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ब्लू फिल्म देखने के बाद दो दोस्तों ने बहनों की चुदाई करी

कंप्यूटर पर गन्दी गन्दी हिंदी ब्लू फिल्म देखने के बाद दो दोस्तों ने पहले बहनों की अदला बदली करके फिर खुद ने अपनी अपनी नंगी बहनों को गोद में उठाकर शानदार चुदाई करी इंडियन अन्तर्वासना हिंदी भाई बहनों की ग्रुप सेक्स स्टोरी:- अभिषेक और हिमांशु दोनों जिगरी दोस्त थे और दोनों को ही गन्दी गन्दी सेक्स कहानी पढ़ने और उन्हें पढ़कर मुठ मारने की गन्दी आदत पढ़ चुकी थी। एक दिन हिमांशु बोला- यार अभिषेक, आखिर ऐसे कब तक हम मुठ मारते रहेंगे? अब तो इन सेक्स कहानियों से बिलकुल भी मज़ा नहीं आता है कोई हिंदी ब्लू फिल्म देखने का जुगाड़ करते हैं।

अभिषेक ने कहा तेरी बात तो सही है हिमांशु भाई अब इन सेक्स स्टोरी में मजा नहीं आता अब तो दिल सेक्स फिल्म देखना का करता है! कल मेरे पापा और मम्मी कल शहर से बाहर जा रहे हैं, घर पर सिर्फ मेरी छोटी बहन रेखा रहेगी। हम दोनों कल हिंदी ब्लू फिल्म देखते हैं मेरे कंप्यूटर पर। हिमांशु बोला- ठीक है दोस्त, कल मैं कोई नई हिंदी ब्लू फिल्म मेरी पेनड्राइव में डालकर लाता हूँ, तू तैयार रहना ! लेकिन घर पर तेरी बहन रेखा होगी..? हिमांशु ने शंका से पूछा। अभिषेक बोला अबे गांडू तू फ़िक्र मत कर कल हम दोनों दोस्त मजे से हिंदी ब्लू फिल्म देखेंगे कंप्यूटर पर मेरी बहन रेखा कमरे में नहीं आएगी। फिर प्लान बनाने के बाद हम दोनों अपने अपने घर चले गए।

ब्लू फिल्म देखने के बाद दो दोस्तों ने बहनों की चुदाई करी अन्तर्वासना हिंदी ग्रुप सेक्स स्टोरी

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अगले दिन हिमांशु अभिषेक के घर एक हिंदी ब्लू फिल्म की पेनड्राइव लेकर पहुँच गया। छोटी बहन रेखा ने दरवाज़ा खोला- अरे हिमांशु भैया…? कैसे हो? अभिषेक भैया तो मम्मी पापा को स्टेशन तक छोड़ने गए हैं, अभिषेक भैया आते ही होंगे, आप अन्दर आ जाओ। चलो, तब तक हम लूडो खलते हैं। हिमांशु अन्दर चला गया। रेखा उसके लिए पानी लेकर आई। जब वह पानी दे रही थी तब हिमांशु की नज़र उसकी कुरते से झांकते छोटे छोटे उभारों पर थी। वह हिमांशु को अभिषेक की तरह ही भाई मानती थी लेकिन आज वह हिमांशु अचानक बहुत ही सेक्सी लग रही थी, हिमांशु ने उसके जिस्म को ऊपर से नीचे तक देखा।

हिमांशु ने गंदे इरादे से कहा- रेखा, आज भैया की गोदी में नहीं बैठोगी? “क्यों नहीं भैया अभी लो !” कहते हुए वह हिमांशु की गोदी में बैठ गई। “अब बोलो, आइसक्रीम खिलाओगे?” “खिलाऊंगा ! लेकिन एक वादा कर कि किसी को बोलेगी नहीं?” “क्या भैया??” छोटी बहन रेखा की उम्र मात्र 18 साल की थी, उस पर अभी जवानी धीरे धीरे आ रही थी, उसके सीने पर हल्का हल्का उभार आने लगा था, उसके स्तन छोटी अम्बिया की तरह नुकीले थे। हिमांशु ने उसको गोद में लेकर उसकी गोलाइयों को अपने हाथों से नापना शुरू कर दिया। “ही ही ही..!!! यह क्या कर रहे हो भैया गुदगुदी होती है !”

हिमांशु का हाथ उस वर्जिन बच्ची की फ्राक के अन्दर निचे उसकी पेंटी में था, वह छोटी बहन रेखा की छोटी सी नर्म योनि को सहला रहा था- कैसा लग रहा है रेखा…? हिमांशु ने उसके गालों को चूमते हुए पूछा। “अच्छा लग रहा है भईया !” “यह एक खेल है रेखा, लेकिन सिर्फ हम दोनों ही खेलेंगे, चुपके चुपके, किसी और को मत बताना।” “ठीक है हिमांशु भईया !” “अन्दर चलो, बेड पर लेट जाओ तुम।” हिमांशु ने उसको गोद में उठा लिया था, वह उसके सीने से चिपकी थी, हिमांशु के हाथ उसके चूतड़ों पर थे, हिमांशु ने रेखा को बेड पर लिटा दिया और उसकी छोटी से गुलाबी चड्डी खींच कर निकाल दी।

उस छोटी बच्ची की सील पैक वर्जिन चूत छोटी सी थी अन्दर से देखने पर एकदम सुर्ख ! हिमांशु ने उस पर जीभ लगा दी। “..उईए ईई यह क्या करते हो भैया…?” रेखा मचल पड़ी जब हिमांशु ने उस छोटी बच्ची की सील पैक वर्जिन चूत चूसना चाही। “कुछ नहीं होगा तुझको ! बस तू चुपचाप लेटी रह, तुझे अच्छा लगेगा।” कह कर हिमांशु ने उसकी टांगें फैला दी और उसकी सील पैक वर्जिन चूत पर मुँह लगा दिया। रेखा लेटी हुई थी। तभी दरवाज़े की घंटी बजी, हिमांशु ने झट से छोटी बहन रेखा की फ्राक नीचे करी और उसको उठाया और कमरे से बाहर ले गया।

छोटी बहन रेखा ने दरवाज़ा खोला। “क्या कर रही थी? सुनाई नहीं देती तुझको घण्टी?!!” अभिषेक रेखा पर चिल्ला कर बोला। रेखा सहम गई। “अरे जाने दे न अभिषेक, छोटी बच्ची है नहीं सुना होगा ! …मैं भी रूम में था वरना…” हिमांशु ने बात संभालनी चाही। “बच्ची नहीं है… घोड़ी हो गई है, पढ़ती-लिखती कुछ नहीं है, दिन भर बस टीवी में और विडियो गेम में लगी रहती है साली बहन की लौड़ी! ये कुतिया इन्ही सब हरकतों की वजह से दसवीं क्लास में फेल हो चुकी है।” कहते हुए अभिषेक ने उसको एक जोर की चपत लगाई।

हिमांशु ने देखा कि पीछे से छोटी बहन रेखा की फ्राक की पूरी की पूरी चैन खुली थी, देखते ही उसकी गांड फट गई। लेकिन फिलहाल अभिषेक ने उस पर ध्यान नहीं दिया था। दोनों कमरे में चले गए, अभिषेक ने सीडी लगाई और रेखा को बोला कि अन्दर नहीं आना है। मूवी में एक अँगरेज़ एक इंडियन लड़की की चुदाई कर रहा था। कुछ ही देर मैं एक अँगरेज़ और एक लड़की और आ गई, वे दोनों भी शुरू हो गए थे, बारी-बारी से दोनों लड़कियों की चुदाई कर रहे थे उनको कुतिया बना कर।

हिमांशु और अभिषेक दोनों को पसीना आ रहा था, तभी अभिषेक ने बेड़ पर पड़ा कपड़ा उठा कर अपना मुँह पोँछा। लेकिन उसमें से उसको अजीब सी महक लगी, उसने कपड़ा खोल कर देखा यह छोटी बहन रेखा की चड्डी थी जिससे अभिषेक ने मुँह पोंछा था। देखने पर वह सोचने लगा कि छोटी बहन रेखा की चड्डी यहाँ क्या कर रही है? हिमांशु का दिल धड़क रहा था, वह अभिषेक से नज़रें चुराने लगा, उसने रेखा को आवाज़ दी और कंप्यूटर पर चल रही ब्लू फिल्म बन्द कर दि। रेखा कमरे में आई, अभी अभिषेक के हाथ में उसकी चड्डी थी, लग रहा था कि वह उससे पूछेगा कि यह यहाँ कैसे?

अभिषेक बोलता है की यह ले, तेरे कपड़े हैं और दोबारा मेरे कमरे में नहीं आना चाहिए। रेखा सहम गई अपनी पेंटी लेकर वह अंदर बैडरूम से चली गई। हिमांशु ने मूवी को दोबारा शुरु की और अभिषेक के डाऊन हो गए लंड को सहलाने लगा। अभिषेक बोलता है की उसको छोड़ साले, यह बता तू रेखा के साथ क्या कर रहा था? हिमांशु बोला की अरे !! कुछ तो नहीं यार..!! अभिषेक बोलता है की झूट मत बोल, मुझे चुतिया समझ रहा है क्या साले गांडू? मैंने देखा कि उसकी फ्राक पीछे से पूरी खुली थी, उसकी चड्डी यहाँ क्या कर रही थी.?? और दरवाज़ा खोलने में इतनी देर क्यों हुई…?? सच बता कि तूने रेखा के साथ क्या किया था कहीं तू उसका बलात्कार तो करने की फिराक में नहीं था?

हिमांशु बोला की बताता हूँ लेकिन तुझको दोस्ती की कसम ! तू गुस्सा नहीं होगा। अभिषेक बोलता है की पहले तू बता हरामी कहीं तूने उस मासूम बच्ची का बलात्कार तो नहीं कर दिया…?? हिमांशु बोला की पहले तू कसम खा की तू गुस्सा नहीं होगा। अभिषेक बोलता है की ठीक है ! …बता तो सही पहले हरामी…? हिमांशु बोला की रेखा अब कोई छोटी बच्ची नहीं है अब तो वो बड़ी हो गई है, उसके साथ स्कूल में लड़के भी पढ़ते हैं और आज कल का ज़माना बहुत ख़राब है, हर लड़की का आजकल बॉयफ्रेंड है, कल तेरी मासूम बहन रेखा का भी बॉयफ्रेंड होगा जिसके साथ वो चोरी छुपे अवैध सेक्स संबंध बनाने लगेगी।

अभिषेक घुस्से से बोलता है की मारूँगा पकड़ कर उस माँ के लौड़े को ! हिमांशु बोला की तू पहले मेरी बात सुन ! हर वक़्त तो तू तेरी वर्जिन बहन रेखा के साथ रह नहीं सकता, और न ही उसको घर में बंद करके रख सकता है… अभिषेक बोलता है की तू कहना क्या चाहता है? हिमांशु बोला की अबे, तू मेरी बात सुन तो सही मेरे दोस्त ! तू रेखा के हर समय साथ तो नहीं घूम सकता है, कल को उसका कोई यार भी होगा तो उसकी लेगा भी।

अभिषेक बोलता है की हिमांशु, तू बकवास बंद कर ! “यार, तू मेरी बात को ठन्डे दिमाग से समझ..पहले बता बॉयफ़्रेन्ड होगा तो लेगा या नहीं उसकी सील पैक वर्जिनगांड और चूत के मजे ?” अभिषेक बोलता है की हाँ लेगा ही.!! “समस्या यह नहीं है कि कोई बॉयफ़्रेन्ड उसकी लेगा, परेशानी यह है कि आजकल लड़के लड़कियों को ब्लैकमेल करने के लिए उनका वीडियो बना लेते हैं.. और फिर अपने दोस्तों को दिखाते हैं और उसको नेट पर डाल देते हैं। तू चाहेगा कि कोई रेखा के साथ ऐसे करे? या उसको ग्रुप सेक्स करने के लिए मजबूर करे…??

अभिषेक बोलता है की हरगिज़ नहीं… हिमांशु बोला की लेकिन हर लड़की आजकल बॉयफ़्रेन्ड चाहती है…आखिर रेखा अब जवान हो रही है… मैं उसको अपनी गर्लफ्रेंड बनाना चाहता हूँ अभिषेक ! मैंने अभिषेक का लंड सहलाते हुए कहा। अभिषेक बोलता है की साले भईया बोलती है वह तुझे… मैं ऐसा कैसे मान लूँ? हिमांशु बोला की अभिषेक, बात को समझ कल को कोई उसको बेहरहमी चोदे, उसकी चुदाई की वीडियो, MMS बनाये, हम उसके नंगी फोटोग्राफ्स नेट पर देखें, तुझे अच्छा लगेगा? ..यार मैं उससे प्यार करता हूँ, मेरे साथ रहेगी तो सुरक्षित रहेगी… कोई और उसकी सील पैक वर्जिन चूत और गांड चोदे इससे तो बेहतर है बाकी तू जो मांगेगा, वह मैं दूंगा…

अभिषेक बोलता है की हिमांशु मेरे दोस्त मैं तुझे रेखा के साथ अवैध सेक्स संबंध तो बनाने दूंगा लेकिन मेरी एक शर्त है। हिमांशु बोला की क्या…?? बोल…?? दोस्त के लिए तो जान भी हाज़िर है यार…! अभिषेक बोलता है की मैं तेरी बड़ी बहन चंचल की सील पैक वर्जिन चूत चोदुंगा और गांड भी मरूँगा। हिमांशु बोला की यह क्या कह रहा है…?? यार मेरी बहन चंचल तो उम्र में तेरे से बहुत बड़ी हैं। अभिषेक बोलता है की देख हिमांशु, मैं तेरे फायदे की बात कर रहा हूँ। रेखा छोटी भी है और उसका किसी से कोई चक्कर भी नहीं है इस वजह से तुझे चोदने के लिए वर्जिन चूत और वर्जिन गांड मिलेगी, जबकि तेरी बड़ी बहन चंचल का चरित्र बहुत खराब है…

फिर वो राज खोलने लगा और बताने लगा की उस कुंवारी रांड ने कोई लड़का छोड़ा है गली का?..जिसके साथ वो सोई न हो। वो साली कुंवारी रांड 4 दिन घर से गायब रही थी, मुझे मालूम है गोवा में आरिफ और अनुज के साथ थ्रीसम सेक्स कर रही थी मैंने उसकी ब्लू फिल्म देखि है और तेरी अम्मी कहती रही कि मौसी के घर गई है। सोच ले फ़ायदा हम दोनों दोस्तों का ही है। हिमांशु बोला की बस कर यार मुझे भी सब मालूम है…लेकिन यार चंचल नहीं मानेगी… “तू उसकी फ़िक्र मत कर वह मुझ पर छोड़ दे ! तेरी चंचल (बड़ी बहन) है इसीलिए अब तक कुछ नहीं किया था।” “ठीक है तू चंचल को पटा, मैं रेखा के साथ कुछ करता हूँ।”

अभिषेक बोलता है की चंचल को चुदवाने के लिए मैं अभी लाया 10 मिनट में ! हिमांशु बोला की नहीं उसको पटाना इतना आसान भी नहीं है, नहीं ला सकता तू उस कुंवारी रंडी को 10-15 मिनट में। अभिषेक बोलता है की शर्त लगाता है? अगर ले आया तो उसकी तेरे सामने लूँगा। हिमांशु बोला की चल शर्त लगी। “ठीक है ! और नहीं ला पाया तो मैं तेरी छोटी बहन छोटी बहन रेखा की तेरे सामने पूरी नंगी करके लूँगा…??” “ठीक है, अभी आया 10 मिनट में तेरी चुदक्कड़ चंचल को लेकर !” कह कर अभिषेक चला गया।

इधर हिमांशु ने रेखा को बुला कर उसको ब्लू फिल्म दिखाना शुरू कर दी, उसे मालूम था कि अभिषेक शर्त हार जाएगा और वह उसकी छोटी बहन छोटी बहन रेखा की लूँगा। हिमांशु ने रेखा को नंगा करके अपनी गोद में बिठा रखा था, उसका हाथ उसकी मासूम छोटी सी योनि को सहला रहा था और वह आः आआह्ह्ह कर रही थी। हिमांशु ने उसको बेड पर लिटा दिया और उस छोटी बच्ची की सील पैक वर्जिन चूत में मुँह लगा दिया था- आह… उई… उम्म… हिमांशु भैया… छोड़ दो। फिर जब रेखा पूरी तरह जोश में आ गई तो हिमांशु ने उसकी गांड मारने के लिए उसे कुतिया बनाया और पीछे से उस छोटी बच्ची की सील पैक वर्जिन गांड पर लंड रख दिया।

अभी लंड की टोपी अन्दर वर्जिन गांड के छेद में गई ही थी कि तभी दरवाजे की घण्टी बज गई। हिमांशु ने देखा कि अभी मात्र 15 मिनट हुए थे और शायद अभिषेक आ गया था। तय शर्त के मुताबिक हिमांशु कमरे से बाहर निकल कर छुप गया, अभिषेक चंचल के साथ था। चंचल ने अपने जवान और सेक्सी जिस्म पर पीला कुरता और सफ़ेद सलवार पहन रखी थी। उसने चंचल को कमरे में किया और मेरे पास आया, बोला- देखा हिमांशु, मानता है मुझे ! अब शर्त के अनुसार तू खिड़की में से अपनी चंचल की चुदाई का कार्यक्रम देख। हिमांशु बोला की छोड़ न यार, मैं तो मजाक कर रहा था ! मैं नहीं देखूंगा.. तू जाने दे उसको।

अभिषेक बोलता है की देखना तो पड़ेगा ! आखिर शर्त लगाई है तूने मुझसे ! यह ले स्टूल और खड़ा हो जा खिड़की पर ! हिमांशु ने खिड़की से झांक कर देखा चंचल मज़े से ब्लू फिल्म देख रही थी। अभिषेक कमरे में चला गया, उसने चंचल के पहले कंधों पर हाथ रखा और फिर कुछ कुछ सेकंड में उसका सफ़ेद दुपट्टा गले से अलग कर दिया। अभिषेक ने चंचल को अपने सीने से लगा लिया। हिमांशु ने सोचा नहीं था कि एक दिन अपनी बड़ी बहन को इस तरह से अपने ही दोस्त से चुदते देखूंगा।

चंचल की पीठ हिमांशु की तरफ थी, अभिषेक ने हिमांशु को आँख़ मारते हुए अंगूठे से उसकी तरफ इशारा किया, उसने चंचल के कुर्ते की चेन खोलना शुरू की और दूसरा हाथ उसका चंचल के चूतड़ों पर था। यह कहानी आप अन्तर्वासना.कॉम पर पढ़ रहे हैं। हिमांशु को बड़ा अजीब सा लग रहा था, अपनी बहन को अपने सामने नंगा होते हुए देख रहा था। चंचल की पीठ पर उसका हाथ था और चंचल उसके होंठो से होंठ लगाए हुए थीं। तभी अभिषेक थोड़ा सा अलग हुआ और उसने चंचल की सलवार का कमरबंद (नाड़ा) खोल दिया।

सफेद सलवार सरकती हुई फर्श पर जा गिरी, तभी हिमांशु एक आईडिया सूझा, हिमांशु ने रेखा को अपने पास बुला लिया और उसको गोदी में लेकर खिड़की से अन्दर का नज़ारा दिखाया। वह खिलखिला कर हँस पड़ी, हिमांशु ने उसको चुप रहने का इशारा किया। “चंचल और अभिषेक भैया भी यह सब खेलते हैं?” छोटी बहन रेखा ने मासूमियत से पूछा। “हाँ, वे दोनों दोस्त हैं।” हिमांशु ने खिड़की से झांककर देखा- चंचल अभिषेक का लंड चूस रही थी और अभिषेक खड़ा था। चंचल को देख कर अब हिमांशु के अन्दर सेक्स पैदा होने लगा था। वह उसे अब बड़ी बहन नहीं बल्कि एक जवान खूबसूरत लड़की लग रही थी।

अभिषेक ने चंचल को बेड पर पटक दिया था और उसकी काली चड्डी निकाल कर अलग कर दी और उसकी टांगे फैला कर उस छोटी बच्ची की सील पैक वर्जिन चूत को चूस रहा था। चंचल सिसकारियाँ भर रही थी, मैंने झट से रेखा को पकड़ा और उसकी चड्डी निकाल दी और उसकी योनि पर मुँह लगा दिया, उसकी छोटी सी योनि पर हल्का सुनहरा रोंया था और वह पूरी तरह गुलाबी थी। रेखा आह हाह अह करने लगी थी। फिर हिमांशु का शानदार लंड रेखा के मुख के सामने था- आह ! गोरा सा, तना हुआ सुपारा जोश से लाल सुर्ख हो रहा था। हाय क्या चीज़ बनाई है ऊपर वाले ने !

नंगे हिमांशु ने अपना खड़ा लंड रेखा से चुसवाने के लिए उसके मुँह में दे दिया, दूसरे ही पल उसके लम्बे और मोटे लंड का लाल सुपारा रेखा के नाजुक होंठों के बीच दब गया। रेखा मेरे लंड को लोलीपोप की तरह चूस रही थी। हिमांशु ने खिड़की से झांक कर देखा अभिषेक ने चंचल को कुतिया बनाया हुआ था और वह चंचल की पीछे से चुदाई कर रहा था, चंचल जोर जोर से सिसकारियाँ निकाल रही थी। चंचल की चोटी इधर-उधर डोल रही थी और चूड़ियाँ खन-खन कर रही थी। चंचल का कुर्ता अभिषेक ने एकदम ऊपर खिसकाया हुआ था। अभिषेक हिमांशु की बहन की ले रहा था ज़बरदस्त चुदाई कर रहा था, बड़ी बहन छोटे भाई के सामने चुद रही थी और हिमांशु चुपचाप उन दोनों को अवैध सेक्स संबंध बनाते हुए देख रहा था।

हिमांशु ने झट से रेखा को भी कुतिया बना दिया और उसके पीछे से अपने लंड को करने लगा। लेकिन चंचल और रेखा में बहुत फर्क था, रेखा मात्र 18 साल की थी जबकि चंचल की उम्र २३ साल की थी। हिमांशु की बहुत कोशिश करने के बाद भी लंड छोटी बहन रेखा की योनि में नहीं गया और ज़बरदस्ती हिमांशु करना नहीं चाहता था। उधर अभिषेक नंगी चंचल को अपनी गोद में लेकर अपने लम्बे और मोटे लंड को उस कुंवारी बच्ची की टाइट चूत के अन्दर-बाहर कर रहा था।

नंगी चंचल चुदते चुदते आह अआह कर रही थी, चंचल पूरी तरह से सेक्स की आदी थी, कॉलेज का बहाना कर के वह अनुज और आरिफ के साथ 4 दिन तक गोवा में रही थी और जब वापस आने के लिए पैसे ख़त्म हो गए थे तो उन्होंने चंचल को कई अंग्रेजों से चुदवा कर पैसे भी कमाए थे। सोच कर ही अजीब लगता है कि किस तरह से चंचल ने दो-दो अंग्रेजों का लिया होगा। देखने में तो एकदम भोली भाली और मासूम दिखती थी। अगर दो चोटी बांध दो तो किसी स्कूल की बच्ची लगती हैं।

लेकिन सच यह था कि मेरी चंचल पूरी तरह से किसी रांड से कम न थी। अभिषेक ने उसको कुतिया बनाया हुआ था और उसके पीछे से उसकी चूत को मार रहा था और ..चंचल आ आह्ह्ह …आह… ह… ह… कर रही थी। “हाय चूस… ओह… आह्ह… मेरी जान… ले… मेरा… लंड ले ले .. मस्त चूसती है रे तू !” अभिषेक उस नंगी बच्ची की शानदार लंड चुसाई से मस्त हो रहा था। अपना मस्त लंड चुसा कर फिर उसने चंचल को खड़ा कर के एक झटके में नंगी कर गोदी में उठा लिया। दस सेकण्ड बाद ही चंचल बिस्तर पर थी। उसने चंचल की टांगें चौड़ी कर दी और चूत को मस्ती से चाटने लगा।

अब नंगी चंचल उलटी सीधी बातें करने लगी की ओह माई डियर… लूट ले मुझ कुंवारी लड़की की इज्जत… आह चूस ले साले… डाल दे अपना लौड़ा मेरी चूत में ! अब वो चंचल के ऊपर छा गया। उसने अपना लंड नंगी चंचल की चूत से टकरा दिया। चूत को पूरी गीली हो कर लसलसी सी चिकनी हो गई थी। हिमांशु का शरीर सनसना उठा, फ़चाक से पूरा ही लंड मेरी चंचल की चूत में उतर गया। “आह … स्स्स्सीऽऽऽ कैसे भाई हो… तुम मेरे अभिषेक?” चंचल मस्ती में चहकी। “चुप कर साली कुंवारी रांड, मैं तेरा भाई नहीं हूँ।” अभिषेक ने कहा। “सगा ना सही, पर दूर के तो हो ना, कहीं का नहीं छोड़ा मुझे, आह्ह, चोद के ही छोड़ा ना मुझे !” चंचल ने उसे उकसाया।

इधर नंगी रेखा नंगे हिमांशु का खड़ा लंड अपने मुँह में लेकर किसी रंडी की तरह बड़े मजे से चूस रही थी और अभिषेक खिड़की से अन्दर का नज़ारा देख रहा था। फिर अभिषेक ने चंचल के होंठों पर अपने होंठ दबा दिये। चूत में मोटा लौड़ा लेकर अपने होंठ चुसवाने का मजा कुछ ओर ही होता है, यह तो वो ही जानती है जो इस तरह से कभी चुदी हो। आह्ह चुदते चुदते नंगी चंचल की चूत भी तभी फूच फूच कर के झड़ गई। थोड़ी देर के बाद उसने अपना लंड निकाल लिया, हिमांशु ने उसे प्रश्नवाचक दृष्टि से देखा। उसने अपना लम्बा लंड चंचल की दोनों चूचियों के बीच में रख दिया…

नंगी कुंवारी लड़की चंचल भी अब बेड पर गिर पड़ी थी, दोनों पूरी तरह से एकदम प्राकृतिक अवस्था मैं नंगे थे। हिमांशु ने रेखा को अपने लंड से अलग किया और दबे पाँव उनके कमरे में गया। चंचल हिमांशु को देख कर एकदम घबरा गई, उसने अपना दुपट्टा खींचते हुए पूछा- हिमांशु तुम यहाँ…?? “मैंने आप को सबकुछ करते हुए देखा है चंचल! मैं तो आप को बहुत सीधी सादी समझता था लेकिन आप तो एक नंबर की रांड निकली। अब छुपाने से क्या फ़ायदा ! आपकी यह मस्त काम लीला मैंने और रेखा दोनों ने देखी है !” हिमांशु बोला। अभिषेक बोलता है की रेखा…?? वह कहाँ थी..?? अभिषेक रेखा का नाम आते ही उछल पड़ा- वह यहाँ थी ! कहते हुए हिमांशु ने रेखा को अपने पीछे से आने को कहा।

रेखा उन दोनों के सामने थी, उसने छोटा सा फ्राक पहन रखा था जिसमें उसके चूतड़ और छोटी सी नर्म गुलाबी चूत साफ़ दिख रही थी। रेखा- भैया, मैंने सब देखा है, मम्मी को बोलूंगी, आपकी और चंचल की शिकायत करूंगी। अभिषेक बोलता है की नहीं मेरी प्यारी गुड़िया रानी, मम्मी को मत बोलना ! मैं तुझे आइसक्रीम लाकर दूंगा। चंचल- हाँ रेखा, मैं तुझे चॉकलेट लाकर दूंगी.. हिमांशु पूरी तरह से रेखा को सिखा-पढ़ा कर लाया था कि क्या बोलना है। रेखा- मुझे नहीं चाहिए आइसक्रीम ! मुझे आप लोगों के साथ खेलना है !

छोटी बहन रेखा ने उंगली दिखाते हुए कहा। “एकदम सही कह रही है रेखा ! अब हम लोग भी साथ में खेलेंगे चुदाई वाला गन्दा खेल और खूब ग्रुप सेक्स का आनंद लेंगे।” कहते हुए हिमांशु ने रेखा को अपनी गोद में उठा कर चूमते हुए उसको चोदने के लिए बिस्तर पर लिटा दिया। “लेकिन रेखा मेरी छोटी बहन है यार… मैं उसके साथ कैसे सेक्स कर सकता हूँ?” अभिषेक ने किलसते हुए कहा। “अच्छा तुम्हारी बहन – बहन है और मेरी बहन क्या रंडी है? तो क्या हुआ चंचल भी तो मेरी बड़ी बहन है जिसको तुमने रंडी की तरह चोदा है?” हिमांशु बोला।

नंगा अभिषेक बोलता है की यार तू समझा कर हिमांशु ! चल ठीक है, तू अपनी बहन चंचल की मार ले लेकिन मैं रेखा के साथ सेक्स नहीं करूंगा, कुछ भी ! चंचल- पागल हो गए हो क्या अभिषेक !?! हिमांशु मेरा सगा भाई है, मैं उसके साथ सेक्स नहीं कर सकती !” चंचल ने नाराज़ होते हुए कहा। उनकी नज़र हिमांशु की निक्कर पर थी जिसमें से उसका गीला लंड साफ़ चमक रहा था। “हिमांशु, प्लीज अम्मी को कहना नहीं।” चंचल ने हिमांशु के चेहरे पर हाथ रख कर कहा। “मैं भी कुछ नहीं बताऊँगी।”

रेखा भी अभिषेक से चिपक कर बैठ गई। “रेखा, तू तो मेरी बहन है ना, मुझे माफ़ कर दे, जाने ये सब कैसे हो गया।” अभिषेक हकला कर बोला। “नहीं बताएँगे कुछ भी अम्मी को ! हम लोग सब साथ में ग्रुप सेक्स का गन्दा खेल खेलेंगे !” हिमांशु चंचल के घुटनों से चादर खींचते हुए कहा। “हिमांशु ! लेकिन यह गलत है।” कहते हुए चंचल ने अपनी टाँगें ढीली कर दी। तभी हिमांशु के दोनों हाथ चंचल के सनसनाते हुए उरोजों के उभारों पर आ गये और फिर उन्हें दबा दिया। चंचल सिसक उठी, उसकी काम ज्वाला भड़क सी उठी।

हिमांशु का लंड कठोर होकर जैसे चंचल की कमर में ही घुसने लगा था। “भैया, कुछ करने को मन कर रहा है।” उसकी कमर कुछ कुछ कुत्ते की तरह चलने लगी थी। छोटी बहन रेखा ने अभिषेक की गोद में बैठते हुए कहा। “भाई, नहीं कर, मैं तो तुम्हारी बहन हूँ ना, ऐसे मत सीना दबाओ।” इधर चंचल हिमांशु की हरकतों से पूरी तरह से जोश में आ गई थी। रेखा भी अभिषेक की गोद में जोश में लहराने लग गई थी। उसका मन अब चुदने को होने लगा था। छोटे से मासूम तन में बिजली की चटखन होने लगी थी। “बहुत अच्छा लग रहा है बहना !”

नंगा अभिषेक वासना में डूब कर डूबते उतराते हुये जैसे कसमसा रहा था। “मुझे भी बहुत मजा आ रहा है, पर तुम मेरे भाई हो ना आह रे, अब बस करो, ओह नहीं थोड़ा सा और करो !” “आह्ह्ह, मेरी प्यारी चंचल, घर की बात है बस चुपके चुपके अपनी कुंवारी गांड और चूत में लंड ले लेना, बस एक बार अपनी चूत में मेरा लंड ले लो। मोहल्ले के हर लड़के का तो ले चुकी है साली कुंवारी रांड अब अपने छोटे भैया का भी ले लो एक बार। हिमांशु के हाथ चंचल जिस्म पर कसने लगे। उसने चंचल को कमर पकड़ कर उठा लिया और बिस्तर पर लेटा दिया। चंचल कामुक हो कर अपने भाई से चिपकती जा रही थी।

अब वो हिमांशु के ऊपर चढ़ गई थी और बेतहाशा चूमने लगी थी, उसकी चूत गीली हो गई थी। अभी अभी जैसा उसने हिंदी ब्लू फिल्म में देखा था, छोटी बहन रेखा ने कहा- भैया, अपना लंड तो चूसने दो, मजा आयेगा। उसने जल्दी से खुद की फ्राक उतार दी। अब तक अभिषेक भी जोश में आ चुका था। वह अपनी छोटी बहन रेखा की गांड और चूत के साथ सेक्स करने के लिए तैयार था। तब हिमांशु ने भी अपने कपड़े उतार दिये। आह ! छोटी बहन रेखा की छोटी सी गुलाबी फ़ुद्दी कैसी पानी पानी हो रही थी। अभिषेक का गोरा लंड कैसा मस्त हो कर लहरा रहा था।

उस बहनचोद ने उल्टा सुल्टा पोज बना कर लंड को रेखा के मुँह की ओर कर दिया और खुद का मुख छोटी बहन रेखा की फ़ुद्दी की तरफ़ कर दिया। अभिषेक ने अपने चूतड़ रेखा के मुख पर दबा दिये। लंड चुटकी के मुख में आ चुका था। चंचल- हिमांशु भाई, तू चाट ना मेरी फ़ुद्दी ! तभी चंचल की चूत को एक ठण्डा सा मीठा सा अहसास हुआ। भाई की जीभ चंचल की चूत में घुसने की कोशिश कर रही थी। हिमांशु ने अपनी चंचल की चूत चाटनी आरम्भ कर दी थी, चंचल उसका लंड फ़िल्म की भांति मस्ती से मुख में लेकर गपागप चाट रही थी।

हिमांशु बेकाबू सा होने लगा था, चंचल को लगा कि उसके भाई का लंड अपनी चंचल को चोदने के लिये तड़प रहा था। तभी अभिषेक ने पलट कर रेखा को दबा लिया- बस बहना बस ! अब नहीं रहा जाता है। उसका स्वर काम आवेग से थरथरा रहा था। “भैया, मुझसे भी नहीं रहा जा रहा है !” रेखा भी चुदाने को आतुर आवेश से कांप रही थी। अभिषेक ने रेखा को लिपटा लिया और उसके होंठ चूसने लगा। तभी उसका सख्त लंड की ठसक छोटी बहन रेखा की चूत में महसूस होने लगी। उधर हिमांशु का लंड चंचल चंचल की चूत में घुसता जा रहा था।

नंगी रेखा बेसुध होने लगी थी, काम में अंधी होकर भाई से ही चुदवाना चाह रही थी। नंगा शरीर आग का गोला बन गया था। जैसे ही अभिषेक ने एक झटका मारा, छोटी बहन रेखा की चीख पूरे कमरे में गूंज उठी, दर्द के मारे वो अपनी सुध-बुध खो चुकी थी। हिमांशु अपनी चंचल की चूचियों को नोच खसोट कर उसे जन्नत की सैर करा रहा था, चंचल चूत उछाल उछाल कर भरपूर जवाब दे रही थी, कस कर चुदाई हो रही थी, कमरे में भीगी चूत की फ़च फ़च आवाजें गूंजने लगी।

जब चंचल झड़ गई तो भी हिमांशु शॉट पर शॉट मार रहा था और मजबूरी में नंगी चंचल को चुदवान पड़ रहा था। चंचल ने हिमांशु को धीरे धीरे करने को कहा। उधर छोटी बहन रेखा की चूत गीली थी और अभिषेक का लंड हर धक्के के साथ अंदर समाता जा रहा था, थोड़ी ही देर में पूरा लम्बा और मोटा लंड बुर के अंदर समा गया। फिर वो थोड़ी देर उनसे लिपट कर यों ही पड़ा रहा और उनकी मोटी मोटी चूचियों से खेलता रहा। अब तक चुदाई के दर्द के साथ कुछ मजा आने लगा था, उसकी सिसकारियाँ शुरु हो गई थी- आआ ह्ह ओह्ह ओफ्फ्फ्फ उम्म्म अह्ह्ह्ह अह !

छोटी नंगी बहन रेखा ने अपने भाई को कस कर पकड़ रखा था, फिर नंगे अभिषेक ने धीरे धीरे बुर चोदना शुरु किया, दोनों टाँगों को पकड़ा और अपनी चुदाई की रफ्तार तेज़ की। चंचल ने हिमांशु को कहा- अब बस कर ! अब और नहीं सहा जा रहा। इस पर हिमांशु ने अभिषेक को कहा- तू चंचल के साथ आ जा, रेखा की कुंवारी चूत को अब मैं मेरे लम्बे मोटे लंड से चोदूंगा मेरे प्यारे दोस्त। नंगी रेखा चुदते चुदते सातवें आसमान में थी और पूरे जोश में चुदवाये जा रही थी और चुदाई के दौरान लगातार उस कुंवारी रांड की सिसकारियाँ बढ़ रही थी। हिमांशु अभिषेक को हटा कर रेखा पर छा गया।

धीरे धीरे हिमांशु की चुदाई करने की गति तेज़ होती जा रही थी और छोटी बहन रेखा की सिसकारियाँ भी ! अब नंगी चंचल ने अभिषेक के लंड को अपने मुँह में ले लिया और कुछ ही समय में अभिषेक चंचल के मुख में झड़ गया और उनके ऊपर ही लेट गया। उस दिन हिमांशु ने अपनी सगी बहन चंचल और दोस्त की बहन रेखा दोनों को बारी बारी से गोद में उठाकर शानदार चुदाई करी और खूब जमकर चोदा और अभिषेक कभी चंचल को गोद में उठाकर चोदता तो कभी रेखा को अपनी गोद में उठाकर शानदार तरीके से चुदाई करता. वो दोनों दोस्त अक्सर ब्लू फिल्म देखने के बाद पहली एक दुसरे की बहनों को अदला बदली करके चोदा करते फिर बाद में अपनी अपनी बहनों की भी चुदाई करते. मौका पाकर वो दोनों दोस्त मिलकर अपनी अपनी बहनों की चुदाई करते थे और ग्रुप सेक्स का खूब आनंद लेने लगे थे…

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