नंगी करके बहुत बेरहमी से चोदा चाचा की कुंवारी बेटी को Brother Sister XXX Hindi Sex Story Hardcore Sex With Virgin Cousin Sister Free New Hindi XXX Sex Story : मेरे एक दूर के चाचा जी हैं जिनका नाम बनवारी लाल है. बनवारी लाल चाचा की बेटी बहुत खूबसूरत है और वो अभी एक वर्जिन माल है. मेरे बनवारी लाल चाचा की बेटी बिलकुल सादगी से रहती थी. मेरा दिल उस वर्जिन माल के सेक्सी जिस्म का स्वाद चखने को हो गया और फिर मैंने मेरी चचेरी बहन की चुदाई कर डाली उसने भी सेक्स करने के दौरान मेरा पूरा पूरा साथ दिया था.
हम दोनों भाई बहन की आपसी सहमति से अब हम दोनों के बीच आये दिन ही अवैध शारीरिक सम्बन्ध बनते रहते हैं और मैं बहनचोद मेरी बहन की हर बार बहुत बेरहमी से चुदाई करता हूँ. मैं बहनचोद उसे इतनी बेरहमी से चोदता हूँ की कई बार चुदवाते चुदवाते मेरे चाचा की बेटी दर्द के मारे रोने लग जाती है और मेरी कुंवारी माल चचेरी बहन की चूत से खून भी निकल आता है.
नंगी करके बहुत बेरहमी से चोदा चाचा की कुंवारी बेटी को Brother Sister XXX Hindi Sex Story
दोस्तों अपनी चचेरी बहन की वर्जिन चूत को खूब खतरनाक तरीके से चोदने की यह घटना आज से करीब एक साल पहले की है जब मैं बहनचोद कॉलेज में पढाई करता था. हमारे घर में हम कुल तिन सदस्य हैं जिसमे मेरी मां, एक बड़ी बहन और मैं बहनचोद खुद. मेरे एक चाचा जी हैं उनका नाम बनवारी लाल है. मेरे चाचा के एक जवान और सेक्सी कुंवारी बेटी है जिसका नाम अनुष्का है और मेरे चाचा की बेटी 21 साल की है. मेरे चाचा की बेटी दिखने में बहुत ही सेक्सी और खूबसूरत है और चोदने के लिए एक नंबर माल भी.
मेरी कुंवारी चचेरी बहन का फिगर यही कोई 34-30-36 का फिगर है. एक दम नुकीले तने हुए बूब्स और बहुत मोटी ठुमकती हुई गांड किसी भी मर्द का दिल मचला दे. उसके इस नाप से आपको समझ आ गया होगा कि अनुष्का कितनी बड़ी सेक्सी बॉम्ब है. यहाँ भी देखें: शाहरुख खान के लौड़े की गर्मी गौरी खान बर्दाश्त नहीं कर सकी उन दिनों जब मैं बहनचोद कॉलेज जाता था, तब मेरे चाचा की लड़की लेडीज ड्रेस आदि की सिलाई का काम करती थी. मेरे चाचा की बेटी अपने इस काम के लिए धागे, डोरी, जरी वगैरह चीजें मुझसे ही बाजार से मंगवाती थी.
मेरे चाचा की सेक्सी लड़की मुझसे बहुत घुली मिली हुई थी और मैं बहनचोद भी उससे खूब डबल मीनिंग वाली गन्दी गन्दी बातें करा करता था. शुरू में तो मेरी नजरों ने उसे अपनी बहन की तरह ही देखा था. मगर जब धीरे धीरे उसके गहरे गले से झांकती चूचियों ने मेरे सामने अपना जलवा दिखाना शुरू किया तो दिल बेईमान होता चला गया. मैं बहनचोद चाचा की कुंवारी बेटी को छिपी हुई नजरों से ताड़ने लगा था और अपनी आंखों से ही उसे चोदने लगा था.
एक दिन की बात है, जब मैं बहनचोद मेरी कुंवारी माल चचेरी बहन की मंगाई हुई चीजें लेकर उसके घर गया, तो अनुष्का अपना सिलाई का काम कर रही थी. उसके सीने पर दुपट्टा नहीं था और मशीन का हैंडल चलाते हुए मेरी कुंवारी माल चचेरी बहन की मोटी मोटी चूचियां एक मदमस्त लय के साथ उप्पर निचे हिचकोरे मार रही थीं. मेरी कुंवारी चचेरी बहन का ध्यान अपनी सिलाई पर लगा था, जिससे मेरे चाचा की बेटी कुछ झुकी सी थी. इससे मेरी कुंवारी माल चचेरी बहन की दूधिया चूचियां बड़ा आतंक फैला रही थीं.
मेरी चचेरी बहन की मदमस्त चूचियों को हिलते देख कर मेरा लंड तनतनाने लगा. मैंने देखा कि अनुष्का दीदी के कुरते में से उसके चुचे लगभग एक तिहाई साफ साफ दिख रहे थे. उसने अपनी कुर्ती के अन्दर ब्रा भी नहीं पहनी थी. वैसे भी गांव की ज्यादातर लड़कियां ब्रा कम ही पहनती हैं. अपनी बहन के भरे हुए चुचे देखे मैंने तो मेरा 7 इंच का लंड उठकर टाइट हो गया. मैं बहनचोद किसी बेजान मूर्ति की तरह खड़ा अपनी कुंवारी बहन की मोटी मोटी चूचियों का दीदार करता रहा और तक़रीबन एक मिनट तक ये सिलसिला चलता रहा.
मैं मेरी बहन के मस्त मोटे मोटे बूब्स को देखकर अपनी आँखे सेक रहा था की तभी मेरे चाचा की कुंवारी बेटी ने सर उठाकर मुझे अपने बूब्स देखते हुए देख लिया. मैं बहनचोद अभी भी मेरी कुंवारी बहन के सेक्सी जिस्म के नशे में खोया हुआ था और उस कुंवारी लड़की की भरी पूरी जवानी को अपनी गन्दी नजरों से चोद रहा था. अगली नजर में चाचा की कुंवारी बेटी ने मेरे लंड पर अपनी नजर फैंकी, तो मेरे चाचा की बेटी शर्माकर अपने शर्ट को व्यवस्थित करके अपने सिलाई के काम में लग गई.
मेरे चाचा की कुंवारी बेटी की हरकतों से मैं बहनचोद भी एकदम से होश में आ गया और बिना कुछ कहे मेरी कुंवारी माल चचेरी बहन की चीजें उसे देकर मैं बहनचोद अपने घर आ गया. ऐसे तो मैंने पोर्न फ़िल्में बहुत देकी थी किन्तु आज मैंने अपनी जिन्दगी में पहली बार किसी लड़की के चूचे इतनी नजदीक से देखे थे. मैं बहनचोद पूरी रात मेरी चचेरी बहन के मदमस्त जोबन और भरे हुए चुचों के बारे में सोचते सोचते हस्तमैथुन मारकर सो गया.
दोस्तों अब मेरी नियत खराब हो चुकी थी और अब मैं बहनचोद चाचा की कुंवारी बेटी को गंदी नज़र से देखने लगा था. जब भी मैं बहनचोद मेरे चाचा के घर जाता, तो उसके मोटे मोटे बूब्स देखने की कोशिश करने लगता. मौका मिलने पर मैं बहनचोद चाचा की कुंवारी बेटी को छू देता हूँ और कभी कभी गलती जताते हुए मेरी कुंवारी माल चचेरी बहन की जांघ पर हाथ रख कर सहला भी देता था. मेरा ये काम अब लगभग रोज का सा हो गया था.
चाचा की सेक्सी बेटी को छुए बिना अब मुझे चैन ही नहीं मिलता था. अनुष्का दीदी भी अब ये सब समझ रही थी लेकिन वो शरम के मारे मुझसे कुछ नहीं कह पाती थी. इससे मेरी भी हिम्मत बढ़ने लगी थी. मैं बहनचोद अब ज्यादा टाइम उसी के घर रहने लगा था और उसके साथ कुछ ज्यादा ही मस्ती करते हुए चाचा की कुंवारी बेटी को छूने लगा था. अब मेरी वर्जिन बहन अनुष्का भी आनंद लेने लगी थी. मेरे चाचा की बेटी भी खुल कर मेरे साथ मस्ती करने लगी थी.
कभी वो वर्जिन माल मेरा हाथ पकड़ लेती, तो कभी गाल खींच देती. एक दिन मैंने हिम्मत करके मेरे चाचा की कुंवारी बेटी के गोल मटोल बूब्स को पकड़ लिया और उसके होंठों पर अपने होंठ रख कर चुम्बन कर लिया. इससे मेरे चाचा की बेटी घबरा गई और मुझे धक्का देकर भाग गई. फिर मेरे चाचा की वर्जिन बेटी अपना काम करने लगी. यहाँ भी देखें: सुहागरात पर वर्जिन चूत के अंदर गुलाब जामुन की चाशनी डाल दी मैं बहनचोद भी खुद को सयंत कर चुका था और मुझे अपराधभाव सा महसूस होने लगा था. उसके घर से निकलने को हो गया मैं बहनचोद … और सोचने लगा कि ये क्या हो गया … कहीं कुछ बवाल न हो जाए.
बदनामी के डर से मेरी गांड भी फटने लगी थी की कहीं ये बाद बनवारी लाल चाचा को पता लग गयी तो वो मेरी गांड में अपना लंड घुसा डालेंगे और मेरी गांड मार डालेंगे. मैंने बनवारी लाल चाचा की बेटी से धीरे से सॉरी बोला और कहा- अनुष्का दीदी मुझसे बहुत बड़ी गलती से हो गयी है आप रिश्ते में मेरी बहन हो और भाई बहन का रिश्ता तो एक पवित्र रिश्ता होता है दीदी मैं जवानी के जोश में बहक गया था. लेकिन मेरे चाचा की बेटी कुछ नहीं बोली. मैं बहनचोद घर आ गया और घबरा रहा था कि अब क्या होगा अगर मेरी बहन अनुष्का चाची को बता देगी तो वो साली रांड मेरी गांड फाड़ डालेगी…
उसके बाद दो दिन तक मैं बहनचोद उसके घर नहीं गया. तीसरे दिन शाम को मेरी कुंवारी चचेरी बहन का छोटा भाई मुझे बुलाने आया और बोला- दीदी बुला रही हैं आपको. मैं बहनचोद तो डर गया और सोचने लगा कि आज तो मैं बहनचोद गया. मैंने छोटू से पूछा- क्यों बुलाया है, क्या काम है? मेरे चाचा की बेटी बोला- मुझे क्या पता … जाकर पूछ लो. ये बोलकर मेरे चाचा की बेटी खेलने चला गया. अब मैं बहनचोद डरते डरते उसके घर पहुंचा, तो घर पर अनुष्का अकेली थी.
मुझे देखकर मेरे चाचा की बेटी डांटने वाली भाषा बोलने लगी- दो दिन से कहां था … घर पर क्यों नहीं आया? मैं बहनचोद कुछ बोलता, उसके पहले ही मेरे चाचा की बेटी अनुष्का दीदी ने मुझे गले से लगा लिया और किस करने लगी. उसके चुम्बनों के साथ मेरी कुंवारी माल चचेरी बहन की रोने की आवाज भी आने लगी. मैंने पहले से ही सहमा हुआ था. ये सब देखकर तो मेरे होश ही उड़ गए थे कि अब ये सब क्या है.
मैंने पूछा- क्या हुआ दीदी…??? तो मेरी सेक्सी बहन अनुष्का बोली – भाई मैंने आपको गलत समझा था लेकिन दो दिन तुमको नहीं देखा, तो मुझे पता चल गया कि मुझे भी तुमसे प्यार हो गया है भाई. इतना बोल कर मेरे चाचा की वर्जिन बेटी अनुष्का दीदी ने मुझे फिर से गले लगा लिया और हम दोनों एक दूसरे की बांहों में जकड़ कर किस करने लगे. पांच मिनट तक किस करने के बाद मैंने उसके कुरते को ऊपर कर दिया और उसके रसभरे मम्मों को पकड़ कर दबाने लगा. आह क्या मुसम्मियां थीं … छोटी छोटी लेकिन एकदम गोल और मक्खन की तरह मुलायम.
मैंने एक को मुँह में भर लिया और दूसरे को जोर से दबाने लगा. मेरी अनुष्का दीदी को मुझे अपने बूब्स पिलाने में बहुत ही ज्यादा मजा आने लगा और वो चुदवाने की भूखी कुतिया बहुत ही ज्यादा मादक सीत्कार भरते हुए मेरे साथ देने लगी. थोड़ी देर बाद अनुष्का बोली- बस अब रूक जाओ. मम्मी पापा अभी आने ही वाले हैं. तुम कल सुबह 10 बजे के बाद आना. उस समय मैं बहनचोद अकेली रहूँगी. मैं बहनचोद मेरी कुंवारी माल चचेरी बहन की बात से खुश होकर चला गया. सारी रात उसके बारे में सोचने और अनुष्का दीदी के नाम की मुठ मार कर मैं बहनचोद सो गया.
सवेरे जल्दी उठकर नहा धो कर तैयार हुआ, लंड के उप्पर उगे घने काले झांट के बाल साफ करे और झांटों की साफ सफाई करने के बाद अपने लंड पर खुशबूदार क्रीम लगाई और उसे खड़ा करके भी देखा. इसके बाद मैं बहनचोद अनुष्का दीदी के घर जाने के लिए तैयार ही गया. आज मैं बहनचोद बहुत खुश था, तो मेरी सगी बहन ने मुझे पूछ लिया कि भाई क्यों आज इतना खुश क्यों हो? मैंने कहा- कुछ नहीं … बस यूं ही. मैं बहनचोद अनुष्का दीदी के घर की ओर निकलने लगा.
अभी मैं बहनचोद उसके घर पहुंचा ही था कि सामने से चाचा चाची मिल गए. चाचा ने मुझसे देखते हुए कहा- तू अच्छा आ गया. जा घर पर चला जा तेरी बहन अनुष्का अकेली है घर पर. तुम घर जाकर अपनी बहन का ध्यान रखना. हम दोनों खेत जा रहे हैं और शाम तक ही आ पाएंगे. मैंने हां बोला और बनवारी लाल चाचा के घर उनकी बेटी के पास चला गया. मैं बहनचोद मन ही मन सोच रहा था की आज तो चाचा ने खुद ही मुझे उनकी वर्जिन बेटी का काम लगाने का मौका दे दिया.
मेरे बनवारी लाल चाचा जी के घर जाकर मैंने देखा तो मेरी चचेरी बहन अनुष्का एकदम तैयार होकर खड़ी थी. मैंने उसे देखा, तो देखते ही रह गया … क्या माल लग रही थी मेरी चचेरी बहन अनुष्का अब मुझसे और सब्र नहीं हो पा रहा था. मैंने दरवाजा बंद कर दिया और जाकर चाचा की कुंवारी बेटी को अपनी बाहों में जकड़ लिया और उसके योवन का स्वाद चखने के लिए उसके सेक्सी जिस्म पर जगह जगह चुम्मा चाटी करने लगा, मेरी चचेरी बहन भी बड़ी बेताबी से मेरे साथ चुम्मा चाटी करने लगी.
चुम्मा चाटी करते करते मैंने चाचा की वर्जिन बेटी को बहुत बेरहमी से चोदने के लिए गोदी में उठाकर बिस्तर पर ले गया और मेरे चाचा की वर्जिन बेटी के गोल मटोल बूब्स को ऊपर से ही अपने दोनों हाथों से दबाने लगा. मेरे चाचा की बेटी बिस्तर पर बिंदास फ़ैल कर मेरे हाथों से अपने मम्मों की मालिश का मजा लेने लगी. फिर मैंने मेरी कुंवारी माल चचेरी बहन की कुर्ती को निकाल दिया. अन्दर उसने ब्रा नहीं पहनी थी. मैंने उसके दोनों मोटे मोटे बूब्स को एक एक करके मुँह में भर कर चूसना शुरू कर दिया.
उसके बाद मैंने मेरी कुंवारी माल चचेरी बहन की लैगीज को निकाल फैंका. अनुष्का अब मेरे सामने सिर्फ पैंटी में पड़ी थी. मैं बहनचोद उसे देखा और आंख मारी, तो मेरे चाचा की बेटी मुस्कुरा कर उठ गई. उसने मेरे सारे कपड़े उतार दिए और चुदवाने के लिए पूरी नंगी हो गयी. मैं बहनचोद अब मेरी वर्जिन चचेरी बहन के सामने बिलकुल नंगा था. मेरे चाचा की बेटी अनुष्का दीदी ने मेरा 7 इंच का खड़ा लंड देखा, तो डर गई और बोली- ये तो कितना बड़ा मोटा है … अन्दर कैसे जाएगा! मैंने कहा- आराम से डालूंगा … तो चला जाएगा.
मेरे बनवारी लाल चाचा की बेटी कुछ ना बोली तो मैं उसके होंठों पर अपने होंठ रख कर किस करने लगा. अनुष्का तो पहले से ही चुदने का मूड बनाए हुए थी. कुछ ही पलों के चुम्बनों के बाद मेरे चाचा की बेटी भी गरम हो गई थी. मेरे चाचा की बेटी मुझसे ज्यादा जोर से मेरे होंठ खाने लगी. मैंने फिर से मेरे चाचा की कुंवारी बेटी के गोल मटोल बूब्स को बारी बारी से अपने मुँह में लेकर चूसने लगा और एक हाथ मेरी कुंवारी माल चचेरी बहन की चूत पर रखकर रगड़ने लगा.
मेरी कुंवारी अनुष्का दीदी की गुलाबी चूत ने पानी छोड़ दिया था, मेरी कुंवारी माल चचेरी बहन की चूत गीली हो चुकी थी. क्या चूत थी अनुष्का दीदी की … आह बिना बाल की मेरी कुंवारी माल चचेरी बहन की चिकनी चूत देखकर मैं बहनचोद तो पागल सा हो गया और टांगें फैलाते हुए चूत को पसार दिया. उसने समझ लिया और अपनी चूत को एकदम से उठा दिया, उसी पल मैं बहनचोद मेरी कुंवारी माल चचेरी बहन की चूत पर मुँह रखा और चूत चाटने लगा.
मैं बहनचोद बेतहाशा अपनी कुंवारी बहन की वर्जिन चूत को किसी आवारा कुत्ते की तरह चाटे जा रहा था मुझे मेरी बहन की वर्जिन चूत चाटने में बड़ा आनंद आ रहा था. इससे अनुष्का भी अब ‘आहह ओहह ओइ मांआआ .’ करने लगी और बोलने लगी- आह अज्जू अब रहा नहीं जा रहा है … फाड़ दो मेरी चूत को … आह घुसा दो अपना पूरा का पूरा लंड मेरी चूत में पेल दो. मैंने जरा सी भी देर न करते हुए मेरी कुंवारी माल चचेरी बहन की चूत पर लंड रख कर रगड़ने लगा.
मेरे बनवारी लाल चाचा की बेटी बोली- भाई अपनी इस चुदवाने की प्यासी वर्जिन बहन को अब और मत तडपाओ … आ जाओ ना अन्दर मुझे पेल दो जल्दी से अपनी रंडी बनाकर… मैंने मेरा 9 इंच लम्बा और 4 इंच मोटा लंड मेरी कुंवारी बहन की वर्जिन चूत पर सैट किया और जोर से धक्का दे मारा. मेरी कुंवारी माल चचेरी बहन की वर्जिन चूत सील पैक थी इसलिए मेरा लंड चूत के अंदर जाने की जगह बाहर ही फिसल गया.
मैंने दूसरी बार मेरा लंड अपनी नंगी लेटी हुई बहन की वर्जिन चूत की फांकों में सैट किया और एक हाथ से धीरे से धक्का मारा, तो मेरे लम्बे और मोटे लंड का टोपा ही अन्दर जा सका. लंड का तोप घुसते ही उस वर्जिन लड़की को बहुत तेज का दर्द हुआ और मेरे चाचा की बेटी लंड के टोपे से ही चिल्ला उठी. मैंने जोर से धक्का मारा, तो आधा लंड मेरी कुंवारी माल चचेरी बहन की सील तोड़ता हुआ अन्दर घुस गया.
मेरी बहन रोने लगी और चिल्लाने लगी- उई मां मर गई रे … आह मुझे बहुत दर्द हो रहा है … निकाल ले साले. मैं बहनचोद थोड़ी देर रूका और उसे सहलाने लगा. मेरी कुंवारी चचेरी बहन का दर्द कम हुआ, तो मैंने फिर से जोर से धक्का मारा. अबकी बार मेरा पूरा का पूरा लंड मेरी कुंवारी माल चचेरी बहन की चूत में सरसराता हुआ घुस गया. उसे बहुत दर्द होने लगा.
मेरी कुंवारी माल चचेरी बहन की आंख से आंसू बहने लगे और वो मुझसे छूटने की कोशिश करने लगी. मैंने भी चाचा की कुंवारी बेटी को कसके पकड़ लिया. थोड़ी देर बाद चाचा की कुंवारी बेटी को भी अच्छा लगने लगा. मेरे चाचा की बेटी भी अब खतरनाक चुदाई के दौरान अपनी मोटी गांड उठा उठाकर सेक्स करने में मेरा साथ देने लगी. अब मैं बहनचोद जोर जोर मेरी कुंवारी माल चचेरी बहन की चूत में लंड पेल रहा था मैं बहनचोद मेरे चाचा की कुंवारी बेटी को नंगी करके बहुत बेरहमी से चोदा चादी कर रहा था.
मेरी नंगी बहन अनुष्का भी चुदवाते चुदवाते बड़े मजे से ‘और तेज करो भाई … आम्म अहम … आह ऐसे ही करो भाई.’ बोल कर मेरा उत्साह बढ़ा रही थी. मैं बहनचोद भी पुरे जोश में आकर बहुत ही ज्यादा बेरहमी से अपना चूहा रूपी लंड उसके बिल रूपी छेद में पेल रहा था. हम भाई बहन को सेक्स करते करते करीब एक घंटा होने को आया था अब चुदवाते चुदवाते मेरी नंगी बहन अनुष्का बहुत ही ज्यादा अकड़ने लगी और झड़ गई.
मैं बहनचोद अभी भी जोर जोर से आगे पीछे धक्का दिए जा रहा था और बहुत बेरहमी से बनवारी लाल की जवान बेटी की गुलाबी चूत को बहुत खतरनाक तरीके से चोदे जा रहा था. कुछ देर के बाद मैं बहनचोद भी अनुष्का दीदी की चूत में ही झड़ गया. यहाँ भी देखें: आंटी ने मोटे मोटे बूब्स से मुझे दूध पिलाया फिर मुझसे चुदवाया मेरे चाचा की बेटी भी मुस्कुराने लगी. मैंने मेरी नंगी बहन को चूमा और हम दोनों भाई बहन ने बाथरूम में जाकर खुद को साफ़ करने लगे. उधर हम दोनों भाई बहन फव्वारे के नीचे खड़े होकर नंगे ही एक साथ नहाये और बाहर आ गए.
कमरे में आकर उसने मुझे एक किस किया और बोली- दो दिन बाद मेरे मम्मी पापा, नानी के घर एक सप्ताह के लिए जाने वाले हैं तो भाई तुम उन दिनों रात को घर पर भी रुक जाना हम दोनों भाई बहन मिलकर खूब मजे करेंगे. मैंने मेरी कुंवारी माल चचेरी बहन की बात समझ ली कि अभी मेरी कुंवारी माल चचेरी बहन की प्यास शांत नहीं हुई है इस कुंवारी लड़की को मुझसे अभी अपनी और भी ज्यादा खतरनाक चुदाई करवानी है. दोस्तों मैंने मेरी कुंवारी माल चचेरी बहन की बात मान ली अब आगे क्या हुआ वो मैं बहनचोद आप को इस हिंदी सेक्स स्टोरी के अगले भाग में बताऊंगा… Hardcore Sex With Virgin Cousin Sister Free New Hindi XXX Sex Story