साड़ी ब्लाउज उतार कर छत पर नंगी होकर नहाते देखा जवान और सेक्सी पड़ोसन भाभी को घर जाकर उनकी प्यासी चूत की खतरनाक चुदाई भी करी भाभी देवर की नयी हिंदी सेक्स कहानी फ्री में ऑनलाइन पढ़ें :- मेरे घर की छत उन की छत से लगी हुई है और काफी ऊँचाई पर है. मैं गांडू वहाँ से अकसर वहाँ रहने वाली औरतों को नंगी होकर नहाते हुए देखता था और हस्तमैथुन करा करता था. हमारे घर की छत ऊँची थी और हमारे पड़ोसियों की नीची छत थी और उनके बाथरूम पर छत नहीं थी जिस वजह से अंदर का सेक्सी नजारा देखने में बिलकुल भी प्रोब्लम नहीं होती थी.
एक दिन सुबह मैं गांडू जब छत पर था, तो मैंने देखा कि मेरे पड़ोस वाली नई नवेली भाभी छत पर नहाने की तैयारी कर रही थीं. उसके हाथ में उसका ब्लाउज व पेटीकोट था. ब्रश करते हुए पड़ोस वाली गरम माल भाभी बाल्टी में पानी भरने लगी. यहाँ भी देखें:- मम्मी को ब्लैकमेल करके चोदा माँ के साथ संभोग करा मैं उसे छत पर से देख रहा था. फिर उस जवान और सेक्सी पड़ोसन भाभी ने अपनी साड़ी उतारी और ब्लाउज भी उतार दिया पड़ोस वाली गरम माल भाभी बस ब्रा और पेटीकोट पहन कर मेरे सामने थीं. मैं देखता ही रह गया उसे. चोदा चादी करने के लिए मेरी पैन्ट में मेरा आवारा लन्ड जोर-जोर से उफान मार रहा था.
छत पर नंगी नहाते देखा पड़ोस वाली भाभी को घर जाकर खतरनाक चुदाई करी हिंदी सेक्स कहानी
मेरा मन पर उसे पूरा देख कर मुठ मारने का था. मैं गांडू वहीं खड़ा होकर उसे नहाते देख रहा था. उस जवान और सेक्सी पड़ोसन भाभी ने अपनी ब्रा भी उतार दी. क्या मस्त चूचियाँ थीं उसकी. उस जवान और सेक्सी पड़ोसन भाभी ने फिर अपना पेटीकोट को चूचियों के ऊपर बाँधा और नहाने लगी. पानी डालने के बाद उस जवान और सेक्सी पड़ोसन भाभी ने सारे बदन पर साबुन लगा लिया और अपने पेटीकोट को नीचे कर हाथ अन्दर कर मसलने लगी.
उस सेक्सी माल महिला के दोनों मोटे मोटे मम्मे मेरे सामने साबुन में नंगे नाच रहे थे. कुछ देर बाद उस जवान और सेक्सी पड़ोसन भाभी ने अपना पेटीकोट खोल दिया तो उसकी सेक्सी चूत मुझे नजर आने लगी. सेक्सी भाभी की बुर एक दम साफ थीं चूत पर एक भी बाल नहीं था. वहाँ पर एक भी बाल नहीं था. पड़ोस वाली गरम माल भाभी उठी और तौलिए से अपना बदन पोंछ्ने लगी. फिर उस जवान और सेक्सी पड़ोसन भाभी ने अपने कपड़े पहने और अन्दर चली गई.
फिर मैं गांडू वहीं पर मुठ मार कर अपना माल निकाल कर नीचे आ गया. फिर तो मैं गांडू रोज ही भाभी के नहाने का इन्तज़ार करता रहता और उसे नहाते हुए देखता रहता. 10-15 दिन बाद मैं गांडू जब उसे नहाते हुए देख रहा था, तो भाभी ने मुझे छत पर देख लिया. मेरी तो गान्ड फट कर हाथ में आ गई. मुझे लगा कि पड़ोस वाली गरम माल भाभी मेरे घर पर बता देगी. मैं गांडू ऊपर से नीचे आ गया और घर से बाहर चला गया. काफी देर बाद वापस आया, लेकिन डर लग रहा था पर ऐसा कुछ भी नहीं हुआ. मेरी जान में जान आ गई.
लेकिन मेरी जवानी मचल रही थी मेरा मन मान नहीं रहा था इन सब गन्दी हरकतों से. अगले दिन फिर सुबह छत पर पहुंचा, तो कुछ देर बाद पड़ोस वाली गरम माल भाभी छत वाले बाथरूम में नंगी होकर नहाने के लिए आ गई. उस जवान और सेक्सी पड़ोसन भाभी ने ऊपर देखा ही नहीं की मैं खड़ा हूँ उसे नंगी होकर नहाते हुए देखने के लिए. मुझे लगा कि पड़ोस वाली गरम माल भाभी आज फिर से मुझे ना देख ले, इसलिए आज मैं गांडू सावधान था. जैसे मुझे लगे उसकी नजर पड़ने वाली है, मैं पीछे हो जाता.
पड़ोस वाली गरम माल भाभी नहा रही थीं और मैं गांडू मजे लेकर उस नंगी महिला के सेक्सी जिस्म को देख रहा था और मुठ मार रहा था. दोस्तों आज उस सेक्सी नंगी महिला को नहाते हुए देखकर मुझे लग रहा था कि पड़ोस वाली गरम माल भाभी कुछ अलग अन्दाज में नहा रही है. उस जवान और सेक्सी पड़ोसन भाभी ने अपना पेटीकोट आज ऊपर नहीं बल्कि अपनी चूचियों के नीचे ही कर रखा था. उसके गोरे-गोरे चूचे देख कर आज अलग ही मजा आ रहा था. कुछ देर बाद उस जवान और सेक्सी पड़ोसन भाभी ने साबुन अपने हाथों पर रगड़ा और अपनी चूत पर लगाने लगी. पेटीकोट को पूरा ऊपर कर पड़ोस वाली गरम माल भाभी हाथों से अपनी चूत में अन्दर डालकर अपनी चिकनी बुर की साफ सफाई कर रही थीं.
मुझे उस नंगी जवान महिला की चिकनी बुर साबुन के सफेद सफेद झागों में से बिलकुल साफ साफ नजर आ रही थीं. फिर उस जवान और सेक्सी पड़ोसन भाभी ने पानी डाल कर साबुन साफ किया. वही चिकनी चूत मेरे सामने आ गई. मैं तो देखता ही रह गया. पड़ोस वाली गरम माल भाभी खड़ी हो गई और अपना पेटीकोट नीचे गिरा दिया और पानी डालने लगी. अब पड़ोस वाली गरम माल भाभी मेरे सामने पूरी तरह से नंगे बदन नहा रही थीं. कभी पड़ोस वाली गरम माल भाभी अपने चूचे मलती, कभी अपनी चूत पर हाथ से साफ करती. मैं तो आज पूरा जोश में था. मेरे मन में उसे चोदने का ख्याल था. पर मुझे नहीं लगता था की चूत भी मिलेगी इसकी.
बस अब पड़ोस वाली गरम माल भाभी रोज मुझे अपने शरीर के दर्शन कराती थीं. मैं समझ चुका था कि पड़ोस वाली गरम माल भाभी जानबूझ कर ये सब कर रही है, क्योंकि जब मैं गांडू उसे नहाते हुए देखता था तो पड़ोस वाली गरम माल भाभी बड़ी चालाकी से मुझे देखती थीं कि मैं वहाँ पर हूँ या नहीं. फिर पड़ोस वाली गरम माल भाभी मुझे अपना सब कुछ दिखा देती. एक दिन जब मैं गांडू घर आया, तो देखा कि भाभी अपने लड़के के साथ मेरी माँ के साथ बैठी है.
डर के मारे मेरी गांड पूरी की पूरी फट गई मुझे लगा कि ये आज मेरी माँ चोद डालेगी, पर पड़ोस वाली गरम माल भाभी मुझे देख कर हँस पड़ी. उसे देख कर मैं गांडू सीधा अन्दर चला गया. मेरी माँ बोली- यह मेरा लड़का है. “हाँ मैंने देखा है, इसे कई बार… क्या करता है यह?” “यह तो अभी पढ़ ही रहा है. इकलौता है ना तो इसे कोई कमी नहीं होने देते. अब तो ये ही है बस घर में.” मैं यह सब अन्दर से सुन रहा था. तभी उसका लड़का रोने लगा. मेरी माँ ने कहा- बेटा इसे रसोई से कुछ बिस्कुट ला के दे दे. “जी माँ, अभी लाया!” और मैं गांडू रसोई से बिस्कुट ले आया और उसके छोटे से बच्चे को अपनी गोद में ले लिया और उसके साथ खेलने लगा.
पड़ोस वाली गरम माल भाभी भी मेरे कमरे में आ कर वहीं खेलता रहा. कुछ देर बाद भाभी जाने लगी. पड़ोस वाली गरम माल भाभी अन्दर आई और मुझे देख कर मुस्कुराने लगी और अपने बेटे को गोद में उठा लिया और बाहर आ गई. “भाभी लगता है शैतान पप्पू इस से हिल-मिल गया है… इसके पास जा कर रोया ही नहीं!” उस जवान और सेक्सी पड़ोसन भाभी ने मेरी माँ से कहा. “हाँ बेटी, ये भी बच्चों से बहुत प्यार करता है!” “हाँ, तभी ये भी उसके पास जा कर नहीं रोया… ” और पड़ोस वाली गरम माल भाभी अपने बेटे को चूमने लगी.
फिर सेक्सी भाभी मुझे कहने लगी की देवर जी तुम्हें जब भी इस शैतान पप्पू से मिलना हो, घर आकर मिल लेना…” “हाँ बेटा कभी जाना हो चले जाना और उसे यहाँ ले आना, यहीं पर खेलता रहेगा.” और पड़ोस वाली गरम माल भाभी चली गई पर मुझे चुदाई का न्यौता दे गई. मैं सोचता जाने की, पर नहीं जाता. मैं उससे कुछ कहूँ और पड़ोस वाली गरम माल भाभी मेरी माँ को कह दे… बस यही डर था.
दो दिन बाद इतवार को मैं गांडू अपनी छत पर था. तब उस जवान और सेक्सी पड़ोसन भाभी ने मुझे ऊपर देखा. मुझे लगा कि अब यह कुछ देर बाद नहाएगी. उस जवान और सेक्सी पड़ोसन भाभी ने मुझे आवाज दी- राहुल सुनो जरा! “हाँ भाभी जी, बोलो क्या हुआ?” “यह शैतान पप्पू कुछ भी काम नहीं करने दे रहा, तुम इसे अपने घर ले जाओ. मैं अपना काम पूरा कर के इसे ले आऊँगी.” “मैं अभी आ रहा हूँ.” मैंने सोचा ‘वाह’ आज तो किस्मत साथ दे रही है. चल बेटा.
फिर मैं गांडू उनके घर आ गया. भाभी ने कहा- अरे राहुल शैतान पप्पू कुछ भी नहीं करने दे रहा है. तुम इसे सम्भाल लोगे! या घर ले जाओ भाभी को दे देना.” “नहीं भाभी मैं गांडू देख लूँगा शैतान पप्पू को.” “ठीक है यहीं पर रूक जाओ या घर ले जाओ!” “नहीं, मैं गांडू यहीं आपके यहाँ पर ही रूक जाता हूँ .” “सही है… तुम रूम में टीवी देखते रहना. यह भी खेलता रहेगा.” मैं तो यहीं चाहता था. मैं गांडू अन्दर आ गया शैतान पप्पू को लेकर और टीवी आन कर देखने लगा. शैतान पप्पू भी वहीं खेल रहा था. भाभी अपना काम करने लगीं.
करीब आधे घंटे बाद भाभी अन्दर आ गईं. और बोलीं- अगर आज तुम ना होते तो ये शैतान पप्पू कुछ भी काम नहीं करने देता. “हाँ भाभी ये तो है. बच्चा है ये, इसे क्या पता की इसकी माँ को कितने काम रहते हैं!” “बस राहुल थोड़ी देर और, मैं गांडू नहा लूँ फिर तुम चले जाना!” और ये कह कर पड़ोस वाली गरम माल भाभी मेरी तरफ ऐसे देखने लगीं, जैसे कह रही है कि तुम रोज छ्त से देखते हो. आज सामने से देख लेना. मैं भी यहीं सोच रहा था. पड़ोस वाली गरम माल भाभी मुझे देख कर मुस्कुरा रही थीं. मैंने कहा जैसी आप की इच्छा भाभी जी…
उस जवान और सेक्सी पड़ोसन भाभी ने अपने कपड़े अलमारी से निकाल कर गेट पर पर्दा लगा दिया और हल्का सा गेट बन्द कर दिया. बाहर पानी चला दिया. पानी की आवाज मेरे कान में साफ सुनाई दे रही थीं. मैंने खिड़की से झाँक कर देखा. पड़ोस वाली गरम माल भाभी पेटीकोट को पकड़ कर ब्रश कर रही थीं. काले शीशे की वजह से पड़ोस वाली गरम माल भाभी मुझे नहीं देख सकती थीं. फिर पड़ोस वाली गरम माल भाभी बैठ कर पानी अपने ऊपर डालने लगी.
अब उस जवान और सेक्सी पड़ोसन भाभी ने अपना पेटीकोट भी उतार दिया था. उसे पता था मैं गांडू उसे जरूर देखूँगा. पड़ोस वाली गरम माल भाभी मुझे दिखा दिखा कर अपने हाथ से अपनी प्यासी चूत को रगड़ रही थीं. और मैं गांडू उसे देख रहा था और मेरा मेरा लौड़ा कड़क होता जा रहा था. पड़ोस वाली गरम माल भाभी भी बार-बार गेट की तरफ देख रही थीं. उस जवान और सेक्सी पड़ोसन भाभी ने साबुन अपने पूरे बदन पर लगा कर अपने 36 नाप की चूचियों को मसलने लगी. मेरा बुरा हाल हो रहा था.
उसे देखकर मन कर रहा था कि मुठ मार कर झाड़ दूँ या इस साली हरामजादी की गांड और चूत को अभी चोद डालूँ. क्या मस्त चूत! क्या मस्त चूचियाँ! क्या मस्त गांड है यार…!! तभी पता नहीं, शैतान पप्पू गेट से निकल कर बाहर अपनी माँ चुदवाने के लिए चला गया और अपनी माँ की ओर जाने लगा. मैं देख कर चौंक गया- अरे ये बच्चा कब चला गया…” मुझे लगा कि बेचारा बच्चा पानी में गीला हो जाएगा पर जवान और सेक्सी पड़ोसन भाभी छत के बाथरूम में नंगी होकर नहा रही थीं. तभी भाभी की आवाज आई- राहुल शैतान पप्पू को अन्दर कर लो, यह भीग जायेगा.”
मैं जवान और सेक्सी पड़ोसन भाभी की आवाज सुन कर बाहर भागा. भाभी मेरे सामने एकदम नंगी खड़ी थीं और रूक कर उसे देखने लगा. पड़ोस वाली गरम माल भाभी मेरे लोअर में लन्ड के उभार को देख रही थीं. क्योंकि मेरा लन्ड उसे देख कर अब भी खड़ा था. तभी जवान और सेक्सी पड़ोसन भाभी मुझसे बोली की राहुल तुम अन्दर ले जाओ शैतान पप्पू को. मैंने उसे उठाया- शैतान बाहर कैसे आ गया. फिर मैं गांडू अन्दर आ गया. कुछ देर बाद भाभी पेटीकोट में ही अन्दर आ गई. ऊपर बस तौलिया लपेट रखा था.
उस महिला के सेक्सी हुस्न को देखकर मेरी हालत पतली हो चुकी थीं और अब उसके साथ अवैध शारीरिक सम्बन्ध बनाने की बहुत ही ज्यादा इच्छा होने लगी थी. मेरी तरफ देख कर पड़ोस वाली गरम माल भाभी मुस्कुरा दीं, और मैं गांडू गांडू कुछ नहीं कर रहा था. पड़ोस वाली गरम माल भाभी अपने कपड़े अन्दर ही ले कर आ चुकी थीं और मेरी ओर अपनी कमर करके खड़ी हो कर ब्रा पहनने लगीं और मेरी पैंट फटने को हो रही थी. ब्लाउज पहन कर भाभी मेरी ओर आई और मेरी टी-शर्ट को पकड़ कहने लगी- तुम छत से मुझे बाथरूम में नंगी होकर नहाते हुए जो देखते हो मुझे सब पता है.
मैं डर गया और बोला की हाँ पर भाभी आप ये बात मेरी माँ से मत कहना नहीं तो पता नहीं क्या सोचेगी मेरे बारे में! “नहीं बताऊँगी, पर तुम से जो पूछूँगी सही बताओगे बोलो?” “हाँ पूछो भाभी.” और पड़ोस वाली गरम माल भाभी हँसने लगी- ठीक है ये बताओ तुमने मेरा क्या-क्या देखा है? मैं समझ गया ये मेरे साथ मजे ले रही है. मैं गांडू बोला की मैंने भाभी आपका सब कुछ देखा है. वासना से भरी पड़ोस वाली गरम माल भाभी मुस्कुरा दीं- क्या-क्या? सब बता दो नहीं तो…! मैंने कहा- आपका ऊपर का नीचे का! “अरे राहुल खुल कर बता, मैं तेरी माँ बहन को कुछ भी नहीं बता रही ये सब बातें. बोल ना!!”
दोस्तों भाभी की तरफ से हरी झंडी पाकर अब मैं भी बहुत खुश हो गया. दोस्तों मैंने सोचा की जब ये बहन की लौड़ी खुद ही बोल रही है तो क्यूँ शरमाऊँ, मैंने कहा- आप की पहाड़ जैसी चूचियाँ, आपकी गांड, आपकी चूत… सब कुछ. “क्या छत से सब दिखता है?” “नहीं पूरा तो नहीं पर कुछ तो दिख ही जाता है भाभी.” अब मुझे डर नहीं लग रहा था. “देखने से क्या होता है?” “पड़ोस वाली गरम माल भाभी मेरा लन्ड खड़ा हो जाता है.” “और फिर क्या करते हो?” पड़ोस वाली गरम माल भाभी मेरे चेहरे को देखने लगी. “मैं उसे हिला कर अपना माल निकाल देता हूँ .” “कैसे?” “क्क्क्क् कैसे!! भाभी ये मैं कैसे बताऊँगा आपको?” “अरे घर पर भी तो करते होगे.
अब भी तुम मुझे देख रहे थे और तुम्हारा लन्ड भी खड़ा है.” यह कह कर उस जवान और सेक्सी पड़ोसन भाभी ने मेरे खड़े लन्ड पर हाथ रख दिया. “नहीं पड़ोस वाली गरम माल भाभी तो मैं गांडू बाथरुम जा कर करता हूँ .” “तो कोई बात नहीं, इधर मैं गांडू कर देती हूँ.” उस जवान और सेक्सी पड़ोसन भाभी ने मेरा लोअर नीचे करके मेरा लन्ड हाथ में ले लिया. मेरा एकदम खड़ा लन्ड आसमान को देख रहा था. उस चुदने की भूखी शादी शुदा महिला का हाथ लगते ही मेरा लन्ड और ज्यादा कड़क हो गया.
ये देखकर उस जवान और सेक्सी पड़ोसन भाभी ने कहा- वाह देवर जी आप का लौड़ा तो बहुत बड़ा और मोटा है. फिर भाभी जी मुझसे पूछने लगी की देवर जी तुमने इसे इतना बड़ा कैसे किया? मैंने उन्हें बोला की पता नहीं भाभी जी यह तो अपने आप ही इतना बड़ा है. पड़ोस वाली गरम माल भाभी खुश हो गई. उसकी आँखों में मुझे वासना नजर आ रही थी. “चलो आज मैं गांडू तुम्हें सब कुछ खुद ही दिखा देती हूँ, ताकि तुम छत पर परेशान ना हो.”
उस जवान और सेक्सी पड़ोसन भाभी ने अपना ब्लाउज खोला और अपनी ब्रा भी उतार दी और मेरे लन्ड को अपने हाथ में लेकर हिलाने लगी. मेरा सीना उसकी चूचियों से हल्का सा छू भर रहा था और पड़ोस वाली गरम माल भाभी खड़े हो कर मेरी आँखों में देखती हुई मेरे लन्ड को हिला रही थी. मेरा हाथ पकड़ कर उस जवान और सेक्सी पड़ोसन भाभी ने अपनी चूचियों पर रख कर खुद ही दबाने लगी.
अब मुझ से नहीं रहा गया मैं गांडू भी उसकी चूचियों को दबा रहा था. पड़ोस वाली गरम माल भाभी भी मेरे दबाने का पूरा मजा ले रही थीं. मैंने अपनी टी-शर्ट उतार दी. पड़ोस वाली गरम माल भाभी मेरे सीने से लग कर मेरे बालों को पकड़ कर मेरा मुंह अपने सीने पर लटके दो मोटे मोटे खरबूजो के बिच में गड़ाने लगी. मैंने उसके निप्पल को मुंह में भर लिया और किसी छोटे भूखे बच्चे की तरह चूसने लगा.
पड़ोस वाली गरम माल भाभी बोली- राहुल जोर से चूसो मेरे इन मोटे मोटे बूब्स को. मैं भी बूब्स को जोर जोर से चूसने लगा. काफी देर तक मैं गांडू उसके निप्पलों को किसी छोटे भूखे बच्चे की तरह चूसता रहा. जब मैं गांडू उस सेक्सी माल महिला के बूब्स किसी छोटे बच्चे की तरह अपने मुंह में लेकर चूस रहा था उस दौरान पड़ोस वाली गरम माल भाभी सेक्सी माल महिला मेरा लौड़ा अपने हाथ में लेकर मेरी मुठ मार रही थी. फिर पड़ोस वाली गरम माल भाभी नीचे आकर मेरा लन्ड अपने मुँह में लेकर चूसने लगी.
मुझे काफी मजे आ रहे थे क्योंकि मेरी इच्छा जो पूरी हो रही थी. ब्लोजॉब के दौरान मैं गांडू उसका सर पकड़ कर लन्ड पर दबाने लगा. पड़ोस वाली गरम माल भाभी और जोर से चूसने लगी. मैंने देखा पड़ोस वाली गरम माल भाभी अपनी चूत हाथ से मसल रही थी. वासना से भरी पड़ोस वाली गरम माल भाभी उठी और अपना पेटीकोट खोल दिया और मुझे पलंग पर गिरा दिया. उसके बाद उन्होंने मेरे पैरों में से लोअर पूरा निकाल दिया और मेरे लन्ड को किसी रंडी की तरह पुरे जोश के साथ चूसने लगी और मुझे ब्लोजॉब देने लगी.
मुझे लगा जैसे पड़ोस वाली गरम माल भाभी नशे में हो. पड़ोस वाली गरम माल भाभी पूरे जोश में आकर ये सब कर रही थी. फिर पड़ोस वाली गरम माल भाभी भी पलंग पर आ गई और मेरे पैरों के ऊपर चढ़ कर बैठ गई. उस जवान और सेक्सी पड़ोसन भाभी ने लन्ड को पकड़ा अपनी कमर उठा चूत पर लगा कर नीचे बैठ गई. “आ… आ… आ ह… ह ह्ह्ह… ह…” मेरा पूरा लन्ड उसकी चूत में घुस चुका था. पड़ोस वाली गरम माल भाभी जोर से मेरे खड़े लन्ड पर कूदने लगी.
मैं भी जोर लगा रहा था, पर पड़ोस वाली गरम माल भाभी मेरे ऊपर थी. पड़ोस वाली गरम माल भाभी जोश में बोल रही थी- आह्ह्ह्ह… ह्ह… आ ह्ह… ह्ह्ह… राहुल आज मेरी चूत को सही लन्ड मिला है चुदवाने के लिए देवर जी आज मेरी खतरनाक चुदाई करके मेरी इस प्यासी चूत की पूरी प्यास बुझा देना आज” मैं भी जोश में बोला- हाँ भाभी आज आपकी प्यासी चूत की चुदाई करके इसकी प्यास बहुत अच्छी तरह से शांत कर दूंगा आप बिलकुल भी चिंता मत करो … पड़ोस वाली गरम माल भाभी ऐसे ही मेरे लन्ड पर 10 मिनट उछलती रही…
फिर नीचे पलंग पर लेट गई. “आ जा राहुल आज फाड़ दे मेरी चूत को अपने इस मूसल जैसे लंड से चोदकर.” मैं उठ कर उसके पैरों के बीच में आ गया और अपना लन्ड पकड़ कर उसकी चूत पर सेट करने के बाद जोर से धक्का मार दिया. एक जोरदार धक्के के साथ मेरा पूरा लन्ड उस नंगी महिला की चूत की गहराई में पूरा का पूरा समा गया. मैं उसके ऊपर झुका और उसकी चूचियों को मुँह में लेकर चूसने लगा और उसके बच्चे के हिस्से का दूध खुद पिने लगा. वासना से भरी उस जवान और सेक्सी पड़ोसन भाभी ने भी मुझे कन्धे से पकड़ लिया . मैं गांडू जोर लगा कर उसे चोद रहा था. उसके हर झटके के साथ हिलती उस की चूचियों ने मुझे पागल कर दिया.
मैं गांडू और जोर से उसे चोदने लगा. “आअ राहुल आज तुम्हें पूरा मजा दूँगी सेक्स करने का . अब छत से मत देखना… आह्ह्ह… अह्ह्ह… आह… हाह… ह्ह… अह और जोर से करो ना राहुल और तेज और तेज… आह्ह्ह आह ह्ह्हा आह्ह्ह्ह आह्ह मर गई तेरे लन्ड पर तेरी भाभी.” 20 मिनट की जोरदार चुदाई के बाद नंगी भाभी ने मुझे जोर से अपनी बाहों में जकड़ लिया और बोली देवाज जी मैं गांडू तो गईईई… ईईई राहुल और पड़ोस वाली वासना से भरी गरम माल भाभी चुदते चुदते झड़ने लगी.”
भाभी जी के साथ अवैध शारीरिक सम्बन्ध बनाते हुए मैंने भी जोरदार धक्के मारते हुए अपना पूरा माल उसकी प्यासी चूत के अंदर डाल दिया और उनकी चूत में अपना वीर्य भर डाला. उस खतरनाक चुदाई के बाद हम दोनों भाभी और देवर निढाल होकर एक दूसरे की बाँहों में बाँहें डाल कर बेसुध हो गए. कुछ देर हम दोनों की चुदास से भरी आँखें खुलीं और हम एक दूसरे को देखकर मुस्कुरा उठे क्यों की आज हम दोनों भाभी और देवर की अवैध शारीरिक सम्बन्ध स्थापित करने की मनोकामनाएं पूरी जो हो चुकी थीं. फिर मैं गांडू अपने कपड़े पहन कर घर आ गया.