मेरी जवान माँ का बैडरूम बना मेरे चाचा का रंडी खाना हिन्दी सेक्स स्टोरी : हाय दोस्तो मेरा नाम प्रतिक है और और मै अभी 16 साल का हूँ, मैं आज आपके सामने मेरी रंडी माँ की मेरे मोदी चाचा के साथ उनके बैडरूम  में रंडी बन कर चूत चुदाई करवाने वाली एक सच्ची हिंदी सेक्स स्टोरी प्रस्तुत करने जा रहा हूँ जो मेरी अपनी मेरी जवान रंडी माँ की है. वैसे तो सभी लोग मेरी माँ की बड़ी इज्जत करते हैं क्यों की वो दिखने में बहुत सुन्दर और जवान है. यहाँ भी देखे >> माँ और सगे चाचा की चुदाई देखने के बाद में भी चुद गयी Hindi Sex Stories लेकिन मेरी रंडी माँ सेक्स करने की आग में बहुत बेशर्म हो गयी थी. मेरी रंडी माँ हमेशा ही मेरे पापा के लंड के अलावा मेरे मोदी चाह के लंड के चक्कर में पागल रहा करती थी. मेरे पापा की उम्र मेरी माँ की ऊपर से बहुत ज्यादा थी जबकि मेरे मोदी चाचा मेरी माँ की उम्र के ही थे इस कारण वो दोनों एक दुसरे को बहुत पसंद करा करते थे.

मेरे मोदी चाचा मेरे पापा के छोटे भाई है और वो हमारे साथ ही हमारे घर पर रहते थे. जब कभी मेरे घर पर पापा जी नहीं हुआ करते थे तो मेरे मोदी चाचा मेरी रंडी माँ की चूत चुदाई करने और उनकी टट्टी से भरी मोटी गांड मारने मेरी माँ के बैडरूम में गुस जाया करते थे. पापा के साथ सेक्स करना तो मेरी माँ की मज़बूरी थी मेरी माँ को मेरे पापा के लंड से चुदवा कर बिलकुल भी मजा नहीं आता था क्यों की मेरे पाप जी का लंड बहुत छोटा और पतला था. मेरी रंडी माँ को तो मेरे मोदी चाचा का 12 इंच लम्बा और 4 इंच मोटा लंड पसंद था. मेरी रंडी माँ ने तो अपना बैडरूम रंडी खाना बना डाला था जिसमे जब भी मेरे मोदी चाचा का मन करता था वो मेरी जवान और सेक्सी रंडी माँ को चोदने चले आते थे.

मेरी जवान माँ का बैडरूम बना मेरे चाचा का रंडी खाना हिन्दी सेक्स स्टोरी

मेरी जवान माँ का बैडरूम बना मेरे चाचा का रंडी खाना हिन्दी सेक्स स्टोरी

मेरी जवान और सेक्सी रंडी माँ मेरे मोदी चाचा के 12 इंच मोटे लंड से चूत चुदाई की यह हिन्दी सेक्स स्टोरी उस वक्त की है जब मैं बच्चा था. और अपने अडोस पड़ोस के बच्चो के साथ मिलकर छुपा छुपी का खेल खेलता था. उस दिन मैं अपने घर में जाकर मेरी माँ के बेडरूम की अलमारी में चुप गया ताकि कोई मुझे ढूंड ना सके. मेरे पापा उस वक्त घर पर नहीं थे तभी मैंने देखा के मेरी माँ के बैडरूम में मेरे मोदी चाचा आये और मेरी माँ को बुलाने लगे. वो बोलने लगे के भाभी जी कहाँ पर हो आप जल्दी से आजाओ नहीं तो भैया आ जायंगे… ?

मै मेरी माँ के बेडरूम की अलमारी के चाबी लगाने वाले छेद में से सब कुछ चुपचाप चुपचाप देख रहा था. फिर थोड़ी देर बाद मेरी माँ उनके बैडरूम में आयी और फिर मेरे मोदी चाचा ने मेरी जवान माँ को दीवार के सहारे खड़ा कर मेरी माँ की साड़ी उप्पर कर अपनी सूसू मेरी माँ की सूसू में गुसा कर अपनी कमर को बहुत जोर जोर से आगे पीछे करने लगे और मेरी जवान रंडी माँ ‘सीइइ.. उम्म्ह… अहह… हय… याह… हाय..’ कर रही हैं. मै तो बच्चा था तो कुछ समझ में नहीं आया कि वो क्या कर रहे हैं और मेरी माँ ‘आह… आह… सीईइइ आह धीरे करो आह.. आह.…’ क्यों कर रही हैं. यहाँ भी देखे >> बेटे ने अपनी माँ को रंडी बनाया रिश्तों में चुदाई अन्तर्वासना सेक्स कहानियाँ

करीब 20 मिनट के बाद चाचा ने मेरी माँ को छोड़ा तो मेरी माँ में मुह से निकल रही सीइइ.. उम्म्ह… अहह… हय… याह… हाय.. की आवाजे बंद हो गयी और फिर वो दरवाजे की तरफ आकर अपनी साड़ी और ब्लाउज ठीक करके बाहर चली गईं. चाचा ने कुछ सामान बैडरूम के पलंग के गददे के नीचे छुपा कर रख दिया और वो भी मेरी माँ के बैडरूम से बाहर चले गए.

मैं यह सब देख कर आश्चर्य में पड़ गया कि आखिर उन्होंने मेरी माँ से साथ यह सब क्या करा के मेरी माँ दर्द के मारे आह… आह… करने लगी. खेर उसके बाद मै आलमारी से निकाला और मेरे दोस्तों के साथ फिर से खेलने लग गया. थोड़ी देर बाद मै खाना खाकर अपने बैडरूम में सोने चला गाया. मेरी माँ और चाचा का वो एक दुसरे की सूसू में सूसू गुसा कर आगे पीछे होने वाला सीन अभी भी मेरी आँखों के सामने घूम रहा था उन सब के बारे में सोचते सोचते पता ही नहीं चला कि कब सुबह हो गई और मेरी जवान रंडी माँ ने मुझे जगाया.

आज फिर में मेरी माँ के बैडरूम में गया और कल जहां बैडरूम में पलंग के गददे के नीचे चाचा ने कुछ सामान रखा था, मैं वहां गया और देखने लगा कि चाचा ने वहां पर क्या रखा था. मैं ढूँढने लगा तो मुझे वहां एक सफेद रंग का गुब्बारा मिला, जिसमें ऊपर से गांठ लगा कर बांधा गया था, उसमें कुछ सफेद रंग का गाढ़ा सा पदार्थ भरा था. मैंने वो पहली बार देखा था तो मैंने मेरी जवान रंडी माँ से पूछने का निर्णय किया और उसे अपनी जेब में रख लिया और अपनी माँ के पास रसोई में गया. यहाँ भी देखे >> मेरी माँ रंडी है क्या में अपनी माँ की मर्ज़ी से उनके के साथ सेक्स कर सकता हु माँ खाना बना कर फ्री हो गई थीं और वो बोलीं- बेटा आज स्कूल नहीं जाना क्या?

मैंने मेरी जवान रंडी माँ की बात को अनसुनी करते हुए कहा कि मम्मी मुझे एक चीज मिली है. “जरा दिखा तो वो क्या है?” ये कहते हुए वो मेरे पास आ गईं, मैंने वो चीज निकाल कर मेरी जवान रंडी माँ को दिखाई तो मेरी माँ उसे देखते ही चौंक गईं और बोलीं- बेटा, ये तुझे कहां से मिली है? मैंने बताया कि मम्मी ये तो आप के बैडरूम में पलंग के गददे के निचे पड़ी थी. फिर मेरी जवान रंडी माँ बोली के बेटा यह तो गंदी चीज है, इसे यहां क्यों लाये हो.. लाओ इसे मैं बाहर फेंक दूँगी. मेरी सेक्सी और जवान रंडी माँ ने झट से उस गुब्बारे को मेरे हाथ से ले लिया.

शाम को फिर मेरे मोदी चाचा आये तो में छुप गया और माँ के बैडरूम की खिड़की में कान कागा कर उनकी बातें सुनने लगा. मेरी जवान रंडी माँ चाचा को डांट रही थीं- देवर जी, तुम्हें इतना भी होश नहीं है कि कौन सी चीज कहां फेंकनी चाहिए, कल कंडोम वहीं पर पटक दिया जो मेरे बेटे को मिल गया था, यह तो शुक्र है कि वो मेरे पास ले आया यदि वो अपने पापा के पास ले जाता तो , यदि यह सब किसी को पता चल जाता तो क्या होता? चाचा बोले- भाभी मैंने तो छुपा कर रखा था के जब आज अपने बैडरूम की सफाई करोगी तो इसे फैक डौगी.

खैर चाचा ने मेरी माँ से गलती माफ करने को कहा. मेरी माँ मुस्कुराने लगी और फिर से मेरे चाचा मेरी माँ की साड़ी उठा कर उनसे चिपक गए और अपनी सूसू मेरी माँ की सूसू में गुसा कर अपनी कमर आगे पीछे करने लगे और मेरी माँ दर्द के मारे आह.. आह…. उह… आह…. अमह………. जैसी गन्दी गन्दी आवाजे करने लगी. उनका यह काम करीब 30 मिनट चला और फिर मेरे चाचा ने अपने सुस्सू पर से वो गुब्बारा उतरा और अपनी जेब में रख कर मेरी माँ के बैडरूम से चले गए उनके जाने के बाद मेरी माँ वाशरूम में चली गयी.

मुझे पता चल गया के इस गुब्बारे को कॉन्डोम बोलते है और इसके अंदर जो सफ़ेद सफ़ेद पदार्थ है उसे वीर्य बोलते है

मेरी जवान माँ का बैडरूम बना मेरे चाचा का रंडी खाना हिन्दी सेक्स स्टोरी 1

दोस्तो, यह खेल उनका यूं ही चलता रहा. एक दिन मेरी जवान रंडी माँ ने मुझे एक पैकिट दिया और कहा कि बेटा इसे अपने कचरे के ढेर में फेंक आओ, तो मैं उसे लेकर गया लेकिन मेरा शैतान दिमाग कुछ और ही कह रहा था तो मैंने उसे खेला तो देखा कि उसमें कुछ वैसे ही गुब्बारे पड़े थे जिसे मुझे मेरी माँ के बैडरूम में पलंग के गददे के निचे से मिले थे और कुछ कपड़े के टुकड़े भी थे जो खून में संदे हुए थे इन सब के अलावा उसमे मेरी माँ की फटी हुई ब्रा और पेंटी भी थी मै उसे देख समझ गया के मेरी रंडी माँ की ये ब्रा और पैंटी जरुर मेरे मादरचोद चाचा ने ही फाड़ी होगी. मैंने उन सब चीजों को कुछ देर देखा फिर कचरे के ढेर में फेंक अपने घर आ गया.

दोस्तों मैंने जब माँ के मुह से निकले शब्द कॉन्डोम को जब घर आकर कंडोम के नाम से इन्टरनेट पर सर्च करा थो मुझे सारा का सारा माजना समझ आगया. यहाँ भी देखे >> बिना कंडोम के पत्नी को दोस्त से चुदवा कर उसके बच्चे की मां बनवाया मुझे पता चल गया के इस गुब्बारे को कॉन्डोम बोलते है जो मर्द लड़की की चुदाई करते वक्त अपने लंड पर पहनते है और इसके अंदर जो सफ़ेद सफ़ेद पदार्थ भरता है उसे वीर्य बोलते है और यह वीर्य बच्चा पैदा करने के काम आता है.

अब सारा का सारा गंदा खेल मेरे समझ में आने लगा था के मेरे मोदी चाचा जो सब मेरी रंडी माँ के साथ करते है उसे सेक्स कहते है इस क्रिया में आदमी अपना लंड लड़की या औरत की चूत में डाल कर अंदर बाहर करता है और इस क्रिया को करने में आदमीं और औरत दोनों को बहुत आनंद मिलता है. यहाँ भी देखे >> रंडी माँ को नौकरों से चूत चुदवाते हुए देखा सेक्स स्टोरी हिंदी में मुझे पड़ते पड़ते यह भी पता चला के यह क्रिया पति और पत्नी आपस में नंगे हो कर करते है और इसको करने का मुख्य उद्द्श्ये आनंद प्राप्ति के अलावा संतान उत्पत्ति करना भी होता है. अब मै सब कुछ समझ गया था के मेरे मोदी चाचा ने मेरी माँ को अपनी रंडी बना रखा है और उन्हों ने मेरी माँ के बैडरूम को अपना रंडी खाना और वो रोज वंहा मेरी माँ को रंडी की तरह चोदने जाते है.