आज की इस कामुकता से भरी गंदी XXX अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरी में आप पढ़ेंगे की कैसे मैंने कॉल बॉय बनकर अपने पति से असंतुष्ट महिला को होटल में चोदा पैसे लेकर :- दोस्तों मेरा नाम प्रकाश शर्मा है और मैं दिल्ली का रहने वाला एक कुंवारा लड़का हूँ. दोस्तों मैं अभी कॉलेज में पढ़ता हूँ और लड़कियों को ताड़ने के लिए रात रात भर सड़कों पर आवारा घूमता रहता हूँ. मेरे घर में मेरे आलावा मेरे बूढ़े माँ बाप हैं और मैं उनकी बिलकुल भी नहीं सुनता हूँ मैं बस वही करता हूँ जो करने का मेरा दिल करता है.
मेरे दोस्तों में मुझे बहुत ही ज्यादा आवारा बना दिया था और वो मुझे गन्दी गन्दी ब्लू फ़िल्में भी दिखाया करता था जिस कारण से अब मेरा भी दिल किसी लड़की के साथ सेक्स करने का करता था मगर मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं थी इस लिए चोदा चादी करना मेरे लिए केवल मात एक हसीन सपना थी था और मुझे मजबूरन मुठ मारकर अपनी गर्मी निकालनी पड़ती थी. एक दिन मैं देर रात सुनसान खाली पड़ी सड़क पर खड़ा था की तभी मेरे पास आकर एक बड़ी सारी कार रुकी. जब मैंने कार के अंदर देखा एक बहुत ही सुन्दर और सेक्सी महिला अकेली उस कार के अंदर बैठी थी उसकी मांग में सिंदूर था और गले में मंगलसूत्र भी था जिससे मैं समझ गया की वो एक शादी शुदा महिला है.
कॉल बॉय बनकर पति से असंतुष्ट महिला को होटल में चोदा कामुकता से भरी अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरी
उस कामुकता से भरी शादी शुदा महिला ने मुझे इशारा करके अपने पास बुलाया और पूछा चलेगा क्या??? मैं समझ गया की वो मुझे शायद कॉल बॉय अर्थात जिगोलो समझ रही है. दोस्तों मैं कोई जिगोलो तो था नहीं इस लिए मैंने पहले तो सोचा की उन्हें मना कर देता हूँ की नहीं मैं कोई जिगोलो नहीं हूँ लेकिन फिर बाद मैं मैंने सोचा की जब फ्री में जिगोलो बनकर चुदाई करने के लिए जवान और सेक्सी माल मिल रही है तो मना क्यों करूँ चोद देता हूँ साली को वो भी खुश हो जायेगी मुझसे चुदवाकर और चुदाई करने का मेरा भी सपना पूरा हो जायगा.
फिर मैंने हाँ में सर हिला दिया और उनके साथ उनकी कार में बैठ गया. वो मुझे एक बहुत आलीशान होटल में ले गयी जहाँ पर उसने पहले से एक रूम बुक कर रखा था उस होटल में जभी उसे बहुत अच्छी तरह से जानते और पहचानते थे शायद वो आये दिन उस होटल में किसी ना किसी जिगोलो से चुदवाने आया करती थी. हम दोनों अब सेक्स करने के लिए होटल के कमरे में आ चुके थे मुझे थोड़ा डर लग रहा था क्योंकि ये आज मेरा पहला सेक्स था. होटल के रूम में पहुँचते ही भाभी जी ने अपनी बांहें मेरी तरफ फैला दीं, तो मैंने भी उस पति से असंतुष्ट महिला को अपने आगोश में ले लिया और हम दोनों की चूमाचाटी शुरू हो गई.
दरवाजा बंद करने के बाद मैं भाभी जी को अपनी बाहों में जकड़कर पागलों की तरह चूमने और चाटने लगा आज मेरा पहला सेक्स था इस लिए जोश भी बहुत ज्यादा था मेरे अंदर. मैं इस समय उस पति से असंतुष्ट महिला को अपनी बांहों में लिए हुए दरवाजे तक ले गया और उस कामुकता से भरी महिला को दरवाजे से दबा कर चूमने लगा. मेरी जीभ अब तक भाभी जी के मुँह में उछलकूद करने लगी थी. उस कामुक महिला की शहद सी मीठी जुबान को मैं चूसे जा रहा था. करीब दस मिनट तक हम दोनों ने किस का मजा लिया. फिर वो मुझसे अलग हुईं और बेड के पास खड़ी हो गईं.
मैं उस पति से असंतुष्ट शादी शुदा महिला की जवानी को आंखों से चोदता हुआ उनके पीछे आ गया और उस पति से असंतुष्ट महिला को अपनी बांहों में लेकर उनके नागिन से लहराते हुए बालों को अलग करके गर्दन को चूमने लगा. भाभी जी ने ही अपने एक हाथ को पीछे करके मेरी जींस में फूले हुए मेरे लंड को हाथ से सहला दिया. मैंने पूछा- नाप सही है? भाभी जी- मशीन में डालकर नापना पड़ेगा. मैंने कहा- तब भी मशीन वाली को अंदाज तो होगा ही कि औजार सही है या नहीं. भाभी जी पूरी मस्त थीं, बोलीं- केवल साइज़ से क्या होता है … इसकी क्षमता भी चैक करनी पड़ेगी. मैंने- फुल गारंटी है भाभी जी … आपको निराश नहीं होना पड़ेगा. भाभी जी हंस दीं- हां, पूत के पांव पालने में ही दिख जाते हैं. मैंने कहा- और बुर की कसावट लंड से ही दिखती है.
इस बात पर भाभी जी गनगना उठीं और मुझे छोड़ कर पलट गईं. मैंने उस पति से असंतुष्ट महिला को फिर से अपनी बांहों में खींचा और उनकी साड़ी की पिन निकाल कर उनका पल्लू नीचे गिरा दिया. अब मेरे सामने भाभी जी के कसे हुए ब्लाउज में उनकी चूचियां घमंड से तनी हुई थीं. उनके छत्तीस इंच के मम्मे देख कर मुझे रहा नहीं गया और मैंने अगले ही पल अपना मुँह उनके ब्लाउज के ऊपर से ही उनके मम्मों पर लगा दिया. भाभी जी ने भी मेरा सर अपनी चूचियों पर दबा लिया. दो मिनट ब्लाउज के ऊपर से ही चूचियों का मजा लेने के बाद मैंने उस पति से असंतुष्ट महिला को अपने से अलग किया और उनकी साड़ी को पूरी तरह से खींच कर उनके बदन से अलग कर दिया.
अब मेरे सामने एक पोर्न ऐक्ट्रेस सी माल मेरे सामने अपनी चूचियां ताने हुए खड़ी थी. मैंने एक पल उस पति से असंतुष्ट महिला को देखा और एक उंगली से इशारा किया कि ब्लाउज खोल दो. भाभी जी ने दोनों हाथों से अपने ब्लाउज को खींचा, तो चट चट करते हुए उसके ब्लाउज के सारे बटन खुल गए और ब्लाउज ब्रा में कैद चूचियों पर झूल गया. आह … पारदर्शी स्किन कलर की जालीदार ब्रा में उनके आधे से अधिक दूध बाहर फुदकने को बेताब दिख रहे थे. मैं अभी उनकी चूचियों को आंखों से चोद ही रहा था कि भाभी जी ने अपने पेटीकोट का नाड़ा ढीला कर दिया और अगले ही पल पेटीकोट रहम की भीख मांगता हुआ उनकी बुर पर कसी स्किन कलर की थोंग पैंटी को अनावृत करते हुए जमीन पर गिर गया.
मैंने भी चोदा चादी करने के लिए अपनी टी-शर्ट को उतारा और पैंट के बटन खोलते हुए उस पति से असंतुष्ट शादी शुदा महिला की तरफ बढ़ गया. भाभी जी ने मेरी जींस को उतारा और चड्डी के ऊपर से ही अपने मूसल को सहला कर देखा. मैंने कहा- कैसा है? वो मुस्कुराईं और अगले ही पल घुटनों के बल बैठ कर मेरी चड्डी को नीचे करके लंड को बाहर निकालने लगीं. मैंने भी लंड की चुसाई का अवसर जान कर उस कामुकता से भरी महिला की एक चूची को दबा कर उस पति से असंतुष्ट महिला को मेरा लंड अपने मुंह में लेकर चूसने का इशारा किया. भाभी जी ने मेरे लंड के सुपार को चाटा और अगले ही पल गप से लंड को मुँह में भर लिया. लंड चूसने में भाभी जी उस्ताद लग रही थीं.
मैंने पूछा- कितने कॉल बॉय के साथ सेक्स करने का अनुभव है! भाभी जी आपको…??? वो थोड़ा शरमाते हुए बोलीं- तुम आठवें जोगोलो हो जो मेरी चुदाई करने वाले हो. अब मैंने उस पति से असंतुष्ट महिला को बिस्तर पर गिरा दिया सेक्स करने के लिए. इस समय उनके जिस्म पर ब्रा पैंटी के साथ साथ उनकी काले रंग की हील भी थीं. वो कमरे की दूधिया रोशनी में गोरी मेम का बदन संगमरमर सा चमक रहा था. मैं उनके ऊपर 69 के पोज में चढ़ गया और उनकी बुर को चड्डी के ऊपर से ही सूंघा. मस्त महक ने मेरी चुदास बढ़ा दी थी. मैंने अपने हाथ की मदद से उस पति से असंतुष्ट शादी शुदा महिला की पैंटी को अलग कर दिया और बुर पर जीभ फिरा दी.
अपनी बुर पर मेरी जीभ का अहसास पाते ही उस असंतुष्ट महिला ने मादक सीत्कारें भरना शुरू कर दीं और कुछ ही पलों में उस पति से असंतुष्ट शादी शुदा महिला की दोनों टांगें एक सौ अस्सी डिग्री में फ़ैल कर हवा में उठी हुई थीं. वो मेरा लंड चूस रही थीं और मैं उनकी बुर चुसाई में लगा हुआ था. उस पति से असंतुष्ट शादी शुदा महिला की मादक आवाजें बढ़ती ही जा रही थीं. अब तो उस कामुकता से भरी महिला की मोटी गांड भी ऊपर को उठने लगी थी. मैं समझ गया कि उस पति से असंतुष्ट शादी शुदा महिला की बुर रस छोड़ने वाली हो गई है. कुछ ही देर तक बुर को चूसा, तो माला उस पति से असंतुष्ट शादी शुदा महिला की कराहें भरपूर वासना बिखेरने लगीं. उनकी गांड ने निरंतर ऊपर को उठते हुए अचानक से अपनी बुर का रस भलभला कर उगल दिया.
मैं उस पति से असंतुष्ट शादी शुदा महिला की बुर से छूटते इस नमकीन अमृत की एक बूंद भी व्यर्थ नहीं जाने देना चाहता था. तो जिस प्रकार से भाभी जी अपनी उत्तेजना को स्खलन के बिंदु पर प्रगट कर रही थीं, ठीक उसी तरह से मैं भी उनकी बुर को अपने मुँह से दबाए हुए चूसे जा रहा था. कोई बीस सेकंड के इस ज्वालामुखी बिखंडन के बाद भाभी जी लस्त हो गईं और बिस्तर पर बुर पसार कर निढाल लेट गईं. मैं अब भी उस पति से असंतुष्ट शादी शुदा महिला की टाइट चूत पर अपनी जीभ को ऊपर से नीचे तक फेर रहा था. फिर भाभी जी ने मेरे सर पर हाथ फेरते हुए मुझे इशारा किया, तो मैंने सर उठाकर उनकी तरफ देखा.
मेरे चेहरे का रूप एकदम अजीब सा हो गया था. मुँह के इर्द गिर्द पूरे में बुर की मलाई लगी हुई थी. मेरा मुंह देख कर भाभी जी खुश हो गईं. उन्होंने उठ कर मुझे चूमा और मेरे चेहरे पर लगा अपनी चूत का रस चाटने लगीं. कुछ ही पलों में भाभी जी ने मेरे पूरे चेहरे को साफ़ कर दिया था. हम दोनों इस अद्भुत पल का नजारा लेते हुए एक दूसरे को वासना से देखे जा रहे थे. मेरे सामने भाभी जी अब भी ब्रा में थीं मगर उस कामुकता से भरी महिला के बड़े बड़े स्तन उसकी टाइट ब्रा से बाहर निकले हुए थे. भाभी जी ने कहा- कितना मस्त अहसास था ये … मुझे आज तक सेक्स का ऐसा अनुभव पहले कभी किसी कॉल बॉय के साथ सेक्स करके नहीं मिला तुम पहले जिगोलो हो जिसे इतना अनुभव है.
मैंने उस पति से असंतुष्ट शादी शुदा महिला की एक चूची को मुँह से चूमा और उनकी बात से सहमति जताते हुए कहा- क्या आप भरोसा करोगी कि ये मेरा पहला अवसर है. भाभी जी- ओ माय गॉड … तुम पहली बार सेक्स कर रहे हो मैं तो तुम्हे कॉल बॉय समझ रही थी. भाभी जी ने एक ठंडी आह भरी और बोलीं- अब आगे का सेशन शुरू करें? मैंने कहा- हां, क्यों नहीं. मुझे भाभी जी ने उठने का इशारा किया और हम दोनों उठ कर बैठ गए. भाभी जी ने उठकर शराब की बोतल उठाई, तो मुझे भी शराब पिने की तलब लग उठी. शराब के दो पैग बने और उनके साथ इस बार दो दो पैग अन्दर उतर गए. मैंने इस बार उनकी चूचियों पर शराब उड़ेल कर चूचियां चूसीं.
भाभी जी ने भी अपने हाथ से अपने दूध पकड़ कर मुझे पिलाए. कुछ ही देर में सुरूर बन गया और हमारी चुदाई की पोजीशन बन गई. भाभी जी ने लंड चूस कर उसे गीला किया और चित्त लेट कर मुझे अपने ऊपर आने का इशारा किया. मैंने लंड सहलाते हुए उस पति से असंतुष्ट शादी शुदा महिला की पसरी हुई बुर की फांकों में लंड का सुपारा घिसना चालू कर दिया. भाभी जी ने अपनी बुर पर गर्म लंड का सुपारा फील किया तो उनकी मादक कराहें निकलना शुरू हो गईं- आह जान अब मत तड़पाओ … प्लीज़ अपने इस लंबे मोटे लंड को मेरी प्यासी चूत के अन्दर पेल दो और मेरे साथ चोदा चादी करो. आह जल्दी से मेरी बुर चोद दो मैं चुदाई करवाने के लिए बहुत ही ज्यादा तड़प रही हूँ क्योंकि मेरा पति तो साला नामर्द है मुझे ऐसे ही आये दिन कॉल बॉय से चुदवाकर अपनी चुदास शांत करनी पड़ती है.
कॉल बॉय बनकर पति से असंतुष्ट महिला को होटल में चोदा : मैंने उस पति से असंतुष्ट शादी शुदा महिला की मादक आवाज का सम्मान किया और अपना खड़ा लंड थूक लगाकर उस नंगी महिला की प्यासी चूत के अंदर पेल दिया. उस पति से असंतुष्ट शादी शुदा महिला की एक लम्बी आह निकल गई मगर वो घाट घाट का पानी पिए हुई थी इसलिए उसने एक दो झटकों के बाद ही मेरे लंबे मोटे लंड को उस प्यासी रांड की बुर ने स्वीकार कर लिया. मैंने उस पति से असंतुष्ट शादी शुदा महिला की बुर में बेरहमी से लंड को पेलना चालू कर दिया था उस साली रंडी को भी मेरे साथ चोदा चादी करने में आनंद आने लगा था मगर उसे अभी तक ये बात पता नहीं थी की जिस लड़के से वो चुदाई करवा रही है वो कोई कॉल बॉय नहीं बल्कि कॉलेज में पढ़ने वाला एक सामान्य लड़का है.
भले ही उस कामुकता से भरी शादी शुदा महिला ने पहले भी कई सारे कॉल बॉय के साथ चुदाई का मजा लिया था, मगर आज मेरे लंबे मोटे लंड के झटकों से वो खुद को सम्भाल ही नहीं पा रही थी. तभी मैंने झुकते हुए उस पति से असंतुष्ट शादी शुदा महिला की एक चूची को अपने दांत से दबा कर खींच दिया. उस कामुकता से भरी नंगी महिला की सिसकारी निकल गई और वो मुझे इस तरह से चूची काटने के लिए मना करने लगीं. करीब दस मिनट बाद मैंने भाभी जी को इशारा किया और उनको कुतिया बन जाने के लिए कहा. भाभी जी झट से अपनी गांड हिलाते हुए कुतिया बन गईं. मैंने पीछे से पोजीशन सम्भाली और सटाक से लंड बुर में पेल दिया. माला उस पति से असंतुष्ट शादी शुदा महिला की लम्बी सीत्कार निकल गई- आह मर गई … धीरे नहीं पेल सकता था?
मैं उनकी इस बात पर हंस दिया और उनके सिल्की चूतड़ों पर चमाट मारने लगा. भाभी जी को अब मजा आने लगा था. मैंने आगे हाथ बढ़ाए और माला उस पति से असंतुष्ट शादी शुदा महिला की चूचियों को थाम कर धकापेल चुदाई शुरू कर दी. कोई पांच मिनट बाद ही उस पति से असंतुष्ट शादी शुदा महिला की बुर ने मैदान छोड़ दिया था. उनकी बुर की मलाई निकली तो मुझे भी रहा नहीं गया और मैंने भी अपने लंड का रस उस पति से असंतुष्ट शादी शुदा महिला की बुर में छोड़ दिया. चुदाई का पहला दौर खत्म जरूर हुआ था. मगर हम दोनों की काम वासना अभी भी अधूरी थीं.
फिर मैं भाभी जी को बाथरूम में नंगी ही ले गया और वहाँ पर जाकर फव्वारे के नीचे नहाते हुए भी उन्हें घोड़ी बनाकर खूब मजे से चोदा था. सेक्स ख़त्म करने के बाद हम दोनों नहा धोकर तैयार हो गए. भाभी जी मेरे साथ चोदा चादी करके बहुत ही ज्यादा खुश थीं इस लिए उन्होंने मुझे अडवांस में दस हजार रूपये दिए और बोली की जब भी कॉल करूँ मेरी चुदाई करने के लिए इसी होटल में चले आना. मैंने मुसकुराते हुए उनके हाथों में से पैसे लिए और फिर हम दोनों होटल से अपने अपने घर के लिए निकल गए. आज पहली बार मैंने कॉल बॉय बनकर किसी महिला की चूत को चोदा था और पैसे भी कमाए थे ये मेरे जीवन की पहली कमाई थी.
दोस्तों मेरे माता पिता चाहते थे की मैं पढ़ लिखकर डॉक्टर बनू मगर शायद मेरी किस्मत में एक कॉल बॉय अर्थात जिगोलो बनना लिखा था. दोस्तों मैंने अब ठान लिया था की मैं पढाई लिखाई छोड़कर अब कॉल बॉय बनकर प्यासी औरतों और भाभियों को चोद चोदकर पैसे कमाया करूँगा. दोस्तों उम्मीद करता हूँ की आप सभी को मेरी ये कामुकता से भरी अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरी “कॉल बॉय बनकर पति से असंतुष्ट महिला को होटल में चोदा” बहुत पसंद आई होगी यदि आप हमरा थोड़ा भी सपोर्ट करना चाहते है और चाहते हैं की यह पोर्न वेबसाइट लगातार चलती रहे तो इसे हिंदी सेक्स कहानी को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें…