Slut Indian Married Girl Sex With Servent and Greengrocers Hindi XXX Stories Free Read New XXX Hindi Sex Story नौकर के लंड से अपनी गुलाबी चुत की चुदाई करवाने के बाद सब्जी बेचने वाले भैया को मेरे साथ अवैध शारीरिक संबंध बनाने का मौका दिया मेरी मोटी मोटी चूचियाँ दबा दबाकर मेरे बूब्स के भूरे भूरे निप्पल चूसते हुए वो मेरी गुलाबी चुत में अपना जानदार लंड ठोक रहे थे मुझे दर्द भी बहुत ज्यादा हो रहा था और चुदवाने मी आनंद भी बहुत आ रहा था.
मैं एक शादी शुदा चुदवाने की भूखी रंडी महिला हूँ और दिखने में बिलकुल इंडियन फिल्म एक्ट्रेस करीना कपूर के जैसी हूँ. दोस्तों अभी मेरी उम्र मात्र 30 साल है किन्तु मुझ शादी शुदा बदचलन महिला के पति ज़्यादातर बाहर रहते हैं जिस करना से मैं चुदवाने के लिए तड़पती रहती हूँ. मुझ शादी शुदा बदचलन महिला के घर पर हमारा एक नौकर मनोहर लाल है और वो हमारे घर में ही रहता है, तो मैं अपने नौकर मनोहर के लौड़े से अपनी प्यासी चुत की तड़प शांत करवाने को मजबूर हो जाती हूँ और इसी मजबूरी के चलते मैं हमारे नौकर के साथ कई बार अवैध शारीरिक संबंध बना चुकी हूँ.
नौकर से चुत चुदाई करवाने के बाद सब्जी बेचने वाले भैया को सेक्स करने का मौका दिया

आजकल भी मुझ शादी शुदा बदचलन महिला के पति बाहर गये हुए हैं पर इसी समय हमारे इस रंडीखोर नौकर मनोहर लाल को भी अपने गाँव जाना था, सो हमारा नौकर मनोहर लाल अपने गाँव चला गया और मैं चुदवाने की प्यासी शादी शुदा महिला घर में अकेली पड़ गई और मेरी प्यासी चुत लंड मांगने लगी।
सो मैं मेरी लाल रंग की सेक्सी नाइटी पहनकर अपने कमरे में अकेले अपनी गुलाबी लंड खाने की भूखी बुर में उंगली कर रही थी और मन ही मन हमारे नौकर मनोहर लाल को गन्दी गन्दी गालियाँ भी दे रही थी कि इसी समय इस रंडीखोर को भी गाँव जाना था वरना साला इस समय इसी बिस्तर पर मुझ शादी शुदा बदचलन महिला के साथ सेक्स कर रहा होता।
तभी नीचे से सब्जी वाले भैया की आवाज़ सुनी, सो मैंने सब्जी खरीदने के लिए उस सब्जी वाले भैया को ऊपर ही बुला लिया। यहाँ भी देखें: गांड चुदाई के दौरान अनुष्का शर्मा के चूतड़ों मे फंसा मेरा मोटा लण्ड मैंने देखा, सब्जी वाला 20-21 साल का एक जवान हट्टाकट्टा लड़का था और चोरी-चोरी मुझ शादी शुदा बदचलन महिला के सीने के उभारों को गन्दी नजरों से घूर रहा था। मेरी नाइटी के दो बटन खुले हुए थे जिससे उस सब्जी वाले भैया को मुझ शादी शुदा बदचलन महिला के अंदर की ब्रा दिख रही थी और मुझ शादी शुदा बदचलन महिला के बूब्स का उप्पर का भाग भी दिख रहा था।
तभी मैंने मेरी लाल रंग की सेक्सी नाइटी ठीक करी जिससे वो जान गया कि मैं समझ गई हूँ की वो मुझसे गन्दी नजर से देख रहा है तो उस सब्जी बेचने वाले रंडी चोद भैया ने अपनी गन्दी नजरें मुझ शादी शुदा बदचलन महिला के बूब्स पर से हटा लीं और जब वो जाने के लिए उठा तो मैंने देखा की उसका जानदार लंड खड़ा हो चुका था। वो सब्जी बेचने वाला चला गया पर रात भर मुझे यही ख्याल आता रहा कि मैं उस सब्जी बेचने वाले भैया के साथ अवैध शारीरिक संबंध बनाने का मौका चूक गई।
दूसरे दिन दोपहर में वो सब्जी बेचने वाले भैया फिर सब्जी बेचने के लिए हमारी कॉलोनी में आए, मैंने फिर उसे ऊपर बुलाया पर आज मेरी नियत ठीक नही थी और आज मैं मौका नहीं चूकना चाहती थी तो मैंने जानबूझ कर साड़ी पहनी, फिर जब वो मुझे देख रहा था, मैंने पल्लू नीचे गिरा दिया अब उसकी आँखों के सामने मुझ शादी शुदा बदचलन महिला के दोनों बड़े बड़े खरबूजे आधे से ज्यादा ब्लाउज से फ़टे पड़ रहे थे। मैंने लापरवाही से साड़ी एक खरबूजा ढकते हुए एक साइड में बाँध ली जिससे एक तो छिप गया पर दूसरा दिख रहा था।
अब मैंने काफ़ी ज्यादा सब्जी खरीद ली और बोली- भैया, जरा इसे किचन में रख दो, मुझसे उठेगा नहीं। वो अंदर आया तो दरवाजा बन्द करते हुए मैं चुदवाने की भूखी रंडी भी अंदर आ गई मैंने उसे बैठाया और पानी दिया। तभी मैं झूठमूठ गिर पड़ी तो जल्दी से मुझे उठाकर वो बेडरूम में ले आया। मैं बोली- भैया कमर में बड़ा दर्द हो रहा है क्या बाम लगा दोगे? वो मेरी बगल में बैठ के मेरी कमर में बाम मलने लगा।
मैंने कनखियों से देखा, उस जवान लड़के का जानदार लंड धोती में खड़ा हो चूका था और धोती का तम्बू बना रहा था, मैंने अपना हाथ नीचे करने के बहाने तम्बू पर रख दिया और चौंकने की एक्टिंग करते हुए पूछा- अरे भैया, ये क्या केला छिपा रखा है? सब्जी वाला- दीदी जी यह मेरा मुसल जैसा फौलादी लंड है। तेरे खूबसूरत बदन को छूने से इसका यह हाल हो गया है। “क्यों झूठ बोलते हो भैया?” कहते हुए मैंने उसकी धोती खींच ली और अब उसका नौ इंच लम्बा जानदार लंड मुझ शादी शुदा बदचलन महिला के सामने था।
मैं चौंकने की एक्टिंग के साथ खुशी से चीख पड़ी- उई माँ, यह तो सच में भैया! इतना मोटा और लम्बा जानदार लंड! हाय रे! भाभी जी की चूत और गांड का क्या हाल होता होगा जब वो इस मुसल जैसा फौलादी लंड से चुदवाती होगी? फ़िर उसे सहलाते हुए बोली- कितना सूखापन है भैया आप के केले पर। ऐसा कहते हुए मैंने ढेर सारी क्रीम उस चूत के भूखे मर्द के जानदार केले पर लगाई और सहलाने लगी। वो मुझ शादी शुदा बदचलन महिला के ब्लाउज में हाथ डाल कर मुझ बदचलन महिला के दोनों बड़े बड़े चूचों को सहलाते हुए बोला- आह यह क्या कर रही है दीदी जी?

मैंने कहा- हाय भैया, इतना बड़ा जानदार लंड कभी नही देखा। एक बार दे दे ना! उस सब्जी बेचने वाले रंडी चोद भैया ने मेरी साड़ी खींच दी और पेटीकोट उलट दिया फ़िर मेरी चड्डी उतार कर मेरी चुदास के मारे बुरी तरह से पनियाई गुलाबी चुत पर हाथ फ़ेरा और बोला- अरे दीदी जी तू तो मारे चुदास के परेशान हो रही है? मैंने उस चूत के भूखे मर्द के जानदार लंड के सुपाड़े पर क्रीम लगा कर सहलाते हुए कहा- हाँ भैया, तेरा जानदार लंड भी तो चुदासा है बस अब जल्दी से चोद दे ना अपनी भतीजी को!
अब उस सब्जी बेचने वाले रंडी चोद भैया ने मेरी पावरोटी सी गुलाबी चुत के मुहाने पर ढेर सारी क्रीम लगा कर मेरी गुलाबी चुत के मुहाने पर अपना सुपाड़ा लगाकर दो तीन बार ठोका चुदासी गुलाबी चुत की पुत्तियों ने मुँह खोल दिया। यहाँ भी देखें: बहन की शादी में रंडी बुआ की चुत चुदाई करी चोदकर प्रेग्नेंट करा गुलाबी चुत के मुहाने पर अपना सुपाड़ा लगाये लगाये ही उस सब्जी बेचने वाले रंडी चोद भैया ने मेरा ब्लाऊज खोला और दोनो हाथों से मुझ शादी शुदा बदचलन महिला के दोनों बड़े बड़े उरोजों को ज़ोर ज़ोर से दबाते हुए बारी बारी से निप्पल चूसने लगा।
मुझ शादी शुदा महिला की चुदासी चुत को पहली बार इतना तगड़ा जानदार लंड मिला था सो गुलाबी चुत की पुत्तियाँ मुँह खोल के जानदार लंड निगलती जा रही थीं और जानदार लंड अपने आप गुलाबी चुत में घुसता जा रहा था। मारे आनन्द के मेरी दोनों आँखें बन्द थी। जानदार लंड घुसना रुक गया पर सब्जी वाले भैया ने जानदार लंड आगे पीछे कर के चुदाई शुरू नहीं की और मेरी दूध से भरी मोटी मोटी चूचियाँ दबाते हुए ज़ोर ज़ोर से निप्पल चूसना जारी रखा तो मैंने आँखें खोली।
मुझ शादी शुदा बदचलन महिला के आश्चर्य का ठिकाना नहीं रहा, अभी भी करीब डेढ़ इन्च जानदार लंड बाकी था जबकि मेरी गुलाबी चुत जानदार लंड से ठसाठस भरी थी।तभी शायद सब्जी वाले को भी महसूस हो गया कि जानदार लंड गुलाबी चुत में आगे जाना रुक गया सो उस सब्जी बेचने वाले रंडी चोद भैया ने धक्का मार कर जानदार लंड आगे ठेला और मुझ शादी शुदा बदचलन महिला के मुँह से निकला- ऊई आऊऊ ओह आंह आआ आहह! एक पल को मुझे ऐसा लगा जैसे मैं पहली बार चुदवा रही हूँ, मेरी कराह सुन कर अनुभवी सब्जी वाले भैया जानदार लंड रोक कर और ज़ोर ज़ोर से चूचियाँ दबाते हुए निप्पल चूसने लगा।

थोड़ी ही देर में मेरी गुलाबी चुत ने पानी छोड़ा और पूरा जानदार लंड बर्दाश्त कर फ़िर से मस्त हो गई। मैंने कमर आगे पीछे हिला कर सब्जी वाले भैया के जानदार लंड को चुदाई का सिग्नल दिया और बस फ़िर क्या था, भैया ने जानदार लंड आगे पीछे कर के मेरी गुलाबी चुत की वो धुनाई की कि मजा आ गया। वो ज़ोर ज़ोर से मेरी पावरोटी सी गुलाबी चुत में अपना सौटे सा जानदार लंड ठोक रहा था और पूरा कमरा चुदाई से गूँज रहा था। ‘धप्प-धप धाप धप धाप…’ जैसी आवाज़ हो रही थी और मैं मजे से ज़ोर ज़ोर से किलकारियाँ भर रही थी और तरह तरह की आवाजें कर रही थी।
मेरी मादक आवाज़ से उस जवान लड़के की मेरी चुदाई करने की रफ्तार में बहुत ज्यादा तेजी आ रही थी और वो पूछ रहा था- दीदी जी कैसी लग रही है चुदाई? मैं बोली- बहुत अच्छी! और चोदो भैया! इतना बड़ा जानदार लंड पहली बार मिल रहा है, और चोदो अहह! वो बोला- साहब नहीं चोदते क्या? मैं बोली- साहब को गोली मारो, रहता ही नहीं तो क्या चोदेगा? तू चोद, रोज आ के चोद जाया कर मेरी चूत! वो बोला- हाँ, क्यों नहीं दीदी जी, ज़रूर, मैं तेरा पूरा ख्याल रखूँगा आप की खूब चुदाई करा करूँगा।
मैं उससे बोली की आखिर बड़े होते ही छोटों का ख्याल रखने के लिए हैं। ले पूरा ले और ज़ोर से इस्स्स आः हहह। और इस तरह चुदाते हुए मैं झड़ने लग़ी- अहह भैया! लो मेरी झड़ गई, यह आज तक इतनी गीली कभी नहीं हुई भैया! लो लो!” और अब वो अपनी स्पीड बढ़ा कर बोला- शाबाश दीदी जी झड़! खूब जम के झड़! मेरा भी अब झड़ने वाला है, कई दिनों का जमा है ले ले पूरा अंदर! अहह हाहोह! उसका ढेर सारा माल मेरी गुलाबी चुत में झड़ गया और ऐसा लगा जैसे प्यासे को पानी मिल गया और माल मेरी गुलाबी चुत के अंदर जाते ही मैं बोली- उफ्फ़ ओउउ ऊऊओह!

मैं लंड की भूखी रांड बोली- बहुत अच्छे! और चोदो भैया! इतना बड़ा जानदार लंड पहली बार मेरी बुर को खाने के लिए मिल रहा है आज तो चुदाई करवाने में बड़ा आनंद आ रहा है, और चोदो अहह! वो बोला- साहब नही चोदते क्या? मैं बोली- साहब को गोली मारो, रहता ही नहीं तो क्या चोदेगा? तू चोद, रोज आ के चोद जाया कर मेरी चूत! वो बोला- हाँ, क्यों नहीं दीदी जी, ज़रूर, मैं तेरा पूरा ख्याल रखूँगा। आखिर बड़े होते ही छोटों का ख्याल रखने के लिए हैं।
ले पूरा ले और ज़ोर से इस्स्स आः हहह। इस तरह चुदाते हुए मैं झड़ने लग़ी- अहह भैया! लो मेरी झड़ गई, यह आज तक इतनी गीली कभी नहीं हुई भैया! लो लो!” और अब वो अपनी स्पीड बढ़ा कर बोला- शाबाश दीदी जी झड़! खूब जम के झड़! यहाँ भी देखें: सुहागरात पर वर्जिन चूत के अंदर गुलाब जामुन की चाशनी डाल दी मेरा भी अब लंड झड़ने वाला है साली कुतिया रांड, कई दिनों का जमा है ले ले पूरा अंदर! अहह हाहोह! उसका ढेर सारा माल मेरी गुलाबी चुत में झड़ गया और ऐसा लगा जैसे प्यासे को पानी मिल गया और माल मेरी गुलाबी चुत के अंदर जाते ही मैं बोली- उफ्फ़ ओउउ ऊऊओह! और इस तरह सब्जी वाले भैया ने मेरी प्यास बुझा दी।
पर उस सब्जी बेचने वाले का मन भरा नहीं था वो अभी और चुदाई करना चाहता था, मैं तो उठ गई पर वो लेटा रहा। मैं बाथरूम में जाकर अपनी गुलाबी चुत धो रही थी, तभी पीछे से आकर उस सब्जी बेचने वाले रंडी चोद भैया ने अपना विशाल जानदार लंड मुझ शादी शुदा बदचलन महिला के बड़े बड़े भारी चूतड़ों की सकड़ी सी दरार के बीच लगा दिया।

उस सब्जी बेचने वाले रंडी चोद भैया ने अपने दाहिने हाथ से फ़व्वारा मुझ शादी शुदा बदचलन महिला के हाथ से ले लिया और मुझ शादी शुदा बदचलन महिला के बड़े भारी चूतड़ों की सकड़ी सी दरार में अपना जानदार लंड रगड़ते हुए, अपने बायें हाथ से मेरी गुलाबी चुत रगड़ रगड़ कर धोने लगा। मैंने भी पीछे हाथ ले जाकर उसका जानदार लंड थाम लिया और अपने दूसरे हाथ से उस चूत के भूखे मर्द के जानदार केले पर साबुन लगा कर रगड़ने लगी।
उस सब्जी बेचने वाले रंडी चोद भैया ने शावर ऊपर स्टैन्ड पर लगा दिया शावर का पानी मुझ शादी शुदा बदचलन महिला के गुलाबी गुदाज बदन को और भी नशीला बना रहा था। फ़िर वो घूम कर सामने आया और शावर रोक कर जीभ से मेरी भीगी गुलाबी चुत चाटने लगा, फ़िर मेरी गुलाबी चुत की खड़ी पुत्तियों को चाटने लगा। वो अपनी जीभ गुलाबी चुत में डालकर हिला हिला कर गुलाबी चुत को गीला कर रहा था।
मुझे बहुत मजा आ रहा था, मुझ शादी शुदा बदचलन महिला के मुँह से तरह तरह आवाजें निकल रही थी- उम्म उउ उफ ऊऊहह! और वो सब्जी बेचने वाले भैया मुझसे पूछ रहे थे की- दीदी जी, कैसा लग रहा है अच्छा लग रहा है ना? मैं पहले तुझे नहलाऊँगा, फिर नहाते हुए अपना जानदार लंड डालूँगा मुझे नहाते हुए गांड मारने और चुत चोदने का बहुत ही ज्यादा अच्छा तजुरबा है। कह कर वो फिर चाटने लगा और मैं ऊपर लगा शावर चला कर बोली- बहुत अच्छा लग रहा है भैया! उफ उफ! चुदाई करवाते करवाते मैं शादी शुदा रंडी महिला तो मजे से पागल हो रही हूँ, अब चोदो ना मुझे नहाते हुए! ऊह!

वो सब्जी बेचने वाले भैया बोले- जरूर चोदूँगा दीदी जी! पहले तेरी गुलाबी चुत को और तुझे नहला तो लूँ! आज तो तुझ शादी शुदा महिला को अपनी रंडी बनाकर 10 बार और चोदूँगा और तेरी गांड भी मरूँगा। “अच्छा!” कहकर मैं टब में खड़ी हो गई, वो मुझे अपने हाथों से मुझ शादी शुदा बदचलन महिला के बदन पर और मेरी चूचियों गुलाबी चुत पर साबुन लगा रगड़ रगड़ कर नहलाने लगा। सेक्स के दौरान बाथरूम तरह तरह की आवाजों से गूँज रहा था- उ उउफ फफ्फ अहा आअ ओह!
मैंने भी बायें हाथ से उसका जानदार लंड थामा और दाहिने हाथ से साबुन लगाकर उसका जानदार लंड अपनी गुलाबी चुत पर रगड़ने लगी। यहाँ भी देखें: माँ और बहन के साथ सुहाग रात मनायी और प्रेग्नेंट किया पिताजी की मृत्यु के बाद शावर का पानी मुझ शादी शुदा बदचलन महिला के गुलाबी गुदाज बदन से साबुन धोकर उसे और भी नशीला बना रहा था। मुझ शादी शुदा बदचलन महिला के सामने खड़े हो उस सब्जी बेचने वाले रंडी चोद भैया ने मेरी शावर के पानी से भीगी चूचियाँ थाम लीं और नीचे झुककर बारी बारी से पानी टपकाते निप्पल चूसने लगा।
फ़िर अपना कड़क काला जानदार लंड मेरी पावरोटी सी गुलाबी चुत के मुहाने पर लगा कर उचकाया। “अह होओ हअ हूऊऊ ओह!” जैसे ही पूरा जानदार लंड अन्दर गया मैं बोली– रुकना मत भैया! अब बस चोदे जाओ। उस सब्जी बेचने वाले रंडी चोद भैया ने उचक उचक कर मुझे पुरे जोश के साथ चोदना शुरू कर दिया। चुदवाते चुदवाते केआनंद के मारे मैं शादी शुदा महिला किसी रंडी की भातीं तरह तरह की मादक आवाजें निकालते हुए किलकारियाँ भर रही थी- उफ्फ़ उफ फ्फ़ ओह नहिईई अहहोह उउ गाययईई!

सेक्स करते करते मेरी मादक किलकारियाँ सुनकर सब्जी बेचने वाले भैया बहुत गर्म हो चुके थे वो और ज़ोर ज़ोर से मेरी चूचियाँ दबा दबाकर निप्पल चूसते हुए मेरी गुलाबी चुत में अपना जानदार लंड ठोक रहे थे और कह रहा था– उम्म्म चुम्म अहह! क्या चूचियाँ हैं, क्या गुलाबी चुत है तेरी! परवीना दीदी जी ले अंदर तक! लो अह हहो हूऊओ लो अहहः हुम्म हहूह हुउ म्महहह अह अहो अहह ओह म्मऊु उउम्ययई!
मैं सेक्स की भूखी रांड भी अब बोल रही थी- ठूँस दो अंदर तक भैया! मारो ज़ोर ज़ोर से मेरी चूत! मज़ा आ रहा है, पूरा डालो और ज़ोर ज़ोर से अह हाआ आआ ओह ज़ोर से और अहहोह! यह सुनकर सब्जी वाला और ज़ोर ज़ोर से चोदने लगा, अब उसकी स्पीड बढ़ गई क्योंकि झड़ने के करीब था, वो बोल रहा था- अह ह हह हहाआओह मैं झड़ रहा हूँ तेरी गुलाबी चुत में ल्ल्लूऊ अहा आआहूऊ। “बस भैया दो तीन धक्के और मार दो मैं भी झड़ने वाली हूँ!
चुदते चुदते मैं बोलने लगी की झाड़ दो भैया अहहहाः उफ़्फूफ अहहोऊओ उई माँ आह… आह… और जोर से करो..!” सब्जी वाले ने कस कस के दो तीन धक्के ही मारे होंगे कि उस चूत के भूखे मर्द के मुँह से निकला- उ उउफ फह मैं झअअड़ गया दीदी जी मेरा वीर्य निकल गया। वो हाँफ़ते हुए टब की किनार पर बैठ गया और उसकी गोद में ढेर हो गई। सब्जी वाले ने मेरी गोरी गोरी पीठ पर हाथ फ़ेरा और बोला- दीदी जी, तू तो बड़ी जबर्दस्त चुदक्कड़ है! मेरा आशीर्वाद है कि तेरी गुलाबी चुत और फ़ूले-फ़ले, इसकी चुदास बढ़े! इसे लण्डों की कभी कमी न हो। सदा चुदागन रहो।