यौन सुख से वंचित नामर्द साले की अप्सरा जैसी बीवी की प्यासी चूत को चोदा और माँ बनाया नई अश्लील हिंदी XXX सेक्स कहानियाँ फ्री में ऑनलाइन पढ़ें : मेरे साले की जवान और सेक्सी धर्म पत्नी का नाम याशिका है. याशिका को जब मैंने पहली बार देखा तो मुझे लगा की जैसे कोई अप्सरा स्वर्ग से धरती पर आ गई है वो दिखने में बहुत सुन्दर और सेक्सी थी उसे देखते ही मैं उसके प्रति आकर्षित हो गया था. मेरी साले की पत्नी का नाम याशिका है और उस अप्सरा की उम्र करीब 22 साल है. उस अप्सरा जैसी महिला का कद लम्बा और रंग बिलकुल दूध की तरह साफ़ है. उस अप्सरा जैसी जवान और सेक्सी महिला को देखते ही बाँहों में लेकर चूमने और उसकी गांड और चूत के साथ चोदा चादी करने को मन होता है.
हमारी नज़रें चार हुईं और वो अप्सरा रूपी महिला मेरी आँखों मैं अपने प्रति वासना देखकर वो शर्म से लाल हो गई. अब वो नज़र बचा कर बार-बार मुझे ही देख रही थी. खैर हमारे बीच ये आँख मिचोली का खेल दो साल तक चलता रहा. दो साल की चोदा चादी के बाद भी जब मेरे नामर्द साले और उसकी अप्सरा जैसी पत्नी के कोई संतान नहीं हुई तो फिर उन्होंने डॉक्टर से जाँच करवाई. डॉक्टर की जाँच से पता चला कि मेरे साले में कमी होने की वजह से वो अप्सरा जैसी शादी शुदा महिला कभी भी माँ नहीं बन पाएगी और वो पूरी जिन्दगी यौन सुख से भी वंचित रहेगी.
यौन सुख से वंचित नामर्द साले की अप्सरा जैसी बीवी को चोदा अश्लील हिंदी सेक्स कहानियाँ
उस अप्सरा जैसी जवान और सेक्सी महिला ने मेरी पत्नी को बताया कि वो शादी के बाद से ही अपने नामर्द पति के साथ सेक्स का कोई आनन्द नहीं उठा पाई है और आज तक यौन सुख से वंचित है. इस घटना के बाद वो मेरी पत्नी के और पास आ गई. याशिका को यौन सुख पाना था और उसकी नजर में मैं ही था जो उसे यौन सुख दे सकता था, पर वो शर्म से कुछ कह नहीं पाती थी. मैं भी याशिका को चोदना चाहता था. मैंने अपनी बीवी अनुरागीनी के साथ मिल कर एक योजना बनाई. मेरे साले का कैंटीन का बिज़नेस वेस्ट इंडिया में है. वो साल में 6 माह के लिए वहाँ पर जाता है, घर पर सासू और याशिका ही रह जाती हैं.
सासू माँ 65 साल की एक बुढ़िया हैं. अनुरागीनी व मेरे प्लान के मुताबिक नामर्द साले के जाते ही अनुरागीनी की बीमारी का बहाना बना कर साले के घर रहने चले गए. सासू माँ बूढ़ी हैं और तो और उस बुढ़िया को कुछ दिखाई भी नहीं देता है, हाथ-पैर से चला फिरा भी नहीं जाता हैं. बेचारी रात को जल्दी सोती और सुबह देरी से जगती हैं. घर में दो कमरे थे, एक रूम के अंदर हम पति और पत्नी थे और दूसरे में मेरे नामर्द साले की अप्सरा जैसी बीवी याशिका अपनी बुढ़िया सास के साथ सोती थी. हम पति पत्नी के प्लान के मुताबिक मैं सुबह अनुरागीनी की जोर-जोर से आवाज़ लगाने पर तथा मेरा लंड जोर से हिलाने पर ही जागता था.
नामर्द पति के कारण यौन सुख से वंचित याशिका रोज़ सुबह हम पति पत्नी का यह सब ड्रामा देखती थी. मैं लुंगी पहनता था, सुबह मेरा लंड खड़ा रहता था जो 8 इंच लम्बा था. एक दिन सुबह अनुरागीनी रसोई में काम कर रही थी, मैं सोने का नाटक कर रहा था. अनुरागीनी ने जोर की आवाज़ लगाई- याशिका, अपने जीजा जी को जगा दे.. मैं रसोई में काम कर रही हूँ. मेरा लंड खड़ा था, याशिका मेरे कमरे मैं आई दरवाज़े पर खड़ी हो कर मेरे लंड को निहारने लगी. जैसे बरसों पुरानी चाहत पूरी होने जा रही हो. अनुरागीनी की आवाज़ आई- याशिका… जगाया या नहीं..!याशिका ने चार-पांच बार ‘जीजाजी.. जीजाजी’ आवाज़ लगाई, पर मैं नहीं उठा.
नामर्द पति के कारण यौन सुख से वंचित याशिका बोली- दीदी, जीजाजी नहीं जागे..! मेरी धर्म पत्नी अनुरागीनी रसोई में से चिल्लाई- अरे उनका लंड हिला कर उठा.. जैसे मैं करती हूँ ऐसे नहीं उठेंगे..! अब याशिका बार-बार मेरे लंड को देखे रही थी. वो धीरे-धीरे चल कर बेड के पास आई और बेड पर बैठ गई, कांपते हाथ से लुंगी हटाई, लंड देखा, धीरे से हाथ मेरे लंड पर फेरा और धीरे से बोली- जीजाजी उठो..!याशिका को मैं नज़र बचा कर बार-बार देख रहा था कि वो क्या कर रही है. फिर जब उसने देखा मेरे पर कोई असर नहीं है, तो वो पूरे लंड को अपने हाथों में भर कर मसलने और खींचने लगी. मेरे लंड का आकार बढ़ने लगा.
मेरी धर्म पत्नी अनुरागीनी बोली – क्या हुआ…! मेरे नामर्द साले की अप्सरा जैसी बीवी बोली – लंड हिला रही हूँ.. पर जग नहीं रहे…! मेरी धर्म पत्नी अनुरागीनी बोली – अरे जोर से हिला..! मेरे नामर्द साले की अप्सरा जैसी बीवी बोली – जोर से हिला तो रही हूँ..! मेरी धर्म पत्नी अनुरागीनी बोली – अरे नहीं उठ रहे तो लंड चूस कर उठा.. लंड खड़ा हुआ या नहीं..!मेरे नामर्द साले की अप्सरा जैसी बीवी बोली – दीदी, लंड खड़ा है. मेरी धर्म पत्नी अनुरागीनी बोली – तो चूस न..! मेरे नामर्द साले की अप्सरा जैसी बीवी बोली – अच्छा दीदी..! फिर अनुरागीनी ने कहा- याशिका लंड चूसने से पहल अपनी ब्रा और पैन्टी उतार दे शायद तेरे मम्मे तन जाएँ..!
नामर्द पति के कारण यौन सुख से वंचित याशिका ने नाइटी के नीचे काली ब्रा-पैन्टी पहनी थी. उसने उतार दी. अब याशिका हल्की पारदर्शी नाइटी में थी. उसके बोबे मध्यम साइज़ के थे और भूरे निप्पल देख कर मुझे कण्ट्रोल करना मुश्किल हो रहा था. मेरे नामर्द साले की अप्सरा जैसी खूबसूरत और सेक्सी पत्नी ने मेरा लंड अपने मुँह में लेकर चूसना चालू कर दिया. अनुरागीनी की आवाज़ आई, “याशिका जब तक वीर्य न निकले जब तक लंड चूस.. बाद में वीर्य पी जाना. ”वो बोली- ओके… मेरा लंड खड़ा था वो नामर्द पति के कारण यौन सुख से वंचित शादी शुदा रांड एक अच्छी रांड की तरह मेरे लंड को अपने मुँह में ले कर जीभ से चूसने लगी.
करीब दस मिनट के ब्लोजॉब के बाद मेरा वीर्य निकला, वो सारा का सारा वीर्य पी गई, पर मैं अब भी नहीं जगा. मेरे नामर्द साले की अप्सरा जैसी बीवी बोली – दीदी जीजू नहीं जागे.. मैंने वीर्य भी पी लिया.. लंड भी जोर-जोर से हिला लिया. मेरी धर्म पत्नी अनुरागीनी बोली – याशिका तू जीजू के पास लेट जा और उनके हाथ अपने स्तनों पर रख कर उन्हें दबवा… याशिका ने पास लेट कर एक बोबे पर मेरा हाथ रखा तथा दूसरा मेरे होंठों से लगा दिया. धीरे-धीरे मैं याशिका के बोबे दबाने लगा व चूसने लगा. क्या रुई की तरह मुलायम नरम बोबे थे..! फिर याशिका गर्म हो चुकी थी, साले की बीवी ने मेरा एक हाथ पकड़ कर अपनी चूत पर रखा.
मैंने मेरी उंगली मेरे नामर्द साले की जवान और सेक्सी बीवी की सील पैक प्यासी चूत में आगे-पीछे करनी चालू कर दी, गर्म भट्टी की तरह चूत भभक रही थी उस यौन सुख से वंचित शादी शुदा महिला की. एक हाथ से साले की बीवी ने मेरा लंड सहला रही थी, मैं गरम हो चुका था, वो अब नंगी मेरे साथ लेटी थी. आप ये कहानी आप निऊ हिंदी सेक्स स्टोरिज़ डॉट कॉम पर पड़ रहे है. मैंने धीरे से आँख खोली और बोला- याशिका ये क्या कर रही हो..! तुम्हारी दीदी देख लेंगी..!वो कुछ नहीं बोली और कस कर मुझसे लिपट गई.
मैंने होंठों का चुम्बन करना चालू कर दिया. उसे अपने नीचे ले कर उसकी चूत में धीरे-धीरे अपना लंड पेलने लगा. लंड घुसते ही बहुत जोर से चिल्लाई उई माँ आह… मैंने उस नंगी शादी शुदा रांड के मोटे मोटे बूब्स पर धीरे-धीरे हाथ फेरा तो वो कुछ शान्त हुई और मैंने जोर का धक्का मारा. मेरा 8 इंच लम्बा लंड साले की अप्सरा जैसी पत्नी की सील पैक वर्जिन चूत की झिल्ली फाड़ता हुआ चूत में दाखिल हो गया. चोदा चादी के दौरान चूत में से खून आने लगा. मैं याशिका की सील तोड़ चुका था. अब वो आराम से मेरा लंड चूत में ले कर कमर उठा कर ऊपर-नीचे हो रही थी. बीस मिनट बाद उसने पानी छोड़ दिया.
मैंने भी अपना वीर्य साले की नंगी बीवी की गरमा गरम चूत के अंदर डाल दिया. मेरी पत्नी अनुरागीनी दरवाज़े पर खड़ी खड़ी हमारी चोदा चादी देख रही थी और हँस भी रही थी.. नामर्द पति के कारण यौन सुख से वंचित याशिका आज मेरे साथ सेक्स करके बहुत खुश थी. हम उनके घर में करीब 3 माह तक रहे, मैं रोज़ याशिका को चोदता था, याशिका भी मेरे साथ चोदा चादी करते करते काफी ज्यादा खुल चुकी थी. जो पहले यौन सुख से वंचित थी आज वो शादी शुदा महिला अपनी जीवन की पहली चुदाई मेरे लंड से करवाकर पूरी तरह से संतुष्ट थी. वो मेरे लंड से खूब मजे से अपनी गांड मरवाती और चूत चुदवाती और कुछ समय बाद वो गर्भवती हो गयी थी और इस प्रकार से उस बहन की लौड़ी को मैंने मेरे बच्चे की माँ भी बना दिया था…