HomeAntarvasna Hindi Sex Storiesदोस्त की सुंदर माँ ने शराब के नशे में मेरा लंड काम में लिया

दोस्त की सुंदर माँ ने शराब के नशे में मेरा लंड काम में लिया

दोस्त की हवस से भरी सुंदर माँ ने शराब के नशे में मेरा लंड काम में लिया और मेरे साथ अवैध शारीरिक सम्बन्ध बनाये अपनी प्यासी चूत चुदवाने के लिए दोनों पैरों को फैलाकर मेरे दोस्त की नंगी माँ लेट गयी पहले मैंने आंटी की चूत चाटी फिर चुदाई करी चुदाई करने के बाद मैंने मेरा वीर्य आंटी की चूत में खाली कर दिया था आंटी की चूत मेरे लंड से निकले गरम गरम वीर्य से घर चुकी थी असली अन्तर्वासना कामुकता से भरी हिंदी सेक्स कहानियाँ बिलकुल फ्री में पढ़ें…

My Friend’s Beautiful Drunk Mom Uses My Big Black Cock Antarvasna Free Hindi Sex Stories :- दोस्तों मेरा नाम संदीप है और में पंजाब का रहने वाला हूँ, दोस्तों में आज आप सभी को अपने जीवन की एक सच्ची घटना सुनाने जा रहा हूँ, यह घटना आज से दो साल पुरानी है और इसने मेरी लाईफ को बिल्कुल ही बदल कर रख दिया और तब मेरी उम्र 21 साल की थी, लेकिन में इस साईट का बहुत सालों से दीवाना हूँ और मुझे इस पर सेक्सी कहानियाँ पढ़ना बहुत अच्छा लगता था और में उन्हे पढ़कर बहुत मज़े करता था और अब में सीधा अपनी आज की कहानी पर आता हूँ.

दोस्त की सुंदर माँ ने शराब के नशे में मेरा लंड काम में लिया अन्तर्वासना हिंदी सेक्स कहानियाँ

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My Friend’s Beautiful Drunk Mom Uses My Big Black Cock Antarvasna Free Hindi Sex Stories

में जब 21 साल का तब में दिल्ली में रहने के लिए आ गया और उसी समय यहाँ पर मेरा एक बहुत अच्छा दोस्त बना दीपक, दीपक का जन्म दिल्ली में ही हुआ था और उनका एक रेस्टोरेंट था जिसमें उसके पापा खुद खाना बनाया करते थे. तो दीपक ने मेरी मदद करने के लिए मुझे अपने रेस्टोरेंट में काम पर रख लिया और फिर कुछ समय के बाद मुझे करीब रेस्टोरेंट का सारा काम समझ में आ गया था. अब दीपक के पापा कई बार मुझे वहां पर अकेला छोड़कर अपने कुछ पर्सनल काम कर लिया करते थे. तो अचानक एक दिन दीपक के पापा को अपनी कुछ प्रॉपर्टी की वजह से गुजरात जाना पड़ा तो अब रेस्टोरेंट पर दीपक मेरी कुछ मदद करवा दिया करता था और कई बार जब दीपक स्कूल चला जाता था तो दीपक की मम्मी मेरी मदद करवा दिया करती थी.

दोस्तों आंटी दिखने में बहुत सुंदर और सेक्सी माल थी, उनका रंग थोड़ा सांवला जरुर था, लेकिन वो एकदम कयामत थी उनकी हाईट करीब 5 फीट 9 इंच और मस्त सेक्सी फिगर, पतली कमर, गदराया हुआ बदन, लेकिन उन्हे देखकर कोई कह नहीं सकता था कि वो एक 20 साल के लड़के की माँ है और उनकी उम्र 35 साल है, लेकिन मेरे दोस्त दीपक के पापा की उम्र 48 साल थी. फिर कुछ दिन बाद अंकल के फोन आने पर मेरे दोस्त दीपक को भी उसी काम से गुजरात जाना पड़ा और अब में और आंटी अकेले ही पूरे समय रेस्टोरेंट में अकेले होते थे.

रेस्टोरेंट में काम करने की वजह से वो ज्यादातर समय अपने जवान और सेक्सी जिस्म पर जीन्स और टी-शर्ट पहनती थी और जब कभी काम कम होता तो आंटी किचन में मेरे साथ बैठकर बातें कर लेती थी. तो मैंने कभी आंटी को बुरी नज़र से नहीं देखा था और फिर एक दिन हवस से भरी आंटी ने बिल्कुल टाईट टी-शर्ट पहनी हुई थी और एक छोटी सी जीन्स, जिस में उनके बूब्स का आकार बहुत अच्छा लग रहा था और वो बहुत बड़े बड़े एकदम गोल दिख रहे थे और उनका थोड़ा सा पेट भी दिख रहा था.

उस दिन थोड़ा काम कम होने की वजह से आंटी मेरे साथ बातें कर रही थी, लेकिन मेरी गन्दी नज़र बार बार घूमकर उनके मोटे मोटे बूब्स पर जा रही थी और इस बात का शायद उनको भी पता चल गया था. फिर हम दोनों ने रात को रेस्टोरेंट बंद किया और आंटी जी मुझे अपनी कार से मेरे घर पर छोड़कर अपने घर चली गई. तो मैंने अगले दिन वहां पर पहुंचकर देखा कि मेरे दोस्त की सुंदर और सेक्सी माल माँ ने अपने सुन्दर और सेक्सी जिस्म पर एक कुर्ता टाईप कुछ पहना था, जिसमें उनकी फूली फूली छाती एकदम साफ साफ दिखाई दे रही थी और मेरी नज़र एक बार फिर से उनके बूब्स पर ही टिकी रही और कुछ लोगों को खाना परोसने के बाद आंटी जी मेरे पास आ गई और बातें करने लगी. आज मेरे दोस्त की खूबसूरत और सेक्सी माँ बहुत ज्यादा खुश लग रही थी.

फिर बातों ही बातों में मेरे दोस्त की सुंदर और सेक्सी माल माँ ने मुझसे मेरी गर्लफ्रेंड (महिला सेक्स पार्टनर) के बारे में पूछा तो मैंने थोड़ा शरमाकर बोल दिया कि में सारा दिन तो रेस्टोरेंट में काम करता हूँ, मेरी कोई गर्लफ्रेंड (महिला सेक्स पार्टनर) कैसे बनेगी? तो वो बोली कि हाँ यह बात तो तेरी एकदम ठीक़ है, चल में तेरी थोड़ी मदद कर दूँगी, अब आज से रेस्टोरेंट में जो भी लड़की आए और अगर वो तुझे पसंद आए तो तू मुझे बता देना. तो मैंने शरमाकर बोला कि आंटी जी आप रहने दीजिए में बहुत शर्मिला स्वभाव का हूँ और में किसी से खुलकर बात भी नहीं कर सकता.

मेरी इस बात पर वो बोली कि हाँ तू सब कुछ जरुर देख सकता है, लेकिन बात नहीं कर सकता. तो उस दिन रेस्टोरेंट में बहुत काम था और उन्हे खाना लेने के लिए बहुत बार किचन में आना पड़ रहा था. तो कई बार काम करते समय मेरा हाथ उनकी गांड को छू रहा था और कई बार उनके बूब्स मेरी कमर को छू रहे थे और शाम को में बहुत थक गया. तो मेरे दोस्त की सुंदर और सेक्सी माल माँ ने मुझे शराब का एक पेग बनाकर दे दिया वो चाहती थी कि में अभी थकान ना महसूस करूँ और तेज़ी से काम करूँ, क्योंकि अभी हमे तीन घंटे और काम करना था. तो हमेशा हम तीन लोग काम किया करते थे, लेकिन अंकल और दीपक के ना होने की वजह से हम सिर्फ़ हम दोनों ही थे.

एक घंटे के बाद हवस से भरी आंटी ने मुझे एक और शराब का पेग बनाकर दिया, मैंने वो भी झट से पीकर काम और तेज कर दिया. आंटी जी यह सब देख रही थी और वो मेरे पास आकर बोली कि तुम तो बहुत जल्दी जल्दी काम करते हो और जवान हो, अभी तुम्हारी उम्र है और तुम कौन सा अपने अंकल की तरह बूढ़े हो गए हो? और वो हंसकर चली गई. तो मेरे पास अब हर आधे घंटे में एक पेग आने लगा और अब तो शराब ज्यादा, पानी कम और काम के ख़त्म होते होते शराब ने अपना जादू दिखा ही दिया.

अब में कपड़े बदल कर ऊपर आया तो आंटी रेस्टोरेंट बंद करके बोली कि आज तू हमारे घर चल में तुझे आज इंडियन खाना खिलाती हूँ और उनका घर मेरे घर के पास ही था तो मेरा सर घूम रहा था और अब मुझे बहुत ज़ोर से भूख भी लगने लगी थी, तो मैंने हाँ में सर हिला दिया और आंटी मेरी तरफ देखकर हंस पड़ी. फिर घर पर आकर आंटी फ्रेश होने चली गई और जब वो बाहर आई तो वो क्या गजब लग रही थी? मेरे दोस्त की सुंदर और सेक्सी माल माँ ने एक बहुत सेक्सी सा जालीदार सूट पहना हुआ था जिसमें से उनकी ब्रा साफ साफ दिख रही थी, आंटी मेरे पास आई और हाथ में टावल दिया और मुझसे बोली कि फ्रेश हो जाओ, तो में भी फ्रेश होने बाथरूम में गया तो वहां पर बहुत अच्छी खुश्बू आ रही थी और वहीं पर आंटी की ब्रा और पेंटी लटकी हुई थी.

तो उसे देखते ही मेरी नज़र के सामने मेरे दोस्त की सुंदर और सेक्सी माँ के गोल गोल बूब्स घूमने लगे. मैंने जब ब्रा और पेंटी को उठाकर सूँघा तो मुझे बहुत अच्छी खुश्बू आई, लेकिन मैंने डरकर उसे फिर वहीं रख दी. कुछ देर के बाद मैंने बाहर आकर देखा तो आंटी हमारे लिए टेबल पर खाना लगा रही थी और खाना लगाते वक़्त वो थोड़ा झुक रही थी तो मुझे उनके बूब्स पूरे दिखाई दे रहे थे और मेरा लंड एकदम खड़ा हो गया. फिर हवस से भरी आंटी ने मुझे एक और पेग बनाकर दे दिया, लेकिन पेग बहुत तेज था और में पहले से भी बहुत पी चुका था.

मैंने अब मुश्किल से वो पेग खत्म किया और मैंने आंटी से खाना खाने के लिए बोला और फिर हम खाना खाने लगे, लेकिन मेरी नज़र मेरे दोस्त की सुंदर और सेक्सी माँ के बूब्स पर बार बार जा रही थी और हमें खाना खाते खाते 12 बज चुके थे और जब में खाना खाकर और अपने सभी कामों से फ्री होकर में जाने के लिए उठा तो ज्यादा पीने की वजह से में थोड़ा हिल सा गया. तभी आंटी मेरे पास आई और मेरे दोस्त की सुंदर और सेक्सी माल माँ ने मेरे हाथ को पकड़कर मुझे सहारा दिया.

उस वक़्त मेरा हाथ मेरे दोस्त की सुंदर और सेक्सी माँ के बूब्स पर था, तो आंटी मुझसे बोली कि संदीप बेटा आज तू यहीं पर सो जा, तुझसे चला भी नहीं जाएगा और इससे पहले कि में कुछ कहता शराब के नशे में धुत आंटी बोली कि बेटा अगर तुझे चोट लग गयी तो रेस्टोरेंट का ध्यान कौन रखेगा…? आंटी मुझे अपने बेडरूम में ले गयी और मुझे एक बरमूडा और टी-शर्ट लाकर दी जो कि दीपक की थी. फिर शराब का नशा ज्यादा होने की वजह से मुझसे वो पहना भी नहीं जा रहा था.

मेरी हालत को देखकर सुंदर और सेक्सी माल आंटी मेरी मदद करवाने लगी और पेंट उतारते वक़्त हवस से भरी आंटी ने मेरे लंड को छुआ और महसूस किया और वो उनके स्पर्श से एकदम तनकर खड़ा हो गया, लेकिन में अभी भी अंडरवियर में ही था तो मेरा लंड खड़ा होते ही हवस से भरी आंटी ने उसे पकड़ लिया और बोली कि वाह! इतना बड़ा? दोस्तों मेरा लंड 7 इंच का है. मेरे दोस्त की सुंदर और सेक्सी माल माँ ने बोला कि मैंने इतना बड़ा लंड तो कभी भी नहीं देखा फिर हवस से भरी आंटी ने मेरे लंड को अंडरवियर से बाहर निकाल लिया और मुझे धक्का देकर पलंग पर बैठा दिया.

वो शराब के नशे में धुत शादी शुदा रांड मेरे लम्बे और मोटे लंड से खेलने लगी और मुझे भूखी नज़रों से देखने लगी और मुझे किस करने लगी और शायद उन्हे अच्छी तरह से पता था कि कौन सी किस कैसे करनी है? शायद उन्हे इन सब कामों बहुत अनुभव था. फिर हवस से भरी आंटी ने मेरा एक हाथ पकड़कर अपने बूब्स पर रखा और वो मुझे फ्रेंच किस करती रही. मेरे दोस्त की सुंदर और सेक्सी माँ के बूब्स बहुत बड़े बड़े और सख्त थे, जैसे बहुत समय से किसे ने उन्हे छुआ ना हो और आंटी मुझे पूरे शरीर पर किस करने लगी.

फिर मेरी छाती से होते होते मेरे दोस्त की सुंदर और सेक्सी माल माँ ने मेरे लंड को मुहं में डाल लिया और बहुत टाईम तक उसे लोलीपोप की तरह चूसने के बाद मेरे दोस्त की सुंदर और सेक्सी माल माँ ने मुझे अपने बूब्स को चूसने को कहा. तो मैंने भी उनके बूब्स को ज़ोर ज़ोर से चूसकर पूरा रस लिया और फिर मेरे दोस्त की सुंदर और सेक्सी माल माँ ने मुझे अपनी चूत को किस करने को बोला और जब मैंने जैसे ही किस किया तो मैंने महसूस किया कि वो एकदम गीली थी और मुझे उनके पानी का टेस्ट बहुत अच्छा लग रहा था.

तो में इससे पहले कुछ कहता मेरे दोस्त की सुंदर और सेक्सी माल माँ ने मेरा सर पकड़कर अपनी चूत से चिपका दिया और कहने लगी कि चाटो मेरी इस प्यासी चूत को बेटा और फिर करीब 15 मिनट तक में उनकी चूत को किसी कुत्ते की तरह स्वाद ले लेकर चाटता रहा. तभी उनकी प्यासी चूत के अंदर से गरमा गरम पानी निकल गया जो सारा मेरे मुहं के अंदर चला गया था. तभी मेरे दोस्त की सुंदर और सेक्सी माल माँ ने मेरे मुहं को पकड़ा और चाटने लगी, लेकिन उस शराब के नशे में धुत हवस से भरी आंटी की प्यास अभी भी नहीं बुझी थी और वो मुझे किस करती रही.

फिर वो शराब के नशे में धुत रंडी मेरे लंड को देखकर मुस्कुराई और बोली कि आ जाओ बेटा अब दिखाओ अपना कमाल. मुझे सेक्स करने का न्योता देकर वो साली शादी शुदा रंडी अपने दोनों पैरों को फैलाकर चुदवाने के लिए एकदम सीधी लेट गयी. मैंने लंड को चूत पर रखा और एक जोरदार धक्के से उसे मेरे दोस्त की हवस से भरी सुंदर माँ की प्यासी चूत के अंदर डाल दिया और करीब 7-8 मिनट तक लगातार धक्के देने के बाद में अपनी मंज़िल पर पहुंच गया और मैंने अपने धक्कों की रफ्तार कम कर दी और अपना वीर्य उनकी प्यासी चूत में बूंद बूंद करके टपकाने लगा.

आंटी की चूत मेरे लंड से निकले गरम गरम वीर्य से घर चुकी थी फिर तभी हवस से भरी आंटी ने लंड को एक झटका देकर चूत से बाहर निकाला और वो मेरे लंड पर लगा हुआ सारा वीर्य चाट गयी और मेरे दोस्त की सुंदर और सेक्सी माल माँ ने मेरे लंड को बहुत अच्छी तरह से साफ कर दिया और हमने सारी रात बिना कपड़ो के बिताई और उसी रात को मैंने तीन बार आंटी की प्यास बुझाई और अगले दिन में उनसे बात करते समय उनकी आखों में आखें नहीं डाल रहा था. मुझे उनसे बहुत डर लग रहा था.

तभी हवस से भरी आंटी ने मुझे अपने पास बुलाया और बोला कि हमारे बीच कल रात जो अवैध शारीरिक सम्बन्ध बने उससे हम दोनों की चुदास शांति हो गयी और ये बहुत अच्छा हुआ, लेकिन इस अवैध शारीरिक सम्बन्ध के राज को बस हम दोनों ही अपने पास छुपाकर रखेंगे वरना यह बात अगर किसी को पता चल गई तो तुम्हारी जॉब भी जाएगी और मेरी इज्जत भी जाउंगी. उस अवैध शारीरिक सम्बन्ध की घटना के बाद जब तक अंकल और मेरा दोस्त दीपक नहीं लौटकर आए, मैंने बहुत दिनों तक आंटी को अपनी रंडी बनाकर चोदा और उनकी प्यासी चूत के साथ साथ गांड भी मारी और गांड के भी मज़े लिए.

आंटी मेरे लंड को खूब काम में लेती थी उनका जब कभी सेक्स करने का दिल करता था तो वो चुदवाने के लिए मुझे अपने पास बुला लेती थी. अब मेरे दोस्त की सुंदर और सेक्सी माँ के कहने पर मेरी तनख्वाह भी बहुत अच्छी हो गई थी. दोस्तों धन, दौलत, शोहरत और इज्जत को कोई शादी शुदा महिला ताक में तब रखती है जब उसे अपने पति के साथ शारीरिक संबंध बनाने को नहीं मिलता इसमें कुछ गलत नहीं है और हम दोनों जो कुछ गलत काम करते हैं उसमे हमें किसी भी प्रकार का कोई पछतावा नहीं है.

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