साड़ी ब्लाउज खोले और मोटे मोटे बूब्स चूसने के बाद धर्मशाला में नंगी शादी शुदा साली की बुर चुदाई करी अपने चूत खोर लौड़े से जीजा साली हिंदी सेक्स कहानी : दोस्तो, यूँ तो कहते हैं कि साली अपने जीजा की आधी घरवाली होती है और यह भी कहते हैं कि जिस तरह पेट की भूख मिटाना जरूरी है, उसी तरह जिस्म की भूख मिटाना भी जरूरी होता है. आज जो हम जीजा और साली के अवैध शारीरिक संबंध की हिंदी सेक्स कहानी मैं आप सभी को सुनाने जा रहा हूँ यह हिंदी सेक्स कहानी मेरी और मेरी साली के बिच हुए सेक्स की है.
दोस्तो… मैं शादीशुदा हूँ तो मेरी सेक्सी धर्म पत्नी ने मुझे उस जवान और सेक्सी लड़की के बारे में बताया था. वो मेरे दूर के रिश्ते में चाचा ससुर की सबसे छोटी बेटी है और उस सेक्सी माल का नाम है दीपाली. उस सेक्सी माल लड़की की शादी को अभी पूरा एक साल भी नहीं हुआ कि उसका रिश्ता बिगड़ गया और कोर्ट में केस चल रहा है और वो पिछले 6 महीने से अपने पापा मम्मी के साथ मायके में ही रह रही है इस कारन उसे लंड खाने की बहुत ज्यादा भूख लगी हुई थी.
बूब्स चूसने के बाद धर्मशाला में शादी शुदा साली की बुर चुदाई करी जीजा साली XXX हिंदी सेक्स कहानी

मैंने मेरी सेक्सी धर्म पत्नी को कहा- यार जो हुआ वो बहुत बुरा हुआ. दीपाली के ऊपर क्या बीती होगी वो ही जानती है. हालाँकि मैंने कभी मैंने उसको देखा नहीं था. फिर मैं और मेरी सेक्सी धर्म पत्नी महीने भर पहले अपनी बुआ सास के बच्चों की शादी में गये थे. वहाँ दीपाली भी आई हुई थी, जिसका हम दोनों को पता नहीं था कि शादी में वो भी आएगी. यहाँ भी देखें: लंड पर दूध मलाई लगाकर सब्जी वाले अंकल ने भोसड़ी चुदाई करी मेरे फूफा ससुरजी ने मेहमानों के रुकने के लिए अच्छी व्यवस्था की हुई थी, उन्होंने एक पूरी धर्मशाला किराये पर की हुई थी, जिसमें करीब बीस कमरे थे, हम दोनों को भी एक अलग कमरा दिया.
मैं सफ़र से बहुत बुरी तरह से थका हुआ था तो फ्रेश होकर मैं वहाँ शामियाने के नीचे कुर्सी लगाकर बैठ गया और अपना मोबाइल फोन निकाल कर उसमे देसी सेक्स विडियो देखने लग गया. करीब आधे घंटे बाद एक लड़की मेरे पास आई और मुझसे बोली, जीजा जी… मैंने जब उस सेक्सी लड़की को देखा तो मैं तो उसे देखता ही रह गया. क्या तारीफ करूँ दोस्तों उस जवान और सेक्सी लड़की की… वो तो अपने आप में आठवाँ अजूबा थी.
मेरी सेक्सी साली की बड़ी बड़ी काली आँखें, भरा भरा गदराया गोरा गोरा जिस्म, 36-32-36 के भरे भरे उसके मोटे मोटे बूब्स थे जिन्हें देखते ही मेरे मुँह में पानी आ गया कि अभी इस साली के मोटे मोटे बूब्स मसल कर इनका सारा का सारा दूध पी जाऊँ, और होंठ तो गुलाब की पंखुड़ियों के जैसे पतले थे जिन्हें एक बार चूसो तो छोड़ने का मन न करे. खैर, फिर मैंने अपने आप को कण्ट्रोल करते हुए उससे उसका परिचय पूछा तो मुझे देखते हुए मुस्कुरा रही थी.
मुझ हवस के पुजारी ने उस चुदने की भूखी शादी शुदा लड़की से पूछा- क्या हुआ? तो वो बोली कुछ नहीं और वो हंसने लगी. शायद वो मेरे मन की स्थिति जान चुकी थी, वो सेक्स की भूखी अबला नारी बोली की मेरा नाम दीपाली है और मैं आपके चाचा ससुर की लड़की हूँ और रिश्ते में आप की साली आधी घर वाली भी हूँ.. फिर मैं चरित्रहीन मर्द बोला की ओह तो आप है मेरी साली दीपाली तो आप ही हैं मेरी आधी घर वाली , हाँ आपकी प्यारी बहन ने बताया था आपके बारे में. मैंने उस जवान और सेक्सी शादी शुदा लड़की से पूछा- मैंने तो आपको पहले कभी देखा नहीं तो अपने मुझे कैसे पहचाना?
वो सेक्स की भूखी अबला नारी बोली की इससे पहले जब आप दिनेश (छोटे चाचा ससुर का लड़का) की शादी में आये थे तो मैंने आपको वहाँ देखा था लेकिन हम मिल नहीं पाए थे. मैं चरित्रहीन मर्द बोला की कोई बात नहीं, अब मिल लिए न. वो सेक्स की भूखी अबला नारी बोली की जीजू बहुत तारीफ सुनी आपकी. मैं चरित्रहीन मर्द बोला की वो क्या? उस शादी शुदा लड़की ने कहा- आप किस तरह प्यारी बहन का पूरा पूरा ख्याल रखते हो, उनकी हर विश पूरी करते हो, उन्हें किसी तरह की कोई कमी महसूस होने देते. वो बहुत खुश है आपके साथ. परिवार में सब आपकी तारीफ करते नहीं थकते. मेरी बहुत इच्छा थी आपसे मिलने की.
मैं चरित्रहीन मर्द बोला की साली साहिबा जी, वो तो हर पति का कर्तव्य है और वैसे भी सेक्सी धर्म पत्नी की सेवा नहीं करेंगे तो मेवा कैसे मिलेगा. मेरे इस जवाब से वो सेक्सी माल लड़की थोड़ी शरमा गई. मैं चरित्रहीन मर्द बोला की चलो आपको कम से कम शरमाना भी आता है. वो सेक्स की भूखी अबला नारी बोली की जीजू, सचमुच प्यारी बहन बड़ी लकी है जो आप उसे मिले. इतने में मेरी सेक्सी धर्म पत्नी वहाँ आ गई और बोली- मिल लिए दीपाली से? मैंने कहा- मैं तो इसे जानता तक नहीं था, इसी ने पहचाना मुझे.
फिर हम दोनों जीजा और साली काफी देर तक वहाँ बैठकर बातें करते रहे लेकिन मेरा पूरा ध्यान दीपाली के सेक्सी जिस्म पर ही था. मैं बार बार उसे और उसके वक्ष उभारों को देख रहा था. वो भी समझ चुकी थी कि जीजू की नज़र कहाँ है और वो मुझे हल्की हल्की मुस्कान दे रही थी. मैं भी मन ही मन बड़ा खुश हो रहा था. फिर हम शाम को निकासी में मिलने को कह कर अपने अपने कमरे में चले गये. शाम को निकासी में जाने के लिए सब तैयार होकर नीचे धर्मशाला के चौक में इकट्ठे हो रहे थे लेकिन मेरी नज़र तो सिर्फ दीपाली को खोज रही थी.
काफी देर के बाद वो भी आई, क्या क़यामत लग रही थी दोस्तो, वो नीले रंग की साड़ी में और ब्लाउज तो काफी खुला था जिस कारण उसके मम्मों की गहराई बिल्कुल साफ दिखाई दे रही थी. दीपाली के मम्मों को देख कर तो मुझे पता नहीं क्या हुआ जो मैं उन्हें ही ललचाई नजरों से देख रहा था. दीपाली मुस्कुराते हुए बोली- जीजू, क्या हुआ? एकदम से मैं चरित्रहीन मर्द बोला की कुछ नहीं कुछ नहीं. वो हंसते हुए भाग गई और मैं उसे देखता रह गया.
थोड़ी देर के बाद निकासी धर्मशाला से लड़की वाले के घर के लिए रवाना हुई, चूँकि लड़की भी वहीं की थी. सब नाच रहे थे, मैं भी नाच रहा था लेकिन मेरा पूरा ध्यान दीपाली पर था. मैं नाचते हुए उसे देख रहा था और वो मेरी पत्नी के साथ नाचने में मगन थी. फिर तो मैं अपनी मस्ती में नाचने में मशगूल हो गया. आधे घंटे के बाद मेरी सेक्सी धर्म पत्नी मेरे पास आई और साइड में ले गई जहाँ दीपाली उल्टियाँ कर रही थी. मैंने भी पूछा- क्या हुआ? वो सेक्स की भूखी अबला नारी बोली की घबराहट के कारण ऐसा हुआ है जीजू.
दीपाली ने कहा- जीजू मुझे तो आप धर्मशाला में छोड़ आओ, मेरी तबियत बिगड़ रही है. मेरी पत्नी ने कहा- आप इसे हॉस्पिटल दिखा कर इसे इसके कमरे पर छोड़ आओ. मैंने कहा- ठीक है. फिर वो वहाँ से चली गई. उसके जाने के बाद मेरी सेक्सी माल साली दीपाली ने कहा- जीजा जी, मुझे हॉस्पिटल नहीं जाना, आप मुझे सीधा धर्मशाला के रूम पर छोड़ दो. मैंने कहा- ठीक है, चलो मेरी आधी घर वाली तुम्हे धर्मशाला पंहुचा देता हूँ. फिर भी नजदीक के मेडिकल से एक दवा ली और पैदल ही धर्मशाला पहुँच गये.
वहाँ वेटर को चाय की बोलकर दीपाली को लेकर उसके रूम में पहुँचा. उसको टेबलेट खिलाई और थोड़ी देर के बाद वेटर आया और चाय देकर चला गया. मैं उठा और दरवाजा बंद करके वापस मेरी जवान और सेक्सी साली के पास आकर बैठा और बोला- अब कैसा फील हो रहा है? वो चुदवाने की प्यासी रांड बोली- अब ठीक है. मैंने उस बहन की लौड़ी से पूछा- क्या हुआ था जो तुम उलटियाँ कर रही थी कहीं पेट में कुछ गड़बड़ तो नहीं है? दीपाली बोली- मैं कुछ समझी नहीं जीजू.
मैं चरित्रहीन मर्द बोला की मतलब यह साली साहिबा जी कि यह गर्भ ठहरने का मामला तो नहीं है है कहीं तुम गर्भवती तो नहीं हो गयी हो न? वो हंसते हुए बोली- नहीं जीजू, ऐसी कोई बात नहीं है, और मेरे नसीब में औलाद का सुख है भी नहीं. मुझ हवस के पुजारी ने उस चुदने की भूखी शादी शुदा लड़की से उसके पति के बारे में पूछा तो मेरी शादी शुदा साली रोने लगी और कहने लगी की मेरे पति तो सिर्फ नाम के हैं, वो तो ज्यादा टाइम अपनी भाभी के साथ बिताते हैं और उनकी ही चुदाई करते हैं और गांड भी मारते हैं.
मेरे पास तो सिर्फ सोने के लिए आते हैं और हर दिन बच्चा नहीं होने वाली गोली (गर्भ निरोधक गोली) खिला देते हैं ताकि मैं माँ नहीं बन सकूँ. यहाँ भी देखें: जिंदगी भर नहींं भूलेगी ऐसी चुदाई हुई थी उसकी XXX Story फिर एक दिन रात में मैंने उन दोनों को सेक्स करते हुए देख लिया और मुझसे बर्दाश्त नहीं हुआ और मैंने अपने मम्मी पापा को सब कुछ बता दिया. तब से मैं अपने मायके में रह रही हूँ और पापा ने मेरी ससुराल वालों पे केस कर दिया. ऐसा कह कर वो सेक्सी माल लड़की जोर जोर से रोने लगी. मैंने खेद जताते हुए उसे चुप कराया और उसके करीब जाकर बैठ गया.
हिम्मत करके मैंने उस चुदने की भूखी शादी शुदा लड़की के कोमल कोमल हाथ को अपने हाथों में लिया और उसे सहलाते हुए उसे समझाने लगा कि जो हुआ उसे वो भूल जाये और एक नए सिरे से अपनी जिन्दगी की शुरुआत करे और इसमें मैं तुम्हारी हर प्रकार से हेल्प करूँगा. ऐसा कहते हुए मैं सिर्फ उसे ही निहार रहा था, तभी वो रोते हुए मेरे गले से लग गई और धन्यवाद देते हुए बोली- जीजू भगवान करे कि अबकी बार भगवान् मुझे आप जैसा साथी दे.
मुझ हवस के पुजारी ने उस चुदने की भूखी शादी शुदा लड़की से कहा कि वो चिंता न करे, अबकी बार उसकी दूसरी शादी के लिए लड़का मैं देखूँगा. वो थैंक्स कहते हुए मुझसे लिपट गई. उसके मुझसे लिपटते ही उसकी मोटे मोटे बूब्स मेरी छाती पर किसी खंजर की तरह घुप गए जिसके फलस्वरूप मेरा11 इंच लम्बा और 3 इंच मोटा लंड कड़क हो गया. मैंने भी उसे दबाते हुए अपनी बाँहों में भर लिया. अलग होते हुए वो मुझसे बोली- जीजा जी, आपसे कुछ मांगूं तो आप मुझे देंगे? मैंने उसे वादा देते हुए हाँ भरी तो दीपाली बोली- जीजू क्या आप मेरी बहन के हिस्से में से थोड़ा सा प्यार मुझे देंगे और वैसे भी साली आधी घर वाली होती है…? और बड़ी मासूमियत के साथ मुझे देखने लगी.
मैंने भी थोड़ा सोचा और फिर उसे गले से लगा लिया. उसकी आँखों में देखते हुए मैंने अपने होंठों को उसके लरजते हुए होंठों से मिला दिया और उसके होंठों का रसपान करने लगा. हम दोनों बड़ी तल्लीनता के साथ एक दूसरे के होंठों को चूस रहे थे. उसके लबों को चूसते हुए मेरा एक हाथ रेंगते हुए उसके एक स्तन को मसलने लगा. करीब 8-10 मिनट के बाद हम अलग हुए और एक दूसरे को देखने लगे.
मैंने उस सेक्सी माल के शरीर से साड़ी को उतारा और ब्लाउज के ऊपर से ही उसके मोटे मोटे बूब्स को बड़ी बेरहमी के साथ मसलने लगा तो वो कसमसाने लगी और कहने लगी- सी..सी… ओह… जीजू मसलो इन्हें, खूब दबाव इन्हें… फिर मैंने उसके ब्लाउज को भी उतार दिया, उस शादी शुदा लड़की ने काली रंग की ब्रा पहन रखी थी. उसके गोरे तन पर काली ब्रा उसके दूध से भरे मोटे मोटे बूब्स को ढके हुए थी. मैंने उसके शरीर से उसे भी उतार दिया. मेरी शादी शुदा साली दीपाली के नंगे बूब्स को देखते ही मैं पागल हो गया और पागलों की तरह उन्हें जोर जोर से मसलने लगा.

फिर मैं उसकी एक निप्पल को अपने मुंह में लेकर चूसने लगा और दूसरे को बड़े प्यार से दबाने लगा. दीपाली भी मस्ती में आते हुए अपने मुँह से ‘सी..सी.. आह..आह्ह… उह्ह…उह्ह..’ की आवाज़ें करने लगी और अपने होंठों को दांतों से दबाते हुए मचलने लगी. इसी दौरान मैंने मेरी साली के पेटीकोट का नाड़ा खोलकर उस चुदाई की भूखी रांड के पेटीकोट को भी उतार दिया. अब उसके शरीर पर सिर्फ अंडरवियर थी जो उसकी गुलाबी बुर को ढके हुए थी. मैं बारी बारी से उसके दूध से भरे मोटे मोटे बूब्स को चूस रहा था और दबा दबा के मसल रहा था.
दीपाली अपनी मस्ती में पागल होते हुए ‘ओह जीजू… ओह जीजू’ कह रही थी. फिर मैं अपने हाथ को मेरे साडू भाई की सेक्सी पत्नी की प्यासी बुर पर ले गया तो उसकी कच्छी पूरी तरह से भीगी हुई थी. मैंने उसे ऊपर से ही बड़ी जोर से मसल दिया तो दीपाली के मुख से ‘आह आह आह’ निकलने लगी. मैं उस जवान और सेक्सी लड़की के सेक्सी शरीर को बड़े प्यार से चूम रहा था तो वो और भी कामुक हुए जा रही थी.
ऐसा करते हुए हमें करीब 15 मिनट हो गये थे. फिर मेरी चुदवाने की भूखी साली दीपाली ने मुझे धक्का दिया और वो मेरे शरीर के ऊपर आ गई. उस शादी शुदा लड़की ने चुदवाने के लिए बड़ी फुर्ती से मेरे सारे कपड़े उतार दिए और मेरे चूत खोर लौड़े को गप्प से अपने मुँह में लेकर किसी कुतिया रांड की तरह पूरी मस्ती से चूसने लगी. वो तो मेरे चूत खोर लौड़े को इस तरह चूस रही थी जेसे कई सालों से प्यासी हो.

वो मेरे चूत खोर लौड़े की चमड़ी को खींचती और लंड के टोपे को अपनी जीभ से चाटती, जैसे तो वो कोई लंड नहीं लॉलीपॉप चूस रही हो. वो पूरा लंड गले तक उतारती और उसका रस अपने मुँह में लेते हुए उसे चूसती और मैं बड़े प्यार से उसके बालों में अपनी अंगुलियाँ फेर रहा था. जब मैं लास्ट स्टेज पर पहुँचा तो उसके सर को पकड़ कर उसके मुँह में ही लंड के ठोके देने लग गया और उसके मुँह में ही झड़ गया.
सेक्सी माल दीपाली भी बड़े प्यार से उसे गटक गई और चाट चाट कर लंड को साफ कर दिया. अब मेरी बारी थी. मैंने भी देर न करते हुए उसकी कच्छी को उतारा और उसकी फुद्दी के दर्शन करने लगा. जैसे ही मैंने अपनी जीभ से मेरे साडू भाई की सेक्सी पत्नी की प्यासी बुर के दाने को छुआ तो वो ‘सी..सी.. सी.. आह..आह..’ करते हुए तिलमिला उठी और बोली- जीजू चाटो इसे, खूब चाटो, खा जाओ इसे, बहुत आग लगा रखी है इसने मेरे अन्दर. आज इस आग को ठंडा कर दो… और फिर मैं लग गया उसकी फुद्दी को चाटने.
मैं अपने होंठों से मेरे साडू भाई की सेक्सी पत्नी की प्यासी बुर के लाल गुलाबी होठों को दबाता, काटता और फिर चूसता, और इस कारण वो जोर जोर से अपनी बुर अपनी कमर उप्पर निचे उचकाते हुए मेरे मुँह पर रगड़ने लगी. मैं भी बड़े प्यार से चाटते हुए मेरे साडू भाई की सेक्सी धर्म पत्नी की प्यासी चूत को अपनी जीभ से चोदने लगा. थोड़ी देर के बाद मेरे साडू भाई की सेक्सी पत्नी की प्यासी बुर अब पानी छोड़ने लगी थी. उसका नमकीन नमकीन टेस्ट मुझे और भी नशा दे रहा था.

मेरी सेक्सी शादी शुदा साली बोली जीजू अब और मत तड़पाओ जल्दी से अपना चूत खोर लौड़ा मेरी प्यासी बुर में डाल दो… और जोर जोर से अपनी कमर उचकाते हुए अपनी बुर को मेरे मुँह पर रगड़ने लगी, लेकिन मैं अपनी जीभ से उसे चोदता रहा. फिर मैंने भी उसकी लाचारी को समझते हुए अपना 11 इंच लम्बा और 3 इंच मोटा चूत खोर लौड़ा मेरे साडू भाई की सेक्सी पत्नी की प्यासी बुर के मुँह पर ले जाकर रगड़ने लगा. वो और भी मचल गई और लंड को डालने के लिए कहने लगी.
मैंने उस नंगी लड़की की गोरी गोरी टांगों को चौड़ा किया और अपने लम्बे और मोटे लंड को उस साली कुतिया रांड की गुलाबी बुर के मुँह पर ले जा कर एक जोर से धक्का दिया और कच्च की आवाज़ के साथ बुर के अन्दर घुस गया. चूँकि मेरी खूबसूरत और सेक्सी साली दीपाली बहुत दिनों के बाद अपनी बुर चुदवा रही थी तो दर्द के कारण उसके मुख से बहुत तेज तेज चिल्लाने की आवाज़ निकल रही थी. वो तो शुक्र है कि उस समय वहाँ कोई नहीं था.
फिर थोड़ी देर मैं उसके बूब्स को सहलाता रहा और उसे चूमता रहा. जब उसका दर्द कम हुआ तो फिर दूसरे धक्के में मैंने अपना चूत खोर लौड़ा पूरा मेरे साडू भाई की सेक्सी पत्नी की प्यासी बुर में उतार दिया, लेकिन अबकी बार उस शादी शुदा लड़की ने अपना मुंह भींच लिया. फिर मैं अपने तंदरुस्त लौड़े को अन्दर-बाहर अन्दर-बाहर करने लगा.
थोड़ी देर के बाद नंगी दीपाली भी अपनी कमर उचकाते हुए लंड को पूरी तरह अपनी बुर में लेने लगी. फिर मैं बड़े आराम से मेरे साडू भाई की सेक्सी पत्नी की प्यासी बुर चोद रहा था और वो भी मस्ती में चुदवाते हुए अपने मुँह से ‘उह्ह… उह्ह… उह… आह…आह… आह… हाय… हाय… मेरे राजा चोद… चोद.. और जोर से चोद… फाड़ दे मेरी बुर… बहुत आग लगा रखी थी इसने… आह…आह… उह्ह… उह्ह… आह्ह….उई मेरी माँ …. मर गई…’ और ऐसा कहते हुए वो एक बार और झड़ गई. उस वजह से बुर में से पिच्च ….पिच्च …फच्च ….फच्च…. की आवाज़ें हो रही थी. लेकिन मैं मेरी शादी शुदा नंगी साली की बुर चुदाई करे जा रहा था.

मेरी शादी शुदा साली भी किसी रांड की तरह बड़े मज़े के साथ मस्त होकर बराबर अपनी कमर को उचका कर लंड के धक्के का जवाब अपनी गांड उचका कर अपनी बुर से दे रही थी. फिर एकदम से मैंने अपने तंदरुस्त लौड़े को बाहर निकाला ओर उसे कुतिया बनाकर चोदने लगा. आगे से मैं उसके दोनों बूब्स को मसल रहा था और नीचे से मेरा लंड मेरे साडू भाई की सेक्सी पत्नी की प्यासी बुर चोद रहा था. मेरी नंगी साली दीपाली कुतिया बने हुए बड़े मज़े में चुदते हुए ‘उह्ह.. उह्ह.. उह्ह… हाय… हाय… आह.. आह… और चोदो… और.. और… और… आह… आह… आह…’ और पता नहीं जाने क्या क्या बक रही थी.
अब मैं सेक्स की लास्ट स्टेज पर पहुँच गया था, मैं मेरी नंगी साली से बोला की दीपाली मेरे लंड से पिचकारी चलने वाली है अन्दर छोड़ूँ या फिर बाहर? वो सेक्स की भूखी अबला नारी बोली की जीजा जी मुझे आपके लंड का पानी और पीना है. यहाँ भी देखें: गरम माँ की गांड में लण्ड घुसा दिया वो चिल्ला पड़ी आहह… हिन्दी संभोग कहानी फिर मैं जोर जोर से शॉट मारने लगा. लगभग दस मिनट के बाद मेरे चूत खोर लौड़े ने गरम गरम पानी छोड़ दिया तो नंगी दीपाली गप्प से मुँह में लेकर लंड को चूसने लगी और आखरी बूंद तक चूसती रही और मेरे लंड से निकला सारा का सारा वीर्य पी गई.
थोड़ी देर के बाद जब हम नार्मल हुए तो हमने हमारे कपड़े पहने. तभी दीपाली मेरे पास आई और मुझे किस करते हुए मुझे थैंक्स बोला और कहा- यह मेरी लाइफ का सबसे यादगार लम्हा रहेगा जीजू मैं हमारे बिच बने इस अवैध शारीरिक संबंध को कभी नहीं भूलूँगी. और इतना कहते हुए उस साली बहन की लौड़ी ने मुझे अपने गले से लगा लिया. दोस्तों आज भी जब कभी हम जीजा साली को अवैध शारीरिक संबंध बनाने का मौका मिलता है हम सेक्स करते हैं…