वर्जिन चूत में उंगली करने के बाद पड़ोसन के पति से जमकर चुदी मेरी तो जैसे जान ही निकल गई और में दर्द के मारे जोर से चीख पड़ी अन्तर्वासना नई हिंदी XXX सेक्स स्टोरी फ्री में पढ़ें और अपने दोस्तों व परिवार के साथ शेयर भी करें : नमस्ते मेरे प्यारे दोस्तों… मेरा नाम रीमा है और आज मैं आप सभी के साथ मेरी पहली चुदाई की हिंदी सेक्स स्टोरी पेश कर रही हूँ. अपनी कुंवारी चूत में उंगली करने के बाद पड़ोसन के पति से अपनी वर्जिन चूत को खूब जमकर चुदवाने की यह घटना तब की है जब में पूरी तरह से जवान होकर अपनी वर्जिन चूत की पहली चुदाई करवाने के लिए तड़पने लगी थी. मुझे मेरी वर्जिन गांड और चूत की चुदाई करवाने के लिए किसी दमदार लंड की तलाश थी जो मेरी चुदवाने की भूख को शांत करे जो मेरी वर्जिन गांड और वर्जिन चूत की खूब जमकर चुदाई करे.
दोस्तों मेरी उम्र 24 वर्ष है और में कुंवारी रांड दिखने में बहुत सुंदर और सेक्सी हूँ. मेरे उभरे हुए बड़े आकार के बूब्स, गोल सुंदर चेहरा, मोटी मोटी आंखे, लंबे घने काले बाल या यह यह कहे कि मेरे इस बदन में कहीं भी कोई कमी नहीं है इसलिए मुझे देखकर हर कोई लड़का मुझे लाइन मारता है क्योंकि में दिखने में बड़ा ही मस्त हॉट सेक्सी माल लगती हूँ और हर किसी की नजर मेरी उभरी हुई छाती पर ही टिकी रहती है और में भी उनको अपना बदन दिखाकर अपनी तरफ आकर्षित करती हूँ हर एक लड़का मेरे जिस्म का दीवाना है और दोस्तों मुझे देर काली हसीन रात तक गन्दी गन्दी सेक्स फिल्म देखने की आदत है.
वर्जिन चूत में उंगली करने के बाद पड़ोसन के पति से जमकर चुदी अन्तर्वासना हिंदी XXX सेक्स स्टोरी

बहुत ज्यदा ब्लू फ़िल्में देखने की वजह से अब मेरा मन भी अब सेक्स करने के लिए बड़ा ही बैचेन होने लगा है इसलिए में जोश में आकर अपनी उंगली से या फिर केले और खीरे से ही अपनी वर्जिन चूत को ठंडा करके अपना काम चला लेती हूँ ऐसा करने से काफी हद तक मेरी चुदास शांत हो जाती है. दोस्तों फिर जब मुझे अपनी सील पैक वर्जिन चूत और गांड में उंगली करते करते बहुत दिन हो गये तो अब मेरा मन भी करने लगा था कि मुझे चुदवाने के लिए किसी मर्द का लम्बा और मोटा लंड मिल जाए जो ये जवानी की आग शांत हो जाए.
मुझ चुदने की भूखी कुंवारी लड़की को मन ही मन अपनी सील पैक वर्जिन चूत और गांड की किसी लंड से जमकर चुदाई करवाने की इच्छा होने लगी थी और में अपनी चूत को शांत करने के लिए बहुत तरस रही थी, लेकिन मुझे कोई ऐसा मिल ही नहीं रहा था जिसका लंड में अपनी चूत में लेकर वो मज़े ले लूँ जो इस दुनिया में समय से पहले या उसके बाद में सभी लोग कभी ना कभी जरुर लेते है. मुझे उम्मीद थी कि मेरे जीवन में भी वो दिन एक दिन जरुर आएगा जब भगवान मेरे मन की बात सुनकर मेरी इस इच्छा को पूरा करेगा.
एक दिन यह सभी बाते सोचते हुए मेरे दिमाग में एक बहुत अच्छा विचार आ गया और में अपनी चुदाई का जुगाड़ लगाने लगी. हमारे पास वाले घर में एक परिवार रहता है जिसमे एक भाई जान, जवान सेक्सी सविता भाभी और उनके दो बच्चे है भाई जान दिखने में बहुत आकर्षक लगते है और उनका हमारे घर बहुत बार आना जाना लगा रहता है. यह अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरी पिछली गर्मियों की छुट्टियों की है उन दिनों मेरी वो जवान सेक्सी सविता भाभी अपने दो छोटे बच्चो के साथ उनके मायके गई हुई थी इसलिए अब घर में भाई जान ही अकेले थे और इस वजह से वो भाई जान खाना हमारे घर ही खाते थे.
में चुदने की प्यासी कुंवारी लड़की अपने उन्ही पड़ोसी भाई जान को अपने जाल में फंसाकर उनसे अपनी सील पैक वर्जिन चूत और गांड की चुदाई करवाकर अपनी कुंवारी गांड और बुर की सील खुलवाने के सपने देख रही थी. में मन ही मन ठान चुकी थी कि मुझे उनसे अपनी चुदाई के मज़े लेने है और फिर धीरे धीरे बच्चों के स्कूल की छुट्टियाँ खत्म होने को थी, लेकिन में अभी तक कुछ भी ऐसा नहीं कर सकी जिससे मेरी चूत की आग शांत हो सके और वैसे मुझ चुदने की प्यासी कुंवारी लड़की ने इतना तो कर ही दिया था कि अब वो मुझसे बहुत खुलकर गन्दी गन्दी डबल मीनिंग वाले हंसी मजाक करने लगे थे.
हर कभी बातों ही बातों में वो मुझसे डबल मीनिंग की गन्दी गन्दी बातें भी कर देते, जिनको में तुरंत समझकर उनकी तरफ हंस दिया करती थी. मुझ चुदने की प्यासी कुंवारी लड़की ने उनकी किसी भी बात का कभी बुरा नहीं माना और इस वजह से हम दोनों के बीच की वो दूरी अब कहीं हद तक कम हो चुकी थी और अब केवल दो दिन ही बाकि बचे थे, जिनके बाद मेरी पड़ोस वाली जवान सेक्सी सविता भाभी वापस आने वाली थी. उस दिन मेरी अच्छी किस्मत से मेरी मम्मी, पापा और सगे भाई को एक शादी में जाना था इसलिए वो मुझे मेरी पढ़ाई और पड़ोस में रहने वाले भाई जान के खाने के बारे में सोचकर मुझे अकेला ही घर में छोड़कर चले गये थे.
अब मुझ चुदने की प्यासी कुंवारी लड़की ने उस इतने अच्छे मौके को पाकर मन ही मन खुश होकर अपने आप से कहा कि अगर तू आज भी कुछ नहीं कर सकी तो शायद फिर कभी तू कुछ नहीं कर सकती, क्योंकि ऐसा कभी नहीं आएगा और में अपने मन में विचार उनको अपनी तरफ आकर्षित करने और उनके साथ चुदाई करवाने के लिए बनाने लगी थी. आज मुझ चुदने की प्यासी कुंवारी लड़की ने सोच लिया था कि कैसे भी करके मुझे आज यह अपना सपना पूरा करना है, में उस दिन बहुत उत्साहित थी.
फिर काली हसीन रात को करीब आठ बजे मेरे भाई जान खाना खाने आ गए तभी मुझ चुदने की प्यासी कुंवारी लड़की ने उनसे कहा कि भाई जान आप आज थोड़ा देरी से चले जाना, क्योंकि में आज घर में बिल्कुल अकेली हूँ और मेरे सभी घर वाले किसी शादी में मुझे अकेला छोड़कर चले गए और वो देर काली हसीन रात तक वापस आने की बात मुझसे बोलकर गए है इसलिए काली हसीन रात को अकेले रहने में मुझे बहुत डर लगता है आपके रहने से मेरा मन भी लगा रहेगा. फिर वो बोले कि हाँ ठीक है तुम जब तक कहोगी में यहीं रुक जाऊंगा और वैसे भी तो काली हसीन रात को मुझे अपने घर जाकर बस सोना ही है, में कुछ देर तुम्हारे साथ बातें करके ही अपना समय बिता लूँगा जिसकी वजह से तुम्हारा भी मन लग जाएगा और मुझे भी तुम्हारे साथ अकेले रहने का मौका मिल जाएगा और फिर हम दोनों साथ में बैठकर खाना खाने के बाद टीवी देखने लगे थे.
फिर उसी समय मुझ चुदने की प्यासी कुंवारी लड़की ने चुपके से घर का मुख्य दरवाजा ठीक तरह से बंद कर दिया और अंदर आकर बिना कुछ सोचे समझे मुझ चुदने की प्यासी कुंवारी लड़की ने भाई जान को पीछे से पकड़कर उनकी गर्दन पर किस कर दिया. अब भाई जान एकदम से उठ खड़े हुए और गुस्से में वो मुझसे बोले कि तुम यह सब क्या कर रही हो? में अपने घर जा रहा हूँ और मुझे नहीं पता था कि तुमने मुझे इसलिए यहाँ पर रोका है और वो मुझसे यह बात कहकर उठकर जाने लगे. तो एक बार तो में डर ही गई, लेकिन फिर भी मुझ चुदने की प्यासी कुंवारी लड़की ने उनको कह दिया कि भाई जान जब तक मेरी इच्छा पूरी नहीं हो जाती में आपको यहाँ से जाने नहीं दूँगी और अब तक उन्हे नहीं पता था कि मुझ चुदने की प्यासी कुंवारी लड़की ने दरवाजा बंद करके ताले की चाबी को कहीं छुपा दिया है.
फिर मुझ चुदने की प्यासी कुंवारी लड़की ने एकदम से उनके गाल पर किस कर दिया और मेरे ऐसा करते ही वो गुस्से की वजह से उस कमरे के बाहर चले गये, लेकिन उन्हे फिर वापस आना पड़ा क्योंकि बाहर जाने का दरवाजा बंद था और वो अंदर आकर एक बार फिर से मेरे सामने आकर कुर्सी पर बैठ गये और अब वो मुझ कुंवारी लड़की को समझाने लगे और वो मुझसे बोले रीमा यह बहुत ग़लत बात है, तुम्हे अपने मन में भी हम दोनों के अवैध शारीरिक सम्बन्ध बनाने की गन्दी गन्दी बातें नहीं लानी चाहिए यह बहुत बड़ा पाप है… मुझे बहुत देर तक बड़े प्यार से समझाया, लेकिन में अब कहाँ उनकी वो बातें मानने वाली थी.
मुझ चुदने की प्यासी कुंवारी लड़की ने उनको साफ साफ कह दिया कि कुछ भी हो मुझे आपके साथ अवैध शारीरिक सम्बन्ध बनाने हैं और आपके लंड से चुदवाकर ही अपनी सील पैक वर्जिन गांड और चूत की सील खुलवानी है. फिर बहुत देर के बाद वो मेरी यह बात मान गये और वो मुझसे बोले कि तुम नहाकर गाउन पहनकर बेडरूम में चलो और फिर में खुश होती हुई बस दो मिनट में नहाकर गाउन पहनकर पलंग पर जाकर लेट गई, भाई जान अंदर आए और वो मेरे पास पलंग पर आकर लेट गये और फिर में उनसे लिपट गई.

अब वो शादी शुदा भैया मुझसे बोले कि तुम अपनी वर्जिन गांड और चूत की पहली चुदाई करवाने के लिए सीधी पलंग पर लेट जाओ आज तुम्हें जन्नत की सैर करवाऊंगा. दोस्तों मैं मेरी पहली चुदाई के लिए बहुत ज्यादा उत्साहित थी तो में उनके कहते ही पलंग पर सीधी लेट गई और उसके बाद उन्होंने सबसे पहले मेरे पैर की सबसे छोटी उंगली को सक किया और उसके बाद एक एक करके उन्होंने मेरी सभी उँगलियों को सक किया. फिर में इतना होने पर ही पागल हुई जा रही थी, जिसकी वजह से मेरी दोनों आंखे बंद हो चुकी थी और वो बड़ा ही हटकर मस्त अहसास था, जिसको में किसी भी शब्दों में लिखकर नहीं बता सकती. अब उन्होंने मेरे पैरो को चूमना शुरू किया.
वो पड़ोसी शादी शुदा भैया मेरे पैरों को चूमते हुए आगे बढ़ने लगे थे और अब उन्होंने अपने एक हाथ से मेरे गाउन को थोड़ा सा ऊपर कर दिया, जिसकी वजह से उनके सामने मेरी गोरी चिकनी जांघे थी, वो अब मेरी जांघो को भी चूमने लगे थे और ऐसा करते हुए उन्होंने मेरे गाउन को और थोड़ा ऊपर कर दिया था, जिसकी वजह से अब उनको मेरी चूत साफ साफ नजर आ रही थी, क्योंकि मुझ चुदने की प्यासी कुंवारी लड़की ने गाउन के अंदर ब्रा और पेंटी नहीं पहनी थी और अब वो शादी शुदा भैया मेरी कुंवारी चूत के एकदम पास पहुंच चुके थे. उन्होंने मेरी सील पैक वर्जिन चूत के दोनों तरफ किस किया और चूत पर चूमते ही मेरे बदन में एक अजीब सा करंट दौड़ने लगा.
फिर उसके बाद अब वो मेरी नाभि में अपनी जीभ को चला रहे थे और अपनी गरम गरम साँसे मेरे पेट पर छोड़ रहे थे और अब उन्होंने गाउन को थोड़ा और ऊपर कर दिया, जिसकी वजह से अब मेरे एकदम गोल नींबू भी पूरे नंगे हो गये, उन्होंने मेरे एक बूब्स को हल्का सा सहलाकर निप्पल को दबा दिया. उनके हाथों का वो पहला स्पर्श मेरे पूरे बदन में आग लगाने का काम कर गया. फिर उसके बाद दूसरे को दबा दिया. अब वो शादी शुदा भैया मेरे मोटे मोटे बूब्स को अपने मुँह में लेकर चूस रहे थे और इतना सब करने के बाद उन्होंने मेरे गाउन को पूरा उतारकर वो मुझसे बोले कि अब तुम उल्टी होकर लेट जाओ.
फिर में तुरंत वैसे ही लेट गई और अब वो पीछे से ही मेरी गर्दन को कंधो को पीठ को जांघो को पैरों को किस करते हुए पैरो पर पहुंच गये और एकदम से मुझे सीधी करके मेरे पैरों को पूरा फैलाकर अपनी पूरी जीभ को उन्होंने मेरी चूत में डाल दिया और वो चूसने चाटने लगे, अपनी जीभ को पूरा अंदर डालकर मेरी चूत की चुदाई अपनी जीभ से करने लगे. उनके ऐसा करने की वजह से मुझे तो उस समय ऐसा लगा जैसे में स्वर्ग में पहुंच गई हूँ और में उसी समय उनके मुहं पर ही झड़ गई. मेरी कुंवारी चूत ने अपनी पूरी गरमी को बाहर निकाल दिया, जिसकी वजह से में बिल्कुल निढाल होकर बेड पर पड़ी रही.

अब भाई जान भी मेरे पास में आकर लेट गये और वो मुझसे बोले बहन अब तुम मेरे कपड़े उतारो और तब मुझ चुदने की प्यासी कुंवारी लड़की ने उनकी टी-शर्ट उतारी और उसकी मस्त छाती पर किस किया. फिर उसके बाद मुझ चुदने की प्यासी कुंवारी लड़की ने उनकी पेंट और अंडरवियर को भी उतार दिया. उनका मोटा लंबा लंड देखकर मेरे बदन में जोश की वजह से करंट सा दौड़ गया. फिर उसी समय लपककर उनके लंड को मुझ चुदने की प्यासी कुंवारी लड़की ने अपने एक हाथ में पकड़कर मुझ चुदने की प्यासी कुंवारी लड़की ने अपने हाथ को लंड के ऊपर नीचे करना शुरू किया. में लंड को सहलाते हुए मुठ मारने लगी.
फिर कुछ देर बाद भाई जान मुझसे बोले कि जानू अब तुम इसको अपने मुहं में ले लो तब देखना तुम्हे मज़ा कुछ ज्यादा ही आएगा. दोस्तों पहले तो मेरा दिल यह गंदा काम करने के लिए तैयार नहीं हुआ, लेकिन फिर भी मुझ चुदने की प्यासी कुंवारी लड़की ने जोश में आकर सभी बातों को भुलाकर उनके तनकर खड़े लंड को अपने मुहं में ले लिया और फिर में उसको चूसने लगी. कुछ देर चूसते चूसते मुझे इतना मज़ा आने लगा कि में एक बार फिर से झड़ गई.
मेरी वर्जिन चूत से पानी बाहर निकलकर बहने लगा था और अब तक भाई जान भी पूरी तरह से हॉट हो चुके थे और वो मुझसे बोले साली मादारचोद कुतिया तू इसको पूरा अपने गले के अंदर तक ले क्या बाहर निकालकर टाइम पास कर रही है? दोस्तों उनके मुहं से वो गन्दी गन्दी गाली सुनकर मुझे भी बहुत जोश आ गया और में पूरी तरह जोश में आकर ज़ोर से जल्दी जल्दी उनके लंड को अंदर बाहर करने लगी.
वो शादी शुदा भैया अब मुझसे कहने लगे कि तेरी इस कुंवारी चूत में बहुत आग है आज में इसको चोद चोदकर बिल्कुल ठंडी कर दूँगा में तेरी सारी गरमी बाहर निकाल दूंगा. तुझ कुंवारी रांड को चुदाई का शौक है ना आज में वो सब अपनी इस एक ही चुदाई में तेरी सभी इच्छाए पूरी कर दूंगा. में तेरी इतनी जमकर चुदाई करूंगा कि रंडी तू दोबारा चुदवाने का नाम नहीं लेगी. देख तेरा यह चुदाई का भूत आज में कैसे उतारता हूँ?

मैं कुंवारी रांड उन पड़ोसी भैया की यह सभी बातें सुनकर और भी जोश में आ गई और मुझे तो कैसे भी अपनी चूत की आग को शांत करना था, चाहे उसके लिए आज मेरी चूत ही क्यों ना फटकर भोसड़ा बन जाए. मुझे तो बस चुदाई के मज़े चाहिए थे. फिर हमारी पड़ोसन के पति एकदम से उठे और उन्होंने मुझे नीचे लेटाकर मेरे दोनों पैरों को पूरा फैलाकर हमारी पड़ोसन के पति मेरी चूत को आईसक्रीम की तरह चूसने लगे. उस समय तो मुझे मन ही मन लग रहा था कि बस अब मेरी चूत में यह लंड घुस ही जाना चाहिए क्योंकि अब मुझसे ज्यादा देर नहीं रुका जा रहा था.
दोस्तों में उस समय बिल्कुल गरम और बड़ी जोश में थी, इसलिए मुझ चुदने की प्यासी कुंवारी लड़की ने उनको कहा कि चाहे आज मेरी चूत ही क्यों ना फट जाए, मुझे कितना ही दर्द हो में तड़प जाऊ, लेकिन आप बिल्कुल भी रुकना मत, मेरी आज तुम खूब खतरनाक चुदाई करना, मैं मेरी इस कुंवारी चूत में उंगली कर कर के बहुत थक गयी हूँ आज तो आप मेरी चूत की खुजली को हमेशा हमेशा के लिए मिटा देना भैया, तुम मेरी जमकर चुदाई करना. फिर मेरे मुहं से यह जवाब सुनकर बहुत खुश होकर भाई जान ने अपना लंड मेरी चूत पर रखकर हल्का सा धक्का देकर अपने लंड को अंदर किया, जिसकी वजह से मेरी तो जैसे जान ही निकल गई और में चीख पड़ी.
फिर उसी समय भाई जान ने थोड़ा सा धक्का और मार दिया, जिसकी वजह से अब उनका आधा लंड मेरी चूत में चला गया और दर्द की वजह से मेरी आखों में आंसू आ गये, लेकिन फिर भी मुझ चुदने की प्यासी कुंवारी लड़की ने उनको कहा कि आप पूरा लंड मेरी चूत में जबरदस्ती डाल दो, मेरे दर्द की परवाह मत करो. फिर हमारी पड़ोसन के पति ने मेरी यह बात सुनकर जबरदस्ती तेज धक्का देकर अपने लंड को मेरी सील पैक वर्जिन चूत में पूरा का पूरा डाल दिया और मेरी सील तोड़ डाली.
उसके बाद वो थोड़ी देर के लिए ऐसे ही लेट गये. उसके बाद धीरे धीरे उन्होंने अब लंड को अंदर बाहर शुरू किया, जिसकी वजह से अब मुझे भी मज़ा आने लगा था. फिर मुझ चुदने की प्यासी कुंवारी लड़की ने उनको कहा कि थोड़ा तेज करो, जाने दो पूरा अंदर मुझे कब से इस दिन का इंतजार था, आज मुझे यह मज़ा मिला है, पता क्या दोबारा कब मिले, जाने दो पूरा अंदर. अब भाई जान ने मेरी यह बातें सुनकर अपने धक्को की स्पीड को पहले से ज्यादा बढ़ा दिया और में भी उनका पूरा पूरा साथ देने लगी थी और भाई जान भी बड़े जोश में थे, वो शादी शुदा भैया धक्के देते हुए मुझसे बोले कि साली भोसड़ी रंडी छिनाल देख तेरी चूत तो आज पूरी फट जाएगी मैं बिना फाड़े इसको नहीं छोड़ सकता, तू मेरी यह चुदाई पूरी जिंदगी नहीं भुला सकती मेरी प्यारी बहन.

फिर में भी सिसकियाँ लेते हुए उनसे बोली हाँ फाड़ दो आप इस बुर को और आज इसका भोसड़ा बना डालो इस कुंवारी बुर ने मुझे बड़ा दुखी करा है. आज आप इसको ऐसे मत छोड़ना, इसका पूरा जोश निकाल देना जिसकी वजह से यह दोबारा लंड लेना ही भूल जाए, ऐसे चोदना इसको यह चूत से भोसड़ा बन जाए और अब मेरा चुदते चुदते झड़ने का समय होने ही वाला था, इसलिए मुझ चुदने की प्यासी कुंवारी लड़की ने उनसे कहा कि भाई जान अब मेरा होने वाला है. तो हमारी पड़ोसन के पति बोले कि हाँ आराम से कर लो बहन वैसे भी मेरा भी काम अब पूरा हो गया दोस्तों लेकिन अब भी हमारी पड़ोसन के पति मुझे लगातार खतरनाक धक्के देकर चोदे जा रहे थे.
उनके मोटे जोश भरे लंड से मेरी फटी हुई बुर में बहुत दर्द हो रहा था. वो एक बड़ी ही अजीब सी जलन थी, जिसको में किसी भी शब्दों में लिखकर नहीं बता सकती, लेकिन अब भी भाई जान रुकने का नाम नहीं ले रहे थे वो शादी शुदा भैया मुझ कुंवारी लड़की को पुरे जोश के साथ बहुत जमकर चोदे जा रहे थे. दोस्तों पहले ही बार में उन्होंने मुझे अपने सामने नीचे लेटाकर उसके बाद घोड़ी बनाकर, अपने ऊपर लेटाकर सामने वाली दीवार से सटाकर, अपनी गोद में लेकर, टेबल पर लेटाकर और पता नहीं कैसी कैसी कामसूत्र की सेक्स पोजीशन में चोदा.
जब हमारी पड़ोसन के नंगे पति मेरा काम लगाते लगाते झड़े तब तक मैं कुंवारी रांड चुदते चुदते करीब चार बार झड़ चुकी थी, जिसकी वजह से मेरी चूत बिल्कुल ठंडी हो चुकी थी, लेकिन अभी तो भाई जान एक ही बार झड़े थे, इसलिए अब वो शादी शुदा भैया कहाँ मानने वाले थे इसलिए वो थोड़ी देर के बाद दोबारा से शुरू हो गये और उन्होंने काली हसीन रात भर में मुझे केवल दो बार ही मुझ कुंवारी रांड को चोदा, लेकिन में पांच बार झड़ चुकी थी.
उसके बाद हम दोनों थककर सो गए और में उनकी चुदाई से पूरी तरह संतुष्ट हो चुकी थी. दोस्तों यह मेरे जीवन का पहला सेक्स था इससे पहले मैंने कभी सेक्स नहीं करा था बस चूत में उंगली करके ही अपनी चुदास शांत करी थी. मुझे उन पडोसी भैया के साथ अवैध शारीरिक सम्बन्ध बनाकर बड़ा आनंद आया और वो सुबह जल्दी उठकर अपने घर चले गए. दोस्तों अब मुझे मेरी गांड और चूत में उंगली करने की कोई जरुरत नहीं थी क्योकि जब कभी चुदवाने का दिल करता था तो मैं हमारी पड़ोसन भाभी के पति को मेरी गांड और बुर का काम लगाने के लिए बुला लिया करती थी और वो भी कभी मुझे चोदने में नाटक नहीं करा करते थे. दोस्तों उम्मीद करती हूँ की आप सभी को मेरी अन्तर्वासना हिंदी XXX सेक्स स्टोरी वर्जिन चूत में उंगली करने के बाद पड़ोसन के पति से जमकर चुदी बहुत पसंद आयी होगी.