HomeAntarvasna Hindi Sex Storiesचुदवाते चुदवाते नंगी भाभी चुदाई के दर्द से चीख पड़ी उई माँ

चुदवाते चुदवाते नंगी भाभी चुदाई के दर्द से चीख पड़ी उई माँ

मेरे लम्बे मोटे लंड से अपनी टाइट भोसड़ी चुदवाते चुदवाते नंगी भाभी चुदाई के दर्द से चीख पड़ी उई माँ मैंने सही मौका देखकर अपना दूसरा झटका देकर लंड को उसकी भोसड़ी की गहराईयों में उतार दिया और चोदने लगा. मेरा लंड बहुत आराम से फिसलता हुआ सीधा उसकी बच्चेदानी से टकरा रहा था. मैंने मेरे लंड से निकले वीर्य की एक एक बूंद नंगी भाभी की भोसड़ी के अंदर ही डाल दि और तब तक में हल्के हल्के धक्के देता रहा और वो चुदवाते चुदवाते मुझसे कहती रही कि तुम बहुत अच्छी चुदाई करते हो अन्तर्वासना XXX नई हिंदी 18+ सेक्स कहानी फ्री :-

अन्तर्वासना से भरे मेरे प्यारे दोस्तों मेरी यह हिंदी सेक्स कहानी पिछले साल की ही एक सच्ची घटना पर आधारित है. दोस्तों तब मेरे पड़ोस में एक बहुत ही सेक्सी भाभी रहती थी, उसकी शादी को चार साल बीत गए थे, लेकिन उनको अभी तक कोई औलाद नहीं थी. उसका जीवन साथी घर से ज़्यादातर बाहर ही रहता था और घर में उन दोनों के अलावा कोई नहीं रहता था. अन्तर्वासना से भरे मेरे प्यारे दोस्तों वो भाभी दिखने में बहुत ही मस्त हॉट माल थी.

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सेक्सी माल भाभी का फिगर करीब 34-28-36 होगा और भाभी के कपड़े पहनने के तरीके की वजह से भाभी और भी सेक्सी लगती थी और उस सेक्सी शादी शुदा रंडी का जालीदार ब्लाउज उस ब्लाउज के अंदर स्टाइलिश ब्रा और साड़ी पहनने का तरीका हमे हमेशा भाभी के और ज़्यादा करीब आकर्षित करता था, दिखने में वो बिल्कुल ज़रिन ख़ान के जैसी थी और हमारी सोसाईटी के सभी लड़के भाभी के नाम की माला और मुठ मारते थे और भगवान से प्राथना करते थे कि कब उनको भाभी के साथ चुदाई करने का मौका मिलेगा?

अन्तर्वासना से भरे मेरे प्यारे दोस्तों शुरू शुरू में भाभी ने मुझे अपने सेक्सी बदन को दिखाकर भी बहुत सताया और सोसाईटी के सभी लड़के भी कई बार मुझसे कहते थे कि साले इसको पटाना बहुत ही मुश्किल है, लेकिन में फिर भी भाभी से बात करने का मौका ढूंढता रहता था, उनके उस हॉट सेक्सी बदन को घूरता था और भाभी को देखते ही मानो मुझे 440 वाल्ट के करंट का झटका लगने लगता था और में जब तक उस जवान और सेक्सी भाभी को ना देख लूँ मेरी बैचेन आँखों को सुकून नहीं मिलता और भाभी को देखने के बाद मेरे लंड को सुकून नहीं मिलता था फिर मुझे हस्तमैथुन करके मेरे लंड को शांत करना पड़ता था.

एक दिन में बस स्टॉप पर बस की राह देख रहा था, मुझे कहीं बाहर जाना था तो में बस का इंतजार करता रहा और फिर थोड़ी देर में वहां भाभी भी आ गई और अब मैंने देखा कि वो एक बस में चड़ गई थी तो मैंने तुरंत अपनी बस को छोड़ दिया और जिस बस में भाभी चड़ी थी में भी उसी बस में चड़ गया. फिर में क्या बताऊँ यारो उस बस में बहुत भीड़ थी और मेरे आगे भाभी और उनके पीछे में अगर बस किसी गड्डे में से जाती तो उसके ब्रेक लगते और मुझे मज़ा बहुत आता और अगर कोई स्पीडब्रेकर आ जाता तो और भी बहुत मज़ा आता और जब कभी ड्राइवर ब्रेक मारता तो में जानबूझ कर सीधा ज़ोर से भाभी के पीछे अपना लंड ठोक देता.

दोस्तों अब मैं रंडी बाज तो बस इस फिराक़ में रहता कि कब ब्रेक लगे और कब में भाभी को ठोक दूँ? भाभी मुझे गुस्से से देख रही थी. फिर में कुछ देर बाद बस से उतरा और तुरंत नीचे भाग गया और उसके बाद में भाभी के सामने करीब एक सप्ताह तक नहीं गया, मुझे उनसे अब थोड़ा डर सा लगने लगा था. एक दिन में उसके घर के सामने से जा रहा था तो मैंने देखा कि भाभी अकेली कपड़े सुखा रही थी तो में उसके पास चला गया और मैंने मन ही मन में भगवाव से कहा कि प्लीज आप मेरी मदद करो और मैंने उसको सीधा बोल दिया कि भाभी जी तुम मुझे बहुत अच्छी लगती हो अगर आपको मैं पसंद नहीं हूँ तो कोई बात नहीं.

फिर उसने बहुत घुस्से से मेरी तरफ देखा और वो घर के अंदर चली गयी. अन्तर्वासना से भरे मेरे प्यारे दोस्तों में अब मन ही मन में यही बात सोचता रहा कि साला में थोड़े दिन और रुक जाता तो मेरी बात बन जाती और मुझे उस शादी शुदा रंडी की चुत के साथ साथ गांड का भी काम लगाने का मौका मिल जाता , लेकिन अब तो मेरा सारा खेल खत्म. एक दिन बहुत ज़ोर से बारिश हो रही थी. में अपने ऑफिस जाने के लिए अपने घर से निकला और उस समय नीचे बिल्डिंग के पास कोई नहीं था, सिर्फ़ में और सरिता थे और उस समय बहुत जोरदार बारिश हो रही थी और हम दोनों ने एक दूसरे को देखा, में नीचे देखकर चुपचाप जा रहा था कि अचानक से उसने मुझे अपने पास बुला लिया.

मैंने उस समय रेनकोट पहना हुआ था तो वो मुझसे बोली कि मेरे पास आओ, तो वो मुझे अब कसकर थप्पड़ मारने वाली है, यह बात सोचकर में उसके डरता हुआ चला गया गया, लेकिन उसने तो अचानक से मुझे मेरे होठों पर किस करना चालू किया, वो बारिश का पानी बहुत ठंडा था और यहाँ हम दोनों में आग लग रही थी और में उसी ऐसी हरकत से बहुत हैरान था और एक मिनट तक लगातार किस करने के बाद उसने मुझसे बोला कि अभी कोई आ जाएगा, हम बाद में मिलते है और तुम मुझे तुम्हारा फोन नंबर दे दो, में तुम्हे कॉल करूँगी, लेकिन तुम मुझे फोन मत करना. फिर मैंने उसको तुरंत अपना मोबाईल नंबर दे दिया और में वहां से निकल गया. उसके बाद हमारी फ़ोन पर बातें चालू होने लगी और उसके बाद में हमारे बीच फोन सेक्स होने लगा था.

उसके करीब दस दिन बाद रविवार की शाम को उसने मुझे फोन करके बताया कि उसके जीवन साथी की सुबह 5 बजे से शिफ्ट चालू हो रही है, इसलिए उसका जीवन साथी सुबह जल्दी अपने ऑफिस के लिए निकलेगा, क्या तुम मेरे घर पर आ सकते हो? अन्तर्वासना से भरे मेरे प्यारे दोस्तों उसकी पूरी बात सुनकर मेरे मन में अब खुशी के लड्डू फूटने लगे, में तुरंत मेडिकल पर गया और एक कंडोम का पेकेट ले आया. फिर मैंने रात को सोने से पहले सुबह 5 बजे का अलार्म लगाया और सो गया और फिर मैं सुबह 4 बजे जल्दी उठा.

मैंने अपना मुहं धोया और अपनी अंडरवियर को उतार दिया और अब मैंने सिर्फ़ शॉर्ट पहन लिया, में अंधेरे में अपने घर से बाहर निकला और ठीक उसके घर के पास जाकर रुक गया और एक कोने में खड़ा होकर देखने लगा. तभी थोड़ी देर बाद उसका जीवन साथी बाहर निकला और वो अपने काम पर चला गया. में तुरंत दरवाजे के पास चला गया और जल्दी से दरवाजे पर लगी घंटी को बजा दिया, उसने दरवाज़ा खोल दिया और में अंदर चला गया और दरवाजा बंद किया. फिर मैंने उसे ज़ोर से हग किया. फिर वो मुझसे बोली कि पहले तुम कमरे के अंदर तो चलो, तुम यहीं सब कुछ करोगे क्या?

मैंने उसे अपनी बाहों में उठाया और बेड पर लाकर पटक दिया. मैंने उसके होंठो पर ज़ोर से किस किया और अब हम दोनों की साँसे जोरदार स्पीड से चलने लगी थी और में उसकी गर्दन पर ज़ोर से चूम रहा था. अन्तर्वासना से भरे मेरे प्यारे दोस्तों अब उसे किस करते करते मेरे हाथ उसकी कमर और छाती और ना जाने कहाँ कहाँ घूम रहे थे, उस शादी शुदा रांड की प्यासी चूत को मैंने धीरे धीरे इतना सहलाया कि अब उससे बिल्कुल भी संयम नहीं हो रहा था, इसलिए वो मुझसे बोली कि प्लीज राज मुझे अब और मत तड़पाओ, प्लीज अब तुम मेरी चुदाई कर डालो उफ्फ्फ्फ़… आह्ह्हह्ह उई माँ…

अन्तर्वासना से भरे मेरे प्यारे दोस्तों उसकी इस्स्सस्स उफफफफ़फ़ की आवाज़ से मैंने जोश में आकर उसका लाल कलर का जालीदार नाईट गाउन एक ही झटके में पूरा नीचे उतार दिया. अन्तर्वासना से भरे मेरे प्यारे दोस्तों सच पूछो तो अब मुझसे भी ज्यादा नहीं रुका जा रहा था तो मैंने तुरंत उसे अपनी बाहों में भर लिया और उसे किस करते हुए में अपनी एक उंगली को उस रंडी की चूत में डालकर धीरे धीरे आगे पीछे करने लगा, जिसकी वजह से वो अब कुछ ज्यादा ही जोश में आकर मेरी जीभ को चूसने लगी और हल्की हल्की सी आवाजे करने लगी. फिर मैंने महसूस किया कि सेक्सी भाभी की चुदाई की प्यासी चूत अंदर से बहुत ज्यादा गरम और गीली थी.

फिर कुछ देर यह सब करने के बाद मैंने उसे बिल्कुल सीधा लेटा दिया और अब में उसकी प्यासी चुदाई के लिए बैचेन भोसड़ी को देखने लगा. अब वो मुझसे बोलने लगी कि प्लीज अब तो कुछ करो, में और नहीं सह सकती, प्लीज अब चोद दो मुझे, मेरी प्यास को बुझा दो प्लीज. अन्तर्वासना से भरे मेरे प्यारे दोस्तों उसके मुहं से यह बात सुनते ही मैंने अपने लिंग का टोपा उस शादी शुदा रांड की चुत पर रख दिया और एक ही जोरदार झटका देकर टोपे के साथ साथ अपना आधा लंड भोसड़ी के अंदर डाल दिया और उनकी चुदाई करने लगा. मेरे लम्बे मोटे लंड से अपनी टाइट चुत चुदवाते चुदवाते नंगी भाभी चुदाई के दर्द से चीख पड़ी उई माँ आह… आह… तो में उसी जगह पर रुक गया और सही मौके का इंतजार करने लगा.

मैंने सही मौका देखकर अपना दूसरा झटका देकर लंड को उस चुदवाने की भूखी रांड की भोसड़ी की गहराईयों में उतार दिया और उस शादी शदा रांड के नाख़ून मेरी नंगी जांघ और नंगी कमर पर अपनी निशानी छोड़ने लगे. फिर थोड़ी देर रुकने के बाद जब वो ठीक होने लगी तो मैंने अपने लिंग को हल्के हल्के धक्के देकर अंदर बाहर करना शुरू किया और अब वो भी बिल्कुल चुपचाप पड़ी रही और में लगातार धक्के देता रहा और उसकी चुदाई को मैंने लगातार जारी रखा और वो अब मुझसे बोलने लगी हाँ थोड़ा और ज़ोर से उफ्फ्फ्फ़ हाँ पूरा अंदर जाने दो आह्ह्हह्ह आह… वाह तुम तो मेरे नामर्द पति से भी बहुत अच्छी चुदाई करते हो…

उस नंगी भाभी के मुहं से अपनी तारीफ सुनकर में अब बहुत ज्यादा ही जोश में आकर उसको जोरदार धक्के देकर चोदने लगा था, वो भी मेरे हर एक धक्के पर अपने भोसड़ी को हवा में उठाकर मेरा पूरा पूरा साथ दे रही थी, लेकिन करीब दस मिनट की चुदाई के बाद मैंने महसूस किया कि वो एक बार झड़ चुकी थी, लेकिन मेरा काम अभी भी बाकी था तो लगातार अपने काम पर लगा रहा. अब मेरा लंड बहुत आराम से फिसलता हुआ सीधा उसकी बच्चेदानी से टकरा रहा था और वो चुदाई के दर्द के मारे उछल रही थी.

उसकी दर्द भरी चीखें मेरा जोश बढ़ा रही थी और मैं पूरे जोश में आकर उस शादी शुदा रंडी का काम लगा रहा था. फिर कुछ देर धक्के देने के बाद मैंने महसूस किया कि अब में भी झड़ने वाला था, इसलिए मेरे चुदाई करने के धक्को की रफ्तार अपने आप बढ़ गई और फिर दो चार धक्कों के बाद मैंने अपना पूरा वीर्य उसकी प्यासी भोसड़ी के अंदर डालकर उसकी प्यास को बुझा दिया, वो नंगी भाभी अब मुझे चेहरे से बिल्कुल संतुष्ट नजर आने लगी.

मैंने मेरे लंड से निकले वीर्य की एक एक बूंद नंगी भाभी की भोसड़ी के अंदर ही डाल दि और तब तक में हल्के हल्के धक्के देता रहा और वो चुदवाते चुदवाते मुझसे कहती रही कि तुम बहुत अच्छी चुदाई करते हो, तुमने आज मेरी आग को बुझा दिया है, में ऐसी चुदाई के लिए बहुत समय से तरस रही थी और आज तुमने मुझे चोदकर वो सुख दिया है जो मुझे आज तक मेरे जीवन साथी से नहीं मिला, तुमने मुझे बहुत मज़े दिए और अब मैं हमेशा अपनी चुदाई तुम्हारे इस लम्बे और मोटे लंड से ही करवाया करुँगी डार्लिंग मैं जब भी तुमसे कहूँ तो तुम मुझे मेरे घर पर चोदने आ जाना दोनों मिलकर खूब सेक्स करा करेंगे.

फिर कुछ देर बाद में थककर उनके ऊपर ही लेट गया और उनके मोटे मोटे स्तनों के साथ खेलने लगा और फिर कुछ देर बाद में उठकर सीधा बाथरूम में नहाने के लिए चला गया. भाभी की चुदाई करने के बाद मैंने अपने लिंग को बहुत अच्छी तरह से साफ किया और कुछ देर धोने के बाद में बाहर आ गया और मेरे बाहर निकलते ही भाभी अंदर चली गई, वो नहाने लगी और में उनको अपने घर पर जाने की बात बोलकर अपने रूम पर चला गया और घर पर आने के बाद भी में उनकी उस चुदाई के बारे में सोचता रहा. अन्तर्वासना से भरे मेरे प्यारे दोस्तों यह थी चुदाई अपने ही पड़ोस में रहने वाली प्यासी भाभी की जिनको चोदकर मैंने पूरी तरह से संतुष्ट किया और उनके साथ सेक्स के बहुत मज़े किए, उस चुदाई के उन्होंने भी मेरा पूरा पूरा साथ दिया और मेरे साथ पूरे मज़े लिए

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