मेरा नाम शिन्दे हैं और मैं एक प्राइवेट कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर हूँ. मेरी इस कामुकता से भरी अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरी में आप पढ़ेंगे की कैसे मैंने जंगल में नाईटी उतारने के बाद खतरनाक चुदाई करी शादी शुदा महिला प्रोफेसर की शराब पीकर अपने जंगली लंड से: जिस कॉलेज में मैं पढ़ाता था उसी कॉलेज में एक बहुत सुन्दर और सेक्सी कुसुमलता नाम की महिला प्रोफेसर भी पढ़ाती थी. वो एक शादी शुदा महिला थी लेकिन उसका शौहर किसी दूसरे देश में नौकरी करता था और कई कई सालों में उससे मिलने और उस बदचलन शादी शुदा महिला प्रोफेसर की चुदाई करने के लिए आया करता था.
कॉलेज प्रोफेसर कुसुमलता देखने में बहुत कामुक थी और वो अधिकतर साड़ी और ब्लाउज ही पहना करती थी अपने जवान और सेक्सी जिस्म पर. उसके मोटे मोटे स्तन अक्सर उसके ब्लाउज में से निकलने को मचलते रहते थे. कॉलेज का हर प्रोफेसर और तो और कॉलेज के लड़के भी सोचते थे कि उस कामुकता से भरी उस शादी शुदा कामुक महिला प्रोफेसर को पटाकर कैसे चोदा जाये. वैसे भी वो शादी शुदा कामुक महिला प्रोफेसर एक बदचलन महिला थी. उस साली रंडी के और कॉलेज के प्रिंसिपल के चर्चे बहुत मशहुर थे.
जंगल में चुदाई करी शादी शुदा महिला प्रोफेसर की शराब पीकर अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरी

कॉलेज में बात चलती थी की कौलेज के प्रिंसिपल के साथ उस महिला प्रोफेसर के अवैध सेक्स संबंध है और वो दोनों कई कई दोनों तक एक साथ कॉलेज से गायब भी रहते थे इस लिए मुझे पूरा यकीन था की दाल में कुछ तो काला है. ठंड के मौसम में हमें स्टूडेंट्स के साथ जंगल में पांच दिनों का कैंप लगाने के और्डर मिले तो हमारे कॉलेज से करीब पचास किलो मीटर की दूरी पर एक सुनसान जंगल में कैंप लगाया गया. कामुकता से भरी महिला प्रोफेसर कुसुमलता ने अपने बदन पर कसी हुई जींस और अपने बड़े बड़े स्तनों पर डीप लो कट का पारदर्शी टॉप पहना हुआ था जिसमे वो और भी ज्यादा कामुक लग रही थी और सभी उसको गन्दी नजरों से घुर घुर कर देख रहे थे.
जंगल में रात के वक्त बहुत ही ज्यादा ठंड थी, सभी को बहुत तेज ठंड लग रही थी. तभी मैँने जेब से एक शराब की बोतल निकाली और अपने जिस्म में गर्मी पैदा करने के लिए एक पेग मार लिया. फिर मैंने मन ही मन निश्चय किया कि आज उस कामुक महिला प्रोफेसर बदचलन महिला प्रोफेसर कुसुमलता के साथ अवैध सेक्स संबंध बनाने की कोशिश करी जायगी और यदि वो मेरे साथ सेक्स करने के लिए तैयार नहीं होगी तो आज उस साली का बलात्कार ही कर डालूँगा इस घने जंगल में. यही सोच कर मैं बदचलन महिला प्रोफेसर कुसुमलता के टेंट की ओर गया. शराब के नशे में मैं बदचलन महिला प्रोफेसर कुसुमलता के टेंट में घुसा और देखा कि वो नाईटी पहने हुए कोई किताब पढ़ रही है.
वो कामुकता से भरी शादी शुदा महिला कोई सेक्सी किताब पढ़ते हुए अपनी बुर मेँ ऊँगली करने में मशगूल थी और उस शादी शुदा रंडी की गोरी गोरी झांघेँ साफ साफ नज़र आ रही थे. मुझे देखते ही वो कामुकता से भरी औरत चौंक कर बैठ गयी और इसी बीच उसके बड़े बड़े स्तन झूलने लगे जिससे देखकर मेरा लंड बहुत ही ज्यादा जंगली हो उठा और मेरे जंगली लंड ने मेरी पेंट के अंदर तम्बू बना दिया. मैं उस बदचलन शादी शुदा महिला प्रोफेसर की चूची देखने की कोशिश में लगा था और बार बार उसके नाईटी में झांक रहा था. उसका ध्यान भी इस तरफ चला गया और वो अदा से हंसते हुए बोली- शिन्दे जी क्या बात है …? आपकी तबीयत कुछ ठीक नहीँ लग रही है…? मैँ भी बोल पड़ा अरे साली बदचलन रंडी जब से तुझे देखा है मेरी तबीयत बिगड़ी हुई है एक बार तेरी इस जंगल में तेरी साथ सेक्स कर लूँ सब ठीक हो जायगा.
मेरी चुदाई करने वाली बात सुनकर वो बदचलन महिला प्रोफेसर मुस्कुराने लगी तो मैं जमाझ गया की वो भी मेरे साथ अवैध सेक्स संबंध बनाने को तैयार है तो मेरा हौसला और ज्यादा बढ़ गया फिर मैंने मेरी जेब से शराब की बोतल निकाली और दो घूंट शराब खुदने पी और थोड़ी शराब उस काम रस से भरी महिला को भी पिलाई. फिर तो मैंने भी अपना हाथ उसके हाथ पर रख दिया. उस बदचलन शादी शुदा महिला प्रोफेसर की सांसे तेज तेज चलने लगी अब वो मेरे और करीब आ गई. उस बदचलन शादी शुदा महिला प्रोफेसर की आँखें बन्द होने लगीं. मैँ भी शराब के नशे में आगे बढा और उस कामुकता से भरी महिला प्रोफेसर की तरफ सरकते हुए मेरे होंठ उसके लिप्स की तरफ बढ़ाया. उस शादी शुदा महिला ने कुछ कहा नहीँ और मैं भी आगे बढा.
फिर मैंने शराब के नशे में उस शादी शुदा औरत के शरबती होठों को जंगली जानवर की तरह से चुसना शुरू कर दिया शराब पीकर ना जाने मेरे अंदर ऐसा क्या हुआ था की मेरी हिम्मत बहुत ही ज्यादा बढ़ चुकी थी और आज तक जिस शादी शुदा महिला को सोचकर मुठ मारा करता था उस सेक्सी औरत की आज एक सुनसान जंगल में चुदाई करने वाला था. उसके दोनों बाहेँ भी मेरी कन्धे पर घेरा बना चुके थे अब तक. तभी मेरे दोनोँ हाथ मैँने भी उसके नाईटी मेँ डाल दिये ताकि वो उन पपीतोँ को महसूस कर सके. उसके मोटी मोटी तगडी चूची अब मेरी ग्रिफत में आ गयी और मैं उसके दोनोँ लिप्स को सक हुए उसके निप्पल को चुभला रहा था.
मेरा हाथ एक बार निप्पल को छूते और फिर तो उस बदचलन शादी शुदा महिला प्रोफेसर की चूची को दबा और सहलाता जाता. धीरे से मैँने उस बदचलन शादी शुदा महिला प्रोफेसर की मखमली नाईटी को उप्पर उठाया और उस बदचलन शादी शुदा महिला प्रोफेसर की नाईटी की डोरी खोल दी. नाईटी की डोरी खोलते ही उस बदचलन शादी शुदा महिला प्रोफेसर के बड़े बड़े स्तन तपाक से लपक कर नाईटी से बाहर निकाल आये और मेरी आँखों के सामने झूलने लगे. एक स्तन के निप्पल को मैंने मुँह में लेकर चूसा तो कुसुमलता “आ हह.” ऐसे बोलने लगी. जोश आ गया था मुझे भी. एक हाथ उस बदचलन शादी शुदा महिला प्रोफेसर की दोनों टांगों के बीच में ले जाकर मैंने उस बदचलन शादी शुदा महिला प्रोफेसर की टाइट बुर में अपनी ऊँगली रगड़ने लगा और वो उमह… आहम…. आह… करने लगी.
मैंने निप्पल को चूसना छोड़ कर फिर से उसके लिप्स पर मेरे लिप्स टिका दिए और अपनी ऊंगली उस बदचलन शादी शुदा महिला प्रोफेसर की टाइट बुर से हटा दिया और फिर मैँने उस बदचलन शादी शुदा महिला प्रोफेसर की निप्पल को मसलने लगा. मेरे पैंट की ओर कुसुमलता का हाथ आने लग गया. मेरे सख्त लंड को वो पैंट पर से ही मसलने लगी. मैंने ज़रा सा उठकर अपनी पैंट खिसकाने में लग गया और फिर वो भी तुरंत हाथ आगे बढा कर मेरे पैंट को निकालने मेँ मेरी मदद करने लगी और फिर मेरे अंडरवीयर को जल्दी से नीचे सरका दी. मेरा जंगली लंड उस सेक्सी माल औरत की आँखों के सामने झूलने लगा था और उसकी अन्तर्वासना भड़काने लगा.
तब उस चुदक्कड़ महिला प्रोफेसर ने अपनी नाईटी को धीरे धीरे मुझे तडपाते हुए नीचे उतारा और मेरे लंड के अगले भाग को आगे उस बदचलन शादी शुदा महिला प्रोफेसर की टाइट बुर पर टिका दिया, फिर तो मैंने उस बदचलन शादी शुदा महिला प्रोफेसर की मस्त गोल गोल चूची सक कर कर के लाल कर दिया. जब मैँने उस बदचलन शादी शुदा महिला प्रोफेसर की टाइट बुर के दाने पर अपने लंड के मोटे अगले हिस्से को रगडा, तो वो खुबसूरत और सेक्सी औरत सिसियाने लगी और मेरे अपनी टाइट बुर को मेरे लंड पर धकेलने लगी. उसे इस तरह से सताने मेँ मुझे बहुत आनन्द मिल रहा था.
अपने जंगली लंड से जंगल में चुदाई करी शादी शुदा महिला प्रोफेसर की शराब पीकर : अब मेरी अन्तर्वासना बहुत ही ज्यादा भड़क रही थी और मैंने शराब के नशे में भी था तो मैँने उस नंगी रंडी की टाइट बुर पर अपने जंगली लंड से एक जोरदार धक्का मारा. मेरे लंड के दमदार घक्के को खा कर वो बदचलन रंडी मस्त हो उठी और मुझे कस कर अपनी बाहों में जकड़ लिया. उसके बाद मैँने धीरे धीरे एक के बाद एक कई धक्के लगाये उस छीनाल की टाइट बुर में अपने जंगली लंड से और वो हर धक्के पर अपने कुल्हे को नीचे से उप्प्पर धकेलने लगी और मुँह से बहुत ही मादक आवाज़ भी निकालने लगी. दोस्तों इस शादी शुदा रांड से ज़्यादा चुदक्कड़ औरत तो मैँने आज तक अपनी जिन्दगी में नहीँ देखी थी साली सुनसान जंगल में बहुत ही मस्त होकर खतरनाक चुदाई करवा रही थी उसे किसी बात की कोई लाज शरम नहीं थी.
अपने जंगली लंड से उस नंगी औरत की टाइट चूत चोदते हुए बीच बीच मेँ मैँ उसे किस करता और उस नंगी महिला के बड़े बड़े स्तनों पर अपने नुकीले दातों से काटता भी गया जिस वजह से उसके बूब्स बहुत ही ज्यादा लाल लाल हो चुके थे. वो चुदक्कड़ महिला भी मेरे हर किस का जवाब अपने किस से देती और मुझे भी किसी जंगली जानवर की तरह काटते हुए बहुत ही मादक सिसकी भारती ऐसा लग रहा था मानो रात के अँधेरे में दो जंगली जानवर के जिस्म का मिलन हो रहा हो. उस बदचलन शादी शुदा महिला प्रोफेसर की और मेरी वासना अपने चरम पर पहुंच रही थी लेकिन कोई भी हार मानने को राजी नहीँ था. अचानक से उस कामुकता से भरी औरत ने मेरी जीभ को लौलीपौप की तरह अपने लिप्स में जकड लिया और किसी कालगर्ल की तरह से चूसने लगी.
मैं शराब पीकर सेक्स कर रहा था इस वजह से मैं कुछ ज्यादा ही जंगली सा हो चूका था. मैँने फिर से उस बदचलन महिला प्रोफेसर की सीधे हाथ की तरफ वाले स्तन को बहुत जोर से दबाया तो वो बहुत जोर से चिल्ला पडी … डार्लिंग आअ .. ज़रा स्लो करो ना.. मार ही दोगे आज लगत है जानू तुम मुझे इस सुनसान जंगली में चोद चोदकर जैसे जंगली जानवर की तरह चोद रहे हो मुझे. उस कामुकता से भरी औरत ने मेरी जीभ को सक करना छोड़ कर कामुकता से बोली तो मैंने उस बदचलन शादी शुदा महिला प्रोफेसर की चूची को हल्के हल्के घिसना चालू कर दिया. फिर उस चुदक्कड़ महिला प्रोफेसर ने भी अपनी टंग बाहर निकली और हम दोनोँ ही अपने टंग को रगड़ने लगी..
उस चुदक्कड़ महिला प्रोफेसर ने बड़े सेक्सी तरीके से मुझे देखते हुए कामुक नज़रोँ से मेरी थूक को चाटना शुरु कर दिया.. नीचे मेरा लंड उस बदचलन शादी शुदा महिला प्रोफेसर की टाइट बुर का कीमा बनाने में लगा हुआ था. उस बदचलन शादी शुदा महिला प्रोफेसर की टाइट बुर फिर भी मेरे हर धक्के का मजबूती से जवाब दे रही थी. दोनोँ के लंड और टाइट बुर पूरी ऊर्जा से सराबोर हो गये थे. फिर तभी मुझे अहसास हुआ कि मेरा पानी निकलने मेँ देर नहीँ है. मैं लंड से उसे चोदता रहा उस समय और मैंने उस बदचलन शादी शुदा महिला प्रोफेसर की टाइट बुर को चोदते हुए उस नंगी औरत से पूछा की मेरा लंड किसी भी वक्त फट सकता है जल्दी से बताओ तुम्हारी इस टाइट बुर के अन्दर डालूँ अपने गरमा गर्म वीर्य को या फिर बाहर निकलूं…?
उस छीनाल महिला प्रोफेसर कुसुमलता ने मुझे जोर से अपने नंगे जिस्म से चिपका लिया और साली रांड बोली की मेरी चूत के अन्दर ही डाल दो अपना वीर्य मैं तुम्हारे वीर्य की गर्मी से अपनी इस चूत की सिकाई करना चाहती हूँ. फिर करीब दस पंद्रह तेज तेज धक्कों के बाद मैंने उस नंगी मागील की गर्म चूत के अंदर ही झड़ गया और मेरे लंड से निकला वीर्य उस नंगी महिला की चूत के अंदर भर गया. जब हमने सेक्स खत्म करा उस दौरान हम दोनों की सांसे और धड़कने बहुत तेज चल रही थी. फिर हम दोनों नंगे ही एक दुसरे से चिपक कर सो गए. सुबह करीब चार बजे मेरी नींद खुली जब तक मेरे सर से शराब का नशा उतर चूका था.
फिर मैं अपने टेंट में आकर सो गया ताकि किसी को हमारे रात के कांड के बारे में कुछ भी पता ना चले. जंगल में खतरनाक चुदाई करने का ये मेरा पहला अनुभव था और मुझे जंगल में खतरनाक चुदाई करके बहुत अच्छा लगा यदि वो मुझसे अपनी बुर की चुदाई नहीं करवाती तो शायद हो सकता था की मैं उसका बलात्कार कर डालता मगर ऐसी नौबत ही नहीं आई. दोस्तों किसी और की पत्नी की जंगल में चुदाई करना और वो भी शराब पीकर इसका एक अलग ही आनंद था. तो दोस्तों कैसी लगी आप सभी को मेरी जंगल में मंगल करने की ये कामुकता से भरी अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरी “जंगल में चुदाई करी शादी शुदा महिला प्रोफेसर की शराब पीकर” उम्मीद करता हूँ की आप इस सेक्स कहानी को ज्यादा से ज्यादा शेयर करेंगे और हमें सपोर्ट करेंगे…