वर्जिन चूत की तड़प शांत करने के लिए पड़ोसन आंटी के पति से अपनी सील पैक वर्जिन चूत की पहली चुदाई का जुगाड़ करा मुझ कुंवारी लड़की ने कामुकता से भरी गन्दी अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरी फ्री में पढ़ें और अपने दोस्तों व परिवार के लोगों के साथ जरुर शेयर करें: मेरे प्यारे दोस्तों, मेरा नाम रीमा है और मेरी उम्र 24 हैं. मैं कुंवारी लड़की हूँ और दिखने में बहुत ही ज्यादा सुंदर व सेक्सी माल हूँ.मेरे जवान और सेक्सी जिस्म में कहीं कोई कमी नहीं है इसलिए मुझे देखकर हर मर्द लाइन मारता है. हर मर्द की गन्दी नजर मेरी उभरी हुई छाती व मेरी मोटी मोटी गांड पर ही टिकी रहती है और में कुंवारी लड़की भी उन सभी हरामी मर्दों को अपना जवान और सेक्सी जिस्म दिखाकर अपनी तरफ आकर्षित करने की पूरी पूरी कोशिस करती हूँ.
दोस्तों मुझे रात में गन्दी गन्दी ब्लू फिल्म देखने व इंडियन हिंदी सेक्सी कहानियों को पढ़ने की गन्दी आदत लग चुकी है. रोज रात को ब्लू फिल्म देखने के दौरान जोश में आकर मैं कुंवारी लड़की अपनी उँगलियों व खीरे से ही अपनी वर्जिन चूत की तड़प शांत करती हूँ. मुझ कुंवारी लड़की को मन ही मन अपनी सील पैक वर्जिन चूत की किसी मर्द के लंबे व मोटे लंड से खूब जमकर पहली चुदाई करवाने की बहुत ही ज्यादा इच्छा होने लगी थी और में कुंवारी लड़की अपनी सील पैक वर्जिन चूत की तड़प शांत करने के लिए बहुत तरस रही थी, लेकिन मुझे कोई ऐसा मर्द मिल ही नहीं रहा था जिसका लंड में अपनी सील पैक वर्जिन चूत में लेकर चुदाई का वास्तविक आनंद ले सकूँ.
पड़ोसन आंटी के पति से अपनी वर्जिन चूत की पहली चुदाई का जुगाड़ करा अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरी
एक दिन अपनी पहली चुदाई की बातें सोचते हुए मेरे दिमाग में एक बहुत अच्छा विचार आ गया और मैं कुंवारी लड़की अपनी सील पैक वर्जिन चूत की चुदाई का जुगाड़ लगाने लगी. हमारे घर के पड़ोस वाले घर में एक परिवार रहता है जिसमे एक अंकल और आंटी उनके दो छोटे बच्चों के साथ रहते हैं और उन पड़ोसी अंकल और आंटी का हमारे घर बहुत बार आना जाना लगा रहता है. पड़ोसन आंटी के पति के साथ अवैध सेक्स संबंध स्थापित करने की यह बात पिछले साल गर्मियों की छुट्टियों की है उन दिनों मेरी वो पड़ोसन आंटी अपने छोटे बच्चों के साथ उनके मायके गई हुई थी, इसलिए अब घर में अंकल ही अकेले थे और इस वजह से वो अंकल खाना हमारे घर ही खाते थे में अपने उन्ही अंकल को अपने जाल में फंसाकर उनसे अपनी चुदाई के सपने देख रही थी.
मैं कुंवारी लड़की मन ही मन ठान चुकी थी कि मुझे पड़ोसन आंटी के पति से अपनी सील पैक वर्जिन चूत और गांड की चुदाई के मज़े लेने है और फिर धीरे धीरे बच्चों के स्कूल की छुट्टियाँ खत्म होने को थी, लेकिन मैं लंड की भूखी कुंवारी लड़की अभी तक कुछ भी ऐसा नहीं कर सकी जिससे मेरी चूत की आग शांत हो सके और वैसे मैंने इतना तो कर ही दिया था कि अब वो मुझसे बहुत खुलकर हंसी मजाक करने लगे थे और हर कभी बातों ही बातों में वो मुझसे दो मतलब की बातें भी कर देते, जिनको में तुरंत समझकर उनकी तरफ हंस दिया करती थी.
मैंने उनकी किसी भी बात का कभी बुरा नहीं माना और इस वजह से हम दोनों के बीच की वो दूरी अब कहीं हद तक कम हो चुकी थी और अब केवल दो दिन ही बाकि बचे थे, जिनके बाद मेरी पड़ोस वाली पड़ोसन आंटी वापस आने वाली थी. उस दिन मेरी अच्छी किस्मत से मम्मी, पापा और भाई को एक शादी में शहर से बाहर जाना था इसलिए वो मुझे मेरी पढ़ाई और पड़ोसी अंकल के खाने के बारे में सोचकर मुझे घर पर अकेला ही छोड़कर चले गये.
दोस्तों मुझे अब एक अच्छा मौका मिल चूका था और मेरी सील पैक वर्जिन चूत के लिए एक शादी शुदा मर्द के लम्बे और मोटे लंड का भी जुगाड़ हो चूका था. पड़ोसी अंकल के साथ अवैध सेक्स संबंध बनाने का यही सही मौका था यदि आज मैं उनके साथ सेक्स नहीं करती तो शायद दुबारा ऐसा मौका नहीं मिल पाता. मैं कुंवारी लड़की अब मन ही मन विचार करने लगी की कैसे उनको अपनी तरफ सेक्स करने के लिए आकर्षित करूँ और उनके साथ अपने जीवन की पहली चुदाई का आनंद लूँ. आज मैंने सोच लिया था कि कैसे भी करके मुझे आज यह अपना सपना पूरा करना है, में उस दिन बहुत उत्साहित थी. फिर रात को करीब आठ बजे मेरे अंकल खाना खाने आ गए.
जब वो खाना खाने के लिए आये तो तभी मैंने उनसे कहा कि अंकल आप आज थोड़ा देरी से चले जाना, क्योंकि में आज घर में बिल्कुल अकेली हूँ और मेरे सभी घर वाले किसी शादी में मुझे अकेला छोड़कर चले गए है इसलिए रात को अकेले रहने में मुझे बहुत डर लगता है आपके रहने से मेरा मन भी लगा रहेगा. फिर वो बोले कि हाँ ठीक है तुम जब तक कहोगी में यहीं रुक जाऊंगा और वैसे भी तो रात को मुझे अपने घर जाकर बस सोना ही है, में कुछ देर तुम्हारे साथ बातें करके ही अपना समय बिता लूँगा जिसकी वजह से तुम्हारा भी मन लग जाएगा और मुझे भी तुम्हारे साथ अकेले रहने का मौका मिल जाएगा और फिर हम दोनों साथ में बैठकर खाना खाने के बाद टीवी देखने लगे थे.
फिर उसी समय मैंने चुपके से घर का मेन दरवाजा बंद कर दिया और अंदर आकर बिना कुछ सोचे समझे मैंने अंकल को पीछे से पकड़कर उनकी गर्दन पर किस कर दिया. अब पड़ोसी अंकल एकदम से उठ खड़े हुए और गुस्से में वो मुझसे बोले कि तुम यह सब क्या कर रही हो? में अपने घर जा रहा हूँ और मुझे नहीं पता था कि तुमने मुझे अपने घर पर अपनी हवस मिटाने के लिए रोका है और वो मुझसे यह बात कहकर उठकर अपने घर जाने लगे.
तो एक बार तो मैं कामुकता से भरी कुंवारी लंड बहुत बुरी तरह से डर ही गई, लेकिन फिर भी मैंने हमारी पड़ोसन आंटी के पति को कह दिया कि अंकल जब तक मेरी आपके साथ सेक्स संबंध बनाने की इच्छा पूरी नहीं हो जाती में आपको यहाँ से जाने नहीं दूँगी मैंने दरवाजा बंद करके ताले की चाबी को छुपा दिया है अब आपको मेरे साथ सेक्स संबंध बनाने ही पड़ेंगे. फिर मैंने एकदम से उनके गाल पर चुम्मी कर दी और मेरे ऐसा करते ही वो गुस्से की वजह से उस कमरे के बाहर चले गये, लेकिन उन्हे फिर वापस आना पड़ा क्योंकि घर से बाहर जाने वाले दरवाजे पर ताला लगा हुआ था.
अब वो बहुत ही ज्यादा लाचार और मजबूर थे तो फिर अंदर आकर एक बार फिर से मेरे सामने कुर्सी पर अपनी गांड टेक कर बैठ गये. मैंने हमारी पड़ोसन आंटी के पति को साफ साफ कह दिया कि कुछ भी हो मुझ कुंवारी लड़की को आपके साथ एक बार सेक्स करना है और इसके अलावा में कुछ भी नहीं जानती. फिर बहुत देर के बाद वो मेरी यह बात मान गये और वो मुझसे बोले कि तुम नहाकर गाउन पहनकर अंदर बैडरूम में चुदवाने के लिए चलो और फिर में खुश होती हुई बस दो मिनट में नहाकर गाउन पहनकर बैडरूम में जाकर चुदवाने के लिए लेट गई, अंकल अंदर बैडरूम में आए और वो मेरे पास पलंग पर आकर लेट गये और फिर में उनसे लिपट गई.
अब हमारी पड़ोसन आंटी के पति मुझसे बोले कि तुम चुदने के लिए सीधी पलंग पर लेट जाओ और में उनके कहते ही चुदने के लिए सीधी लेट गई और उसके बाद उन्होंने सबसे पहले मेरे पैर की सबसे छोटी ऊँगली को अपने मुँह में लेकर चुसना शुरू किया और उसके बाद एक एक करके उन्होंने मेरी सभी उँगलियों को अपने मुँह में लेकर चूसा. फिर में इतना होने पर ही पागल हुई जा रही थी, जिसकी वजह से मेरी दोनों आंखे बंद हो चुकी थी और वो बड़ा ही हटकर मस्त अहसास था, जिसको में किसी भी शब्दों में लिखकर नहीं बता सकती. अब उन्होंने मेरे पैरो को चूमना शुरू किया.
पड़ोसी अंकल मेरे सेक्सी पैरों को चूमते हुए मेरी टाइट चूत की तरफ आगे बढ़ने लगे थे और अब उन्होंने अपने एक हाथ से मेरे गाउन को थोड़ा सा ऊपर कर दिया, जिसकी वजह से उनके सामने मेरी गोरी चिकनी जांघे थी, वो अब मेरी जांघो को भी चूमने लगे थे और ऐसा करते हुए उन्होंने मेरे गाउन को और थोड़ा ऊपर कर दिया था, जिसकी वजह से अब हमारी पड़ोसन आंटी के पति को मेरी चूत साफ साफ नजर आ रही थी, क्योंकि मैंने गाउन के अंदर ब्रा और पेंटी नहीं पहनी थी और अब वो मेरी चूत के एकदम पास पहुंच चुके थे. उन्होंने मेरी चूत के दोनों तरफ किस किया और चूत पर चूमते ही मेरे बदन में एक अजीब सा करंट दौड़ने लगा.
फिर उसके बाद अब वो मेरी नाभि में अपनी जीभ को चला रहे थे और अपनी गरम गरम साँसे मेरे पेट पर छोड़ रहे थे और अब उन्होंने गाउन को थोड़ा और ऊपर कर दिया, जिसकी वजह से अब मेरे एकदम गोल नींबू भी पूरे नंगे हो गये, उन्होंने मेरे एक बूब्स को हल्का सा सहलाकर निप्पल को दबा दिया. उनके हाथों का वो पहला स्पर्श मेरे पूरे बदन में आग लगाने का काम कर गया. फिर उसके बाद दूसरे को दबा दिया. अब पड़ोसन आंटी के पति मेरे पूरे बदन को चूम बूब्स को चूस रहे थे और उन्होंने मेरी नाक, गालों को भी चूमा और इतना सब करने के बाद उन्होंने मेरे गाउन को पूरा उतारकर वो मुझसे बोले कि अब तुम उल्टी होकर लेट जाओ.
फिर में तुरंत वैसे ही लेट गई और अब वो पीछे से ही मेरी गर्दन को कंधो को पीठ को जांघो को पैरों को किस करते हुए पैरो पर पहुंच गये और एकदम से मुझ कुंवारी लड़की को सीधी करके मेरे पैरों को पूरा फैलाकर अपनी पूरी जीभ को उन्होंने मेरी चूत में डाल दिया और वो चूसने चाटने लगे, अपनी जीभ को पूरा अंदर डालकर मेरी चूत की चुदाई अपनी जीभ से करने लगे. उनके ऐसा करने की वजह से मुझ कुंवारी लड़की को तो उस समय ऐसा लगा जैसे में स्वर्ग में पहुंच गई हूँ और में उसी समय उनके मुहं पर ही झड़ गई. मेरी चूत ने अपनी पूरी गरमी को बाहर निकाल दिया, जिसकी वजह से में बिल्कुल निढाल होकर पलंग पर पड़ी रही.
अब अंकल भी मेरे पास में आकर लेट गये और वो मुझसे बोले की अब तुम मेरे कपड़े उतारो और तब मैंने उनकी टी-शर्ट उतारी और उसकी मस्त छाती पर किस किया. फिर उसके बाद मैंने पड़ोसन आंटी के पति की पेंट और अंडरवियर को भी उतार दि और उन्हें बिलकुल नंगा कर दिया. उनका खड़ा लंड देखकर मेरे तन बदन में करंट सा दौड़ गया आज से पहले मैंने कभी वास्तव में इतना सलंग लंड नहीं देखा था. फिर उसी समय लपककर उनके तगड़े लंड को मैंने अपने एक हाथ में पकड़कर मैंने अपने हाथ को लंड के ऊपर नीचे करना शुरू किया. में लंड को सहलाते हुए मुठ मारने लगी.
फिर कुछ देर बाद अंकल मुझसे बोले कि जानू अब तुम इसको अपने मुहं में ले लो तब देखना तुम्हे मज़ा कुछ ज्यादा ही आएगा. दोस्तों पहले तो मेरा दिल यह गंदा काम करने के लिए तैयार नहीं हुआ, लेकिन फिर भी मैंने जोश में आकर सभी बातों को भुलाकर उनके तनकर खड़े लंड को अपने मुहं में ले लिया और फिर में उसको चूसने लगी. कुछ देर चूसते चूसते मुझ कुंवारी लड़की को इतना मज़ा आने लगा कि में एक बार फिर से झड़ गई. मेरी सील पैक वर्जिन चूत से पानी बाहर निकलकर बहने लगा था और अब तक अंकल भी पूरी तरह से कामुकता से भर चुके थे और वो मुझसे बोले साली कुंवारी रांड तू मेरे इस लौड़े को पूरा अपने गले के अंदर तक लेकर चूस क्या बाहर निकालकर टाइम पास कर रही है?
दोस्तों ब्लोजॉब के दौरान पड़ोसन आंटी के पति के मुंह से वो गन्दी गाली सुनकर मुझ कुंवारी लड़की को भी बहुत जोश आ गया और में पूरी तरह जोश में आकर ज़ोर से जल्दी जल्दी उनके लंड को अंदर बाहर करने लगी. वो अब मुझसे कहने लगे कि तेरी चूत में बहुत आग है आज में इसको चोद चोदकर बिल्कुल ठंडी कर दूँगा में तेरी सारी गरमी बाहर निकाल दूंगा. तुझे बड़ा चुदाई का शौक है ना आज में वो सब अपनी इस एक ही चुदाई में तेरी सभी इच्छाए पूरी कर दूंगा. में तेरी इतनी जमकर चुदाई करूंगा कि रंडी तू दोबारा चुदवाने का नाम नहीं लेगी. देख तेरा यह चुदाई का भूत आज में कैसे उतारता हूँ?
मैं कुंवारी लड़की उनकी यह सभी बातें सुनकर और भी जोश में आ गई और मुझ कुंवारी लड़की को तो कैसे भी अपनी चूत की आग को शांत करना था, चाहे उसके लिए आज मेरी चूत ही क्यों ना फटकर भोसड़ा बन जाए. मुझ कुंवारी लड़की को तो बस चुदाई के मज़े चाहिए थे. फिर वो एकदम से उठे और उन्होंने मुझ कुंवारी लड़की को नीचे लेटाकर मेरे दोनों पैरों को पूरा फैलाकर वो मेरी चूत को आईसक्रीम की तरह चूसने लगे. उस समय तो मुझ कुंवारी लड़की को मन ही मन लग रहा था कि बस अब मेरी चूत में यह लंड घुस ही जाना चाहिए, क्योंकि मुझसे ज्यादा देर नहीं रुका जा रहा था…
वैसे अब नंगे अंकल भी मेरी सील पैक वर्जिन चूत की पहली चुदाई के लिए तैयार थे, इसलिए वो मुझसे बोले कि तुम अब अपने दोनों पैरों को पूरी तरह से फैला दो, क्योंकि में अब तुम्हारी सील पैक वर्जिन चूत में अपने लंबे मोटे लंड को पेलने का काम करने जा रहा हूँ तुम्हारी पहली चुदाई है और इसकी वजह से तुम्हे चुदवाने में थोड़ा सा दर्द जरुर होगा, लेकिन सेक्स का असली आनंद लेना है तो पहले उस दर्द को बर्दाश्त करना होगा फर चुदवाते चुदवाते दर्द आनंद में बदल जायगा.
दोस्तों में उस समय बिल्कुल गरम और बड़ी जोश में थी, इसलिए मैंने हमारी पड़ोसन आंटी के पति को कहा कि चाहे आज मेरी चूत ही क्यों ना फट जाए, मुझ कुंवारी लड़की को कितना ही तेज दर्द हो में तड़प जाऊ, लेकिन अंकल आप बिल्कुल भी रुकना मत, मेरी इस सील पैक वर्जिन चूत और गांड की आज आप बहुत ही ज्यादा खतरनाक चुदाई करना आज मेरा यह जीवन का पहला सेक्स है और ये यादगार होने चाहिये. मेरी चूत की खुजली को हमेशा के लिए मिटा देना, तुम मेरी जमकर चुदाई करना.
फिर मेरे मुहं से यह जवाब सुनकर बहुत खुश होकर पड़ोसन आंटी के पति ने अपना लंड मेरी चूत पर रखकर हल्का सा धक्का देकर अपने लंड को अंदर किया, जिसकी वजह से मेरी तो जैसे जान ही निकल गई और पहली चुदाई के दर्द के मारे मैं नंगी लड़की बहुत तेज चीख पड़ी. फिर उसी समय पड़ोसन आंटी के नंगे पति ने थोड़ा सा धक्का और मार दिया, जिसकी वजह से अब उनका आधा लंड मेरी टाइट चूत में और अंदर चला गया. सील पैक वर्जिन चूत की पहली चुदाई के दौरान दर्द की वजह से मेरी आखों में आंसू टपकने लगे लेकिन फिर भी मैंने हमारी पड़ोसन आंटी के पति को कहा कि आप पूरा लंड मेरी चूत में जबरदस्ती डाल दो, मेरे दर्द की परवाह मत करो.
फिर पड़ोसन आंटी के पति ने मेरा जोश वो बात सुनकर तेज धक्का देकर अपने लंड को मेरी चूत में पूरा का पूरा डाल दिया और उसके बाद वो थोड़ी देर के लिए ऐसे ही लेट गये. उसके बाद धीरे धीरे उन्होंने अब लंड को अंदर बाहर शुरू किया, जिसकी वजह से अब मुझ कुंवारी लड़की को भी मज़ा आने लगा था. फिर मैंने हमारी पड़ोसन आंटी के पति को कहा कि जानू थोड़ा तेज करो, जाने दो पूरा अंदर मुझ कुंवारी लड़की को कब से इस दिन का इंतजार था, आज मुझ कुंवारी लड़की को यह मज़ा मिला है, पता क्या दोबारा कब मिले, जाने दो पूरा अंदर.
अब पड़ोसन आंटी के नंगे पति ने मेरी यह बातें सुनकर अपने धक्को की स्पीड को पहले से ज्यादा बढ़ा दिया और में भी उनका पूरा पूरा साथ देने लगी थी और अंकल भी बड़े जोश में थे, वो धक्के देते हुए मुझसे बोले कि साली भोसड़ी रंडी छिनाल देख तेरी चूत तो आज पूरी फट जाएगी. में बिना फाड़े इसको नहीं छोड़ सकता, तू मेरी यह चुदाई पूरी जिंदगी नहीं भुला सकती.
फिर मैं नंगी कुंवारी लड़की भी सिसकियाँ लेते हुए उनसे बोली हाँ फाड़ दो आप इस साली सील पैक वर्जिन चूत को यह साली कुंवारी बुर ने मुझ जवान और सेक्सी लड़की को बहुत परेशान करती है इसने मुझ कुंवारी लड़की को बड़ा दुख दिया अंकल आज आप इसको ऐसे मत छोड़ना, इसका पूरा जोश निकाल देना जिसकी वजह से यह दोबारा लंड लेना ही भूल जाए, ऐसे चोदना मेरी इस टाइट चूत को की इसका भोसड़ा बन जाए. करीब दस मिनट बाद मैंने उनसे बोला की अब मेरा झड़ने का समय होने ही वाला था, इसलिए मैंने चुदते चुदते हमारी पड़ोसन आंटी के पति से कहा कि अंकल अब मेरी चूत पानी छोड़ने वाली है. तो वो बोले कि हाँ आराम से कर लो, वैसे भी मेरा भी काम अब पूरा हो गया, लेकिन अब भी पड़ोसन आंटी के नंगे पति मुझ नंगी कुंवारी लड़की को लगातार धक्के देकर चोदे जा रहे थे.
उनके मोटे जोश भरे लंड से मेरी चूत में बहुत दर्द हो रहा था. वो एक बड़ी ही अजीब सी जलन थी, जिसको में किसी भी शब्दों में लिखकर नहीं बता सकती, लेकिन अब भी अंकल रुकने का नाम नहीं ले रहे थे. करीब एक घंटे की खतरनाक चुदाई के बाद जब वो मेरी कुंवारी चूत के अंदर झड़े तब तक में चुदते चुदते करीब चार बार झड़ चुकी थी, जिसकी वजह से मेरी कुंवारी चूत बिल्कुल ठंडी पड़ चुकी थी, लेकिन अभी तो पड़ोसन आंटी के पति एक ही बार झड़े थे, इसलिए अब वो कहाँ मानने वाले थे इसलिए वो थोड़ी देर के बाद दोबारा से मुझ जवान और सेक्सी लड़की को चोदना शुरू हो गये और उन्होंने मुझ कुंवारी लड़की को पूरी रात चोदा और वो सुबह जल्दी उठकर अपने घर चले गए. दोस्तों अब पड़ोसन आंटी के पति मेरे बॉयफ्रेंड बन चुके हैं और मैं उनकी गर्लफ्रेंड बन चुकी हूँ और हम चोरी छुपे अवैध सेक्स संबंध बनाते हैं…