मोटी मोटी चूचीयों की चुदाई करने के बाद कुतिया बनाकर डॉगी सेक्स स्टाइल में बेचारे गरीब नौकरानी की वैसलीन पेट्रोलियम जेली लगाकर गांड मारी अपने लम्बे मोटे लंड से. मेरे लम्बे तगड़े लंड से अपनी गांड चुदाई का पहले तो उस मजबूर औरत ने विरोध करा लेकिन बाद में वो भी सेक्स करने में मेरा पूरा पूरा साथ देने लगी. मेरा लंड थोड़ा ही उसकी गांड के अंदर गया था कि वो दर्द से छटपटाने लगी. दोस्तों इन नई हिंदी सेक्स स्टोरी को पढ़ने के बाद अपने दोस्तों और परिवार के सदस्यों के साथ जरुर शेयर करना ताकि मेरी यह सच्ची हिंदी सेक्स स्टोरी अधिक से अधिक लोगों तक पहुच सके…
हैल्लो दोस्तों, आज जो हिंदी सेक्स स्टोरी मैं आप लोगों के साथ शेयर करने जा रहा हूँ वो मेरी और हमारे फ्लेट पर काम करने वाली बेचारी गरीब नौकरानी के बीच बने अवैध सेक्स सम्बन्ध की है की कैसे मैं पैसे के बदले उसकी गांड मारता था और चूत की चुदाई करता था. मैं मुंबई का रहने वाला एक कुंवारा लड़का हूँ और मेरे फ्लेट में एक बहुत ही ज्यदा सुन्दर और सेक्सी नौकरानी काम करती थी. उस जवान और सेक्सी महिला का नाम द्रोपदी बाई था. उस गरम माल महिला की उम्र करीब 36 साल होगी, उसके दूध बड़े-बड़े थे. जब वो चलती थी तो उसके दूध उप्पर निचे हिलते रहते थे जिन्हें देखकर मेरा लोला खड़ा हो जाता था.
गरीब नौकरानी की गांड मारी कुतिया बनाकर डॉगी सेक्स स्टाइल में नई हिंदी सेक्स स्टोरी
अब उस सुंदर और सेक्सी महिला का योवन से भरा शरीर देखते ही मुझ सेक्स करने के भूखे कुंवारे मर्द का देसी लोला खड़ा हो जाता था, में हर दम सोचता रहता था कि उस कड़क माल महिला की गांड और चूत को कैसे चोदा जाए? फिर आख़िरकार एक दिन मुझे उस सेक्सी माल महिला की गांड और चूत का काम लगाने का शानदार मौका मिल ही गया. एक दिन में घर पर ही था तो मैंने द्रोपदी को आवाज़ दी, लेकिन मैंने कोई जवाब ना पाकर सोचा कि वो अपने घर चली गयी होगी.
अब में बहुत थका हुआ था इसलिए में अपने कपड़े उतारकर नहाने के लिए बाथरूम में घुसा तो मैंने बाथरूम में घुसते ही देखा कि द्रोपदी नंगी होकर नहा रही थी, अब उसके सेक्सी जिस्म पर एक कपड़ा नहीं था, वो पूरी नंगी धडंगी थी, उस नंगी महिला की पीठ मेरी तरफ थी इसलिए उस सेक्सी माल ने मुझे नहीं देखा था की मैंने उसे नंगी होकर नहाते हुए देख लिया है. शायद उस बेचारी गरीब नौकरानी ने सोचा होगा कि इस वक़्त कौन आएगा? इसलिए शायद उस बेचारी गरीब नौकरानी ने बाथरूम का दरवाज़ा बंद नहीं किया था.
अब मैंने भी सोच लिया था कि आज तो में इसके साथ अवैध सेक्स सम्बन्ध बनाकर ही रहूँगा. फिर मैंने छुपके से उसके सारे कपड़े उठाए और बाहर आ गया और ड्रॉईग रूम में बैठ गया. फिर थोड़ी देर के बाद मुझे उसका चेहरा बाथरूम के दरवाज़े से झांकता दिखाई दिया और फिर वो बोली कि साहब मेरे कपड़े दे दीजिए. फिर मैंने कहा कि खुद आकर ले लो. फिर वो अपने दूध को दोनों हाथों से ढक कर बाहर आई. अब मेरे सामने एक लड़की बगैर कपड़ो के खड़ी थी, अब यह देखकर मेरा देसी लोला तनकर खड़ा हो गया था.
फिर मैंने कहा कि तुम बहुत सुंदर हो द्रोपदी, तो वो शर्मा गयी और उसने मुस्कुराते हुए अपनी नजरें निचे झुका ली. फिर मेरी हिम्मत बढ़ी और में खड़ा हो गया और खड़े होते ही मेरा देसी लोला और तन गया, अब मेरा 9 इंच का लंड देखकर उसकी आखें फैल गयी थी. फिर में उस बेचारी गरीब नौकरानी के पास गया और उसके होठों को चूमने लगा. अब पहले तो उस बेचारी गरीब नौकरानी ने गांड चुदाई का विरोध किया था, लेकिन फिर बाद में वो भी मेरा पूरा साथ देने लगी थी.
इसके बाद मैंने उसके लिप्स को छोड़ा और थोड़ा नीचे आकर उसके दूध को चूसने लगा. फिर मैंने उस खूबसूरत नौकरानी को अपनी बाहों में उठाया और बेडरूम में चोदने के लिए ले गया. फिर मैंने उसे बेड पर लेटाकर उसके दोनों पैरो को फैलाया और उस सेक्सी माल नौकरानी की चूत को चाटने लगा, उसकी चूत मक्खन की तरह चिकनी थी. फिर मैंने उसकी चूत में अपनी दो उंगलियाँ घुसा दी और अंदर बाहर करने लगा. अब वो गर्म हो रही थी, अब वो बेताबी में अपने हाथों से अपनी चूचीयों को मसलने लगी थी.
अब उस जवान और खुबसूरत महिला के मुँह से उई माँ आह… आह.. उई.. ओह… और करो फाड़ दो मेरी चूत जैसे मादक और बहुत ही ज्यदा चुदास से भरे शब्द सुनकर मुझ सेक्स करने के भूखे कुंवारे मर्द का जोश और बढ़ गया था. फिर मैंने अपना लंड उस बेचारी गरीब नौकरानी के मुँह में डाल दिया तो वो मेरे उस लौड़े को लॉलीपोप की तरह चूसने लगी और फिर मैंने उस सेक्सी माल नौकरानी की चूत को जी भरकर चूसा. अब हम दोनों 69 की पोज़िशन में थे.
फिर मैंने उससे कहा कि द्रोपदी अब में तुम्हारी चूत को फाड़ दूंगा थोड़ा खून निकलेगा मगर तुम बिलकुल भी मत घबराना… मगर वो साली तो पहले से चुदने के लिए तैयार थी, फिर उस बेचारी गरीब नौकरानी ने कहा कि हाँ साहब अब इस चूत को फाड़ दो, अब और रहा नहीं जाता है. फिर मैंने अपना लंड उसकी चूत के मुँह पर रखा और एक धक्का दिया तो मेरा आधा लंड उसकी चूत की खाल से रगड़ खाता हुआ बुर के अंदर चला गया और वो दर्द के मारे बहुत ही ज्यदा जोर से चीख उठी आह धीरे करो दर्द होता है साहब, लेकिन मैंने उसकी एक बात नहीं सुनी और अपना काम जारी रखा. अब मुझ सेक्स करने के भूखे कुंवारे मर्द का पूरा लंड उस सेक्सी माल नौकरानी की चूत के अंदर घुसते ही वो चिपकली की तरह मेरे सीने से चिपक गयी थी.
अब में अपना लंड तेज़ी से उसकी चूत में अंदर बाहर करने लगा था. अब मैंने उस खूबसूरत नौकरानी को खूब जमकर चोदा था और अब वो भी अपनी गांड उछाल-उछालकर मेरा पूरा साथ दे रही थी. फिर बहुत देर तक चोदने के बाद में उसकी चूत में ही झड़ गया और उस बेचारी गरीब नौकरानी के सीने में अपना सिर रखकर लेट गया. फिर मैंने थोड़ी देर के बाद बूब्स की चुदाई करने के लिए मैंने उस सेक्सी माल नौकरानी की दूध से भरी भारी भरकम चूचीयों के बीच में अपना लंड रखा और उसकी चूचीयों को चोदने लगा. फिर अब थोड़ी ही देर में मेरा देसी लोला फिर से तैयार हो गया था.
फिर मैंने उसे डॉगी सेक्स स्टाइल में कुतिया बनाया और कहा कि द्रोपदी अब मैं तुम्हारी गांड मारूँगा और गांड फाड़ डालूँगा अपने इस लम्बे मोटे लंड से तो वो डर गयी और बोली कि नहीं साहब मेरी गांड मत फाड़ो मुझे बहुत दर्द होगा, आपका लंड बहुत मोटा है. यहाँ भी देखें :- मेरी मजबूर अम्मी की खतरनाक चुदाई उनके अधिकारी ने करी फिर मैंने उस खूबसूरत नौकरानी को समझाया कि पहले थोड़ा दर्द होगा, लेकिन फिर तुम्हें भी बहुत मज़ा आएगा. मैंने उसकी हिम्मत बढाई और बोला की मैं तुम्हारी गांड वैसलीन पेट्रोलियम जेली लगाकर मरूँगा जिससे लंड और गांड की चमड़ी में घर्षण कम होगा जिससे गांड मरवाने में बिलकुल भी दर्द नहीं होगा.
अब वो कुतिया बनकर डॉगी सेक्स स्टाइल में मेरे लंड से अपनी गांड की चुदाई करवाने के लिए पूरी तरह तैयार हो गयी थी, फिर मैंने वैसलीन पेट्रोलियम जेली की डिब्बी उठाई और उसकी गांड के अंदर बाहर वैसलीन पेट्रोलियम जेली लगाई और थोड़ी सी वैसलीन पेट्रोलियम जेली अपने लंड पर भी लगे और फिर उसकी गरम गांड के पतले से सुराख में अपना मोटा लम्बा लंड घुसाने लगा. अब मेरा देसी लोला थोड़ा ही उसकी गांड के छेद के अंदर गया था कि वो दर्द से छटपटाने लगी और छूटने की कोशिश करने लगी, लेकिन मैंने उसको कसकर पकड़ा और जोर-जोर से उसकी गांड के अंदर धक्के लगाता रहा.
अब वो गांड की चुदाई करवाते करवाते बहुत ही ज्यादा जोर जोर से रोने लगी थी. मुझे उस बेचारी गरीब नौकरानी के उप्पर बहुत तरस आ रहा था मगर मैं उसपर बिलकुल भी तरस या दया नहीं दिखा रहा था. मेरा देसी लोला उसकी गांड को लगातार चोदे जा रहा था. फिर थोड़ी देर की गांड चुदाई के बाद उसे भी गांड मरवाने में मज़ा आने लगा और फिर वो आराम से सेक्स करने में मुझ सेक्स करने के भूखे कुंवारे मर्द का पूरा पूरा साथ देने लगी.
फिर काफ़ी देर तक उसकी गांड को चोदने के बाद में उस सेक्सी माल नौकरानी की गरम गांड में ही झड़ गया और मैंने अपना सारा का सारा वीर्य उस सेक्सी माल नौकरानी की गांड के छेद में खाली कर दिया. फिर मैंने उससे पूछा कि क्यों द्रोपदी मज़ा आया कुतिया बनकर डॉगी सेक्स स्टाइल में अपनी गांड की चुदाई करवाने में…? तो वो बोली कि हाँ साहब थोड़ा दर्द जरुर हुआ किन्तु बहुत मज़ा आया मुझे कुतिया बनकर डॉगी सेक्स स्टाइल में आपके लंड से गांड मरवाने में, आप बहुत अच्छा चोदते हो, अब में रोज़ आपसे ही अपनी चूत और गांड चुदवाऊंगी. दोस्तों उस दिन के बाद से हम दोनों आये दिन मौका पाकर अवैध सेक्स सम्बन्ध बनाते हैं और चुदने के बदले मैं उसे आये दिन पैसे देता रहता हूँ…