े लेने लगी।
दोस्तों उस शराबी ओला कैब ड्राइवर की इस हरकत की वजह से मैं बहुत ज्यादा चुदासी होती जा रही थी तो फिर मैंने अपनी चुदास शांत करने के लिए मेरा सीधा हाथ उसकी जांघ पर फेरना शुरु कर दिया और टटोलते हुए उस कुत्ते के मूत के खड़े हो चुके लंड को पकड़ लिया। उस कुत्ते के मूत के लंड पर मेरा हाथ जाते ही उस शराबी ओला कैब ड्राइवर ने मेरे टॉप से मेरे मोटे मोटे चुचों को आज़ाद करवा दिया और उनको बाहर निकालकर दबाते हुए चाटने चूसने लगा।
जैसे ही वो मेरे मोटे मोटे बूब्स चाटने और चूसने लगा तो मेरे मुंह से कामुक सिसकियां निकलना शुरु हो गईं। “आआआअह्हह्हह……..ईईईईईईई…….ओह्ह्ह्…….आहहहहहह……म्म्म्म्म्म्….” करती हुई मैं उस कुत्ते के मूत के लंड को सहलाने लगी और उसकी जिप को खोलकर अंदर से उस कुत्ते के मूत के लंड को बाहर निकाल लिया और उस साले के लंड को हाथ में लेकर उसका हस्तमैथुन करने लगी। उस साले शराबी के शरीर की तरह ही उसका लंड भी काफी मोटा और तगड़ा था।
मैंने उस कुत्ते के मूत के होठों को चाटने चूसने लगी और उस कुत्ते के मूत के लंड को पकड़ कर हस्तमैथुन करती रही। यहाँ भी देखें>> काले कुत्ते ने चोदा मेरी गरम भौजाई और भतीजी को हिन्दी संभोग कहानी अब उस शराबी ओला कैब ड्राइवर ने मेरी गर्दन नीचे ले जाकर मेरे होंठ अपने काले मोटे लंड पर रखवा दिए और मैं उस कुत्ते के मूत के लंड को कुल्फी की तरह चाटने और चूसने लगी। बहुत दिनों के बाद इतना लम्बा और मोटा लंड चाटने और चूसने के लिए मिला था।
मैं भी पूरे जोश में उस कुत्ते के मूत के लंड को चूसने लगी। उस कुत्ते के मूत के मुंह से कामुक सिसकियां निकलने लगीं। “ हूँउउउ……हूँउउउ….. हूँउउउ …..ऊ माँ….. ऊँ……ऊँ…… सी….सी….सी….सी….. हा हा ह ओ हो ह……” करता हुआ वो शराबी मर्द भी मेरे मुंह में लंड को पेलने लगा। अब उससे कंट्रोल नहीं हुआ और उस शराबी ओला कैब ड्राइवर ने मेरी वाली सीट पर मुझे लिटाकर मेरी सलवार को नीचे खींचा और मेरे होठों को चूसते हुए मेरी चुत की चुदाई करने के लिए सीधे अपना काला मोटा लंड मेरी चुत में सेट करने लगा।
मैंने भी उसको बाहों में भर लिया और लंड को अपनी चुत पर सेट करवा कर उस कुत्ते के मूत के होठों को फिर से अपने मुहे में लेकर चूसने लगी। उस शराबी ओला कैब ड्राइवर ने बिना देर किए मेरी चुत में अपना काला मोटा लंड एक ही जोरदार झटके के साथ पेल दिया। क्या दमदार लंड था राहुल भैया का। मज़ा आ गया लंड के चुत के अंदर जाते ही। चुदवाते चुदवाते मैं कुछ ही पल में जन्नत की सैर करने लगी। वो शराबी मर्द मेरे मोटे मोटे चुचों को मसलता हुआ मेरी चुत को चोदने लगा।
सेक्स के दौरान हम दोनों के मुंह से कामुक सिसकियां निकल रही थीं। “उई माँ…..उई….उई…… आह माँ…..ओह्ह्ह्ह माँ…….अहह्ह्ह्हह…….” “राहुल भैया चोदो मुझे और तेज़, मेरी चुत बहुत दिनों से लंड खाने के लिए प्यासी थी। आइ लव यू राहुल भैया..” कहते हुए मैं उस कुत्ते के मूत के जोश को बढ़ा रही थी। मेरी हर सिसकी के साथ उसकी स्पीड भी बढ़ रही थी। करीब एक घंटे तक उस शराबी ओला कैब ड्राइवर ने मेरी चुत को गाड़ी की पीछे वाली सीट पर खूब रगड़ा और एकाएक उसकी चुत चोदने की रफ्तार तेज होने लगी।
उसकी तेज होती गति को देखकर मैं समझ गयी की अब उसका माल निकलने वाला हैं. फिर करीब दस पंद्रह जोरदार धक्कों के बाद वो मेरी चुत में ही झड गया. उस कुत्ते के मूत के मोटे लंड ने मेरी चुत में माल खाली करते ही सिकुड़ना शुरु कर दिया। जब उस साले कुत्ते की सेक्स करने की आग बुझ गई तो वापस उठकर फटाक से कपड़े ऊपर किए और उस शराबी ओला कैब ड्राइवर ने मुझे घर पर ड्रॉप कर दिया।