दोस्तों आज की इस कामुकता से भरी अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरी में आप पड़ेंगे की कैसे मेरी कुंवारी गर्लफ्रेंड ने मुझे मेरे जन्मदिन पर अपनी वर्जिन चूत गिफ्ट करी थी. वो वर्जिन लड़की मुझसे चुदवाने के लिए नंगी हो गयी थी और फिर मैंने मेरी वर्जिन गर्लफ्रेंड के साथ पहली बार सेक्स करा था और उसकी सील पैक वर्जिन चूत को फाड़ कर उसका भोसड़ा बना डाला था. अपनी सील पैक वर्जिन चूत चुदवाने से पहले ही मेरी कुंवारी गर्लफ्रेंड मेरे लंड को देखकर घबरा गई और बोली की आज मुझे जान से मारने का इरादा है क्या तुम्हारा…
मेरा नाम सुशांत कुमार है और मैं एक कुंवारा लड़का हूँ. मैं कुंवारा लड़का दिखने में बहुत होंडसम हूँ जिस कारण से मेरी कॉलोनी की शादी शुदा भाभियाँ अपनी चूत और गांड चुदवाने के लिए मुझे लाइन मारा करती थी मगर मैं उन्हें बिलकुल भी भाव नहीं दिया करता था क्योकि मेरी रूचि तो सिर्फ वर्जिन चूत को चोदकर फाड़ने में थी मगर मेरा यकीन मानो किसी भी लड़की से बात करने में मेरी गांड बुरी तरह से फट जाती थी. मैं कुंवारा लड़का तो यही सोचता था कि मैं तो इस जन्म में वर्जिन ही मरूंगा.
चुदवाने से पहले ही वर्जिन गर्लफ्रेंड मेरे लंड को देखकर घबरा गई अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरी

दोस्तों मेरी ये कामुकता से भरी अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरी IIT & NEET अकादमी में पढ़ने वाली एक कुंवारी लड़की “यशबाला” की सील पैक वर्जिन चूत की चुदाई करने की बिलकुल सच्ची घटना है. हालांकि अकादमी में बहुत सारी जवना और सेक्सी लड़कियां थीं, जिनको देखकर कोई न कोई लड़का , किसी ना किसी लड़की के नाम की मुठ पक्का मारता ही था. पर मैं हमेशा से ही लड़कियों से दूरी बनाकर चलता था. मेरी क्लासेज दिन में पौने चार से शाम साढ़े सात बजे तक की हुआ करती थीं. पर अकदामी में पुस्तकालय की सुविधा होने के कारण मैं दोपहर में एक बजे अकादमी चला जाता था और अपनी पढ़ाई किया करता था.
एक दिन में हमेशा की तरह अकादमी जाने के लिए अपने घर से निकला मगर उस दिन मुझे अपने एक मित्र के हॉस्टल भी जाना था अपने कुछ नोट्स वापस लेने थे इस वजह से मुझे अकादमी पहुंचने में करीब आधा घंटा ज्यादा समय लगा. जब तक में अकादमी पहुंचा, टारगेट की क्लास की छुट्टी हो चुकी थी. वो सुबह का बैच हुआ करता था, जो इस समय खत्म होता था. जब मैं लाइब्रेरी में पहुंचा, तब तक मेरी कुर्सी पर कोई और बैठ चुका था. इसलिए मुझे आज दूसरी कुर्सी पर बैठना पड़ा. मेरे पास वाली कुर्सी पर किसी और का लेडिस बैग पहले से ही रखा हुआ था तो मैं उस लेडिस बैग को एक तरफ सरका कर बैठ गया और अपनी पढ़ाई करने लगा.
फिर करीब बीस मिनट बाद मेरे पास आकर कोई बैठा. पर मैंने ध्यान ही नहीं दिया कि वो कोई लड़की है या लड़का आया है. कुछ पल बाद उसने अपनी पानी की बोतल से पानी पिया, तो थोड़ा पानी उसकी टी-शर्ट पर पड़ गया और उसने खुद ही से बुदबुदाते हुए कहा- अरे यार … शिट. उसकी इस आवाज से मेरा ध्यान उस पर गया और मैंने देखा कि वो एक बहुत ही सुन्दर और सेक्सी लड़की थी. वो कामुकता से भरी लड़की और कोई नहीं बल्कि यशबाला ही थी. शायद वो खाना खाकर आई थी और जल्दी में पानी पीने के कारण कुछ पानी उसकी टी-शर्ट पर छलक गया था.
अकादमी में ये मेरा पहला मौका था कि कोई कामुकता से भरी लड़की मेरे इतने करीब बैठी थी. कसम से क्या कांटा माल था यार … पानी में गीली उसकी टी-शर्ट जब उस कुंवारी लड़की के बड़े बड़े स्तनों पर चिपक गई तो मैं वो गर्म सीन देखकर एकदम से पागल हो गया और मेरी अन्तर्वासना बहुत ही ज्यादा बुरी तरह से भड़क उठी. मैंने जब गन्दी नजरों से उस वर्जिन लड़की के बड़े बड़े स्तनों की तरफ देखा तो पाया कि शायद उसका फिगर साइज 34-26-36 का रहा होगा. उस कामुकता से भरी वर्जिन लड़की का रंग एकदम साफ़, गोरा और काले लम्बे घने बाल. उस कुंवारी लड़की के रसीले होंठ ऐसे कि अगर इसके मुँह को भी चोदूं, तो साली चूत का मजा देगी.
कुछ ही देर में मेरी क्लास का टाइम होने बाला था इसलिए मुझे मन न होते हुए भी अपनी क्लास में जाना पड़ा. क्लास में गया तो बार बार उस सुन्दरी की सेक्सी फिगर ही दिमाग को परेशान कर रही थी. इसी वजह से पूरे समय मेरा क्लास में मन ही नहीं लग रहा था. मेरे सामने तो आज यशबाला के वो तने हुए चुचे आ रहे थे, जो मैंने अपनी इन आंखों से नापे थे. उसके दूध ही मेरे दिमाग में घूम रहे थे. यही सब सोचते हुए लंड ने अंगड़ाई लेनी शुरू कर दी और मेरा मुठ मारने का बहुत मन करने लगा तो मैंने टॉयलेट करने की आज्ञा मांगी मेरे गुरु जी से. मैंने टॉयलेट में जाकर उसके नाम की मुठ मारी और करीब दस मिनट में हस्तमैथुन करके फ्री हुआ.
मुठ मरने के बाद मैं क्लास में वापस आ गया और बेमन से पढ़ाई करने लगा क्योंकि मेरा दिल तो अब उर कामुकता से भरी लड़की के साथ सेक्स करने के सामने सजोने लगा था. इस बात को तीन-चार दिन हो गए थे और मेरी बढ़ती ही जा रही थी इस लिए मेरे दिल और दिमाग में बस एक ही ख्याल आ रहा था की उस कुंवारी लड़की को मेरे वर्जिन लंड से चुदवाने के लिए कैसे राजी करूँ. अब वो कामुकता से भरी लड़की मुझे रोज लाइब्रेरी में मिलने लगी थी और मैं उसके साथ ही बैठने लगा था.
कुछ दिनों बाद ही मुझे पता चला जिस कामुक लड़की को मैं अपनी गर्लफ्रेंड बनाकर चुदाई करने के सामने देख रहा था उस साली रंडी का तो पहले से ही बॉयफ्रेंड था. तो मेरा तो मानो लंड ही मुरझा गया. पर करता भी क्या! अब मैंने उससे दूरी बना ली और उससे कम ही बात करता. शायद वो इस बात को समझ गई थी कि मैं उससे दूरी क्यों बना रहा हूँ. फिर एक दिन शाम को हमारे केमिस्ट्री के सर नहीं आए थे इसलिए मैं पढ़ने के लिए लाइब्रेरी में आ गया. मैंने देखा कि वो कामुकता से भरी सेक्सी माल लड़की अभी भी लाइब्रेरी में थी. इस समय तक लाइब्रेरी के लगभग अस्सी फीसदी स्टूडेंट घर चले जाते थे, पर वो अभी भी यहीं बैठी थी.
मैं लाइब्रेरी में उस कुंवारी लड़की के पास जाकर बैठ गया क्योंकि मुझे उस बहन की लौड़ी से बात करे करीब 5-6 दिन हो गए थे. मैंने उसके करीब बैठने के बाद भी उससे कोई बात नहीं की. करीब दस मिनट बाद उसने चुप्पी तोड़ते हुए कहा- सुशांत मैं जानती हूँ कि तुम आजकल मुझसे बात क्यों नहीं करते हो, पहले मुझे लगता था कि तुम मेरे दोस्त हो. मैंने कहा- यार मैं किसी की लव लाइफ में परेशानी की वजह नहीं बनना चाहता हूँ, इसलिए ही मैं तुमसे बात नहीं करता हूँ. ये सुनकर उसने कहा- मेरे साथ एक बार छत पर चलोगे? दोस्तों हमारी अकादमी की छत पर कोई नहीं आता था. मैंने कहा- हां ठीक है … चलो. वो आज कुछ उदास सी लग रही थी.
हम दोनों छत पर पहुंचे, तो न जाने वो अचानक से रोने लगी. मैंने पूछा कि क्या हुआ? वो बोलने लगी कि उसके बॉयफ्रेंड की वजह से … मैंने उसके रोने का कारण जानना चाहा. तो मालूम हुआ कि उस वर्जिन लड़की के बॉयफ्रेंड ने अपने एक आवारा दोस्त के साथ मिलकर उसके कुछ अश्लील विडियो अपने मोबाइल फोने में रिकॉर्ड कर लिए है और अब वो उसे उन अश्लील विडियो को दिखाकर ब्लैकमेल कर रहा है और उसे कॉलगर्ल बनने के लिए मजबूर कर रहा है. मैंने उस कामुकता से भरी लड़की को दिलासा दिया की मैं हूँ ना तुम रोना बंद करों मैं सब ठीक कर दूंगा. मैंने उसे समझाते हुए कहा की मैं कुछ उपाय करता हूँ तुम्हे कॉलगर्ल बनकर किसी से भी चुदवाने की कोई जरुरत नहीं है.
मैंने यशबाला से उसके बॉयफ्रेंड का पता लिया और अपने पांच दोस्तों के साथ उसके रूम पर चला गया. उसके साथ काफी झगड़ा करने के बाद मैंने उसका और उसके दोस्त का फ़ोन छीन लिया. अगले दिन मैंने वो दोनों फ़ोन यशबाला को दे दिए. उस दिन यशबाला बहुत खुश थी और उस कामुकता से भरी वर्जिन लड़की ने मेरे सामने ही वो दोनों फ़ोन तोड़ कर फेंक दिए. मैं उसके पास से जाने लगा. तब उसने मुझे रोकते हुए कहा- रुको सुशांत … मेरी बात सुनो. आज मैं बहुत खुश हूँ. मैं कैसे तुम्हारा शुक्रिया अदा करूं … समझ ही नहीं पा रही हूँ. थैंक्स डियर. मैंने कहा- अगर मैं तुम्हें कुछ कहूँ, तो तुम नाराज तो नहीं होओगी? उसने कहा कि मैं जानती हूँ कि तुम मुझे पसंद करते हो.
फिर उस कामुकता से भरी वर्जिन लड़की ने अपनी बांहें मेरी तरफ फैला दीं की और मुझे उसके जिस्म से चिपकने का न्योता दे दिया. मैंने यशबाला को गले लगा लिया और उसके माथे पर एक किस करके अपने प्यार की मोहर उस पर धर दी. इसके कुछ देर बाद उसकी एक सहेली आ गई और मैं उसे छोड़ कर अपने घर आ गया. अब मैं यशबाला के साथ बहुत खुश था. इसी महीने की आखिरी तारीख को मेरा जन्मदिन था और ये बाद यशबाला को भी पता थी. मैं और यशबाला उस दिन अकादमी की क्लास से बंक मारकर सुधांशु और उसकी गर्लफ्रेंड याशिका के साथ घूमने के लिए चोखीढानी आ गए.
चोखीढानी जयपुर की एक प्रसिद्ध जगह है, यहाँ पारम्परिक राजस्थानी भोजन मिलता है. घूमने वालों का यहां मेला लगा रहता है. आज पहली बार मैंने यशबाला को लिप-लॉक किस किया. उसके रसीले होंठों का स्पर्श पाकर मुझे मानो शहद सा स्वाद आ गया था. मैंने उसके साथ चॉकलेट के साथ चूमने वाली किस भी की. फिर मैंने अपने जीवन की सबसे लम्बी किस की. आप मानोगे नहीं दोस्तों मैंने यशबाला के साथ पूरे बाइस मिनट तक लगातार चुम्बन किया. इस किस में मैंने उसके गोरे गालों को एकदम लाल कर दिया था. फिर वहां से सुधांशु और उसकी गर्लफ्रेंड एक होटल में चुदाई करने चले गए और हम दोनों वापस आने लगे.
जब मैं यशबाला को उसके फ्लैट पहुंचे पर छोड़कर वापस अपने घर जाने लगा तो कामुकता से भरी कुंवारी यशबाला ने मुझे चाय पीने के लिए बुला लिया. मैं चाय पीने के लिए उस वर्जिन लड़की के फ्लैट के अन्दर चला गया. रिया अभी कॉलेज गई थी और वो देर शाम तक वापस आने वाली थी. यशबाला ने मेरे लिए चाय बनाई और उसने कहा- तुम बैठो, मैं फ्रेश होकर आती हूँ. तुम जब तक कोई बुक पढ़ लो. वो फ्रेश होने के लिए चली गए. जब वो वापस आई … तो मैं उसे देखता ही रह गया. वो एक जानलेवा मस्त हसीना लग रही थी. उसने एक पंजाबी सूट पहना हुआ था.
दोस्तो, मैंने आज तक उसे बस अकादमी की ड्रेस में ही देखा था. पंजाबी सूट में उसके टाइट चुचे मानो मुझसे कह रहे थे कि हमें आजाद कर दो, हम ब्रा की बंदिश में नहीं रह सकते. उसके होंठों की वो पिंक लिपस्टिक तो ग़दर लग रही थी. मेरा मन तो कर रहा था कि अभी किस कर लूं, पर क्या पता … वो बुरा मान जाती. उस कुंवारी लड़की के सेक्सी जिस्म से आती परफ्यूम की महक ये जता रही थी कि मानो सामने मेरी वर्जिन गर्लफ्रेंड यशबाला नहीं बल्कि कोई गुलाब का फूल महक रहा हो. बस अब मुझसे नहीं रहा गया और मैंने उससे कहा- यशबाला … एक बात बोलूं … आज तुम बहुत ही ज्यादा कामुक लग रही हो.
वो कामुकता से भरी कुंवारी लड़की मुस्करा दी और बोली की क्यों मैं तुम्हे पहले कामुक नहीं लगती थी क्या पागल लड़के? मैंने मेरी वर्जिन गर्लफ्रेंड से कहा की नहीं यार ऐसी बात नहीं है दरअसल आज तो ऐसा लग रहा है कि तुम मुझ वर्जिन लड़के की जान ही निकाल लोगी. उस वर्जिन लड़की ने मुझे उंगली से इशारा करके उसके करीब आने को बोला. तो मैं उठा और यशबाला के दोनों हाथों से हाथ मिलाकर उसे दीवार से टिका दिया और उस वर्जिन लड़की के नशीले होंठों को पागलों की तरह से चूसने और काठने लगा. वो भी चुम्मा चाटी करने में मेरा साथ देने लगी.
मैंने धीरे से अपनी एक टांग उस वर्जिन लड़की के पैरों के बीच में कर दी और उसके चिपक गया. अब मेरा खड़ा लंड भी अपनी हाजिरी लगाने को गर्म था. उधर मेरी वर्जिन गर्लफ्रेंड यशबाला भी मेरे खड़े लंड की गर्माहट को महसूस कर रही थी. मैंने अपना एक हाथ उस वर्जिन लड़की के बड़े बड़े स्तनों पर रख दिया और उन्हें जोर जोर से पूरा दम लगाकर दबाने लगा. आह दोस्तों … मैं आपको बता नहीं सकता कि मुझे मेरी वर्जिन गर्लफ्रेंड के बड़े बड़े स्तनों को दबाने में कितना आनंद आ रहा था. तभी उसने भी अपना हाथ मेरी गर्दन पर रख दिया. मैं अपने दूसरे हाथ से उस कुंवारी लड़की की शर्ट खोलने लगा.
पर मेरी गरम माल गर्लफ्रेंड की शर्ट बहुत ही ज्यादा चुस्त होने के कारण मैं उसे एक हाथ से खोल ही नहीं पाया. दोस्तों मैं आज तक बिलकुल बर्जिन था बस आज तक मैंने मुठ ही मारी थी ब्लू फिल्में देख देखकर मगर चुदाई नहीं करी थी किसी लड़की की. मेरी इस नासमझी को यशबाला भांप गई और उसने अपना शर्ट खोलने में मेरी मदद की. उसकी कुर्ती अलग हुई तो ऊपर से यशबाला नंगी होकर सिर्फ ब्रा में थी. मैंने उसकी ब्रा खोले बिना ही उस वर्जिन लड़की के बड़े बड़े स्तनों को बाहर निकाला और एक स्तन को अपने मुँह में लेकर किसी छोटे बच्चे की तरह जल्दी जल्दी चूसने लगा मगर उसके दूध की फेक्ट्री बंद पड़ी थी जिस कारण उसके स्तन मोटे और बड़े बड़े होने के बावजूद उनमें से दूध नहीं निकल रहा था.
मेरा तो मन तो कर रहा था कि आज इस कुंवारी लड़की की बरसों से बंद पड़ी दूध की फ़ैक्ट्री को आज चालू कर दूँ और सारा का सारा दूध मैं खुद पी जाऊँ. मैंने करीब पांच मिनट तक उस वर्जिन लड़की के बड़े बड़े स्तन चुसे उसके बाद हम दोनों वर्जिन बॉयफ्रेंड गर्लफ्रेंड अपने जीवन की पहली चुदाई करके अपनी अपनी अन्तर्वासना शांत करने वाले थे इस लिए एक दूसरे के कपड़े उतारने लगे. अब हम दोनों सिर्फ अंत वस्त्र में थे. अब मैंने मेरी आधी नंगी गर्लफ्रेंड यशबाला को गोदी में उठाया और उसे चोदने के लिए पलंग पर ले आया और पलंग पर लिटा कर मैं उसके कुंवारे जिस्म को पागलों की तरह से चूमने लगा.
वो भी मेरे शरीर से बहुत बुरी तरह तरह चिपकी हुई थी. लगभग दस मिनट की चूमा चाटी के बाद मेरी आधी नंगी गर्लफ्रेंड मुझसे पूछने लगी की डार्लिंग अब हमें आगे क्या करना है? मैंने मेरी वर्जिन गर्लफ्रेंड से बोला की डार्लिंग तुम तो ऐसे बात कर रही हो, जैसे तुम्हें सेक्स के बारे में कुछ भी ज्ञान नहीं है. उसने हंसते हुए कहा आज तुम्हारा बर्थडे है और मैं तुम्हे गिफ्ट में मेरी सील पैक वर्जिन चूत दे रही हूँ मेरी ये सील पैक वर्जिन चूत तुम्हारा गिफ्ट है इसलिए सेक्स भी तुम्हारे अनुसार होगा. मैंने मेरी कुंवारी गर्लफ्रेंड से बोला की क्या सच में आज का सेक्स मेरे मुताबिक़ होगा … तो उसने शरमाते हुए हाँ में अपनी गर्दन उप्पर निचे करी.
उस कुंवारी लड़की की हाँ सुनते ही मैंने उससे बोला की फिर तो प्लीज़ मेरे लंड को अपने मुँह में लेकर चूसो ना मैंने बहुत सारी ब्लू फिल्मों में लड़कियों को ब्लोजॉब करते हुए देखा है बड़ा आनंद आता है देखते में ही तो जरा सोचो ये करने में कितना ज्यादा मजा आयगा. पहली बार को तो कामुकता से भरी कुंवारी यशबाला ने मना कर दिया, पर आज वो मुझे उदास नहीं करना चाहती थी. इसलिए उसने मुझसे कहा- ठीक है … तो आज़ाद करो मेरी वसीयत को … मैं भी तो देखूं … कैसे सम्भाल के रखा है इसे. मैंने कहा- क्यों नहीं माय हर्टबीट … अभी लो. मेरा लंड कड़ा होकर करीब छह इंच का हो गया था, पर जब यशबाला ने उसे अपने हाथ में पकड़ा … तो मेरा लंड लोहे की तरह एकदम टाइट होकर मानो और एक इंच बढ़ कर सात इंच का हो गया था.
मैं आश्चर्यचकित था कि ये क्या हुआ. वाकयी मुझे आज मेरे लंड की असली लम्बाई और मोटाई का पता चला था. मुझे नहीं पता था कि एक लड़की के लंड को हाथ में लेने से उसके आकार में बहुत ही ज्यादा बढ़ोतरी हो जाती है. मेरी गर्लफ्रेंड यशबाला भी मेरे लंबे मोटे लंड को देखकर घबरा गई और बोली- उई मां इतना लंबा और मोटा लंड … आज तुम्हारा मुझे मारने का इरादा है क्या? मैंने कहा- तुम फ़िक्र मत करो … तुम जितना कर सकती हो, करो … मुझे कोई जल्दी नहीं है. यशबाला ने लंड को चूमा और धीरे से उसे अपने मुँह में ले लिया. पहले उसने सुपारे को चाटा … फिर लंड को चूसने लगी. दोस्तो, मैं बता नहीं सकता हूँ कि वो क्या मस्त अहसास था.
कसम से ऐसा लग रहा था कि आज तो मैं एक अलग ही दुनिया में आ गया था. चूंकि ये मेरा पहला मौक़ा था, तो मैं बस तीन मिनट में ही उसके मुँह में झड़ गया. मैं इतनी जल्दी झड़ जाऊंगा, इसका मुझे विश्वास ही नहीं हो रहा था. पर मुझे समझ में आ गया था कि ये फर्स्ट टाइम की वजह से हुआ है. यशबाला ने लंड रस का चटखारा लेते हुए कहा- इसका टेस्ट नमकीन दही जैसा है. मैंने कहा- हां नमकीन अमृत है मेरी जान … पी जाओ. यशबाला ने पूरा वीर्य पी लिया. उसने मेरे लंड के माल की एक बूंद भी बर्बाद नहीं की. फिर मैंने यशबाला की पैंटी उतारी और देखा कि उसकी लड़की की चूत तो बिलकुल वर्जिन थी.
चुदवाने से पहले ही गर्लफ्रेंड मेरे लंड को देखकर घबरा गई :- मैंने मेरी नंगी गर्लफ्रेंड से बोला की तुमको एक रिटर्न गिफ्ट भी मिलना चाहिए. उसने कहा- वो क्या है. उसके ये कहते ही मैंने अपना मुँह सीधा चूत पर लगा दिया और उसकी चूत चाटने लगा. अब यशबाला कामुक सिसकारियां लेने लगी- उम् हम्म्म … मर गई … आह हम्म! मैंने अपने दांत से चूत के दाने को काट लिया. इससे यशबाला उछल पड़ी- खाने का मूड है क्या? मैंने अगले ही पल इसके दाने को चूस कर उसका दर्द खत्म किया. मेरा उसकी चुत के दाने को काटने का इरादा नहीं था, वो बस उत्तेजना में ऐसा हो गया था. उसने मुझसे कहा- आराम से करो. लगभग बीस मिनट के इस कार्यक्रम के बाद मैंने अपना लंड उसकी चूत पर लगा दिया.
मेरा लंड रुक ही नहीं रहा था, उधर उस कुंवारी लड़की की चूत मेरे लंड को अंदर आने से मना कर रही थी. मैं समझ गया कि इसकी चूत बहुत टाइट है. चुदवाने से पहले उसने अपनी सील पैक वर्जिन चूत के मुँह पर बहुत सारा थूक लगा लिया. इसलिए मैंने भी उसकी टेबल से क्रीम उठाई और अपने लंड पर लगा कर फिर से रेडी हो गया. मैंने लंड चुत पर घिसते हुए कहा- माय हर्टबीट … प्लीज़ तुम थोड़ी मदद करो ना! उसने अपने हाथ से लंड को पकड़ा और चुत की फांकों में लगा कर पकड़े रखा. मैंने एक तेज धक्के के साथ अपना लंड अन्दर पेल दिया. लंड चुत के अन्दर गया ही था कि यशबाला की जोर की चीख निकल पड़ी और वो रोने लगी. मैंने अपना लंड वहीं पर रोक दिया और उसे चूम कर शांत करने लगा; उसके आंसू साफ़ करने लगा.
मैं कुछ मिनट तक ऐसे ही लेटा रहा और जब वह नार्मल हो गई. तब मैंने एक और शॉट के साथ अपने लंबे मोटे लंड को उस नंगी लड़की की टाइट चूत की गहराई में किसी खंजर की तरह घोंप दिया. इस बार फिर से यशबाला तड़प उठी थी और इस बार उसका रोना बंद ही नहीं हो रहा था. कुछ मिनट की लम्बी चुम्मी और मेरे धक्के धीरे धीरे चालू हो गए. लगभग पन्द्रह मिनट तक चुदवाने के बाद उसकी फटी हुई चूत ने पानी छोड़ दिया और फिर करीब पांच मिनट बाद मेरे लंड ने भी उस कुंवारी लड़की की चूत से फटकार भोसड़ा बन चुके प्राइवेट पार्ट के अंदर वीर्य की पिचकारी चला दी और निढ़ाल होकर उसके उप्पर गीर पड़ा.
करीब दस मिनट के बाद फिर हम दोनों उठे और साथ में नहाने के लिए नंगे ही बाथरूम में चले गए. नहाने के बाद हम बॉयफ्रेंड और गर्लफ्रेंड दोनों ने अपने नंगे शरीर पर अपने अपने कपड़े पहने और मेडिकल स्टोर चला गया दर्द की दवा और गर्भनिरोधक गोली लेने के लिए. फिर मैं मेडिकल स्टोर से दर्द की दवा और गर्भनिरोधक गोली लाकर मेरी गर्लफ्रेंड को दी और मैं अपने घर आ गया. दोस्तों यदि आप सभी को हम बॉयफ्रेंड और गर्लफ्रेंड के पहले सेक्स की ये “चुदवाने से पहले ही गर्लफ्रेंड मेरे लंड को देखकर घबरा गई” पसंद आई हो तो इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करना…