नये किरायेदार की कुंवारी बेटी की चूत की पहली बार चुदाई करने से पहले किसी आवारा कुत्ते की तरह उस कुंवारी लड़की की वर्जिन चूत चाटी इसके बाद चूत चाटने के बाद खूब मजे से चोदा. मेरे लम्बे मोटे लंड से अपनी सील पैक वर्जिन चूत को चुदवाने के लिए उस कुंवारी लड़की ने अपने दोनों पैरों को पूरी तरह फैला दिया :- मित्रों मैं एक ऑफिस में जॉब करता हूँ और मेरे घर का एक पोर्शन रेंट पर चलता है जो की करीब एक महीने से खली पड़ा था मगर जब में शाम को अपने ऑफिस से घर पर आया तो मैंने देखा कि हमारे घर में नये किरायेदार रहने के लिए आ गए हैं.
मित्रों शाम के करीब 6.30 बजे में अपनी छत पर बैठा हुआ ठंडे मौसम का आनंद ले रहा था, तभी मुझे लगा कि मेरे पीछे कोई है और जब मैंने पलटकर देखा तो एक जवान और सेक्सी लड़की खड़ी हुई थी. मैंने उस नये किरायेदार लड़की से हैल्लो किया और अपना हाथ आगे की तरफ बढ़ाया और मैंने कहा कि मेरा नाम दुर्गेश है और उसने बोला कि में याशिका. यहाँ भी देखें:- मम्मी को ब्लैकमेल करके चोदा माँ के साथ संभोग करा कसम से मित्रों दिल ने इतनी ज़ोर से धक्का दिया कि मुझे लगा कि हार्ट अटेक आ गया. उस किरायेदार लड़की का फिगर दिखने में कोई ऐसा ख़ास नहीं कमर 28 की बूब्स शायद 30 के, लेकिन वो सुंदर कमाल की थी.
चुदाई करने से पहले किरायेदार कुंवारी लड़की की वर्जिन चूत चाटी XXX हिंदी सेक्स स्टोरी फ्री
इसके बाद मैंने याशिका को कुर्सी दे दी और उससे बैठने को कहा तो वो बैठ गई और अब हमारी बातें शुरू हो गई धीरे धीरे मुझे उसके बारे में सब पता चला उसका कोई बॉयफ्रेंड नहीं है मुझे यह बात जानकर बहुत ख़ुशी हुई और अब मैंने भी धीरे धीरे उससे अपनी दोस्ती को आगे बढ़ानी शुरू कर दी में उसको कभी चोकलेट तो कभी टेडी दे देता. मित्रों वो भी अब अच्छी तरह से समझ गई थी कि लड़का लाईन दे रहा है, लेकिन मित्रों आप भी जानते हो कि किसी भी लड़की को फंसाना इतना आसान काम नहीं है जितना सुनने से लगता है. अब धीरे धीरे यह भी हो गया अब हम हमेशा शाम को मिलते और घूमते थे.
एक दिन मैंने भी थोड़ी हिम्मत करके उसको अपने मन की बात को बता दिया और उसने भी मेरी बात को मान लिया. उसी हसीन शाम हम बातें करते करते कब एक दूसरे के इतना करीब आ गए. हमें पता ही नहीं चला और हमने एक दूसरे को किस किया. उसकी सांसो की गरमी से लगा कि आज मेरा पप्पू तो उल्टी कर ही देगा, लेकिन कंट्रोल रखते हुए हमने सिर्फ़ उस रात किस किया और यह हमारा किस का सिलसिला लगातार चलता रहा. एक शाम हम दोनों बैठे ही थे कि बारिश शुरू हो गई और याशिका भागकर नीचे जाने लगी.
तभी मैंने उस नये किरायेदार लड़की का हाथ पकड़ा और अपनी तरफ खींच लिया और उसको अपने सीने से लगाकर एक प्यार से उसके होंठो पर किस किया. किस करते ही वो बेजान हो गई और उसने अपने आपको मुझसे चिपका दिया में भी अब धीरे धीरे हाथ अपना नीचे ले जाकर उसके बूब्स को ऊपर से ही दबाने लगा. उसकी तो आह्ह्ह्ह निकल गई और वो पूरी तरह बैचेन हो गई, लेकिन में अब आज उससे छोड़ने वाला नहीं था. अब मैंने उस कुंवारी रांड के रसीले बूब्स को दबाते हुए अपना एक हाथ उसके पीछे ले जाकर उसकी गांड को दबाने लगा. वो अह्ह्ह्हह उफ्फ्फफ्फ्फ़ करने लगी.
तभी मैंने उसको उठाकर अपनी गोद में ले लिया और अब उसने अपने दोनों पैरों से मेरी कमर को पकड़ लिया और में खड़े खड़े उसको किस कर रहा था. तभी याशिका की माँ उसे बुलाने लगी. कसम से यार लंड पर तो लगा किसी ने तेज़ाब गिरा दिया, लेकिन कोई कुछ कर नहीं सकता था और कई महीनो बाद हमें मौका मिल ही गया, उस दिन ना मेरे घर पर कोई था और ना ही मेरे किराएदार के घर पर. सिर्फ़ याशिका और उसका भाई था, हमने शाम को बैठकर बातें की और मैंने उससे कहा कि आज रात को में और याशिका साथ रहेंगे, लेकिन याशिका ने कहा कि हम सेक्स नहीं करेंगे, तो मैंने भी कहा कि ठीक है, लेकिन तुम मेरे साथ में तो रहोगी.
इसके बाद वो मान गई. इसके बाद रात को करीब 12.30 बजे किरायेदार कुंवारी लड़की मेरे रूम में आई और उसके आते ही मैंने उसको तुरंत पकड़कर अंदर खींच लिया और उसे अपनी बाहों में भर लिया और अब हम दोनों बेड पर गिर पड़े. मैंने उसकी गर्दन पर किस किया और वो करवाती रही. इसके बाद कुछ देर बाद मेरा लंड धीरे धीरे खड़ा हो गया और उसे यह भी महसूस हो गया और वो अपनी चूत को धीरे धीरे रगड़ने लगी, लेकिन इसके बाद से वही लड़कियों के नखरे, दुर्गेश प्लीज ऐसे नहीं, ग़लत तो नहीं होगा ना? यह सब बिल्कुल ग़लत है.
इसके बाद मैंने कहा कि में ऐसा कुछ नहीं करूँगा सिर्फ़ तुम्हारे मोटे मोटे बूब्स के निप्पल को अपने मुह में लेकर चुसुंगा और तुम्हारा दूध पिऊँगा और वो वर्जिन किरायेदार लड़की मुझे अपने बूब्स चुसवाने के लिए मान गई. मित्रों उस समय याशिका सिर्फ़ मेक्सी में थी और में सिर्फ़ लोवर में था. में अब नीचे और किरायेदार कुंवारी लड़की मेरे ऊपर और मेरा लंड जो 8 इंच का है पूरा खड़ा हो गया था, लेकिन मैंने कुछ किया नहीं, क्योंकि में जानता था कि में बस एक बार याशिका का दूध पीने लगा तो बाकी काम तो खुद ही हो जाएगा और में धीरे धीरे याशिका की मेक्सी को उतारने लगा.
अब याशिका सिर्फ़ ब्रा और पेंटी में थी और वो लाल कलर की ब्रा और पेंटी में ग़ज़ब लग रही थी. अब में उसके ऊपर आ गया और मैंने उसकी गर्दन पर किस करते हुए उसके होंठो पर किस किया. उसने अपने दोनों पैर मेरी कमर पर रख दिए जिससे में उसकी कमर पर आ गया और मेरा लंड ठीक उसकी चूत के ऊपर था, लेकिन इसके बाद भी मैंने कोई ऐसी वैसी हरकत नहीं की क्योंकि में जानता था कि सब कुछ खुद ही हो जाएगा.
इसके बाद में याशिका को किस करते हुए धीरे धीरे उसकी छाती पर आ गया और उस नये किरायेदार लड़की की ब्रा के ऊपर से ही दूध पीने लगा, लेकिन कुछ ही देर के बाद उसने अपनी ब्रा को खोल दिया और अपनी ब्रा को हटाकर मेरा चेहरा पकड़ा और तुरंत अपनी छाती पर रख दिया और अब मैंने बड़े ही प्यार से दबा दबाकर उसका दूध पीना शुरू किया. मित्रों वो मेरा सबसे कमाल का अनुभव था क्योंकि में याशिका के एक बूब्स को चूस रहा था और दूसरे बूब्स को ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा.
इसके बाद मैंने हाथ लगाकर महसूस किया कि अब तक याशिका की पेंटी पूरी गीली हो गई थी और उसकी चूत का पानी मेरे लोवर को भी गीला कर रहा था और उस समय मैंने अंडरवियर नहीं पहनी हुई थी तो मेरे लंड पर भी उसकी चूत का पानी लग गया था. अब मैंने अपना हाथ उसकी कमर पर रखते हुए उसकी नाभि पर रखा तो याशिका ने धीरे से मेरे कान में कहा कि प्लीज एक बार मेरी नाभि पर किस करो और बस में समझ गया कि आज अपना लौड़ा जरुर अंदर घुसेगा.
इसके बाद मैंने उसके निप्पल पर एक हल्का सा काटते, चूसते हुए उसकी नाभि पर आ गया और उसकी नाभि पर किस करने लगा. वो बिल्कुल मदहोश हो गई और मैंने सही मौका देखते हुए अपना मुहं उसकी गीली पेंटी पर रख दिया और उसकी चूत पर एक हल्का सा किस किया. वो पूरे जोश में आकर गरम हो गई. और में भी उसकी तरफ से हाँ समझते हुए उसकी पेंटी के ऊपर से ही उसकी चूत पर किस करने लगा.
मित्रों याशिका की वर्जिन चूत से पानी ऐसे निकल रहा था जैसे किसी बरसाती झरने से पानी आता है और अब मैंने सेक्सी माल याशिका की पेंटी को उतार दिया और उसकी गांड के पीछे हाथ लगाकर उसकी चूत को किसी आवारा कुत्ते की तरह अपनी जुबान से चाटने लगा वो तो जैसे पूरी तरह से पागल ही हो गई, लेकिन मैंने उसकी चूत को चाटना जारी रखा और धीरे से मैंने उस कुंवारी लड़की की वर्जिन चूत पर अपनी एक उंगली घुमाई और कुछ देर बाद उसे अंदर बाहर करने लगा जिस कारण से वो कुंवारी रांड तो पागल सी हो गई और वो मुझसे कहने लगी कि प्लीज अब अंदर डाल दो अपना मुसल मुझसे अब और बर्दाश्त नहीं हो रहा…
लेकिन मैंने सोचा कि अभी थोड़ा और तड़पा लूँ इस कुंवारी रांड को चुदवाने के लिए. इसके बाद धीरे से मैंने उस कुंवारी लड़की की सील पैक वर्जीन चूत में अपनी जीभ को डाल दिया और अब में उस नये किरायेदार लड़की की वर्जिन चूत को अपनी जीभ से चोदने लगा.
इसके बाद कुछ देर बाद याशिका इतनी गरम हो गई कि वो कुंवारी लड़की झड़ गई और में उसकी चूत से निकले पानी से नहा गया, लेकिन अब तो मुझे उस किले पर चड़ाई करनी थी और मैंने धीरे से अपना लोवर उतार दिया और में हमारे नये किरायेदार की कुंवारी लड़की याशिका को चोदने के लिए उसके ऊपर आ गया और वापस से उसके मोटे मोटे बूब्स को अपने मुह में लेकर जोर जोर से चूसने और दबाने लगा और अब याशिका भी मुझसे चुदवाने के लिए पूरी तरह से तैयार थी.
मेरे लम्बे मोटे लंड से अपनी सील पैक वर्जिन चूत को चुदवाने के लिए उस कुंवारी लड़की ने अपने दोनों पैरों को पूरी तरह फैला दिया था और मैंने उसके बूब्स को पीते हुए धीरे धीरे अपना लौड़ा उसकी चूत पर रख दिया और अंदर की तरफ दबाने लगा. जैसे ही उसे दर्द हुआ तो में उसके होंठो पर किस करने लगा और मैंने अपने लंड को उस कुंवारी की सील पैक वर्जिन चूत के मुह पर दबाना जारी रखा.
जैसे ही मेरा काला मोटा लंड उस कुंवारी लड़की की वर्जिन चूत की सील तोड़ते हुए खून से संदी फटी हुई चूत के अंदर घुसा तो उस नंगी लड़की ने दर्द में अपने दांत ऐसे दबाए कि मेरे होंठ का सत्यानाश हो गया और मेरे होठों से खून आने लगा मित्रों अब सेक्स के दौरान हम दोनों ही खूनम खान हो चुके थे उस कुंवारी लड़की की फटी हुई चूत से खून निकल रहा था और मेरे कटे हुए होटों से खून बह रहा था मगर चोदने में आनंद बहुत ही ज्यादा आ रहा था. अब में अपना लौड़ा अंदर डालता रहा और उस कुंवारी लड़की की फटी हुई चूत मारने के लिए लगातार धक्के देता रहा.
उसकी चूत अब फट गई, लेकिन चूत बहुत गीली थी जिसकी वजह से आराम से मेरा लंड उसकी चूत में अंदर बाहर हो रहा था. इसके बाद में धीरे धीरे उसकी चूत में धक्का लगाने लगा और अब उसे भी मज़ा आने लगा और अब मेरी चुदाई करने की स्पीड अचानक से बढ़ गई. तभी याशिका ने मुझसे कहा कि दुर्गेश तुम नीचे हो जाओ और मैंने भी ठीक वैसा ही किया क्योंकि सेक्स में हम दोनों को मज़ा आना चाहिए. अब किरायेदार कुंवारी लड़की मेरे ऊपर बैठ गई और उसने मेरे लंड को पकड़ा और अपनी चूत के मुहं पर टिकाया और इसके बाद उसके उप्पर बैठ गई और उछल उछल कर चुदने लगी.
मेरा लंड उसकी चूत में पूरा अंदर चला गया और इसके बाद जबरदस्त चुदाई हुई पूरे कमरे में फच फच आहहह्ह उई माँ…. आईईईइ उह्ह्ह की जैसी बहुत ही ज्यादा मादक आवाज़े आने लगी और इतनी देर में याशिका मुझसे चुदवाते चुदवाते करीब तिन बार झड़ चुकी थी और अब झड़ने की बारी मेरी थी क्यों की करीब एक घंटे से मैं उसे लगातार चोदे जा रहा था, लेकिन अब भी किरायेदार कुंवारी लड़की मेरे ऊपर थी और अगर अब लंड को उसकी चूत से बाहर नहीं निकाला तो मामला बिगड़ सकता था, क्योंकि में अपना वीर्य उस कुंवारी लड़की की खून से संदी फटी हुई चूत से के अंदर नहीं निकालना चाहता था.
यदि मैं उस कुंवारी लड़की की फटी हुई चूत में मेरा माल गिरा देता तो उसके बिन ब्याही माँ बनने का खतरा था और मैं ये बदनामी उसके सर नहीं मंडना चाहता था. मैंने तुरंत नंगी याशिका को बेड पर पटका और उसके ऊपर आकर दस झटके दिए और अब मेरी बारी थी मैंने अपना लौड़ा उसकी चूत से तुरंत बाहर निकालकर में अब याशिका के बूब्स पर रगड़ने लगा और मैंने अपना सारा माल याशिका के निप्पल के ऊपर निकाल दिया और वापस लंड को उसकी चूत में डालकर हम दोनों लेट गये. हमें पता ही नहीं कि कब नींद आ गई और हम सो गये.